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क्यों होते हैं एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स? ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार

क्यों होते हैं एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स? ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार

ऐसा क्यों होता है कि भरोसे की नींव पर टिका रिश्ता हिलने लगता है और दो लोगों के बीच किसी तीसरे की एंट्री हो जाती है. रूटीन जहां हमें एक तरफ व्यवस्थित रखता है वहीं कई बार बोर भी कर देता है. सालों तक साथ रहने के बाद भी लोग अपने लाइफ पार्टनर के प्रति लापरवाह हो जाते हैं. आइए जानते हैं कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स शुरू होने की पीछे आखिर क्या वजह होती हैं.
अटेंशन के लिए-
ज्यादातर महिलाएं अपने अकेलेपन को कम करना चाहती हैं. वो चाहती हैं कि कोई उन्हें ध्यान से सुने. विवाहित जीवन में अकसर पति या बच्चे महिला को समझ नहीं पाते और यही उनके लिए परेशानी बन जाती है. वो चाहती हैं कि कोई उन्हें या उनके काम को ऐप्रिशिएट करे. शादी के कुछ सालों बाद कपल्स एक दूसरे की तारीफ करना कम कर देते हैं जिसकी तलाश वो किसी बाहरी से करने लगती हैं. सेल्फ एस्टीम बढ़ाने के लिए भी उन्हें दूसरे पुरुषों के ध्यान की जरूरत महसूस होती है. वो कॉन्फिडेंस बढ़ा हुआ महसूस करने लगती हैं.
भावनात्मक सहारे की चाह में-
शादी के कुछ सालों बाद पति-पत्नी एक दूसरे की भावनात्मक जरूरतें पूरी करने से बचते हैं. उन्हें डर हो सकता है कि दूसरा कहीं उन्हें अपना गुलाम न बना ले. वो सच सुनना पसंद नहीं करते. कई बार अपनी भावनाएं भी एक-दूसरे से छिपा लेते हैं. ऐसे में लोग किसी दूसरी महिला या पुरुष में भावनात्मक सहारे ढूंढने लगते हैं.
शादीशुदा जिंदगी अच्छी न हो-
शादी में जब पार्टनर के साथ अंडरस्टैंडिंग नहीं होती है तो रिश्ता बिगड़ने लगता है. यहीं से दिक्कतें बढ़ जाती हैं और मन किसी दूसरे की तरफ आकर्षित होने लगता है. इंसान हमेशा किसी ऐसे साथ की तलाश में रहता है जो उसे उसकी कमियों और खूबियों के साथ स्वीकार सके. जब अपने पार्टनर के साथ वो चीजें नहीं मिलती हैं तो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स की शुरुआत हो जाती है.
ज्यादा दिनों तक नहीं चलते एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर-
रिसर्च बताते हैं कि शुरुआत में भले ही ऐसे अफेयर अच्छे लगते हों लेकिन इनमें से ज्यादातर लंबे समय तक नहीं चल पाते हैं. आमतौर पर लोगों को जल्द ही अपनी गलती का एहसास हो जाता है और वो वापस से अपने पार्टनर के पास लौट आते हैं. एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का पता लगने के बाद भी ज्यादातर मामलों में लोग अपने पार्टनर को माफ कर देते हैं और पार्टनर भी उनसे कमिटमेंट का वादा करता है. हालांकि शादीशुदा जिंदगी ठीक न हो तो एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का पता लगने पर शादी टूट भी जाती है.
 

मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा की जानें सही विधि

मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा की जानें सही विधि

पंचांग के अनुसार 14 जनवरी 2022, शुक्रवार को मकर संक्रांति है. इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करेगे. मकर संक्रांति के दिन से ही मौसम में बदलाव आरंभ हो जाता है. माना जाता है कि मकर संक्रांति से दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती है. सर्दी कम होने लगती है.
शास्त्रों में सूर्य देव को संसार का मित्र बताया गया है. पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान महादेव के तीन नेत्रों में से एक नेत्र को सूर्य की उपमा दी गई है. इस संसार में सूर्य देव ही है जो प्रत्यक्ष हमें दिखाई देते हैं.
सनातन धर्म में पंचदेव उपासना है, सर्वोपरि भगवान गणेश उपासना, शिव उपासना, विष्णु उपासना, देवी दुर्गा उपासना और सूर्य उपासना. किसी भी देव की उपासना से पूर्व सूर्य उपासना को अति आवश्यक है. मान्यता है कि बिना सूर्य की आराधना करें बिना किसी भी पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है. सूर्य भगवान की पूजा और अर्घ्य नित्य देना चाहिए. भगवान सूर्य अर्घ्य प्रिय हैं. सूर्य की पूजा प्रतिदिन करने पर बल दिया गया है. सूतक काल के समय में भी सूर्य को मानसिक रूप से भी जल देना की बात शास्त्रों में कही गई है. सूर्य पूजा के लिए मकर संक्रांति का दिन सबसे अच्छा माना गया है. इस दिन सूर्य उपासना भी आरंभ कर सकते हैं.
सूर्य पूजन कहां और कैसे करना चाहिए
सूर्यनारायण को अर्घ्य जलाशय, नदी इत्यादि के आस-पास देना चाहिए. यदि जलाशय या नदी तक रोज नहीं पहुंच सकते तो साफ-सुथरी भूमि में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए. घर की छत या बालकनी जहां से सूर्य दिखाई दें, वहां खड़े होकर सूर्य पूजन कर सकते हैं.
सूर्य को अर्घ्य देने की सही विधि
शास्त्रों के अनुसार सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय दोनों हाथों की अंजलि के माध्यम से देना चाहिए लेकिन अर्घ्य देते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि हाथ की तर्जनी उंगली और अंगूठा एक-दूसरे से न छुए. ऐसा होने की स्थिति में पूजा का कोई फल नहीं मिलता है क्योंकि इस मुद्रा को राक्षसी मुद्रा कहा गया है.
सूर्य को कितनी बार अर्घ्य देना चाहिए
तांबे या कांसे का लोटा प्रयोग अर्घ्य देने का प्रावधान है. गंगाजल, लाल चंदन, पुष्प इत्यादि जल में डालना चाहिए. इससे जल की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है. सूर्य को तीन बार अर्घ्य देना चाहिए और प्रत्येक बार अर्घ्य देते समय प्रत्येक बार परिक्रमा करनी चाहिए. ऐसा करने से ईश्वर की हमेशा आप पर कृपा बनी रहती है और उनके आशीर्वाद से सभी कार्य पूरे होते हैं.
सूर्य को अर्घ्य देने का मंत्र-
ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।।
इन बातों का ध्यान रखें
1. प्रातःकाल सूर्य भगवान को अर्घ्य देते समय दांयी एड़ी को उठाकर और उगते सूर्य को जल की धारा के बीच से देखते हुए अर्घ्य देना अति शुभकारी होता है.
2. पूर्व की ओर मुख करके ही अर्घ्य देना चाहिए, चाहे किसी कारणवश आपको वह प्रत्यक्ष दिखाई नहीं देते फिर भी मानसिक रूप से प्रत्यक्ष मानकर अर्घ्य देना चाहिए.
3. अर्घ्य देने के बाद जल को अपनी आंखों में जरूर लगाना चाहिए. कुछ लोग तुलसी के गमले के ऊपर जल छोड़ते हैं. लेकिन ऐसा करना अत्यधिक नुकसान देने वाला होता है.
4. अर्घ्य देते समय जल के छींटे शरीर और पैर में न पड़े, इसका ध्यान रखना चाहिए.
5. उगते हुए सूर्य को जल देना ही फलदायी होता है अर्थात सूर्य उदय होने के 2 घंटे तक ही जल देना चाहिए.
6. अर्घ्य देने बाद नमस्कार सीधे खड़े होकर सिर झुकाकर नमस्कार करना चाहिए.
7. अर्घ्य देते समय गायत्री मंत्र का जाप करना अत्यधिक फलदायी होता है. कम से कम सूर्य पूजन में 3 परिक्रमा या फिर 7 परिक्रमा करनी चाहिए.
8. किसी भी कपड़े से अंग को पोछकर और उसी कपड़े को पहनकर देव पूजन नहीं करना चाहिए.

 

चाणक्य नीति: ऐसा करने और सोचने वाले हमेशा खाते हैं मात

चाणक्य नीति: ऐसा करने और सोचने वाले हमेशा खाते हैं मात

चाणक्य नीति कहती है कि असफलता किसी को पसंद नहीं है. कोई नहीं चाहता है कि जीवन में उसे असफलता का मुंह देखने पड़े. लेकिन ये भी तो संभव नहीं है कि हर बार सफलता ही मिले. लेकिन कुछ ऐसी बातें हैं जिन पर यदि ध्यान दिया जाए तो काफी हद तक असफलताओं से बचा जा सकता है. यदि आप भी ऐसा चाहते हैं तो चाणक्य की इन बातों का हमेशा ध्यान रखें.
दूसरों को कभी कमतर न आंके
चाणक्य नीति कहती है कि कभी किसी को कमजोर और कमतर नहीं समझना चाहिए. जो अतिउत्साह या अधिक आत्मविश्चास के कारण सामने वाले की क्षमता और प्रतिभा का आंकलन नहीं कर पाते हैं वे आगे चल कर धोखा खाते है. ऐसे लोगों को जीवन में असफलता मिलने की हमेशा संभावना बनी रहती है. व्यक्ति का सही चयन और आंकलन ही व्यक्ति को सफलता के दिलाने में बड़ी भूमिका निभाता है.
स्वयं को सर्वश्रेष्ठ समझने की भूल
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को स्वयं को लेकर कभी गलतफहमी नहीं रखनी चाहिए. जो लोग स्वयं को दूसरों से अधिक श्रेष्ठ समझते हैं और अपने आगे, समाने वाले व्यक्ति को कोई महत्व प्रदान नहीं करते हैं. ऐसे लोग समय आने पर दुख उठाते हैं. चाणक्य के अनुसार स्वयं की पीठ थपथपाने वाले सच्चाई से दूर रहते हैं.
नकारात्मक विचारों से दूर रहें
चाणक्य नीति कहती है कि व्यक्ति को यदि जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो नकारात्मक विचारों से हमेशा दूर रहना चाहिए. मस्तिष्क में जब तक नकारात्मक विचारों का प्रवेश होता रहेगा, व्यक्ति प्रतिभा और कुशलता का पूर्ण लाभ नहीं उठा पाएगा. इसलिए इनसे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए. नकारात्मक व्यक्ति की क्षमता, प्रतिभा और कुशलता को प्रभावित करती है.
 

