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कोरोना कहर: छत्तीसगढ़ में जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन दिया जा रहा है नि:शुल्क भोजन और राशन, 2.35 लाख लोगों को दिया गया नि:शुल्क मास्क और सेनेटाईजर

कोरोना कहर: छत्तीसगढ़ में जरूरतमंद लोगों को प्रतिदिन दिया जा रहा है नि:शुल्क भोजन और राशन, 2.35 लाख लोगों को दिया गया नि:शुल्क मास्क और सेनेटाईजर

रायपुर। कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए समूचे प्रदेश एवं देश में किए गए लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों को किसी भी तरह से भोजन एवं राशन की समस्या नही हो इसके लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्था की गई है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशन पर प्रदेश के सभी जिलों में गरीबों, मजदूरों और निराश्रित लोगों को नि:शुल्क भोजन के साथ ही नि:शुल्क राशन वितरण किया जा रहा है। इसके लिए राज्य भर में जगह-जगह राहत शिविर लगाए गए हैं। 

छत्तीसगढ़ में विगत 7 अप्रैल को एक लाख 47 हजार 643 जरूरतमंदों, श्रमिकों एवं निराश्रितों को नि:शुल्क भोजन व राशन उपलब्ध कराया गया। इनमें 42 हजार 572 लोगों को भोजन, 64 हजार 394 लोगों को राशन वितरण और 40 हजार 677 लोगों को स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा भोजन एवं खाद्यान्न वितरण शामिल है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए मास्क, सेनेटाइजर एवं दैनिक जरूरत का सामान भी जिला प्रशासन, रेडक्रॉस तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की सहयोग से जरूरतमंदों को मुहैया कराया जा रहा हैं। स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से दो लाख 35 हजार 499 मास्क एवं सेनेटाईजर, साबुन आदि का वितरण जरूरतमंदों को किया गया हैं। 

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन के चलते जिलों में प्रशासन द्वारा समाजसेवी संस्थाओं एवं दान दाताओं के सहयोग से शुरू किए गए राहत शिविरों के माध्यम से छत्तीसगढ़ में अब तक 13 लाख 2 हजार 337 लोगों को नि:शुल्क भोजन एवं खाद्यन्न सामग्री उपलब्ध करायी गई है। स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए 13 लाख 33 हजार 66 मास्क सेनेटाईजर एवं अन्य सामग्री का नि:शुल्क वितरण जन सामान्य को किया गया है। 

प्रदेश में विगत 7 अप्रैल मंगलवार को जिला प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से दुर्ग जिले में सर्वाधिक एक लाख 855 लोगों को नि:शुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही उन्हें कोरोना संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं अन्य सामाग्री का वितरण किया गया है। इसी तरह सुकमा जिले में 10 हजार 909, राजनांदगांव जिले में 10 हजार 830, रायगढ़ जिले में 3 हजार 742, बस्तर जिले में 11 हजार 708, कांकेर जिले में 35 हजार 982, बीजापुर जिले में 63, जशपुर जिले में 780, कोरिया जिल में 2 हजार 114, सूरजपुर जिल में 2 हजार 461, बालोद जिल में 511, कबीरधाम जिले में 1 हजार 928, बलौदाबाजार जिले में 4 हजार 488, धमतरी जिले में 1843, महासमुंद जिले में 911, बलरामपुर जिले में 6 हजार 872, कोरबा जिले में 95 हजार 657, सरगुजा जिले में 2 हजार 212, जांजगीर-चांपा जिले में 1 हजार 957, बिलासपुर जिले में 6 हजार 065, रायपुर जिले में 23 हजार 589, कोण्डागांव जिले में 2 हजार 369, दंतेवाड़ा जिले में 25 हजार 057, बेमेतरा जिले में 383, गरियाबंद जिले में 14 हजार 900, नारायणपुर जिले में 1 हजार 785, मुंगेली जिले में 11 हजार 672 और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में 1 हजार 499 जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।
 प्रेमी जोड़े ने फांसी लगा कर की आत्महत्या, परिजनों को मिली सड़ी हुई लाश

प्रेमी जोड़े ने फांसी लगा कर की आत्महत्या, परिजनों को मिली सड़ी हुई लाश

धमतरी| प्रेमी जोड़े अक्सर किसी न किसी तरह से चर्चो पर बने होते है और जब प्यार सर चढ़ कर बोलने लगता है तो वह कुछ भी करने को उतारू हो जाते है| इसी कड़ी में धमतरी जिले से एक खबर सामने आ रही है की एक प्रेमी जोड़े ने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वनरक्षक जब जंगल में गश्त के लिए निकले तब इसका पता चला। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया।

जानिए पूरी खबर-
आपको बता दे की यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के मगरलोड ब्लाक के ग्राम मोहेरा जंगल का है। पुलिस ने बताया कि सोमवार को वन विभाग के वनरक्षक मनोज कुमार गायकवाड जंगल में गश्त कर रहा था इस। दौरान बीट क्रमांक- 17 में उसे जंगल में जगह धुआं उठाते दिखा। वह आग बुझाने के लिए गया तो देखा कि करीब सौ मीटर ऊपर तर्रा देवी पहाड़ी के घने जंगल में एक युवक-युवती फांसी पर लटके हुए हैं।
 
कुरु पेड़ पर दुपट्टे के सहारे प्रेमी जोड़ा फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। बताया गया है कि लाश करीब 8 दिन पुरानी होने के कारण सड़ गई थी। जिससे बदबू उठ रही थी, तत्काल वनरक्षक ने जंगल से आकर इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। इसके बाद मगरलोड पुलिस को इसकी खबर की गई। उधर घटना की खबर लगते ही गांव में सनसनी फैल गई है। मंगलवार सुबह पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई के बाद दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया गया है। आत्महत्या का कारण अज्ञात है।

ऐसे हुई पहचान-
एसआई सुभाष लाल ने बताया कि दोनों मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है। युवक नारायण राम (22) गरियाबंद जिले के ग्राम बिरोडार का रहने वाला था और युवती सुरुज कुमार ग्राम बम्हनी निवासी थी। मृतक के पर्स में पासपोर्ट फोटो और 10 रुए भी मिला है। फोटो के आधार पर दोनों की पहचान हुई। इसके बाद उनके परिजनों को सूचना दे गई है। मृतिका सुरुज कुमार के परिजनों ने बताया कि सप्ताह भर पहले वह अपने रिश्तेदार के घर ग्राम पेंड्रा में शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गई थी। लेकिन, वह लौटकर वापस नहीं आई। इसी तरह युवक नारायण साहू घर से बिना बताए निकला था। रात में जब वह घर नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला।
 
 छत्तीसगढ़: कोरोना मुक्त राज्य की दिशा में सबसे आगे, लॉकडाउन खुलने अथवा आगे बढऩे को लेकर संशय जारी

छत्तीसगढ़: कोरोना मुक्त राज्य की दिशा में सबसे आगे, लॉकडाउन खुलने अथवा आगे बढऩे को लेकर संशय जारी

रायपुर। एक ओर जहां पूरा देश कोरोना संक्रमण की चपेट में है तो वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य कोरोना संक्रमण से मुक्त होने की दिशा में काफी आगे निकल चुका है। ऐसे में यह सवाल भी उठना लाजमी है कि क्या 14 अपै्रल को खत्म होने के बाद छत्तीसगढ़ में जनजीवन सामान्य होगा अथवा नहीं? 
 
वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य ही एकमात्र ऐसा राज्य है जो कि लॉकडाउन समाप्त होने के पूर्व ही कोरोना मुक्त राज्य बनने जा रहा है। हालांकि राज्य में अभी केवल एक मरीज ही कोरोना संक्रमित है, लेकिन यह मरीज भी  बाहर से आया हुआ है। इस लिहाज से यह कहना गलत नहीं है कि छत्तीसगढ़ राज्य एक तरह से कोरोना संक्रमण से मुक्त हो चुका है। यह गर्व का भी विषय है कि एक ओर जहां देश के अन्य राज्य इस भयंकर बीमारी की चपेट में हैं तो वहीं छत्तीसगढ़ राज्य अब लॉकडाउन के निर्धारित समय सीमा के पहले ही इस आपदा से स्वयं को बाहर निकालने में एक तरह से पूरी तरह सफल हो चुका है। चिकित्सकों ने भी ऐसा संकेत दिया है कि एम्स में भर्ती कोरोना पीडि़त मरीज जल्द स्वस्थ्य हो जाएगा। ऐसे में प्रदेशवासी भी यह जानने को काफी उत्सुक हैं कि क्या 14 अपै्रल को समाप्त होने वाले लॉकडाउन के बाद राज्य में जनजीवन सामान्य हो पाएगा या नहीं? यह एक गंभीर प्रश्न है जिसका वर्तमान में कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि लॉकडाउन खुलने से निर्मित परिस्थितियों से कहीं छत्तीसगढ़ में फिर से हालात न बदल जाएं, लिहाजा लॉकडाउन खोलने के पूर्व सभी ठोस उपाय करना जरूरी है। 

वर्तमान में पूरे विश्व के साथ ही भारत भी कोरोना संक्रमण की चपेट में है। देश में कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या 5000 से ऊपर चला गया है जो कि चिंता का विषय है। केन्द्र सरकार ने समय रहते ही देश में जनता कफ्र्यू को प्रयोग के रूप में शुरू किया और देशवासियों ने भी इसका पूर्ण समर्थन किया। इसके बाद पीएम श्री मोदी ने पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन लागू करने की घोषणा की थी। देशवासियों ने इसका भी पूर्ण समर्थन करते हुए अभी तक लॉकडाउन को सफल बनाए रखा है। यह अलग विषय है कि चंद लोगों की भयंकर भूल के चलते आज देश में कोरोना पीडि़तों की संख्या 5 हजार से अधिक हो चुकी है। दूसरी ओर केन्द्र सरकार ने भी ऐसा संकेत दिया है कि देश के जिन जिलों में हालात सामान्य हैं वहां कुछ शर्तों के साथ लॉकडाउन को शिथिल किया जा सकता है। ऐसे में अब राज्य सरकार को तय करना है कि छत्तीसगढ़ में कितने जिलों में यह लॉकडाउन खत्म किया जा सकता है? हालांकि लॉकडाउन को खत्म करने अथवा आगे बढ़ाने का अंतिम निर्णय केन्द्र सरकार ही करेगी। 

गरीब तबका बेहाल: इधर लॉकडाउन को लेकर देश के साथ ही प्रदेश के गरीब तबका सबसे ज्यादा बेहाल है। निम्न वर्ग के लोगों को इस लॉकडाउन का खामियाजा सबसे ज्यादा भुगतना पड़ रहा है। माली, कुली, मजदूर जैसे वर्ग जो कि रोज कमाने और खाने वाले हैं, इनके समक्ष विकट स्थिति निर्मित हो गई है। हालांकि राज्य सरकार के साथ मिलकर कई संगठन काम कर रहे हैं और गरीब जरूरतमंदों तक अनाज भी पहुंचाया जा रहा है, फिर भी इनके समक्ष आने वाले समय को लेकर गंभीर संकट खड़ा है। 
छग बोर्ड के मूल्यांकन शुरू नहीं होने से दाखिला में भी होगी देरी, जाने पूरी खबर

छग बोर्ड के मूल्यांकन शुरू नहीं होने से दाखिला में भी होगी देरी, जाने पूरी खबर

जगदलपुर। कोरोना वायरस की लॉक डाउन के चलते छग बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं के मूल्यांकन का कार्य शुरू नहीं हुए हैं। ऐसे में विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं और कॉलेज के दाखिला में भी इस बार एक महिने की देरी के बाद भी मूल्यांकन शुरू नही होने से बोर्ड के नतीजों की घोषणा में काफी देरी की संभावना व्यक्त की जा रही है। 


प्राप्त जानकारी के अनुसार छग बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं के जिन विषयों की परीक्षा हो चुकी है, उनकी उत्तर पुस्तिकाएं पहुंच चुकी हैं और वर्क फ्रॉम होम के तहत मूल्यांकनकर्ताओं के घरों तक उत्तर पुस्तिकाओं को भेजने का दावा सरकार ने जरूर किया था, लेकिन इस पर काम ही शुरू नहीं हो सका है। साढ़े 4 सौ मूल्यांकनकर्ताओं तक उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचाना आसान नही है। पिछले साल 2018-19 में जहां 23 मार्च से मूल्यांकन शुरू कर दिया गया था। वहीं 20 अप्रैल तक मूल्यांकन पूरा करने के बाद 9 मई को 12वीं और 10 मई को 10वीं के नतीजों की घोषणा कर दी गई। 

जिला शिक्षा अधिकारी बालाराम घ्रुव ने बताया कि कोरोना वायरस की लॉक डाउन के चलते मूल्यांकन शुरू नही हुए है। उत्तर पुस्तिकाएं यहां पहुंच चुकी हैं, जैसे ही शिक्षा विभाग का आदेश आएगा, मूल्यांकन शुरू किया जाएगा। 
यहां स्त्री रूप में विराजमान होकर हनुमान करते हैं भक्तों की मनोकामना पूरी

यहां स्त्री रूप में विराजमान होकर हनुमान करते हैं भक्तों की मनोकामना पूरी

रतनपुर। देशभर में हनुमानजी के असंख्य मंदिर हैं। कुछ मंदिर अपनी अनोखी प्रतिमाओं के कारण प्रसिद्ध हैं। ऐसा ही एक मंदिर छत्तीसगढ़ के रतनपुर क्षेत्र में है। इस मंदिर में भगवान हनुमान की पूजा स्त्री रूप में की जाती है। मंदिर में स्थापित प्रतिमा स्त्री रूप में है। रतनपुर बिलासपुर से करीब 25 किमी दूर स्थित है। मान्यता है कि ये मूर्ति हजारों साल पुरानी है। इस संबंध में क्षेत्र में एक राजा की कथा प्रचलित है। 
 
प्रचलित कथा के अनुसार पुराने समय में रतनपुर के एक राजा पृथ्वी देवजू थे। राजा हनुमानजी के परम भक्त थे। राजा को कुष्ट रोग हो गया था। इससे राजा निराश हो चुके थे। एक रात हनुमानजी ने राजा को सपने में दर्शन दिए। हनुमानजी ने राजा से मंदिर बनवाने के लिए कहा। जब मंदिर पूरा बन गया तब हनुमानजी फिर से राजा के सपने में आए।

हनुमानजी ने राजा को आदेश दिया कि महामाया कुंड से उनकी प्रतिमा निकालकर मंदिर में स्थापित करे। सुबह उठकर राजा महामाया कुंड पहुंचा, वहां उन्होंने भगवान हनुमान की जो प्रतिमा देखी, वह नारी रूप में थी। राजा ने भगवान के आदेश के अनुसार भगवान हनुमान की उसी स्त्री रूपी प्रतिमा की स्थापना कर दिया। हनुमान की प्रतिमा को स्थापित करने के बाद राजा कुष्ट रोग से मुक्त हो गया था। तभी से यहां हनुमानजी की पूजा स्त्री रूप में की जा रही है। मान्यता है कि यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं लौटता है। हनुमानजी की प्रतिमादक्षिणमुखी है। मूर्ति के बाएं कंधे पर श्रीराम और दाएं कंधे पर लक्ष्मणजी विराजमान हैं। हनुमानजी के पैरों के नीचे दो राक्षस हैं।
गृहमंत्री ने विभिन्न गांवों का दौरा कर लोगों को कोरोना बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया

गृहमंत्री ने विभिन्न गांवों का दौरा कर लोगों को कोरोना बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया

रायपुर। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आज दुर्ग ग्रामीण  विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों का सघन दौरा कर लोगों को कोरोना बीमारी से बचने के लिए जागरूक किया। उन्होंने उतई, पाउवारा, जजंगिरी, अंडा, विनायकपुर, आमटी, निकुम, खाड़ा, आंजोरा गांव के लोगों के बीच जा कर उन्हें बताया कि कोरोना बीमारी पूरे विश्व में महामारी का रूप ले चुका है। इस बीमारी से बचने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा अनेक उपाए किए जा रहे है। साहू ने लोगों को कोरोना बीमारी से सचेत करते हुए कहा कि आप लोग बाहरी व्यक्तियों से मिलने से बचें और ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने घरों पर ही बिताएं। उन्होंने गांवों के प्रमुख जनों से स्वयं तथा ग्रामीणों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने, लगातार साबुन से हाथ धोते रहने, आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर उठने-बैठने तथा बात-चीत करने की सलाह दी। साहू ने गावों में बाहर से आने वाले व्यक्तियों के संबंध में भी पूछ-ताछ की।
अजीत जोगी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, जाने क्या कुछ है खास

अजीत जोगी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, जाने क्या कुछ है खास

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रमुख अजीत जोगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जम्मू-कश्मीर में प्रदेश में रह रहे प्रदेश के मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में सूखा राशन उपलब्ध कराने के लिए निवेदन किया है। 


जोगी ने अपने पत्र के जरिए मोदी को अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ के लगभग 50 हजार से अधिक  मजदूर कई दशकों से जम्मू-कश्मीर में रहते हुए अपनी आजीविका के लिए काम कर रहे है। इनमें ज्यादातर मजदूर अस्थायी रूप से वहां झोपडिय़ां बनाकर रहने भी लगे है। जोगी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते वहां मजदूरों का काम बंद है, जिससे उनके सामने खाने -पीने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने कुछ स्थानों पर भोजन के लिए भंडारा चलवाया गया है पर वह पर्याप्त नहीं है। 

अजित जोगी ने नरेन्द्र मोदी से निवेदन किया है कि छत्तीसगढ़ के उन मजदूरों को चावल, दाल एक साथ उपलब्ध कराया जाए, जिससे वे लॉकडाउन का पालन करते हुए अपना जीवन यापन चला सके। 
 युवती को युवक से फेसबुक पर दोस्ती करना पड़ गया महंगा, शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म

युवती को युवक से फेसबुक पर दोस्ती करना पड़ गया महंगा, शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म

धमतरी| छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के रत्नाबंधा से एक खबर सामने आ रही है जहां एक युवती को फेसबुक पर एक युवक से दोस्ती करना महंगा पड़ गया| खबरों के अनुसार युवक ने फेसबुक के जरिए दोस्ती की। फिर धीरे-धीरे दोनों में मुलाकात बढ़ गई। इसके बाद युवक ने शादी करने का सपना दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। अब थाने पहुंची छात्रा ने मामले की शिकायत पुलिस से की है।

पढ़िए क्या है पूरा मामला-
आपको बता दे की यह मामला छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के रत्नाबंधा का है। पुलिस ने बताया कि भिलाई नगर सेक्टर 5 निवासी एक 23 वर्षीय छात्रा रत्नाबंधा में रहकर पढाई करती थी। पोटियाडीह स्थित उद्यानिकी कॉलेज में बीएससी की पढाई के दौरान फेसबुक में उसकी ईशान किरण साहू (23) से दोस्ती हुई। इसके बाद दोनों में बातचीत मिलना जुलना शुरू हो गया| कुछ दिनों की दोस्ती के बाद के बाद युवक ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। यहीं नहीं उसे अपने घर भानपुरी भी ले जाता था। इस बीच 18 नवंबर से 15 मार्च तक युवक ने उसका कई बार शारीरिक शोषण किया। यहीं नहीं लड़के की मां भी उसे बहू बनाने का झांसा देती थी। लड़की ने जब युवक से शादी का दबाव डाला तो वह मुकर गया। जिसके बाद लड़की ने कोतवाली थाना पहुंचकर इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी ईशान किरण साहू के खिलाफ धारा 376, 294 के तहत जुर्म दर्ज किया। बताया गया कि युवक पीजी कॉलेज का छात्र है। फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
 
अधिक दर पर राशन वितरण करने वाले सेल्समेन के विरूद्ध एफआईआर दर्ज

अधिक दर पर राशन वितरण करने वाले सेल्समेन के विरूद्ध एफआईआर दर्ज

जगदलपुर। जिले के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बस्तर गोकुल रावटे ने बस्तर विकासखण्ड के शासकीय उचित मूल्य दुकान बनियागांव के विक्रेता फरसू ठाकुर द्वारा हितग्राहियों को निर्धारित दर से अधिक की दर पर शक्कर, गुड़, चना आदि वितरण करने पर उनके विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किया है। 

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गोकुल रावटे ने ग्रामीणों की शिकायत पर पूरे मामले की जांच के उपरांत शिकायत सही पाये जाने पर शासकीय उचित मूल्य दुकान के विक्रेता फरसू ठाकुर के विरूद्ध आवश्यकता वस्तु अधिनियम के तहत थाना भानपुरी में अपराध पंजीबद्ध किया है। उन्होंने राशन दुकान की संचालन की जिम्मेदारी मां हिंग्लाजिन महिला स्व-सहायता समूह खोरखोसा को सौंपने के आदेश भी जारी किए हैं।
सागौन की बल्लियां तस्करी करते जनपद सदस्य के ट्रैक्टर सहित 1 पकड़ाया

सागौन की बल्लियां तस्करी करते जनपद सदस्य के ट्रैक्टर सहित 1 पकड़ाया

कांकेर। जिले के वन परिक्षेत्र कापसी अन्तर्गत खैरकट्टा के इरिकबुट्टा जंगल से सागौन की 37 नग बल्लियां तस्करी करते आरोपी सुकलु पोटाई उम्र 30 वर्ष निवासी हांनफर्शी पर वन अपराध पंजीबद्ध करते हुए ट्रैक्टर को जब्त किया गया है। 


प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर को गश्ती दल ने खैरकट्टा के इरिकबुट्टा जंगल से सागौन की 37 नग बल्लियां परिवहन करते एक आरोपी सुकलु पोटाई उम्र को ट्रैक्टर सहित रंगे हाथ पकड़ा है। वही ट्रैक्टर को जब्त कर कापसी डिपो में रखा गया है। ट्रैक्टर मालिक जनपद सदस्य सोहन हिचामी निवासी इरिकबुट्टा का होना बतलाया जा रहा है। इस कार्रवाही में वन विभाग के गस्ती टीम में डिप्टी रेंजर भरत सलाम, डिप्टी रेंजर डी डी ताराम, डिप्टी रेंजर कुंज बिहारी पोया, वनरक्षक रूपेश मरकाम, चेतन कोडोपी , परदेशी कोरेटी, मुकेश ओरसा का योगदान रहा है।

कापसी वन परिक्षेत्र अधिकारी दिनेश तिवारी ने बताया कि आरोपी सुकलु पोटाई कापसी परिक्षेत्र के खैरकट्टा के इरिकबुट्टा जंगल से अवैध रुप से सागौन पेड़ों की कटाई कर उसे ट्रेक्टर से परिवहन करते जब्त 37 नग सागौन की बल्लियां वन संपदा की अनुमानित कीमत 02 लाख रुपये आंकी जा रही है, के साथ पकड़ा गया है।
कोरोना संक्रमण: राज्य के विभिन्न जेलों से अब तक 1478 बंदी रिहा

