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Chanakya Niti: ये आदतें मनुष्य को कभी आगे नहीं बढ़ने देती हैं

Chanakya Niti: ये आदतें मनुष्य को कभी आगे नहीं बढ़ने देती हैं

चाणक्य नीति कहती है कि मनुष्य को यदि जीवन में सफल होना है तो गंदी आदतों से दूर रहना चाहिए. ये गंदी आदतें कौन सी हैं आइए जानते हैं-

समय को खराब नहीं करना चाहिए
चाणक्य नीति के अनुसार जो व्यक्ति  समय की कीमत नहीं जानता है, उसे जीवन में लक्ष्यों को प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि समय कभी भी किसी के लिए नहीं रूकता है. इसलिए जो समय एक बार गुजर जाता है, वो लौट कर फिर नहीं आता है. सफलता में समय पर लिए गए उचित निर्णय का विशेष महत्व होता है. जो समय का लाभ उठाने के लिए तैयार रहते हैं, वे अपने लक्ष्यों को पूरा कर पाने में सक्षम होते हैं.

आलस मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है
चाणक्य नीति के अनुसार आलस एक ऐसा अवगुण है जो व्यक्ति को कभी सफलता प्राप्त नहीं करने देता है. आलस को अपनाने वाला व्यक्ति अवसरों का लाभ उठाने से वंचित रहता है. ऐसे लोगों को आगे चलकर परेशानियों का सामना करना पड़ता है. 

मेहनत से भागने वालों की किस्मत में सफलता नहीं होती है 
चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में यदि सफलता प्राप्त करनी है तो परिश्रम यानि मेहनत करने से कभी नहीं घबराना चाहिए जो लोग ऐसा करते हैं उन्हें कभी सफलता प्राप्त नहीं होती है. ऐसे लोगों को लक्ष्मी जी का भी आशीर्वाद नहीं मिलता है. परिश्रम के बिना सफलता संभव नहीं है. इस बात को अच्छे ढंग से समझने का प्रयास करना चाहिए.

 

 

नशे की लत, सफलता में बाधक है
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को हर प्रकार के नशे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए. नशा करने से सेहत के साथ मन और मस्तिष्क पर भी बुरा प्रभाव डालता है. नशा करने वाले कभी भी कुशल श्रम का प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं. ऐसे लोगों को अन्य अवगुण भी घेर लेते हैं. नशे से दूर रहकर ही जीवन में बड़ी सफलता प्राप्त की जा सकती है. नशा करने वाले स्वयं की श्रेष्ठ प्रतिभा का भी लाभ नहीं उठा पाते हैं. नशे की लत से प्रतिभा भी नष्ट हो जाती है. लक्ष्मी जी भी ऐसे लोगों का त्याग कर देती हैं.

इन आदतों वाली लड़कियों से लड़के करना चाहते हैं शादी, जानिए क्या हैं वे

इन आदतों वाली लड़कियों से लड़के करना चाहते हैं शादी, जानिए क्या हैं वे

लड़की हो या लड़के दोनों ही अपने पार्टनर में कुछ खास आदतें पसंद करते हैं. किसी को केयरिंग नेचर पसंद होता है तो किसी को फनी नेचर. कोई सुन्दरता पर फिदा होता है तो कोई गुण वाले व्यक्ति को पसंद करता है. ऐसे में लड़के लड़कियों में कुछ खास आदतों को देख कर उन्हें अपना हमसफर बनाना चाहते हैं. आइए जानते हैं कि वो कौन सी आदत लड़कियों में ज्यादातर लड़कों को पसंद आती है.

परिवार को साथ लेकर चलने वाली
लड़कों को ऐसी लड़कियां बहुत जल्दी पसंद आती हैं, जो अपने पार्टनर के परिवार वालों को अपनी ही फैमिली समझती हैं. जिससे लड़को को अपनी फैमली और वाइफ के साथ तलामेल बनाने में कोई परेशानी नहीं होती है. लड़कियों से अक्सर यह उम्मीद की जाती है कि वह शादी के बाद पार्टनर के परिवार की दिल से देखभाल करें. ऐसे में जो लड़कियां बातों ही बातों में अपने पार्टनर के परिवार से घुलने-मिलने की कोशिश करती हैं वह लड़कों का दिल बहुत जल्दी जीत लेती हैं.

पार्टनर पर अपनी न थोपती हों
लड़कों को ऐसी लड़कियां बिल्कुल पसंद नहीं आती हैं, जो जिद्दी किस्म की हों और अपनी ही बात केवल थोपने की कोशिशि करती हैं या अपने कहे पर हीअटल रहती हों. ऐसी लड़कियां लड़कों को जल्द पसंद नहीं आती हैं. ऐसे में जो लड़कियां, लड़कों को समझती है और जिन्हें यह पता होता है कि उसके रिलेशन के लिए क्या सही और क्या गलत है, वे लड़कियां लड़कों को जल्दी इम्प्रेस करती हैे.

दोस्तों को स्वीकार करना
ऐसी लड़कियां लड़कों को कभी पसंद नहीं आती हैं जो अपने पति के दोस्तों को पसंद न करती हों. उनके बारे में बुराई करें. कई बार लड़के इस बात से चिढ़ जाते हैं, कि लड़कियां उनके दोस्तों के बारे हमेशा बूरा क्यों सोचती हैं. वह अक्सर अपने पार्टनर से इस बात की शिकायत करती हैं कि वह दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करते हैं. ऐसा एक दो-दिन तो सही है, लेकिन फिर इन्हीं लड़कियों से लड़के कटने लगते हैं. 

जरुरी कागजों के रखरखाव के लिए आजमाए ये आसान तरीके, काम होगा आसान

जरुरी कागजों के रखरखाव के लिए आजमाए ये आसान तरीके, काम होगा आसान

हम सभी के घर में कुछ जरूरी कागजात होते ही हैं, जिन्हें हम फाइलों में रखते हैं। बच्चे की मार्कशीट से लेकर बिजली का बिल और पहचान के अन्य जरूरी कागजात व उनकी फोटोकॉपी को लोग फाइलों में संभालकर रखते हैं। इतना ही नहीं, पिछले कुछ वक्त से जब वर्क फ्रॉम होम का चलन काफी बढ़ा है तो घरों में इन फाइलों की संख्या भी बढ़ी है। ऑफिस के प्रोजेक्ट्स की फाइलों को भी लोग घर पर ही रख रहे हैं। हालांकि काफी सारी फाइलें हो जाने के बाद उन्हें सही तरह से आर्गेनाइज करना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर घर में फाइलें सही तरह से आर्गेनाइज करके रखी जाती हैं, तो इससे घर भी बिखरा-बिखरा नजर नहीं आता और समय पर ढूंढने में भी आसानी होती है । तो चलिए जानते हैं कि घर में फाइलों को आर्गेनाइज करने के लिए आप किन तरीकों का सहारा ले सकती हैं-

बनाएं अलग कैबिनेट
अगर आपके पास काफी अधिक फाइलें हैं तो बेहतर होगा कि आप उन्हें टेबल पर रखने की जगह एक अलग कैबिनेट बनाएं और उसमें ही अपनी सभी जरूरी फाइलें रखें। इस तरह जब आपको कभी भी उन फाइलों की जरूरत होगी तो आप आसानी से कैबिनेट से निकाल पाएंगी।

करें लेबलिंग
अगर आपके पास फाइलों का भंडार है और आप उसे एक कैबिनेट में रखने की सोच रही हैं तो हर बार आपको अपनी जरूरी फाइल निकालने के लिए कुछ वक्त तो बर्बाद करना ही पड़ेगा। इस स्थिति से बचने और घर में फाइलों को बेहतर तरीके से आर्गेनाइज करने का सबसे अच्छा तरीका है लेबलिंग करना। इसके लिए आप फाइल के उपर कुछ तरह से लेबलिंग करें कि जब भी आप कैबिनेट खोलें, आपको दूर से ही समझ आ जाए कि कौन सी फाइल में कौन से डॉक्यूमेंट रखे हैं।

कलर कोड सिस्टम
अगर आप अपने घर में फाइलों का ढेर इक_ा नहीं करना चाहतीं और आपके इतने डॉक्यूमेंट भी नहीं है कि आपको कई सारी फाइलों की जरूरत पड़े, तो ऐसे में आप अपनी जरूरत के अनुसार तीन-चार अलग-अलग कलर की बड़ी फाइलें लें और कलर के आधार पर आप एक फाइल में घर के जरूरी कागजात, दूसरे में ऑफिस के डॉक्यूमेंट और तीसरे में पर्सनल आईडेंटिडी से जुड़े कागज रखें।

डेस्क आर्गेनाइजर का सहारा
कई बार कुछ डॉक्यूमेंट की जरूरत बार-बार पड़ती है, ऐसे में उठकर कैबिनेट से फाइल निकालना काफी इरिटेटिंग लगता है। ऐसे में अक्सर कागज को टेबल के कपड़े के नीचे या फिर साइड ड्राअर में रख देते हैं, जिससे उनके खोने का खतरा रहता है। इस स्थिति से बचने का एक तरीका है डेस्क आर्गेनाइजर। बेहतर होगा कि आप डेस्क पर एक डेस्क आर्गेनाइजर रखें और जरूरी कागजों को उसमें रखें।

 

