रायपुर | शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर की प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल के मार्गदर्शन में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तृतीय दिवस के अंतर्गत आज दिनांक 11/06/2020 को विषय विशेषज्ञ डॉक्टर तपेश चंद्र गुप्ता प्राध्यापक वाणिज्य शासकीय योगानंदम महाविद्यालय रायपुर द्वारा भविष्य निधि संधारण एवं वरिष्ठता निर्धारण अंतर्गत शामिल समस्त आवश्यक एवं महत्वपूर्ण जानकारियां अत्यंत ही सहज और सुबोध ढंग से प्रदान की गई। इस ज्ञानवर्धक व्याख्यान के पश्चात कई प्राध्यापकों की जिज्ञासाओं को भी विषय विशेषज्ञ द्वारा अपने संतोषप्रद उत्तरों के द्वारा शांत किया गया, तदोपरांत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर उषा किरण अग्रवाल मैडम द्वारा उक्त विषय पर महाविद्यालय परिवार के मार्गदर्शन पश्चात महा विद्यालय परिवार से डॉ लक्ष्मी देवनानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ आज के इस उन्मुखीकरण के तृतीय दिवस के समापन की घोषणा की गई। पूर्व की भांति आज के दिवस के कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ कविता शर्मा द्वारा किया गया।
रायपुर,शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर के प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल के मार्गदर्शन में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा विभिन्न विषयों पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज शुभारंभ किया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम दिवस आचरण नियम, द्वितीय दिवस अवकाश नियम, तृतीय दिवस भविष्य निधि संधारण ,चतुर्थ दिवस वेतन निर्धारण एवं अंतिम दिवस वरिष्ठता निर्धारण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर डॉक्टर तपेश चंद्र गुप्ता प्राध्यापक वाणिज्य शासकीय योगानंदम महाविद्यालय रायपुर द्वारा प्रति दिवस एक घंटा सायं 4:00 से 5:00 प्रशिक्षण दिया जाना सुनिश्चित किया गया है।
आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ कविता शर्मा द्वारा संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रदान कर आज के इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, तदोपरांत महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग से डॉ विनीता शर्मा द्वारा विषय विशेषज्ञ डॉक्टर तपेश चंद्र गुप्ता जी का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया गया, तत्पश्चात डॉक्टर तपेश चंद्र गुप्ता जी द्वारा सिविल सेवा आचरण संहिता 1965 अंतर्गत शामिल व्यवहार के समस्त उपादानों से संबंधित अत्यंत सारगर्भित महत्वपूर्ण एवं आवश्यक जानकारियां सहज व सुबोध ढंग से प्रदान की गई। इस ज्ञानवर्धक व्याख्यान के पश्चात कई प्राध्यापकों की जिज्ञासाओं को भी विषय विशेषज्ञ द्वारा अपने जवाब से शांत किया गया, तदोपरांत महाविद्यालय की प्राचार्य उषा किरण अग्रवाल मैडम द्वारा इस विषय पर महाविद्यालय परिवार का मार्गदर्शन करने के पश्चात वाणिज्य विभाग की डॉक्टर माधुरी श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ आज के इस उन्मुखीकरण के प्रथम दिवस के समापन की घोषणा की गई।
