गुजरात के वड़ोदरा से एक बेहद ही अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां 87 साल की पत्नी ने हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर पति की बार-बार सेक्स करने की जिद की वजह से छुटकारा दिलाने की मांग की है।
बुजुर्ग महिला ने जब हेल्पलाइन नंबर 181 अभयम पर कॉल करके बताया कि उसका 89 साल का पति बार-बार सेक्स करने की मांग करता है तो यह सुनकर वो लोग भी दंग रह गए। महिला ने एक-एक करके पति की सारी बातें बताई। उसने बताया कि बीमारी में भी मेरे साथ संबंध बनाना चाहता है। वो अपने पति की इस हरकत से छुटकारा पाना चाहती है।
खबरों की माने तो शिकायत मिलने के बाद अभयम टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने पति को योग करने की सलाह दी। इसके साथ ही सेक्सोलॉजिस्ट के पास जाने के लिए कहा ताकि उनका ट्रीटमेंट हो सके। टीम अभयम की मानें तो मामला एक सम्मानित परिवार से जुड़ा है।
बुजुर्ग महिला का पति पेशे से इंजीनियर था। दोनों के बीच शादीशुदा लाइफ बहुत ही खूबसूरत रही है। वो अपने बहू और बेटे के साथ रहते हैं। लेकिन कुछ वक्त से बुजुर्ग शख्स के स्वभाव में परिवर्तन हो गया है। वो अपनी पत्नी को बार-बार शारीरिक होने के लिए दबाव बनाता है।
महिला ने बताया कि जब वो शारीरिक संबंध बनाने से इंकार करती है तो उसका पति काफी एग्रेसिव हो जाता है। डांटता है, चिल्लाता है। वो कुछ दिनों से बीमार हैं। पति की जिद की वजह से उसे मजबूर हेल्पलाइन पर कॉल करना पड़ा।
हेल्पलाइन अधिकारी ने बताया कि हमें दो दिन पहले कॉल आया, जिसके बाद हमने तुरंत उस शख्स से मुलाकात की और उनसे कहा कि आपकी छवि धूमिल हो रही है और आपकी पत्नी भी परेशान हैं। अधिकारियों ने फैमिली मेंबर्स से उन्हें और काउंसलिंग सेशन कराने और सेक्सॉलजिस्ट के पास ले जाने का मशवरा दिया साथ ही काउंसलिंग भी की और अपना ध्यान दूसरी चीजों पर डायवर्ट करने, योगा, सीनियर क्लब जॉइन करने की सलाह दी है।
मध्यप्रदेश: सागर के गोपालगंज थाना क्षेत्र की श्रीराम कॉलोनी में नवविवाहिता प्रतिष्ठा उर्फ ऊर्जा शर्मा की मौत का मामला हत्या और आत्महत्या के बीच उलझ गया है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है। बेटी की मौत की खबर मिलते ही मायके पक्ष के लोग कटनी से सागर पहुंचे। मृतका प्रतिष्ठा की कटनी निवासी मां धर्मिष्ठा भट्ट ने आरोप लगाते हुए कहा कि बेटी की हत्या कर ससुराल वालों ने फंदे पर लटकाया है। बेटी के पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं। हाथों पर कट लगे हुए हैं, जैसे किसी धारदार वस्तु से काटे गए हों। गुप्तांग में भी चोटों के निशान हैं। मां धर्मिष्ठा ने आगे कहा कि बेटी प्रतिष्ठा की शादी 20 जनवरी को सागर श्रीराम कॉलोनी निवासी पुनीत शर्मा के साथ की थी।
पैतृक संपत्ति बेचकर दहेज में 21 लाख दिए थे। दामाद नशा करता था। वह अक्सर बेटी से दहेज की मांग और बच्चा पैदा करने की बात कहकर प्रताड़ित करता था। बेटी ने मुझे बताया था। मेरी बेटी की हत्या की गई है। बेटी को न्याय मिलना चाहिए। मामले में मृतका प्रतिष्ठा के परिवार वालों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत की। उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के लोग जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं। मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
पति पुनीत शर्मा के साथ मृतका प्रतिष्ठा शर्मा।
रात पौने 3 बजे बताया कि बेटी की मौत हो गई
मृतिका प्रतिष्ठा के चाचा शरद भट्ट ने कहा कि रात करीब पौने 3 बजे दामाद पुनीत के चाचा सूरज शर्मा ने फोन पर जानकारी दी कि प्रतिष्ठा की मौत हो गई है। उसने फांसी लगा ली है। सागर आकर देखा तो बेटी के शरीर पर चोटों के निशान थे। उसके साथ मारपीट की गई है। ससुराल वालों ने ही बेटी की हत्या की है। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होना चाहिए।
सागर पहुंची मृतका प्रतिष्ठा की मां और मायके पक्ष के अन्य लोग।
घर में फंदे पर झूलता मिला था शव
रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात प्रतिष्ठा उर्फ ऊर्जा पति पुनीत शर्मा उम्र 27 साल निवासी श्रीराम कॉलोनी का शव घर के कमरे में फंदे पर झूलता मिला था। सूचना पर गोपालगंज थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा बनाया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा था। पीएम डॉक्टर की पैनल से कराया गया है। पुलिस को मामले में मृतका की पीएम रिपोर्ट आने का इंतजार है।