कहीं रिलेशनशिप में आपका इस्तेमाल तो नहीं हो रहा, ऐसे जानें

कहीं रिलेशनशिप में आपका इस्तेमाल तो नहीं हो रहा, ऐसे जानें

क्या आप रिलेशनशिप की गहराई को दिल से महसूस करते हैं या फिर आपको लगता है कि आपके साथ कुछ गलत हो रहा है. कभी-कभी हम जो रिश्ते दिल से निभाते हैं उसमें हमें ऐसा महसूस होता है जैसे कि हमारा इस्तेगमाल किया जा रहा है. यह भावना आपको इन्सिक्योर करने के साथ ही कमजोर भी बना सकती है. इस तरह के रिलेशनशिप में कोई एक ही व्यक्ति रिश्ते का बोझ उठाता है. इस तरह के रिश्ते मेंटल हेल्थ के लिए भी अच्छे नहीं होते हैं. इन संकेत से जानिए कि कहीं आप तो इस तरह के रिश्ते में नहीं फंसे हैं.
हर बार आप ही पेमेंट करते हैं-
लंच, डिनर और शॉपिंग का खर्चा अगर हर बार आप ही करते हैं या फिर अपना-अपना हिस्सा देने में भी आपको ज्यादा पेमेंट करना पड़ता है और उन्हें कम तो हो सकता है कि रिश्ते में आपका इस्तेमाल हो रहा हो, हो सकता है कि ये बात आपको अंदर से महसूस होती है लेकिन आप ये कहने से झिझकते हों कि कहीं इसकी वजह से आपका रिश्ता ना खराब हो जाए. अगर आप रिलेशनशिप में हैं तो हर बार खर्चे का बोझ किसी एक को ही नहीं उठाना चाहिए.
बातचीत में शामिल ना करना-
अगर आपका पार्टनर आपको हर बातचीत में शामिल नहीं करता है तो आपको कभी-कभी अकेलापन भी महसूस हो सकता है. कभी-कभी ये चल सकता है लेकिन हर बार उनकी ये आदत दिल को बुरी लग सकती है. अगर ज्यादातर बातचीत उन पर शुरू होकर और उनके पर ही खत्म होती है और आप उस बातचीत का हिस्सा नहीं बन पाते हैं तो जान लीजिए आपका इस्तेमाल दिल हल्का करने के लिए किया जा रहा है.
थैंक्यू बोलने से परहेज-
रिलेशनशिप को पूरी ईमानदारी से निभाने के बदले आपको कोई सराहना ना मिलती हो तो बुरा लगना स्वाभाविक है. आप चाहे कुछ भी करें लेकिन पार्टनर आपको कभी थैंक्यू ना बोलता हो तो ये किसी भी रिश्ते के लिए बहुत जहरीला होता है. रिश्ते में दोनों लोगों का आभार जाताना जरूरी होता है. एक-दूसरे को थैंक्यू बोलने से बातें आसानी से सुलझ जाती हैं.
भावनात्मक जरूरतें पूरी ना होना-
एक रिश्ते में जब दो लोग होते हैं तो एक-दूसरे के भावनात्मक जरूरतों का ख्याल रखते हैं. लेकिन अगर रिश्ते में केवल आप ही ऐसा कर रहे हैं और पार्टनर की तरफ से आपको ऐसा नहीं मिल रहा है तो समझ जाइए कि इस रिश्ते में आप अकेले ही हैं.
 

लड़की को इम्प्रेस करने की कर रहे हैं कोशिश, तो भूलकर भी न करें ये काम

लड़की को इम्प्रेस करने की कर रहे हैं कोशिश, तो भूलकर भी न करें ये काम

रिलेशनशिप बनाना आसान है लेकिन उससे पहले एक दूसरे को जानना बहुत मुश्किल है। किसी भी स्ट्रॉन्ग रिश्ते में बंधने के लिए एक दूसरे को जानना बेहद जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं होता तो रिश्ता खराब होने लगता है। कई बार रिश्ता खराब होने की वजह आपकी आदतें बनती हैं। रिश्ते की शुरूआत प्रपोजल से होती है और अगर ऐसे में प्रपोजल से पहले ही आपको रिजेक्ट कर दिया जाए तो आप क्या करेंगे। ऐसे में आज हम बता रहे हैं लड़कियों को लड़के की कौन सी आदतें पसंद नहीं होती। ऐसे में लड़की को इम्प्रेस करने से पहले उन्हें इन आदतों को छोड़ने की जरूरत होती है।
1) नशा
अक्सर लड़के सिगरेट या फिर शराब के आदि हो जाते हैं। ऐसे में लड़कियों को लड़कों की ये आदत पसंद नहीं आती और वह आपसे दूरी बनाना शुरू कर देती हैं। आपकी ये आदत आपके रिश्ते को शुरू होने से पहले ही खत्म कर देती है।

2) लेंग्वेज
लड़कों की ये आदत होती है कि वह कई बार गलत शब्दों का चुनाव करते हैं। बात बात पर गाली देना या अपशब्द कहना लड़कियों को पसंद नहीं आता। ऐसे में अपनी भाषा का सही चुनाव करने की जरूरत होती है।

3) गंदगी फैलाना
अगर आप किसी ऐसी लड़की को पसंद करते हैं जो साफ सफाई से रहना चाहती है तो आपको खुद में बदलाव करने होंगे। अगर आप साफ-सफाई पर ध्यान देने वाले व्यक्ति नहीं हैं तो ये परेशानी का सबब बन सकता है।
4) गुस्से में रहना
कई लड़कों का टेम्पर हमेशा काफी ज्यादा हाई रहता है, ऐसे में वह हर किसी से झगड़ा करने लगते हैं। कई लड़के तो मारपीट करने तक उतर आते हैं। अगर आप बात बात पर ऐसा करते हैं तो संभल जाएं क्योंकि हो सकता है कि आपकी पार्टनर को आपकी ये आदत पसंद न आए।

5) रोक टोक करना
अगर आप लड़की को इम्प्रेस करना चाहते हैं तो आपको इस बात पर ध्यान देना होगा। अगर आपकी आदत है रोकटोक करने की तो इस आदत को छोड़ना होगा।

 

