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सुपर मार्केट से जुड़े इन भ्रमों को सही मानते हैं लोग, जानिए इनकी सच्चाई

सुपर मार्केट से जुड़े इन भ्रमों को सही मानते हैं लोग, जानिए इनकी सच्चाई

घर का राशन खरीदना हो या फिर फल और सब्जियां, सुपर मार्केट एक ऐसा वन स्टॉप है, जहां आपको कई तरह की चीजें सही दाम में मिल सकती है। हालांकि जैसे-जैसे सुपर मार्केट में तरह-तरह की चीजों की वैरायटी बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे लोगों के मन में इससे जुड़े कई भ्रम घर करते जा रहे हैं, लेकिन इनकी सच्चाई कुछ अलग ही है। आइए सुपर मार्केट से जुड़े कुछ सामान्य भ्रमों और उनकी सच्चाई जानते हैं।

भ्रम- थोक में सामान लेना सस्ता पड़ता है
कई लोगों का मानना है कि थोक में सामान लेना सस्ता पड़ता है, जबकि ऐसा नही है। दरअसल, थोक में खरीदी जाने वाली चीजे भले ही आपको दाम में सस्ती लगे, लेकिन उनका उनकी एक्सपायरी डेट आदि खत्म होने पर होती है और इसके कारण उनमें से कई चीजों का इस्तेमाल भी समय से नहीं हो पाता।एक अध्ययन के अनुसार, थोक खरीदारी की तुलना में अधिकांश वस्तुओं की लागत कम होती है।

भ्रम- सफेद अंडे की तुलना में भूरे अंडे स्वास्थ्यवर्धक होते हैं
यह भी एक भ्रम है कि सफेद अंडे की तुलना में भूरे अंडे स्वास्थ्यवर्धक होते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। सुपर मार्केट में आपको अंडों की दो तरह (सफेद और भूरे) की वैरायटी जरूर मिलेगी, लेकिन इनमें से भूरे रंग के अंडे स्वास्थ्यवर्धक होते है और सफेद अंडे नहीं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इन दोनों अंडों में सिर्फ रंग का फर्क होता है और पोषक तत्वों के मामले में दोनों रंग के अंडे बराबर होते हैं।

भ्रम- फ्रोजन फूड में पोषक तत्व नहीं होते हैं
यह भी सिर्फ एक भ्रम है कि फ्रोजन फूड में पोषक तत्व नहीं होते हैं और यह बात सच से कोसों दूर है। फ्रोजन फूड की कई वैरायटी में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। हालांकि यह बात सच है कि फ्रेश फूड की तुलना में फ्रोजन फूड स्टोर करने के दौरान अपने कुछ पोषण खो देते हैं, लेकिन फ्रोजन फूड में पोषक तत्व होते ही नहीं है, यह बात सच नहीं है।

भ्रम- राशन की लिस्ट के अनुसार ही सामान खरीदना बेहतर है
अगर आपका मानना भी यही है कि राशन की लिस्ट के अनुसार ही सामान खरीदना बेहतर है तो यह एक भ्रम के अलावा और कुछ नहीं है। यकीनन राशन की लिस्ट के अनुसार ही सामान खरीदना अच्छा है, लेकिन हर स्थिति में यह नियम लागू नहीं हो सकता है। अगर सुपरमार्केट में बिक्री या छूट चल रही है या आपको अपनी पसंदीदा वस्तु का सस्ता विकल्प मिल रहा है तो लिस्ट से थोड़ा हटकर चलना ठीक है। 

हग डे 2022 : आ गले लग जा... खास दिन जो दिलों को करीब लाता है

हग डे 2022 : आ गले लग जा... खास दिन जो दिलों को करीब लाता है

प्यार जताने का सबसे खूबसूरत तरीका है 'हग'
एक जादू की झप्पी बना देगी बेगानों को भी अपना
एक जादू की झप्पी बना देगी बेगानों को भी अपना

गले लगने से प्यार के साथ-साथ नजदीकी भी बढ़ती है। 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे है और आप फि‍लहाल अपने वेलेंटाइन के साथ इस दि‍‍न को सेलि‍ब्रेट करने की तैयारि‍यों में व्यस्त होंगे। आज क्यों ना अपने वेलेंटाइन को प्यार से गले लगाकर कल के प्यार के लिए तैयार किया जाए।
जी हां! आज 12 फरवरी को वेलेंटाइन वीक का 'हग डे' है। 'हग' प्यार जताने का सबसे खूबसूरत तरीका है। हग, झप्पीं में ऐसा ही जादू होता है कि बेगाना भी एक पल में अपना बन जाता है और अपना दि‍ल के और करीब आ जाता है। गम हो या खुशी, सक्सेस हो या डि‍फीट, हम अपने सारे इमोशंस को एक्सप्रेस करने के लि‍ए 'हग' का सहारा लेते ही हैं।
कोई अपना अगर प्यार से गले लगा ले तो सारे गम दूर हो जाते हैं और खुशी चौगुनी हो जाती है। ऐसा ही जादू होता है इस 'जादू की झप्पी' में। हग सि‍र्फ प्यार को बढ़ाता ही नहीं है बल्कि आपके ब्लड प्रेशर को भी मेंटेन रखता है। अगर आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है तो गले लगने से वो कम भी हो सकता है।
जिंदगी रहे या फि‍र मौत हो नसीब
मेरे तो दोनों जहां तेरी बाहों में हैं।

वाकई प्यार करने वालों के तो दोनों जहां उनके दि‍लबर की बाहें हैं फि‍र चाहे जिंदगी रहे या फि‍र मौत आए कि‍से फि‍क्र होगी। क्योंकि बि‍छड़ने का तो सवाल ही नहीं है।
कनाडा, जर्मनी, इंग्लैंजड और ऑस्ट्रेलि‍या में 21 जनवरी को 'नेशनल हग डे' भी मनाया जाता है। देखा कि‍तना इंपोर्टेंट है लाइफ में 'हग'।

 

Valentine Week 2022 : इस Promise Day को बनाये अपने पार्टनर के साथ यादगार, इन 4 वादों से करे अपने रिश्ते को मजबूत

Valentine Week 2022 : इस Promise Day को बनाये अपने पार्टनर के साथ यादगार, इन 4 वादों से करे अपने रिश्ते को मजबूत

वेलेंटाइन वीक जैसे ही शुरू होता है वैसे ही प्रेमी प्रेमिकाओं के मन में उत्साह बढ़ जाता है. रोज डे, टेडी डे, चॉकलेट डे आदि डे कपल्स के लिए बेहद खास और महत्व रखने वाले होते हैं. इन्हीं दिनों में से एक है प्रॉमिस डे. जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है ऐसा दिन जिस दिन कपल्स एक दूसरे से कुछ वादे करते हैं. ऐसे में कभी-कभी, एक दूसरे से क्या वादे करें, ऐसा भी सवाल सामने आ जाता है. यहां दिए वादों से संबंधित आइडियाज आपके बेहद काम आ सकते हैं. जानते हैं इनके बारे में...

1 – एक दूसरे के लिए निकालेंगे समय
प्रॉमिस डे के दिन आप अपने पार्टनर के साथ यह वादा कर सकते हैं कि ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने पार्टनर के साथ बिताएंगे. इससे न केवल रिश्ते में प्यार विकसित होगा बल्कि दोनों के बीच विश्वास की डोर भी पक्की हो जाएगी.

2 – रखेंगे एक दूसरे का ख्याल
प्रॉमिस डे के दिन कपल्स एक दूसरे से यह वादा कर सकते हैं कि वे एक दूसरे का बेहद ख्याल रखेंगे. चाहे कैसी भी परेशानी हो वे एक दूसरे का ख्याल रखना नहीं छोड़ेंगे. इससे उनका रिश्ता मजबूत होगा.