रायपुर, शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुषमा तिवारी के द्वारा कार्यस्थल संबंध एवं व्यवहार पर एक वेब परिचर्चा का आयोजनकिया गया।जिसमे डॉ प्रशांत श्रीवास्तव DSW हेमचंद यादव विश्विद्यालय तथा जी ऐ घनश्याम OSD उच्च शिक्षा विभाग ने अपने विचार व्यक्त किये ।कार्य स्थल में तनातनी की घटनाएं निरंतर देखी जाती है । इस परिचर्चा के माध्यम से वक्ता द्वय ने बहुत ही सारगर्भित विचार व्यक्त किए। उन्होंने कार्यस्थल पर मर्यादित आचरण ,मानक नियमो का पालन , सभी को एक दूसरे की बातो तथा विचारो को उचित सम्मान देने की बात कही ।संस्था के दिए गए कार्यों को पूरी निष्ठा तथा ईमानदारी से करने की सलाह दी। संस्था की गोपनीयता बनाए रखना ,नैतिक आचार विचार,उचित व्यवहार आदि पर विचार वक्ता किए ।महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर उषाकिरण अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सहकर्मियों के साथ सदेव सहृदयता पूर्ण व्यवहार करना चाहिए साथ ही कार्यस्थल पर निधरित मनकों और आचरण के मूल्यों का पालन अति आवश्यक बताया ।कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों की जिज्ञासा का उत्तर भी वक्ताओ द्वारा दिया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर सिरिल डेनियल द्वारा दिया गया ।तथा iqac इंचार्ज डॉक्टर कविता शर्मा व कार्यक्रम की संयोजिका विभागाध्यक्षा डॉक्टर सुषमा ने उक्त जानकारी दिया ।
रायपुर, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने आज एक पत्र लिख कर सभी अध्ययन शालाओ तथा महाविद्यालयों से सभी विषय के अंतिम सेमेस्टर की कक्षाओं के पाठ्यक्रम पुरे होने की जानकारी 7 दिवस के अंतर्गत मांगी है ताकि उनकी परीक्षाये ली जा सके.
आपको बता दे अभी कुछ दिन पहले ही उच्च शिक्षा विभाग ने अंतिम वर्ष की परीक्षाये आयोजित करने का आदेश जारी किया है
रायपुर,शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर के विज्ञान संकाय के द्वारा IQAC के तत्वावधान में नेशनल ऑनलाइन ई पोस्टर कंपटीशन आयोजित किया गया। यह प्रतियोगिता 22 मई अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर आयोजित की गई। यह कार्यक्रम आइक्यूएसी इंचार्ज डॉ कविता शर्मा तथा कार्यक्रम मेंटर महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल के निर्देशन में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में समन्वयक डॉ शीला दुबे, डॉ रवि शर्मा, डॉ आर डी शर्मा तथा को कन्वीनर डॉ मनीषा गर्ग थी। कार्यक्रम के तकनीकी विशेषज्ञ डॉ बी डी थदलानी, डॉ सीरिल डेनियल थे।
ई पोस्टर का मुख्य विषय "एन्वाइरन्मेंटल एन्हांस मेंट डुरिंग लॉकडाउन " था। उप विषय१)' पर्यावरण तथा उसका महत्व', २)लॉक डाउन का पर्यावरण पर प्रभाव, ३)भोजन स्वास्थ्य तथा जैव विविधता ४) लॉक डाउन का इकॉमर्स पर प्रभाव ५) जैव विविधता तथा प्रकृति का संरक्षण थे। कार्यक्रम में प्रवेश पूर्णता निशुल्क था। तीन बेस्ट पोस्टर अवॉर्ड की स्क्रीनिंग कमेटी में महाविद्यालय के निर्णायक डॉ संध्या वर्मा, डॉ प्रीति पांडे, डॉ मीना पाठक, डॉ अंजना पुरोहित थे। कार्यक्रम के निर्णायक तथा विशेषज्ञ के रूप में महाकौशल कला वीथिका के महानिदेशक डॉ प्रवीण शर्मा ,श्री अवतार सिंह भंगल, डॉ जयंत विश्वास नेशनल केव रिसर्च एंड प्रोटेक्शन ऑर्गेनाइजेशन रायपुर थे। कार्यक्रम में संपूर्ण भारत से गुजरात, महाराष्ट्र, उड़ीसा, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, झारखंड से कुल 411 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
