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असम सरकार ने 3 दिनों के लिए अंतरराज्यीय बस सेवा चालू की ताकि फसे लोगो को मिले राहत

असम सरकार ने 3 दिनों के लिए अंतरराज्यीय बस सेवा चालू की ताकि फसे लोगो को मिले राहत

गुवाहाटीअसम सरकार ने आज 3 दिनों के लिए राज्य के भीतर फंसे लोगों के लिए असम राज्य परिवहन निगम (एएसटीसी) बसों का अंतर जिला आवागमन शुरू किया। हालांकि, रेड ज़ोन जिलों के लोग बाहर नहीं जा सकते।


सुरक्षा के समस्त उपायों को अपनाते हुए छत्तीसगढ़ की सरकार को भी कुछ इसी तरह अपनी बस सेवा चालू कर फसे हुए लोगो को उनके मुकाम तक पहुचाने का प्रयास करना चाहिए
 

पाक प्रधानमंत्री इमरान ने Lockdown का किया विरोध, बोले- बुरी तरह प्रभावित होंगे गरीब लोग

पाक प्रधानमंत्री इमरान ने Lockdown का किया विरोध, बोले- बुरी तरह प्रभावित होंगे गरीब लोग

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को एक बार फिर पूर्ण लॉकडाउन का विरोध करते हुए कहा कि इससे गरीब लोग बुरी तरह से प्रभावित होंगे। सरकार ने रमजान का पाक महीना शुरू होने से एक दिन पहले आंशिक देशव्यापी लॉकडाउन 9 मई तक के लिए बढ़ा दिया, जबकि पाबंदी लगाने की जिम्मेदारी प्रांतों को सौंपी है।


हालांकि प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर पूर्ण लॉकडाउन का विरोध करते हुए कहा कि इससे गरीब लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया, जब हम दिहाड़ी मजदूरों, फेरीवालों, श्रमिकों पर पड़ने वाले प्रभावों को सोचे बिना पूर्ण लॉकडाउन करना चाहेंगे, तो वे सभी और उनके परिवार गरीबी और भुखमरी का सामना करेंगे।

 

खान ने कोरोना वायरस महामारी के बीच शनिवार को शुरू हुए रमजान के पाक महीने में मस्जिदों में लोगों से आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करने को भी कहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह मौलवियों के दबाव के बाद सरकार ने रमजान के दौरान मस्जिदों में नमाज अदा करने की अनुमति दे दी थी।

 

देश में कोरोना वायरस से अब तक करीब 12 हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं। शनिवार को 785 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि के बाद देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 11,940 हो गई।

 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने कहा है कि इस दौरान 16 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 253 हो गई, जबकि 2,755 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। पाकिस्तान में शनिवार को रमजान का पहला दिन है। दिशा-निर्देशों का पालन करने की शर्त पर लोगों को मस्जिदों में नमाज अदा करने की अनुमति दी गई है।

 

रमजान शुरू होने पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और धार्मिक मामलों के मंत्री नूरुल हक कादरी नमाज के दौरान बरते जाने वाले एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए इस्लामाबाद की विभिन्न मस्जिदों में गए।
 

ड्रोन के सहारे होगी संपत्तियों की मैपिंग, मिलेगा स्वामित्व प्रमाण पत्र

ड्रोन के सहारे होगी संपत्तियों की मैपिंग, मिलेगा स्वामित्व प्रमाण पत्र

नई दिल्ली, राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम सभाओं और ग्राम पंचायतों को स्वामित्व योजना का तोहफा दिया है। इस योजना के पहले चरण के तहत देश के छह राज्यों में अब ड्रोन के माध्यम से पूरे गांव की संपत्ति का लेखा जोखा के साथ स्वामित्व का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस दौरान पीएम ने कोरोना के खिलाफ जंग में ग्राम पंचायतों की भूमिका की सराहना की और एकीकृत ई-ग्राम स्वराज पोर्टल एप भी लांच किया। पीएम ने कहा कि ग्राम पंचायतों ने दुनिया को सोशल डिस्टेंसिंग की जगह दो गज दूरी का मंत्र दिया है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर के सरपंचों से संवाद करते हुए पीएम ने कहा कि गांव में संपत्ति को ले कर विवाद आम हैं। इसी के मद्देनजर स्वामित्व योजना की शुरुआत की योजना बनी है। इसके तहत देश के सभी गांवों का ड्रोन के माध्यम से गांव की हर संपत्ति की मैपिंग की जाएगी। फिर गांव के लोगों को संपत्ति का मालिकाना हक संबंधी प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा। इससे शहरों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों मेंं भी बैंक से ऋण लेना आसान होगा। पीएम ने कहा कि फिलहाल इस योजना की शुरुआत यूपी, महाराष्ट्र, उत्तराखंड सहित छह राज्यों में होगी। जिसे बाद में पूरे देश में लागू किया जाएगा।


गांव ने दुनिया को दिया दो गज दूरी का मंत्र


इस दौरान पीएम ने कोरोना से जंग में ग्राम पंचायतों की भूमिका की जम कर तारीफ की। पीएम ने कहा कि आपने इस संकट के दौर में अनुशासन ओर सूझबूझ की मिसाल पेश की है। ग्राम पंचायतों ने पूरे देश को प्रेरणा दी है। सोशल डिस्टेंसिंग को बेहद सरल शब्दों में दो गज दूरी के रूप में पूरी दुनिया को संदेश दिया है। गांवों में अनुशासन और कोरोना के खिलाफ जंग में बरते जा रहे अनुशासन के कारण ही दुनिया में भारत की चर्चा हो रही है।


