भाजपा के इस वरिष्ठ नेता को कोर ग्रुप व चुनाव समिति में तवज्जो नहीं मिलने से छलका उनका दर्द...
रायपुर | भाजपा की कोर ग्रुप तथा चुनाव समिति में जगह नहीं मिलने से वरिष्ठ नेता व अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साय का दर्द छलक गया। बड़े मायूस होकर उन्होंने कहा- ` मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है, मुझे मालूम नहीं है।`
नन्द कुमार साय का नाम भाजपा के जानेमाने नेताओं में शुमार है। वे अविभाजित मध्यप्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे थे। छत्तीसगढ़ गठन के बाद वे अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के अलावा नेता प्रतिपक्ष, लोकसभा, और राज्यसभा के सदस्य भी रहे। इसके बावजूद पार्टी आलाकमान ने उन्हें कोर ग्रुप व चुनाव समिति में तवज्जो नहीं दिया।
नन्द कुमार साय की अगुआई में पिछले दिनों आरंग में 6 हजार लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली थी। प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, और संगठन मंत्री शिवप्रकाश के लगातार संपर्क में रहे हैं। इसके बावजूद महत्वपूर्ण कमेटियों में से किसी में भी उन्हें जगह नहीं मिली। इस मामले में साय ने कहा कि वो छत्तीसगढ़ में पार्टी को मजबूत करने के लिए भरसक प्रयत्न कर रहे हैं। कई कार्यक्रम भी कराए हैं। हम अपने दायित्वों को निभाने में कभी पीछे नहीं रहे हैं, लेकिन ऐसा क्या हो गया कि उन्हें किसी भी कमेटी में नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा कि शायद हमारे कार्यों में त्रुटि रही हो। वो प्रदेश में पार्टी की सरकार का हिस्सा न होने के बावजूद यहां पार्टी के लिए काम करते रहे हैं। अब उन्हें कोर, और अन्य कमेटियों से दूर रखा गया है। ऐसा क्यों हुआ है, यह तो पार्टी के बड़े नेता ही बता सकते हैं।