लॉकडाउन के समय जब सबकुछ थम गया है स्टूडेंट्स के पास यह अच्छा मौका रहा अपनी स्किल्स को रिकवर करने का ।
शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर के IQAC के द्वारा वेबीनार का आयोजन किया गया। जिसका विषय इमर्जिंग ट्रेंड्स इन ऑनलाइन एजुकेशन एंड फ्यूचर प्रोस्पेक्ट्स था। कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी इंचार्ज डॉ कविता शर्मा ने किया।कार्यक्रम की मुख्य प्रेरणा स्रोत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल रही। कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ उषा किरण अग्रवाल की उद्बोधन से हुआ जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार हमारी शिक्षा का सफर ब्लैक बोर्ड से ग्रीन बोर्ड, और व्हाइट बोर्ड फिर ओएचपी, dlp और अब लैपटॉप की द्वारा हम शिक्षा करा रहे हैं। अब हम इस कोविड 19 के दौर में लॉकडाउन के कारण डिजीटल प्लेटफॉर्म मैं पढ़ाई कर रहे हैं। व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बच्चों की समस्याओं का समाधान कर रहे है।
कार्यक्रम का कीनोट ऐड्रेस डॉ अरुणा पलटा कुलपति हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग ने दीया। इस सत्र के चेयर पर्सन डॉ प्रशांत श्रीवास्तव सर रहे। डॉ अरुणा पलटा का वक्तव्य इमर्जिंग ट्रेंड्स इन ऑनलाइन एजुकेशन पर था। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन मेटीरियल और वीडियो निश्चित तौर पर बच्चों की मदद कर पाएंगे। टॉप 100 यूनिवर्सिटी में अभी ऑनलाइन डिग्री कोर्स चल रहे हैं। जो काफी सफल हैं। इस पर चर्चा हुई। धन्यवाद ज्ञापन डॉ संध्या वर्मा ने किया।
द्वितीय सत्र आयुष विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन डॉक्टर इम्तियाज ने किया।किस प्रकार ऑनलाइन रिसोर्सेज का उपयोग किया जा सकता है कौन-कौन से ऑनलाइन रिसोर्सेस है इसकी विस्तृत जानकारी दी।
तृतीय सत्र डॉ विमल त्रिवेदी जो सेंटर फॉर सोशल स्टडीज सूरत गुजरात से थे ।इस सत्र के चेयर पर्सन डॉ अमिताभ बनर्जी प्राचार्य शासकीय छत्तीसगढ़ महाविद्यालय थे। अपने वक्तव्य में डॉक्टर विमल त्रिवेदी सर ने बताया कि किस प्रकार भारत में3.99 करोड़ विद्यार्थी उच्च शिक्षा से जुड़े हैं। 999 यूनिवर्सिटी है। अब हमारी शिक्षा ऑनलाइन एजुकेशन की तरफ जा रही है। यद्यपि ऑनलाइन एजुकेशन कक्षा का विकल्प नहीं है। लेकिन यह हमारी आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि अभी वर्तमान में काफी ऑनलाइन यूजर्स बड़े हैं। ऑनलाइन कोर्स की संख्या भी बढ़ी है। इसका लाभ लाभ है कि हम घर से ही इंटरएक्टिव तरीके से पढ़ाई कर सकते हैं इस पद्धति में काफी लचीलापन है, । हम कहीं भी अलग-अलग टाइम जोन में भी पढ़ाई कर सकते हैं। आसान है फैकल्टी से सीधे कनेक्ट हो सकते हैं। आजकल गूगल बुक सर्च, research gate मैं पाठ्य सामग्री उपलब्ध हो जाती है। पीएचडी स्टूडेंट के लिए भी यह लाभदायक है।