पांच सरपंचों ने रखी बात


वीडियो कांफ्रेंस के दौरान पांच राज्यों के पांच सरपंचों ने पीएम के समक्ष अपनी बातें रखी। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के नक्सीदेह पंचायत की सरपंज वर्षा सिंह सरपंच पंचायत द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जरूरतमंदों और गरीबों को सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। जम्मू कश्मीर के बारामुला के नारबाओ ब्लॉक के प्रधान मोहम्मद इकबाल ने अपने यहां लॉकडाउन का सत प्रतिशत पालन किए जाने की जानकारी दी। बिहार के जहानाबाद जिले के धरनाई पंचायत को सरपंज अजय सिंह यादव ने पंचायत में साफ सफाई और हाथ धोने की व्यवस्था करने तो पंजाब के पठानकोट के कीहाड़ा पंचायत की सरपंच पल्लवी ठाकुर ने ग्रामीणों पर गांवों के प्रवेश द्वारों पर पहरा दिए जो की जानकारी दी। असम के कछार जिले के छोटादूध पाटिल गांव के प्रधान ने लॉकडाउन के प्रति जागरुकता अभियान चलाने की जानकारी दी।


पूर्व पीएम राजीव गांधी पर चुटकी


सरपंचों से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी की भी चुटकी ली। उन्होंने बस्ती के नक्सीदेह की सरपंच वर्षा से पूछा कि क्या गांवों के गरीबों और जरूरतमंदों को योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा है। वर्षा ने जब इसका जवाब हां में दिया तो पीएम ने कहा पहले लोग कहते थे केंद्र से एक रुपये निकलता है और जमीन पर 15 पैसा ही पहुंचता है। आज एक रुपया निकलता है तो सौ के सौ लाभार्थियों के खातों में सीधे जमा हो जाता है।


कोरोना ने दिया आत्मनिर्भर बनने का संदेश


पीएम ने कोरोना वायरस को विचित्र करार देते हुए कहा कि इस संकट ने हमें आत्मनिर्भर बनने का संदेश देने केसाथ सबक सिखाया है। अनुभव बताता है कि हमें आत्मनिर्भर बनना ही होगा। बिना आत्मनिर्भर बने हम ऐसे संकटों को झेल नहीं पाएंगे। अब हमें यह तय करना है कि भारत गांव, जिला और राज्य के स्तर पर आत्मनिर्भर कैसे बने। इतना आत्मनिर्भर कि हमें अपनी आवश्यकतों की पूर्ति के लिए बाहर का मुंह नहीं देखना पड़े।

 

लॉकडाउन के बीच जब थाना बना विवाह का आयोजन स्थल, पुलिस के अधिकारी भी हुए शामिल

लॉकडाउन के बीच जब थाना बना विवाह का आयोजन स्थल, पुलिस के अधिकारी भी हुए शामिल

लखनऊ: कोविड-19 की वजह से देशभर में चल रहे लॉकडाउन की यादें अनिल और ज्योति के मन में हमेशा रहेंगी. एक तो महामारी से उत्पन्न जबरदस्त संकट के वक्त उनका विवाह हुआ और दूसरा उनके विवाह का आयोजन स्थल पुलिस थाना बना.


चंदौली जिले के महूजी गांव में रहनेवाले अनिल की शादी गाजीपुर जिले की निवासी ज्योति से हुई. उनका विवाह 20 अप्रैल को चंदौली के धीना थाने के परिसर में शिव मंदिर में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ. धीना के थाना प्रभारी राजेश कुमार ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि वर और वधू की तरफ से पांच-पांच लोग विवाह के दौरान मौजूद थे. पुराने दिनों को याद करते हुए राजेश ने बताया कि अनिल ने फरवरी में नाव दुर्घटना के समय कई लोगों की जान बचाने में पुलिस की मदद की थी. उस समय पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अनिल की काफी सराहना की थी.


थाना प्रभारी का कहना था कि चूंकि अनिल का विवाह पहले से तय था. लॉकडाउन के चलते अनिल ने हमसे मिलकर इसके समाधान के बारे में जानना चाहा. अनिल ने थाना परिसर में मंदिर में विवाह की संभावना के बारे में पूछा और यह भी वादा किया कि वर-वधू की तरफ से पांच-पांच लोग ही आयोजन में शामिल होंगे. लिहाजा उसकी बातों का भरोसा करते हुए हमने इसकी अनुमति दे दी. इस तरह विवाह वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सामाजिक दूरी का पालन करते हुए संपन्न हुआ. आयोजन में अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए 

लॉकडाउन में निगम की कचरा गाड़ी से शराब की सप्लाई, ड्राइवर समेत 3 आरोपी गिरफ्तार

लॉकडाउन में निगम की कचरा गाड़ी से शराब की सप्लाई, ड्राइवर समेत 3 आरोपी गिरफ्तार

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शराब का कचरा गाड़ी में परिवहन करने का मामला सामने आया है. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इस मामले में ड्राइवर समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. थाना कोहेफिजा पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी थी कि नगर निगम की गाड़ियों में शराब सप्लाई की जा रही है. इन नगर निगम के गाड़ियों में अवैध शराब के ट्रांसपोर्ट होने की सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी शुरू की. इसी घेराबंदी के तहत लालघाटी के पास नगर निगम की गाड़ियों की चेकिंग करने के दौरान कचरा ढोने वाले वाहन एमपी 04 एलडी 1505 से शराब बरामद की गई है.

