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रोजगार : थल सेना में भर्ती हेतु युवतियों के लिए सुनहरा अवसर, ऐसे करे आवेदन

रोजगार : थल सेना में भर्ती हेतु युवतियों के लिए सुनहरा अवसर, ऐसे करे आवेदन

कांकेरछत्तीसगढ़ राज्य सहित कांकेर जिले के युवतियों को थल सेना में भर्ती होने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत्त कर्नल सी.एम.एस. बाबू ने बताया कि भारतीय सेना में सोल्जर जनरल ड्यूटी (महिला सैन्य पुलिस) की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गई है, योग्य और इच्छुक उम्मीदवार जो इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं वे आधिकारिक वेबसाईट  www.joinindianarmy.nic.in  के माध्यम से 27 जुलाई से 31 अगस्त 2020 तक ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। आवेदक की आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के मध्य होनी चाहिए तथा उनकी शैक्षणिक योग्यता 10वीं, 12वीं या समकक्ष परीक्षा किसी भी विषय में 45 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।

गुरुकुल महिला महाविद्यालय की एनएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा चलाया जागरूकता अभियान

गुरुकुल महिला महाविद्यालय की एनएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा चलाया जागरूकता अभियान

रायपुर जिला प्रशासन रायपुर के साथ मिलकर गुरुकुल महिला महाविद्यालय के स्वयंसेवक अपने ड्यूटी प्वाइंट फाफाडीह, शास्त्री चौक, अवंती बाई चौक, अनुपम नगर, तेलीबांधा चौक के आसपास की दुकानों एवं सब्जी बाजार में कोरोना योद्धा के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं |

कोरोना वायरस के प्रति लोगों  को जागरूक करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, जरूरतमंद लोगों को मास्क वितरण, हाथ धोना साथ ही दुकानों पर पहुंचकर दुकानदारों से भी कहा गया कि सामान विक्रय के पूर्व ग्राहक को बिना मास्क के दुकान में प्रवेश ना करने दें एवं घर पर ही महिलाओं बच्चों एवं वृद्धों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की समझाइश दी गई |

नारे जैसे मास्क नहीं तो सामान नहीं आदि के माध्यम से जानकारी स्वयंसेवकों के द्वारा लोगों को दी जा रही हैं ताकि वह इस महामारी से स्वस्थ और सुरक्षित रहें स्वयंसेवकों का कहना है की यह केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है यह हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है |

इस जिम्मेदारी को स्वयंसेवक समझते हुए अपने कर्तव्यों को पूरा कर रहे हैं। ताकि हर व्यक्ति सुरक्षित रहे ।इस जागरूकता अभियान में कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रात्रि लहरी  स्वयंसेवक स्नेहा नानवानी, उमा शर्मा, भूमिका यादव, डॉली साहू ,आरती गोस्वामी ,अंजू साहू ,रागिनी साहू लगातार अपनी सेवा कोरोना योद्धा के रूप में दे रहे हैं।

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय रायपुर द्वारा कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय रायपुर द्वारा कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

रायपुर | जन्माष्टमी के शुभ पर्व पर शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय रायपुर द्वारा कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । जिसमें तुलाराम आर्य कन्या विद्यालय दुर्ग कि छठवीं से 12वीं तक की छात्राओं तथा विद्यालय की शिक्षिकाओं ने भाग लिया । कक्षा बारहवीं की तनु विश्वकर्मा ने बहुत ख़ूबसूरती से कृष्ण जी को सजाया और प्रथम स्थान प्राप्त किया । और स्वाति देशपांडे भी प्रथम स्थान पर रहीं तथा सीमा देवाँगन और श्रेया राजपूत द्वितिय स्थान पर रहीं ।

लक्ष्मी तिवारी, कुंती वर्मा, देविका निषाद, मेघा साहू, नीता अग्रवाल ने भी कृष्ण जी को बहुत सुंदर सजाया था । 

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर उषा किरण अग्रवाल ने कहा कि समस्त भगवानों में श्रीकृष्ण को उनके रूप और श्रृंगार के कारण जाना जाता है। उनकी भक्ति का यह सबसे खूबसूरत तरीका है कि हर दिन उनका मनभावन श्रृंगार किया जाए ।

विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती नीना शिवहरे ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से छात्राओं में अच्छे संस्कार विकसित होते हैं विद्यालय की सांस्कृतिक प्रभारी श्रीमती ममता शर्मा ने बताया कि श्री कृष्ण के श्रिंगार को बच्चियों ने घर पर किया और फ़ोटो भेजे कक्षा छठवीं से ले के बारहवीं तक की बच्चियों ने भाग लिया । 

शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय द्वारा सर्वोत्तम छात्राओं और शिक्षिकाओं को पुरस्कृत किया गया । इसके लिए तुलाराम आर्य कन्या विद्यालय की ओर से प्राचार्य श्रीमती नीना शिवहरे ने महाविद्यालय को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया और कहा कि इस विद्यालय की छात्राओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन करने के लिये वे महाविद्यालय की आभारी हैं | महाविद्यालय की IQAC प्रभारी बे सबका आभार व्यक्त किया |

दुर्गा महाविद्यालय भूगोल विभाग द्वारा ऑर्गेनिक लिविंग विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का हुआ आयोजन

दुर्गा महाविद्यालय भूगोल विभाग द्वारा ऑर्गेनिक लिविंग विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार का हुआ आयोजन

रायपुर | दुर्गा महाविद्यालय भूगोल विभाग द्वारा दिनांक 8/8/2020 को ऑर्गेनिक लिविंग विषय पर राष्ट्रीय वेबीनार  आयोजित किया गया जिसके मुख्य वक्ता डॉ संकेत ठाकुर (प्रदेश के प्रथम कृषि उत्पादक संगठन(FPO), 'एंग्रीकाॅन एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी 'के संस्थापक  संचालक  एवं फाउण्डर, 'लीड फाउंडेशन' ) थे।इस वेबिनार में देश के 23से अधिक राज्यों के 1636 प्रतिभागी पंजीकृत हुए । वेबिनार को संबोधित करते हुए, डॉ ठाकुर ने कहा कि -मानव जीवन पद्धति, 'प्रकृति का पोषण' करते हुए होना चाहिए,अन्यथा प्राकृतिक असंतुलन उत्पन्न होगा, जिसका दुष्परिणाम समय-समय पर, महामारी व अन्य विपदा के रुप में सामने आयेगा । 