3 – नहीं छोड़ेंगे एक दूसरे का साथ
प्रॉमिस डे के दिन आप अपने पार्टनर से यह प्रॉमिस भी कर सकते हैं कि भले ही कैसी भी परिस्थिति आ जाए वह हर परिस्थिति में आपका साथ निभाएंगे और किसी भी परिस्थिति में आपको छोड़कर नहीं जाएंगे. इससे रिश्ते में विश्वास और भी गहरा हो सकता है.

4 – कुछ नहीं छुपाएंगे
प्रॉमिस डे के दिन आप अपने पार्टनर के साथ मिलकर यह वादा कर सकते हैं कि आप दोनों एक दूसरे से कुछ भी नहीं छुपाएंगे. भले ही कुछ भी हो जाए, कैसी भी परिस्थिति आ जाए, हर बात एक दूसरे के साथ शेयर करेंगे.

टेडी डे के खास मौके पर प्रेमी को गिफ्ट करें क्यूट टेडी और भेजें ये प्यार भरे संदेश

टेडी डे के खास मौके पर प्रेमी को गिफ्ट करें क्यूट टेडी और भेजें ये प्यार भरे संदेश

प्रेमी जोड़ों के लिए 14 फरवरी का दिन बेहद खास है. 14 फरवरी के दिन देशभर में वैलेंटाइन डे (Valentine Day) मनाया जाएगा. वैलेंटाइन वीक (Valentine Week) की शुरुआत हो चुकी है. 10 फरवरी को वैलेंटाइन वीक का चौथा दिन टेडी डे (Teddy Day 2022) है. इस दिन प्रेमी जोड़े अपने पार्टनर को टेडी गिफ्ट (Teddy Gift) करते हैं और एक-दूसरे को बधाई देते हैं.
टेडी बियर के रंग (Teddy Bear Colour) के और डिजाइन से पार्टनर के दिल की भावनाओं का पता लगता है. जैसे- अगर कोई प्रेमी अपने पार्टनर को दिल वाला टेडी बियर गिफ्ट करता है,तो इसका मतलब प्यार होता है. दूसरी ओर येलो और पिंक रंग का टेडी बियर दोस्ती का प्रतीक माना जाता है. टेडी बियर के साथ अपने पार्टनर को ये खूबसूरत से संदेश भी भेज सकते हैं. ये क्यूट से मैसेज अपने पार्टनर को आपके दिल की फिलिंग यूं चुटकियों में बयां कर देंगे.

टेडी डे विशेज, मैसेज, फेसबुक स्टेट्स
1. जानें उस शख्स को ये कैसा हुनर आता है,
रात होती है तो आंखों में उतर आता है।
हैप्पी टेडी डे
2. भेज रहा हूं मैं तुम्हें एक Teddy बहुत प्यार से ।
रखना तुम इसे हमेशा संभाल के,
हो अगर मोहब्बत मुझसे तो।
हैप्पी टेडी डे
3. दिन ऐसे ही गुजरते चले जाएंगे,
हम तेरी याद में जिंदगी गुजारते चले जाएंगे।
हैप्पी टेडी डे
4. जब भी तुम्हारी याद आती है,
तुम्हारे दिए टेडी को गले लगा लेती हूं।
हैप्पी टेडी डे
5. तेरी मेरी दोस्ती का अफसाना भी है,
इस में प्यार का खजाना भी है,
इसलिए चाहती हूं,
आपसे टेडी बियर मांगना,
और आज तो मांगने का बहाना भी है...
Happy Teddy Day

6. चॉकलेट की खुशबू,
आइसक्रीम की मिठास,
प्यार की मस्ती और होंठों का स्वाद
हंसी के गुब्बारेऔर तुम्हारा साथ
मुबारक हो आपको टेडी बीयर का त्योहार....
Happy Teddy Day
7. टेडी डे का मौका है,
फिर क्यों आपने खुद को रोका है,
जाओ और दे आओ अपने यार को टेडी
इस दिन का तो अंदाज ही अनोखा है....
Happy Teddy Day
8. प्यार की मस्ती और हाथों का स्वाद,
हंसी के गुब्बारे और तुम्हारा साथ,
मुबारक हो आपको टेडी डे का त्योहार....
Happy Teddy Day
9. आजकल हम हर टेडी को देख मुस्कुराते हैं,
कैसे बताएं उन्हें कि हमें तो हर टेडी में वो ही नजर आते हैं.....
Happy Teddy Day
10. आजकल हम हर एक Teddy को देखकर मुस्कुराते हैं,
कैसे बताएं उन्हें कि हमें तो हर एक Teddy में वो ही नजर आते हैं।
हैप्पी टेडी डे

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि just36news.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

 

भारी डिमांड में 'फेक वर्जिनिटी' कैप्सूल, शादीशुदा महिलाएं भी 15 मिनट में हो जाएंगी कुंवारी!

भारी डिमांड में 'फेक वर्जिनिटी' कैप्सूल, शादीशुदा महिलाएं भी 15 मिनट में हो जाएंगी कुंवारी!

आज की 21वी सदी में भी लोग कई पुरानी मान्यताओं और प्रथाओं अपनाते हैं. जिनमें एक है कि आज भी भारतीय समाज में शादी से पहले लड़की का वर्जिन होना एक अनिवार्य शर्त मानी जाती है. जिसकी वजह से लड़कियों के लिए उनकी वर्जिनिटी चिंता का विषय बनी हुई है. इस चिंता को ध्यान में रखते हुए कुछ कंपनियों ने मार्केट में फेक वर्जिनिटी जैसी चीज भी बना दी है. जिसके अंदर एक फेक प्लास्टिक का हाइमन बनाया गया है जो एक कुंवारी हो या शादीशुदा लड़की, चंद ही मिनटों में फिर से वर्जिन बना देता है. हैरानी बात यह है कि इस फेक हाइमन की मार्केट में जमकर बिक्री हो रही है. आइए जानते हैं कि यह फेक प्लास्टिक का हाइमन कैसे काम करता है.
कैसे काम करता है फेक हाइमन
एडवांस टेक्नोलॉजी से बनाए गए फेक हाइमन की मार्केट में भारी डिमांड है. ये नकली हाइमन प्लास्टिक के कैप्सूल के रूप में अवेलेबल हैं. इनके अंदर नकली खून भरा होता है. इन कैप्सूल्स को लड़की को सेक्स से पहले प्राइवेट पार्ट के अंदर डालना होता है. जब सेक्स के दौरान प्रेशर पड़ता है तो ये कैप्सूल फट जाता है और ब्लीडिंग होने लगती है. खून आने पर पार्टनर को लगता है कि लड़की वर्जिन है. बता दें कि इस फेक हाइमन के कैप्सूल की कीमत करीब 32 सौ रखी गई है. लड़कियां इसे ऑनलाइन खरीदने में खासी दिलचस्पी दिखा रही हैं.
क्या होता है हाइमन?
हाइमन लड़कियों के प्राइवेट पार्ट के अंदर होती है. जो कि एक पतली झिल्ली के रूप में होती है. डॉक्टरों का कहना है कि यह झिल्ली फिजिकल एक्टिविटी जैसे साइकलिंग व हॉर्स राइडिंग करते वक्त या कई अन्य कारणों के दौरान टूट सकती है. लेकिन आज भी लोगों के मन में यह मिथ्य है कि यह झिल्ली यानी हाइमन केवल सेक्स के दौरान टूट सकती है. जिसकी वजह से अगर किसी लड़की को शादी के बाद सेक्स करने पर ब्लीडिंग नहीं होती, तो मान लिया जाता है कि लड़की ने शादी से पहले किसी और से संबंध बनाया था. जिसकी वजह से लड़कियों के रिश्ते में दरार आ जाती है या अपने पार्टनर से ताने सुनने मिलते है. अपने शादीशुदा रिश्ते को बचाने के लिए लड़कियां एक फेक हाइमन का इस्तेमाल करने में दिलचस्पी दिखा रही हैं.