ऐसे ली थी शराब

आरोपियों की पहचान सोनू, शंकर सिरमोलिया और बंटी पटोलिया निवासी संजय नगर थाना शाहजहानाबाद के रूप में हुई है. आरोपियों के पास से 3 बोरियों में भरकर रखी हुई कच्ची शराब के कुल 546 पाउच बरामद किया गया है. वाहन चालक सोनू जटालिया है, जबकि उसके सहायक शंकर सिर मोलिया और बंटी पटोलिया है. सभी के खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. आरोपियों के कब्जे से कुल 81 लीटर अवैध कच्ची शराब परिवहन करते हुए पाई गई है. यह शराब गोदर मऊ में किसी महिला से लेना आरोपियों ने बताया है. फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
 

विजय माल्या ब्रिटेन में प्रत्यर्पण का केस हारा, अब आना ही होगा भारत

विजय माल्या ब्रिटेन में प्रत्यर्पण का केस हारा, अब आना ही होगा भारत

भारत से फरार विजय माल्या को ब्रिटेन की अदालत से बड़ा झटका लगा है. उसे प्रत्यर्पण के केस में हार मिली है. ऐसे में अब विजय माल्या के भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. भगोड़े शराब कोरोबारी विजय माल्या ने भारत के हवाले किए जाने के आदेश खिलाफ ब्रिटेन के हाई कोर्ट में अपील दायर की थी, जिसे अदालत ने आज ठुकरा दिया.


रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाधीश स्टीफन इरविन और न्यायाधीश एलिजाबेथ लांग की दो सदस्यीय पीठ ने अपने फैसले में माल्या की अपील खारिज कर दी. कोरोना वायरस महामारी के कारण जारी ‘लॉकडाउन’ के कारण मामले की सुनवाई वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये हुई.


भारत विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटा है. विजय माल्या करीब पांच साल से लंदन में है, जहां उसके खिलाफ प्रत्यर्पण का मुकदमा चल रहा था. माल्या पर 13 भारतीय बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ बकाया है.


भारत की अदालत माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर चुकी है और धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) से संबंधित मामलों में उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही भी शुरू कर चुकी है.
 

Goa ने Corona virus से जीती जंग, बना जीरो केस स्टेट, 3 अप्रैल के बाद नहीं आया कोई नया मामला

Goa ने Corona virus से जीती जंग, बना जीरो केस स्टेट, 3 अप्रैल के बाद नहीं आया कोई नया मामला

पणजी। कोरोना वायरस से देशभर में लड़ाई जारी है। इस बीच कई राज्यों से अच्छीज खबरें भी आ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 23 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के 54 अन्य जिलों ने पिछले 14 दिनों में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। एक अच्छी खबर यह आई कि गोवा जीरो कोरोना केस स्टेट हो गया। गोवा में 7 कोरोना पॉजिटिव केस थे। गोवा में 3 अप्रैल के बाद से कोई नया केस सामने नहीं आया।


पहले संक्रमित मामले के बाद ही हुआ सचेत :

गोवा में कोरोना वायरस का पहला केस 18 मार्च को सामने आया था। दुबई से लौटे एक नेता में सबसे पहले संक्रमण मिला था। 3 अप्रैल तक यहां कोरोना के 7 मरीज मिले थे। उसके बाद से राज्य में कोई भी नया मामला नहीं आया।

राज्य की मेडिकल टीम और लोगों के सहयोग से उसने इस जंग में फतह हासिल कर ली। 15 अप्रैल तक राज्य के 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो गए थे। आखिरी बचे मरीज की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट रविवार को निगेटिव आ गई। गोवा में अब 3 अप्रैल के बाद से कोई नया कोरोना मरीज नहीं पाया गया है।

स्वास्थ्य टीम को मुख्यमंत्री ने दी बधाई :

मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ट्वीट कर राज्य की जनता और स्वास्थ्यकर्मियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि 'संतोष और राहत की बात है कि गोवा का आखिरी ऐक्टिव कोरोना मरीज भी टेस्ट रिपोर्ट में निगेटिव पाया गया है। डॉक्टर और सपोर्ट स्टाफ इसके लिए तारीफ के काबिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 3 मई तक लॉकडाउन रहेगा। जिन लोगों को केंद्र के अनुसार छूट ली है उन्हें ही छूट दी जाएगी।

गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि शून्य का वास्तव में बहुत मूल्य है। यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है कि गोवा में सभी कोरोना पॉजिटिव मामले अब नेगेटिव हैं। हमारे डॉक्टरों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के लिए बहुत आभारी हूं जिन्होंने दूसरों को बचाने के लिए जोखिम भरा काम किया।

बन सकता है पहला ग्रीन जोन स्टेट :

जिन क्षेत्रों में कोरोना वायरस के मामले नहीं आते हैं उन्हें ग्रीन जोन घोषित किया जा सकता है और बंद में छूट दी जा सकती है।

गोवा के देश का पहला ग्रीन जोन राज्य बन सकता है। कुछ सरकार की योजना के अनुसार रहा तो गोवा 20 अप्रैल तक ग्रीन जोन में शामिल होने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्य के दक्षिण गोवा जिले को पहले ही ‘ग्रीन जोन’ घोषित कर चुका है।

 

लॉकडाउन से इस राज्य की सरकार अभी नहीं दे रही है किसी भी प्रकार की ढील,पढ़े पूरी खबर

लॉकडाउन से इस राज्य की सरकार अभी नहीं दे रही है किसी भी प्रकार की ढील,पढ़े पूरी खबर

नईदिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी में कोविड-19 के बिना लक्षण वाले मरीजों के सामने आने को बहुत चिंताजनक बताते हुए रविवार को कहा कि फिलहाल पूर्णबंदी में किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। केजरीवाल ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि राजधानी में बड़ी संख्या में ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं जिनमें कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं दिखाई देता। यह चिंताजनक स्थिति है और इसे ध्यान में रखते हुए लाकडाउन में किसी तरह की ढील नहीं दी जायेगी। एक सप्ताह बाद स्थिति की समीक्षा की जायेगी और उस समय जो भी परिस्थितियां होंगी उसके अनुरूप निर्णय लिया जायेगा।


उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है जो चिंता बढाने वाला है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दहशत में आने और घबराने की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शनिवार को दिल्ली में 736 की जांच की गई और इसमें से 186 अर्थात 25 प्रतिशत है जो बहुत अधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल जो 186 पाजिटिव रिपोर्ट आई उनमें कोरोना का कोई सामान्य लक्षण नजर नहीं आ रहा था। इन लोगों को स्वयं पता नहीं था कि यह कोरोना लेकर घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी 11 जिले हाटस्पाट घोषित किये गये हैं।

केजरीवाल ने कहा कि निजामुद्दीन मरकज की भी सबसे अधिक मार दिल्ली को झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और यहां कुल जनसंख्या का मात्र दो प्रतिशत है जबकि कोरोना के मरीजों का 12 प्रतिशत है। दिल्ली में वायरस के कुल 1893 मामले हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वर्तमान स्थिति में अनुशासन में रहकर और लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कर ही कोरोना से नियंत्रण में मदद मिलेगी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना फैल रहा है और यदि लॉकडाउन नहीं होता तो स्थिति कितनी भयावह होती इसका अनुमान करना मुश्किल है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में 77 नियंत्रण जोन है और इनमें भी औचक परीक्षण में पाया गया की मामले बढ़े हैं। इन क्षेत्रों में भी लोग एक दूसरे के घरों में जा रहे हैं जिन इलाकों में लोगों ने पालन नहीं किया वहां मामले बढे हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के साधन संपन्न देशों में कोरोना के कहर की तस्वीर सबके सामने है और हमारे यहां लाकडाउन नहीं होता तो स्थिति क्या होती इसे कहने की जरूरत नहीं है। केजरीवाल ने कहा की दिल्ली कोरोना की सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ रहा है और राजधानी में विदेशों से सबसे अधिक लोग आये और इसकी वजह से भी कोरोना की बडी मार दिल्ली पर पड़ी है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 26 मरीज गहन चिकित्सा केंद्र और छह वेंटिलेटर पर हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में हालात चिंताजनक है और सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद यह सहमति बनी की कि वर्तमान स्थिति में ढिलाई देने पर स्थिति बिगडी तो स्वंय को माफ नहीं कर पायेंगें। इसलिये एक सप्ताह बाद 27 अप्रैल को फिर स्थिति की समीक्षा की जायेगी और उस समय जो हालात होंगे उसके अनुरूप निर्णय लिया जायेगा।

 

जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड अब फ्रांस को करेगा रेल ब्लूम का निर्यात,इन देशो से भी मिल सकता है आर्डर

जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड अब फ्रांस को करेगा रेल ब्लूम का निर्यात,इन देशो से भी मिल सकता है आर्डर

नई दिल्ली, नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। देश में हेड हार्डेंड रेल की इकलौती और निजी क्षेत्र की एकमात्र रेल निर्माता कंपनी जेएसपीएल को रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) से कोलकाता मेट्रो कॉरपोरेशन लिमिटेड के लिए 2308 मीट्रिक टन हेड हार्डेंड रेल आपूर्ति का ऑर्डर मिलने के बाद फ्रांस से भी 12 हजार टन विशिष्ट रेल ब्लूम सप्लाई का ऑर्डर मिला है।


ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने भी जेएसपीएल के प्रोडक्ट्स में रुचि दिखाई है और उन राष्ट्रों से भी कंपनी को शीघ्र ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
जे.एस.पी.एल. के प्रबंध निदेशक वी.आर. शर्मा ने पूरी टीम को इस सफलता का श्रेय देते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण के प्रति निष्ठा और समर्पण की कंपनी की नीतियों के कारण यह संभव हुआ है। कंपनी के चेयरमैन नवीन जिन्दल के दूरदर्शी नेतृत्व में जेएसपीएल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के निर्यात संबंधी संकल्प को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने स्टील उत्पादन को आवश्यक वस्तु अधिनियम में रखे जाने के लिए भी इस्पात मंत्री का आभार जताया।

 

श्री शर्मा ने प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया पहल को गेम चेंजर बताते हुए कहा कि इस्पात मंत्रालय और रेल मंत्रालय ने स्टील कंपनियों को जो कारगर रोडमैप दिया है, उसके लिए हम केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और केन्द्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आभारी हैं। यह सरकार के प्रोत्साहन से ही संभव हुआ है कि स्टील के जिन ग्रेड्स का आज तक आयात किया जाता था, उसे हम देश में ही बनाने लगे हैं।

 

श्री शर्मा ने कहा कि जेएसपीएल विश्वास दिलाती है कि वह अपने अनुसंधान और परिश्रम के बल पर सभी ग्रेड के स्टील बनाने में सक्षम है और घरेलू ग्राहकों को विश्व स्तरीय क्वालिटी के प्रोडक्ट उपलब्ध कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि फ्रांस से 12 हजार टन विशिष्ट रेल ब्लूम का ऑर्डर मिला है, जिसकी कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये है। इसके साथ ही जेएसपीएल फ्रांस रेलवे के नियमित सप्लायरों की सूची में आ गई है। अब फ्रांस से नियमित रूप से ऑर्डर मिलते रहेंगे।

 

वी.आर. शर्मा ने कहा कि जेएसपीएल इनोवेशन में विश्वास करती है और रेल सेक्टर में अनेक सफल प्रयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि फ्रेट कॉरिडोर और देश में बढ़ती मेट्रो की मांग को देखते हुए जेएसपीएल ने रेल मंत्रालय के अधीन कार्यरत रिसर्च डिजायंस एंड स्टैंडड्र्स ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) का प्रमाणपत्र मिलने के बाद 1080 एचएच (हीट ट्रीटेड) ग्रेड पटरियों का उत्पादन शुरू किया, जिसका पहला ऑर्डर (2308 टन) रेल विकास निगम लिमिटेड से मिला है। हम इसकी आपूर्ति इसी महीने से शुरू कर देंगे। रेलवे की मांग को देखते हुए जेएसपीएल अब विशेष आर 260 ग्रेड की पटरियां भी बनाने जा रही है जो प्रति डिब्बे वर्तमान 64 के मुकाबले 75 टन भार सहने की क्षमता वाली होगी।