इन 5 तरीको से दे अपने टीवी पैनल को आकर्षक लुक

इन 5 तरीको से दे अपने टीवी पैनल को आकर्षक लुक

आजकल ज्यादातर घरों में टीवी को दीवार पर टांगा जाता है।वहीं, टीवी के आस-पास की दीवार को भी सजाने का चलन जोरो पर है। लोग अपनी पसंद और बजट के हिसाब से टीवी प्लेस को सजाते हैं।। वैसे टीवी पैनल को सजाने के लिए आजकल पेटिंग और प्रिंटेट माइका काफी चलन में है। इसके अलावा भी कई तरीको से इसे सजाया जाता है। तो आइए जानते हैं इसे डेकोरेट करने के कुछ तरीकों के बारे में।

प्रिंटेड मायका का इस्तेमाल
अगर हम पैनलिंग के लिए प्रिंटेट माइका की बात करें तो इससे दीवार को हाइलाइट किया जाता है। इससे 3ष्ठ स्टाइल में टीवी पैनलिंग को सजाया जाता है। ध्यान रखें कि अगर टीवी वाली दीवार लाइट कलर की है तो बाकी की दीवारों पर डार्क कलर करवाएं।

थ्री डी वॉलपेपर का इस्तेमाल
आजकल थ्री डी वॉलपेपर का चलन काफी जोरो पर है। आप चाहे तो जिस दीवार पर टीवी लगा है उस दीवार पर इस तरह का वॉलपेपर लगवा सकती हैं। ये आपके घर को बिल्कुल डिफरेंट लुक देगा और टीवी देखने का मजा भी बढ़ाएगा।

कुछ और तरीके
- टीवी पैनलिंग के लिए आप कप बोर्ड का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये जहां दिखने में शानदार लगती है वहीं आप इसमें अपनी पसंद की चीजें भी सजा सकती हैं।
- टीवी एरिया को सजाने के लिए और कलरफुल लुक देने के लिए आप आप कॉपर पेंटिंग का इस्तेमाल कर सकती हैं। इस तरह की पेटिंग घर को ट्रेंडी और क्लासी लुक देती है।
- आजकल वुडन की दीवार का चलन जोरो पर है और ये दिखने में भी क्लासी लगती हैं। इस तरह की दीवार को आपको ज्यादा सजाने की जरूरत नहीं पड़ती। ये सिंपल ही अच्छी लगती हैं।

 

किसी भी स्त्री को बनाये अपनी दीवानी  . बस करना होगे ये एक काम

किसी भी स्त्री को बनाये अपनी दीवानी . बस करना होगे ये एक काम

दोस्तों आप सभी को आचार्य चाणक्य की नीति के बारे में पता होगा ही। संसार की सबसे सुन्दर और अच्छी तथा सर्वमान्य नीति है। आचार्य चाणक्य एक श्रेष्ठ अर्थशास्त्री होने के साथ-साथ एक महान राजनीतिज्ञ और कुटनीतिज्ञ भी थे। वहीं चाणक्य नीति को सीखने से आप जीवन की किसी भी समस्या को आसानी से सुलझा सकते हैं।

साथ ही साथ चाणक्य नीति का ज्ञान आपके लक्ष्य को पूरा करने में लाभदायक सिद्ध हो सकता है। वहीं अगर आप किसी औरत या लड़की को अपने वश में करना चाहते हैं तो चाणक्य नीति के कुछ टिप्स आपको अपना प्यार दिलाने में मदद कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं किसी भी महिला या लड़की को वश में करने के बारे में...

किसी भी महिला या लड़की को वश में करने के लिए आपको सबसे पहले कोरा कागज लेना है और उस कागज पर जिस भी महिला अथवा लड़की को आप वश में करना चाहते हैं, उसका नाम लिख दें। उसके बाद उस कागज पर स्वास्तिक बनाएं। तथा स्वास्तिक के दूसरी तरफ आप अपना नाम लिख दें, वहीं उस स्त्री के नाम के पास आप उस महिला के जन्म की तारीख लिख दें और अपने नाम के पास आप अपने जन्म की तारीख लिख दें। उसके बाद आप उस कागज पर मंत्र लिख दें।

मंत्र

ओम सं आकर्षण अमुक वशं स्वाहा

इसके बाद आप इस मंत्र का 51 बार जाप करें। साथ ही साथ अमुक के स्थान पर उस स्त्री अथवा कन्या के नाम का उच्चारण करें। इसके बाद आप अपने घर के आंगन में मिट्टी खोदकर वहां कागज को दबा देना है। इसके बाद वो स्त्री अथवा कन्या आपके प्रति आकर्षित हो जाएगी और आपसे मिलने के लिए बैचेन हो जाएगी। तथा आपके बिना नहीं रह पाएंगी। इस उपाय को करने से आप अपने प्यार को अवश्य ही पा लोगें। 

तरबूज खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगी दिक्कत

तरबूज खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होगी दिक्कत

जैसे ही गर्मियों का मौसम आता है, वैसे ही रसीले फल बाजार में आना शुरू हो जाते हैं. इस मौसम में बाजार में तरबूज भी बहुत आता है. वैसे तो साल के पूरे 12 महीने में आपको तरबूज मिल जाएगा. लेकिन सबसे अच्छा पका हुआ और मीठा तरबूज आपको गर्मियों के मौसम में ही मिल सकता है. लेकिन सवाल यह उठता है कि कैसे जाने कि कौन सा तरबूज सबसे अच्छा रसीला और मीठा है. कई बार तरबूज खरीदते वक्त लोग केवल तरबूज की बनावट पर ही फोकस करते हैं और बिना सोचे समझे ही तरबूज को घर ले जाते हैं. ऐसे में तरबूज अंदर से कच्चा और बेस्वाद भी हो सकता है. अगर आप चाहते हैं कि आप अच्छा और पका हुआ तरबूज खरीदें तो कुछ बातों को आप को ध्यान में रखना होगा. हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिसके अनुसार आप लाल, मीठा, रसीला तरबूज खरीद सकते हैं. चलिए जानते हैं.
तरबूज का रंग –
तरबूज को खरीदते समय उसका रंग देखना जरूरी होता है. अगर तरबूज गहरे हरे रंग का है तो उसे बिल्कुल ना खरीदें क्योंकि या तो वह अंदर से कच्चा होगा या फिर कोल्ड स्टोरेज वाला तरबूज भी हो सकता है. अगर आप चाहते हैं कि आपको अच्छा पका हुआ मीठा तरबूज मिले तो आप हमेशा हल्के रंग की धारियों वाला तरबूज ही खरीदें. साथ ही तरबूज पर अगर पीले या फिर क्रीम कलर के स्पॉट होंगे तो उस तरबूज की मिठास भी अच्छी होगी.
तरबूज को ठोक कर देखे –
कई बार ऐसा होता है कि लोग तरबूज खरीदते वक्त उसे ठोक कर देखते हैं. आपको बता दें कि जो तरबूज पका हुआ होता है और साथ ही साथ मीठा भी होता है उसे ठोकने पर तेज आवाज आती है. वहीं कोई तरबूज अगर आधा पका हुआ है या फिर कच्चा है तो उसमें से कम आवाज आती है. इसलिए जब आप तरबूज खरीदें तो उसका रंग देखने के साथ आप तरबूज को ठोक कर ज़रूर देखें.
तरबूज के स्टेम पर दे ध्यान –
जो देसी तरबूज होते हैं, वह आपको गर्मियों के मौसम में ही मिल जाएंगे. ताजा होने के कारण इस मौसम में आने वाले तरबूज में आप उसकी स्टेम को भी देख सकते हैं. अगर आपको हरी स्टेम वाला तरबूज मिले तो उसको आप ना खरीदें. ऐसे तरबूज पूरी तरह से पके हुए नहीं होते हैं लेकिन जो तरबूज ब्राउन और सुखी हुई स्टेम वाले होंगे. उनको आप खरीद सकते हैं. ऐसे तरबूज अंदर से पका हुआ भी होगा और लाल और मीठा भी होगा.
वजन का रखें ख्याल –
तरबूज के वजन को तौलना भी जरूरी होता है. कई लोग हल्के वजन और साइज में बड़े तरबूज को ज्यादा अच्छा समझते हैं. मगर ऐसा नहीं होता. साइज में छोटे तरबूज भी काफी अच्छे और मीठे हो सकते हैं, लेकिन उनका वजन कम नहीं अधिक होना चाहिए जो तरबूज वजन में अधिक होते हैं. वह अधिक रसीले और मीठे होते हैं. इसलिए जब भी आप तरबूज खरीदने जाए तो अलग-अलग तरबूज लेकर उनका वजन ज़रूर नाप ले. फिर जो अधिक वजनदार हो उसी तरबूज को खरीदें.

 

छिपकली की पूंछ की गुत्थी...

छिपकली की पूंछ की गुत्थी...