 

आज से शुरू हुआ इजहार-ए-इश्क का सप्तााह, जानें 7 फरवरी से 14 फरवरी तक कब कौन सा दिन है

आज से शुरू हुआ इजहार-ए-इश्क का सप्तााह, जानें 7 फरवरी से 14 फरवरी तक कब कौन सा दिन है

फरवरी माह में वैलेंटाइन वीक आता है। लव बर्ड्स के लिए इस माह का इंतजार होता है। यह काफी खास महीना होता है। क्योंकि इन 7 दिनों में कपल अलग-अलग तरह से अपना प्यार जाहिर करते हैं। 7 दिनों तक चलने वाला यह सेलिब्रेशन कई मायनों में खास होता है। हर दिन का अलग-अलग महत्व होता है और अलग हर दिन का अलग-अलग नाम भी होता है। तो आइए जानते हैं 7 दिन तक कब, कौन-सा दिन मनाया जाता है। सिलसिलेवार कैसे अपने प्यार का इजहार करते जाएं-
7 फरवरी- रोज डे (Rose Day 2022)- वैलेंटाइन वीक 7 फरवरी से शुरू होता है। इसके के पहले दिन कपल्स अपने पार्टनर को गुलाब देते हैं। इस दिन लाल गुलाब का सबसे प्रमुख होता है।
8 फरवरी- प्रपोज डे (Propose Day 2022)- इस दिन अपने पार्टनर को प्रपोज किया जाता है। प्यार को इजहार करने का वक्त इससे अधिक बेहतर नहीं हो सकता है।
9 फरवरी- चॉकलेट डे (chocolate day 2022)- चॉकलेट से रिश्ता मजबूत होता है। इसलिए पार्टनर को मनपसंद चॉकलेट दी जाती है।
10 फरवरी- टेडी डे (Teddy Day 2022)- इस दिन पार्टनर को टेडी बियर गिफ्ट में देते हैं। ताकि वो बचपना बरकरार रहें।
11. फरवरी- प्रॉमिस डे (Promise Day 2022)- ये सबसे अधिक महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन पार्टनर से कुछ ऐसा वादा करते हैं जो रिश्ते को मजबूती देता है और विश्वास और प्यार अधिक गाढ़ा होता है।
12 फरवरी- हग डे (Hug Day 2022)- इस दिन पार्टनर एक दूसरे को गले लगाकर प्यार का इजहार तो करते हैं साथ ही एक-दूसरे की छाया भी बनते हैं।
13 फरवरी- किस डे (Kiss Day 2022)- इस दिन लव बर्ड्स एक-दुसरे को किस करके एक-दूसरे की महत्वता को दर्शाते हैं।
14 फरवरी- वैलेंटाइन डे (Valentine Day 2022)- और इस दिन वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया जाता है।

 

OMG: सुंदर दिखने के लिए महिलाएं पीती हैं कोबरा सांप का खून, फायदे चौंका देंगे

OMG: सुंदर दिखने के लिए महिलाएं पीती हैं कोबरा सांप का खून, फायदे चौंका देंगे

जवान और खूबसूरत दिखना कौन नहीं चाहता है. हर इंसान खूबसूरत दिखने के लिए क्या कुछ नहीं करता. आपने लोगों को खूबसूरत और जवान दिखने के लिए अजीबोगरीब सर्जरी करते हुए तो खूब देखा होगा. ऐसे ही कई और तरीके देखे होंगे जिसे लोग सुंदर बनने के लिए अपनाते हैं. लेकिन इस बीच एक ऐसे चौंका देने वाली बात सामने आई हैं जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह जाएगा. दरअसल दुनिया में एक ऐसा देश है जहां लड़कियां खूबसूरत और जवान दिखने के लिए जहरीले सांप का खून पीती हैं.
जरा सोचिए सांप को देखकर कैसे हर कोई दुम दबाकर भागता है. सांप धरती का सबसे खतरनाक और जहरीला जीव माना जाता है. जिसके काटने से इंसान तुरंत मौत के मुंह में जा सकता है. लेकिन, इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में महिलाएं सुंदर दिखने के लिए कोबरा जैसे खतरनाक सांप का खून पीती हैं. खास बात यह है कि जहरीली कोबरा सांपों का खून पीने का प्रचलन काफी पुराना है. जकार्ता में आपको सरेआम कोबरा सांप का खून मिल जाएगा. महिलाएं सुबह व शाम यहां सांप का खून चटकारे लेकर पीती हैं.
3-4 घंटे तक चाय कॉफी पीना होता है मना
जकार्ता में सांप के खून की भारी डिमांड है. इस वजह से यहां पर रोज हजारों सांपों को काट दिया जाता है. यहां के दुकानदार लोगों को सांप का खून पीने के 3-4 घंटे बाद तक चाय या कॉफी पीने से मना करते हैं ताकि खून शरीर में जाकर अपना काम कर सके.
दुकानदार कमा लेते हैं 10 लाख रुपये
रात भर में यहां के दुकानदार सांप का खून बेचकर 5 से 10 लाख रुपये कमा लेते हैं. इतना ही नहीं यहां जवानों को ऐसी ट्रेनिंग भी दी जाती है कि वे युद्ध के दौरान विपरीत परिस्थितियों में सांपों का खून पीकर जिंदा रह सके.
पुरुष भी पीते हैं खून
पुरुष भी इसका सेवन करते हैं. पुरुष स्वस्थ रहने के लिए सांपों का खून पीते हैं. वहीं महिलाएं अपनी खूबसूरती बढ़ाने के लिए सांप का खून पीती हैं. उनका ऐसा मानना है कि सांप का खून पीने से त्वचा चमकदार और हेल्दी होती है.

 

VIRAL VIDEO : शादी का जोड़ा पहन एयर होस्टेस दुल्हन ने दिए जरुरी निर्देश, कैमरे पर दी चेतावनी, देखें विडियो

VIRAL VIDEO : शादी का जोड़ा पहन एयर होस्टेस दुल्हन ने दिए जरुरी निर्देश, कैमरे पर दी चेतावनी, देखें विडियो

आपने दूल्हा दुल्हन के अतरंगी एंट्री और डांस सोशल मीडिया में बहुंत देखें होंगे, लोगों को दूल्हा-दुल्हन द्वारा शादी में किए गए अलग कारनामे खूब भाते हैं. इसी तरह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो एयर होस्टेस दुल्हन का है. वीडियो में दुल्हन काफी खूबसूरत लग रही है. साथ ही वो उसी खूबसूरती के साथ कैमरे में चेतावनी व लोगों को निर्देश देती नजर आती है.

दुल्हन ने कैमरे में देखकर दी प्री-फ्लाइट सेफ्टी ब्रीफिंग
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लाल रंग का लहंगा चुन्नी पहने एक दुल्हन नजर आती है. दुल्हन कैमरे में देखकर लोगों को प्री-फ्लाइट सेफ्टी ब्रीफिंग दे रही है. वीडियो में देखा जा सकता है कि दुल्हन इन-फ्लाइट सुरक्षा नियमों को बताती हुई नजर आ रही है. दुल्हन कहती है, 'कृपया ध्यान दीजिए. कुर्सी की पेटी इस तरह बांधी जाती है. कसने के लिए फीते को इस तरह खींचे. पेटी खोलने के लिए फ्लैप को इस तरह उठाये.’ इसी के साथ वह निकास द्वारों की डीटेल भी देती है. वीडियो में दुल्हन ने जिस अंदाज में डीटेल दी है वह काबिल-ए-तारीफ है. आप भी देखिए एयर होस्टेस दुल्हन का ये शानदार वीडियो.

वीडियो को सोशल मीडिया यूजर्स दे रहे प्यार
सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो कई प्लेटफॉर्म पर मौजूद है. फिलहाल जो वीडियो हम आपके लिए लाए हैं वो इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है. 20 जनवरी को शेयर किए गए इस वीडियो को 4 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वहीं 34 हजार से ज्यादा लोग इस वीडियो को लाइक कर चुके हैं. साथ ही लोग इस वीडियो पर मजेदार कमेंट्स भी लिख रहे हैं.