कोविड 19का संक्रमण प्रकृति के असंतुलित विदोहन का ही परिणाम है । 'संतुलित जीवन ' पद्धति का सामान्य तर्क है कि -हम जिससे बने हैं ,वहीं हमारी आवश्यकता है ।अतः उसी का उपभोग करें, शेष सभी आवश्यकताएं ,प्रलोभन स्वरुप कृत्रिम रूप से उत्पन्न की गई ।यहि असंतुलन उत्पन्न करती है  ।अपनी   'आवश्यकताओं' की पूर्ति हम स्वयं करने में सक्षम है ।इसमें संपूर्ण कृषि एवं गोधन महत्वपूर्ण है। रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं का कृषि में न्यूनीकरण एवं कम्पोस्ट/गोबर खाद का अधिकतम उपयोग ही 'आर्गेनिक लिविंग' है। इसकी शुरुआत छत्तीसगढ़ शासन द्वारा कर किया गया है।यहि हमारी 'प्राचीन  परंपरा ' है,और हमें पुनःअपने मूल की ओर लौटना होगा।वेबिनार में चर्चा करते हुए ,सागर विश्वविद्यालय भूगोल विभाग, के प्राध्यापक, डॉ संतोष शुक्ला जी ने इस महत्त्वपूर्ण तथ्य को रेखांकित किया कि- वन, में मानव जहां -जहां से गुजरते हैं, वहां पगडंडियों का निर्माण हो जाता है, अर्थात उनके चरणों के नीचे की समस्त वनस्पतियां नष्ट हो जाती है, जबकि वन्य पशुओं के चलने से पगडंडियों का निर्माण नहीं होता।
स्पष्ट है ,जहां मानव की निगाह पड़ी, वह सब उपभोग/विकास के नाम पर समाप्त हो जाता है।इस 'राष्ट्रीय वेबीनार ' आयोजन में दुर्गा महाविद्यालय 'भूगोल विभाग 'की विभागाध्यक्ष 'डॉ  पूर्णिमा शुक्ला 'ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता सम्माननीय डॉ संकेत ठाकुर जी का परिचय दिया । प्राचार्य डॉ राकेश कुमार तिवारी जी ने स्वागत भाषण एवं शुभकामनाएं प्रेषित की। विभाग के प्राध्यापक द्वय,श्रीमती सुनीता चंसोरिया एवं डॉ संजीव प्रमानिक ने कार्यक्रम का संचालन किया।
जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार (संविदा पद) हेतु आवेदन आमंत्रित : 17 अगस्त तक अभ्यर्थी कर सकते हैं आवेदन

जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार (संविदा पद) हेतु आवेदन आमंत्रित : 17 अगस्त तक अभ्यर्थी कर सकते हैं आवेदन

कोंडागांवकार्यालय कलेक्टर जिला कोण्डागांव द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ शासन, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन, अटल नगर नया रायपुर के पत्र क्रमांक/747 द्वारा कोण्डागांव जिले के लिए जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार एक (संविदा) पद स्वीकृत किया गया है। उक्त पद की भर्ती हेतु दिनांक 17/08/2020 तक आवेदन-पत्र आमंत्रित किया जाता है। निर्धारित योग्यता/अर्हता रखने वाले अभ्यर्थी अपना आवेदन पंजीकृत डाक/स्पीड पोस्ट के माध्यम से कार्यालय कलेक्टर (वित्त शाखा) जिला कोण्डागांव के पते पर निर्धारित प्रपत्र में प्रेषित् कर सकते हैं।

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जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार पद हेतु निर्धारित योग्यता और अर्हता अनुसार अभ्यर्थी का मूल निवास छ0ग0 राज्य का मूल निवासी होना अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही संविदा नियुक्ति हेतु अभ्यर्थी की आयु सीमा 65 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए तथा संविदा वेतन 70 हजार रूपये प्रतिमाह देय होगी। इसके अलावा शैक्षणिक योग्यता में स्नातकोत्तर डिग्री (अधिमानत, आपदा प्रबंधन, सामाजिक कार्य, समाज शास्त्र, भूगोल, कृषि, वास्तुकला, इंजीनियरिेंग शहरी नियोजन में) चाही गई है। अभ्यर्थी का चयन में स्नातकोत्तर शैक्षणिक योग्यता में प्राप्त अंको एवं साक्षात्कार के समय लिखित /मौखिक परीक्षा अनुभव के अंकों के आधार पर मैरिट सूची तैयार की जावेगी।

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चयन का मापदण्ड व अंक का निर्धारण चयन समिति के द्वारा किया जावेगा। निर्धारित योग्यता व मापदण्ड पूर्ण नहीं करने पर स्क्रूटनी के समय आवेदन निरस्त किया जा सकेगा। यह नियुक्ति छ0ग0 सिविल सेवा (संविदा नियुक्ति) नियम 2012 के अधीन होगी। जिला आपदा प्रबंधन सलाहकार के पद पर संविदा नियुक्ति की अवधि में दोनो पक्षों में से किसी एक पक्ष के द्वारा एक माह की पूर्व सूचना या इसके एवज में एक माह का वेतन देकर नियुक्ति समाप्त की जा सकेगी। निर्धारित मापदण्ड/अर्हता रखने वाले अभ्यर्थी को ही साक्षात्कार (अधिकतम 10 लोगों) हेतु आहुत किया जावेगा। अभ्यर्थी को आवेदन के साथ एक शपथ पत्र संलग्न करना होगा जिसमें उनके द्वारा यह प्रमाणित किया जायेगा कि उनके विरूद्ध कोई आपराधिक प्रकरण लंबित नहीं है और न ही किसी न्यायालय द्वारा आपराधिक मामलों में दोषी ठहराया गया है।

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आवेदक को प्रतिष्ठित संस्था/शासकीय विभाग में उसे कार्य क्षेत्र तथा पदीय दायित्वों के आधार पर 05 वर्ष के कार्य अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। जबकि संबंधित क्षेत्र में पीएचडी की डिग्री रखने वाले उम्मीदवार 03 वर्ष के कार्य का अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकेंगे। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिये जिले की वेबसाईट kondagaon.gov.in या cgstate.gov.in का अवलोकन किया जा सकता है। निर्धारित समयावधि के उपरान्त प्राप्त होने वाले आवेदन पर विचार नहीं किया जावेगा।

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में तुलसी जयंती के उपलक्ष में "तुलसी मानस" कार्यक्रम का किया आयोजन

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर में तुलसी जयंती के उपलक्ष में "तुलसी मानस" कार्यक्रम का किया आयोजन

रायपुर,शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर तुलसी जयंती के उपलक्ष में हिंदी विभाग के द्वारा" तुलसी मानस" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल मार्गदर्शन इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना तिवारी ने किया। उन्होंने बताया तुलसी दास जी समाज सुधारक एवं धार्मिक कवि के रूप में माने जाते हैं। उन्हें संत शिरोमणि भी कहा जाता है।