एडिशनल एसपी विक्रम सिंह ने बताया कि नवविवाहिता की मौत मामले में मर्ग कायम कर जांच में लिया है। पीएम रिपोर्ट आने पर मौत का कारण स्पष्ट होगा। मायके पक्ष के बयान लिए जा रहे हैं। मामले में निष्पक्ष जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली। सपा नेता आजम खान को हार्ट अटैक आया है। उन्हें दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है । आईसीयू में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, आजम खान जब रामपुर में थे, तो उन्हें सीने में जलन, दर और सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई थी।
मंगलवार को आजम खान दिल्ली आए हुए थे इस दौरान उन्हें दिल्ली गंगा राम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद आजम खान को बताया कि उन्हें हर्ट अटैक आया था । जाँच में उनके दिल की एक नस में ब्लॉकेज मिला है । बाद में डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी के बाद उनके हॉर्ट में एक स्टंट डाला था । डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
Hindi Diwas 2022: देश में हर वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी दिवस एक बार नहीं बल्कि साल में दो बार मनाया जाता है। 14 सितंबर, 1949 में देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था। इसके बाद हिंदी का महत्व बढ़ाने और इसे हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए 1953 से हर साल देशभर में 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाने लगा। इसके अलावा 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस
14 सितंबर को हिंदी के महान साहित्यकार व्यौहार राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी है। यह वजह भी है कि इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी को विशेष दर्जा दिलवाने में गोविंद दस, हजारीप्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर और मैथिलीशरण गुप्त का अहम योगदान रहा है। वर्ष 1918 में महात्मा गांधी ने एक हिंदी साहित्य सम्मेलन के दौरान हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहा था। बता दें, गांधी जी हिंदी को जनमानस की भाषा कहते थे। उनका हिंदी से खास लगाव था।
फारसी शब्द हिंद से बनी हिन्दी
हिंदी का नाम फारसी शब्द ‘हिंद’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है सिंधु नदी की भूमि। फारसी बोलने वाले तुर्क जिन्होंने गंगा के मैदान और पंजाब पर आक्रमण किया, 11वीं शताब्दी की शुरुआत में सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को ‘हिंदी’ नाम दिया था। यह भाषा भारत की आधिकारिक भाषा है और संयुक्त अरब अमीरात में एक मान्यता प्राप्त अल्पसंख्यक भाषा है।
जानिए हिंदी दिवस का इतिहास
देवनागरी लिपि में लिखी गई एक इंडो-आर्यन भाषा हिंदी को वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी और घोषित किया गया था। यह भारतीय गणराज्य की 22 आधिकारिक भाषाओं में से एक है।
भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1949 से शुरू होकर हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने का फैसला किया। और हिंदी साहित्य को मनाने के लिए देश भर में कई अन्य सांस्कृतिक उत्सव मनाए जाते हैं।
हिंदी दिवस के अलावा, 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस भी मनाया जाता है, जो 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है, जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। यह पहली बार 2006 में पूर्व प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया था।
जानें क्या है महत्व
हिंदी साहित्य का सम्मान करने और हिंदी भाषा के प्रति सम्मान दिखाने के लिए इस दिन देश भर में कई सांस्कृतिक उत्सव आयोजित किए जाते हैं। हिंदी दिवस पर, मंत्रालयों, विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों,राष्ट्रीय बैंकों और नागरिकों को हिंदी भाषा में उनके योगदान के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार जैसे पुरस्कार प्राप्त होते हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों (पीएसयू), विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राष्ट्रीय बैंकों और व्यक्तियों को हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए राजभाषा कीर्ति पुरस्कार और राजभाषा गौरव पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है।