जीवन में इस एक गलती का दुश्मन उठाता है सबसे बड़ा फायदा

जीवन में इस एक गलती का दुश्मन उठाता है सबसे बड़ा फायदा

चाणक्य नीति के अनुसार सफलता की तरफ अग्रसर व्यक्ति के जीवन में शत्रु अक्सर बाधा पहुंचाने का कार्य करते हैं. हर सफल व्यक्ति के ज्ञात और अज्ञात शत्रु होते हैं. ये शत्रु समय-समय पर हानि पहुंचाने का प्रयास करते रहते हैं. जब व्यक्ति सतर्क और सक्षम होता है और गलतियों से दूर रहता है तो उसे शत्रु का भय नहीं रहता है. शत्रु ऐसे लोगों को चाहकर भी हानि नहीं पहुंचा पाते हैं और अंत में पराजित भी होते हैं. शत्रु से निपटने के लिए चाणक्य ने कुछ बातें बताई हैं, आइए इन्हें जानते हैं.
शत्रु को कभी कमजोर न समझें
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति की सफलता के बाद उसके स्तर के कई लोग असफल साबित करने के लिए सक्रिय हो जाते हैं. इसलिए कभी भी शत्रु को कमजोर मानने की भूल न करें. कभी-कभी ये गलती जीवन की सबसे बड़ी गलती साबित होती है. शत्रु को कमजोर न समझते हुए उसकी प्रत्येक गतिविधि पर कड़ी नजर रखें.
अहंकार से दूर रहें
चाणक्य नीति कहती है कि अक्सर लोग सफलता के घमंड में आकर शत्रु या प्रतिद्वंद्वी को काफी कमजोर मान बैठते हैं. ऐसी गलती बाद में भारी नुकसान का कारण बनती है, क्योंकि जो आपके साथ प्रतिस्पर्धा में उतरा है, वो निश्चित रूप से आपके जैसी की क्षमता और ताकत रखता होगा. इसलिए खुद को ऐसे शत्रुओं से निपटने और आगे बढ़ने के लिए तैयारी तेज करते रहें. मगर प्रतिक्रिया कब देनी है, इसके लिए सही समय का इंतजार करें.
क्रोध से शत्रु को लाभ पहुंचाता है
चाणक्य नीति कहती है कि शत्रु को यदि पराजित करना है तो हर प्रकार की गलत आदतों से बचने का प्रयास करना चाहिए. क्रोध भी एक ऐसी ही गलत आदत है, जिसका शत्रु हमेशा लाभ उठाने का प्रयास कर सकता है. क्रोध में व्यक्ति सदैव गलत कर बैठता है. यही गलती कभी-कभी शत्रु के लिए लाभ का अवसर उपलब्ध करा देती है. चाणक्य के अनुसार कठिन परिस्थितियों से लड़ने के लिए हमेशा खुद को मानसिक रुप से मजबूत रखना चाहिए. ऐसा नहीं कर पाने पर गुस्सा, झल्लाहट या किसी कारणवश संकोच आपको बुद्धिमानी और विवेक को क्षीण बना देता है.

 

 मन में सोचे गए कार्य का ढिंढोरा कभी नहीं पीटना चाहिए, नहीं मिलती है सफलता

मन में सोचे गए कार्य का ढिंढोरा कभी नहीं पीटना चाहिए, नहीं मिलती है सफलता

चाणक्य नीति के अनुसार सफलता पाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. कभी कभी जरा सी लापरवाही बड़ी हानि का कारण बन जाती है. जिस कारण मेहनत बेकार हो जाती है. आचार्य चाणक्य जिन्हें कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है. चाणक्य का संबंध प्राचीन तक्षशिला विश्वविद्यालय से था, चाणक्य यहां पर आचार्य थे. चाणक्य कूटनीति के माहिर थे. वे अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य के अनुसार इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
मन में सोचे गए कार्य को गुप्त रखना चाहिए
चाणक्य नीति के अनुसार मन में सोचे गए कार्य के बारे में कभी किसी को जानकारी नहीं देनी चाहिए. इसका ढिंढोरा भी नहीं पीटना चाहिए. चाणक्य के अनसुार जो ऐसा करता है उसे कार्य में सफलता नहीं मिलती है. मन में सोचे गए कार्य को मंत्र के समान गुप्त रखकर ही उस कार्य को करना चाहिए. मन की बात को गोपनीय रखकर निरंतर कार्य में जुटे रहना चाहिए.
जब व्यक्ति कार्य में जुटा हो तो उस कार्य का किसी से जिक्र नहीं करना चाहिए. बता देने से कार्य पूरा न होने पर हंसी होती है. वहीं शत्रु को पता चल जाने से वह इसमें अवरोध भी पैदा कर सकता है. कार्य पूर्ण होने पर सभी को स्वत: ही सभी को पता चल जाएगा. वेदों में भी कहा गया है कि ध्यान केंद्रित, चिंतन मनन और गुप्त रूप से कार्य करने से सफलता मिलती ही मिलती है.
योजना बनाने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है
चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग योजना बनाकर कार्य करते हैं उनके सफल होने की संभावना काफी हद बढ़ जाती है. जो लोग बिना योजना के कार्य करते हैं, उन्हें सफलता के लिए संघर्ष करना पड़ता है. योजना बन लेने के बाद उस पर गंभीरता से कार्य करना चाहिए. लक्ष्य को पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम करने के लिए तैयार रहना चाहिए. परिश्रम से घबराने वालों को सफलता नहीं मिलती है. योजना बनाकर कार्य करने वालों को लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
 

कोरोना के कारण कई देशों में कंडोम की बिक्री में भारी कमी,  जानिये क्या है वजह....

कोरोना के कारण कई देशों में कंडोम की बिक्री में भारी कमी, जानिये क्या है वजह....

न्यूयॉर्क : कारेक्स बेरहाड दुनिया की सबसे बड़ी कंडोम निर्माता कंपनी है। यह हर साल करीब साढ़े पांच करोड़ कंडोम का निर्माण करती है। एक आंकड़े के मुताबिक दुनिया में बिकने वाला हर पांचवां कंडोम इसी कंपनी का बनाया होता है। दुनिया की सबसे बड़ी कंडोम निर्माता कंपनी कारेक्स बेरहाड के सीईओ गो मिया कियाट ने महामारी के दौरान कंडोम की बिक्री में समस्याएं आने की बात कही है।


इस दौरान कंडोम की बिक्री 40 फीसदी तक लुढ़की। हालांकि साल 2020 के शुरुआती महीनों में उन्हें कोरोना महामारी के दौरान कंडोम की बिक्री में भारी बढ़ोतरी होने की आशा जताई थी। लोगों के पास घरों पर करने के लिए सेक्स के सिवाए कुछ नहीं है। गो का यह भी मानना था कि महामारी का दौर स्वास्थ्य से जुड़ी अनिश्चितताओं का भी दौर है और यह गिरती जन्मदर से भी जुड़ेगा। उन्होंने कंडोम की मांग में दहाई अंकों में बढ़ोतरी की आशा जताई थी।


क्या रही कंडोम बिक्री में गिरावट की वजह?
गोह ने बिक्री में गिरावट की तीन वजहें गिनाई हैं। बढ़े मनोवैज्ञानिक तनाव के चलते लोगों में सेक्स की इच्छा खत्म होने के अलावा वे छोटे होटलों के बंद होने, सेक्स वर्क पर लगी पाबंदियों और सरकारों की ओर से कंडोम की बिक्री में गिरावट को मांग में कमी की वजह बताते हैं। उन्होंने कहा, होटलों का बंद होना, खासकर गरीब देशों में बिक्री गिरने की वजह रहा। क्योंकि गरीब देशों में छोटे होटलों जैसी जगहों पर ऐसी अंतरंग गतिविधियां होती हैं। वहीं दुनिया भर में सरकारें बहुत सारे कंडोम बांटती हैं। उदाहरण के तौर पर ब्रिटेन ने अपने नेशनल हेल्थ सर्विस कार्यक्रम (एनएचएस) को आंशिक तौर पर बंद कर रखा है। सरकारें और गैर-सरकारी संगठन हर साल अरबों की संख्या में कंडोम की खरीददारी करते हैं।