अगला सत्र देवेंद्र एं व्यास प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय अकोला का था। उनका विषय शेपिंग स्टूडेंट्स माइंडसेट थ्रो ऑनलाइन एजुकेशन पर था। उन्होंने ऑनलाइन एजुकेशन, सोर्स ऑफ ए learning, flipped classroom, स्वयं पोर्टल, मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स, आदि के बारे में बताया। इसके धनात्मक ऋणात्मक पक्ष तथा भविष्य की संभावनाओं की चर्चा की। प्राचार्य डॉ अमिताभ बैनर्जी ऑनलाइन एजुकेशन पर अपने विचार रखें। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था से समय और ऊर्जा की बचत की बचत होती है तथा यहां सीखने की बहुत अवसर है साथी हम विद्यार्थी के फीडबैक को भी जान सकते हैं और उसकी मदद कर सकते हैं। इस व्यवस्था में अभी भी कुछ चुनौतियां हैं जिसकी चर्चा उन्होंने की।
अगला सत्र डॉ अर्चना पत्की उप प्राचार्य एमएमपी शाह वूमेन कॉलेज मुंबई का थी । उनका व्याख्यान टाइम मैनेजमेंट एंड सेल्फमोटिवेशन डुरिंग ऑनलाइन एजुकेशन पर था।उन्होंने बताया कि इस प्रकार है इस समय विद्यार्थियों को ऑनलाइन एजुकेशन के लिए समय प्रबंधन करना चाहिए। अपने लिए एक टू डू लिस्ट बनाएं रूटीन बनाएं, पूरा होने पर स्वयं को पुरस्कार दे। अच्छी किताबें ऑटोबायोग्राफी बायोग्राफी पढ़िए। जिसे अभी प्रेरणा मिलेगी। स्वयं का विश्लेषण कीजिए। और मोटिवेट चाहिए।
अंतिम सत्र अंग्रेजी के प्राध्यापक तथा रूसा के डायरेक्टर डॉ जे न घनश्याम का था। उन्होंने कोविड़ की एक नई परिभाषा दी। यह एक समय आत्म मूल्यांकन का जिसमें हम अपने आप को अपडेट, अपग्रेड, अपलिफ्ट कर सकते हैं। Blended learning के बारे में बताया। सीखना है सक्रिय होना चाहिए होना चाहिए। ऑनलाइन एजुकेशन रचनात्मकता प्रेरणा बढ़ जाती है। और उन्होंने बताया कि अभी छत्तीसगढ़ सबसे अच्छा कार्य कर रहा है शिक्षा के क्षेत्र में स्कूल शिक्षा तथा कॉलेज शिक्षा दोनों स्तर पर वीडियो ऑडियो पीडीएफ फॉर्म में अध्ययन सामग्री शिक्षकों के द्वारा अपलोड की जा रही है जिसका फायदा निश्चित तौर पर विद्यार्थियों को मिलेगा। इस सत्र की चेयर पर्सन डॉक्टर प्रजापति थे।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ शीला दुबे ने किया। इस वेबीनार में लगभग 500 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिसमें विद्यार्थी, शिक्षक, research scholar आदि थे। 22 राज्य तथा आईआईटी के 5 छात्रों ने इसमें हिस्सा लिया। आइक्यूएसी इंचार्ज डॉक्टर डॉ कविता शर्मातथा महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन किया।
रायपुर,देवेन्द्र नगर स्थित महाविद्यालय में लॉक डाउन के चलते पढाई को निरंतर चालू रखते हुए कल रविवार को दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है ये वेबिनर गूगल मीट के माध्यम से लिया जाएगा जिसमे शिक्षा से जुड़े लोग हिस्सा ले सकते है इस वेबिनार की मुख्य वक्ता डॉ अरुणा पलटा जी,कुलपति हेमचंद यादव विश्विद्यालय दुर्ग रहेंगी इसके साथ महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ उषा किरण अग्रवाल जी विषय परिचय देंगी.