नई दिल्ली: भारत में जल्द ही टोल प्लाजा खत्म होने वाला है। इससे लोगों को टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी कतारों से राहत मिलेगी। दरअसल टोल प्लाजा को ऑटो नंबर पहचान प्रणाली से बदल दिया जाएगा। इस प्रणाली से आपके अकाउंट से ऑटोमैटिक पैसे कट जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र टोल प्लाजा को ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान प्रणाली से बदलने के लिए पायलट परियोजनाओं का संचालन कर रहा है, जो वाहन मालिकों के बैंक अकाउंट से शुल्क में कटौती को सक्षम करेगा।
मंत्री ने कहा कि फास्टैग की शुरुआत के बाद राज्य के स्वामित्व वाले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टोल इनकम में सालाना 15 हजार करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। अब हम ऑटोमोबाइल नंबर प्लेट टेक्नोलॉजी लॉन्च करने जा रहे हैं। जिससे कोई टोल प्लाजा नहीं होगा।
बता दें कि 2018-19 के दौरान टोल प्लाजा पर वाहनों के लिए औसत प्रतीक्षा समय 8 मिनट था। 2020-21 और 2021-22 के दौरान फास्टैग आने से गाड़ियों के लिए एवरेज वेटिंग टाइम घटकर 47 सेंकड हो गया है। फिर भी पीक आवर्स के दौरान टोल प्लाजा में कुछ देरी होती है।
इस टेक्नोलॉजी के तहत आपको अपनी कार में एक जीपीएस डिवाइस लगाना होगा। आप जैसे ही टोल वाले हाइवे पर गाड़ी लाएंगे टोल की कैलकुलेशन शुरू हो जाएगी। आपने जितनी दूरी का सफर उस सड़क पर शुरू किया है। उसके हिसाब से पैसे काट लिए जाएंगे। ये रकम सीधे आपके बैंक खाते से कटेगी। आपको अपने बैंक अकाउंट की जानकारी भी सरकार को देनी होगी। साथ ही आपको अपना वाहन रजिस्टर कराना होगा। इस सिस्टम से स्थानीय लोगों को टोल पर मिलने वाली छूट बंद हो जाएगी।
अगर जीपीएस आधारित टोल सिस्टम लागू होता है। लोगों को फिक्स्ड चार्ज नहीं देना होगा बल्कि जितनी दूर उन्होंने ट्रेवल किया है उन्हें उतना ही पैसा देना होगा। इससे टोल प्लाजा के पास जाम की समस्या खत्म हो जाएगी।
पणजीः महाराष्ट्र के बाद गोवा में राजनीतिक भगदड़ मच गई है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। आज शाम मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और गोवा भाजपा के अध्यक्ष सदानंद तनावड़े प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं।एक ओर aभारत जोड़ो यात्रा कर रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के विधायक पार्टी तोड़ रहे हैं। गोवा में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने वाले 11 में 8 विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि ये 8 विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माइकल लोबो का नाम भी शामिल है।
विधायकों के नाम
1. दिगंबर कामत
2. मायकल लोबो
3. दिलायला लोबो
4. केदार नाइक
5. राजेश फलदेशाई
6. संकल्प अमनोकर
7. एलेक्जियो सिक्वेरा
8. रुडॉल्फ फर्नान्डिस
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद तनावड़े आठों विधायकों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं। इन विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद गोवा कांग्रेस के पास सिर्फ 3 विधायक बचेंगे। कांग्रेस के बागी विधायकों पर दलबदल कानून लागू नहीं होगा। बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।
गोवा में विधानसभा की 40 सीटों के लिए इसी साल फरवरी में चुनाव हुए थे। गोवा में भाजपा गठबंधन के पास 25 विधायक और कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं। इनमें से कांग्रेस के 8 विधायकों के भाजपा में जाने के बाद सरकार के पास विधायकों की संख्या 33 और कांग्रेस के पास 3 विधायक बचेंगे।
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद से इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि यहां आज बुधवार को उस वक्त दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक निर्माणाधीन बिल्डिंग की लिफ्ट टूट गई और इसमें 6 लोगों की मौत हो गई। फिलहाल, इस घटना के बाद चारों तरफ-चीख पुकार मची हुई है।