तुलसीदास जी की कालजई रचनाओं में रामायण ,विनय पत्रिका, कवितावली, दोहावली, हनुमान चालीसा की चर्चा की। तुलसीदास जी ने भारत में हिंदू जाति को उबारने का प्रयास किया तुलसीदास जी का भक्ति का आधार एक आस्था पर था। हिंदी विभाग से डॉक्टर गोदावरी नागबानी ने बताया की दैन्य या नम्र भाव से ही भगवत प्राप्ति हो सकती है। ईश्वर अपने भक्तों का ध्यान उसी प्रकार रखते हैं जैसे माता अपने बालक का ध्यान रखती है अतः व्यक्ति को स्वयं को पूर्णता ईश्वर को समर्पित कर देना चाहिए। हिंदी विभाग की छात्राओं में संगीत मीरी, तरुण कुटे, सौहदरा, रोशनी वर्मा, ने तुलसीदास जी का परिचय एवं रचनाओं के बारे में बता या। महाविद्यालय की आंतरिक मूल्यांकन आश्वासन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ कविता शर्मा ने बालकांड पर अपने विचार व्यक्त की बालकांड और उत्तर कांड मे रामजी के सौंदर्य के वर्णन की चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार तुलसीदास जी ने माता कौशल्या की आंखों से राम जी के ऐश्वर्य माधुरय और सौंदर्य का वर्णन किया हिंदी विभाग से डॉ शीला दानी ने तुलसीदास जी की रचनाएं कवितावली गीतावली विनय पत्रिका के बारे में बताया। हिंदी विभाग से डॉ रंजना तिवारी ने नवधा भक्ति का अत्यंत सुंदर वर्णन किया। स्मरण ,भजन, गायन पूजन संत संग, मंत्र, जाप ,संतोष यह सब नवधा भक्ति के रूप है। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल ने अपने अनुसंधान पत्र "तुलसी के राम नजीर के कृष्ण" पर श्री राम तथा श्री कृष्ण के जन्म की परिस्थितियों का बहुत सुंदर वर्णन किया। उन्होंने बताया कि दोनों का जन्म अलग-अलग परिवेश में हुआ। राम का जन्म अयोध्या के महलों में जबकि कृष्ण का जन्म मथुरा की जेल की सलाखों में हुआ। तुलसीदास जी के द्वारा राम जन्म का वर्णन तथा नजीर अकबराबादी के शब्दों में कृष्ण जन्म के वर्णन का अति सुंदर वर्णन किया। नजीर अकबराबादी की कविता ऐसा था कृष्ण कन्हैया का बालपन कि कुछ लाइनों का वर्णन किया। हिंदी विभाग से डॉ शीला दानी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय प्राध्यापक तथा छात्राएं उपस्थित रहे। 

CG JOB : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग में निकली 5 हजार से अधिक पदों पर बम्पर भर्ती, स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने ट्विट कर दी जानकारी

CG JOB : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग में निकली 5 हजार से अधिक पदों पर बम्पर भर्ती, स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने ट्विट कर दी जानकारी

रायपुर | कोरोना के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग में बंपर भर्ती करने जा रहा है। राज्य सरकार 2100 पदों पर नियमित भर्ती एवं 3449 पदों पर संविदा भर्ती करने जा रही है, जिसके लिए रिक्तियां जारी कर दी गयी है। ये भर्तियां स्वास्थ्य विभाग में तकनीकी पदों पर होगी। वित्त विभाग की सहमति के बाद 6 अलग-अलग पदों पर राज्य में भर्तियां होगी। प्रदेश में रिक्त पदों पर होने वाली भर्ती की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने ट्विट कर दी | 

 
चिकित्सा अधिकारी के 300 पद, ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी से 89 पद, स्टाफ नर्स के 911, लैब टेक्निशियन के 50, बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 350 पुरूष और 400 महिलाओं के पद पर भर्तियां होगी। इस आदेश के बाद अब जल्द ही विस्तृत विज्ञापन जारी किया जायेगा।
पं रविशंकर शुक्ल विश्विद्यालय ने सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए जारी की ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरने की तिथि

पं रविशंकर शुक्ल विश्विद्यालय ने सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए जारी की ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरने की तिथि

रायपुर। पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर ने अपने सेमेस्टर के छात्रों के लिए ऑनलाइन परीक्षा फार्म जारी कर दी है। आपको बता दे जो विद्यार्थी सत्र 19-20 के जनवरी, जून सेमेस्टर के विद्यार्थी  को परीक्षा फार्म भरना है। जिसकी तिथि 31 जुलाई से 16 अगस्त तक है। विस्तृत जानकारी के लिए देखे- 
छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई के लिए एण्ड्रॉयड एप की तैयारी: प्रमुख सचिव

छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ाई के लिए एण्ड्रॉयड एप की तैयारी: प्रमुख सचिव

रायपुर, छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक एन्ड्रॉयड एप तैयार किया जा रहा है। इसमें सभी प्रकार की पाठ्य सामग्री उपलब्ध होगी। इस एप को इंटरनेट के जरिए कोई भी शिक्षक या विद्यार्थी डाउनलोड कर सकेंगे और इसे कभी भी बिना इंटरनेट के ऑफलाईन देख सकेंगे। इस एण्ड्रॉयड एप को 15 अगस्त तक लांच किया जाना प्रस्तावित है। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने यह जानकारी आज यूनीसेफ द्वारा आयोजित 'डिजिटल टाऊनहॉल फॉर चिल्ड्रन' विषय पर आयोजित वेबीनार में दी। वेबीनार में पूर्व आईएएस एवं लैंग्वेज एण्ड लर्निंग फाउन्डेशन के संस्थापक एवं कार्यकारी निदेशक डॉ. धीर झींगरण और यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के प्रमुख क्षेत्राधिकारी श्री जॉब जकारिया भी शामिल हुए।


प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला ने कहा कि 'पढ़ई तुहंर दुआर' ऑनलाईन शिक्षा ही नहीं बल्कि बच्चों के द्वार तक शिक्षा पहुंचाने का एक माध्यम है। शिक्षा को बच्चों के द्वार तक पहुंचाने के लिए कई प्रकार के माध्यम हो सकते है। इस पर कार्य भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए यह जरूरी नहीं है कि राज्य स्तर से ही योजना तैयार हो, बल्कि शिक्षकों ने भी अच्छी-अच्छी योजना बनायी है, उसे राज्य में लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की शुरूआत हुई तब सबके मन में एक ही तरीका सामने आया कि सीखने की प्रक्रिया को बरकरार रखने के लिए ऑनलाईन क्लास ही सबसे सशक्त माध्यम होगा। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इसी वजह से सीजीस्कूलडॉटइन नामक पोर्टल बनाया गया, जिसके माध्यम से बच्चों की पढ़ाई प्रारंभ की जा सके। राज्य के पहुंचविहीन क्षेत्रों में जहां इंटरनेट की समस्या है, जिनके पास मोबाइल नहीं है, उनके लिए दूसरे विकल्पों पर भी कार्य प्रारंभ किया गया है।
डॉ. शुक्ला ने कहा कि दूरस्थ अंचल और आदिवासी क्षेत्रों में काम करने वाले शिक्षकों ने अलग-अलग तरीके अपनाए, जिसे लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्हें सहयोग और समर्थन देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर बहुत से शिक्षक बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। डॉ. शुक्ला ने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि हमें सबसे पहले ऑनलाईन पोर्टल को विस्तार दिए जाने की अवश्यकता है, ताकि उसमें सब प्रकार की पाठ्य सामग्री उपलब्ध करायी जा सके। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा एक एन्ड्रॉयड एप तैयार किया जा रहा है। इसमें सभी प्रकार की पाठ्य सामग्री उपलब्ध होगी। इस एप को इंटरनेट के जरिए कोई भी शिक्षक या विद्यार्थी डाउनलोड कर सकेंगे और इसे कभी भी बिना इंटरनेट के ऑफलाईन देख सकेंगे। दूसरा बस्तर में एक पत्रकार के आईडिया पर काम करना शुरू किया है, जिसका नाम है 'बुलटू रेडियो' अर्थात ब्लूटूथ के जरिए ऑडियो फाइल को ट्रांसफर करना। शिक्षा के अलावा अन्य जन जागरण के लिए उनके द्वारा हॉट बाजार में जहां भी किसी के पास इंटरनेट नहीं होता, उन्हें ब्लूटूथ के माध्यम से फाइल ट्रांसफर किया जाता है और जब आवश्यकता हो उस पाठ्य सामग्री को देख लेते है। इस प्रयोग को काफी सफलता मिल रही है।