इस कार्यक्रम की रुपरेखा कुछ इस प्रकार है :-
Commenced by Session I time 1-2 PM
Chair Person: Dr Prashant Shrivastava
Speaker: Dr Imtiaz(Online Library)
Chair Person Speech(Dr Prashant Shrivastav)
Vote of thanks: Mrs Ranjana Pooja Yadav
Session II time2-3 PM
Chair person: Dr Amitabh Banerjee
1. Resource p
Person: Dr Vimal Trivedi
2. Resource Person: Dr Devendra Vyas
Chair Person's Speech( Dr Amitabh Banerjee)
Vote of thanks: Dr Ranjana Tiwari
Session III time3- 4 PM
Chair Person: Dr S Prajapati Surat
1. Resource Person: Dr Archana Patki
2. Resource Person:
Dr G A Ghanshyam
Chair Person's
Speech(Dr S Prajapati)
Vote of thanks: Dr Sheela Dubey
Concluding remark by IQAC INCHARGE DR KAVITA SHARMA
आप इस वेबिनार में इस लिंक के माध्यम से जुड़ सकते है
Session 1 link
meet.google.com/sue-rdab-kux
Session 2 link
meet.google.com/txn-oyvr-ppe
Session 3 link
meet.google.com/xcn-ghqa-zvb
रायपुर, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा लॉकडाउन के दौरान बच्चों के सुचारू अध्ययन के लिए शुरू की गई ऑनलाईन ई-लर्निंग व्यवस्था ''पढ़ई तुंहर दुआर'' आज लाखों बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि इस वेबसाईट का निर्माण बिना किसी बाहरी सोर्स और पैसा खर्च किए स्कूल शिक्षा विभाग ने स्वयं तैयार की है। वेबपोर्टल के शुरू होने से अब तक इसमें 21 लाख 26 हजार 791 छात्र-छात्राएं और एक लाख 88 हजार 900 शिक्षक-शिक्षिकाएं पंजीकृत होकर ऑनलाईन अध्ययन-अध्यापन कर रहे है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कोविड-19 संक्रमण के बचाव के उपायों के तहत स्कूली बच्चों को घर पर ही रहकर पढऩे के लिए बीते 7 अप्रैल को शुरू किए गए पोर्टल ''पढ़ई तुंहर दुआर' के जरिए लाखों छात्र आज बिना किसी शुल्क के ऑनलाईन पढ़ाई का लाभ उठा रहे है। कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिये किए गए लॉकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। इस कारण यह आवश्यक हो गया था कि घरों में रहकर ही बच्चों को पढऩे-लिखने और सीखने का अवसर प्रदान किया जाये, इसके तहत छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों के हित में पढ़ई तुंहर दुआर ई-प्लेटफार्म की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे अब छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई ई-प्रक्रिया के तहत आसानी से जारी रख पा रहे है।
इस ई-लर्निंग प्लेटफार्म में ऑनलाईन इंटरएक्टिव कक्षाओं के जरिए शिक्षक और बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ रहे है। देश में अपने तरह का यह पहला बड़ा ऑनलाईन एजुकेशन प्लेटफार्म है जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के छात्रों सहित हिन्दी भाषी राज्यों के छात्रों के लिए भी बहुत ही लाभदायक है। इसमें अब तक 21.26 लाख विद्यार्थी और 1.88 लाख से अधिक शिक्षक पंजीकृत होकर ऑनलाईन अध्ययन और अध्यापन का कार्य कर रहे है। इसमें पीडीएफ फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो लेसन आदि उपलब्ध कराए गए है, जिसे छात्र बिना किसी फीस के लाभ उठा रहे है। इस पोर्टल में होमवर्क तथा होमवर्क को ऑनलाईन जांचने की सुविधा भी है। बच्चे अपनी शंकाओं का समाधान भी ऑनलाईन कर पा रहे है। छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं विषय शिक्षकों की कमी वाली शालाओं के लिए भी यह यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित हो रहा है।
