आपके बच्चों में भी दिख रहे हैं ये लक्षण, तो हो जाइये सावधान, तुरंत कराएं उनका कोविड टेस्ट
बच्चों में भी कारोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. संक्रमित बच्चों में कुछ लक्षण ऐसे देखे गए हैं, जो न्यूरोलॉजिकल हैं. एक अध्ययन में भी इस बात की पुष्टि की गई है. पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी के अध्ययन की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले कोरोना संक्रमित 44 प्रतिशत बच्चों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण विकसित हुए हैं और इन बच्चों को अन्य मरीजों की तुलना में अधिक देखभाल की भी जरुरत पड रही है. इस अध्ययन के परिणाम जर्नल पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी में प्रकाशित हुए. इसे एक्यूट एन्सेफैलोपैथी के रूप में जाना जाता है. इस अध्ययन में यह स्पष्ट कहा गया है कि कोरोना संक्रमित बच्चों की मानसिक सेहत पर भी कोरोना का असर होता है. ऐसे बच्चों में मानसिक लक्षण दिखने लगते हैं. बता दें कि 15 और इससे ज्यादा उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो गया है. लेकिन इससे कम उम्र के बच्चों के लिये अब भी स्थिति बहुत भयानक बनी हुई है. इसलिये उनके लिये ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है. आपका बच्चा अगर नीचे दिये गए लक्षणों की शिकायत करता है तो उसे नजरअंदाज ना करें. उसे गंभीरता से लें और समय पर जांच कराएं.
बुखार के साथ सिर में दर्द:
अगर बच्चा बुखार में है और सिर दर्द की शिकायत कर रहा है तो जल्द से जल्द कोविड टेस्ट कराने की आवश्यकता है. ऐसा देखा गया है कि कोरोना संक्रमित मरीज सिर के पिछले हिस्से में दर्द की शिकायत करते हैं.
बहती नाक, सूखी खांसी और गले में दर्द:
बच्चा अगर जुकाम, सूखी खांसी और गले में दर्द की शिकायत कर रहा है तब भी उसे नजरअंदाज ना करें. यह कोविड संक्रमण का शुरुआती लक्षण हो सकता है. डॉक्टर से ऑनलाइन संपर्क करें और शिघ्र टेस्ट कराएं.
फीवर और बॉडी पेन:
कोविड-19 के जो लक्षण बच्चों में देखे गए हैं, उसमें यह भी एक है. बच्चे को अगर बुखार है और शरीर में दर्द भी है, तो जरा संभल जाएं. यह कोरोना संक्रमण हो सकता है. इसलिये इसे सामान्य बुखार समझकर ऐसे ही कोई दवा नहीं खिलाएं. डॉक्टर से संपर्क करें और उनके सुझाव पर ही दवाएं लें.
दिमागी संतुलन लगे बिगडा हुआ:
ऊपर के लक्षण दिखने के साथ ऐसा लगे कि आपके बच्चे का दिमागी संतुलन पहले से अलग लग रहा है तो भी इस बात को नजरअंदाज ना करें. कोरोना का वायरस बच्चों के दिमाग पर असर डालता है. इसलिये स्थिति ज्यादा खराब होने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें.