राजधानी में सुरक्षा गार्ड की हुई हत्या, साथी गार्ड ने इलाज के वक्त बोला झूठ, जाने पूरी खबर...
रायपुर। शहर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र स्थित ऊर्जा पार्क के पीछे 18 जनवरी की रात मृतक मोहन जगने डोंगरगढ़ की मृत्यु का कारण पता चल गया है।
ज्ञात हो कि 18 जनवरी को रात 12:15 बजे को दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा एक्टिवा से पहुंचकर मोहन को किसी ठोस वस्तु से मारकर चोट पहुंचाकर घायल कर दिया था। जिसके बाद उसके साथी सुरक्षा गार्ड द्वारा हॉस्पिटल में झूठ बोला गया कि मोहन जगने के साथ एक्सीडेंट हुआ है ताकि मोहन को तत्काल अस्पताल प्रशासन इलाज के लिए भर्ती करें ।
तेलीबांधा थाना से मिली जानकारी के अनुसार 25 जनवरी को प्राप्त हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट उल्लेख है कि मृतक मोहन जगने 35 वर्ष पिता स्वर्गीय भीम जगने के सिर व दाहिने आंख पर गंभीर चोट आने की वजह से उपचार के दौरान बालाजी अस्पताल मोवा में 20 जनवरी को हृदय गति अवरुद्ध होना लिखा गया है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच कर मंगला प्रसाद मिश्रा सिक्योरिटी गार्ड सुपरवाइजर व घटना के समय ड्यूटी पर तैनात पंचराज राजपूत एवं विवेक कुमार हरदहा से कथन लेने के बाद आज शनिवार को दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर लिया है।पुलिस ने बताया कि वीआईपी रोड स्थित सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरा फुटेज के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। जब मृतक मोहन के साथ यह घटना घटी तब वह बाहर तैनात था व साथी गार्ड अंदर तैनात थे आवाज़ आने पर दोनों गार्ड आरोपियों की तरफ भागे पर आरोपी एक्टिवा वाहन से फरार हो गए। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास लगे सीसीटीवी फूटेज निकलवाकर जांच में जुटी हुई है।