शिकायत करना कुछ मायनों में अच्छा हो सकता है लेकिन यह हमारी ज्यादा मदद कभी नहीं कर सकता. निश्चित रूप से यह कुछ हद तनाव तो दूर करता है लेकिन जब हम किसी के बारे में लगातार शिकायत करने लग जाते हैं तो हम वास्तविक समस्याओं से घिर जाते हैं. जितना अधिक हम शिकायत करते हैं, उतना ही हम समस्याओं से घिरे होते हैं. दरअसल हम उन लोगों से घिरे होते हैं जिन्हें शिकायत करने की आदत होती है और हम जितने दुखी हो जाते हैं. द नो कंप्लेनिंग रूल किताब के लेखक जॉन जोर्डन के मुताबिक शिकायत करने के नुकसान इतने गंभीर हो सकते हैं जिनकी तुलना सेकेंड हैंड धुएं से की जा सकती है|
नकारात्मकता को अपनी आदत बना लेना गलत
यदि हम सभी लगातार शिकायत करने लगे या दूसरों को ऐसा करते हुए सुनने लगे तो हम जल्द ही बुरी तरह से दुखी होने वाले हैं और इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है. हालांकि कई समय पर नेगेटिव होना कोई गलत नहीं है पर नकारात्मकता को अपनी आदत बना लेना गलत है. ऐसा करने पर जीवन में आगे बढऩे की जरूरत खत्म हो जाती है. अपने जीवन में मौजूद लोगों के बारे में सोचें. सबसे अधिक शिकायत कौन करता है? वह शिकायत आपको कैसे प्रभावित करती है?
शिकायत करने से दूसरों के साथ संबंध खराब होते हैं
एक ऐसा व्यक्ति जो एक ऐसे घर में पला-बढ़ा हो जहां उसके माता-पिता लगातार छोटी-छोटी चीजों के बारे में शिकायत करते हों. ईमानदारी से कहा जा सकता है कि इन सब चीजों ने उस व्यक्ति को बहुत नीचे ला दिया होगा और वास्तव में जिस तरह से वह निकला उससे प्रभावित हो सकता था. शायद वह व्यक्ति कम उम्र में अधिक प्रेरित हो गया जो कि उसकी वास्तविकता नहीं थी. आपको बता दें कि लगातार शिकायत करने से न केवल दूसरों के साथ संबंध खराब होते हैं बल्कि यह वास्तव में अन्य तरीकों से कहर भी बरपा सकती है. हालांकि यह साफ बात है कि शिकायत आपके मूड और आपके आसपास के अन्य लोगों की खुशी को कम कर सकती है|
दिमाग और शरीर पर पड़ता है प्रभाव
शिकायत करने से आपके दिमाग और शरीर पर भी प्रभाव पड़ सकता है. शिकायत करने से जितना अधिक हम घबराते हैं, हम उतना ही नकारात्मक हो जाते हैं. हर बार जब हम शिकायत करते हैं तो हमारा दिमाग खुद को फिर से साबित करने का काम करता है. इसका मतलब है कि यह समान प्रतिक्रियाओं को बार-बार होने के लिए तैयार करता है. यह एक तरह से हमें समय बीतने के साथ-साथ उसी मानसिकता में फंसने के लिए मजबूर करता है. जो लोग हर समय शिकायत करते रहते हैं, वह यह नहीं जानते कि वो कितने नकारात्मक होते हैं. कोई उनकी कितनी भी मदद करने की कोशिश करें या सलाह दें, उनके लिए यह कभी पर्याप्त नहीं होता|
कोर्टिसोल के उत्पादन को बढ़ाता है
आपने कभी गौर नहीं किया होगा कि एक गंभीर स्तर पर शिकायत करने वाला सभी को भारी नुकसान पहुंचा सकता है. वह अपने नकारात्मक चीजों को उन सभी तक फैलाते हैं जो किसी ऐसी चीज से घिरे हुए हैं जिससे वह कभी नहीं बच सकते. यह समझना भी जरूरी है कि थोड़ी शिकायत तब ठीक हो सकती है जब वह तनाव को दूर करने के बजाय स्थिर हो जाए. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह इंसानों के अंदर कोर्टिसोल के उत्पादन को बढ़ाता है. जब ऐसा होता है तो लोग हाई ब्लड प्रेशर और ग्लूकोज स्पाइक्स का सामना करते हैं|
शिकायत से बचने की कोशिश करें
इसका बहुत अधिक उत्पादन कई गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों को सामने ला सकता है और शरीर में बीमारी के खतरों को बढ़ा सकता है. हमें इससे बचने की कोशिश करनी चाहिए. अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जो आपके बारे में बहुत अधिक शिकायत कर रहा है या आपके जीवन में मौजूद कुछ लोग बहुत नकारात्मक हो रहे हैं, तो एक बहुत जरूरी कदम उठाएं. अपनी शिकायत पर नजर रखने से पहले इसे बंद कर दें. जो लोग इसकी कोशिश करने से इनकार करते हों और अधिक सकारात्मक हो, उनसे संबंध न रखें. आप यकीन नहीं होगा कि सिर्फ एक सप्ताह में आप कितना समृद्ध महसूस करने लगेंगे|