शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में मनाया गया संविधान दिवस, पढ़ें पूरी खबर
रायपुर | 26 नवंबर को शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर संविधान दिवस मनाया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमिताभ बैनर्जी की अनुमति से डॉ उषा किरण अग्रवाल के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ मनीषा गर्ग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रिचा पारीक शासकीय विधी महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक भोपाल से शामिल हुई। कार्यक्रम के प्रारंभ में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ मनीषा गर्ग ने संविधान दिवस मनाए जाने के उद्देश्य की जानकारी दी।
कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ उषा किरण अग्रवाल के उद्बोधन से हुआ। उन्होंने बताया भारत का संविधान सबसे बड़ा लिखित संविधान है।"वी द पीपल ऑफ़ इंडिया"से संविधान की शुरुआत हुई। भारत का संविधान प्रारंभ से ही प्रगतिशील संविधान है जिसमें महिलाओं की स्थिति सशक्त रही है। उन्होंने अधिकार के साथ कर्तव्यों की भी बात की। रिचा पारेख सहायक प्राध्यापक शासकीय विधि महाविद्यालय भोपाल ने अपना उद्बोधन "यह दस्तावेज हमारा संविधान है"से प्रारंभ किया। उन्होंने बताया कि वैयक्तिक, सामाजिक तथा राष्ट्रीय विकास के दृष्टिकोण से संविधान की रचना की गई। उन्होंने कार्यपालिका, न्यायपालिका के कार्य के साथ साथ मौलिक अधिकारों की चर्चा की।
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उन्होंने अनेक नागरिक अधिकारों की चर्चा की, जो व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया हमारा संविधान समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक वातावरण देता है। उन्होंने बताया 1950 में संविधान निर्माण से 2014 तक इसे विधि दिवस के रूप में मनाया जाता था। 2015 से इसे संविधान दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। उन्होंने अलग-अलग अनुच्छेद की भी विशेष रूप से चर्चा की। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं के लिए कार्यक्रम के संबंध में ऑनलाइन क्विज का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ कल्पना झा ने किया। कार्यक्रम में डॉ संध्या वर्मा, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ कविता शर्मा सहित सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का तकनीकी संचालन डॉ चित्रा देशपांडे ने किया।