नई दिल्ली: मकर संक्रांति के अवसर पर PM मोदी ने देश को आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी। PM ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सिकंदराबाद और विशाखापट्टनम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
Vande Bharat Express: इस दौरान उन्होंने कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस उस भारत का प्रतीक है जो अपने हर नागरिक को बेहतर सुविधाएं देना चाहता है। यह उस भारत का प्रतीक है, जो गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है। पीएम ने आगे कहा, आज वंदे भारत को लेकर जिस तेजी से काम हो रहा है, वह सराहनीय है।
15 दिनों के अंदर दूसरी ट्रेन
Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यह, 2023 की पहली ट्रेन है। हमारे देश में 15 दिनों भीतर यह दूसरी वंदे भारत ट्रेन दौड़ रही है। यह दिखाता है कि भारत में कितनी तेजी से वंदे भारत अभियान प्रगति कर रहा है। यह देश की ट्रेन है। इसकी रफ्तार के कितने ही वीडियो लोगों के दिलों-दिमाग में छाए हुए हैं।
जहां-जहां गति, वहां प्रगति: मोदी
Vande Bharat Express: पीएम ने कहा, जब कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर साथ मिल जाते हैं तो यह सपनों को हकीकत से जोड़ता है। यह मैन्यूफैक्चरिंग को मार्केट से जोड़ता है। टैलेंट को उचित प्लेटफार्म से जोड़ता है। कनेक्टिविटी अपने साथ विकास की संभावनाओं का विकास करता है।
Vande Bharat Express: उन्होंने कहा, जहां-जहां गति है, वहां प्रगति है। हमने वह समय भी देखा है, जब हमारे यहां विकास और आधुनिक कनेक्टिविटी का लाभ बहुत ही कम लोगों को मिलता था। इससे देश में एक बहुत बड़ी आबादी का समय सिर्फ आने-जाने में ही खर्च हो जाता था। इससे सामान्य नागरिक, मध्यम वर्ग का नुकसान होता था। आज भारत उस पुरानी सोच को छोड़कर आगे बढ़ रहा है। वंदे भारत ट्रेन इसका एक बहुत बड़ा सबूत और प्रतीक है। जब इच्छाशक्ति होती है तो बड़े से बड़े मुश्किल लक्ष्यों को भी पाया जा सकता है।