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क्यों मुस्कुराते हैं बच्चे सोते वक़्त वजह जान के हो जायेंगे हैरान

क्यों मुस्कुराते हैं बच्चे सोते वक़्त वजह जान के हो जायेंगे हैरान
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 आपने देखा होगा की बच्चे सोते वक्त कभी मुस्कुराते है कभी रोने लगते है। अक्सर हम यही सुनते आए हैं कि पूर्व जन्म की बातें याद कर बच्चे नींद में मुस्कुराते हैं, लेकिन ये एक अवधारणा है या वाकई ऐसा होता है, आखिर क्या है इसकी सच्चाई?

नवजात बच्चों द्वारा नींद में मुस्कुराना बहुत ही आम बात है। कुछ स्टडीज के मुताबिक कहा जाता है कि बच्चे की मुस्कान जैसे किसी अच्छी भावना का प्रतीक होता है, जबकि स्टडीज के मुताबिक कहा जाता है कि ये मुस्कान किसी वास्तविक एक्सप्रेशन के बजाय सिर्फ एक रिफ्लेक्स होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पूर्व जन्म का नही बल्कि शिशु के भावनात्मक विकास से जुड़ा घटनाक्रम है।

बच्चों की नींद भाव विकास के साथ जुड़ी रहती है

रिसर्च के मुताबिक नवजात शिशु में जो नींद की प्रक्रिया होती है वो आरईएम स्टेज से शुरू होती है। आमतौर पर बच्चे दिन में 16 से 18 घंटे सोते हैं, क्योंकि उनमें सोने जागने के चक्र का कोई रुटीन नहीं होता है और नवजात शिशु अधिक आरईएम नींद का अनुभव करते हैं, इसलिए इन्वॉलन्टरी मूवमेंट्स के रिफ्लेक्स के रूप में बच्चे ज्यादा मुस्कुराते हैं।

 

इसके अलावा नवजात शिशुओं में भावनाओं का विकास जैसे नींद से जागने पर शिशु नई आवाजें सुनते है और कई चीजें देखते है, इसलिए बच्चे के आसपास जो कुछ भी होता है दिमाग में उसकी जान‍कारियां अभिलेख होती रहती हैं जो नींद के दौरान विकसित होने लगती हैं। बच्चे इस तरह के इमोशंस डेवलप होने पर भी मुस्कुराते हैं।

शोधकर्ताओं का कहना है कि पहले यह माना जाता था कि 4 माह की उम्र पार करने के बाद ही शिशु मुस्कुराने में सक्षम होते थे, लेकिन शोध के दौरान यह देखा गया कि मात्र 17 दिन के बच्चे भी रोने के साथ-साथ मुस्कुराते भी हैं।

 

ये सब के अलावा भी एक वजह है जो आपको जानकर हैरानी होगी कि नींद में बच्चे गैस पास करने पर भी मुस्कुराते हैं, क्योंकि गैस पास करने से उनको आराम मिलता है और उनको अच्छा महसूस होता है। 4 दिन से लेकर 87 दिल तक के बच्चे पर किए गये रिसर्च के अनुसार इस समय में बच्चों में मानसिक और भावनात्मक विकास काफी तेजी से होता है। इसी वजह से सोते जागते समय शिशु इस प्रकार का व्यवहार करता है। सर्वेक्षण के नींद में मुस्कुराना ही हंसने की शुरुआत होती है। सर्वेक्षण में देखा गया कि मात्र 17 दिन की बच्ची नींद में मुस्कुराने लगी और धीरे-धीरे उसकी मुस्कुराहट खिलखिला कर हंसने में बदल गयी।


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