नियमो को ताक में रखकर किया जा रहा शिक्षक भर्ती वेरिफिकेशन,अभ्यर्थियों ने इसके विरुद्ध लोक शिक्षण संचालनालय में सौंपा ज्ञापन
रायपुर,वर्तमान में हो रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत अंग्रेजी शिक्षक के प्रमाण पत्र सत्यापन का कार्य दिनांक 21 से 23 जनवरी 2020 तक आयोजित किया गया। इस सत्यापन प्रक्रिया के दौरान यह बात संज्ञान में आया कि एक साथ डिग्री एवं डिप्लोमा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को सत्यापन कर्ताओं द्वारा चिन्हांकित कर अपात्र किया जा रहा है जबकि यूजीसी के नियमानुसार एक ही सत्र में डिग्री एवं डिप्लोमा किया जा सकता है।
यह मामला तब संज्ञान में आया जब सत्यापनकर्ता द्वारा अभ्यर्थी को जांच के दौरान डिग्री व डिप्लोमा एक ही साथ होने के कारण अपात्र किया गया। उन्होंने जब इस पर आपत्ति जताई , तो सत्यापनकर्ता ने कुछ भी बताने से साफ इंकार करते हुए बात को नजरअंदाज कर दिया। वर्मा जी ने मामले की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए सत्यापन नियंत्रक भारद्वाज व सत्यापन प्रमुख अग्रवाल के पास पहुंचकर पूछा गया कि किस आधार पर डिग्री व डिप्लोमा प्राप्त अभ्यर्थियों को अपात्र किया जा रहा है, तो उनके द्वारा जवाब में बताया गया कि यूजीसी को पत्र लिखकर डिग्री एवं डिप्लोमा के संबंध में जानकारी प्राप्त करके पात्र एवं अपात्र सूची जारी की जाएगी।
डिग्री एवं डिप्लोमा को अमान्य किये जाने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित अभ्यर्थियों को जैसे ही संबंधित यह मामला सामने आया इस श्रेणी में आने वाले सभी अभ्यर्थियों ने मिलकर इसके विरुद्ध दिनांक 24 जनवरी 2020 को सत्यापन स्थल पर जानकारी लेने पहुंचे। जब सत्यापन नियंत्रक अग्रवाल से पूछा गया कि किस आधार पर अपात्र किया जा रहा है तब सत्यापन नियंत्रक के द्वारा गोलमोल जवाब दिया गया कि हमें जो निर्देश प्राप्त हुआ है उसके अनुसार हम सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण कर रहे हैं। आप सभी जाकर के संचालक से अपनी बात रख सकते हैं। लेकिन उन्होंने सत्यापन प्रक्रिया के निर्देश की प्रति दिखाने व उसके बारे में बताने से इनकार कर दिया।
इस गोलमोल जवाब से नाराज अभ्यर्थियों ने लोक शिक्षण संचलनालय के संचालक की ओर रुख लिया। संचालक के अनुपस्थिति में सहायक संचालक काबरा सर से अपनी बात रखते हुए अभ्यर्थी मिलन साहू और पुणेश्वर साहू ने पूरी घटना की जानकारी सहायक संचालक को दी। काबरा सर ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग व UGC से हम जानकारी प्राप्त करेंगे और जो भी नियम के अनुरूप होगा उसके अनुसार सत्यापन प्रक्रिया के आगे की कार्यवाही की जाएगी।
और अब जीव विज्ञान तथा गणित का सत्यापन शुरू होने पर भावी शिक्षको को भी इसी कारण से अपात्र किया जा रहा है।।
जो बिल्कुल गलत है
छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित बी.एड. व डी.एड. संघ के बैनर तले आयोजित इस ज्ञापन मुहिम के नेतृत्वकर्ता सुशांत धराई ने अभ्यर्थियों से अपील की है अगर समय रहते संचनालय से सकारात्मक पहल वह निर्णय नहीं लिया जाता तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर उपस्थित सभी अभ्यर्थियों ने अपनी अपनी सहमति जताई।