नई दिल्ली, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में किस तरह से आगे बढ़ना है इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे. यह संवाद इन संकेतों के बीच होगा कि यह लागू लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने केंद्रित हो सकता है.
देश में कोविड-19 के प्रसार के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी वीडियो कॉन्फ्रेंस होगी. केंद्र और राज्य सरकारें आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों को क्रमिक छूट दे रही हैं. हालांकि कुछ राज्य लॉकडाउन को तीन मई के बाद भी जारी रखने के इच्छुक हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोरोना वायरस के मामले नियंत्रण में रहें.
इससे पहले भी मुख्यमंत्रियों से बात कर चुके हैं प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने 14 अप्रैल को घोषणा की थी कि लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ाया जा रहा है. 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री ने 20 मार्च को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी. उस दौरान मोदी ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के तरीकों पर चर्चा की थी.
आज 27 अप्रैल का राशिफल
मेष:
परिवार में हर्षोल्लास का वातावारण रहेगा। अपनी रोजमर्रा की जिंदगी को और अधिक रोचक बनाएं। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा।
वृषभ:
आप अपने क्रोध और जलन को नियंत्रित करने की जरूरत है, जल्दबाजी से काम करने से नुकसान की आशंका है। यह समय संतान के लिए भी हितकारी नहीं है।
मिथुन:
कोई ऐसा कार्य न करें जो आपको बोझ मालूम पड़े, विवाद हो सकता है। आप अपने किसी नजदीकी सहयोगी के कारण परेशानी में पड़ सकते हैं, ध्यान रखें।
कर्क:
इस समय आपको कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं, जिसकी वहज से आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। कुछ लोग धार्मिक चर्चा में अपना समय व्यतीत करेंगे।
सिंह:
आप अपने परिचितों के साथ लेन-देन में सावधानी बरतें अन्यथा बाद में संबंधों में गिरावट आ सकती है। मकान वाहन पर खर्च के योग बन रहे हैं।
कन्या:
नौकरी, व्यवसाय में लेन-देन पर अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। कार्यस्थल में साथियों के सहयोग से बिगड़े काम बनेंगे।
तुला:
शिक्षा प्रतियोगिता तथा संतान की ओर से संतोषजनक परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। परिवार में किसी के प्रति अकारण क्रोध आ सकता है।
वृश्चिक:
दैनिक मामलों में बेवजह की बहस सहयोगियों के साथ विवादों और झगड़े को जन्म दे सकती है। जो लोग समय के साथ चलते हैं, उन्हे समस्याएं उलझाती नही हैं।
धनु:
आप महत्वाकांक्षा या काम पर दिशा की कमी महसूस कर सकते हैं। आपको ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखना होगा।
मकर:
आज आपका कई समस्याओं या मतभेदों से आमना-सामना होगा, जिसके कारण आप असहज महसूस करेंगे। अनावश्यक वाद-विवाद से बचें।
कुंभ:
यह एक व्यस्त और खुशहाल दिन है। नए अवसर आपके सामने आएंगे। आकस्मिक लाभ के अवसर मिल सकते हैं।
मीन:
किसी विशेष कार्य की चिंता रहेगी। व्यर्थ की प्रतिस्पर्धा न करें। अजनबियों से सावधान रहें। व्यापार में नुकसान हो सकता है।
उत्तरकाशी। अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर रविवार को उत्तराखंड में गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा प्रारंभ हो गई है। हांलांकि कोविड-19 के साए में शुरू हुई इस यात्रा से फिलहाल श्रद्धालुओं को दूर ही रखा गया है।
गंगा पूजन, गंगा सहस्त्रनाम पाठ एवं विशेष पूजा-अर्चना के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रोहिणी अमृत योग की शुभ बेला पर दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर पुजारियों, मंदिर समिति के पदाधिकारियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में गंगोत्री के कपाट खोल दिए गए। इस दौरान मेल-जोल से दूरी के नियम का पूर्ण रूप से अनुपालन किया गया तथा वहां मौजूद सभी व्यक्तियों ने मास्क पहने हुए थे।
कल शनिवार को मां गंगा की डोली उनके मायके एवं शीतकालीन प्रवास मुखबा से भैरोंघाटी आई और वहां रात्रि विश्राम के बाद सुबह गंगोत्री पहुंची, जहां पूर्ण विधि-विधान के साथ गंगाजी की भोग मूर्ति को मंदिर के भीतर विराजमान किया गया।
उधर यमुनोत्री धाम के कपाट भी विशेष पूजा-अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तय मुहूर्त 12 बजकर 41 मिनट पर खोल दिए गए। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर पहली पूजा हुई।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस एवं देशव्यापी लॉकडाउन के चलते भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अनुरूप दोनों धामों के कपाट सादगीपूर्ण तरीके से खोल दिए गए।
इससे पहले दोनों धामों में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीपी जोशी के नेतृत्व में मेडिकल टीम द्वारा कपाट खुलने के समारोह में शामिल सभी तीर्थ पुरोहितों का मेडिकल परीक्षण किया गया। साथ ही मौके पर सैनिटाइजर, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।
उच्च गढ़वाल हिमालय के चारधाम के नाम से मशहूर दो अन्य धामों के कपाट भी जल्द खोले जाएंगे। केदारनाथ के कपाट जहां 29 अप्रैल को खुलेंगे, वहीं बदरीनाथ के कपाट 15 मई को खुलेंगे।
सर्दियों में भीषण बर्फवारी और ठंड की चपेट में रहने के कारण चारों धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं जो अगले साल अप्रैल-मई में फिर खोल दिए जाते हैं।
नई दिल्ली | पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की फैक्ट चेक यूनिट ने शनिवार को एक ट्वीट के माध्यम से स्पष्ट किया कि भारत सरकार तथाकथित कोरोना सहायता योजना के अंतर्गत किसी भी व्यक्ति को 1,000 रुपये की सहायता नहीं देने जा रही है। यह ट्वीट वाट्सऐप पर तेजी से प्रसारित हो रहे एक संदेश को देखते हुए किया गया है, जिसमें दावा किया गया था कि सरकार ने एक योजना डब्ल्यूसीएचओ का शुभारम्भ किया है, जिसके अंतर्गत लोगों को 1,000 रुपये प्रति व्यक्ति दिए जा रहे हैं। संदेश में क्लिक करने के लिए एक लिंक दिया जाता है और जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
दावा: कोरोना सहायता योजना WCHO की तरफ से 1000 ₹ सहायता राशि सभी को दिया जा रहा हैें। फॉर्म भरें और 1000 ₹ प्राप्त करें। #PIBFactCheck: केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई भी योजना नहीं चलाई जा रही। मैसेज में किया गया दावा व दिया गया लिंक फ़र्ज़ी है।
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 25, 2020
कृपया जालसाज़ों से सावधान रहे। pic.twitter.com/i8z3K5dEid
नई दिल्ली | दिल्ली अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 2 मेडिकल स्टाफ के कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल के 60 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है. एम्स में अब मेडिकल स्टाफ पॉजिटिव की संख्या 5 हो गयी है. इससे पहले दिल्ली एम्स के गैस्ट्रो विभाग के डॉक्टरों और नर्सों समेत करीब 40 चिकित्साकर्मियों को, उनके साथ काम कर रहे 30 वर्षीय एक पुरुष नर्स के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद, आइसोलेशन में जाने की सलाह दी गई. नर्स के संक्रमित होने का पता चलते ही उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान की गई और इसके तहत 40 स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही वार्ड के कुछ मरीजों की भी संक्रमण के लिये जांच की गई.
बता दें कि हिंदूराव अस्पताल उत्तरी दिल्ली नगर निगम का सबसे बड़ा अस्पताल है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम आयुक्त वर्षा जोशी ने कहा है कि शनिवार देर शाम हिंदूराव अस्पताल की एक नर्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि यह नर्स पिछले 2 हफ्ते से अस्पताल में अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी कर रही थी. ऐसे में अस्पताल को अस्थाई रूप बंद करने का निर्णय लिया गया है.
मुंबई | महाराष्ट्र सरकार राज्य के कोरोना वायरस से प्रभावित शहरी इलाकों में लॉकडाउन को 3 मई के बाद भी बढ़ा सकती है. राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार मुंबई, पुणे, नासिक, नागपुर, औरंगाबाद और अमरावती शहरों के बाहर के इलाकों में स्थिति पर करीब से नजर रख रही है.
नई दिल्ली | राजधानी का जहांगीरपुरी इलाके से कोरोना के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। शुक्रवार को वहां स्थित एक हॉस्पिटल में मेडिकल स्टाफ में कोरोना होने की बात सामने आई। शुरुआत में जहांगीरपुरी स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल के 14 मेडिकल स्टाफ के कोरोना से संक्रमित होने की रिपोर्ट आई थी। अब बाकी स्टाफ की रिपोर्ट भी सामने आ गई है और इस अस्पताल के कुल 40 डॉक्टर और नर्स कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बता दें कि जहांगीरपुर में एक साभ 46 कोविड-19 पॉजिटिव मामले सामने आए थे।
नई दिल्ली | दिल्ली सरकार अब गैर कोविड-19 रोगियो को मेडिकल इमरजेंसी के दौरान ओला और उबर कैब से अस्पताल पहुंचाएगी। इसके लिए अब एंबुलेंस की आवश्यकता नहीं होगी। दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान गैर कोरोना मरीजों को सुविधा देने के लिए दिल्ली सरकार ने यह फैसला लिया है।
नई दिल्ली,कोरोना वायरस के मरीजों की पहचान के लिए टेस्टिंग किट देश में एक बड़ी समस्या है. सवाल उठने के बाद चीन से आई टेस्टिंग किट पर रोक लगा दी गई है. लेकिन एक विदेशी कंपनी टेस्टिंग किट बनवाने में भारत की मदद के लिए आगे आई है. अब साउथ कोरिया की मदद से भारत कोरोना की रैपिड एंटीबॉडी टेस्टिंग किट बना रहा है. एसडी बायोसेंसर कंपनी की मदद से बनाए जा रहे इस किट से 15 मिनट में जांच का दावा किया जा रहा है. फिलहाल हर दिन एक लाख टेस्टिंग किट बनाए जा रहे हैं.
कोरियाई कंपनी ने गुरुग्राम में मानेसर के एक प्लांट में टेस्टिग किट बनाने का काम भी शुरू कर दिया है. यहां रोजाना एक लाख टेस्टिंग किट बनाई जा रही हैं. एसडी बायोसेंसर कंपनी के एक अधिकारी एस एच किम ने कहा, हमारी कोशिश भारत सरकार की मदद करने की है. हम 24 घंटे काम करने में जुटे हैं. किट बनाकर सरकार की मदद कर रहे हैं.
कंपनी 3 लाख किट हर दिन बनाने में सक्षम
एसडी बायोसेंसर कंपनी का कहना है कि वो हर दिन तीन लाख किट बनाने में सक्षम है. मानेसर प्लांट हेड अंसुल सरास्वत ने कहा, 'जैसे-जैसे सरकार के टेंडर आएंगे, हम सप्लाई करते जाएंगे. हम केंद्र सरकार, राज्य सरकार और सरकारी हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट को सप्लाई कर रहे हैं. आज हम एक लाख किट हर रोज बना रहे हैं. लेकिन मांग बढ़ती है तो तीन लाख हर दिन बना सकते हैं.'
एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट क्या होता है
जब कोई इंसान कोरोना वायरस से संक्रमित होता है, तो शरीर उस वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाता है. रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट के जरिए इन्हीं एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है. खून में मौजूद एंटीबॉडी से पता चलता है कि शख्स में कोरोना का संक्रमण है या नहीं. इस टेस्ट को संक्रमण वाले इलाकों में महामारी के रोकथाम के लिए कारगर माना जा रहा है.
source: ABP News
नई दिल्ली: देश में जानलेवा कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम में देश को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा है कि आज पूरा देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई लड़ रहा है. सबका एक ही लक्ष्य है कि कोरोना को हराना है. उन्होंने कहा कि भारत जैसा विशाल देश जो विकास के लिए प्रयत्नशील है, आज वह गरीबों के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है.
हर कोई अपने सामर्थ्य के हिसाब से इस लड़ाई को लड़ रहा है- मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ''हर कोई अपने सामर्थ्य के हिसाब से इस लड़ाई को लड़ रहा है. कोई अपनी पूरी पेंशन, पुरस्कार राशि को पीएम केयर्स में जमा करा रहा है. कोई खेत की सारी सब्जियां दान दे रहा है, कोई मास्क बना रहा है,कहीं मजदूर भाई-बहन क्वारंटीन में स्कूल की रंगाई-पुताई कर रहे हैं.’’
किसान भाई-बहन दिन-रात मेहनत कर रहे हैं- मोदी
मोदी ने कहा, ‘’ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीज़ों ने जिन भावनाओं को जन्म दिया. जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ-न-कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है. हमारे किसान भाई-बहन इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि देश में कोई भूखा ना सोए.’’
पुलिस-व्यवस्था को लेकर लोगों की सोच में काफ़ी बदलाव हुआ- मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा, ''डॉक्टर हों, सफाईकर्मी हों, अन्य सेवा करने वाले लोग हों. इतना ही नहीं हमारी पुलिस-व्यवस्था को लेकर भी आम लोगों की सोच में काफ़ी बदलाव हुआ है. हमारे पुलिसकर्मी ग़रीबों, ज़रुरतमंदो को खाना पंहुचा रहे हैं और दवा पंहुचा रहे हैं.''
इस दौरान पीएम मोदी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के खिलाफ राज्य सरकारों के योगदान की सराहना की और कहा कि उन्होंने बेहद सक्रिय भूमिका निभाई है. मोदी ने आगे कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच जरूरतमंद देशों को दवाइयों की आपूर्ति करने का फैसला भारत के मूल चरित्र पर आधारित है.
पीएम ने कहा, ‘’जब विश्वभर के नेता कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच सहायता मुहैया कराने के लिए भारत और उसके लोगों का धन्यवाद करते हैं, तो मुझे गर्व महसूस होता है,’’
नई दिल्ली. दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस ने भारत के 32 राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 16 राज्यों में कोरोना का कहर ज्यादा है लेकिन अन्य 16 राज्यों की स्थिति काफी बेहतर है. इन राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा अभी भी 450 को पार नहीं कर सका है. यहां तक कि इन राज्यों में कोरोना से मौत का आंकड़ा दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू सका है. ऐसे में सरकार की ओर से जिस तरह से प्रयास किए जा रहे हैं उससे इन राज्यों के जल्द ही कोरोना मुक्त होने की उम्मीद है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार शनिवार शाम तक देश में कोरोना वायरस से 24,893 लोग संक्रमित हो चुके थे. इन राज्यों में सबसे अधिक मरीज महाराष्ट्र में दिखाई दे रहे हैं. इसके बाद गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इन सभी राज्यों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दो हजार के आंकड़े को छूने वाली है.
हालांकि कुछ राज्य ऐसे में भी जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ने एक हजार के आंकड़े को भी पार नहीं किया है. जम्मू-कश्मीर, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, हरियाणा, बिहार, कर्नाटक, पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 223 से 955 के बीच है.
इन राज्यों की स्थिति है सबसे बेहतर
इन 16 राज्यों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या काफी बेहतर है. इन राज्यों में अब तक सबसे अधिक केस 417 देखने को मिले हैं और केवल सात लोगों की ही मौत हुई है. इन राज्यों में गोवा, चंडीगढ़, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, असम, छत्तीसगढ़, लद्दाख, पुड्डुचेरी, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और उत्तराखंड शामिल हैं. ऐसे में हर किसी को उम्मीद है कि इन राज्यों से कोरोना का जल्द ही खात्मा हो सकता है.
इन राज्यों में अब तक नहीं हुईं एक भी मौत
देश में लगे लॉकडाउन का ही असर है कि कई राज्यों में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ ही नहीं सका. देश के 11 राज्य ऐसे हैं जहां मरीजों का आंकड़ा 150 तक तो पहुंच गया है लेकिन अभी तक एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है. इन राज्यों में गोवा, मिजोरम, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, लद्दाख, पुड्डुचेरी और अंडमान निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं
आज 26 अप्रैल का राशिफल
मेष:
विदेश यात्रा का योग है, लेकिन टालने में ही भलाई है। जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा। किसी पुराने मित्र से मुलाकात हो सकती है। पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी।
वृषभ:
विद्यार्थियों के लिए समय उत्तम है। संतान की ओर से शुभ समाचार मिल सकता है। वाद-विवाद से मानसिक कष्ट बढ़ सकता है।
मिथुन:
यदि आप अपने लिए कुछ नया शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो जल्दबाजी ना करें। सभी पक्षों का सही से मूल्यांकन करें उसके बाद ही निर्णय करें।
कर्क:
आपकी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ सकती हैं। सहनशक्ति से काम लें और कार्यक्षेत्र में दूसरो के सामने अपने को असहज महसूस न होने दें।
सिंह:
आपको भरपूर भाग्य का सहारा मिलेगा। व्यापार अथवा कार्यक्षेत्र में दिन लाभप्रद रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वाह कर पाएंगे।
कन्या:
अविवाहितों के लिए अनुकूल समय है। विवाह के योग बनेंगे। आपकी अपनों से भेट होगी। पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए यह दिन अच्छा रहेगा।
तुला:
व्यर्थ की भागदौड़ से बचें एवं मानसिक संतुलन बनाए रखें। आर्थिक स्थिति पहले की अपेक्षा मजबूत होगी। दिखावे एवं आडंबरों से दूर रहें।
वृश्चिक:
आर्थिक स्थिति में वृद्धि और रूके कार्यों में प्रगति होगी। स्वास्थ्य के मामलें में यह समय अच्छा नहीं है। वाहन ध्यान से चलाएं चोट लगने की आशंका है।
धनु:
आज आपको कुछ अच्छी और बुरी चीजों का सामना करना पड़ सकता है। रूके हुये कार्यो में प्रगति होगी लेकिन आपकी सक्रियता महत्वपूर्ण रहेगी।
मकर:
आज आप आक्रामक रहेंगे। आपके इरादे बहुत साफ रहेंगे, जिसकी वजह से आप कार्यस्थल और घर पर सभी काम सही तरीके से कर पाएंगे।
कुंभ:
महत्वपूर्ण व्यक्ति से मुलाकात होगी। मनोबल मजबूत रहेगा। रूका धन मिलेगा। समाज में सम्मान मिलेगा। व्यापार में नई योजनाओं के शुभारंभ की संभावना है।
मीन:
आज आपके कार्यस्थान पर और अधिक प्रतिस्पर्धा रहेगी। पराक्रम से बिगड़े कार्य भी सफलतापूर्वक पूरे हो सकेंगे। परिवार में मतभेद उभर सकते हैं।
नई दिल्ली, ईडी के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. तब्लीगी जमात के कथित ट्रस्ट को ईडी ने खोज निकाला है. इस ट्रस्ट का नाम 'काशिफ उल उलूम' बताया गया है. ट्रस्ट का खाता भी खोज निकाला गया है और अब इस ट्रस्ट को लेकर मौलाना साद और उनके बेटों से भी पूछताछ की जाएगी. साथ ही ईडी ने उस शख्स को भी खोज निकाला है जो विदेशों में पैसे भेजता था. अब तक लगभग नब्बे लाख रुपए विदेश भेजे बताए गए हैं.
तब्लीगी जमात के मामले में ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जांच कर रही थी. ईडी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. ईडी को एक ट्रस्ट का पता चला है. जो तब्लीगी जमात से जुड़ा बताया जाता है. इसके पहले ईडी ने जमात से जुड़े ट्रस्ट के बारे में आयकर विभाग और अन्य सरकारी संस्थानों से जानकारी मांगी थी. लेकिन कोई ट्रस्ट सामने नहीं आया था.
