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अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करें - अनुराग अग्रवाल

अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जिम्मेदारों पर कार्रवाई करें - अनुराग अग्रवाल
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रायपुर ! भाजपा रायपुर जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने राजधानी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में हुई आगजनी के मामले में शासन के लचर रवैए की निंदा की है । उन्होंने कहा कि भीषण अग्निकांड जिसमें 6 लोगों की मृत्यु हो गई इस मामले में शासन जांच के नाम पर ढुलमुल नीति अपनाए हुए हैं । आज घटना के 1 हफ्ता बीतने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन के नाम सार्वजनिक नहीं होने को उन्होंने संदेहजनक बताते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि प्रशासन जिम्मेदारों को बचाने में लगी हुई है। अग्रवाल ने कहा कि कितनी हास्यास्पद बात है कि कुछ समय पूर्व शासन ने स्वयं कोविड-19 अस्पतालों की सूची जारी करते हुए राजधानी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के प्रबंधक के रूप में डॉक्टर सचिन मल के नाम का उल्लेख किया है।
उन्होंने रायपुर में हुई एक ऐसी ही घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि बंजारी चौक में तुलसी होटल में जब आग लगने से चार लोगों की मृत्यु हुई थी ।तब होटल प्रबंधक पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। इस मामले में वैसे ही घटना होने पर अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है । उन्होंने शासन द्वारा घोषित 4 लाख की मुआवजा राशि को भी नाकाफी बताते हुए कहा की अनेक मरीजों व उनके परिजनों के बयान से स्पष्ट है कि इससे अधिक राशि तो वे अस्पताल प्रबंधन को इलाज हेतु जमा कर चुके थे । मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि शासन, अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दे कि मृतकों के परिजनों को कम से कम 10 लाख मुआवजा राशि दे व जो पीड़ित दूसरे अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं उसका पूरा खर्चा अस्पताल प्रबंधन उठाएं। उन्होंने अस्पताल के नोडल अधिकारी ,विनोद जयसवाल पर भी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जब उन्हें मालूम था कि उस अस्पताल में अनुमति से अधिक लोगों का इलाज हो रहा है। उन्होंने इस बात से शासन को अवगत क्यों नहीं कराया।
अनुराग अग्रवाल ने डीजीपी से भी मांग की है कि वह संबंधित थाने को निर्देश दे कि जो भी पीड़ित पक्ष अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करना चाहता है उनके एफ आई आर दर्ज करें व जिम्मेदारों पर कार्रवाई करें। 


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