 

हेड हार्डेंड रेल का इस्तेमाल मेट्रो रेल और तेज गति वाली फ्रेट कॉरिडोर में होता है क्योंकि इन ट्रेनों में न सिर्फ अधिक भार होता है बल्कि ये मार्ग अपेक्षाकृत अधिक व्यस्त होते हैं और पहिये-पटरियों के बीच घर्षण भी ज्यादा होती है। इसके अलावा इन ट्रेनों की गति अचानक बढ़-घट जाती है और बार-बार ब्रेक लेने की नौबत आती है इसलिए हेड हार्डेंड रेल को फौलाद की तरह बनाया जाता है ताकि पटरियों के पिघलने, टूटने की गुंजाइश न रहे।

 

हेड हार्डेंड रेल का निर्माण विशेष हीट ट्रीटमेंट प्रक्रिया से किया जाता है जिस कारण सामान्य रेल पटरियों के मुकाबले लगभग 50 फीसदी अधिक कठोरता इसमें आ जाती है, जो मेट्रो रेल और मालगाडिय़ों, दोनों के लिए आवश्यक होती है और जिससे हादसे की आशंका न के बराबर रह जाती है।

 

चीन में कोरोना टीके के लिए दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण शुरु

चीन में कोरोना टीके के लिए दूसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण शुरु

बीजिंग, चीन के वैज्ञानिकों ने देश में कोरोना वायरस के केंद्र वुहान में एक टीके के क्लीनिकल परीक्षण का दूसरा चरण शुरू किया है। मीडिया रिपोर्ट के इस टीके को इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, एकेडमी ऑफ मिलिट्री मेडिकल साइंसेज ऑफ चाइना ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए विकसित किया है। रविवार को इसके दूसरे चरण के परीक्षण में 500 स्वयंसेवियों ने हिस्सा लिया।


इसमें सबसे उम्रदराज स्वयंसेवी वुहान निवासी 84 वर्षीय शोंग झेंगशिंग हैं जिन्होंने सोमवार की सुबह टीकाकरण पूरा कर लिया। उनके साथ उनकी बेटी भी थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि टीके को जेनेटिक इंजीनियरिंग के तरीके से विकसित किया गया है और कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारियों में इस्तेमाल किया जाएगा।


टीके के क्लीनिकल परीक्षण के पहले चरण में जहां इसकी सुरक्षा पर ध्यान दिया गया वहीं दूसरे चरण में इसकी प्रभाविता पर जोर दिया गया।

 

वोडका ही कोरोना की दवा, कोई भी नहीं मरेगा,बेलारूस के राष्ट्रपति का अजीबोगरीब दावा

वोडका ही कोरोना की दवा, कोई भी नहीं मरेगा,बेलारूस के राष्ट्रपति का अजीबोगरीब दावा

मिन्स्क, वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने लगभग पूरी दुनिया में पांव पसार लिये हैं। इस वासरस से दुनिया 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 1.20 लाख के करीब लोगों की मौत हो गई है। वहीं भय के इस माहौल में कई ऐसी जानकारियां सोशल मीडिया पर चल रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि इनके इस्तेमाल से कोरोना वायरस के असर को कम किया जा सकता है और इसको फैलने से रोकने के लिए और इसके इलाज के लिए कई तरह की बातें सुनने को मिल रही हैं।


वहीं अब वोडका को कोरोना की दवा बता चुके बेलारूस के राष्ट्रपति ने एक और अजीबोगरीब दावा किया है। अलेक्जेंडर लूकाशेन्को ने कहा है कि उनके देश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है और ना ही आगे कोई मरेगा। हालांकि, बेलारूस में आधिकारिक तौर से कोरोना वायरस से हुई मौतों का आंकड़ा दो दर्जन से अधिक है। इतना ही नहीं, कोरोना वायरस को लेकर अलेक्जेंडर ने कहा है कि वोडका पीने, ट्रैक्टर चलाने, बकरियों के साथ खेलने और साउना से यह बीमारी ठीक हो जाती है।

ब्रिटिश मीडिया में अलेक्जेंडर को तानाशाह कहा जाता है। अलेक्जेंडर पर यह भी आरोप लग रहे हैं कि वे डॉक्टर और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की चेतावनी को नजरअंदाज कर रहे हैं और वायरस को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इससे बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती है।
राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया है और देश के 95 लाख लोगों को संबोधित करते हुए कहा- हमने उन दवाओं की खोज कर ली है जिससे लोग कोरोना से ठीक हो जाते हैं।

65 साल के अलेक्जेंडर 25 सालों से अधिक समय से देश की सत्ता पर काबिज हैं. हालांकि, उन्होंने विस्तार से नहीं बताया कि किन दवाओं से वे कोरोना बीमारी को ठीक करने की बात कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने कहा कि लोग डरे हुए हैं। इसलिए लोगों से कहा कि देश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई।

कोरोना वायरस से पीडि़त लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने कहा- चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। हमारे देश में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है. मैं इसे सार्वजनिक तौर से कह रहा हूं। राष्ट्रपति ने मौत के आंकड़ों के संबंध में कहा कि उन लोगों की मौत किसी अन्य बीमारी से हुई है जिनसे वे पहले से जूझ रहे थे। राष्ट्रपति अलेक्जेंडर ने यहां तक दावा किया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी उनसे सहमत है।
 