प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने कहा कि शीघ्र ही एक कॉलसेंटर बनाने जा रहे है, जिसमें कोई भी विद्यार्थी टोल-फ्री नम्बर पर डायल कर किसी भी कक्षा की कोई भी अध्ययन सामग्री मोबाइल अथवा लैंडलाईन में बिना इंटरनेट के सुन सकेंगे। यह सभी सामग्री एक स्थान पर रखी जाएगी जहां से यह सुविधा प्रदान की जा सकती है। बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने के लिए लाऊड स्पीकर का उपयोग ऐसे स्थानों पर पढ़ाई के लिए किया जा रहा है, जहां मोबाइल और इंटरनेट सेवा नहीं है। इन स्थानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए विद्यार्थी लाउड स्पीकर के जरिए सुनकर अपने घरो या उसके सामने बैठकर एक निश्चित समय में अध्ययन-अध्यापन का कार्य बिना किसी बाधा के कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सर्वश्रेष्ठ विकल्प नहीं है, लेकिन एक अच्छा विकल्प सिद्ध हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग लोकल टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए ऐसे शिक्षकों की पहचान कर रहा है जो वॉलिटिंयर्स के रूप में अपने आसपास के स्कूल के दायरे में आने वाले गांव में जाकर वहां पर समुदाय के बीच में बच्चों को बैठाकर पढ़ाएंगे और होमवर्क देंगे।

 

प्रतिबंधात्मक क्षेत्र के परीक्षा केन्द्रों में असाइनमेंट पद्धति से ओपन स्कूल की परीक्षाएं बाद में : परीक्षा असाइनमेंट के संबंध में संशोधित आदेश जारी

प्रतिबंधात्मक क्षेत्र के परीक्षा केन्द्रों में असाइनमेंट पद्धति से ओपन स्कूल की परीक्षाएं बाद में : परीक्षा असाइनमेंट के संबंध में संशोधित आदेश जारी

रायपुर, राज्य शासन के निर्णय अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की परीक्षा असाइनमेंट पद्धति से संपन्न कराई जानी है। छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल द्वारा वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के कारण विभिन्न जिलों में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी होने की स्थिति में पूर्व में जारी आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए नवीन निर्देश जारी किए हैं। संशोधित निर्देश अनुसार यदि कोई परीक्षा केन्द्र प्रतिबंधात्मक क्षेत्र में आता हो तो उस परीक्षा केन्द्र में असाइनमेंट वितरण और उत्तर पुस्तिका संग्रहण का कार्य प्रतिबंधात्मक अवधि समाप्त होने के बाद किया जाएगा।
संशोधित निर्देश के अनुसार असाइनमेंट वितरण कुल 8 दिन किया जाएगा और प्रतिबंधात्मक आदेश जारी हो जाने की स्थिति में जितने दिन वितरण हो चुका है उतने दिन 8 में से घटाकर बचे हुए दिन के लिए प्रतिबंधात्मक के बाद वितरण किया जाएगा। यही प्रक्रिया उत्तर पुस्तिका संग्रहण के लिए भी की जाएगी। प्रतिबंध अवधि उत्तर पुस्तिका संग्रहण के दो दिनों के अवधि में शामिल नहीं होगी। यदि कोई परीक्षार्थी किसी कारणवश परीक्षा केन्द्र से असाइनमेंट एवं उत्तर पुस्तिका नहीं ले सका है तो, वह छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के मुख्यालय (छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल परिसर, भूतल, पेंशनबाड़ा रायपुर) से असाइनमेंट और उत्तर पुस्तिका प्राप्त और जमा कर सकेगा। इसके लिए 17 अगस्त से 22 अगस्त तक की तिथि निर्धारित की गई है।


इस निर्धारित तिथि में सभी विषयों के असाइनमेंट छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल रायपुर की वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट सीजीएसओएस डॉट सीओ डॉट आईएन ;ूूूण्बहेवेण्बवण्पदद्ध पर भी उपलब्ध रहेंगे। परीक्षार्थी इसे वेबसाइट से डाउनलोड कर ए-4 साइज के कागजों पर उत्तर लिखकर अपने परीक्षा केन्द्र में जमा कर सकेंगे। उत्तर पुस्तिका के ऊपर एक टॉप शीट में परीक्षार्थी के अपने रोलनंबर, विषय आदि की जानकारी भरनी होगी। इस टॉप शीट का प्रारूप भी वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। यदि कोई परीक्षार्थी किसी कारणवश उत्तर पुस्तिका नहीं जमा कर पाता है तो उस विषय की परीक्षा मं सम्मिलित होने का उसका अवसर समाप्त नहीं होगा, जब कभी ओपन स्कूल की परीक्षाएं आयोजित होंगी तब वह परीक्षा में बैठ सकेगा।
छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल के सचिव प्रोफेसर व्ही.के. गोयल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हायर सेकेण्डरी कक्षा 12वीं की परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को आबंटित परीक्षा केन्द्र के माध्यम से 22 जुलाई से 29 जुलाई तक असाइनमेंट कार्य का वितरण किया जाएगा। इसी प्रकार हाईस्कूल कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को आबंटित परीक्षा केन्द्र के माध्यम से 4 अगस्त से 9 अगस्त तक असाइनमेंट कार्य का वितरण किया जाएगा।
हायर सेकेण्डरी के परीक्षार्थियों को जिस दिन असाइनमेंट प्रदान किया जाएगा, उसे दो दिवस के भीतर संबंधित परीक्षा केन्द्र में जमा करना अनिवार्य होगा। रविवार 26 जुलाई को अवकाश के दिन भी असाइनमेंट प्रदान करने और जमा करने का कार्य किया जाएगा। इसी प्रकार हाई स्कूल कक्षा 10वीं के परीक्षार्थियों को जिस दिन असाइनमेंट प्रदान किया जाएगा, उसे दो दिवस के भीतर संबंधित परीक्षा केन्द्रों में जमा करना अनिवार्य होगा। रविवार 9 अगस्त को अवकाश के दिन भी असाइनमेंट प्रदाय करने और जमा करने का कार्य किया जाएगा।
सचिव छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल ने बताया कि शासकीय अवकाश के दिनों में भी असाइनमेंट वितरण और जमा किया जाएगा। सभी छात्र निर्धारित तिथियों में असाइनमेंट अपने परीक्षा केन्द्रों से प्राप्त करेंगे और इसे प्राप्त करने की तिथि से दो दिन के भीतर असाइनमेंट परीक्षा केन्द्रों में जमा करेंगे। जो छात्र इन तिथियों में असाइनमेंट प्राप्त नहीं करेंगे उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा और जो छात्र दो दिन की समय-सीमा में असाइनमेंट जमा नहीं करेंगे वे भी अनुपस्थित माने जाएंगे, परन्तु उस विषय की परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त नहीं होगा, जब कभी ओपन स्कूल की परीक्षाएं आयोजित होंगी तब वह परीक्षा में बैठ सकेंगे। परीक्षा केन्द्रों में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य है। इसके अंतर्गत परीक्षा केन्द्रों में मास्क, फिजिकल डिस्टेंसिंग और अन्य गाइडलाईन को ध्यान में रखते हुए कार्य किया जाएगा।