अब खुद-ब-खुद डिलीट हो जाएंगे सारे फालतू Emails, बस करना होगा ये काम

अब खुद-ब-खुद डिलीट हो जाएंगे सारे फालतू Emails, बस करना होगा ये काम

दिनभर में हमारे पास ढेरों ऐसे ईमेल आते हैं, जो हमारे किसी काम के नहीं रहते, ये फालतू ईमेल आपका जीमेल स्टोरेज को भर देते हैं। अगर आपका इनबॉक्स भी फालतू ईमेल से भर गया है तो अब टेंशन मत लीजिए। आज हम आपको एक ऐसी ट्रिक बताने जा रहे हैं, जिससे सारे फालतू ईमेल डिलीट खुद डिलीट हो जाएंगे और आपका अलग से इन्हें डिलीट करने में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा।
आपको जानकर हैरानी होगी कि जीमेल आपके फालतू ईमेल खुद-ब-खुद डिलीट कर सकता है। ये ट्रिक ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित होगी जिन्होंने कई दिनों तक इनबॉक्स चेक नहीं करते। बता दें कि गूगल आपको केवल 15GB का फ्री स्पेस देता है, जो कि सभी गूगल अकाउंट के लिए है, जिसमें जीमेल, ड्राइव, फोटो और बहुत कुछ शामिल है।
एक बार फ्री क्लाउड स्टोरेज स्पेस भर जाने के बाद, यूजर्स को 100GB के लिए सालाना 1100 रुपये का भुगतान करना होता है। जो लोग इस पर पैसा खर्च नहीं करना चाहते हैं, उन्हें आने वाली तस्वीरों, ईमेल और फाइलों के लिए जगह बनाने के लिए अपना कुछ डेटा डिलीट करना होगा। वैसे, फालतू फोटो-वीडियो को आसानी से हटाने के कई तरीके हैं, लेकिन यहां हम देखेंगे कि आपका जीमेल उन ईमेल को ऑटोमैटिकली कैसे डिलीट करता है, जो आपके किसी काम के नहीं है। चलिए शुरू करते हैं...
जीमेल के इस कमाल के फीचर का नाम 'Filters for Auto-Deletion' है, जो न सिर्फ आसानी से सुलभ है बल्कि इसे यूज करना भी आसान है। ये वास्तव में वही काम करता है जो आप चाहते हैं। चलिए बताते हैं इसे यूज करने का तरीका...
स्टेप 1: अपने पीसी या लैपटॉप पर जीमेल खोलें।
स्टेप 2: सर्च बार में, आपको एक फिल्टर आइकन दिखाई देगा। बस उस पर टैप करें।
(नोट: यदि आइकन आपको दिखाई नहीं दे रहा है, तो ये आपको सेटिंग सेक्शन के 'Filters and blocked addresses' टैब में भी मिल जाएगा। इसके बाद, आपको बस 'Create a new filter' बटन पर टैप करना होगा।)
स्टेप 3: आप देखेंगे कि टॉप पर 'From' लिखा है। बस उन ईमेल का नाम या ईमेल एड्रेस दर्ज करें जो महत्वपूर्ण नहीं हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप Zomato, Voot, Quora, Facebook, LinkedIn जैसी सर्विसेस से ईमेल नहीं चाहते हैं, तो आप बस उनकी ईमेल आईडी दर्ज कर सकते हैं।
(नोट: ईमेल आईडी दर्ज करना हमेशा एक नाम से बेहतर होता है क्योंकि यदि आपके किसी ईमेल में वही नाम है, तो जीमेल उसे भी हटा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि जीमेल स्पेसिफिक सेंडर के ईमेल को हटा दे, तो फुल ईमेल आईडी दर्ज करें।)
स्टेप 4: एक बार ऐसा करने के बाद, बस 'Create filter' पर क्लिक करें और फिर 'Delete it' चुनें।
स्टेप 5: इसके बाद आपको बस फिर से 'Create filter' पर क्लिक करना है। बस अब आपका काम हो गया।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यह फीचर आपके सभी पुराने ईमेल को नहीं हटाती है बल्कि आने वाले सभी ईमेल के लिए है। एक बार जब आप एक फ़िल्टर बना लेते हैं, तो आपका जीमेल उसे अपने आप डिलीट कर देगा। आप अपने द्वारा बनाए गए फ़िल्टर को कभी भी हटा सकते हैं। इसके लिए बस सेटिंग्स> फिल्टर्स और ब्लॉक्ड एड्रेस पर जाएं। यहां आप फ़िल्टर एडिट या डिलीट पाएंगे। यह तरीका सुनिश्चित करेगा कि आपका जीमेल हमेशा क्लीन रहे।
जीमेल: पुराने ईमेल कैसे डिलीट करें?
आपको इसे मैन्युअल रूप से करना होगा। लेकिन, चिंता न करें, एक ही बार में अधिकांश ईमेल को हटाने का एक आसान तरीका है। आपको बस सर्च बार में नाम या ईमेल एड्रेस दर्ज करना होगा और जीमेल आपके मिले सभी ईमेल दिखाएगा। इसके बाद, बस टॉप पर स्थित 'All' बटन का चयन करें और डिलीट आइकन पर क्लिक करें। यह आपको स्विगी, ज़ोमैटो और अन्य प्लेटफ़ॉर्म जैसी सर्विसेस से प्राप्त सैकड़ों ईमेल को डिलीट करने में मदद करेगा।
 

लैपटॉप का सही उपयोग न करना बढ़ा सकता है कई परेशानियां

लैपटॉप का सही उपयोग न करना बढ़ा सकता है कई परेशानियां

अगर आप दिन भर अपना सारा समय और यहां तक कि खाली समय भी लैपटॉप पर काम करते हुए बिताते हैं? तो डॉक्टरों ने इसके घातक परिणाम होने की चेतावनी दी है। ऐसा माना जाता है कि कम आवृत्ति वाला चुंबकीय क्षेत्र जैसे कि परंपरागत कंप्यूटर मॉनीटर और लैपटॉप के बायोलॉजिकल प्रभाव होते है। जो कि विकसित होते ऊतकों को प्रभावित करती है।