पुंछः जम्मू कश्मीर के पुंछ के सवजियान में दर्दनाक सड़क हादसा हो गया है। इस हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 25 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मृतक के परिवार को 5 लाख और घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
मिनीबस पुंछ जिले के ही सौजियां से मंडी जा रही थी। इसी दौरान अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही सेना ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरु किए। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
मुआवजे का एलान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतक के परिवार के सदस्यों को 5-5 लाख रुपए की राहत राशि देने की घोषणा की। इसके साथ ही अधिकारियों को घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि "दुर्घटना में कुछ लोगों की आकस्मिक मौत हो गई है, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और सभी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना है। मृतक के परिवार को 5 लाख और घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।"
हादसे पर संवेदना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया है कि "पुंछ के सावजियान में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में लोगों की मौत अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।"
मंडी के तहसीलदार शहजाद लतीफ ने बताया कि "पुंछ के सवजियान इलाके में मिनी बस का हादसा हो गया। सेना द्वारा बचाव अभियान जारी है। दुर्घटना में अभी तक 11 लोगों की मृत्यु की सूचना है। घायलों को मंडी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।"
मुंबई। जिया खान आत्महत्या मामले में दोबारा जांच के लिये दायर याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है। दिवंगत अभिनेत्री की मां राबिया खान ने जिया मामले की दोबारा जांच की मांग को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
3 जून 2013 को जिया अपने मुंबई स्थित घर पर फांसी से लटकती पाई गईं। उनकी मां ने जिया के ब्वॉयफ्रेंड सूरज पंचोली पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। 9 साल पुराने मामले में राबिया ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर केस को फिर से खोलने की अपील की। बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोमवार को राबिया की याचिका को खारिज कर दिया। अपनी याचिका में राबिया ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या की गई थी। उन्होंने अपनी याचिका में किसी स्वतंत्र और विशेष एजेंसी से मामले की नए सिरे से जांच की अपील की जिसकी मदद अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) करे।
उनके वकील शेखर जगताप और साइरुचिता चौधरी ने दलील दी कि मामले में मुंबई पुलिस की प्रारंभिक जांच में कुछ ‘गलतियां’ थीं। जिसके बाद राबिया ने हाई कोर्ट की ओर रुख किया और जुलाई 2014 में जांच सीबीआई को सौंप दी गई। हालांकि सीबीआई ने वही ‘गलतियां’ कीं और इसलिए वह स्वतंत्र एजेंसियों से मामले की फिर से जांच की मांग कर रही हैं।
जस्टिस एएस गडकरी और एमएन जाधव की खंडपीठ ने याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि उन्हें मामले में सीबीआई की जांच पर विश्वास है। सीबीआई की ओर से पेश वकील संदेश पाटिल ने यह भी तर्क दिया कि एजेंसी ने मामले की निष्पक्ष जांच की है। कोर्ट ने यह भी कहा कि याचिकाकर्ता राबिया इस तरह की याचिका दायर करके अपने ही मामले को कमजोर कर रही है। याचिका को खारिज करते हुए पीठ ने कहा कि वह विस्तृत आदेश बाद में पारित करेगी।
नई दिल्ली: देशभर में गैस सिलेंडर की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल सरकारी तेल कंपनी इंडेन ने आम जनता के लिए एक विशेष सुविधा शुरू की है। इसके तहत आप सस्ते दामों पर गैस सिलेंडर खरीद सकते है। इंडेन की इस सुविधा के तहत आपको सिर्फ 750 रुपये में गैस सिलेंडर मिल जाएगा। इस सिलेंडर को आप कहीं भी ले जा सकते हैं।
दरअसल इंडेन की ओर से ग्राहकों के लिए कंपाजिट सिलेंडर की सुविधा शुरू की गई है। इस सिलेंडर को खरीदने के लिए आपको सिर्फ 750 रुपये खर्च करना होगा। खास बात यह है कि इसे आप आसानी से एक जगह से दूसरी जगह स्थानान्तरित कर सकते है।
