बेहद काम की खबर: कैसे करें असली-नकली रेमेडिसविर की पहचान, जरूर देखें ये निशान
Remdesivir Real Or Fake: देश भर में कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर के कारण हाहाकार मचा है. गंभीर मरीजों के ईलाज के लिए डॉक्टर्स रेमेडिसविर (Remdesivir) इंजेक्शन की मांग कर रहे हैं. पर इस बीच इसकी कालाबाजारी की खबरें भी आ रही हैं. कुछ लोग नकली रेमेडिसविर बेच रहे हैं, ये भी पता चला. ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर कैसे इस इंजेक्शन के असली या नकली होने की पहचान की जाए.
अगर आपके मन में भी इसी तरह का सवाल है तो ये खबर आपके बेहद काम की है. दरअसल, अब आप असली और नकली दवा की बेहद आसानी से पहचान कर सकते हैं.
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की डीसीपी और IPS अफसर मोनिका भारद्वाज ने इससे संबंधित ट्वीट किया है. ये काफी वायरल भी हो रहा है.
उन्होंने ट्वीट में इस बात की जानकारी दी है कि असली व नकली दवा में क्या फर्क दिखता है. उन्होंने रेमेडिसविर के पैकेट के ऊपर कुछ गलतियों के बारे में बताया है, जिन पर गौर करके ही आप असली और नकली रेमेडिसविर के बीच फर्क को जान सकते हैं.
Attention!!
— Monika Bhardwaj (@manabhardwaj) April 26, 2021
Lookout for these details before buying Remdesivir from the market. pic.twitter.com/A2a3qx5GcA
— Monika Bhardwaj (@manabhardwaj) April 26, 2021
कुछ खास बातें जिन पर ध्यान देना है, वे हैं-
1. नकली रेमेडिसविर इंजेक्शन के नाम से ठीक पहले ‘Rx’ नहीं है.
2. असली इंजेक्शन के पैकेट पर ‘100 mg/Vial’ लिखा है, जबकि नकली पैकेट पर ‘100 mg/vial’ लिखा है. यानी स्पेलिंग नहीं कैपिटल लेटर का फर्क है, गौर करें.
3. असली पैकेट पर जहां ‘For use in’ लिखा है तो वहीं नकली पैकेट पर ‘for use in’ है. यहां भी लेटर का झोल है.
4. असली रेमेडिसविर इंजेक्शन के पैकेट के पीछे वॉर्निंग लाल रंग में है, जबकि नकली पैकेट में काले रंग में.