जान पर बनती है तो कुछ जीव अपने अंग त्याग कर जान बचाने का विकल्प चुनते हैं। इस तरह स्वेच्छा से अंग त्यागने की क्षमता को आत्म-विच्छेदन (ऑटोटॉमी) कहते हैं। खतरा आने पर मकड़ियां अपने पैरों को त्याग देती हैं, केंकड़े पंजे त्याग देते हैं और कुछ छोटे कृंतक थोड़ी त्वचा त्याग देते हैं। कुछ समुद्री घोंघे तो परजीवी-संक्रमित शरीर से छुटकारा पाने के लिए सिर धड़ से अलग कर लेते हैं।


ऑटोटॉमी का जाना-माना उदाहरण छिपकलियों का है। शिकारियों से बचने के लिए कई छिपकलियां अपनी पूंछ त्याग देती हैं और पूंछ छटपटाती रहती है। यह व्यवहार शिकारी को भ्रमित कर देता है और छिपकली को भागने का समय मिल जाता है। हालांकि छिपकली के पूंछ खोने के घाटे भी हैं – पूंछ पैंतरेबाज़ी करने, साथी को रिझाने और वसा जमा करने के काम आती हैं - लेकिन उसे त्यागकर जान बच जाती है। और तो और, कई छिपकलियां में नई पूंछ बनाने में की क्षमता भी होती है।


वैज्ञानिकों के लिए छिपकली का यह व्यवहार अध्ययन का विषय रहा है। लेकिन यह अनसुलझा ही रहा कि ऐसी कौन सी संरचनाएं हैं जिनकी मदद से छिपकली अपनी पूंछ को एक पल में छिटक सकती है जबकि सामान्य स्थिति में वह कसकर जुड़ी रहती है? न्यूयॉर्क युनिवर्सिटी अबू धाबी के बायोमेकेनिकल इंजीनियर योंग-अक सोंग इसे ‘पूंछ की गुत्थी’ कहते हैं।


डॉ. सोंग और उनके साथियों ने कई ताज़ा कटी हुए पूंछों का अध्ययन करके गुत्थी हल करने का सोचा। उन्होंने तीन प्रजातियों की छिपकलियों पर अध्ययन किया: दो प्रकार की गेको और एक रेगिस्तानी छिपकली (श्मिट्स फ्रिंजटो छिपकली)।

 

 

 

अध्ययन के लिए उन्होंने छिपकलियों की पूंछ को अपनी अंगुलियों से खींचा, ताकि वे अपनी पूंछ त्याग दें। छिपकलियों की इस प्रतिक्रिया को उन्होंने 3,000 फ्रेम प्रति सेकंड की रफ्तार से कैमरे में कैद किया। फिर वैज्ञानिकों ने छटपटाती पूंछों का इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से अवलोकन किया। उन्होंने पाया कि हर वह जगह जहां से पूंछ शरीर अलग हुई थी, कुकुरमुत्तों जैसे खंभों से भरी हुई थी। अधिक ज़ूम करने पर उन्होंने देखा कि प्रत्येक संरचना की टोपी पर कई सूक्ष्म छिद्र थे। शोधकर्ता यह देखकर हैरत में थे कि पूंछ के शरीर से जुड़ाव वाली जगह इंटरलॉकिंग के बजाय प्रत्येक खंड पर सघनता से सूक्ष्म खंभे केवल हल्के से स्पर्श कर रहे थे।

हालांकि, पूंछ के विच्छेदन वाली जगह की कंप्यूटर मॉडलिंग करने पर पता चला कि ये सूक्ष्म संरचनाएं संग्रहित ऊर्जा को मुक्त करने में माहिर होती हैं। इसका एक कारण यह है कि इन संरचनाओं की टोपियों में सूक्ष्म रिक्त स्थान होते हैं। ये रिक्त स्थान हर झटके की ऊर्जा अवशोषित कर लेते हैं और पूंछ को जोड़े रखते हैं।

शोधकर्ताओं ने पाया कि ये सूक्ष्म संरचनाए खींचने जैसे झटके तो झेल जाती हैं और पूंछ जोड़े रखती हैं लेकिन ऐंठनको नहीं झेल पाती हैंहल्की सी ऐंठन से ही पूंछ अलग हो सकती है। पूंछ खींचने की तुलना में पूंछ मोड़ने पर पूंछ अलग होने की संभावना 17 गुना अधिक थी। शोधकर्ताओं द्वारा लिए गए स्लोमोशन वीडियो में दिखा कि छिपकलियों ने शरीर से पूंछ को अलग करने के लिए बहुत ही सफाई से अपनी पूंछ को घुमाया था। साइंस पत्रिका में प्रकाशित निष्कर्ष बताते हैं कि कैसे पूंछ में मज़बूती और नज़ाकत के बीच संतुलन दिखता है।

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी कानपुर के केमिकल इंजीनियर अनिमांगशु घटक बताते हैं कि छिपकली की पूंछ की संरचना गेको और पेड़ के मेंढकों के पैर की उंगलियों पर पाई जाने वाली चिपचिपी सूक्ष्म संरचनाओं की याद दिलाते हैं। वे बताते हैं कि चिपकने और अलग होने के बीच सही संतुलन होना चाहिए, क्योंकि यह इन जानवरों को खड़ी सतहों पर चढ़ने में सक्षम बनाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि छिपकली की पूंछ को अलग करने की प्रणाली को समझकर इस तंत्र उपयोग का कृत्रिम अंग लगाने, त्वचा प्रत्यारोपण वगैरह में किया जा सकता है। इससे रोबोट को टूटे हुए हिस्सों को अलग करने में भी सक्षम बनाया जा सकेगा।

क्या आपको भी पसंद हैं गर्मी में स्विमिंग पूल और वाटर पार्क में घंटो बिताना, तो हो जाइये सावधान, आपके स्किन पर पड़ सकता है बुरा असर

क्या आपको भी पसंद हैं गर्मी में स्विमिंग पूल और वाटर पार्क में घंटो बिताना, तो हो जाइये सावधान, आपके स्किन पर पड़ सकता है बुरा असर

जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है लोग स्विमिंग पूल और वाटर पार्क में घंटो बिताते नज़र आ रहे हैं. गर्मी में इन दोनों चीजों का क्रेज बच्चों से लेकर बड़ों सभी में होता है. गर्मियों में शरीर को ठंडा करके के लिए पानी से अच्छी कई चीज नहीं है. ऐसे में अधिकतर लोग घंटो स्विमिंग पूल या वाटर पार्क में बिताना पसंद करते है, जिससे कि शरीर को ठंडक भी पहुंती है और मन को भी शांति मिल जाती है. पानी में घंटो बिताने पर मजा तो आता है, लेकिन साथ ही स्किन को सजा भी मिलती है जिसका सबसे बड़ा कारण है क्लोरीन. जी हाँ, स्विमिंग पूल के पानी में क्लोरीन की मात्रा बहुत होती है जो स्किन के लिए बहुत नुकसानदायक साबित होती है. ऐसे में स्किन को रूखेपन और नष्ट होने से बचाने के लिए लोग तरह तरह के उपाय ढूंढते है. अगर आप भी स्विमिंग पूल में समय बिताते हैं तो आपको स्किन टैन होने से बचाने के लिए ये उपाय जरूर करने चाहिए.

1- वाटरप्रूफ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें- वैसे तो आप जानते ही होंगे की सनस्क्रीन सूरज की किरणों से बचाता है. ऐसे में गर्मियों में लोग बहार निकलने से पहले सनस्क्रीन तो लगाते ही लगाते हैं, ताकि सूरज की किरणें उनकी त्वचा को नुकसान न पहुंचा पाएं. ऐसे में स्विमिंग पूल में जाने से पहले भी आप वाटरप्रूफ सनस्क्रीन लगाएं. दरअसल वाटरप्रूफ सनस्क्रीन न केवल सूरज की किरणों से बल्कि क्लोरीन वाटर से भी स्किन को प्रोटेक्ट करता है और नष्ट होने से बचाता है. ऐसे में ध्यान रहें, कि आप जब भी स्विमिंग पूल में जाएं सबसे पहले अपने चेहरे पर वाटरप्रूफ सनस्क्रीन लगा लें.

2- स्विमिंग पूल में जाने से पहले और बाद में नहा लें- स्विमिंग पूल में जाने से पहले स्किन सेल्स का हाइड्रेटेड रहना बहुत ज्यादा जरुरी है. ऐसे में सेल्स को हाइड्रेटेड रखने के लिए नहा लें, ताकि जब आप क्लोरीन वाटर में कदम रखेंगे तो आपकी स्किन सेल्स रूखे नहीं बल्कि हाइड्रेटेड होंगे जो क्लोरीन वाटर के इफ़ेक्ट को रिवर्स इफ़ेक्ट बना देते है, जिसका असर स्किन पर नहीं पड़ता है. ऐसे में स्विमिंग पूल से निकलने के बाद भी गुनगुने पानी से नहाना चाहिए. इससे क्लोरीन का जो भी असर होगा वह खत्म हो जाएगा. नहाने के बाद स्किन को मॉइचराइस कर लें ताकि आपकी स्किन बिलकुल सही रहे.

3- सप्ताह में एक बार बॉडी मसाज लें- यदि आप हर दिन स्विमिंग करना पसंद करते है, तो जायज़ सी बात है कि न चाहते हुए भी क्लोरीन वाटर का थोड़ा सा असर तो शरीर पर पड़ेगा ही पड़ेगा. ऐसे में, क्लोरीन वाटर के इफ़ेक्ट से बचने के लिए कम से कम सप्ताह में एक बार डीप बॉडी मसाज जरूर लें, ताकि यह आपके स्किन को लाभ पहुंचाए.