कोरोना संक्रमण: राज्य के विभिन्न जेलों से अब तक 1478 बंदी रिहा

रायपुर। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच राज्य के विभिन्न जेलों से बंदियों को रिहा किए जाने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में सजा पूरी करने, पैरोल और अंतरिम जमानत पर अब तक 1 हजार  478 बंदियों को रिहा किया गया है। 


सूत्रों ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम और संक्रमण से बचाव हेतु किए जा रहे उपायों के बीच राज्य के विभिन्न जिलों में सजा काट रहे कैदियों को भी कुछ शर्तों के आधार पर छोड़ा जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जेलों से अब तक 1 हजार 478 बंदियों को रिहा किया गया है। इसमें से 427 कैदियों को तीन माह से कम अवधि की अंतरिम जमानत पर छोड़ा गया है। इसी तरह 742 बंदियों को तीन माह से अधिक की अंतरिम जमानत पर, 262 बंदियों को पैरोल पर और 46 कैदियों को सजा पूरी करने पर विभिन्न जेलों से छोड़ा गया है। ज्ञात हो कि कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु जिलों में बंद कैदियों को भी कुछ शर्तों के आधार पर  छोड़ा जा रहा है। जेलों में कोरोना वायरस न फैले इसके लिए पहले से ही बंदियों के परिजनों के जेलों में प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है। इसके अलावा न्यायालयों ने भी पेशी की तिथियों को आगे बढ़ा दिया है। संक्रमण से बचाव के लिए जेलों में बंदियों की संख्या कम करने का भी निर्णय लिया गया था। जिसके तहत विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को अब कुछ शर्तों के आधार पर रिहा किया जा रहा है। 
लॉक डाउन के दौरान रेलवे के द्वारा पार्सल ट्रेनों के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की सुविधा

लॉक डाउन के दौरान रेलवे के द्वारा पार्सल ट्रेनों के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं के परिवहन की सुविधा

रायपुर। कोविड-19 (कोरोना वायरस) के संक्रमण को रोकने के मद्देनजर लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्य सामग्री, दवाएं, चिकित्सा आपूर्ति, चिकित्सा उपकरण, खाद्य तेल, आदि आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु रेलवे प्रशासन द्वारा पार्सल गाडियां चलाई जा रही है। इसी कडी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा 04 विशेष पार्सल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। जिसका विस्तृत विवरण इस प्रकार है:-

00875/ 00876 दुर्ग - छपरा – दुर्ग पार्सल एक्सप्रेस का ठहराव रायपुर, उसलापुर, पेंड्रा रोड, अनूपपुर, शहडोल, कटनी, सतना, प्रयागराज, मीरपुर, वाराणसी  दिया गया है। एक किवंटल पार्सल की बुकिंग के लिए अनुमानित दर दुर्ग-छपरा के लिए  317 / - रु होगी ।

00873/ 00874 दुर्ग - अंबिकापुर - दुर्ग पार्सल एक्सप्रेस का ठहराव रायपुर, उसलापुर, पेंड्रा रोड, अनूपपुर, बिजुरी, बैकुंठपुर रोड दिया गया है। एक किवंटल पार्सल की बुकिंग के लिए अनुमानित दर  दुर्ग- अंबिकापुर के लिए 158 रूपये होगी ।

00871/ 00872 दुर्ग - कोरबा - दुर्ग पार्सल एक्सप्रेस का ठहराव रायपुर, तिल्दा, भाटापारा, बिलासपुर, चंपा दिया गया है, एक किवंटल पार्सल की बुकिंग के लिए अनुमानित दर दुर्ग-कोरबा के लिए  101 /  रूपये होगी।

00881/ 00882 इतवारी - टाटा - इतवारी पार्सल एक्सप्रेस का ठहराव गोंदिया, राजनांदगाँव, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, चम्पा, रायगढ़, झारसुगुड़ा, राउरकेला, चक्रधरपुर दिया गया है, एक किवंटल पार्सल की बुकिंग के लिए अनुमानित दर दुर्ग-टाटा के  लिए  191/ - रूपये होगी।

इसके अलावा कल्याण सें शंकराइल(हावड़ा के पास) भी पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनें चलेंगी। यह पार्सल ट्रेन
दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, राउरकेला, टाटा, संकराइल में ठहराव के साथ चलेंगी। प्रति किवंटल पार्सल की बुकिंग के लिए अनुमानित दर  दुर्ग से संकराइल (हावड़ा के पास) और चंगसारी तक के लिए क्रमश: 260 / - और 473 / - रूपए होगी। यह पार्सल ट्रेन मुंबई से शालीमार और वापस भी चलेगी।

इच्छुक पक्ष पार्सल की बुकिंग के लिए मुख्य पार्सल सुपरवाइजर रायपुर (मोबइल नंबर 9752877967) और दुर्ग (मोबइल नंबर 9109112682) से संपर्क कर सकते हैं।
मध्यान्ह भोजन के सूखा राशन वितरण में अनियमितता: पांच स्कूलों के प्रभारी प्रधान पाठक निलंबित

मध्यान्ह भोजन के सूखा राशन वितरण में अनियमितता: पांच स्कूलों के प्रभारी प्रधान पाठक निलंबित

रायपुर। कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव हेतु शासन द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन में सूखा चावल एवं दाल प्रदाय किए जाने के निर्देश दिए थे। स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के सूखा राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पांच स्कूलों के प्रभारी प्रधान पाठकों को निलंबित कर दिया गया है। इनमें दो प्रभारी प्रधान पाठक बेमेतरा जिले के और तीन प्रभारी प्रधान पाठक राजनांदगांव जिले के हैं। 

 

राजनांदगांव जिले में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बोरतलाव विकासखण्ड डोंगरगढ़ के प्रभारी प्रधान पाठक  अवधेश कुमार कंकरायणे को निर्धारित मात्रा से कम मात्रा में सूखा राशन वितरण की शिकायत की जांच विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के प्रतिवेदन के आधार पर शिकायत सही पाये जाने की पुष्टि होने पर कलेक्टर द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय खैरागढ़ निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार शासकीय प्राथमिक शाला सिंगारघाट विकासखण्ड खैरागढ़ की प्रभारी प्रधान पाठक सुलोचना रामटेके को विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी खैरागढ़ के प्रतिवेदन के आधार पर और शासकीय प्राथमिक शाला बोरतालाब विकासखण्ड डोंगरगढ़ के प्रभारी प्रधान पाठक  मनीष कुमार बडोले को विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी डोंगरगढ़ से प्राप्त प्रतिवेदन में सूखा राशन की कम मात्रा की शिकायत की पुष्टि होने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित किया गया है। इन दोनों का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय डोंगरगढ़ निर्धारित किया गया है। 

इसी प्रकार बेमेतरा जिले में शासकीय प्राथमिक शाला बंधी के प्रभारी प्रधान पाठक  देवलाल मंडावी द्वारा राहर दाल के बदले तिवरा दाल वितरण की शिकायत सही पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित कर उनका मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बेमेतरा निर्धारित किया गया है। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खण्डसरा के प्रभारी प्रधान पाठक हरनारायण रात्रे द्वारा 6 किलोग्राम चावल और 1.2 किलोग्राम दाल के स्थान पर 100 ग्राम चावल और दाल का कम वितरण की अनियमितता पाए जाने पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा निलंबित कर इनका मुख्यालय भी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बेमेतरा निर्धारित किया गया है।
परिस्थितियों के आधार पर होगा लॉकडाउन पर निर्णय: भूपेश बघेल