अमेरिका ने भारत को 15.5 करोड़ डॉलर की मिसाइल टॉरपीडो की बिक्री को मंजूरी दी

अमेरिका ने भारत को 15.5 करोड़ डॉलर की मिसाइल टॉरपीडो की बिक्री को मंजूरी दी

वाशिंगटन, हाइड्रोक्सीक्लोरोसाइन मिलने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन ने 15.5 करोड़ डॉलर की हारपून ब्लॉक 2 एयर लॉन्चड मिसाइलें और हल्के वजन के टॉरपीडो भारत को बेचने की अपनी प्रतिबद्धता से संसद को अवगत कराया। 'डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी ने संसद को दो विभिन्न अधिसूचनाओं में बताया कि इन 10 एजीएम-84एल हारपून ब्लॉक 2 मिसाइलों की कीमत 9.2 करोड़ डॉलर है जबकि हल्के वजन के 16 'एमके 54 ऑल राउंड टॉरपीडो और तीन 'एमके 54 एक्सरसाइज टॉरपीडो की कीमत करीब 6.3 करोड़ डॉलर है।


पेंटागन ने कहा कि भारत सरकार द्वारा इनकी मांग किए जाने के बाद इस संबंध में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने निर्णय लिया। हारपून ब्लॉक 2 के संबंध में पेंटागन के कहा, '' भारत इसका इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। भारत को अपने सशस्त्र बलों में इस उपकरण को शामिल करने में कोई कठिनाई नहीं होगी।


एक अन्य अधिसूचना में एमके 54 के बारे में पेंटागन ने कहा, ''भारत इसका इस्तेमाल क्षेत्रीय खतरों से निपटने और अपनी धरती की सुरक्षा बढ़ाने के लिए करेगा। भारत हल्के वजन वाला एमके54 टॉरपीडो अपने पी-84 विमान से इस्तेमाल करना चाहता है। भारत को इसमें कोई कठिनाई नहीं होगी।


पेंटागन के अनुसार यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारतीय सामरिक संबंधों को मजबूत करने और एक प्रमुख रक्षात्मक साझेदार की सुरक्षा मजबूत करने में मदद करेगी और यह हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति, और आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण होगा।

 

कोरोना के खौफ में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,पढ़े कहा की है ये घटना

कोरोना के खौफ में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,पढ़े कहा की है ये घटना

नासिक। महाराष्ट्र के नासिक शहर में 31 वर्षीय एक युवक ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका के चलते कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।


नासिक रोड के चचेड़ी क्षेत्र के निवासी प्रतीक राजू कुमावत ने शनिवार को कथित तौर पर अपने घर में फांसी लगा ली।

 

एक अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें लिखा है कि कुमावत कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है।

 

कुमावत प्लंबर का काम करता है और वह गले की बीमारी से जूझ रहा था। अधिकारी ने बताया कि एक स्थानीय डॉक्टर के यहां कुमावत का इलाज चल रहा था।


उन्होंने कहा कि मृतक को डर था कि उसे कोरोना वायरस संक्रमण हो गया है। उन्होंने कहा कि शव को परीक्षण के लिए भेजने से पहले जांच के लिए उसके बलगम का नमूना ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

 

लॉकडाउन में शादी करना मंहगा पड़ा,दूल्हा और दुल्हन सहित 50 मेहमान गिरफ्तार,जाने कहा का है मामला

लॉकडाउन में शादी करना मंहगा पड़ा,दूल्हा और दुल्हन सहित 50 मेहमान गिरफ्तार,जाने कहा का है मामला

जोहांसबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन का उल्लंघन कर शादी करने पर दूल्हा और दुल्हन को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ शादी में शामिल 50 मेहमानों को भी पुलिस ने अरेस्ट किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 48 वर्षीय जबुलानी जुलु और 39 वर्षीय नोमथांड्जो रविवार को एक समारोह में शादी कर रहे थे, तभी पुलिस आ गई।
पुलिस ने यह शादी हवाई फायरिंग कर रुकवाई, जिसका विडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। विडियो और फोटो में कपल को गिरफ्तार किए जाने के बाद पुलिस वैन में बैठते देखा जा सकता है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को एक सूचना मिली कि चज़ुलु-नताल में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध के बावजूद शादी हो रही है।
इसके बाद तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद दूल्हा, दुल्हन, पादरी और शादी में शामिल होने आए 50 मेहमानों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, बाद में सभी को जमानत पर रिहा कर दिया गया। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के 1,845 मामले सामने आए हैं और 18 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार काफी सख्ती बरत रही है।

 

इस देश में कोरोना से बचने पी गये अल्कोहल,सैकड़ो मरे हजारो हुए बीमार ,पढ़े पूरी खबर

इस देश में कोरोना से बचने पी गये अल्कोहल,सैकड़ो मरे हजारो हुए बीमार ,पढ़े पूरी खबर

तेहरान। ईरान में कोरोना वायरस से बचने के चक्कर में नीट अल्कोहल (जहरीली शराब) पीने से में 600 से ज्यादा लोगों की जान चली गई। वहीं करीब 3 हजार लोगों को देश के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। माना जा रहा है कि अफवाह के शिकार होकर लोगों ने यह कदम उठा लिया।
ईरान सरकार के न्यायिक प्रवक्ता गुलाम हुसैन एस्मेली ने बताया कि शराब का सेवन कोरोना वायरस का इलाज नहीं है। यह मानव शरीर के बहुत ही घातक है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें बिलकुल ही अंदाजा नहीं था कि ऐसी अफवाह से इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाएगी। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कोरोना वायरस से पैदा हुए हालात से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से पांच अरब डॉलर इमरजेंसी फंड देने की मांग की है। रूहानी ने कहा कि मैं अंतरराष्ट्रीय संगठनों से अपील करता हूं कि वो अपनी जिम्मेदारी निभाएं। रूहानी ने अमेरिकी प्रतिबंधों को आर्थिक और मेडिकल आतंकवाद बताया। मंगलवार को ईरानी संसद की बैठक में बड़ी संख्या में पहुंचे सदस्यों ने देश में पूर्ण रूप से लॉकडाउन न करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि इससे देश में बड़ी संख्या में नौकरियां खत्म होंगी। इसके अलावा देश की उत्पादकता पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। हालांकि देश में यात्रा प्रतिबंधों के अलावा कई तरह से व्यवसायों को पहले ही बंद किया जा चुका है। ईरान में कोरोना से अब तक 3872 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 62589 लोग अब भी इससे संक्रमित हैं।
 