क्या रहा भारत का हाल?
भारत जैसे देशों में ग्राहकों को इस कमी का ज्यादा सामना नहीं करना पड़ा। महामारी के शुरुआती दौर में सप्लाई से जुड़ी कुछ समस्याएं हुई थीं लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं रहीं।


कच्चे माल और सप्लाई चेन में भी समस्या
मलयेशिया कंडोम निर्माण में अग्रणी है क्योंकि कंडोम निर्माण के लिए सबसे जरूरी कच्चा माल रबड़ यहां सबसे ज्यादा होता है। लॉकडाउन के चलते रबड़ सप्लाई में भी समस्याएं आईं क्योंकि रबड़ के काम को अति आवश्यक सेवाओं से बाहर रखा गया था। सप्लाई चेन से जुड़े ऐसे ही दुष्प्रभाव अन्य कंडोम निर्माता कंपनियों को भी देखने पड़े। कोरोना महामारी की शुरुआत में यूएन पॉपुलेशन फंड ने भी कहा था कि कोरोना के दौर में उन्हें पहले के मुकाबले 50 से 60 फीसदी कंडोम ही मिल पा रहे थे। इस दौरान ज्यादातर कच्चे माल की तरह रबड़ के दामों में भी भारी अनियमितता देखने को मिली।


अप्रैल, 2020 के मुकाबले मार्च, 2021 में रबड़ के दाम करीब दोगुने हो गए। कोरोना के दौरान अन्य रबड़ उत्पाद भी मांग में रहे। हालांकि गो साल 2022 में कंडोम की मांग में वापसी की उम्मीद जता रहे हैं। कारेक्स बेरहाड कंपनी के प्रमुख ने रॉयटर्स से बातचीत में कहा है, हमें फिर से मांग दिख रही है। कई सरकारें फिर से कंडोम का संग्रह करना चाह रही हैं गो को मुनाफे में भी बढ़ोतरी की आशा है क्योंकि अब ग्राहक ज्यादा महंगे उत्पाद खरीद रहे हैं।
 

आर्थिक तंगी का इशारा करते हैं ये 5 संकेत, आप भी जान लें मान्यता

आर्थिक तंगी का इशारा करते हैं ये 5 संकेत, आप भी जान लें मान्यता

आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में मानव जीवन से जुड़े कई पहलुओं का वर्णन किया है। चाणक्य को आर्थिक, राजनीतिकार व महान शिक्षाविद माना जाता है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के बल पर साधारण बालक चंद्रगुप्त को मौर्य वंश का सम्राट बना दिया था। चाणक्य ने एक श्लोक में बताया है कि आखिर किन चीजों से आने वाली आर्थिक तंगी का इशारा मिलता है।
परिवार में कलह बढ़ना-
आचार्य चाणक्य के अनुसार, परिवार में कलह होना आर्थिक स्थिति के लिए शुभ नहीं होता है। कहते हैं कि जिन लोगों के घर में लड़ाई-झगड़े का माहौल रहता है, वहां दरिद्रता का वास होता है। इसलिए घर का माहौल हमेशा खुशहाल रहना चाहिए।
तुलसी का पौधा सूखना-
हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा पूजनीय है। तुलसी के पौधे को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं कि अगर तुलसी का पौधा सूखना बिगड़ने वाली आर्थिक स्थिति का इशारा करता है। इसलिए कहा जाता है कि घर में तुलसी का पेड़ कभी सूखने नहीं देना चाहिए।
पूजा-पाठ से दूरी-
कहते हैं कि जिन घरों में पूजा-पाठ होता है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। इसके साथ ही सकारात्मक ऊर्जा आती है। जिन घरों में लोग अचानक से पूजा-पाठ से दूरी बना लेते हैं, वहां आर्थिक तंगी आ सकती है।
कांच का टूटना-
नीति शास्त्र के अनुसार, कांच का टूटना आर्थिक स्थिति के लिए शुभ नहीं माना जाता है। कहते हैं कि जिन घरों में कांच टूटता है उनमें आर्थिक तंगी आने की संभावना बन सकती है।
बड़ों का सम्मान जरूरी-
कहते हैं कि जिन घरों में बड़े-बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता है, वहां की आर्थिक स्थिति कभी नहीं सुधरती है। इसलिए घर के बड़ों के साथ हमेशा अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
 

पहली बार ससुराल पहुंचा दामाद, घरवालों ने बना दिया 365 प्रकार का खाना

पहली बार ससुराल पहुंचा दामाद, घरवालों ने बना दिया 365 प्रकार का खाना

भारत में शादी समारोह के दौरान दूल्हा-दुल्हन से संबंधित कई मामले सामने आते रहते हैं। कई बार शादी के बाद और शादी के पहले दिए जाने वाले रिसेप्शन से भी अजीबोगरीब और मजेदार घटनाएं सामने आती रहती हैं। हाल ही में आंध्र प्रदेश से एक ऐसी घटना सामने आई जब दामाद पहली बार अपने सुसराल पहुंचा तो उसके घर वालों ने उसके लिए 365 प्रकार का खाना बना दिया।
दरअसल, यह घटना आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के नरसापुरम की है। जहां एक परिवार ने रविवार को अपने होने वाले दामाद को शाही भोज कराया, जिसमें 365 प्रकार की डिशेज शामिल थीं। इस दौरान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें दिख रहा है कि दामाद अपने ससुराल में बैठा हुआ है और उसके आसपास इतनी थालियां रखी हुई हैं कि देखते ही बन रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दामाद को परोसे गए शाही भोज में 30 अलग-अलग तरह की करी, चावल, बिरयानी, पुलीहोरा, 100 विभिन्न प्रकार की आधुनिक और पारंपरिक मिठाईयां व गर्म और ठंडे ड्रिंक्स, पेस्ट्री, आइसक्रीम, बिस्कुट, फल, केक आदि शामिल थे। इस भव्य प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन में दूल्हा और दुल्हन दोनों के परिवार के सदस्यों ने हिस्सा लिया था।
रिपोर्ट्स में इस बात का भी जिक्र है कि दूल्हा और दुल्हन जल्द ही शादी के बंधन में बंध जाएंगे। ईटीवी की एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक इस परिवार ने संक्रांति की पूर्व संध्या पर अपने दामाद को 365 प्रकार के व्यंजन बनवाए थे। रिपोर्ट में दोनों पक्ष के नामों को भी बताया गया है। लड़की का नाम अत्यम है जो माधवी और वेंकटेश्वर राव की बेटी हैं। लड़की की शादी तनुकु के तुम्मलपल्ली साई कृष्णा से होगी। फिलहाल यह भोज चर्चा का विषय बना हुआ है।
 

क्यों होते हैं एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स? ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार

क्यों होते हैं एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स? ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार

ऐसा क्यों होता है कि भरोसे की नींव पर टिका रिश्ता हिलने लगता है और दो लोगों के बीच किसी तीसरे की एंट्री हो जाती है. रूटीन जहां हमें एक तरफ व्यवस्थित रखता है वहीं कई बार बोर भी कर देता है. सालों तक साथ रहने के बाद भी लोग अपने लाइफ पार्टनर के प्रति लापरवाह हो जाते हैं. आइए जानते हैं कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स शुरू होने की पीछे आखिर क्या वजह होती हैं.
अटेंशन के लिए-
ज्यादातर महिलाएं अपने अकेलेपन को कम करना चाहती हैं. वो चाहती हैं कि कोई उन्हें ध्यान से सुने. विवाहित जीवन में अकसर पति या बच्चे महिला को समझ नहीं पाते और यही उनके लिए परेशानी बन जाती है. वो चाहती हैं कि कोई उन्हें या उनके काम को ऐप्रिशिएट करे. शादी के कुछ सालों बाद कपल्स एक दूसरे की तारीफ करना कम कर देते हैं जिसकी तलाश वो किसी बाहरी से करने लगती हैं. सेल्फ एस्टीम बढ़ाने के लिए भी उन्हें दूसरे पुरुषों के ध्यान की जरूरत महसूस होती है. वो कॉन्फिडेंस बढ़ा हुआ महसूस करने लगती हैं.
भावनात्मक सहारे की चाह में-
शादी के कुछ सालों बाद पति-पत्नी एक दूसरे की भावनात्मक जरूरतें पूरी करने से बचते हैं. उन्हें डर हो सकता है कि दूसरा कहीं उन्हें अपना गुलाम न बना ले. वो सच सुनना पसंद नहीं करते. कई बार अपनी भावनाएं भी एक-दूसरे से छिपा लेते हैं. ऐसे में लोग किसी दूसरी महिला या पुरुष में भावनात्मक सहारे ढूंढने लगते हैं.
शादीशुदा जिंदगी अच्छी न हो-
शादी में जब पार्टनर के साथ अंडरस्टैंडिंग नहीं होती है तो रिश्ता बिगड़ने लगता है. यहीं से दिक्कतें बढ़ जाती हैं और मन किसी दूसरे की तरफ आकर्षित होने लगता है. इंसान हमेशा किसी ऐसे साथ की तलाश में रहता है जो उसे उसकी कमियों और खूबियों के साथ स्वीकार सके. जब अपने पार्टनर के साथ वो चीजें नहीं मिलती हैं तो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स की शुरुआत हो जाती है.
ज्यादा दिनों तक नहीं चलते एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर-
रिसर्च बताते हैं कि शुरुआत में भले ही ऐसे अफेयर अच्छे लगते हों लेकिन इनमें से ज्यादातर लंबे समय तक नहीं चल पाते हैं. आमतौर पर लोगों को जल्द ही अपनी गलती का एहसास हो जाता है और वो वापस से अपने पार्टनर के पास लौट आते हैं. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का पता लगने के बाद भी ज्यादातर मामलों में लोग अपने पार्टनर को माफ कर देते हैं और पार्टनर भी उनसे कमिटमेंट का वादा करता है. हालांकि शादीशुदा जिंदगी ठीक न हो तो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का पता लगने पर शादी टूट भी जाती है.
 

मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा की जानें सही विधि

मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा की जानें सही विधि

पंचांग के अनुसार 14 जनवरी 2022, शुक्रवार को मकर संक्रांति है. इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेगे. मकर संक्रांति के दिन से ही मौसम में बदलाव आरंभ हो जाता है. माना जाता है कि मकर संक्रांति से दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती है. सर्दी कम होने लगती है.
शास्त्रों में सूर्य देव को संसार का मित्र बताया गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान महादेव के तीन नेत्रों में से एक नेत्र को सूर्य की उपमा दी गई है. इस संसार में सूर्य देव ही है जो प्रत्यक्ष हमें दिखाई देते हैं.
सनातन धर्म में पंचदेव उपासना है, सर्वोपरि भगवान गणेश उपासना, शिव उपासना, विष्णु उपासना, देवी दुर्गा उपासना और सूर्य उपासना. किसी भी देव की उपासना से पूर्व सूर्य उपासना को अति आवश्यक है. मान्यता है कि बिना सूर्य की आराधना करें बिना किसी भी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है. सूर्य भगवान की पूजा और अर्घ्य नित्य देना चाहिए. भगवान सूर्य अर्घ्य प्रिय हैं. सूर्य की पूजा प्रतिदिन करने पर बल दिया गया है. सूतक काल के समय में भी सूर्य को मानसिक रूप से भी जल देना की बात शास्त्रों में कही गई है. सूर्य पूजा के लिए मकर संक्रांति का दिन सबसे अच्छा माना गया है. इस दिन सूर्य उपासना भी आरंभ कर सकते हैं.
सूर्य पूजन कहां और कैसे करना चाहिए
सूर्यनारायण को अर्घ्य जलाशय, नदी इत्यादि के आस-पास देना चाहिए. यदि जलाशय या नदी तक रोज नहीं पहुंच सकते तो साफ-सुथरी भूमि में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. घर की छत या बालकनी जहां से सूर्य दिखाई दें, वहां खड़े होकर सूर्य पूजन कर सकते हैं.
सूर्य को अर्घ्य देने की सही विधि
शास्त्रों के अनुसार सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय दोनों हाथों की अंजलि के माध्यम से देना चाहिए लेकिन अर्घ्य देते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि हाथ की तर्जनी उंगली और अंगूठा एक-दूसरे से न छुए. ऐसा होने की स्थिति में पूजा का कोई फल नहीं मिलता है क्योंकि इस मुद्रा को राक्षसी मुद्रा कहा गया है.
सूर्य को कितनी बार अर्घ्य देना चाहिए
तांबे या कांसे का लोटा प्रयोग अर्घ्य देने का प्रावधान है. गंगाजल, लाल चंदन, पुष्प इत्यादि जल में डालना चाहिए. इससे जल की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है. सूर्य को तीन बार अर्घ्य देना चाहिए और प्रत्येक बार अर्घ्य देते समय प्रत्येक बार परिक्रमा करनी चाहिए. ऐसा करने से ईश्वर की हमेशा आप पर कृपा बनी रहती है और उनके आशीर्वाद से सभी कार्य पूरे होते हैं.
सूर्य को अर्घ्य देने का मंत्र-
ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।।
इन बातों का ध्यान रखें
1. प्रातःकाल सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय दांयी एड़ी को उठाकर और उगते सूर्य को जल की धारा के बीच से देखते हुए अर्घ्य देना अति शुभकारी होता है.
2. पूर्व की ओर मुख करके ही अर्घ्य देना चाहिए, चाहे किसी कारणवश आपको वह प्रत्यक्ष दिखाई नहीं देते फिर भी मानसिक रूप से प्रत्यक्ष मानकर अर्घ्य देना चाहिए.
3. अर्घ्य देने के बाद जल को अपनी आंखों में जरूर लगाना चाहिए. कुछ लोग तुलसी के गमले के ऊपर जल छोड़ते हैं. लेकिन ऐसा करना अत्यधिक नुकसान देने वाला होता है.
4. अर्घ्य देते समय जल के छींटे शरीर और पैर में न पड़े, इसका ध्यान रखना चाहिए.
5. उगते हुए सूर्य को जल देना ही फलदायी होता है अर्थात सूर्य उदय होने के 2 घंटे तक ही जल देना चाहिए.
6. अर्घ्य देने बाद नमस्कार सीधे खड़े होकर सिर झुकाकर नमस्कार करना चाहिए.
7. अर्घ्य देते समय गायत्री मंत्र का जाप करना अत्यधिक फलदायी होता है. कम से कम सूर्य पूजन में 3 परिक्रमा या फिर 7 परिक्रमा करनी चाहिए.
8. किसी भी कपड़े से अंग को पोछकर और उसी कपड़े को पहनकर देव पूजन नहीं करना चाहिए.