साथ ही इससे जन्मदोष, कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ जैसी समस्याएं होती है। यह न्यूरोलॉजिकल फंक्शन में भी बदलाव कर देते है। हालांकि इसकी कोई प्रमाणिकता नहीं है कि कम आवृत्ति वाले चुंबकीय क्षेत्र के विकिरण की वजह से कैंसर होता है। कुछ वैज्ञानिकों को संदेह है कि यह टी-लिंफोसाइट को सही करने की क्षमता को बिगाड़ देता है, जो कि कैंसर से लडऩे में सहायक होती है।


हालांकि डॉक्टरों ने इस बात को खारिज किया है कि ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि रोजमर्रा लैपटॉप इस्तेमाल करने वालों पर इसका बायोलॉजिकल प्रभाव पड़ता है। स्क्रीन से एक बांह की दूरी रखें। ऐसे में अगर आपको मॉनिटर देखने में दिक्कत आ रही है, तो टेक्स्ट साइज बढ़ाएं। इसके अलावा मॉनिटर के किनारों और पीछे से चार फीट की दूरी रखें। जिससे विद्युत चुंबकीय तरंगों का प्रभाव ज्यादा नहीं पड़ेगा।
अगर आप गर्भवती है या गर्भधारण करने की कोशिश कर रही है

तो कुछ सावधानियां बरते। कंप्यूटर पर कम समय व्यतीत करें और जहां तक संभव हो लैपटॉप को अपनी गोद में न रखें। लैपटॉप में काम करने के दौरान आपके हाथों को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता। ज्यादा टाइपिंग करने की वजह से मीडिएन नर्व में रेपिटेटिव स्ट्रेस इंजरी (आरएसआई) हो जाती है जिससे 'कारपल टनल सिंड्रोमÓ हो सकता है।


इसकी वजह से अंगुलियों में दर्द और कंपन होता है। इससे अंगुलियों में सुन्न, दर्द, हाथ की मजबूती में कमी, किसी वस्तु को पकडऩे में दिक्कत और कई अन्य मोटर स्किल को करने में परेशानी होती है। जब टाइप कर रहे हो तो आपके हाथों की स्थिति ठीक होनी चाहिए। अंगुलियां से कोहनी तक एक सीध में होनी चाहिए। कलाई किनारे की तरफ नहीं मुडऩी चाहिए। अपने कंधों और हाथों को गर्म रखें। स्क्रीन का एंगल आपके लाइन ऑफ विजन से 90 डिग्री का होना चाहिए।लैपटॉप को किताबों के ऊपर या लैपटॉप स्टैंड पर रखना चाहिए।
 

घर की साफ-सफाई करते समय भूल से भी न करें ये गलतियां, हो सकता है भारी नुकसान

घर की साफ-सफाई करते समय भूल से भी न करें ये गलतियां, हो सकता है भारी नुकसान

कई लोग अपने घर के हर एक कोने को साफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं, फिर भी घर की सफाई के दौरान अनजाने में कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जिनकी वजह से मेहनत से की गई सफाई पर पानी फिर सकता है। आइए आज हम आपको ऐसी ही कुछ सामान्य गलतियों के बारे में बताते हैं ताकि आप अपने घर की सफाई करते समय इनसे बच सकें। 

गंदे क्लीनिंग टूल्स का इस्तेमाल करना

आमतौर पर लोग अपने घर की सफाई के लिए पोछा, ब्रश और माइक्रोफाइबर कपड़ा आदि चीजों का इस्तेमाल करते हैं। शायद आप भी करते होंगे, लेकिन क्या जानते हैं कि गंदे क्लीनिंग टूल्स के इस्तेमाल से आप अपने घर को और भी ज्यादा गंदा कर रहे हैं क्योंकि इस तरह कीटाणु एक स्थान से दूसरी जगह पर फैल जाते हैं। इसलिए रोजाना इन्हें भी साफ करें। इसके लिए आप गर्म पानी और एंटी-बैक्टीरियल क्लीनिंग सॉल्यूशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

सिंक में काफी देर तक गंदे बर्तनों का रहना

अगर काफी देर तक गंदे बर्तनों को सिंक में छोड़ देते हैं तो आप ऐसा करना सबसे बड़ी गलती है। दरअसल, बर्तन जितनी देर तक सिंक में रहेंगे, उन पर उतने ही ज्यादा कीटाणु जमा होने लगेंगे। इसके अलावा, सिंक में कभी भी बचे हुए खाने के साथ प्लेट न रखें क्योंकि इससे भी सिंक में कीटाणु के बढऩे की संभावना अधिक हो जाती है। इसलिए जब सिंक में गंदे बर्तन दिखें तो उन्हें तुरंत धो दें। 

क्लीनिंग प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करना

अगर आप क्लीनिंग प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके घर की चीजों को साफ करने की बजाय उन्हें तेजी से खराब कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप कपड़े धोने के लिए अधिक डिटर्जेंट पाउडर का इस्तेमाल करते हैं तो इससे न सिर्फ अधिक पानी की जरूरत पड़ेगी और कपड़ों की कोमलता भी खराब होने लगेगी। इसी तरह अधिक फर्श क्लीनर के इस्तेमाल से फर्श की चमक भी खोने लगेगी। 

क्लीनिंग प्रो़क्ट्स को व्यवस्थित करके न रखना

अगर आप केमिकल युक्त क्लीनर प्रोडक्ट्स को घर में किसी भी जगह पर रख देते हैं तो इन प्रोडक्ट्स को स्टोर करने का यह तरीका स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है, खासकर छोटे बच्चों और पालतू जानवरों के लिए। अगर आपको क्लीनर प्रोडक्ट्स स्टोर करके रखने ही है तो आप उनको रखने के लिए घर की किसी ऐसी जगह का चुनाव करें जहां छोटे बच्चे और पालतू जानवर न पहुंच पाएं। 