कुछ युवा ठीक होने के बाद दोबारा कोरोना से संक्रमित, जाने कहा का है यह मामला

कुछ युवा ठीक होने के बाद दोबारा कोरोना से संक्रमित, जाने कहा का है यह मामला

बीजिंग। वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित 14.5 प्रतिशत युवा अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद दोबारा इससे संक्रमित हो गये।


यह अध्ययन चीन और अमेरिका के वैज्ञानिकों ने किया है। शोध के अनुसार 262 मामलों में से 38 मामले ऐसे पाये गये, जब युवा ठीक होने के दो सप्ताह बाद दोबारा इस संक्रमण से ग्रसित हुए। यह अध्ययन दक्षिणी चीन के गुआंडोंग प्रांत से स्वास्थ्य अधिकारियों ने फरवरी के आखिर में किया, जिसमें लगभग 14 प्रतिशत मामलों में यह पाया गया कि युवा इस जानलेवा विषाणु से ठीक होने के दो सप्ताह के भीतर दोबारा इसकी चपेट में आ गए।

शोधकर्ताओं के अनुसार जो 38 लोग दोबारा इस वायरस से संक्रमित हुए उनमें सिर्फ एक व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष से अधिक, जबकि सात की उम्र 14 वर्ष से कम थी। साथ ही वैज्ञानिकों ने पाया कि जो 38 लोग दोबारा संक्रमित हुए उनमें से कुछ ही लोगों ने हल्की खांसी और सीने में जकडऩ की शिकायत की जबकि किसी को भी बुखार नहीं हुआ।

उधर, इस संक्रमण के मुख्य केंद्र चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान के तोंगजी अस्पताल की टीम द्वारा पिछले महीने किये गये शोध में महज तीन प्रतिशत ऐसे मामले सामने आए, जब लोग दोबारा इस संक्रमण की चपेट में आए।
अंतिम संस्कार के लिए अब तीन ही लोग एकत्र हो पाएंगे,जानिये क्यों और कहा दिया गया ऐसा आदेश

अंतिम संस्कार के लिए अब तीन ही लोग एकत्र हो पाएंगे,जानिये क्यों और कहा दिया गया ऐसा आदेश

मैड्रिड, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच स्पेन ने अंतिम संस्कार में अधिक लोगों के एकत्रित होने और घरों पर जाकर शोक व्यक्त करने पर रोक लगा दी है। नए आदेशानुसार, अंतिम संस्कार के लिए अब तीन से अधिक लोग एकत्रित नहीं हो पाएंगे।मैड्रिड ने सोमवार को घोषणा की '' अलर्ट खत्म होने तक धार्मिक समारोह और लोगों के अंतिम संस्कार के बाद किए जाने वाले अनुष्ठानों पर रोक रहेगी। लोगों को नियंत्रित रखने के लिए देशभर में 11 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। नए आदेशानुसार अब केवल तीन लोग ही अंतिम संस्कार के लिए एकत्र हो पाएंगे और लोगों को एक दूसरे से एक-दो मीटर की दूरी बनाए रखनी होगी। स्पेन में कोरोना वायरस की चपेट में आने से अभी तक 7,340 लोगों की जान जा चुकी है। सरकार ने लोगों के घर पर जाकर शोक व्यक्त करने पर भी रोक लगा दी है। 

क्या है तब्लीगी जमात, कैसे करती है काम, क्यों हज़ारों मुसलमान होते हैं मरकज निजामुद्दीन में इकट्ठा?

क्या है तब्लीगी जमात, कैसे करती है काम, क्यों हज़ारों मुसलमान होते हैं मरकज निजामुद्दीन में इकट्ठा?

नई दिल्ली,सोमवार को दिल्ली के निजामुद्दीन दरगाह का इलाका अचानक खबरों में आ गया. इस इलाके में सैंकड़ों लोगों के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए लोगों को जांच के लिए भेजा. इसी बीच खबर आई की निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज (सेंटर) के एक कार्यक्रम में शामिल होने लगभग तीन हजार लोग देश-दुनिया से आए थे. मलेशिया और इंडोनेशिया समेत अन्य मुल्कों से इस धार्मिक सभा में हिस्सा लेने आए लोग कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच अब सबसे बड़ी चिंता का विषय बन गए हैं.


ऐसे में तब्लीगी जमात के जिम्मेदारों के खिलाफ दिल्ली सरकार ने FIR के आदेश भी दे दिए हैं. आइए जानते हैं कि आखिर ये तब्लीगी जमात है क्या और क्यों निजामुद्दीन के मरकज में हजारों की संख्या में लोग आते हैं.


क्या है तब्लीगी जमात?