परिस्थितियों के आधार पर होगा लॉकडाउन पर निर्णय: भूपेश बघेल

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया की उपस्थिथिति में प्रदेश कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक मंगलवार को वीडियो कांफ्रेन्सिंग से हुई। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस से बचाव के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से उठए गए कदमों, निर्णयों की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी से बचाव में छत्तीसगढ़ की बेहतर स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से आज इस महामारी से निपटने में कामयाब हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि खतरा अभी टला नहीं है, सतर्कता और  सोशल डिस्टेंसिग बरकरार रखना है। गांव में भी यही संदेश देना है। खेतों में काम जरुरी है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिग के साथ। उन्होंने कहा कि आगे लॉक डाउन के संबंध में निर्णय सभी से विचार विमर्श कर परिस्थितयों के आधार पर होगा।उन्होंने विधायकों और जिलाध्यक्षों से उनके क्षेत्रों में आ रही परेशानियों की जानकारी ली और उसके निराकरण के आदेश भी दिए। 


बैठक में प्रभारी पीएल पुनिया ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की ओर से लिए निर्णयों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की तारीफ पूरे देश में हो रही है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की भी तारीफ की कि उन्होंने बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए अच्छे इंतजाम किए। उन्होंने एआईसीसी के निर्देश पर गठित व्हाट्सएप ग्रुप का जिक्र किया। मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, राजेश तिवारी की भी प्रशंसा की। उन्होंने सीजी फाइट अगेन कोरोना ग्रुप के गठन के लिए शैलेश नितिन त्रिवेदी ,जयवर्धन बिस्सा,बेहतर समन्यवय के लिए गिरीश देवांगन, चंद्रशेखर शुक्ला की भी तारीफ की|

पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सरकार और मुख्यमंत्री की ओर से उठाए गए कदमों की तारीफ की। उन्होंने सभी जिला अध्यक्षों और पदाधिकारियों से राहत और बचाव कार्य में प्रशासन का पूरा सहयोग देने के निर्देश दिए। साथ ही किसी भी जरुरतमंद के लिए 24 घंटे खड़े रहने का निर्देश दिया।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस बात पर जोर दिया कि खतरा अभी टला नहीं है। इलाज के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। लॉक डाउन को और बढ़ाना चाहिए, दूरस्थ क्षेत्रों या जहां संक्रमण फैलने की संभावना कम हो, वहां पर इसमे छूट दी जा सकती है। बैठकमें सभी मंत्रियों ने अपने विभाग से संबंधित कोरोना बचाव के कार्यों की जानकारी दी। नगरी निकाय मंत्री शिव डहरिया ने बताया कि हर निगम क्षेत्रों में महापौरों और पार्षदों के निधि का ट्रांसफर किया जा चुका है। पार्षद चाहे तो इस निधि का उपयोग लोगों को राशन सामग्री, चावल के अतिरिक्त, तेल मसाला, आटा आदि दिलाने में भी उपयोग कर सकते हैं। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने राशन दुकानों और पंचायतों में खाद की उपलब्धता की जानकारी दी। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में 1957 राहत कैम्प चलाये जा रहे हंै। प्रदेश की सभी सीमाओं पर कैम्प चल रहे हैं, जिसमें 12000 से अधिक लोग भोजन कर रहे हंै।  मंत्री अनिला भेडिय़ा ने बताया कि 11 लाख हितग्राहियों को 3 माह का पेंशन एकमुश्त देने की व्यवस्था की जा रही है। मीटिंग में विभिन्न विधायकों-जिलाध्यक्षों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में जानकारी और सुझाव दिया। राजनांदगांव शहर अध्यक्ष ने राशन के साथ गैस के इंतजाम की बात कही। बिलासपुर जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने दूध स्टाल बढ़ाने की मांग रखी, जिसका कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने तत्काल आदेश दिया। जांजगीर अध्यक्ष चौलेश्वर चंद्राकर ने राज्य के बाहर गए मजदूरों कि समस्या उठाई। कवर्धा अध्यक्ष नीलू चंद्रवंशी ने किसान क्रेडिट कार्ड का मुद्दा उठाया विधायको ने अपने अपने क्षेत्र की बातें रखी।
बैठक में एआईसीसी के महामंत्री केसी वेणुगोपाल, प्रभारी सचिव चंदन यादव,प्रदेश सरकार के मंत्री ताम्रध्वज साहू रविन्द्र चौबे, मो.अकबर,शिव डहरिया कवासी लखमा,अमरजीत भगत, डॉ. प्रेम साय सिंह ,रुद्र गुरु,उमेश पटेल,अनिलाभेडिय़ा कांग्रेस के सांसद ज्योत्सना महंत, दीपक बैज, छाया वर्मा सहित सभी विधायक, जिला कांग्रेस अध्यक्ष, महापौर और पीसीसी पदाधिकारी मीटिंग में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने ‘डोनेशन ऑन व्हील्स अभियान‘ का किया शुभारंभ :अभियान में दानदाताओं के सहयोग से जरूरतमंद परिवारों तक  पहुंचायी जाएगी राशन सामग्री

मुख्यमंत्री ने ‘डोनेशन ऑन व्हील्स अभियान‘ का किया शुभारंभ :अभियान में दानदाताओं के सहयोग से जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचायी जाएगी राशन सामग्री

कोरोना की रोकथाम के लिए लागू लॉक डाउन की वजह से दैनिक रोजी-मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले परिवारों को राहत पहुंचाने रायपुर जिला प्रशासन द्वारा राशन सामग्री प्रदान की जा रही है। जरूरतमंदों की सहायता के इच्छुक दानदाता राशन सामग्री का पैकेट तैयार कर उसे जिला प्रशासन को उपलब्ध करा सकते हैं। जिला प्रशासन द्वारा लोगों से राशन सामग्री के पैकेट एकत्र करने के लिए डोनेशन ऑन व्हील्स अभियान प्रारंभ किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास परिसर से इस अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्वयं जरूरतमंदों की सहायता के लिए राशन सामग्री के 500 पैकेट और 11 हजार रूपए की सहायता राशि जिला प्रशासन को सौंपी।

मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा की गई इस पहल की सराहना की। रायपुर कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आरिफ शेख, जिला पंचायत रायपुर के सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह इस अवसर पर उपस्थित थे।
“डोनेशन ऑन व्हील्स” अभियान के तहत विभिन्न कालोनियों, व्यावसायिक परिसरों में जिला प्रशासन का विशेष वाहन पहुंचकर लोगों से राशन पैकेट संकलित करेगा। दानदाता 5 किलोग्राम चावल, 2 किलोग्राम आटा, आधा किलोग्राम दाल, आधा किलोग्राम नमक व एक नग साबुन शामिल कर राशन पैकेट तैयार कर सकते हैं। सहयोग की इच्छुक संस्थाएं, व्यवसायिक परिसर व कॉलोनियों के निवासी आदि इस सुविधा का लाभ उठाने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौरव कुमार सिंह के दूरभाष क्रमांक- 9669577888 या रायपुर स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक (जनसपंर्क) श्री आशीष मिश्रा के दूरभाष क्रमांक- 9685792100 पर संपर्क कर वाहन के पहुंचने के दिनांक व समय की जानकारी प्राप्त कर सकते है। जिला प्रशासन द्वारा इस अभियान के तहत छह वाहन शहर में चलाए जाएंगे।
 

 

BIG NEWS:राज्य में अब इतने तारीख तक बंद रहेंगी शराब दुकानें,आबकारी विभाग ने जारी किया आदेश,पढ़े पूरी खबर

BIG NEWS:राज्य में अब इतने तारीख तक बंद रहेंगी शराब दुकानें,आबकारी विभाग ने जारी किया आदेश,पढ़े पूरी खबर