जिसके चलते ईडी इस बात को लेकर परेशान थी कि आखिर तब्लीगी जमात में पैसा कैसे और कैसे जा रहा है. पैसा किसके पास आता है और किसके पास जाता है. सूत्रों के मुताबिक अब जिसका नाम सामने आया है उसका नाम काशिफ उल उलूम बताया गया है. यह भी पता चला है कि इस ट्रस्ट का बैंक खाता निजामुद्दीन के ही बैंक ऑफ इंडिया में है. ईडी बैंक ऑफ इंडिया को नोटिस जारी कर ट्रस्ट के खातों के बारे में जानकारी मांगेगा.
ईडी जानना चाहता है कि इस ट्रस्ट का तब्लीगी जमात से क्या रिश्ता है. मौलाना साहब और उनके बेटों से इसका क्या लेना देना है. ईडी इस बारे में मौलाना साद और उनके बेटों से भी पूछताछ करेगा. ईडी सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच के दौरान कई आम लोगों के नाम सामने आए हैं. इनमें एक शख्स का नाम बताया गया है निजामी. निजामी का होटल और इत्र व्यवसाय बताया गया है.
इसके अलावा अब्बास अफगानी नाम के एक व्यक्ति पर भी शक है जो कथित तौर पर हवाला का धंधा करता बताया जाता है. ईडी के अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक जो पूछताछ हुई है उससे अनेक अहम जानकारियां निकलकर सामने आएंगी. साथ ही दिल्ली पुलिस ने जो दस्तावेज भेजे हैं उनका उर्दू से हिंदी में अनुवाद कराया जा रहा है और इस अनुवाद के बाद कई और अहम तथ्य सामने आ सकते हैं.
ईडी सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में मनी लॉन्ड्रिंग के सीधे तार मौलाना साद से नहीं जुड़े हैं. लेकिन जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे मौलाना साद और उसके करीबियों पर शिकंजा कसता जा रहा है ईडी. सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अब होने वाली पूछताछ तथा बैंकों तथा अन्य जगहों से आने वाले दस्तावेज इस शिकंजे को कसने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
रायपुर,एम्स में भर्ती दो और COVID-19 मरीजों को लगातार दूसरे परीक्षण में नकारात्मक पाया गया। उन्हें 25 अप्रैल, 2020 को छुट्टी दी जा सकती है। अब, एम्स में पांच सक्रिय COVID-19 मामले हैं। सभी स्थिर हालत में हैं।
AIIMS Raipur Update- Two more COVID-19 patients admitted in AIIMS were found negative in second consecutive test. They may be discharged on 25th April, 2020. Now, AIIMS has five active COVID 19 cases. All are in stable condition.
— AIIMS Raipur CG (@aiims_rpr) April 24, 2020
हालाकि कल रात ही एम्स के नर्सिंग अधिकारी भी करोना के चपेट में आ गए है उनका इलाज जारी है ,ये सभी मरीज कटघोरा से थे
दिल्ली: भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 23 हज़ार के पार हो चुकी है और हर रोज कोविड 19 के मरीजों में इज़ाफ़ा हो रहा है. आईआईटी दिल्ली ने कोरोनावायरस टेस्ट के लिए सबसे सस्ती किट तैयार की है जिसे ICMR ने भी मंजूरी दे दी है.
आईआईटी के स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेस द्वारा कोरोनावायरस को डिटेक्ट करने वाली किट को 10 मेंबर्स की टीम ने बनाया है. जिसमें 4 प्रोफेसर और 6 पीएचडी स्कॉलर हैं. प्रोफेसर विवेकानन्दन पेरूमल , प्रोफेसर मनोज मेनन , प्रोफेसर विश्वजीत कुंडू, प्रोफेसर जेम्स गोम्स ने अपने छात्रों के सहयोग के साथ सम्मिलित काम किया और सफलता पाई है. इस अच्छी खबर को साझा करते हुए प्रोफेसर विवेकानन्दन पेरूमल बताते हैं कि " हमने इस प्रोजेक्ट पर जनवरी में काम करना शुरू किया था ,जब कोरोनावायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा था . हमने तीन महीने लगातार इस किट को बनाने पर काम किया और फिर आईसीएमआर के पास स्वीकृति के लिए भेजा. "आईआईटी दिल्ली ने लो कॉस्ट डिटेक्शन किट बनाई है जिसकी कीमत 300 रुपए से भी कम हो सकती है.