 

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेन्द्र नगर द्वारा घर बैठे वृक्षारोपण प्रतियोगिता "संकल्प तरुवर" का हुआ आयोजन

शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेन्द्र नगर द्वारा घर बैठे वृक्षारोपण प्रतियोगिता "संकल्प तरुवर" का हुआ आयोजन

 रायपुर | शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेन्द्र नगर के वनस्पति शास्त्र विभाग के द्वारा जुलाई के महीने में घर बैठे वृक्षारोपण करने की प्रतियोगिता आयोजित की गई संकल्प तरुवर के नाम से और इसमें वृक्षारोपण करते हुए फ़ोटो की collage बनाकर ऑनलाइन भेजना था इस प्रतियोगिता में 203 प्रतियोगियों ने भाग लिया जो विभिन्न राज्यों से सम्मिलित थे यह प्रतियोगिता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. उषा किरण अग्रवाल के मार्गदर्शन से संपन्न हुई । इस प्रतियोगिता में मेंटोर महाविद्यालय डॉ. राधा बाई नवीन कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार जोशी का सतत् सहयोग रहा। 

निर्णायक के रूप में डॉक्टर प्रकाश कौर सलूजा डॉक्टर अरुणा श्रीवास्तव डॉक्टर उषाकिरण अग्रवाल जी ने निर्णय दिया । घर बैठे ही लोगों ने पौधों की महत्ता समझकर वृक्षारोपण किया और इस प्रतियोगिता के तहत पर्यावरण संरक्षण हेतु कार्य किया । इसमें दुर्ग से डॉ. उषा चंदेल, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव भिलाई  से डॉ. दीप्ती चौहान रायपुर से डॉ. सुनीता पात्रा नागपुर से कविता अग्रवाल प्रमुख रूप से विजेताओं की श्रेणी में रहे छात्र छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर वृक्षारोपण क्यूँ महत्वपूर्ण है बताया मुख्य कारणों में से एक कारण यह है कि वृक्ष जीवन-प्रदान करने वाली ऑक्सीजन प्रदान करते हैं जिसके बिना मानव जाति का अस्तित्व असंभव है |

अतः वृक्षारोपण हेतु सभी को जागरूक बनाये रखने हेतु यह प्रतियोगिता ख़ास रही बालोद, खटोर, दुर्ग, रायपुर, राजिम, भिलाई, तिरुपति, नागपुर, सूरत, बॉम्बे, दिल्ली, नोयड़ा, आदि जगहों से बच्चों ने भाग लिया। कुसुम निषाद भीमा सोनकर तेजरम गूप पवन साहू सवेत भटपहरि अल्पना चंद्राकर आदि बच्चे विजेता रहे। महाविद्यालय के बड़ी संख्या में प्राध्यापकों ने भाग लिया। डॉक्टर कविता शर्मा ने सभी को धन्यवाद दिया एवं वृक्ष लगाने का संकल्प हमेशा याद रखने का निवेदन किया ।
 
 अग्रसेन महाविद्यालय में हुआ वेबिनार, कमियों के बावजूद मददगार साबित हो रही ऑनलाइन शिक्षा

अग्रसेन महाविद्यालय में हुआ वेबिनार, कमियों के बावजूद मददगार साबित हो रही ऑनलाइन शिक्षा

रायपुर | अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती रायपुर र्में आज “ऑनलाइन शिक्षा के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलू” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया. कप्यूटर विभाग  तथा महाविद्यालय के आई.क्यू.ए.सी. प्रकोष्ठ  द्वारा आयोजित इस वेबिनार में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नालाजी (एनआईटी) रायपुर में कम्प्यूटर संकाय की एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ केसरी वर्मा तथा सेठ फूलचंद अग्रवाल स्मृति महाविद्यालय नवापारा राजिम में कम्प्यूटर संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र चाफेकर आमंत्रित वक्ता रहे. इन वक्ताओं ने इस बात पर सहमती जताई कि कुछ कमियों के बावजूद ऑनलाइन शिक्षा  कोरोना संकट के दौर में  मददगार साबित हो रही है|

प्रारंभिक सत्र को संबोधित करते हुए प्रो. केसरी वर्मा ने कहा कि कोरोना ने दुनिया भर में लोगों को घर पर सीमित रहते हुए तकनीक की मदद से ही पढ़ाई करने को विवश कर दिया है. लेकिन इसे एक अवसर के रूप में देखने से हम इस संकट काल का भी सदुपयोग कर सकते हैं. ऑनलाइन शिक्षा के लिए भारत सरकार ने “स्वयं” नाम का पोर्टल शुरू किया है, जिसमें अनेक पाठ्यक्रम को ऑनलाइन विधि से पढने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. इसी तरह विश्व स्तर पर कोर्सेरा सहित अनेक पोर्टल यह सुविधा मुहैया करा रहे हैं| 