जो इन बातों पर नहीं देते हैं ध्यान, उन्हें बर्बाद होने से कोई नहीं रोक सकता है

जो इन बातों पर नहीं देते हैं ध्यान, उन्हें बर्बाद होने से कोई नहीं रोक सकता है

चाणक्य नीति कहती है कि संबंधों के मामले में व्यक्ति को बहुत ही सजग और सावधान रहना चाहिए. चाणक्य के अनुसार जो अपने आसपास के लोगों को पहचानने की क्षमता नहीं रखता है, या फिर इस पर ध्यान नहीं देता है, उसे बर्बाद होने से कोई नहीं रोक सकता है.

चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है. चाणक्य ने अपने ज्ञान और अनुभव से जो भी कुछ जाना और समझा उसे अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में दर्ज किया है. आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक है. चाणक्य नीति व्यक्ति को सफलता के लिए प्रेरित करती है. मनुष्य के जीवन में आने वाले सुख- दुख के कारणों के बारे में बताती है. यही कारण है आज भी बड़ी संख्या में लोग चाणक्य नीति का अध्ययन करते हैं और अपने जीवन को बेहतर बनाते हैं. 

चाणक्य नीति कहती है कि मनुष्य को कुछ मामलों में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए. यदि इन मामलों में सावधानी नहीं रखते हैं तो नुकसान होना सुनश्चित है. आप भी इन बातों को जान लें-

स्वार्थी लोगों से सदैव सावधान रहें- 

चाणक्य नीति कहती है कि स्वार्थी व्यक्ति से सदैव सावधान रहना चाहिए. स्वार्थी व्यक्ति हमेशा अपने लाभ के बारे में सोचता है. स्वार्थी व्यक्ति अपने हितों के अतिरिक्त किसी के भी हितों की चिंता नहीं करता है. स्वार्थी व्यक्ति अपने लाभ के बारे में विचार करता रहता है. चाणक्य के अनुसार जीवन में ऐसे लोगों से बचकर रहना चाहिए. इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए. क्योंकि मौका मिलते ही ऐसे लोग अपने लाभ के लिए कभी भी धोखा दे सकते हैं.

क्रोध करने वाले से दूर रहें- 

चाणक्य नीति कहती है कि क्रोध करने वाले और शस्त्र रखने वाले व्यक्ति से हमेशा सावधान रहना चाहिए. जो लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं उन्हें कभी कभी भंयकर मुसीबतों का सामना करना पड़ जाता है. 

मुख पर प्रशंसा करने वालों से बचकर रहें- 

चाणक्य नीति कहती है कि जो लोग सदैव आपके मुख पर प्रशंसा करते रहते हैं. ऐसे लोगों से बचकर रहें. ये अपने हितों को ध्यान में रखकर ऐसा करते हैं. चाणक्य नीति के अनुसार मुख पर प्रशंसा करें और पीठ पीछे जो बुराई करे, ऐसे लोग भरोसे के लायक नहीं होते हैं. ऐसे लोगों को कभी भी शुभचिंतक समझने की भूल नहीं करनी चाहिए.

 

नए साल में छुट्टियों के साथ मिल रहा है वीकेंड का कांबो, यहां लिस्ट देखकर बना सकते हैं छुट्टियों का लंबा प्लान

नए साल में छुट्टियों के साथ मिल रहा है वीकेंड का कांबो, यहां लिस्ट देखकर बना सकते हैं छुट्टियों का लंबा प्लान

नई दिल्ली, नया साल शुरू होने में अब एक सप्ताह ही शेष है। ऐसे में आपके दिमाग में यह तो जरूर चल रहा होगा कि नए साल की जनवरी से लेकर दिसबंर तक आपको कब-कब छुट्टियों का मौका मिलेगा और ऐसी छुट्टियां कौन सी हैं, जहां वीकेंड का कांबो मिलेगा, जिससे आप लंबा हॉलीडे प्लान कर पाएं। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से नए साल की छुट्टियों को लेकर जारी की गई सूची पर नजर डालना जरूरी है।
2022 में केंद्रीय कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती, क्रिसमस समेत कुल 14 छुट्टियां मिलने वाली हैं। इसके अलावा 14 छुट्टियों की सूची में केंद्रीय कर्मचारी तीन को वैकल्पिक छुट्टी के रूप में भी चुन सकते हैं। सरकार की ओर से इस बार रामनवमी व होली को वैकल्पिक छुट्टियों की सूची में रखा गया है। 12 वैकल्पिक छुट्टियां दी गई हैं।
मार्च-अप्रैल में बच्चों की परीक्षाएं भी लगभग खत्म हो जाती हैं। ऐसे में अगर आज परिवार के साथ छुट्टी मनाने के बारे में सोच रहे हैं तो मार्च-अप्रैल से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। दरअसल, इस महीने में आपको छुट्टियों के साथ वीकेंड का कांबो भी मिल रहा है। इस बार होली 18 मार्च को है। इसके बाद अगले दो दिन शनिवार व रविवार है, यानी वीकेंड। ऐसे में आप पूरे तीन दिन की छुट्टी प्लान कर सकते हैं। इसके अलावा अप्रैल में भी कुछ ऐसा ही मौका मिल सकता है। 14 अप्रैल को महावीर जयंती, बैसाखी व डॉ. आंबेडकर की जयंती है। 15 अप्रैल को गुड फ्राइडे है, इसके बाद दो दिन का वीकेंड। तीन मई को अगर ईद पड़ती है तो ऐसा ही हॉलीडे कांबो आपको फिर से मिल सकता है।
इस महीने छुट्टी ली तो जमकर करेंगे मजे
अगस्त-सितंबर में भी आप बेहतरीन योजना बना सकते हैं। छह व सात अगस्त को शनिवार व रविवार है। इसके बाद आठ अगस्त को मुहर्रम व 11 अगस्त को रक्षाबंधन है। ऐसे में आप लंबा हॉलीडे मना सकते हैं। अगर, इससे भी लंबा हॉली डे प्लान कर रहे हैं तो 11 अगस्त को रक्षाबंधन के बाद शनिवार व रविवार पड़ रहा है। और तो और 15 अगस्त को गणतंत्र दिवस है ही।
 