रायपुर,प्रदेश में अब शराब की दुकानें भी 14 अप्रैल तक बंद रहेंगी, इस पर आबकारी विभाग ने मुहर लगा दी है और बंदिश का फरमान भी जारी कर दिया है। पूर्व आदेश के मुताबिक 7 अप्रैल तक शराब दुकानों को बंद किया गया था, जिसके तहत कल 8 अप्रैल से शराब दुकानें खुलनी थी, लेकिन हालात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने इसे आगे बढ़ाने का फैसला ले लिया है।
इससे पहले 31 मार्च को शराब दुकानों के खुलने का इंतजार मदिरा प्रेमियों के द्वारा किया जा रहा था, लेकिन राज्य सरकार ने इसे आगे बढ़ाकर 7 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय लिया, इसके बाद आज एक बार फिर आगामी 7 दिनों के लिए इस बंदिश को कायम रखने का आदेश जारी किया गया है


 

मेकाहारा में आने वाले शिशु रोगियों का अब होगा एकता अस्पताल में इलाज, शासन ने किया इसका अधिग्रहण

मेकाहारा में आने वाले शिशु रोगियों का अब होगा एकता अस्पताल में इलाज, शासन ने किया इसका अधिग्रहण

रायपुर। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। कोरोना के मरीजों के ईलाज के लिए अस्पताल और होटल्स का अधिग्रहण किया जा रहा है। इसी कड़ी में बच्चों के इलाज के लिए एक निजी अस्पताल को सरकार ने अधिगृहित कर लिया है। प्रशासन ने एकता अस्पताल को अधिग्रहित कर लिया है। वहीं मेकाहारा अस्पताल को (कोविड-19) अस्पताल बनाया गया है। आज से मेकाहारा में नए मरीजों को भर्ती नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि- 'कोरोना से जंग में यह निर्णय लिया गया है, मेकाहारा में आने वाले अलग-अलग रोगों के मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है। जिला अस्पताल में महिलाओं का इलाज किया जाएगा। वहीं बच्चों के इलाज के लिए एकता अस्पताल को चुना गया है।' 

लॉक डाउन के समय गरीबो को राशन बाटने परोपकार फाउंडेशन की गाड़ी को बृजमोहन ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

लॉक डाउन के समय गरीबो को राशन बाटने परोपकार फाउंडेशन की गाड़ी को बृजमोहन ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

रायपुर,पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने परोपकार फाउंडेशन की राशन गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
फाउंडेशन द्वारा कोरोना संकट के चलते हुए लॉक डाउन से प्रभावित गरीब परिवारों को राशन प्रदान किया जा रहा है।
इस अवसर पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि परोपकार फाउंडेशन हमेशा ही समाज की सेवा में तत्पर रहता है ।संकट की घड़ी में जरूरतमंदों को मदद करना प्रेरणादायक है।
इस अवसर पर फाउंडेशन के आशीष अग्रवाल, विवेक खेतान,अजय अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
 

मुख्यमंत्री ने लाकडाउन के दौरान बच्चों की घर बैठे पढ़ाई के लिए ऑनलाईन पोर्टल ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने लाकडाउन के दौरान बच्चों की घर बैठे पढ़ाई के लिए ऑनलाईन पोर्टल ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्कूली बच्चों को घर पर ही रहकर पढ़ने के लिए देश के सबसे बड़े ऑनलाईन पोर्टल में से एक ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर‘‘ का आज अपने निवास कार्यालय में शुभारंभ किया। इस पोर्टल के जरिए लाखों छात्र बिना किसी शुल्क के ऑनलाईन पढ़ाई कर सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि लाॅकडाउन के साथ ही आने वाले समय में बच्चों की निरंतर पढ़ाई में यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित होगा। मुख्यमंत्री ने ऑनलाईन पोर्टल का शुभारंभ करते हुए तिल्दा (जिला-रायपुर) की शाला की कक्षा आठवीं की स्कूली छात्रा दामिनी और दुर्ग जिले के पाटन विकासखण्ड की सेलूद प्राथमिक शाला के शिक्षक श्री मिलिंद से आॅनलाईन बातचीत भी की और इस पोर्टल के लिए स्कूल शिक्षा विभाग की टीम को बधाई दी। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डाॅ. आलोक शुक्ला, संचालक लोक शिक्षण संस्थान श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने ऑनलाईन बातचीत में छात्रा दामिनी से पूछा कि कोरोना आपदा के कारण स्कूल बंद हैं ऐसे में डिजिटल प्लेटफार्म पर आॅनलाईन पढ़ाई करने में कैसा लग रहा है। छात्रा ने कहा कि यह एक अच्छी सुविधा है। हमारे समय का उपयोग हो। इस सुविधा को उपलब्ध कराने के लिए दामिनी ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने दामिनी से कहा कि इस प्लेटफार्म में अपने और दोस्तों को भी जोड़ें। सेलूद के शिक्षक श्री मिलिंद ने भी इस सुविधा के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस सुविधा में बच्चे टेक्नोलाॅजी का सही उपयोग कर पढ़ाई कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि अब कोई भी शिक्षक किसी एक स्कूल का ही नही पूरे छत्तीसगढ़ के बच्चों का शिक्षक होगा।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिये किए गए लाॅकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। इस कारण यह आवश्यक हो गया है कि घरों में रहकर ही बच्चों को पढ़ने-लिखने और सीखने का अवसर प्रदान किया जाये, इसके तहत छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों के हित में पढ़ई तुंहर दुआर ई-प्लेटफार्म की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे अब छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई ई-प्रक्रिया के तहत सीखना जारी रख सकेंगे और आगे की पढ़ाई के लिये पूरी तरह से तैयार रहेंगे। इस ई-लर्निंग प्लेटफार्म में आॅनलाईन इंटरएक्टिव कक्षाओं के जरिए शिक्षक और बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। देश में अपने तरह का यह पहला बड़ा ऑनलाईन एजुकेशन प्लेटफार्म होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के छात्रों सहित हिन्दी भाषी राज्यों के छात्रों के लिए भी बहुत ही लाभदायक होगा। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस पोर्टल को कल ही ट्रायल के लिए खोला गया था और ट्रायल के पहले ही दिन चालीस हजार से अधिक लोगों ने इस पोर्टल को विजिट किया। पहले ही दिन इसमें सैकड़ों शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने अपना पंजीयन करा लिया है और 150 से अधिक वीडियो तथा अन्य पाठ्य सामग्रियों अपलोड भी किया जा चुका है। इस पोर्टल में ऑनलाईन कक्षाएं भी होंगी, जिसका लाभ बिना किसी फीस के छात्र उठा सकेंगे। सिर्फ मोबाइल की मदद से छात्रों को पंजीयन करना होगा। इस पोर्टल में होमवर्क तथा होमवर्क को ऑनलाईन जांचने की सुविधा भी है।
छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने एन.आई.सी. की सहायता से ऑनलाईन पढ़ाई के लिये एक पोर्टल तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज इसका शुभारंभ किया है। स्कूल शिक्षा विभाग की वेबसाइट cgschool.in (सीजीस्कूलडाटइन) पर कक्ष एक से 10 तक विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई के संसाधनों को इसमें उपलब्ध कराया गया है। आगे और इसका विस्तार किया जा रहा है, जिसके तहत शीघ्र ही कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को यह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस पोर्टल को लाॅन्च करने का उद्देश्य केवल पाठ्य उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि सभी बच्चों को पढ़ाई के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं ऑनलाईन उपलब्ध कराना है। जैसे विद्यार्थियों को स्कूल की कक्षा में पढ़ाई के समय जो शिक्षा सुविधा उपलब्ध रहती है। ऑनलाईन शिक्षा सुविधा के तहत छात्रों को इस पोर्टल में पाठ्य सामग्री के रूप में पीडीएफ फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो लेसन आदि उपलब्ध है, इसके साथ अन्य बहुत सी सुविधाएं भी इसमें उपलब्ध करायी गई है। जो साधारणतयः केवल समक्ष कक्षा में ही मिलती है।
ऑनलाईन शिक्षा के तहत पोर्टल पर जूम ऐप के माध्यम से आँनलाईन इंटरएक्टिव कक्षाएं आयोजित भी की जाएगी, जिनमें शिक्षक एवं बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ सकेंगे। इन ऑनलाइन कक्षाओं में शिक्षक बच्चों को पढ़ाएंगे और बच्चे प्रश्न भी पूछ सकेंगे। इस प्रकार ऑनलाईन क्लास का अनुभव कक्षा जैसा ही होगा। बच्चे अपनी शंकाओं का समाधान भी ऑनलाईन कर सकेंगे। इससे बच्चे को कठिन अवधारणाएं समझने में सहायता मिलेगी और शिक्षकों से शंका समाधान के द्वारा बच्चों में बेहतर समझ विकसित हो सकेगी।
इस प्लेटफार्म के जरिए बच्चों को ऑनलाईन होम वर्क भी दिया जाएगा। उसे वे घर पर ही अपनी काॅपी में हल करेंगे और अपने मोबाइल से फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर देंगे। इसके बाद संबंधित शिक्षक उसे ऑनलाईन जांच कर वापस विद्यार्थियों को भेज देंगे। इस प्रकार विद्यार्थी घर बैठे ही अपनी कमजोरियों को समझ कर उन्हें दूर कर सकेंगे। लाॅकडाउन समाप्त होने के बाद भी इस पोर्टल का उपयोग लगातार होता रहेगा। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं विषय शिक्षकों की कमी वाली शालाओं के लिए भी यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी होगा।
इस पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे विभाग ने बिना किसी बाहरी मदद के स्वयं तैयार किया है। इसकी प्रोग्रामिंग विभाग के प्रमुख सचिव डा. आलोक शुक्ला ने एनआईसी के प्रोग्रामरों के साथ मिलकर की है। इस प्रकार विभाग ने यह साफ्टवेयर बिना कोई धन राशि व्यय किए निःशुल्क तैयार किया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने आशा व्यक्त की है कि इस पोर्टल से बड़ी संख्या में विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।