इस पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे विभाग ने बिना किसी बाहरी मदद के स्वयं तैयार किया है। इसकी प्रोग्रामिंग विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने एनआईसी के प्रोग्रामरों के साथ मिलकर की है। इस प्रकार विभाग ने यह साफ्टवेयर बिना कोई धन राशि व्यय किए नि:शुल्क तैयार किया है। यह योजना द्धह्लह्लश्च://ष्द्दह्यष्द्धशशद्य.द्बठ्ठ वेबसाइट पर उपलब्ध है। द्धह्लह्लश्च://ष्द्दह्यष्द्धशशद्य.द्बठ्ठ निजी डोमेन नहीं है बल्कि छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने मात्र 6658 रूपए में 10 वर्षो के लिए खरीदी है। इस डोमेन पर पूरी तरह से छत्तीसगढ़ शासन का अधिकार है। इस पोर्टल के में पंजीकृत विद्यार्थी, शिक्षक और पेज व्यू की संख्या आसानी से देखी जा सकती है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन से वर्तमान में स्कूल बंद है। ऐसी स्थिति में ऑनलाइन ई-लर्निंग की यह व्यवस्था लाखों बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। लाखों की संख्या में बच्चे और शिक्षक इसका लाभ उठाकर घर में रहकर भी पढ़ाई कर रहें है। इस पोर्टल के संचालन में अभी तक कुल व्यय मात्र 3,48,631.54 रूपए ही है।
जोहानसबर्ग | दक्षिण अफ्रीका के स्कूल और यूनिवर्सिटी कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के चलते लागू लॉकडाउन के बीच सख्त शर्तों के तहत खुलने जा रहे हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बेसिक एजुकेशन मिनिस्टर एंजी मोत्शेखेगा की वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के हवाले से कहा, हमारा प्रस्ताव ग्रेडों को चरणबद्ध तरीके से खोलने का है। ग्रेड (कक्षा) 7 और 12 को स्कूल आना है, ऐसे में वह अकेले स्कूल में रहेंगे। अन्य ग्रेड के विद्यार्थी बाद में आएंगे।
भिलाई, नए शिक्षा सत्र से कुम्हारी में नवीन महाविद्यालय की शुरुआत होगी। पहले इसे यहां के शासकीय स्कूल में संचालित किया जाएगा। भवन बनने के बाद स्थानांतरित किया जाएगा। इसके स्थापना के लिए वेतन भत्ता मद के तहत 6.70 करोड़ और कार्यालय व्यय मद के लिए 30 लाख रुपए बजट में तय किए गए हैं। कॉलेज के खुल जाने से कुम्हारी के युवाओं को काफी राहत मिलेगी।
अंडर ग्रेजुएशन कोर्स से शुरुआत की तैयारी
पालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर ने बताया कि यहां सबसे पहले बीए, बीकॉम और बीएससी के कोर्स संचालित किए जाएंगे। प्रत्येक विषय के लिए अभी 150-150 सीटें प्रस्तावित की गई हैं। 12वीं के नतीजे जारी होने के बाद कॉलेज में अंडर ग्रेजुएशन कोर्स के लिए प्रवेश देने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। शासन की ओर से स्टाफ की भी व्यवस्था की जा रही है।
तीन कॉलेजों में नए कोर्स की शुरुआत भी हुई
अपर संचालक डॉ. सुशीलचंद्र तिवारी ने बताया कि गर्ल्स कॉलेज में बीएससी कंप्यूटर साइंस, बीकॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन, पाटन में अंग्रेजी साहित्य और धमधा में बीए भुगोल की मंजूरी मिली है। इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया था।
रायपुर और भिलाई नहीं आना पड़ेगा
कुम्हारी में नवीन महाविद्यालय की शुरुआत होने से यहां के छात्रों को महाविद्यालयीन स्तर की पढ़ाई के लिए रायपुर, दुर्ग, भिलाई नगर, भिलाई-3, जामुल या फिर अहिवारा नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उच्च शिक्षा के लिए संस्थान मिल जाएगा। बाद में यहां पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। नए कॉलेज से छात्रों को राहत होगी।
वित्तीय वर्ष 20-21 के लिए प्रस्तावित बजट में कुम्हारी में नए कॉलेज खोले जाने का उल्लेख किया गया था। इसके तहत इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है। बजट की राशि मिलने की सूचना नगर पालिका कुम्हारी को दी गई है। मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर ने बताया कि अभी कॉलेज संचालन के लिए तीन-चार स्थान को देखा गया है, लेकिन शासन स्तर पर उसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है।
नई दिल्ली, हम सभी जानते हैं कि अधार देश के किसी भी नागरिक की पहचान से जुड़ा सबसे अहम दस्तावेज माना जाता है. सभी तरह की सरकारी लाभ के लिए आधार की जरूरत पड़ती है. हालांकि कई बार आधार कार्ड पर गलत जानकारी छपे होने के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आज हम आपको इसी परेशानी के बचने का तरीका बताने जा रहे हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं कि अगर आपके आधार कार्ड में आपका पता सही नहीं है और आप इसे बदलवाना चाहते हैं तो उसे आप घर बैठे कैसे इसे ठीक करवा सकते हैं.