Delhi: IIT-Delhi has developed #COVID19 test kit that has been approved by ICMR. "We started working on it by end of Jan&got it ready in 3 months.We wanted to contribute to affordable low-cost diagnostics that could be used in large numbers",V Perumal,Professor at IIT-Delhi said. pic.twitter.com/ez0Z7gaKEA
— ANI (@ANI) April 24, 2020
प्रोफेसर विश्वजीत कुंडू बताते हैं कि " काफी सारी कंपनी ने हमसे कॉन्टैक्ट किया है जिससे हम कोरोना डिटेक्शन किट को बाज़ार में जल्द से जल्द उतारें. हम एक हफ्ते में 30 से 40 हज़ार किट बना सकते हैं. "पीएचडी स्कॉलर आशुतोष कुमार पांडे कहते हैं कि लॉकडाउन के कारण , सामान को लाने ले जाने के तकलीफें आईं लेकिन जब आपका उद्देश्य ऊंचा होता है तो ये सभी परेशानियां बहुत छोटी लगती हैं.
कोरोनावायरस के लक्षणों का पता लगाना अब भी चुनौती बना हुआ है जिस से वायरस का संक्रमण तेज़ी से पूरे विश्व में फैला है. संक्रमितों की पहचान हो जाने पर उनका इलाज भी जल्द से जल्द किया जा सकता है. आईआईटी दिल्ली का यह आविष्कार देश में कोरोनावायरस के संक्रमित मामलों को जल्द से जल्द पहचानने में मदद करेगा जिस कारण इलाज में भी तेजी होना संभव हो पाएगा.
source:ABP News & ANI
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से फैलता जा रहा है. ऐसे में सरकार का मानना है कि कोरोना संक्रमण की रफ़्तार पर एक तरह का नियंत्रण बना लिया है. लेकिन इस वायरस की वजह से अब तक व्यापार पर काफी असर पड़ा है जहां अभी भी सभी दुकानें बंद हैं. इस बीच कुछ दिन पहले ही कई राज्यों ने छूट जरूरी सामान वाली दुकानों को खोलने की घोषणा की थी जिसमें सब्जी, मेडिकल और दूसरे जरूरी दुकानें शामिल थी. लेकिन अब गृह मंत्रालय ने एक नए आदेश में शुक्रवार को कहा कि सभी संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जरूरी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए 50 प्रतिशत कार्यबल के साथ दुकान और प्रतिष्ठान खोले जा सकते हैं.
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि निगम क्षेत्रों से बाहर वाले इलाके में स्थित बाजार परिसरों की दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई है लेकिन इन दुकानों में काम कर रहे कर्मचारियों को मास्क पहनने से लेकर सामाजिक दूरी समेत सभी तय दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा.
हालांकि, इस छूट में बड़ी और एकल ब्रांड की मॉल वाली दुकानें शामिल नहीं हैं. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने एक आदेश में कहा कि नगर निगमों के दायरे और उसके पड़ोस में स्थित सभी एकल दुकानों को बंद के दौरान खोले जाने की अनुमति होगी. हालांकि, नगर निगम के दायरे में स्थित बाजार वाले स्थानों की दुकानें तीन मई तक बंद रहेंगी. यह छूट संक्रमण के अति प्रभावित इलाकों में नहीं दी गई है.
गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दुकान एवं प्रतिष्ठान अधिनियम के तहत पंजिकृत दुकानों को 50 फीसदी कार्यबल के साथ खोले जाने की अनुमति दी. साथ ही कहा कि ऐसे प्रतिष्ठानों को सोशल डिस्टेंसिंग जैसी सावधानियों का पालन करना होगा. MHA की तरफ से कहा गया है कि यह आदेश कंटेनमेंट जोन में लागू नहीं होगा.