चक्रवात बुरेवी: मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
चेन्नई। देश में जहां इस साल लोग कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं तो वहीं चक्रवाती तूफानों का सिलसिला भी लगातार जारी है। अब दक्षिणी राज्यों में मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान `बुरेवी` की चेतावनी जारी की है। इस तूफान के कारण तटीय क्षेत्रों में हवाओं के साथ-साथ समुद्र में लहरें भी तेज होने लगी हैं।
यह रात या कल सुबह तक दक्षिणी तमिलनाडु के तट को पंबन और कन्याकुमारी के बीच से पार करेगा। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल और तमिलनाडु के मुख्यमंत्रियों से बात की और केंद्र सरकार की तरफ से मदद का आश्वासन दिया।
हवाओं के साथ-साथ समुद्र में लहरें हुई तेज-
तमिलनाडु के रामेश्वरम में चक्रवाती तूफान बुरेवी के मद्देनजर तटीय क्षेत्रों में हवाओं के साथ-साथ समुद्र में लहरें भी तेज होने लगी हैं। भारत मौसम विभाग के अनुसार बुरेवी आज रात या कल सुबह तक दक्षिणी तमिलनाडु के तट को पंबन और कन्याकुमारी के बीच से पार करेगा।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवाती तूफान बुरेवी के मद्देनजर तमिलनाडु और केरल के मुख्यमंत्री से बात की। उन्होंने कहा, `मोदी सरकार तमिलनाडु और केरल के लोगों की मदद के लिए हर संभव समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है। एनडीआरएफ की कई टीमें पहले से ही दोनों राज्यों में तैनात हैं।`
चार जिलों के लिए मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट-
चक्रवाती तूफान बुरेवी तमिलनाडु तट के बहुत करीब है। मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार गुरुवार सुबह बुरेवी के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले तीन घंटों के दौरान मन्नार तट के पास मन्नार की खाड़ी में उभरने की संभावना है। विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानमिट्टा और अलप्पुझा जिलों के लिए तीन दिसंबर को रेड अलर्ट जारी किया है। 175 परिवारों के लगभग 700 लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जबकि 2,489 अन्य शिविरों की पहचान की गई है।
तमिलनाडु और केरल के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना-
मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि चक्रवाती तूफान बुरेवी के कारण दक्षिण तमिलनाडु और दक्षिण केरल के कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। दो और तीन दिसंबर को उत्तर तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, माहे, कराईकल और उत्तरी केरल में भी भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा दो से तीन दिसंबर को दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और तीन-चार दिसंबर को लक्षद्वीप में भारी वर्षा होने की संभावना है। अधिकारियों ने मछुआरों से अनुरोध किया है कि वे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और पूर्वी श्रीलंका तट पर न जाएं।