क्या आप जानते हैं सर्दियों में जम जाती है सिलेंडर में गैस, तो काम आएंगे ये टिप्स

क्या आप जानते हैं सर्दियों में जम जाती है सिलेंडर में गैस, तो काम आएंगे ये टिप्स

सर्दियों के मौसम में अक्सर घर की महिलाएं यह शिकायत करती हैं कि सिलेंडर में गैस जमने की वजह से वह जल्दी खत्म हो जाती है। जिसकी वजह से उनका महीने का बजट बिगड़ने लगता है। अगर आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है तो ये कुछ बेहतरीन किचन टिप्स एंड हैक्स अपनाकर आप इस समस्या को हल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
सिलेंडर में गैस जमने पर अपनाएं ये उपाय-
गर्म पानी-
सिलेंडर में गैस जमने पर आप सबसे पहले तीन से चार लीटर पानी को किसी बड़े से बर्तन में उलटकर सिलेंडर को उस पानी में रखकर इस्तेमाल कर लें। ऐसा करनेसे जमी हुई गैस मूल रूप में आ जाती है।
सिलेंडर व्हील का करें इस्तेमाल-
कई बार जमीन ठंडी होने की वजह से भी सिलेंडर में गैस जम जाती है। ऐसे में सिलेंडर व्हील जिसे सिलेंडर ट्राली के नाम से भी जाना जाता है आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। सिलेंडर व्हील का इस्तेमाल करने से फर्श पर सिलेंडर के दाग भी नहीं लगते हैं।
बोरी-
सिलेंडर गैस को जमने से बचाने के लिए आप प्लास्टिक की बोरी की जगह जूट की बोरी का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए एक से दो जूट की बोरी को सिलेंडर के नीचे अच्छे से फैला दें। बता दें, जूट सिलेंडर को गर्म रखने में मदद करती है। आप चाहे तों सिलेंडर को एक से दो बोरो में लपेटकर भी रख सकती हैं।
धूप में रखें
अगर सर्दियों में बार-बार सिलेंडर में गैस जम जाती है, तो इस परेशानी को दूर करने के लिए आप सिलेंडर को कुछ देर के लिए धूप में रख दें। ऐसा करने से जमी हुई गैस सामान्य रूप में आ जाती है।
 

क्या आप जानते हैं नमक के ये उपयोग, जो आपके काम को आसान बना सकते हैं

क्या आप जानते हैं नमक के ये उपयोग, जो आपके काम को आसान बना सकते हैं

नमक सभी घरों में उपलब्ध होने वाली एक आम चीज है और हम सभी इसकी उपयोगिता भी जानते हैं। नमक के बिना खाना स्वादहीन हो जाता है। हालांकि केवल रसोई ही नहीं बल्कि इसेक अलावा भी रोजाना के कई कामों में नमक का इस्तेमाल बेहद फायदेमंद हो सकता है। नमक एक बेहतरीन घरेलू उपाय के रुप में इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे आपकी दैनिक समस्याएं सुलजाई जा सकती हैं। ये घरेलू समस्याएं रसोईघर, सिंक, वाशरूम या ड्रेसिंग टेबल आदि की सफाई करने से भी जुड़ी हो सकती हैं। इसलिए, आइए जानते हैं कि आप नमक का इस्तेमाल कुछ कामों को आसान बनाने के लिए कैसे कर सकते हैं।

फलों को सडऩे से बचाने के लिए:
नमक फलों को सडऩे से बचाने के लिए लाभकारी उपाय है। फलों को छिलने के बाद ये कालो पडऩे लगते हैं। इसलिए इन पर आप थोड़ा नमक छिड़ककर इन्हें बचा सकते हैं। फलों को खाने के समय पर इन्हें धोकर इनका सेवन करें।
हाथों की गंध के लिए:
बहुत से लोग हाथों से आने वाली गंध से परेशान होते है। यदि आपके हाथों से प्याज और लहसुन की गंध नहीं निकल रही है, तो आप नमक का इस्तेमाल करें। सिरका और नमक को मिलाएं। इस मिश्रण को अपने हाथों पर रब करें। इससे गंध निकल जाएगी।
सिंक को साफ करने के लिए:
अगर सिंक से जिद्दी दाग निकल नहीं रहे हैं तो इसे साफ करने के लिए थोड़े गर्म पानी में नमक मिलाएं। इस पानी को सिंक में डालें। इससे तेल आदि के दाग साफ हो जाएंगे।
कपड़ों से दाग हटाने के लिए:
अगर आपकी किसी पसंदीदा ड्रेस पर दाग लग गया है तो चिंता ना करें। आप आसानी से दाग को हटाने के लिए नमक का उपयोग कर सकते हैं। एक घंटे के लिए नमक के पानी में अपनी ड्रेस को भिगोएं। इसके अलावा, यह आपके कपड़ों के फीके के रंग को भी फिर से ब्राइट करता है।
त्वचा को एक्सफोलिएट करने के लिए:
नमक त्वचा को एक्सफोलिएट करने में मदद करता है। एक कटोरे में थोड़ा नमक और नींबू का रस लेकर मिलाएं। इसमें थोड़ा शहद मिलाएं। धीरे-धीरे अपनी त्वचा पर रब करें। इससे त्वचा के रोमछिद्रों को खोलने और साफ करने में मदद मिलेगी और त्वचा में रक्त का संचार बेहतर होगा।
क्या आप भी करते हैं बस में लंबा सफ़र, तो अपनाइए ये तरीके, सफ़र के दौरान मिलेगा बहुंत आराम