बता दें कि इस सिलेंडर का वजन सामान्य सिलेंडर के मुकाबले कम होता है। दिल्ली में 14 किलो वाले सिलेंडर के दाम 1053 रुपये है। ऐसे में सरकारी कंपनी इंडेन की तरफ से 750 रुपये में सिलेंडर दिया जा रहा है। यानी करीब 300 रुपये सस्ता सिलेंडर दिया जा रहा है।
कंपोजिट सिलेंडर वजन में हल्के होते है। इसमें आपको 10 किलो गैस मिलती है। इस वजह से इस सिलेंडरों के दाम कम होते है। इस सिलेंडर की खासियत यह है कि ये पारदर्शी होते है। फिलहाल यह सिलेंडर 25 से अधिक शहरों में मिल रहा है। कंपनी जल्द ही इसे सभी शहरों में उपलब्ध कराएगी।
चेन्नई: तमिलनाडु के कोयंबटूर में आज DVAC यानी सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के पूर्व मंत्री एसपी वेलुमणि के ठिकानों पर छापेमारी की है। डीवीएसी चेन्नई, कोयंबटूर सहित 26 स्थानों पर पूर्व राज्य मंत्री एसपी वेलुमणि से जुड़े आरोपों के संबंध में तलाशी ले रहा है। पूर्व मंत्री पर आरोप है कि उन्होंने अपनी करीबी सहयोगी कंपनियों को अनुचित तरीके से निविदाएं देने में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया था। मंत्री पर इस एक्शन के खिलाफ उनके घर के बार एआईएडीएमके के कार्यकर्ता मौजूद हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तमिलनाडु पुलिस ने सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय द्वारा छापेमारी के खिलाफ कोयंबटूर में राज्य के पूर्व मंत्री एसपी वेलुमणि के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पर एआईएडीएमके (AIADMK) के 7 विधायकों और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ आज ईडब्ल्यूएस के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण के मामले में सुनवाई करेगी। बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को आरक्षण संबंधी मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस यूयू ललित की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय पीठ करेगी।
उच्चतम न्यायालय इस ईडब्ल्यूएस व्यवस्था को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज से सुनवाई शुरू करेगा। इस प्रावधान का विरोध करने वालों की दलील है कि यह संवैधानिक नजरिये से गलत है। आर्थिक आधार पर ऊंची जातियों को आरक्षण देने के प्रावधान को उन्होंने मजाक बताया है। तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ने इस पर सख्त आपत्ति जताई है।
गौरतलब है कि जनवरी, 2019 में संसद में संविधान में 103वें संशोधन को पारित किया गया था। इस संशोधन के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10 फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया गया है। इसके मुताबिक संविधान के अनुच्छेद 15 और 16 में खंड (6) सम्मिलित करके नौकरियों और शिक्षा में आर्थिक आरक्षण प्रदान करने का प्रस्ताव किया गया है।
नई दिल्ली/हैदराबाद. तेलंगाना (Telangana) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां के हैदराबाद (Hyderabad) में एक होटल में आग (Fire In Hotel) लगने से 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। मामले पर हैदराबाद कमिश्नर ने बताया कि, होटल के ग्राउंड फ्लोर पर इलेक्ट्रिक स्कूटर रिचार्ज यूनिट थी। यहीं से आग फैली बताई जा रही है। पहले और दूसरे फ्लोर पर धुआं भरने से यहां कूच लोगों की जान चली गई है।
घटना के समय मौजूद लोगों के अनुसार, रूबी होटल के बिल्डिंग के बेसमेंट में एक इलेक्ट्रिक वेहिकल शोरूम में एक बाइक की बैटरी फटी जिसके बाद इस आग ने पूरी बिल्डिंग को चपेट में ले लिया। हादसे के समय होटल में करीब 23-25 लोग मौजूद बताए जा रहे थे। वहीं आग और धुंए और दम घुटने से अब तक 8 लोगों की मौत हो गई जिसमें एक महिला भी है।
इसके साथ ही इस हादसे में कई लोग घायल भी गए हैं। ऐसी भी खबर है कि, आग को देख कुछ लोगों ने मारे घबराहट के जान बचाने के लिए खिड़की से नीचे कूदने की कोशिश की। इसके चलते कई लोग घायल भी हुए हैं।
मामले पर तेलंगाना के गृह मंत्री मो। महमूद अली ने कहा कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। उन्होंने यह भी कहा कि, “फायर ब्रिगेड की टीमें वक्त पर रेस्क्यू के लिए पहुंच गई थीं। लेकिन, धुआं काफी ज्यादा था इसलिए कुछ लोगों की यहां मौत हो गई है । हम घटना की सभी कोणों से जांच करा रहे हैं।”
