यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सस्ता किया कर्ज, जाने क्या है पूरी खबर
नई दिल्ली | बैंकों के कर्ज सस्ता करने की सूची में एक और सरकारी बैंक शामिल हो गया है। सार्वजनिक क्षेत्र के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स आधारित लेंडिंग रेट में सभी अवधि या टेनर्स के लिए 5-15 (0.05 प्रतिशत-0.15 प्रतिशत) बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है। यह परिवर्तन 11 मई 2020 से प्रभावी होगा। बैंक से मिली जानकारी के अनुसार इसने ओवरनाइट एमसीएलआर को 15 बेसिस पॉइंट्स से घटाकर 7.15 प्रतिशत, 1 महीने की एमसीएलआर को 10 बेसिस पॉइंट्स से घटाकर 7.25 प्रतिशत, 3 महीने और 6 महीने के एमसीएलआर को 5 बेसिस पॉइंट्स से घटाकर 7.40 प्रतिशत और 7.55 प्रतिशत कर दिया है। बैंक ने एक साल की एमसीएलआर 7.75 प्रतिशत से घटाकर 7.70 प्रतिशत कर दिया है।
संशोधित एमसीएलआर 11 मई 2020 से प्रभावी होगा। जुलाई 2019 के बाद से यह बैंक द्वारा घोषित दर में ग्यारहवीं लगातार कटौती है। इससे पहले देश के सबसे बड़े बैंक, एसबीआई ने भी एमसीएलआर में कटौती की घोषणा की थी।
बता दें कि जुलाई, 2019 के बाद से बैंक ने एमसीएलआर में लगातार 11वीं बार कटौती की है। बैंक ने बयान में कहा कि एक साल की एमसीएलआर को 0.05 प्रतिशत घटाकर 7.75 से 7.70 प्रतिशत किया गया है। इसी तरह एक दिन के एमसीएलआर को 7.30 से 7.15 प्रतिशत किया गया है। एक महीने की एमसीएलआर को 0.10 प्रतिशत घटाकर 7.25 प्रतिशत किया गया है।
बैंक ने तीन महीने और छह महीने की एमसीएलआर को 0.05 प्रतिशत घटाकर क्रमश: 7.40 प्रतिशत और 7.55 प्रतिशत कर दिया है। एक दिन पहले भारतीय स्टेट बैंक ने एमसीएलआर में 0.15 प्रतिशत तक की कटौती की थी। स्टेट बैंक की एक साल की एमसीएलआर दर 7.40 से घटकर 7.25 प्रतिशत रह गई।