 

 

आइसोलेशन में घर मे रहना छोड़ सड़क पर बखेड़ा करती रही बंगलादेशी महिला,पुलिस ने समझाकर वापस भेजा

आइसोलेशन में घर मे रहना छोड़ सड़क पर बखेड़ा करती रही बंगलादेशी महिला,पुलिस ने समझाकर वापस भेजा

रायगढ़, शहर में बांग्लादेश से आई एक महिला को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने होम आइसोलेशन में रहने के लिए कहा है लेकिन वह घर से बाहर घूम रही थी। जब आस-पास के लोगों ने उस पर आपत्ति की तो महिला ने बखेड़ा खड़ा कर दिया। जिसके बाद वहां खड़े लोग भी उससे उलझ पड़े। इतना ही नहीं मौके पर पहुंची पुलिस से भी महिला उलझ पड़ी। जैसे—तैसे पुलिस अधिकारियों की समझाइश पर महिला घर के भीतर जाने के लिए राजी हुई। बता दे कि चक्रधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रिहायशी इलाके में बैंक कालोनी के समीप बंगालीपारा मोहल्ले में बांग्लादेश से आई एक महिला को 14 दिनों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने होम आईसोलेट किया था, लेकिन उक्त महिला निरंतर कलकत्ता की रहने वाली अपनी परिचित युवती के साथ मोहल्ले में बेख़ौफ होकर घूम रही थी। ऐसे में इसकी शिकायत मोहल्लेवासियों ने पुलिस को की। हालांकि पुलिस ने महिला के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं किया है।

 

मदिरा प्रेमियों को अभी और करना होगा इंतजार, प्रदेश के मनोचिकित्सालयों में बढ़ रही है भीड़

मदिरा प्रेमियों को अभी और करना होगा इंतजार, प्रदेश के मनोचिकित्सालयों में बढ़ रही है भीड़

रायपुर। जैसे ही कोविड-19 के दुष्प्रभाव से चीन के वुहान शहर तबाह हुआ। उसका असर समीपवर्ती देशों इटली, ईरान, अमेरिका समेत भारत पर भी पड़ा है। इससे बचाव हेतु भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इसका असर सबसे अधिक शराब प्रेमियों पर पड़ा है। लॉकडाउन के समय को कुछ लोग काट नहीं पा रहे है। घरेलू ङ्क्षहसा बढ़ रही है। जानकारी तो यहां तक आ रही है कि कुछ लोग मनोचिकित्सक के दरवाजे खटखटाने लगे है। मनोचिकित्सक का मानना है, कि एकाएक शराब छोडऩे का दुष्प्रभाव शरीर पर पड़ता है किंतु इसे दवाईयों से एकाएक रोका नहीं जा सकता। कालान्तर में इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। लॉकडाउन की समाप्ति के बाद भी शराब की दूकानें खुलेगी, इसमें संशय है। कुल मिलाकर शराब प्रेमियों को अभी मदिरा दुकाने खुलने का इंतजार करना होगा। भारत सरकारर ने कोविड-19 वायरस के चलते 21 दिन के लॉकडाउन का असर वैसे तो सभी वर्ग पर पड़ा है। चाहे मिस्त्री हो, घरेलू कामकाजी महिला, इलेक्ट्रानिक्स, किराने की दुकान, पेट्रोल पंप आपॅरेटर, साइकिल स्टोर्स, रेस्टोरेंट, होटल आदि किंतु सबसे अधिक असर मद्यप्रेमियों पर पड़ा है। अभी हाल ही में 72 घंटे पहले जानकारी मिली कि बेचैनी, छटपटाहट और शराब की तलब से सराबोर दो शराब प्रेमियों ने शराब की लत को बुझाने में स्पिरीट का सेवन कर लिया और अपनी ईहलीला समाप्त कर डाली। राजधानी रायपुर के बांस टाल इलाके के निवासी दो सफाई कामगारों ने शराब की तलब बुझाने विकल्प के रुप में आम तौर पर जनसुलभ स्पिरीट का सेवन कर लिया। कुछ घंटो बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास होने लगा कि शराब का विकल्प स्पिरीट को चुनकर बड़ी गलती कर दी। अंतत: दो सफाई कामगारों को डॉक्टर भी नहीं बचा पाए। शराब के विकल्प के रुप में घर पर तैयार देशी शराब, महुआ एवं अन्य सुलभ साधनों से तैयार जैसे माड़ी आदि पीकर शराब की कमी दूर करने की चेष्टा प्राय: हर शराबप्रेमी करने लगे है। राजधानी रायपुर के समीपवर्ती औद्यौगिक क्षेत्र उरला, औद्योगिक तीर्थ भिलाई, सीमेंट कारखानों का गढ़ बन चुका बलौदाबाजार, प्रदेश में सबसे प्रदूषित औद्योगिक क्षेत्रों में शुमार कोरबा, कुसमुण्डा, गेवरा, जांजगीर-चांपा क्षेत्र के कामगार अपनी गले की सफाई इन दिनों गुड़ और पानी से ही करने लगे है। इन दिनों लॉकडाउन के कारण मदिरा की दूकानें बन्द है। जिसका खामियाजा आम मद्यप्रेमियों को भुगतना पड़ रहा है। अपुष्ट सरकारी सूत्रों से पता चला है कि अगर 14 अपै्रल को लॉकडाउन समाप्त भी हो जाए तो भी मदिरा की दूकानें खुलने की घोषणा की जाएगी अथवा खुलेगी, इसकी संभावनाएं कम है। बताया जाता है कि शराब पीने के शौकिन प्रेमियों को अभी और इंतजार करना होगा। कुछ सूत्रों का मानना है, कि स्पिरीट पीकर अपनी जान गवां देने वाली घटनाओं के मद्देनजर मदिरा दुकानें खोली भी जा सकती है। अन्यथा इंतजार ही करना होगा। और इंतजार का फल मीठा ही होता है। बहरहाल केन्द्र सरकार के लॉकडाउन के आह्वान का छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की ओरर पूरी तरह मनोयोग से पालन किया गया है। सभी कोविड-19 प्रभावित मरीज एम्स से स्वस्थ होकर अपने होम चरंटीन में रहने लगे है। कोरोना के कारण आम जनमानस के खतरे को कम करने छत्तीसगढ़ का सरकारी तंत्र कामयाब रहा है, जिसके कारण ही कोरोना संदिग्धों की संख्या को बढऩे नहीं दे रहा है, आगामी दिनों में कोरोना की जंग में छत्तीसगढ़वासी जीत हासिल कर लेगें इसमें कोई संदेह नहीं है। 
भाजपा विधायक एवं नेताओं ने स्थापना दिवस पर लॉकडाउन का किया उल्लंघन, मामला दर्ज