कैसे बदलें पता
अगर आप आधार पर पता बदलवाना चाहते हैं तो घबराएं नहीं. आधार कार्ड में पता बदलवाने के इच्छुक लोगों को UIDAI ने एक महत्तवपूर्ण सुविधा प्रदान की है. UIDAI ने एक ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है.
#StayHomeSaveLives
— Aadhaar (@UIDAI) April 16, 2020
You can update your address online from: https://t.co/II1O6P5IHq
Click a clear pic of the supporting document and upload from your phone.
Tutorial: https://t.co/fCDV7LpYKN
Documents List: https://t.co/BeqUA07J2b #aadhaaronlineservices pic.twitter.com/0ff29WsJkF
UIDAI ने कहा है कि जहां पहले लोगों को आधार पर लिखा पता बदलवाने के लिए केंद्र पर जाना पड़ता था, लंबी लाइनों में लगना पड़ता था और इंतजार करना पड़ता था, वहीं अब घर बैठे ही आप अपने आधार कार्ड का पता बदलवा सकते हैं
कैसे बदलवाए पता, जानिए
आधार का पता बदलवाने के लिए सबसे पहले आपको UIDAI की वेबसाइट https://uidai.gov.in पर जाना होगा. इसके बाद My Adhaar टैब पर क्लिक करें और फिर Update your adhaar और फिर Update your address online पर क्लिक करना होगा. इसके बाद Proceed update address पर क्लिक करें और इसके बाद आधार नंबर और कैप्चा डालकर सेंड ओटीपी पर क्लिक कर दें. अपने रजिस्टर्ड नंबर पर आए ओटीपी को दर्ज करें और लॉग इन पर क्लिक करें.
इसके बाद Update address via address proof पर क्लिक कर नया या सही पता भर दें. अब आपको बताए गए दस्तावेजों की रंगीन फोटो मोबाइल से क्लिक कर व अपलोड कर आगे की प्रक्रिया पूरी करनी होगी. इसके बाद वेरिफिकेशन होगा और आपका नया पता आपके आधार पर आए जाएगा.
रायपुर, उच्च शिक्षा विभाग अब स्कूलों की तर्ज पर कॉलेजों में भी ऑनलाइन पढ़ाई कराएगा। इसके लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। वहीं मानिटरिंग के लिए 10 सदस्यीय टीम बनाई गई है। योजना के क्रियान्वयन और मॉनिटरिंग के लिए अपर संचालक चंदन संजय त्रिपाठी के संयोजन में कमेटी तैयार की गई है। कमेटी में अपर संचालक हिमांशु शेखर, पीसी चौबे, प्राचार्य एसके त्रिपाठी, एसएस अग्रवाल, एसआर कमलेश, सुशील तिवारी, अमिताभ बनर्जी, सहायक प्राध्यापक वेणुगोपाल, जी घनश्याम को शामिल किया गया है। आदेश में उच्च शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन की वजह से अकादमिक कैलेंडर में देरी की संभावना जताते हुए वीडियो लेक्चर तैयार कराने को कहा है। ग्रेजुएशन के सिलेबस के मुताबिक वीडियो लेक्चर तैयार किया जाएगा।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के नाम बदलने पर भूपेश कैबिनेट की मुहर लग गई है. कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय अब चंदूलाल चंद्राकर के नाम पर समर्पित किया गया है.