 

चाणक्य नीति: ऐसा करने और सोचने वाले हमेशा खाते हैं मात

चाणक्य नीति: ऐसा करने और सोचने वाले हमेशा खाते हैं मात

चाणक्य नीति कहती है कि असफलता किसी को पसंद नहीं है. कोई नहीं चाहता है कि जीवन में उसे असफलता का मुंह देखने पड़े. लेकिन ये भी तो संभव नहीं है कि हर बार सफलता ही मिले. लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिन पर यदि ध्यान दिया जाए तो काफी हद तक असफलताओं से बचा जा सकता है. यदि आप भी ऐसा चाहते हैं तो चाणक्य की इन बातों का हमेशा ध्यान रखें.
दूसरों को कभी कमतर न आंके
चाणक्य नीति कहती है कि कभी किसी को कमजोर और कमतर नहीं समझना चाहिए. जो अतिउत्साह या अधिक आत्मविश्चास के कारण सामने वाले की क्षमता और प्रतिभा का आंकलन नहीं कर पाते हैं वे आगे चल कर धोखा खाते है. ऐसे लोगों को जीवन में असफलता मिलने की हमेशा संभावना बनी रहती है. व्यक्ति का सही चयन और आंकलन ही व्यक्ति को सफलता के दिलाने में बड़ी भूमिका निभाता है.
स्वयं को सर्वश्रेष्ठ समझने की भूल
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को स्वयं को लेकर कभी गलतफहमी नहीं रखनी चाहिए. जो लोग स्वयं को दूसरों से अधिक श्रेष्ठ समझते हैं और अपने आगे, समाने वाले व्यक्ति को कोई महत्व प्रदान नहीं करते हैं. ऐसे लोग समय आने पर दुख उठाते हैं. चाणक्य के अनुसार स्वयं की पीठ थपथपाने वाले सच्चाई से दूर रहते हैं.
नकारात्मक विचारों से दूर रहें
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को यदि जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो नकारात्मक विचारों से हमेशा दूर रहना चाहिए. मस्तिष्क में जब तक नकारात्मक विचारों का प्रवेश होता रहेगा, व्यक्ति प्रतिभा और कुशलता का पूर्ण लाभ नहीं उठा पाएगा. इसलिए इनसे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए. नकारात्मक व्यक्ति की क्षमता, प्रतिभा और कुशलता को प्रभावित करती है.
 

कहीं रिलेशनशिप में आपका इस्तेमाल तो नहीं हो रहा, ऐसे जानें

कहीं रिलेशनशिप में आपका इस्तेमाल तो नहीं हो रहा, ऐसे जानें

क्या आप रिलेशनशिप की गहराई को दिल से महसूस करते हैं या फिर आपको लगता है कि आपके साथ कुछ गलत हो रहा है. कभी-कभी हम जो रिश्ते दिल से निभाते हैं उसमें हमें ऐसा महसूस होता है जैसे कि हमारा इस्तेगमाल किया जा रहा है. यह भावना आपको इन्सिक्योर करने के साथ ही कमजोर भी बना सकती है. इस तरह के रिलेशनशिप में कोई एक ही व्यक्ति रिश्ते का बोझ उठाता है. इस तरह के रिश्ते मेंटल हेल्थ के लिए भी अच्छे नहीं होते हैं. इन संकेत से जानिए कि कहीं आप तो इस तरह के रिश्ते में नहीं फंसे हैं.
हर बार आप ही पेमेंट करते हैं-
लंच, डिनर और शॉपिंग का खर्चा अगर हर बार आप ही करते हैं या फिर अपना-अपना हिस्सा देने में भी आपको ज्यादा पेमेंट करना पड़ता है और उन्हें कम तो हो सकता है कि रिश्ते में आपका इस्तेमाल हो रहा हो, हो सकता है कि ये बात आपको अंदर से महसूस होती है लेकिन आप ये कहने से झिझकते हों कि कहीं इसकी वजह से आपका रिश्ता ना खराब हो जाए. अगर आप रिलेशनशिप में हैं तो हर बार खर्चे का बोझ किसी एक को ही नहीं उठाना चाहिए.
बातचीत में शामिल ना करना-
अगर आपका पार्टनर आपको हर बातचीत में शामिल नहीं करता है तो आपको कभी-कभी अकेलापन भी महसूस हो सकता है. कभी-कभी ये चल सकता है लेकिन हर बार उनकी ये आदत दिल को बुरी लग सकती है. अगर ज्यादातर बातचीत उन पर शुरू होकर और उनके पर ही खत्म होती है और आप उस बातचीत का हिस्सा नहीं बन पाते हैं तो जान लीजिए आपका इस्तेमाल दिल हल्का करने के लिए किया जा रहा है.
थैंक्यू बोलने से परहेज-
रिलेशनशिप को पूरी ईमानदारी से निभाने के बदले आपको कोई सराहना ना मिलती हो तो बुरा लगना स्वाभाविक है. आप चाहे कुछ भी करें लेकिन पार्टनर आपको कभी थैंक्यू ना बोलता हो तो ये किसी भी रिश्ते के लिए बहुत जहरीला होता है. रिश्ते में दोनों लोगों का आभार जाताना जरूरी होता है. एक-दूसरे को थैंक्यू बोलने से बातें आसानी से सुलझ जाती हैं.
भावनात्मक जरूरतें पूरी ना होना-
एक रिश्ते में जब दो लोग होते हैं तो एक-दूसरे के भावनात्मक जरूरतों का ख्याल रखते हैं. लेकिन अगर रिश्ते में केवल आप ही ऐसा कर रहे हैं और पार्टनर की तरफ से आपको ऐसा नहीं मिल रहा है तो समझ जाइए कि इस रिश्ते में आप अकेले ही हैं.
 

लड़की को इम्प्रेस करने की कर रहे हैं कोशिश, तो भूलकर भी न करें ये काम

लड़की को इम्प्रेस करने की कर रहे हैं कोशिश, तो भूलकर भी न करें ये काम

रिलेशनशिप बनाना आसान है लेकिन उससे पहले एक दूसरे को जानना बहुत मुश्किल है। किसी भी स्ट्रॉन्ग रिश्ते में बंधने के लिए एक दूसरे को जानना बेहद जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं होता तो रिश्ता खराब होने लगता है। कई बार रिश्ता खराब होने की वजह आपकी आदतें बनती हैं। रिश्ते की शुरूआत प्रपोजल से होती है और अगर ऐसे में प्रपोजल से पहले ही आपको रिजेक्ट कर दिया जाए तो आप क्या करेंगे। ऐसे में आज हम बता रहे हैं लड़कियों को लड़के की कौन सी आदतें पसंद नहीं होती। ऐसे में लड़की को इम्प्रेस करने से पहले उन्हें इन आदतों को छोड़ने की जरूरत होती है।
1) नशा
अक्सर लड़के सिगरेट या फिर शराब के आदि हो जाते हैं। ऐसे में लड़कियों को लड़कों की ये आदत पसंद नहीं आती और वह आपसे दूरी बनाना शुरू कर देती हैं। आपकी ये आदत आपके रिश्ते को शुरू होने से पहले ही खत्म कर देती है।

2) लेंग्वेज
लड़कों की ये आदत होती है कि वह कई बार गलत शब्दों का चुनाव करते हैं। बात बात पर गाली देना या अपशब्द कहना लड़कियों को पसंद नहीं आता। ऐसे में अपनी भाषा का सही चुनाव करने की जरूरत होती है।

3) गंदगी फैलाना
अगर आप किसी ऐसी लड़की को पसंद करते हैं जो साफ सफाई से रहना चाहती है तो आपको खुद में बदलाव करने होंगे। अगर आप साफ-सफाई पर ध्यान देने वाले व्यक्ति नहीं हैं तो ये परेशानी का सबब बन सकता है।
4) गुस्से में रहना
कई लड़कों का टेम्पर हमेशा काफी ज्यादा हाई रहता है, ऐसे में वह हर किसी से झगड़ा करने लगते हैं। कई लड़के तो मारपीट करने तक उतर आते हैं। अगर आप बात बात पर ऐसा करते हैं तो संभल जाएं क्योंकि हो सकता है कि आपकी पार्टनर को आपकी ये आदत पसंद न आए।

5) रोक टोक करना
अगर आप लड़की को इम्प्रेस करना चाहते हैं तो आपको इस बात पर ध्यान देना होगा। अगर आपकी आदत है रोकटोक करने की तो इस आदत को छोड़ना होगा।

 