4- विटामिन सी का सेवन करें- जब आप अक्सर स्विमिंग करने जाते है, तो स्विमिंग पूल के पानी से न केवल आपकी स्किन रुखी पड़ जाती है बल्कि स्किन का पीएच लेवल भी ऊपर नीचे हो जाता है. ऐसे में स्किन के पीएच लेवल को बनाएं रखने के लिए विटामिन सी का सेवन करें. यदि आप विटामिन सी का सेवन नहीं करना चाहते है तो विटामिन सी के रूप में किसी स्किन प्रोडक्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. डाइट में विटामिन सी से भरपूर फल या सब्जियों का सेवन करें.

5- हाइड्रेटेड रहें- दिन भर में इतना पानी पिएं कि आपकी त्वचा को नमी पूरा करने के लिए पूल के पानी का जरुरत न पड़ें. इस तरह से हाइड्रेटेड रहने से आप क्लोरीन के पानी से बच सकते है. तो ध्यान रहें की पूल में जाने से पहले आप पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं.

अपने हेयर केयर रूटीन में शामिल करें केला, मिलेंगे अनगिनत फायदे

अपने हेयर केयर रूटीन में शामिल करें केला, मिलेंगे अनगिनत फायदे

अमूमन लोग बालों की समस्याओं का कारण केमिकल्स युक्त हेयर प्रोडक्ट्स को मानते हैं, लेकिन इनकी वजह बालों को पर्याप्त पोषण न मिलना भी हो सकता है। खैर, वजह चाहें जो भी हो आप चाहें तो बालों की समस्याओं से राहत पाने और हेयर केयर प्रोडक्ट्स के विकल्प के तौर पर केले का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि आप किन-किन तरीकों से केले को अपने हेयर केयर रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं।

बतौर कंडीशनर करें इस्तेमाल
आप केले का इस्तेमाल कंडीशनर के तौर पर कर सकते हैं। इसके लिए पहले एक कटोरे में एक केले को मैश करें, फिर इसमें एक बड़ी चम्मच शहद और दो बड़ी चम्मच जैतून का तेल मिलाएं। अब इस मिश्रण को सिर पर लगाएं और शॉवर कैप पहन लें, फिर इसके आधे घंटे बाद सिर को गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद जब यह मिश्रण बालों से पूरी तरह निकल जाए तो उसको माइल्ड शैंपू से धो लें।

चमकदार और मुलायम बाल पाने के लिए केले से करें हेयर स्पा
इसके लिए सबसे पहले एक पके केले को ब्लेंड कर लें, फिर केले के पेस्ट को एक कटोरी में दो बड़ी चम्मच जैतून के तेल के साथ मिलाएं। इसके बाद बालों को भाप देने के लिए एक बड़े से बर्तन में पानी गर्म कर लें और तौलिया ढककर 10 मिनट तक भाप लें, फिर केले और जैतून का मिश्रण अपने सिर पर लगाएं। 30 मिनट के बाद अपने सिर को माइल्ड शैंपू और ठंडे पानी से धो लें।

दोमुंहे बालों से राहत पाने के लिए केले का हेयर मास्क बनाएं
अमूमन लोग दोमुंहे बालों से राहत पाने के लिए हेयरकट करवा लेते हैं, लेकिन आप चाहें तो केले के हेयर मास्क से भी इस समस्या से राहत पा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एक मैश केला, तीन-चार चम्मच दही, दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी का पाउडर और इतना पानी मिलाएं कि इसका पेस्ट बन जाएं। अब इस पेस्ट को अपने बालों में लगाएं और 30 मिनट के बाद सिर को माइल्ड शैंपू से साफ कर लें।

बालों को पोषित कर सकता है यह हेयर मास्क
पर्याप्त पोषण न मिलने के कारण बाल खराब होने लगते हैं, इसलिए इन्हें पोषित करना महत्वपूर्ण है और केला आपकी इसमें भी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में पके पपीते का एक चौथाई भाग (पिसा हुआ), एक पका केला और दो चम्मच शहद मिलाएं, फिर इस मिश्रण को सिर पर लगाएं और 15-20 मिनट के लिए सिर को शावर कैप से ढकें। इसके बाद सिर को पहले गुनगुने पानी से धोएं, फिर शैंपू से धोएं।

 

किसी की मृत्यु के बाद उसके PAN और आधार कार्ड का क्या करें? जानें नियम

किसी की मृत्यु के बाद उसके PAN और आधार कार्ड का क्या करें? जानें नियम

पैन कार्ड और आधार कार्ड आजकल के समय में सबसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स बन गए हैं. पैन कार्ड का इस्तेमाल वित्तीय कामों के लिए किया जाता है. वहीं आधार कार्ड का आईडी प्रूफ के रूप मं यूज होता है. आधार कार्ड में व्यक्ति का नाम, डेट ऑफ बर्थ, एड्रेस आदि जानकारी दर्ज की जाती है. ऐसे किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद सबसे बड़ा सवाल उठता है कि दोनों डॉक्यूमेंट्स का क्या करना चाहिए. पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके पैन कार्ड और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर लोगों को साइबर अपराध का शिकार बनाया गया है. ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं कि किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद आधार और पैन कार्ड का क्या करना चाहिए-
पैन कार्ड का मृत्यु के बाद क्या करना चाहिए?
पैन कार्ड एक जरूरी वित्तीय डॉक्यूमेंट हैं जिसका इस्तेमाल बैंक का खाता खोलने से लेकर आईटीआर दाखिल करने तक सभी कामों के लिए किया जाता है. ऐसे में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके पैन कार्ड को तब तक संभालकर रखें, जब तक कि आप सभी वित्तीय काम निपटा न लें. इन जरूरी काम में टैक्स रिटर्न दाखिल करना, पॉलिसी क्लेम करना आदि शामिल है. इसके बाद आप पैन कार्ड को सरेंडर कर दें.
पैन कार्ड सरेंडर करने की प्रोसेस
अगर आप अपने किसी परिजन का पैन कार्ड सरेंडर करना चाहते हैं तो इसके लिए असेसमेंट ऑफिसर को एक एप्लीकेशन लिखना होता है. एप्लीकेशन लिखने के बाद आपको पैन कार्ड सरेंडर करने का कारण भी बताना होगा. इसके साथ ही फिर मृतक का नाम, डेट ऑफ बर्थ, डेथ सर्टिफिकेट, पैन नंबर आदि सारी जानकारी भी लिखनी होगी. इसके साथ ही मृतक के डेथ सर्टिफिकेट को भी इस एप्लीकेशन के साथ अटैच करके जमा कर दें. अगर आपको लगता है कि मृतक का पैन कार्ड भविष्य में आपके कुछ काम आ सकता है तो ऐसी स्थिति में पैन कार्ड रख भी सकते हैं. मृतक का पैन कार्ड सरेंडर करना अनिवार्य नहीं हैं. लेकिन, इस बात का खास ध्यान रखें कि पैन कार्ड का कुछ गलत इस्तेमाल न हो इसलिए इसके डेटा को संभालकर रखें.
Aadhaar Card का मृत्यु के बाद क्या करना चाहिए?
आजकल हर जगह पर आधार कार्ड का इस्तेमाल आईडी प्रूफ के रूप में किया जाता है. किसी भी सरकारी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए भी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है. आधार कार्ड एक यूनिक नंबर होता है जो UIDAI किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद किसी और को नहीं दे सकती है.
आधार कार्ड सरेंडर करने का प्रोसेस
किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसके आधार कार्ड को डीएक्टिवेट नहीं किया जा सकता है. फिलहाल सरकार ने आधार नंबर को कैंसिल करने का कोई प्रावधान नहीं किया है लेकिन, आधार कार्ड को डेथ सर्टिफिकेट से लिंक कर सकती है. दोनों को लिंक कर देने की सूरत में मृतक के आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.

 

कपड़ों को महकाने के लिए धोते समय करें इन चीजों का इस्तेमाल, नहीं पड़ेगी परफ्य़ूम की जरूरत...

कपड़ों को महकाने के लिए धोते समय करें इन चीजों का इस्तेमाल, नहीं पड़ेगी परफ्य़ूम की जरूरत...

आमतौर पर देखा जाता हैं कि कपड़ों से खुशबु आए इसके लिए लोग परफ्य़ूम का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। जो कुछ देर तक ही टिकता हैं और इसके बाद कपड़ों से पसीने की बदबू आने लगती हैं। ऐसे में आप चाहे तो कपड़ों को धोते वक्त ही कुछ ऐसा काम कर सकते हैं कि इनमें एक खुशबु बस जाए जो लंबे समय तक इनको महकाने का काम करें। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कपड़े धोते समय ही इस्तेमाल किया जाता हैं ताकि धुलाई के बाद भी कपड़ों की महक बनी रहे। तो आइये जानते हैं इन चीजों के बारे में..


फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर
कपड़ों को ख़ुशबू से महकाने के लिए फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर का इस्तेमाल भी एक बढिय़ा उपाय है। इसके लिए अगर आप वॉशिंग मशीन में कपड़े धो रहे हैं तो रिंस के दौरान 1 बड़ा चम्मच फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर डालें। अगर आप हाथ से कपड़े धो रहे हैं तो कपड़ों को धोने के बाद खंगालें। बाल्टीभर पानी में आधा बड़ा चम्मच फ़ैब्रिक सॉफ़्टनर मिलाएं और इसमें धोए हुए कपड़ों को 15 मिनट के लिए भिगोकर रखें। फिर कपड़ों को निचोड़कर सुखाएं।
बेकिंग सोड़ा
कई बार डिटर्जेंट से कपड़े धोने के बाद भी उनमें से बदबू नहीं जाती। ऐसे में आप कपड़ों को धोने के लिए डिटर्जेंट के साथ पानी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिला दें। ऐसा करने से आपके कपड़ों से आने वाली बदबू दूर हो जाएगी और ये महकने लगेंगे।


ख़ुशबूदार डिटर्जेंट
कपड़ों को सुगंधित बनाने का सबसे आसान तरीक़ा है ख़ुशबूदार डिटर्जेंट। जी हां, बाज़ार में उपलब्ध भीनी ख़ुशबू वाले डिटर्जेंट का चुनाव कर आप अपने कपड़ों को महका सकते हैं। इसके लिए कपड़ों को धोने से पहले बाल्टीभर पानी लें। अब कपड़े के हिसाब से ख़ुशबूदार डिटर्जेंट डालें और आधे घंटे बाद कपड़ों को धोएं। इसे कपड़े ख़ुशबू से महकेंगे


नींबू का रस
नमी होने की वजह से कई बार गीले कपड़ों में से बदबू आनी शुरू हो जाती है। ऐसे में यदि आप कपड़े धोते समय नींबू के रस का इस्तेमाल करेंगे, तो कपड़ों में से बदबू की जगह खुशबु आएगी।


विनेगर
अगर आप कपड़ों को महकाने के लिए घरेलू उपाय की खोज में हैं तो समझें अब आपकी खोज ख़त्म हो गई है। जी बिल्कुल, आपके किचन में उपलब्ध विनेगर से भी आप अपने कपड़ों को सुगंधित बना सकते हैं। इसके लिए कपड़ों को धोने से पहले गुनगुने पानी में विनेगर सहित कपड़ों को भिगोएं, जैसे बाल्टीभर गुनगुने पानी में आधा कप विनेगर मिलाकर और उसमें कपड़ों को आधे घंटे के लिए भिगोकर रख दें।


लैवेंडर वॉटर
धोते समय कपड़ों को ख़ुशबूदार बनाने के लिए आप लैवेंडर वॉटर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप वॉशिंग मशीन में कपड़े धो रहे हैं तो रिंस के दौरान मशीन में 1 बड़ा चम्मच लैवेंडर वॉटर डालें। इसी तरह हाथ से कपड़े धोते समय कपड़ों को खंगालने के बाद बाल्टीभर पानी में 1 बड़ा चम्मच लैवेंडर वॉटर मिलाएं और कपड़ों को 15 मिनट के लिए उसमें भिगोएं। इससे कपड़ों से भीनी ख़ुशबू आएगी।
 

कही आप भी तो नहीं करते मोबाइल चार्ज करते समय यहाँ 5 गलतियां, तो हो जाऐ सावधान...

कही आप भी तो नहीं करते मोबाइल चार्ज करते समय यहाँ 5 गलतियां, तो हो जाऐ सावधान...

आज के दौर में मोबाइल हर किसी के लिए एक बहुत ही जरूरी साधन बन चुका है। यदि मोबाइल न हो तो आप खुद को दुनिया से कटा हुआ महसूस करने लगते हैं। इसलिए मोबाइल का हर वक्त चार्ज रहना बहुत जरूरी होता है। मगर, मोबाइल चार्जिंग से जुड़ी कुछ गलतियां हैं, जिन पर आमतौर पर लोग ध्यान नहीं देते हैं। इन गलतियों को यदि आप बार-बार दोहराते हैं तो आपका मोबाइल खराब भी हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको मोबाइल चार्जिंग से जुड़ी कुछ गलतियों के बारे में बताते हैं, जिन पर यदि आप ध्यान दें तो आपके मोबाइल की लाइफ बढ़ सकती हैं।
-मोबाइल फोन से जुड़ी सबसे आम गलती है की लोग अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए किसी भी चार्जर का प्रयोग कर लेते हैं। मगर, ऐसा करने से आपके मोबाइल की बैटरी बहुत ज्यादा गरम हो जाएगी। इससे आपके मोबाइल की लाइफ कम होती है। बेस्ट है कि आप मोबाइल के साथ मिले चार्जर से ही उसे चार्ज करें।


- मोबाइल को हर वक्त 100 प्रतिशत चार्ज रखने की भूल मत करें। आपको बता दें कि इससे आपके मोबाइल की बैटरी की लाइफ कम हो जाती है। इस बात का भी ध्यान रखें कि कभी भी मोबाइल की चार्जिंग को 0 प्रतिशत न होने दें। यह स्थिति भी आपके मोबाइल की बैटरी की लाइफ को कम करती है।


-ज़्यदातर लोग रात में सोने से पहले मोबाइल को चार्जिंग पर लगा देते हैं और फिर उसे रात भर के लिए लगा छोड़ देते हैं। मोबाइल को चार्ज करने का यह सही तरीका नहीं है। इससे फिजूल की बिजली तो खर्च होती ही है साथ ही इतने लंबे समय के लिए चार्जिंग पर लगाने से मोबाइल की बैटरी भी बहुत अधिक गरम हो जाती है।


- अधिकतर लोग मोबाइल की बैटरी 0 प्रतिशत होने तक उसे यूज करते रहते हैं,जो की बहुत गलत है। मगर, उससे भी ज्यादा गलत बात है, चार्जिंग के दौरान मोबाइल को यूज करना। कई लोग तो चार्जिंग पर मोबाइल को लगा कर बात भी करते हैं। इससे मोबाइल की बैटरी ओवरहीटेड हो जाती है। यह स्थिति मोबाइल को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ आपको भी हानि पहुंचा सकती है, इसलिए ऐसा करने से बचें।


- आजकल डिजाइनर मोबाइल केस लगभग हर किसी के मोबाइल में देखे जा सकते हैं। बेशक यह मोबाइल की खूबसूरती को बढ़ाते हैं मगर, जब आप मोबाइल चार्ज करते हैं तो इन्हें हटाना न भूलें। यदि आप मोबाइल को केस लगा कर चार्ज करेंगे तो इससे बैटरी और मोबाइल के अंदर के कॉम्पोनेंट्स ज्यादा गरम हो जाएंगे इससे आपके मोबाइल को नुकसान पहुंच सकता है।
 

इन तरीकों से करें अपने मोबाइल की स्क्रीन साफ़, काम होगा आसान

इन तरीकों से करें अपने मोबाइल की स्क्रीन साफ़, काम होगा आसान

कोरोनोवायरस फैलने से दुनिया भर में लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। संक्रमित व्यक्ति से कोरोनावायरस आसानी से फैल सकता है। वायरस के एक से दूसरे में फैलने के लिए स्वच्छता बनाए रखना बेहद महत्वपूर्ण है। हैंडवाशिंग या हैंड सैनिटाइटर जैसे सरल कदम संक्रमण से लडऩे में आपकी मदद कर सकते हैं। आपके हाथ दिन भर में कई सतहों को छूते हैं। अगर आप किसी भी सतह को छूते हैं जिसमें संक्रमित बूंदें हैं, तो यह आपके शरीर के अंदर वायरस को प्रवेश करना आसान बना सकता है।

हैंडवाशिंग या हैंड सैनिटाइटर का उपयोग करने से आपको उस वायरस को मारने में मदद मिल सकती है जो आपके हाथों पर हो सकता है।आपका मोबाइल फ़ोन दिन भर में कई घंटों के लिए आपके हाथों में ही रहता है। इससे संक्रमण का खतरा अधिक होता है। किसी भी सतह को छूने के बाद अपना मोबाइल फोन पकडऩा, जिसमें कोई भी वायरस हो, इससे वायरस फोन पर आ सकता है। वायरस के इस ट्रासफॉर्मेशन को रोकने के लिए, आपको अपने मोबाइल फोन को बार-बार कीटाणुरहित करना होगा।

आइये जानें कैसे-

माइक्रोफाइबर कपड़े का यूज
स्मार्टफोन या टैब की टचस्क्रीन को साफ करने के लिए हमेशा माइक्रोफाइबर कपड़े का ही इस्तेमाल करें। यह काफी सॉफ्ट होता है और इससे स्क्रीन पर स्क्रैच नहीं आती। जब आप अपने मोबाइल पर स्क्रीन गार्ड लगवाते है तो दुकानदार से माइक्रोफाइबर कपड़ा लेना न भूले। चश्मे को साफ करने में भी इसी तरह के कपड़े का यूज किया जाता है। इसमें साधारण कपड़े के मुकाबले काफी मुलायम रेशे होते हैं। बाजार में यह अलग से भी मिल जाता है।

गोलाकार करें सफाई
जब आप स्क्रीन की सफाई कर रहे हो तो याद रखे कि कपड़े को स्क्रीन पर नीचे से ऊपर या ऊपर से नीचे की तरफ साफ न करें। ऐसा करने से स्क्रीन में नमी जाने का खतरा बना रहता है। कपड़े को स्क्रीन के ऊपर गोल-गोल घुमाकर साफ करें तो अच्छा होगा।