बता दें कि जुलाई-2019 में राजधानी के पत्रकारों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाक़ात कर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नाम बदलने की मांग की थी. पत्रकारों ने कहा था कि कुशाभाऊ ठाकरे का योगदान न तो पत्रकारिता में है न ही उनका छत्तीसगढ़ से किसी प्रकार का जुड़ाव रहा है. मुख्यमंत्री ने पत्रकारों की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया था. पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से कहा था कि सरकार को पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नाम चंदूलाल चंद्राकर या माधवराव सप्रे के नाम पर रखना चाहिए. जो छत्तीसगढ़ और पत्रकारिता दोनों से जुड़े रहे. पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ के दोनों हस्तियों के योगदान का ज़िक्र भी अपने आवेदन में किया था. पत्रकारों ने सीएम भूपेश बघेल से कहा था कि चंदूलाल चंद्राकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पत्रकार रहे हैं. छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय और विश्व पटल पर वे पत्रकारिता के आधार स्तंभ रहे हैं. वहीं पं. माधव राव सप्रे को छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता के जनक के तौर पर जाना जाता है. उन्होंने पेंड्रा जैसे एक छोटे से नगर से 'छत्तीसगढ़ मित्र' नामक पत्रिका से प्रदेश में पत्रकारिता की शुरुआत की थी. इससे पहले पत्रकारों ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल से मुलाक़ात कर कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नाम बदलने की मांग की थी. मंत्री उमेश पटेल ने पत्रकारों की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया था.
Source: haribhoomi
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के लिए ग्रंथपाल पद का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है। लिखित परीक्षा का परिणाम आयोग की अधिकृत वेबसाइट www.psc.cg.gov.in पर अपलोड कर दिए गए हैं।
आयोग द्वारा 21 अगस्त 2019 को उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत ग्रंथपाल के कुल 56 पद के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। जिसके लिए 26 नवम्बर 2019 को ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी। ग्रंथपाल परीक्षा 2019 के विज्ञापित पद का तीन गुना अर्थात् 168 अभ्यर्थियों को वर्गवार, उप वर्गवार साक्षात्कार के लिए चिन्हांकन किया जाना था। परन्तु अर्ह अभ्यर्थियों की अनुपलब्धता के कारण कुल-86 अभ्यर्थी वर्गवार, उप वर्गवार चिन्हांकित हुए है। ग्रंथपाल पद के लिए साक्षात्कार तिथि, समय सारणी, विस्तृत सूचना आयोग की वेबसाइट पर पृथक से जारी की जाएगी।
समस्त छात्र-छात्राओं को सूचित किया जाता है कि, छ.ग. व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने विभिन्न (PAT, PET, PPT, बीएड, डीएड, बीएससी नर्सिंग, PPHT) ऑनलाइन तिथि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन व संभावित परीक्षा तिथि जारी कर दी है।
विवरण निम्नानुसार है :-
1. PET
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 17 मार्च 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 12 अप्रेल 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 08 मई 2020
2. PPHT
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 17 मार्च 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 12 अप्रेल 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 08 मई 2020
3. PPT
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 17 मार्च 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 12 अप्रेल 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 21 मई 2020
4. PAT
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 24 मार्च 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 19 अप्रेल 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 28 मई 2020
5. BED बीएड
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 07 अप्रेल 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 03 मई 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 11 जून 2020
6. DED डीएड
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 07 अप्रेल 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 03 मई 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 11 जून 2020
7. बीएससी नर्सिंग
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 17 अप्रेल 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 10 मई 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 21 जून 2020
8. BA BED बीए बीएड
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 17 अप्रेल 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 10 मई 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 21 जून 2020
9. Bsc BED बीएससी बीएड
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 17 अप्रेल 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 10 मई 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 21 जून 2020
10. एमएससी नर्सिंग
ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ तिथि :- 21 अप्रेल 2020
ऑनलाइन आवेदन अंतिम तिथि :- 17 मई 2020
संभावित परीक्षा तिथि :- 28 जून 2020
रायपुर,राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलपति के रुप में बलदेव भाई शर्मा को नियुक्त किया है। बलदेव भाई शर्मा का कार्यकाल, उपलब्धियां तथा सेवा शर्ते विश्वविद्यालय अधिनियम एवं परिनियम में निहित प्रावधान अनुसार होंगी।
बलदेव भाई दैनिक भास्कर, अमर उजाला, स्वदेश, पांचजन्य जैसे समाचार पत्रों के संपादक रहे हैं. नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे और मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के संवाहक हैं. इस समय वो हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में प्रोफेसर हैं.
श्री शर्मा की नियुक्ति छत्तीसगढ़ कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय अधिनियम, 2004 (संशोधन, 2019) की धारा 11 की उपधारा (1) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए की गई है।