प्रो केसरी वर्मा ने ऑनलाइन पढ़ाई के कुछ नकारात्मक पहलुओं की चर्चा करते हुए कहा कि  इसमें शिक्षक प्रत्येक विद्यार्थी पर निजी तौर पर ध्यान नहीं दे पाता. स्कूल भेजने का सिर्फ यही उद्देश्य नहीं होता कि विद्यार्थी केवल कुछ निश्चित विषयों की किताबें पढ़कर घर आ जाये. बल्कि विद्यार्थी का सामाजीकरण इसका सबसे बड़ा उद्देश्य है. क्योंकि वह स्कूल जाकर अनुशासन के साथ साथ सही सम्प्रेषण और उचित व्यवहार करना भी सीखता है. ऑनलाइन शिक्षण में शिक्षक मात्र सुविधा-प्रदाता बनकर रह जाता है, जबकि कक्षा में पढने से शिक्षक प्रत्येक विद्यार्थी पर निगरानी रखता है और उनकी कमियों तथा शंकाओं को तत्काल दूर करने का प्रयास करता है|

वेबिनार में अपने विचार रखते हुए राजिम महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र चाफेकर ने कहा कि भारत में ऑनलाइन शिक्षण यूं तो 1985 से चल रही रही. लेकिन कोरोना के कारण इसे अचानक वैश्विक स्तर पर स्वीकार करना पड़ गया. उन्होंने कहा कि तकनीक से पढ़ाई भले ही कक्षा की पढ़ाई का विकल्प नहीं बन सके. लेकिन फिर भी यह तकनीक इस संकट के दौर में शिक्षण को पूरी तरह बंद होने से बचाने में निश्चित ही मददगार साबित हुई है. क्योंकि इसे विश्व भर में कहीं से भी और कभी भी हासिल किया जा सकता है. डॉ. चाफेकर के कहा कि ऑनलाईन शिक्षा में विद्यार्थी को अकेले घर में रहकर पढना है, तो उसे साधन भी कम खर्च करने पड़ते हैं. किताबें भी ऑनलाइन उपलब्ध होने से शिक्षक और विद्यार्थी के लिए लायब्रेरी का खर्च बच जाता है. उन्होंने इसके नकारात्मक पहलुओं की बात करते हुए कहा कि इससे शारीरिक क्षमता का विकास नहीं हो पाता, क्योंकि विद्यार्थी और शिक्षक अपने कमरे में बैठे रहकर इसे कर लेते हैं. इसमें विद्यार्थी स्कूल के कीमती अनुभव से साथ ही खेलकूद और अन्य शारीरिक गतिविधियों से भी वंचित रह जाता है. इससे आँखों और दिमाग पर भी बुरा असर पड़ता है. वहीँ घर पर अकेले रहकर पढ़ाई करने से अकेलापन और निराशा या अवसाद भी उन्हें घेर सकता है. डॉ. चाफेकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग ने “पढई तुंहर दुआर” पोर्टल बनाकर बहुत अच्छी पहल की है, जिसमें लाखों छात्र ऑनलाइन पढ़ाई के जरिये अपना ज्ञानवर्धन कर रहे हैं|

महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने इस वेबिनार को बहुत ही सार्थक बताते हुए कहा कि इस संवाद से जो नए बिंदु उभरकर सामने आये हैं, उनसे तकनीकी क्षेत्र में कार्य करने वालों को निश्चित ही मदद मिलेगी. प्राचार्य डॉ युलेंद्र कुमार राजपूत ने आमंत्रित वक्ताओं के प्रति आभार् व्यक्त करते हुए कहा कि इस कठिन समय में शिक्षण को बंद होने से बचाने में  ऑनलाइन तकनीक बेहद उपयोगी साबित हो रहा है. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के कारण आज तकनीक को शिक्षा से जोड़ना समय की मांग बन गया है, साथ ही भविष्य में इसके बेहतर परिणाम भी आ सकते हैं. इस वेबिनार का संचालन कंप्यूटर संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विकास शर्मा ने किया तथा तकनीकी समन्वय प्रबंध संकाय के प्राध्यापक प्रो. अभिनव अग्रवाल ने किया|
लिटिल फ्लावर हायर सेकेंडरी  स्कूल के मानव लखवानी ने अपने स्कूल में प्राप्त किया प्रथम स्थान

लिटिल फ्लावर हायर सेकेंडरी स्कूल के मानव लखवानी ने अपने स्कूल में प्राप्त किया प्रथम स्थान

रायपुर, लिटिल फ्लावर हायर सेकेंडरी स्कूल पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के मेधावी छात्र मानव लखवानी ने बारहवीं सी बी एस ई में कॉमर्स संकाय में 93.8 %अंक हासिल कर शाला में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मानव स्मृति युवा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष सुनील लखवानी के भतीजे एवं सुप्रसिद्ध टेस्टी चाय के संचालक महेश लखवानी एवं भारती लखवानी के सुपुत्र हैं.
एक नामचीन सी .ए .बनने की ख्वाहिश रखने वाले मानव ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों, परिवार जनों के आशीर्वाद तथा स्वयं के अथक प्रयासों को दिया है
 

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई विद्यार्थियों के लिए बनी मुसीबत, पालकों ने सत्र 2020-21 को जीरो ईयर घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री से की

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई विद्यार्थियों के लिए बनी मुसीबत, पालकों ने सत्र 2020-21 को जीरो ईयर घोषित करने की मांग मुख्यमंत्री से की

रायपुर, विश्वव्यापी कोरोना वायरस महामारी कोविड-19 का असर स्कूल कॉलेजों के नियमित सत्र में पड़ा है। जहां अधिकतर क्षेत्रों में छोटे बच्चों के लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन अध्ययन की सुविधा मुहैया करायी जा रही है वहीं छोटे बच्चों के पास मोबाइल सुविधा उपलब्ध नहीं है ऐसी स्थिति में पालकों के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई विद्यार्थियों के लिए मजाक का विषय बन गई है। ज्ञातव्य है कि शहरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थी अधिकतम संख्या में गरीब घरों से आते हैं वहां पर अल्पशिक्षित होने के कारण अथवा अनपढ़ होने के कारण बच्चों की आनलाइन पढ़ाई को समझने में पालक भी असमर्थ है। ऐसी स्थिति में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के बारे में कोई बताने को तैयार नहीं है।


गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान अधिकांश लोगों की नौकरियां खत्म हो गई है। बेरोजगारी की स्थिति को ढो रहे पालक अपने बच्चों को मोबाइल की सुविधा उपलब्ध कराने की स्थिति में नहीं है। ज्यादातर सामने रोजी रोटी कमाने की समस्या है वहीं निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर पालकों से अच्छी खासी फीस वसूली की जा रही है। प्रसिद्ध टाटा कंपनी के मालिक रतन टाटा ने भी फेस बुक में अपना मंतव्य जाहिर करते हुए कहा कि वर्ष 2020 बिना नफा नुकसान के जीवित रहने का वर्ष है। सुंदरनगर निवासी श्रीमती मनप्रीत कौर ने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन से वर्ष 2020 -21 के सत्र को जीरो ईयर घोषित करने की मांग की है।

 

यूजीसी को परीक्षाएं रद्द कर विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दे देना चाहिए: राहुल गाँधी

यूजीसी को परीक्षाएं रद्द कर विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन दे देना चाहिए: राहुल गाँधी