इयर बड
इयर बड वैसे तो इन्हें हम कान साफ करने के लिए यूज़ करते हैं लेकिन जैसा की मैने आपको बताया हेडफोन जैक और यूएसबी पोर्ट जैसी जगह कपड़े से नहीं साफ की जा सकतीं इनके लिए इयरबड सबसे अच्छाक तरीका है जिसकी मदद से फोन के पोर्ट आसानी से साफ किए जा सकते हैं।

की पैड है तो क्या करें
अगर आपके फोन में की पैड और बटन हैं तो रबिंग एल्कोहहल में क्यू -टिप डुबोकर बटनों के बीच के स्थाहन को साफ करें। ध्योन रहे बहुत आराम से साफ करें। और इस बात का ध्याोन रखें कि लिक्विड फोन के अंदर न जाए।

एंटीवायरल वाइप
एक एंटीवायरल वाइप का उपयोग करें या स्क्रीन पर और अपने फोन पर सैनिटाइजर की कुछ बूंदें डालें और जल्दी रगड़ें। वैकल्पिक रूप से साफ करने के लिए एक कपड़ा अपनो पास रखें। कपड़ा से फोन साफ करने के लिए कपड़े को पानी और साबुन के घोल से गीला करके आप फोन को पोंछ सकते हैं। ध्यान रखें की फोन को इस्तेमाल करने से पहले आप उसकी सफाई कर लें।


 

पीने के अलावा भी कई काम आती हैं वाइन, चौंका देंगे इसके इस्तेमाल

पीने के अलावा भी कई काम आती हैं वाइन, चौंका देंगे इसके इस्तेमाल

कई लोग ड्रिंक करते हैं जिसमें से कुछ वाइन पीना पसंद करते हैं। विदेशों में तो देखने को मिलता हैं कि खाने के दौरान वाइन सर्व की जाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वाइन का इस्तेमाल सिर्फ पीने के लिए ही नहीं होता हैं बल्कि इसे कई तरीकों से काम में लिया जा सकता हैं। जी हां, वाइन आपकी दैनिक जीवन की कई समस्याओं को भी आसान बना सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको वाइन के गजब के इस्तेमाल के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जान आप भी हैरान रह जाएंगे। तो आइये जानते हैं इसके बारे में...

मैरीनेट के लिए इस्तेमाल करें
अभी तक आपने नॉनवेज को दही और तमाम तरह के मसालों सहित कई और चीजों से मैरीनेट किया होगा। लेकिन इनको मैरीनेट करने के लिए लिए आप वाइन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इससे नॉनवेज का का स्वाद दो बढ़ेगा ही, साथ ही ये अच्छी तरह से ग्रिल भी हो सकेंगी। इसके लिए आप नॉनवेज को कुछ देर के लिए वाइन में डिप करके मैरीनेट करें फिर इसको पकाएं।

फैब्रिक डाई करें
फैब्रिक को रेड और लाइट मरून कलर में डाई करने के लिए आप वाइन की मदद ले सकते हैं। इसके लिए आप एक बड़े बर्तन में वाइन को उबलने के लिए रख दें। जब ये उबलने लगे तो गैस को बंद कर दें। फिर कपड़े को वाइन में डालकर चिमटे की मदद से इसको अच्छी तरह से अलट-पलट दें, जिससे कपड़ा अच्छी तरह से वाइन में डिप हो सके। फिर इस कपड़े को वाइन में बीस मिनट तक रखा रहने दें। इसके बाद ठंडा होने पर कपड़े को निचोड़ कर सुखा लें।

सब्जिय़ों की सफाई करें
फल और सब्जिय़ों को धोने के लिए भी आप वाइन को इस्तेमाल में ला सकते हैं। जिस तरह से फल और सब्जियों की सफाई के लिए आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करते हैं, उसी तरह से वाइन का इस्तेमाल भी आपको करना होगा। यह नेचुरल क्लीनर की तरह से काम करेगी। दरअसल वाइन में अल्कोहल की मात्रा काफी होती है जो फल और सब्जिय़ों की सफाई करने और जर्म्स को मारने में मदद करती है।

स्किन के लिए इस्तेमाल करें
अपनी स्किन की सेहत सुधारने के लिए भी आप वाइन की मदद ले सकते हैं। ये स्किन को सॉफ्ट बनाने के साथ ही ड्राइनेस को ख़त्म करने और स्किन की रंगत को निखारने में आपकी मदद करेगी। इसका इस्तेमाल फेस पैक और टोनर की तरह से किया जा सकता है। लेकिन इसको इस्तेमाल करने से पहले आप स्किन पर इसका पैच टेस्ट जरूर कर लें।

 


 

इन तरीकों से करें अपने कार की सफाई, लगेगी एकदम नई जैसी चमचमाती

इन तरीकों से करें अपने कार की सफाई, लगेगी एकदम नई जैसी चमचमाती

हर इंसान अपनी मेहनत के पैसे से अपनी पसंद की गाड़ी खरीदता हैं और चाहता हैं कि वह हमेशा नई जैसी चमचमाती हुई रहे। इसके लिए वह अपनी गाड़ी की हमेशा साफाई करता रहता हैं। लेकिन कई बार ऐसे रास्ते पर निकलना पड़ता हैं जहां गाड़ी की हालत ज्यादा खराब हो जाती हैं। ऐसे में लोग सर्विसिंग करवाने से कतराते हैं जो महंगा पड़ जाता हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप आसानी से बिना खर्चे के ही गाड़ी की अच्छे से सफाई कर सकते हैं और इसके बाद गाड़ी नई जैसी चमचमाती दिखने लगेगी। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...


कैरोसीन से कीचड़ और जंग से हो सुरक्षा, चमक भी रहे बरकरार
एक कप कैरोसीन को तीन गैलन पानी के साथ बाल्टी में डालें और इस मिश्रण में स्पंज भिगोकर कार की सफाई करें। इससे पहले आपको कार पानी से भिगोना या साफ करना जरुरी नहीं है। कैरोसीन के सॉल्यूशन से गाड़ी साफ करने पर बारिश में कीचड़ या जंग लगने से गाड़ी खराब नहीं होगी।

हेयर कंडीशनर
अपनी कार को धोते समय हेयर कंडीशनर का इस्तेमाल करें। आप पाएंगे, कि कार बिल्कुल ऐसी चमक उठेगी, जैसे कि नए-नए में उसका वैक्स लुक दिखता है। इतना ही नहीं, उसकी सतह पर पानी भी नहीं टिकेगा यानि कि रिपल रेन सर्फेस।

सॉफ्ट ड्रिंक से हटाएं गंदगी
जब कभी लंबी दूरी में गाड़ी इस्तेमाल होती है तो उसकी विंड शील्ड्स को साफ करने में काफी मेहनत करनी पड़ती है। साथ ही गाड़ी पर डस्ट के कारण लकीरें धारियां और दाग-धब्बे आ जाते है। इसे साफ करने के लिए आसान तरीका है कि इन पर सॉफ्ट ड्रिंक कोला डाल दिया जाए। ?सा करते समय बस ये ध्यान रखें, कि हुड प्वाइंट को सुरक्षित रखने के लिए विंड शील्ड के नीचे एक मोटा कपड़ा या तौलिया लगा दें। कोला में उठनेवाले बुलबुलों से जमी हुई डस्ट या मिट्टी की पर्त साफ हो जाएगी। बस अंत में कोला डालने के बाद उसे पानी से अच्छी तरह साफ कर लें अन्यथा बाद में उसकी चिपचिपाहट से गाड़ी पर फिर डस्ट या गंदगी चिपक सकती है। 
अपनी गाड़ी की हेडलाइट्स की पॉलिश के लिए विंडो क्लीनर का इस्तेमाल करें और पुराने लेकिन नरम मोजे से थोड़ा रगड़कर साफ करें। फिर देखिए, हेडलाइट्स कैसे चमक उठेंगी। आप चाहें, तो हेडलाइट्स या गाड़ी के शीशे चमकाने में बेबी वाइप्स भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

बेकिंग-सोडा
कार क्लीनर-एक गैलन साइज का बर्तन लेकर उसमें एक चौथाई तक बेकिंग-सोडा डालें, इसमें एक चौथाई कप डिशवाशिंग लिक्विड और बर्तन को पूरा ऊपर तक पानी से भर लें। एक प्लास्टिक की बोतल में इस मिश्रण को डालें और अच्छी तरह मिला लें। जब भी कार को धोना हो, इस बोतल को हिलाएं और इसमें से मिश्रण 1 कप निकालें और 2 गैलन पानी के स्तर वाली बाल्टी में निकाल लें। अब इस बाल्टी को ऊपर तक हल्के गर्म पानी से भर लें और पानी को अच्छी तरह हिला लें। आपकी गाड़ी की सफाई के लिए घर का सस्ता और अच्छी क्लीनिंग सॉल्यूशन तैयार है।

वोदका से कांच की सफाई
जब आपके विंडशील्ड वाशर रेसर्वेयर में लिक्विड खत्म हो जाता है, तो आप इसे वोदका यानि शराब से खुद ही बना सकते है। एक ढक्कन वाले जग में 4 कप पानी और 2 चम्मच तरल डिटर्जेंट के साथ 3 कप वोदका (जो सबसे सस्ती आपको मिल जाए) को मिला ले। जग को बंद कर उसे अच्छी तरह हिला लें और ज़रूरत के हिसाब से रेसर्वेयर में भर लें।