गुजरात: गुरु शिष्य के रिश्ते को शर्मसार कर देने वाला एक मामला गुजरात के बंबाखान से सामने आया है, जहां 9वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के साथ स्कूल के प्रिंसिपल ने तीन बार रेप किया। शिकायत मिलने पर भरूच सिटी बी डिवीजन थाने की पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ रेप के साथ पॉक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर अरेस्ट कर लिया है। आरोपी ने यह वारदात पीड़िता बच्ची को परीक्षा में फेल करने की धमकी देकर अंजाम दिया है।
तीसरी बार रेप के इरादे से अपने ऑफिस में बुलाया और
पुलिस ने बताया कि बंबाखान के सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ने वाली छात्रा को आरोपी प्रिंसिपल काफी समय से प्रताड़ित कर रहा था, उसने दो बार फेल करने की धमकी देकर स्कूल के अंदर ही पीड़िता के साथ रेप किया। आरोपी ने तीसरी बार भी उसे रेप के इरादे से अपने ऑफिस में बुलाया और पकड़ लिया, लेकिन इस बार पीड़िता विरोध करते हुए भाग गई और अपने परिजनों को मामले की जानकारी दी। इसके बाद परिजनों के साथ पुलिस में पीड़िता ने शिकायत दी है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर आरोपी प्रिंसिपल को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी की पहचान रंजीत उर्फ राकेश परमार के रूप में हुई है।
फेल करने की धमकी देकर करता था रेप
पुलिस की पूछताछ और जांच पड़ताल के दौरान सामने आया कि प्रिंसिपल स्कूल में पढ़ने वाली कई छात्राओं के साथ इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुका है। वह छात्राओं को फेल करने की धमकी देकर उन्हें अपने आफिस में बुलाता था और फिर उनके साथ रेप करता था। एएसपी भरूच विकास सुंडा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ 10 सितंबर को रेप की धारा 376(3), 376(2)(f), 376(2)(n) के अलावा बाल यौन उत्पीड़न (POCSO)एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
नई दिल्ली: मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में 14 और 15 सितंबर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में भी अगले दो दिनों तक बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है, उसके बाद के लगातार तीन दिनों के लिए उत्तराखंड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी हल्की से ज्यादा बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पंजाब में बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक,अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पुणे और अहमदनगर जिले में अगले 4 दिनों तक व्यापक बारिश का अनुमान है।
पणजी: बीजेपी नेता और टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट हत्या मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। दरअसल गोवा पुलिस ने सोनाली फोगाट हत्या के मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्णय लिया है। बता दें कि इससे पहले गोवा पुलिस मामले की जांच कर रही थी। पुलिस ने अब तक सुधीर सांगवान समेत 5 आरोपी गिरफ्तार किए थे।
भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट की गोवा के एक रेस्टोरेंट में 23 अगस्त को मौत हुई थी। उन्हें रेस्टोरेंट से अस्पताल पहुंचाया गया था। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। अभी तक इस मामले में गोवा पुलिस ने सोनाली के पीए सुधीर सांगवान और उसके साथ सुखविंदर को गिरफ्तार किया है। वहीं अब सोमवार को गोवा सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है।
गौरतलब है कि सोनाली फोगाट का परिवार लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा था। इस मामले में रविवार को खाप पंचायत हुई थी, जिसमें इस केस को सीबीआई को सौंपने की मांग की गई थी।
शादी के बाद पुरुष हो या महिलाएं, उनकी जिंदगी बदल जाती है। खासकर महिलाओं के बारे में तो कहा जाता है कि ससुराल जाते ही अधिकतर महिलाएं पूरी तरह बदल जाती हैं। महिलाओं का व्यक्तित्व, रूप ,रंग और आकार सब कुछ बदल जाता है। इस आर्टिकिल में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्या हो जाता है, जो शादी के बाद महिलाएं बदल जाती हैं।