नई दिल्ली, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को परीक्षाएं रद्द कर विद्यार्थियों को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर अगले शैक्षणिक सत्र के लिए प्रोन्नत कर देना चाहिए।


उन्होंने कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया पर चलाए गए 'स्पीक अप फॉर स्टूडेंट्स अभियान के तहत वीडियो जारी कर यह आरोप भी लगाया कि यूजीसी भ्रम की स्थिति पैदा कर रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि कोविड ने बहुत लोगों को नुकसान पहुंचाया है। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के हमारे छात्रों को बहुत कष्ट सहना पड़ा है। कोरोना महामारी के बीच परीक्षाएं कराना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि आईआईटी और कई कॉलेजों ने परीक्षा रद्द कर बच्चों को प्रोन्नति दी है, लेकिन यूजीसी भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि यूजीसी को विद्यार्थियों की आवाज सुननी चाहिए और परीक्षाएं रद्द कर उन्हें उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर प्रोन्नति देनी चाहिए।
 

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने किया परीक्षा परिणाम घोषित, पढ़ें पूरी खबर

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने किया परीक्षा परिणाम घोषित, पढ़ें पूरी खबर

रायपुर | कोविड-19 महामारी के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन तथा उसके बाद भी संक्रमण के खतरे को देखते हुए सभी महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में पढ़ाई एवं परीक्षाएं स्थगित हैं और आगामी दिनों में भी परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में अनिश्चितता का माहौल है। ऐसे में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर विद्यार्थियों के परिणाम घोषित करना प्रारंभ कर दिया है। कृषि विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक स्तर के चतुर्थ वर्ष की कक्षाओं के परिणाम घोषित कर दिए हैं तथा स्नातक स्तर के प्रथम द्वितीय, तृतीय वर्ष और स्नातकोत्तर तथा पी.एच.डी. कक्षाओं के परिणाम आगामी सोमवार को घोषित किए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 की वजह से देश भर में लागू विभिन्न चरणों के लॉकडाउन के कारण कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न महाविद्यालयों में कक्षाएं 20 मार्च, 2020 से स्थगित हैं। इन परिस्थितियों में शैक्षणिक सत्र 2019-20 के द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में विश्वविद्यालय के विद्या परिषद की आकस्मिक बैठक दिनांक 21 मई, 2020 को आयोजित की गई थी जिसमें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों के आधार पर वर्तमान सत्र की परीक्षा आयोजन पद्धति में परिवर्तन करने का निर्णय लिया गया था।
विद्या परिषद द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार वर्तमान सत्र में विद्यार्थियों का मूल्यांकन कक्षा शिक्षकों द्वारा किए गए आन्तरिक मूल्यांकन के तहत किया गया जिसमें इस सत्र के प्रारंभ से लेकर 16 मार्च 2020 तक की अवधि में संचालित कक्षाओं के दौरान हुए मिडटर्म, क्विज, अवरली टेस्ट एवं प्रैक्टिकल प्रमुख आधार थे। इसके साथ ही विद्यार्थी के पूर्व शैक्षणिक प्रदर्शन को भी मूल्यांकन में शामिल किया गया। मूल्यांकन उपरान्त विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा। इसके अतिरिक्त यदि विद्यार्थी इस मूल्यांकन पद्धति से प्राप्त ग्रेड से असंतुष्ट रहते हैं तो उन्हें आगामी सत्र में उस विषय की परीक्षा में बैठकर ग्रेड सुधारने की पात्रता होगी। इस मूल्यांकन पद्धति में विद्यार्थी को पुनर्मूल्यांकन एवं पुनर्गणना की पात्रता नहीं होगी। यह मूल्यांकन पद्धति समस्त पाठ्यक्रमों में केवल वर्तमान सत्र के लिए ही प्रभावी है।
 
रायपुर स्मार्ट सिटी में 'ट्यूलिप इंटर्नशिप’ में 300 पोस्ट के लिए 14 तक आवेदन आमंत्रित

रायपुर स्मार्ट सिटी में 'ट्यूलिप इंटर्नशिप’ में 300 पोस्ट के लिए 14 तक आवेदन आमंत्रित

रायपुर, भारत सरकार के 'ट्यूलिप इंटर्नशिप’ कार्यक्रम के लिए युवा 14 जुलाई तक आवेदन कर रजिस्टे्रशन कर सकते हैं। रायपुर स्मार्ट सिटी लि. के शहर विकास योजनाओं से युवाओं को जोड़कर रियल टाइम अनुभव उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित इस इंटर्नशिप कार्यक्रम में 300 पोस्ट के लिए आवेदन आमंत्रित हैं।

इसमें बी. टेक, बी.प्लान, बी.टेक सिविल, बी.आर्किटेक, बी.टेक आईटी/सीएस/मैकेनिकल/कैमिकल/इलेक्ट्रिकल, बीएससी हार्टीकल्चर, बीए इकोनॉमिक/सोशलॉजी/एनवायरमेंटल स्टडी, बीएससी वेटरनरी साइंस,बीसीए, बीजेएमसी, बीपीटी, बीडीएस, एमबीबीएस, बीएचएमएस, बीएएमएस और नर्सिंग के ऐसे उम्मीदवार जिनके अंतिम वर्ष के रिजल्ट को आए हुए 18 महीने से अधिक का समय नहीं हुआ है वे 'ट्यूलिप' पोर्टल की लिंक पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। अधिक जानकारी के लिए रायपुर स्मार्ट सिटी के जनसंपर्क विभाग में अथवा दूरभाष क्र.-7970003285 पर संपर्क कर सकते हैं। 

शासकीय राधाबाई नवीन कन्या महाविद्यालय एवं शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर के संयुक्त तत्वाधान में "एक भारत श्रेष्ठ भारत" भजनामृत कार्यक्रम आयोजित

शासकीय राधाबाई नवीन कन्या महाविद्यालय एवं शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर के संयुक्त तत्वाधान में "एक भारत श्रेष्ठ भारत" भजनामृत कार्यक्रम आयोजित

रायपुर | शासकीय राधाबाई नवीन कन्या महाविद्यालय एवं शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर द्वारा "एक भारत श्रेष्ठ भारत" के अंतर्गत गूगल मीट के मंच पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु शिष्य परंपरा का निर्वहन करते हुए मार्गदर्शक संस्था डॉक्टर राधाबाई शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय रायपुर के साथ राष्ट्रीय भजन अमृत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मार्गदर्शक संस्था के संरक्षक डॉ विनोद कुमार जोशी जी द्वारा उद्घाटन उद्बोधन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तदोपरांत अनुपालक संस्था संरक्षक डॉ उषा किरण अग्रवाल द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य व महत्व पर प्रकाश डाला गया और इसके साथ ही एक के बाद एक अत्यंत ही मधुर , कर्णप्रिय स्वरों के साथ ईश्वर व गुरु समर्पित भजनों के अमृत की वर्षा की गई।