 

बनाए रखना चाहते हैं सफेद रंग के कपड़ों की चमक, धोते वक्त रखें इन बातों का ध्यान

बनाए रखना चाहते हैं सफेद रंग के कपड़ों की चमक, धोते वक्त रखें इन बातों का ध्यान

कई लोग होते हैं जिन्हें सफेद रंग के कपड़े पहनना बहुत पसंद होता हैं क्योंकि इनकी चमक आपके लुक को प्रभावित करती हैं। सफेद रंग के कपड़े लाइट महसूस कराने के साथ ही प्रेजेंटेबल लुक भी देते हैं। लोग सफेद रंग के कपड़े पहनते तो हैं लेकिन उनकी सबसे बड़ी चिंता रहती हैं इनपर दाग लगने और चमक खोने की। देखा जाता हैं कि समय के साथ सफेद रंग के कपड़ों की चमक कहीं खो जाती हैं। ऐसे में आपको इसे धोते समय कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत हैं ताकि इनकी चमक बनी रहे। तो आइये जानते हैं कुछ तरीकों के बारे में कि कैसे आप अपने कपड़ों को सफेद और चमकदार बना सकती हैं।

रंगीन कपड़ों के साथ न करें वॉश :- अमूमन घरों में वॉशिंग मशीन (वॉशिंग मशीन में कपड़े धोने के टिप्स) में जब कपड़े धुलते हैं तो हर तरह के कपड़े को एक साथ मशीन में डाल दिया जाता है। रंगीन कपड़े धुलते वक्त थोड़ा बहुत रंग जरूर छोड़ते हैं, ऐसे में अगर मशीन के अंदर सफेद रंग के कपड़े भी मौजूद हैं तो उनमें वह रंग लग सकता है। इसलिए सफेद रंग के कपड़ों को हमेशा अलग से वॉश करें। अगर आप वॉशिंग मशीन में सफेद रंग के कपड़ों को वॉश कर रही हैं तो यूज किए हुए डिटर्जेंट के घोल से न धोएं। यूज्ड डिटर्जेंट में मौजूद गंदगी से भी सफेद रंग के कपड़े खराब हो जाते हैं।

नील का उपयोग करें :- यह गंदे व दाग वाले सफेद कपड़ों में एक नीले रंग का स्पर्श प्रदान करता है। जैसा कि हम जानते हैं कि पीला और नीला रंग एक दूसरे के पूरक हैं। जिस कारण नील, सफेद रंग के कपड़ों से पीले रंग के दाग या धब्बों को खत्म करने में मदद करता है और कपड़ों को एक बार फिर चमकदार सफेद और नया जैसा बनाता है। इसे सीधे कपड़ों पर न डालें, इसका इस्तेमाल पानी में मिला कर या फिर वॉशिंग मशीन में डिटर्जेंट के साथ मिलाकर ही उपयोग करें।

कपड़े पर लगे दाग को ज्यादा न रगड़ें :- अगर सफेद रंग के कपड़े पर कोई दाग लगा है तो उसे नेचुरली हटाने की कोशिश करें। दाग वाली जगह को ज्यादा रगड़ें नहीं। इससे दाग बेशक हल्का हो जाएगा मगर, कपड़े को ज्यादा रगडऩे से उसके धागे कमजोर हो जाएंगे, जिससे वह जल्दी फट भी सकता है। इतना ही नहीं दाग (कपड़े में लगे दाग हटाने के टिप्स) को ज्यादा रगडऩे से वह और भी फैलने लगता है। आप नींबू या विनेगर की मदद से सफेद रंग के कपड़ों पर लगे दाग को नेचुरली हटा सकती हैं।

ब्लीच का इस्तेमाल सिर्फ कॉटन के कपड़ों में करें :- क्लोरीन ब्लीच कुछ कपड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है और इसकी वजह से सफेद कपड़ों में पीले व हल्के ग्रे रंग का दाग पड़ सकता है। आप ब्लीच का उपयोग कपास पर सुरक्षित रूप से कर सकते हैं, लेकिन अन्य कपड़ों के लिए इसका उपयोग करने से बचें।

फैब्रिक व्हाइटनर का कम करें इस्तेमाल :- बाजार में सफेद रंग के कपड़ों के लिए बहुत सारे फैब्रिक व्हाइटनर आते हैं। इनमें से कुछ ब्लू कलर के होते हैं। अक्सर कपड़ों में ज्यादा सफेदी लाने की कोशिश में लोग ज्यादा फैब्रिक व्हाइटनर का यूज करने लगते हैं। ऐसे में सफेद रंग के कपड़ों पर नीला रंग डॉमिनेट करने लगता है और सफेदी की जगह उनमें नीलापन झलकने लगता है । फैब्रिक व्हाइटनर को 2-3 ड्रॉप से ज्यादा कभी यूज न करें।

ज्यादा डिटर्जेंट का न करें यूज :- सफेद रंग के कपड़ों को बहुत ज्यादा डिटर्जेंट में वॉश न करें। इससे उनकी चमक खत्म हो जाती है और उनमें पीलापन आने लगता है। यदि आपके सफेद रंग के कपड़ों में पीलापन आ रहा है तो आप पानी में विनेगर की कुछ बूंदें डालें और उसमें सफेद रंग के कपड़े 30 मिनट के लिए डुबो कर रख दें। ऐसा करने से कपड़ा साफ भी हो जाता है और उसकी चमक भी बरकरार रहती है।

तेज धूप में कपड़े को सुखाने से बचें :- आमतौर पर सभी लोग कपड़ों को वॉश करने के बाद धूप में सुखाते हैं। ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है मगर, ज्यादा देर तक कपड़ों को तेज धूप में सूखने के लिए मत छोड़ें। इससे उनका रंग और चमक दोनों पर प्रभाव पड़ता है। अगर आप तेज धूप में सफेद रंग के कपड़ों को सूखने के लिए छोड़ देती हैं तो वह बहुत जल्दी पीले पड़ सकते हैं। कपड़ों को हल्की धूप या फिर छांव में ही सुखाएं।

 

आपके लुक को खराब कर सकती हैं मेकअप से जुड़ी ये गलतियां, रखें इनका ध्यान

आपके लुक को खराब कर सकती हैं मेकअप से जुड़ी ये गलतियां, रखें इनका ध्यान

मेकअप आज के समय में महिलाओं के जीवन का हिस्सा बन चुका हैं जिसके बिना वे घर से बाहर तक निकलना पसंद नहीं करती हैं। और जब बात किसी पार्टी या शादी-समारोह की हो तो बिना मेकअप काम ही नहीं चलता हैं। मेकअप आपके लुक को निखारते हुए आकर्षक बनाने का काम करता हैं। लेकिन देखा जाता हैं कि महिलाएं कई बार मेकअप के दौरान कुछ गलतियां कर बैठती हैं क्योंकि उन्हें मेकअप से जुड़ी सही जानकारी नहीं होती हैं। मेकअप से जुड़ी ये गलतियां उनका लुक खराब करती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान रखना जरूरी हैं।

गलत रंग का फाउंडेशन
यह आमतौर पर होने वाली गलती है। अक्सर महिलाएं गलत रंग का फाउंडेशन इस्तेमाल कर लेती हैं, जिससे उनका लुक खराब हो जाता है। आपको फाउंडेशन खरीदने से पहले उसे लगाकर देखना चाहिए। आपको अपनी स्किन टोन के हिसाब से ही फाउंडेशन चुनना चाहिए, तभी आप सही मेकअप कर पाएंगी।

पुराने और गंदे मेकअप ब्रश
अगर आप मेकअप करते वक्त पुराने व गंदे मेकअप ब्रश का इस्तेमाल करती हैं तो आपका मेकअप कभी सही तरह से नहीं होगा। इन ब्रशेज की वजह से आपकी स्किन को नुकसान भी हो सकता है। कोशिश करें कि अपने ब्रशेज को अच्छे से धोकर रखें और जरूरत हो तो नए ब्रश खरीदने में कंजूसी न करें।

ज्यादा पाउडर
अगर आप ज्यादा पाउडर लगाती हैं तो आपके चेहरे पर उम्र का प्रभाव तेजी से दिखने लगेगा। खासकर ऑयली स्किन वाली महिलाएं इसका ज्यादा इस्तेमाल करती हैं। हालांकि, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि ज्यादा ऑयली जगहों पर ज्यादा पाउडर लगाने की वजह से आपका मेकअप हैवी लग सकता है और आपकी स्किन को ग्रेइश टोन दे सकता है। इसलिए पाउडर हमेशा ब्रश को झाड़ कर लगाएं। पफ से लगाने से भी यह ज्यादा लग सकता है।

ब्लश
सही ब्लश लगाने से चेहरे और गालों पर नेचुरल ग्लो आता है। ब्लश शेड को होंठों के रंग और स्किन टोन के आधार पर चुना जाना चाहिए। फेयर और मीडियम स्किन टोन के साथ पिंक, पीच शेड्स का ब्लश अच्छा लगता है। ऑर्रेंज और ब्रोंच कलर मीडियम कलर की स्किन टोन के अनुरूप होते हैं। सही शेड और ब्लश के टाइप चुनने से आप जवां और शाइनी दिख सकती हैं। ब्लश गालों पर होना चाहिए और इसे ऊपरी स्ट्रोक की ओर लगाया जाना चाहिए।

