उपलब्ध वैक्सीन को क्यों बचाया जा रहा है -मीनल चौबे
रायपुर ! वैक्सीनेशन की व्यवस्था को लेकर आज युवा वर्ग बहुत ही निराश और हताश है.18 से 44 वर्ष के लोगों में होने वाले टीकाकरण को लेकर युवाओं में काफ़ी उत्साह था । .बहुत ही उम्मीद और आशा के साथ आज पूरे शहर भर से वैक्सीन लगवाने लोग चंगोराभाटा के सांस्कृतिक केन्द्र में पहुँचे। मगर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण लोगों को निराशा हाथ लगी । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से पूछने पर बताया गया कि मात्र 200 वैक्सीन सामान्य वर्ग के लोगों के लिए यहाँ पर आया है 200 वैक्सीन BPL कार्ड धारकों के लिए और 200 वैक्सीन अंत्योदय कार्ड धारकों के लिए यहाँ पर उपलब्ध है । आज सेंटर में अंत्योदय के मात्र 16 वैक्सीन लगे .BPL के 180 लोगों को व्वैक्सीन लगे हैं .और सामान्य वर्ग के पूरे डोस एक बजे तक समाप्त हो चुके थे .। और ऐसे ही स्थिति पूरे शहर के नगर निगम क्षेत्र में है । मैं शासन प्रशासन हैं से करबद्ध प्रार्थना करती हूँ कि इतने उत्साह और उम्मीद के साथ लोग वेकसीनेशन करवाने आ रहे हैं । लोग कोरोना से डरे हुए हैं अपनी जान बचाने की उनको चिंता हो रही है ।जान बचाना सबके लिए ज़रूरी है ।अगर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं तो जो वैक्सीन उपलब्ध हैं कम से कम उन्हें स्टोर करके रखने के बजाय युवा वर्ग को लगा दिया जाये । कोरोना व मौत लाल, पीला, नीला कार्ड देखकर नहीं आती है । एक ओर पाँच सौ लोगों की लाइन लगी है उन्हें वापस भेज दिया जा रहा है और दूसरी ओर उपलब्ध वैक्सीन को बचा कर रख लिया जा रहा है यह कहाँ का न्याय है। और इसकी परिणति लोगों में वर्क के रूप में सामने आ रहा है प्रशासन की व्यवस्था निकट भविष्य में वर्ग संघर्ष को जन्म दे सकती है । इसलिए भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल निवेदन करती है कि हाई कोर्ट के निर्देश के परिपेक्ष में ऐसी व्यवस्था करें जिससे जनता में आपसी मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न ना हो और जो वैक्सीन उपलब्ध है उनका समुचित उपयोग किया जाये.।