महिलाएं शादी से पहले जितनी बिंदास होती है, उतनी ही शादी के बाद उतार चढ़ाव का सामना करतीं हैं। वहीं शादी के बाद जहां महिलाओं की जीवन शैली में बदलाव होता है, साथ ही शारीरिक बनावट में भी बदलाव देखने को मिलता है। महिलाएं अक्सर शादी के बाद मोटी हो जाती है, वहीं कुछ महिलाओं के कमर का हिस्सा फैल जाता है।
शादी के बाद महिलाओं के शरीरिक बनावट में होने वाले बदलाव को लेकर बीते कुछ साल पहले एथेंस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिमित्रिस कियोरसिस, प्रेसिडेंट, हेलेनिक मेडिकल एसोसिएशन ने यह उजागर किया था कि शादी के बाद सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्या यदि कोई है तो वह है मोटापा यानी पेट का निकल जाना। शादीशुदा पुरुषों के पेट अविवाहितों से तकरीबन तीन गुना बड़े हो जाते हैं जबकि कुंवारी लड़कियों से दोगुना बड़ा पेट शादीशुदा महिलाओं का हो जाता है।
यह सर्वेक्षण 20 से 70 साल के 17,000 विवाहित जोड़ों पर किया गया और यह निष्कर्ष निकला कि इस मोटापे के दो कारण हैं। एक-शादीशुदा लोग सोफे पर एक साथ बैठ कर टेलीविजन देखते हुए खूब खाते हैं जबकि कुंवारे ऐसा नहीं करते। और दूसरा ये कि शादी के बाद कुछ समय तक एक दूसरे का साथ इतना अच्छा लगता है कि व्यायाम, योग या जिम के बारे में सोचने का न तो दिल करता है और न ही वक्त मिल पाता है।
ये हैं शरीरिक बनावट में बदलाव होने की वजह
एक महिला शादी के बाद अपना लाइफस्टाइल बदल देती है जिसमें वो अपनी मर्जी की डाइट के हिसाब से कम चल पाती है, जिसका परिणाम वजन में बेलेंस बिगड़ना सामने आता है। वहीं सेन फ्रांसिस्को में हुई एक रिसर्च बताती है कि संबंध बनाने से भी आपकी मांसपेशियां काफी सक्रीय होती है जिससे आपके शरीर के निचले हिस्से में फैलाव आता है, इस कारण से भी ऐसा होता है।
एक कारण हार्मोनल बदलाव भी है। शादी के बाद कई महिलाओ के होरमोंस में बदलाव आते है, वो फेरोमोंस को भी जीवन में लेती है जिससे शारीरिक बदलाव होने स्वाभाविक है। वहीं बच्चे को जन्म देना भी है। आम तौर पर बच्चे को जन्म देने से ठीक पहले या फिर उसके बाद भी शरीर प्राकृतिक रूप से आपको फैलाता है और खास तौर पर इससे कमर और इससे थोड़ा नीचे वाला हिस्सा प्रभावित होता है।
उत्तरप्रदेश। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वाराणसी की अदालत ने हिंदू पक्ष के हक में फैसला दिया है। कोर्ट ने अंजुमन इंतेजामिया कमेटी की याचिका खारिज कर दी। पांचों महिला हिंदू पक्षकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए जिला जज एके विश्वेश की एकल पीठ ने मामले को सुनवाई योग्य बताया है।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, अदालत ने मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि मुकदमा विचारणीय है। मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी। ज्ञानवापी मस्जिद मामले के याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने कहा, यह हिंदू पक्ष की जीत है। यह ज्ञानवापी मंदिर की आधारशिला है। हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं।
हिंदू पक्ष की ओर से ज्ञानवापी परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर नियमित पूजा अर्चना करने की अनुमति दिए जाने की मांग की गई थी। वहीं, मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में पोषणीय नहीं होने की दलील देते हुए इस केस को खारिज करने की मांग की थी। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की दलील को खारिज करते हुए अपने फैसले में कहा है कि सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 07 नियम 11 के तहत इस मामले में सुनवाई हो सकती है। दूसरी ओर, याचिकाकर्ता मंजू व्यास ने कहा कि आज पूरा भारत खुश है। मेरे हिंदू भाई-बहनों को जश्न मनाने के लिए दीए जलाने चाहिए।
बता दें कि दिल्ली की राखी सिंह और वाराणसी की निवासी चार महिलाओं ने ज्ञानवापी मस्जिद की बाहरी दीवार पर स्थित हिंदू देवी देवताओं की प्रतिदिन पूजा अर्चना का आदेश देने के आग्रह वाली एक याचिका पिछले साल सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में दाखिल की थी। उसके आदेश पर पिछली मई में ज्ञानवापी परिसर का वीडियोग्राफी सर्वे कराया गया था। इसी बीच, मुस्लिम पक्ष ने इस सर्वे को उपासना अधिनियम 1991 का उल्लंघन करार देते हुए इस पर रोक लगाने के आग्रह वाली एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी।
