लंबे लॉकडाउन के चलते फुटकर दुकानदारों की हालत खराब, अवैध कब्जों के नाम पर रसूखदारों के निगम कर्मी नहीं कर रहे कार्यवाही
रायपुर। अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से रायपुर शहर में अधिकतम हिस्से में अवैध कब्जों की भरमार से शासकीय भूमि को मुक्त कराना नगर निगम कर्मचारियों के लिए पेचीदा समस्या रही है। वहीं आज 20 वर्ष उपरांत भी पूर्व की भांति नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी फुटकर व्यापारियों यथा ठेला गुमटी आदि को ही अपना निशाना बनाकर शासन के समक्ष वाह-वाही लूटने में लगा हुआ है।
ज्ञातव्य है कि शहर के प्रमुख बाजार स्थल मालवीय रोड सदर बाजार गोल बाजार एमजी रोड एवं गुढिय़ारी के आंतरिक क्षेत्रों में रसूखदारों द्वारा लम्बे समय से अवैध कब्जा कर बहुमंजिला इमारतें तानी गई है। उक्त कार्यवाही पर आरटीआई कार्यकर्ता डॉ. चन्द्रमणी तिवारी ने कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए आयुक्त नगर निगम एवं महापौर को सदर एवं मालवीय रोड के अवैध कब्जों को तोड़वाकर यातायात सुगम करने की मांग की है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस कोविड-19 के चलते लम्बे समय तक शहर एवं प्रदेश में लगे लॉकडाउन के कारण रोज खाने कमाने वाले दुकानदारों के समक्ष निगम की अचानक की गई कार्यवाही से हालत खराब हो रही है वहीं फुटकर व्यापार के जरिये सब्जी बेचने वाली कमला चन्द्राकर ने निगम कर्मियों से अवैध कब्जा हटाओ अभियान के तहत दोहरा मापदण्ड न अपनाने की मांग करते हुए अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ एक समान कार्यवाही नहीं करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए निगम कर्मियों को बड़े अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है।