तब्लीगी जमात की स्थापना को लेकर एक इतिहास है. दरअसल इसकी स्थापना 1926-27 में की गई थी. हुआ कुछ यूं कि मुगल काल में कई लोगों ने इस्लाम कबूल कर लिया था. मुगल काल के बाद जब अंग्रेजों की हुकूमत देश पर हुई तो आर्य समाज द्वारा फिर उन लोगों का शुद्धिकरण कर उन्हें हिन्दू धर्म में प्रवेश कराने की शुरूआत की गई. इसी के मद्देनज़र दूसरी तरफ मौलाना इलियास कांधलवी ने मुसलमानों के बीच इस्लाम की शिक्षा देने के लिए तबलीगी जमात की स्थापना की. उन्होंने निजामुद्दीन में स्थित मस्जिद में कुछ लोगों के साथ तबलीगी जमात का गठन किया. इसे मुसलमानों को अपने धर्म में बनाए रखना और इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार और इसकी जानकारी देने के लिए शुरू किया.


बाकायदा शुरुआत?


तब्लीगी जमात की बाकायदा शुरुआत 1940-41 में हुई. पहली बार दिल्ली से सटे मेवात से हुई जहां खुद इसके संस्थापक मौलाना इलियास जमात लेकर गए.


क्या है तब्लीगी शब्द का अर्थ?


तब्लीगी का शाब्दिक अर्थ देखें तो इसका अर्थ होता है अल्लाह की कही बातों का प्रचार करने वाला. जमात का मतलब होता है समूह. अब अगर तब्लीगी जमात का अर्थ एक साथ देखें तो अल्लाह की कही बातों का प्रचार करने वाला समूह होगा.


मरकज क्या है?


मरकज का शाब्दिक अर्थ है मीटिंग वाली जगह. दरअसल, तब्लीगी जमात से जुड़े लोग पारंपरिक इस्लाम को मानते हैं और इसी का प्रचार-प्रसार करते हैं. इसका मुख्यालय दिल्ली के निजामुद्दीन के बंगले वाली मस्जिद में स्थित है.


क्या है इस संस्थान का उद्देश्य?


तब्लीगी जमात के मुख्य रूप से 6 उद्देश्य है. ये कलिमा (अल्लाह को एक मानना), सलात (नमाज), इल्म (शिक्षा), इक्राम-ए-मुस्लिम (, इख्लास-ए-निय्यत, दावत-ओ-तब्लीग है. इन्हीं बातों का ये लोग प्रचार करते हैं.


कैसे करती है काम?


ये समूह मरकज से अलग-अलग हिस्सों में प्रचार के लिए निकलती है. इसमें एक जमात (समूह) में आठ से दस लोग शामिल होते हैं. ये इस्लाम का प्रचार करते हैं.


क्या होता है इज्तेमा?


इज्तेमा तब्लीग़ी जमात का एक बेहद ख़ास उपक्रम है, जो मुसलमानों को अपनी बेसिक शिक्षाओं की तरफ लौटने की दावत देता है. इज्तेमा तीन दिन का एक सम्मलेन होता है जिसमें मुसलमान भारी संख्या में शिरकत करते हैं. न सिर्फ आम मुसलमान बल्कि इस्लामिक स्कॉलर, आलीम वगैरह यहां इकट्ठे होते हैं. इसमें आम तौर पर यह कहा जाता है कि दुनिया को बदलने से पहले खुद को बदलिए. खुद को बेहतर बनाइए, दुनिया खुद ब खुद बेहतर हो जाएगी. भारत का सबसे बड़ा इज्तेमा हर साल भोपाल में आयोजित होता है. जिसमें तकरीबन दस लाख लोग पहुंचते हैं. वहीं दुनिया का सबसे बड़ा इज्तेमा बांग्लादेश के ढाका में होता है. इज्तमे में तकरीबन पचास लाख लोग शामिल होते हैं.

 

 

source:-ABP NEWS

अरविंद केजरीवाल की मजदूरों से अपील- दिल्ली छोड़कर न जाएं, हम हर संभव मदद को तैयार

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नई दिल्ली: दिल्ली -एनसीआर में मजदूरों के पलायन पर चिंतित दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मजदूरों से अपील की है कि वो कहीं न जाएं. केजरीवाल ने कहा है कि आप जहां हैं वहीं रहें, हम हर संभव मदद करने के लिए तैयार है. केजरीवाल ने कहा,'' जहां हैं वहीं रहें क्योंकि कोरोना वायरस फैलने का खतरा ज्यादा लोगों के एकत्र होने से बढ़ता है. मैं आपके लिए सारे इंतजाम कर रहा हूं.''


अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा,''आपके रहने और खाने की पूरी व्यवस्था है. आपका पूरा ख्याल रखा जाएगा."
 

कोरोना की जंग में सनफार्मा 25 करोड़ की दवाएं, सैनिटाइजर उपलब्ध कराएगी

कोरोना की जंग में सनफार्मा 25 करोड़ की दवाएं, सैनिटाइजर उपलब्ध कराएगी

नयी दिल्ली, सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज लि. ने भारत की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 25 करोड़ रुपये की दवाइयां और सैनिटाइजर देने की घोषणा की है। कंपनी ने शनिवार को बयान में कहा कि वह इस लड़ाई में अपनी ओर से हाइड्रोक्लोरोच्टिन (एचसीक्यूएस) एजिथ्रोमाइसिन और अन्य संबंधित दवाइयां तथा सैनिटाइजर उपलब्ध कराएगी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा कोविड-19 पर गठित राष्ट्रीय कार्यबल ने अधिक जोखिम वाली आबादी को संक्रमण से बचाव के लिए एचसीक्यूएस का रोगनिरोधक के रूप में इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है। सनफार्मा ने इस महामारी से बचाव के लिए काम कर रहे चिकित्सकों और अन्य लोगों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उसने अपने विनिर्माण संयंत्र में बेहतर गुणवत्ता के हैंड सैनिटाइजर के उत्पादन की विशेष व्यवस्था की है। कंपनी ने कहा कि ये सैनिटाइजर स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को उपलब्ध कराए जाएंगे।