हालांकि कोर्ट ने वीडियोग्राफी सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, मगर मामले की सुनवाई जिला जज की अदालत में ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट पिछली 19 मई को जिला अदालत में पेश की गई थी। सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजू खाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया था जबकि मुस्लिम पक्ष ने उसे फव्वारा बताया था।
मुस्लिम पक्ष ने इस मामले को उपासना स्थल अधिनियम के खिलाफ बताते हुए कहा था कि यह मामला सुनवाई के योग्य नहीं है। जिला जज ने इस सिलसिले में दायर याचिका पर पहले सुनवाई करने का निर्णय लिया था। इस मामले में दोनों पक्षों की दलीलें पूरी हो चुकी हैं। हिंदू पक्ष का दावा है कि मुस्लिम पक्ष बहुत पुराने दस्तावेज पेश कर रहा है जो इस मामले से संबंधित नहीं है।
नई दिल्ली: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में आज वाराणसी की अदालत ने हिंदू पक्ष के हक में फैसला दिया है। कोर्ट ने अंजुमन इंतेजामिया कमेटी की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने पांचों महिला हिंदू पक्षकार के पक्ष में फैसला सुनाया है। ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद मामले में फैसला सुनाते हुए जिला जज एके विश्वेश की एकल पीठ ने मामले को सुनवाई योग्य बताया है।
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, अदालत ने मुस्लिम पक्ष की याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि मुकदमा विचारणीय है। मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी। ज्ञानवापी मस्जिद मामले के याचिकाकर्ता सोहन लाल आर्य ने कहा, यह हिंदू पक्ष की जीत है। यह ज्ञानवापी मंदिर की आधारशिला है। हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं|
हिंदू पक्ष की ओर से ज्ञानवापी परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी समेत अन्य धार्मिक स्थलों पर नियमित पूजा अर्चना करने की अनुमति दिए जाने की मांग की गई थी। वहीं, मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में पोषणीय नहीं होने की दलील देते हुए इस केस को खारिज करने की मांग की थी। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की दलील को खारिज करते हुए अपने फैसले में कहा है कि सिविल प्रक्रिया संहिता के आदेश 07 नियम 11 के तहत इस मामले में सुनवाई हो सकती है। दूसरी ओर, याचिकाकर्ता मंजू व्यास ने कहा कि आज पूरा भारत खुश है. मेरे हिंदू भाई-बहनों को जश्न मनाने के लिए दीए जलाने चाहिए।
बता दें कि दिल्ली की राखी सिंह और वाराणसी की निवासी चार महिलाओं ने ज्ञानवापी मस्जिद की बाहरी दीवार पर स्थित हिंदू देवी देवताओं की प्रतिदिन पूजा अर्चना का आदेश देने के आग्रह वाली एक याचिका पिछले साल सिविल जज सीनियर डिविजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में दाखिल की थी। उसके आदेश पर पिछली मई में ज्ञानवापी परिसर का वीडियोग्राफी सर्वे कराया गया था। इसी बीच, मुस्लिम पक्ष ने इस सर्वे को उपासना अधिनियम 1991 का उल्लंघन करार देते हुए इस पर रोक लगाने के आग्रह वाली एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी।
हालांकि कोर्ट ने वीडियोग्राफी सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, मगर मामले की सुनवाई जिला जज की अदालत में ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। ज्ञानवापी सर्वे की रिपोर्ट पिछली 19 मई को जिला अदालत में पेश की गई थी। सर्वे के दौरान हिंदू पक्ष ने ज्ञानवापी मस्जिद के वजू खाने में शिवलिंग मिलने का दावा किया था जबकि मुस्लिम पक्ष ने उसे फव्वारा बताया था।
मुस्लिम पक्ष ने इस मामले को उपासना स्थल अधिनियम के खिलाफ बताते हुए कहा था कि यह मामला सुनवाई के योग्य नहीं है। जिला जज ने इस सिलसिले में दायर याचिका पर पहले सुनवाई करने का निर्णय लिया था, इस मामले में दोनों पक्षों की दलीलें पूरी हो चुकी हैं। हिंदू पक्ष का दावा है कि मुस्लिम पक्ष बहुत पुराने दस्तावेज पेश कर रहा है जो इस मामले से संबंधित नहीं है।
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