ईश्वरीय  सानिध्य से भजनों की इस सुंदर प्रस्तुति के उपरांत राधा बाई शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय रायपुर के IQAC प्रभारी डॉ दीप्ति झा द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर के IQAC प्रभारी डॉ कविता शर्मा एवं डॉ राधाबाई शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय के डॉ अतुल त्रिवेदी द्वारा  किया गया। कार्यक्रम के सफल संचालन में मार्गदर्शक महाविद्यालय के अध्यक्ष विनोद कुमार जोशी जी , सहयोगी सदस्य डॉ मंजू झा प्राध्यापक समाजशास्त्र, डॉ दीप्ति झा IQAC प्रभारी एवं अनुपालक  संस्था शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर की संरक्षक डॉ उषा किरण अग्रवाल ,IQAC प्रभारी डॉ कविता शर्मा एवं अन्य समस्त प्राध्यापकगणों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
गायकों में डॉ. शिल्पी सोनी, घनिया हाश्मी श्री देवसार, श्रुति संघी डॉ. रवि शर्मा, अपर्णा दूबे, मिहिर पटेल, ऐश्वर्य वर्मा कामिनी जोशी, शिवानी जगतनी, अम्बिका प्रसाद शर्मा, डॉ. राम कुमारी ध्रुव, दीपेश, दीक्षा पाण्डेय सपना सारडा इत्यादि थे इस कार्यक्रम में "एक भारत श्रेष्ठ भारत" की झलक दिखाई दी जिसमें गुजरात से बाहर से छात्रों ने गायकी में भूमिका निभाई और गुजराती में भजन सुनाया इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के कई छात्रों ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को भजन में डाला इस ऑनलाइन राष्ट्रीय भजना मृत कार्यक्रम में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, नोएडा, उत्तराखंड एवं छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों भाग लेकर कार्यक्रम को राष्ट्रीय जामा पहनाया, यह कार्यक्रम अपने आप में किसी महाविद्यालय द्वारा आयोजित अनूठा कार्यक्रम रहा है । इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में डॉ. उषा किरण अग्रवाल तथा मार्गदर्शक के रूप में डॉ. विनोद कुमार जोशी की भूमिका प्रशंसनीय रही । डॉक्टर रूप सलहोतरा, डॉक्टर प्रीति श्रीवास्तव, डॉक्टर चंचल, डॉक्टर श्वेता, डॉक्टर संध्या वर्मा, डॉक्टर प्रीति पांडे, डॉक्टर शीला दूबे, डॉक्टर रंजना तिवारी, डॉक्टर मीना पाठक, डॉक्टर अंजना, डॉक्टर आशा, डॉक्टर सुषमा, डॉक्टर मनीषा, डॉक्टर शैलेश प्रजापति, डॉक्टर श्रद्धा, डॉक्टर दानी , डॉक्टर नागवानी, डॉक्टर नरेश, डॉक्टर थदलानी, डॉक्टर गौरी अग्रवाल आदि प्राध्यापक शामिल हुये।
सरकार ने विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को परीक्षा आयोजित करने की दी हरी झंडी, अंतिम सत्र का एग्जाम है अनिवार्य

सरकार ने विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को परीक्षा आयोजित करने की दी हरी झंडी, अंतिम सत्र का एग्जाम है अनिवार्य

नई दिल्ली, कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित की गई कॉलेजों की परीक्षाओं के लिए गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। गृह मंत्रालय ने केन्द्रीय उच्च शिक्षा सचिव को आज एक पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों और संस्थानों द्वारा परीक्षाएं आयोजित करने की अनुमति दे दी है।


परीक्षाओं के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार और विश्वविद्यालयों के लिए शैक्षणिक कैलेंडर तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा अनुमोदित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार अंतिम सत्र की परीक्षाएं आयोजित करना अनिवार्य है।
 

SSC SI Recruitment 2020 : कर्मचारी चयन आयोग (SSC) में स्नातक पास अभ्यर्थियों के लिए 1703 पदों पर सब इंस्पेक्टर भर्ती निकली, आवेदन की अंतिम तिथि 16 जुलाई 2020

SSC SI Recruitment 2020 : कर्मचारी चयन आयोग (SSC) में स्नातक पास अभ्यर्थियों के लिए 1703 पदों पर सब इंस्पेक्टर भर्ती निकली, आवेदन की अंतिम तिथि 16 जुलाई 2020

SSC SI Recruitment 2020 : कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission) ने सब इंस्पेक्टर पदों की भर्ती के लिए SSC SI Recruitment 2020 जारी किया है। निर्धारित अर्हताओं की पूर्ति करने वाले उम्‍मीदवार अंतिम तिथि तक विभाग को Staff Selection Commission Recruitment पर आवेदन कर सकते हैं।


SSC SI Recruitment 2020 : कर्मचारी चयन आयोग भर्ती
विभाग का नाम :- कर्मचारी चयन आयोग
भर्ती/परीक्षा नाम :- SSC Jobs
नौकरी स्थान :-  All India
आवेदन मोड :- Online

SSC SI Recruitment 2020 : कर्मचारी चयन आयोग पद डिटेल
सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector-SI) –  कुल पदों की संख्या टोटल 1703 पद


कर्मचारी चयन आयोग वेतनमान, आयुसीमा एवं योग्यता विवरण
वेतनमान :- 35400-112400/-
आयुसीमा :- 20 से 25 वर्ष के बीच
योग्यता :- कम से कम बैचलर डिग्री पास
आरक्षण :- नियमानुसार


कर्मचारी चयन आयोग भर्ती आवेदन कैसे करें
Staff Selection Commission Recruitment पर आवेदन करने के लिए उम्‍मीदवार को SSC Online Form भरना होगा। इसके लिए आवेदक को विभाग के वेबसाइट में जाकर रजिस्‍टर/लॉगिन करना होगा। इसके बाद SSC Recruitment Portal पर प्रदर्शित होने वाले आवेदन फार्म में समस्‍त जानकारी भरनी होगी। तत्‍पश्‍चात वांछित दस्‍तावेज, फोटो तथा हस्‍ताक्षर अपलोड करने कर SSC Application Form को सुरक्षित रखना होगा एवं पोर्टल पर उपलब्‍ध माध्‍यम से शुल्‍क का भुगतान करना होगा।


कर्मचारी चयन आयोग भर्ती आवेदन शुल्क विवरण
सामान्य वर्ग :- 100/-
अन्‍य पिछड़ा वर्ग :- 100/-
एससी/एसटी :- 100/-


कर्मचारी चयन आयोग भर्ती महत्वपूर्ण तिथि एवं कार्यक्रम विवरण
आवेदन प्रारं‍भ तिथि :- 17 जून 2020
आवेदन अंतिम तिथि :- 16 जुलाई 2020


कर्मचारी चयन आयोग भर्ती विभागीय विज्ञापन एवं आवेदन फार्म

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