भाजपा विधायक एवं नेताओं ने स्थापना दिवस पर लॉकडाउन का किया उल्लंघन, मामला दर्ज

रायपुर। कोरोना वायरस के चलते इन दिनों संपूर्ण प्रदेश में लॉकडाउन के साथ ही धारा 144 लागू है। उक्त स्थितियों को मद्देनजर भाजपा के पूर्व विधायक लाभचंद बाफना समेत कुछ भाजपा नेताओं ने पार्टी का स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस मनाने का वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस नेता ने अनिल श्रीवास्तव ने नंदनी थाने में पूर्व विधायक अहिवारा बाफना के खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन एवं लॉकडाउन तोडऩे का मामला दर्ज करवाया है। ज्ञातव्य है कि 6 अप्रैल को ही भाजपा का स्थापना दिवस के अवसर पर 40 वां वर्ष मनाने के लिए एकत्र भीड़ ने  लॉकडाउन का उल्लंघन कर नियमविरुद्ध कार्य किया था। कार्यकर्ता एवं पूर्व विधायक नारेबाजी के बीच स्थापना दिवस पर आयोजित हुए कार्यक्रम में शामिल हुए जिस पर कांग्रेस नेता श्रीवास्तव ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए नंदनी थाने से मामले में कार्रवाई करने की लिखित में शिकायत दर्ज करवाई थी जिस पर संज्ञान लेते हुए नंदनी थाने ने पूर्व विधायक एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ विधिवत धारा 144 का उल्लंघन एवं लॉकडाउन तोडऩे के मामले की रिपोर्ट दर्ज की। 

एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या, 6 लोगों ने घेरकर किया हमला, जाने क्या है यह पूरा मामला

एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या, 6 लोगों ने घेरकर किया हमला, जाने क्या है यह पूरा मामला

बिलासपुर। मस्तूरी क्षेत्र के पचपेड़ी बीती रात एक व्यक्ति को 6 लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला, घटना की वजह आपसी विवाद बताया जा रहा है, मौके पर पहुंची पचपेड़ी पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम पचपेड़ी में रहने वाले 42 वर्षीय रामखिलावन मधुकर की गांव के ही 6 लोगों ने मिलकर हत्या कर दी, आपसी विवाद के चलते सभी आरोपियों ने एक राय होकर रामखिलावन को घेर लिया, और लाठी-डण्डे से मृतक की सिर पर कईं वार किये, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पचपेड़ी पुलिस घटनास्थल पहुंची, और पंचनामा कार्रवाई के बाद मृतक की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पचपेड़ी पुलिस सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
मुख्यमंत्री ने विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जेलों के अधिकारियों से  की बातचीत, जानिए क्या कुछ है खास

मुख्यमंत्री ने विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रदेश के सभी जेलों के अधिकारियों से की बातचीत, जानिए क्या कुछ है खास

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सवेरे यहां अपने निवास कार्यालय से राजधानी रायपुर की केंद्रीय जेल सहित प्रदेश की 5 केंद्रीय जेल, जिला और उप जेलों के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की और वहां कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और बचाव के उपायों की जानकारी लेते हुए उन्हें आवश्यक निर्देश दिए।

बघेल ने जेल में सोशल डिस्टेनसिंग, साफ-सफाई, मास्क के उपयोग, बार-बार हाथ धोने जैसी सावधानियों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। बघेल ने इस दौरान जेलों के कैदियों से भी बातचीत की। इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी शामिल हुए।
14 अपै्रल के बाद लॉकडाउन समाप्त होगा या नहीं: जनता के बीच तरह-तरह की अटकलें शुरू

14 अपै्रल के बाद लॉकडाउन समाप्त होगा या नहीं: जनता के बीच तरह-तरह की अटकलें शुरू

रायपुर। देश में छाए कोरोना संकट से निपटने केन्द्र सरकार द्वारा देश भर में 21 दिनों के लिए जारी लॉक डाउन के आज दो सप्ताह पूरा हो रहा है। प्रधानमंत्री के आव्हान पर देश में लागू लॉकडाउन को लेकर अब आमजनमानस के मन में उकताहट भी देखने को मिल रही है। आमजनता के मन में भी यही है कि क्या 14 अपै्रल से लॉकडाउन समाप्त होगा अथवा नहीं। 


लॉकडाउन के 14 अपै्रल को समाप्त होने अथवा नहीं होने को लेकर अब तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं है। लॉकडाउन समाप्त होने को लेकर लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई। कुछ लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर देशभर की जनता ने जनता कफ्र्य़ू का पूरे मन से पालन किया था। इसके बाद देशभर में 21 दिनों के लिए जारी लॉक डाउन को लेकर भी जनता अब तक साथ देते आ रही है। ऐसे में केन्द्र सरकार द्वारा 12 अथवा 13 अपै्रल को ही लॉकडाउन समाप्त होने अथवा नहीं होने की घोषणा की जाएगी। लेकिन वर्तमान में देश के अंदर जिस तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, इसे देखते हुए यह अंदाजा भी लगाया जा रहा है कि केन्द्र सरकार लॉकडाउन की अवधि को और बढ़ा सकती है। वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के सीमित संख्या और पूर्ण नियंत्रण को देखते हुए यह भी अटकलें लगाई जा रही है कि संभवत: यहां लॉकडाउन समाप्त हो सकता है। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हाल ही में प्रधानमंत्री श्री मोदी को पत्र लिखकर यह भी अवगत करा दिया गया है कि लॉकडाउन समाप्त होते ही कहीं अन्य राज्यों की तरह यहां भी स्थिति नियंत्रण से बाहर न हो जाए, इसके लिए ठोस उपाय करने के बाद ही लॉकडाउन समाप्त किया जाए। मुख्यमंत्री के इस पत्र से स्पष्ट है कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को लेकर कितनी सतर्कता और सावधानी बरत रही है। दूसरी ओर जानकारों की माने तो छत्तीसगढ़ में जिस तरह से राज्य सरकार के ठोस निर्णयों से कोरोना संक्रमण पूरी तरह से नियंत्रण में है, ऐसे में राज्य सरकार अपनी सीमाओं को सील कर केवल प्रदेश के अंदर सीमित आवाजाही शुरू करवा सकती है। बहरहाल राज्य की जनता भी देशवासियों की तरह अब इस लॉकडाउन से बेहाल हो चुकी है और जल्द से जल्द लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रही है।