अब खुद-ब-खुद डिलीट हो जाएंगे सारे फालतू Emails, बस करना होगा ये काम

अब खुद-ब-खुद डिलीट हो जाएंगे सारे फालतू Emails, बस करना होगा ये काम

दिनभर में हमारे पास ढेरों ऐसे ईमेल आते हैं, जो हमारे किसी काम के नहीं रहते, ये फालतू ईमेल आपका जीमेल स्टोरेज को भर देते हैं। अगर आपका इनबॉक्स भी फालतू ईमेल से भर गया है तो अब टेंशन मत लीजिए। आज हम आपको एक ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं, जिससे सारे फालतू ईमेल डिलीट खुद डिलीट हो जाएंगे और आपका अलग से इन्हें डिलीट करने में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा।
आपको जानकर हैरानी होगी कि जीमेल आपके फालतू ईमेल खुद-ब-खुद डिलीट कर सकता है। ये ट्रिक ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित होगी जिन्होंने कई दिनों तक इनबॉक्स चेक नहीं करते। बता दें कि गूगल आपको केवल 15GB का फ्री स्पेस देता है, जो कि सभी गूगल अकाउंट के लिए है, जिसमें जीमेल, ड्राइव, फोटो और बहुत कुछ शामिल है।
एक बार फ्री क्लाउड स्टोरेज स्पेस भर जाने के बाद, यूजर्स को 100GB के लिए सालाना 1100 रुपये का भुगतान करना होता है। जो लोग इस पर पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं, उन्हें आने वाली तस्वीरों, ईमेल और फाइलों के लिए जगह बनाने के लिए अपना कुछ डेटा डिलीट करना होगा। वैसे, फालतू फोटो-वीडियो को आसानी से हटाने के कई तरीके हैं, लेकिन यहां हम देखेंगे कि आपका जीमेल उन ईमेल को ऑटोमैटिकली कैसे डिलीट करता है, जो आपके किसी काम के नहीं है। चलिए शुरू करते हैं...
जीमेल के इस कमाल के फीचर का नाम 'Filters for Auto-Deletion' है, जो न सिर्फ आसानी से सुलभ है बल्कि इसे यूज करना भी आसान है। ये वास्तव में वही काम करता है जो आप चाहते हैं। चलिए बताते हैं इसे यूज करने का तरीका...
स्टेप 1: अपने पीसी या लैपटॉप पर जीमेल खोलें।
स्टेप 2: सर्च बार में, आपको एक फिल्टर आइकन दिखाई देगा। बस उस पर टैप करें।
(नोट: यदि आइकन आपको दिखाई नहीं दे रहा है, तो ये आपको सेटिंग सेक्शन के 'Filters and blocked addresses' टैब में भी मिल जाएगा। इसके बाद, आपको बस 'Create a new filter' बटन पर टैप करना होगा।)
स्टेप 3: आप देखेंगे कि टॉप पर 'From' लिखा है। बस उन ईमेल का नाम या ईमेल एड्रेस दर्ज करें जो महत्वपूर्ण नहीं हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप Zomato, Voot, Quora, Facebook, LinkedIn जैसी सर्विसेस से ईमेल नहीं चाहते हैं, तो आप बस उनकी ईमेल आईडी दर्ज कर सकते हैं।
(नोट: ईमेल आईडी दर्ज करना हमेशा एक नाम से बेहतर होता है क्योंकि यदि आपके किसी ईमेल में वही नाम है, तो जीमेल उसे भी हटा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि जीमेल स्पेसिफिक सेंडर के ईमेल को हटा दे, तो फुल ईमेल आईडी दर्ज करें।)
स्टेप 4: एक बार ऐसा करने के बाद, बस 'Create filter' पर क्लिक करें और फिर 'Delete it' चुनें।
स्टेप 5: इसके बाद आपको बस फिर से 'Create filter' पर क्लिक करना है। बस अब आपका काम हो गया।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यह फीचर आपके सभी पुराने ईमेल को नहीं हटाती है बल्कि आने वाले सभी ईमेल के लिए है। एक बार जब आप एक फ़िल्टर बना लेते हैं, तो आपका जीमेल उसे अपने आप डिलीट कर देगा। आप अपने द्वारा बनाए गए फ़िल्टर को कभी भी हटा सकते हैं। इसके लिए बस सेटिंग्स> फिल्टर्स और ब्लॉक्ड एड्रेस पर जाएं। यहां आप फ़िल्टर एडिट या डिलीट पाएंगे। यह तरीका सुनिश्चित करेगा कि आपका जीमेल हमेशा क्लीन रहे।
जीमेल: पुराने ईमेल कैसे डिलीट करें?
आपको इसे मैन्युअल रूप से करना होगा। लेकिन, चिंता न करें, एक ही बार में अधिकांश ईमेल को हटाने का एक आसान तरीका है। आपको बस सर्च बार में नाम या ईमेल एड्रेस दर्ज करना होगा और जीमेल आपके मिले सभी ईमेल दिखाएगा। इसके बाद, बस टॉप पर स्थित 'All' बटन का चयन करें और डिलीट आइकन पर क्लिक करें। यह आपको स्विगी, ज़ोमैटो और अन्य प्लेटफ़ॉर्म जैसी सर्विसेस से प्राप्त सैकड़ों ईमेल को डिलीट करने में मदद करेगा।
 

लैपटॉप का सही उपयोग न करना बढ़ा सकता है कई परेशानियां

लैपटॉप का सही उपयोग न करना बढ़ा सकता है कई परेशानियां

अगर आप दिन भर अपना सारा समय और यहां तक कि खाली समय भी लैपटॉप पर काम करते हुए बिताते हैं? तो डॉक्टरों ने इसके घातक परिणाम होने की चेतावनी दी है। ऐसा माना जाता है कि कम आवृत्ति वाला चुंबकीय क्षेत्र जैसे कि परंपरागत कंप्यूटर मॉनीटर और लैपटॉप के बायोलॉजिकल प्रभाव होते है। जो कि विकसित होते ऊतकों को प्रभावित करती है।


साथ ही इससे जन्मदोष, कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ जैसी समस्याएं होती है। यह न्यूरोलॉजिकल फंक्शन में भी बदलाव कर देते है। हालांकि इसकी कोई प्रमाणिकता नहीं है कि कम आवृत्ति वाले चुंबकीय क्षेत्र के विकिरण की वजह से कैंसर होता है। कुछ वैज्ञानिकों को संदेह है कि यह टी-लिंफोसाइट को सही करने की क्षमता को बिगाड़ देता है, जो कि कैंसर से लडऩे में सहायक होती है।


हालांकि डॉक्टरों ने इस बात को खारिज किया है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि रोजमर्रा लैपटॉप इस्तेमाल करने वालों पर इसका बायोलॉजिकल प्रभाव पड़ता है। स्क्रीन से एक बांह की दूरी रखें। ऐसे में अगर आपको मॉनिटर देखने में दिक्कत आ रही है, तो टेक्स्ट साइज बढ़ाएं। इसके अलावा मॉनिटर के किनारों और पीछे से चार फीट की दूरी रखें। जिससे विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रभाव ज्यादा नहीं पड़ेगा।
अगर आप गर्भवती है या गर्भधारण करने की कोशिश कर रही है

तो कुछ सावधानियां बरते। कंप्यूटर पर कम समय व्यतीत करें और जहां तक संभव हो लैपटॉप को अपनी गोद में न रखें। लैपटॉप में काम करने के दौरान आपके हाथों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता। ज्यादा टाइपिंग करने की वजह से मीडिएन नर्व में रेपिटेटिव स्ट्रेस इंजरी (आरएसआई) हो जाती है जिससे 'कारपल टनल सिंड्रोमÓ हो सकता है।


इसकी वजह से अंगुलियों में दर्द और कंपन होता है। इससे अंगुलियों में सुन्न, दर्द, हाथ की मजबूती में कमी, किसी वस्तु को पकडऩे में दिक्कत और कई अन्य मोटर स्किल को करने में परेशानी होती है। जब टाइप कर रहे हो तो आपके हाथों की स्थिति ठीक होनी चाहिए। अंगुलियां से कोहनी तक एक सीध में होनी चाहिए। कलाई किनारे की तरफ नहीं मुडऩी चाहिए। अपने कंधों और हाथों को गर्म रखें। स्क्रीन का एंगल आपके लाइन ऑफ विजन से 90 डिग्री का होना चाहिए।लैपटॉप को किताबों के ऊपर या लैपटॉप स्टैंड पर रखना चाहिए।