सही मॉइश्चराइजर न चुनना
मेकअप एक्सपर्ट अनुग डोगरा कहते हैं, ज्यादातर लोग मेकअप करने से पहले अपनी स्किन को तैयार नहीं करते। इसका मतलब है कि मेकअप लगाने से पहले सही मॉइश्चराइजर का चुनाव करें ताकि मेकअप से पहले आपकी स्किन मेकअप करवाने के लिए तैयार हो सके। आमतौर पर एक उम्र के बाद स्किन ड्राई हो जाती है और अगर आप ड्राई स्किन पर सीधे मेकअप लगाएंगी तो मेकअप पैची दिखेगा। लिहाजा रेग्युलर लोशन में इसेंशल ऑइल की 2-3 बूंदें मिलाकर स्पॉन्ज से पूरे चेहरे पर लगाएं।

काजल के प्रति आपका ऑब्सेशन
मेकअप एक्सपर्ट शगुन गुप्ता कहती हैं कि ज्यादातर लोग अब भी यही मानते हैं कि काजल लगाने से उनकी आंखें बड़ी-बड़ी दिखती हैं इसलिए काजल के प्रति लड़कियों और महिलाओं का ऑब्सेशन बना रहता है। लेकिन ये सच नहीं है। काजल आपकी आंखों को डिफाइन जरूर करता है लेकिन आंखों को बड़ा नहीं छोटा दिखाता है खासकर ब्लैक काजल। सचमुच आंखों को बड़ा दिखाना है तो ब्लैक काजल की जगह वाइट या न्यूड काजल ट्राई करें।

 

हाई रिस्क पर गूगल Chrome यूजर्स, सरकार ने जारी की एडवाइजरी, तुरंत करें यह काम

हाई रिस्क पर गूगल Chrome यूजर्स, सरकार ने जारी की एडवाइजरी, तुरंत करें यह काम

गूगल क्रोम और माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए सरकार ने चेतावनी जारी की है। IT मिनिस्ट्री के अंतर्गत आने वाली इंडियन कंप्यूटर इंमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) की मानें तो नज़रअंदाज़ करने वाले यूजर्स को भारी नुकसान हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल क्रोम में कई खामियां पाई गईं, जिसके चलते जालसाज दूर बैठकर ही आपके सिस्टम में खतरनाक कोड एग्जिक्यूट करने और सिक्यॉरिटी को बायपास करने जैसे काम कर सकते हैं। 

ये यूजर्स हैं खतरे में 
सरकार की तरफ से यह चेतावनी खास तौर पर उन यूजर्स के लिए है, जो वर्जन 99.0.4844.74 या उससे पहले के गूगल क्रोम ब्राउजर का इस्तेमाल करते रहे है। सरकारी एजेंसी की चेतावनी में कहा गया है कि गूगल क्रोम ब्राउजर में ब्लिंक लेआउट, एक्सटेंशन, सेफ ब्राउजिंग, स्प्लिटस्क्रीन, एंगल, न्यू टैब पेज, ब्राउजर यूआई और जीपीयू में हीप बफर ओवरफ्लो के कारण खामियां मौजूद हैं।  सीईआरटी-इन ने कहा कि यूजर्स को तुरंत गूगल क्रोम वर्जन 99.0.4844.74 का अपडेट जल्द से जल्द करा लेना चाहिए.

Microsoft Edge के लिए भी खतरा
Google क्रोम के साथ, सीईआरटी-इन ने माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउज़र के यूजर्स को इसी तरह की खामियों की चेतावनी दी है। इसके तहत, जालसाज खासतौर पर तैयार की गई रिक्वेस्ट भेजकर इन कमजोरियों का फायदा उठा सकता है। 

ऐसे अपडेट करें क्रोम ब्राउजर
अपने डेटा को सेफ रखने के लिए सभी यूजर्स को पुराना क्रोम ब्राउजर अपडेट कर लेना चाहिए। 
इसे अपडेट करने के लिए क्रोम ब्राउजर ओपन करके Menu में जाएं। 
इसके बाद Help ऑप्शन पर क्लिक करें। 
यहां आपको About Google Chrome नाम का विकल्प दिखाई देगा। 
यहां जाते ही आपका क्रोम ब्राउजर अपडेट होना शुरू हो जाएगा। 
इसके बाद आपको रिलॉन्चपर क्लिक करना होगा।    

आज है इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे: जानें क्यों मनाया जाता है ये दिन, क्या है महत्व और इस साल की थीम

आज है इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे: जानें क्यों मनाया जाता है ये दिन, क्या है महत्व और इस साल की थीम

हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे यानी अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस मनाया जाता है. अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस को मनाने के पीछे यह उद्देश्य है कि इस दिन को सेलिब्रेट करके आप जीवन में खुशहाली लाने के नये मौके तलाश सकें. ऐसा माना जाता है कि जो समाज खुश रहता है वह समाज सबसे ज्यादा प्रगति करता है. जो देश सबसे ज्यादा खुशहाल है वह सबसे ज्यादा आर्थिक उन्नति भी करता है.


इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को मनाने की शुरुआत कब और कैसे हुई?
आपको बता दें कि साल 2013 में इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को मनाने की शुरुआत हुई. इस दिन को मनाने के पीछे यह कारण है कि इससे लोगों को जीवन में खुशियों का महत्व बढ़े. इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे को हर साल सेलिब्रेट करने का रेजुलेशन 20 जुलाई 2012 में संयुक्त राष्ट्र से पास हुआ था. इसके बाद साल 2013 के 20 मार्च से यह हर साल सेलिब्रेट किया जाने लगा. इस दिन को मनाने के पीछे मशहूर समाजसेवी जेमी इलियन के प्रयासों को माना जाता है.

फेमस समाजसेवी जेमी इलियन ने जीवन में खुशियों के महत्व पर बहुत काम किया है. उनके अनुसार कोई भी व्यक्ति या देश अगर जीवन में खुशहाल है तो वह बहुत तेजी से प्रगति करता है और आगे बढ़ता है. जेमी इलियन की इस सोच से उस समय के यूएन के सेक्रेटरी जनरल बान की मून बहुत प्रभावित हुए. इसके बाद इसे यूएन महासभा में 193 देशों के मत का सपोर्ट भी मिला. इसके बाद से ही हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे मनाया जाने लगा.


इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे की इस साल की थीम
बता दें कि इस साल की इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे की थीम है 'शांत और समझदार बने रहें और दूसरों के प्रति दया की भावना बनाए रखें (Keep Calm, Stay Wise and Be Kind)'. इसका मतलब है कि जीवन में चाहे जैसा भी समय हो इंसान को हमेशा शांत और समझदार बने रहना चाहिए. इससे जीवन में वह प्रगति की तरफ बढ़ता है. इसके साथ ही दूसरों के प्रति दया भावना को हमेशा रखना चाहिए. इससे लोग जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहते हैं.

 

होली खेलने के बाद हो रही है थकान? ये बादाम और दूध की ठंडाई आएगी काम

होली खेलने के बाद हो रही है थकान? ये बादाम और दूध की ठंडाई आएगी काम

होली के दिन लोग रंगों और खुशियों में खोए रहते हैं. इस दिन लोग एक दूसरे के घर जाते हैं और एक दूसरे को रंग लगाते हैं वहीं लोग महमानों के आगे तरह तरह के पकवान रखते हैं. होली खेलते वक्त लोग न सुबह देखते न शाम, बस होली की धुन में खोए रहते हैं. लोग होली खेलते खेलते इतनी जल्दी थकान महसूस करना शुरू कर देते हैं कि होली का त्योहार सुस्ती भरा हो जाता है. यदि आप भी होली के दिन एक्टिव रहना चाहते हैं तो यहां दी गई बादाम और दूध की ठंडाई आपके बेहद काम आ सकती है. ऐसे में जानते हैं पूरी रेसिपी
जरूरी सामग्री
बिना नमक वाला मक्खन – 75 ग्राम
कैस्टर शुगर – 100 ग्राम
अंडा – 1
मैदा – 150 ग्राम
बेकिंग सोडा – 1 ग्राम
बेकिंग पाउडर – 3 ग्राम
बादाम – 50 ग्राम
बादाम पाउडर – 25 ग्राम
नींबू का रस – 1
बनाने का तरीका
1. सबसे पहले बादाम को सुनहरा होने तक भून लें. ध्यान रहे कि बादाम छिलके सहित होना चाहिए.
2. अब बादाम का दूध गर्म करें. सफेद चॉकलेट डालकर चलाएं. फिर केसर के धागे को डालें.
3. इलायची पाउडर को अच्छी तरह से मिला लें.
4. अब अंडे की जर्दी और चीनी को क्रीमी होने तक फेंटें. फेंटने के लिए आप चम्मच मदद ले सकते हैं.
5. बेकरी क्रीम को भी फेंटें.
6. अब बेकरी क्रीमी और जर्दी के मिश्रण को दूध में डालें.
7. अब जब दूध पक जाए तो गैस बंद कर दें और ठंडा होने के लिए रख दें.
8. छिले हुए बादाम के छोटे-छोटे टुकड़ों को डालें और सर्व करें.