भाजपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं हुए तो खटखटाएंगे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा : अजय चन्द्राकर
धमतरी: 9 सितम्बर को भाजपा कार्यालय कुरूद में घुसकर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के विरोध में पूर्व मंत्री एवं कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर ने गुरूवार 16 सितम्बर को एसपी कार्यालय धमतरी के पास सद्भावना उपवास रखकर धरना दिया। जिसमें जिले भर के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगे मुकदमे को अगर वापस नहीं लिया गया तो जरूरत पडऩे पर सुप्रीम कोर्ट तक जाकर लड़ाई लडेंग़े। वैसे उक्त मुद्दे को लेेकर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। फिर भी इस मामले में भाजपा ने मुखर होकर सड़क की लड़ाई शुरू कर दी है। भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए कार्यवाही को गलत ठहराते हुए पूर्व मंत्री एवं कुरूद विधायक अजय चन्द्राकर ने एसपी कार्यालय के पास सद्भावना उपवास रखा एवं धरना दिया।
उन्होंने इस अवसर पर प्रखर समाचार से विशेष चर्चा में कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का अपना अलग स्थान है। यह पहली बार हुआ है कि सत्तारूढ़ दल के लोगों ने बिना अनुमति के भाजपा कार्यालय में घुसकर गुंदागर्दी की। यहां तक की मेरे साथ भी दुव्र्यवहार करने लगे। अगर भाजपा के कार्यकर्ता संयम नहीं बरतते तो उस दिन बड़ी घटना हो जाती। बड़ी घटना होने के बाद भी पुलिस ने कांग्रेस, भाजपा पर काउंटर अपराध दर्ज किया और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को थाने में 6 घंटे तक मेहमान की तरह बैठाकर हाथ जोड़ती रही। धमतरी जिले में हमारे आंदोलन को प्रशासन और कांग्रेस रोकने की कोशिश में लगे रहे। जबकि अनुमति लेकर आंदोलन किया जा रहा है। फिर भी जिला प्रशासन के पेट में दर्द होने लगा है। जिला प्रशासन हमारे इस आंदोलन को ठप करने में लगा रहा। यहां तक कांग्रेस, प्रशासन के साथ मिलकर भाजपा को कमतर आंकने में लगी हुई है।
श्री चन्द्राकर ने कहा कि धमतरी जिले के साथ-साथ देश और प्रदेश में भाजपा पूरी तरह मजबूत है। कांग्रेस यह जान ले कि भाजपा को प्रताडि़त करने की हिमाकत न करे। ढाई साल में धमतरी को क्या मिला। मीडिया में खबर है कि धमतरी एक बारिश में ही पूरी तरह डूब गया। क्या यही विकास का स्वरूप है। धमतरी के स्वरूप को बदलने के लिए कोई कार्य नहीं किए गए। धोखे में रखकर कांग्रेस ने अपने हाथ में सत्ता की चाबी रख ली। भूपेश सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है। अपनी गलती को छिपाने के लिए केन्द्र सरकार पर दोष थोप रही है। 3 चौथाई बहुमत की सरकार है तो उन्हें हस्ताक्षर अभियान चलाने की जरूरत क्यों पड़ रही है। पूरे प्रदेश में आज अस्थिरिता की स्थितियां बन गई है। सरकार के पास जनता के बारे में सोचने का कोई वक्त नहीं है। प्रदेश भर में प्रशासन निष्पक्ष रूप से काम नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के 1-2 अधिकारी अतिउत्साह में कांग्रेस के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे हैं। वे हमारे राडार में हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का भी सम्मान होना चाहिए। भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगे मुकदमे को वापस लिया जाए नहीं तो हम अदालत जाएंगे। इस संबंध में वकीलों से भी बात हो गई है। जरूरत पडऩे पर कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए हम सुप्रीम कोर्ट तक भी लड़ाई लड़ेंगे।
इस अवसर पर श्री चन्द्राकर के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष शशि पवार, धमतरी विधायक रंजना साहू, पूर्व जिलाध्यक्ष रामू रोहरा, निरंजन सिन्हा, कविन्द्र जैन, महेन्द्र पंडित, प्रीतेश गांधी, प्रकाश बैस, नागेन्द्र शुक्ला, विजय मोटवानी, कमल डागा, बीथिका विश्वास, हेमंत माला, विकल गुप्ता, भानु चन्द्राकर, हेमलता शर्मा, खिलेश्वरी किरण, छत्रपाल बैस, सुरेश अग्रवाल, मूलचंद सिन्हा, ज्योति चन्द्राकर, राजेन्द्र शर्मा, विजय साहू, हेमंत चन्द्राकर, ऋषभ देवंागन, मुरारी यादव, अकबर कश्यप, विजय यदु, निर्मल चन्द्राकर, होरीलाल साहू, पुष्पेन्द्र, मोनिका देवांगन, दिनेश्वरी नेताम, हुमित लिमजा, चेतन हिन्दुजा, प्रकाश गोलछा, रोशन चन्द्रकार, मनोहर मानिकपुरी, मोहन पुजारी, बलजीत छाबड़ा, घनश्याम साहू, कीर्तन मीनपाल, श्यामा साहू, डीपेन्द्र साहू, यूसुफ खान समेत बड़ी संख्या में जिले भर के भाजपाई मौजूद थे।
प्रदर्शन के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष शशि पवार के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कहा गया कि युवा कांग्रेस के कृष्ण कुमार मरकाम, देवव्रत साहू, डोमन साहू एवं अन्य आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की जाए। इन कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यालय में बिना अनुमति के घुसकर गंदा मैला पसीने से लतपथ संक्रमित गमछे को विधायक को पहनाने का प्रयास किया। जबकि विधायक शालीनता के साथ बैठे थे। देवव्रत साहू, डोमन साहू, योगेश चन्द्राकर अन्य कांगे्रसी पूर्वाग्रह और षडयंत्रपूर्वक असभ्यता पर उतारू हो गए। भाजपा कार्यालय की कुर्सियों को तोडफ़ोड़ किया गया। धक्का मुक्की की आड़ में विधायक पर हमला बोल दिया जिसे विधायक नेे कथित कांग्रेसी नेताओं को कार्यालय से बाहर किया। अनाधिकृत प्रवेश करने एवं कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कार्यवाही की जाए।