क्या आप भी करते हैं बस में लंबा सफ़र, तो अपनाइए ये तरीके, सफ़र के दौरान मिलेगा बहुंत आराम

 कहीं जाने के लिए बस से लंबा सफर करना आसान बात नहीं है क्योंकि इस दौरान एक छोटी सी गलती मुसीबत का कारण बन सकती है। आप चाहें अपने परिवार के साथ प्राइवेट बस में यात्रा करें या फिर अकेले किसी लोकल बस में, आपके लिए यह यात्रा आरामदायक होनी चाहिए। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी लंबी बस यात्रा को अपने लिए सुविधाजनक और आरामदायक बना सकते हैं। 

आरामदायक कपड़े पहनें और नेक पिलो को अपने पास रखें
बस यात्रा के लिए हमेशा आरामदायक कपड़े चुनें। उदाहरण के लिए अभी ठंड का मौसम है तो बस यात्रा के लिए ट्रेक सूट या जेब वाली ढीली पैंट के साथ गर्म टी शर्ट और गर्म जैकेट आदि पहनें। वहीं, अपने पास टोपी और स्कॉर्फ जैसी चीजों को भी रखें। इसके अतिरिक्त, अपने साथ नेक पिलो ले जाना न भूलें। बता दें कि नेक पिलो यू आकार का होता है, जो सिर और गले को आरामदायक स्थिति में रखता है। 
स्नैक्स और हेडफोन को साथ ले जाना न भूलें
भले ही आप अपने परिवार के साथ बस यात्रा करें या अकेले अपने बेग में स्नैक्स के तौर पर कुछ चीजें रखें। हम जानते हैं कि यात्रा के दौरान कई बस स्टॉप आते हैं, लेकिन बाहर का खाना स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है, इसलिए बस यात्रा के दौरान अपने पास कुछ न कुछ स्वास्थ्यवर्धक खाने-पीने की चीजें जरूर रखेँ। वहीं, अगर आप अकेले बस यात्रा कर रहे हैं तो अपने पास एक हेडफोन या फिर ईयरफोन जरूर रखें। 
एंटी-बैक्टीरियल वाइप्स आदि अपने पास रखें और समय-समय पर अपने शरीर को स्ट्रेच करें
जब भी आप बस से यात्रा करने जा रहे हो तब अपने ट्रेवलिंग बैग में एंटी-बैक्टीरियल वाइप्स और सैनिटाइजर आदि चीजें जरूर रखें क्योंकि यात्रा के दौरान में हाइजीन का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके अतिरिक्त, अगर आप बस स्टॉप पर बस से उतरना पसंद नहीं करते हैं तो बस में रहकर ही अपने हाथों और पैरों को स्ट्रेच करते रहें ताकि आप अकडऩ और दर्द जैसी समस्याओं से बचे रहें। 
अपनी कीमती चीजों को ध्यान से अपने पास रखें
आप चाहें बस में यात्रा करें या फिर ट्रेन आदि में अपनी कीमती चीजों को सुरक्षित और ध्यान से रखें। खासकर अगर आप अपने हेडफोन, स्मार्टफोन और अधिक पैसों के साथ बस यात्रा कर रहे हैं तो इन चीजों का ध्यान रखें और पैसों को एक जगह रखने से बचें उदाहरण के लिए अगर आप ज्यादा पैसों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो कुछ पैसे अपनी जेब में तो कुछ पैसे अपने ट्रेवलिंग बैग में रखें। 
 
रोजाना सुबह के समय करें ये एक्सरसाइज, मिलेंगे कई स्वास्थ्य लाभ

रोजाना सुबह के समय करें ये एक्सरसाइज, मिलेंगे कई स्वास्थ्य लाभ

कई अध्ययनों में इस बात का जिक्र मिलता है कि सुबह के समय की गई एक्सरसाइज के कारण व्यक्ति खुद को तरोताजा और ऊर्जा से भरपूर महसूस करता है। वहीं, विशेषज्ञों के मानें तो सुबह के समय एक्सरसाइज करने से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी कई तरह के लाभ मिलते हैं। आइए आज हम आपको कुछ आसान मॉर्निंग एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं, जो आपको कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकती हैं। 

कैट कैमल स्ट्रेच एक्सरसाइज
इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले एक्सरसाइज मैट पर घुटनों को टेक के अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख लें। अब सांस लेते हुए कमर को नीचे की ओर करें और गर्दन को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस अवस्था में बने रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर करें और गर्दन को नीचे की ओर झुकाएं। एक से दो मिनट तक इस एक्सरसाइज को इसी तरह दोहराते रहें, फिर धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। 
पैदल चलना
नियमित रूप से कुछ मिनट पार्क या फिर गलियों में पैदल चलना विभिन्न स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है। इससे आपकी हड्डियों में मजबूती और मांसपेशियों में लचीलापन आ सकता है। वहीं, हृदय को स्वस्थ रखने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी यह काफी मददगार है। अगर आप नियमित रूप से अपनी गति में वृद्धि करते है तो ही आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आप दौडऩा शुरू कर दें। 
लंज एक्सरसाइज
सबसे पहले जमीन पर सीधे खड़े होकर अपने दाएं पैर को आगे बढ़ाएं और उसको घुटनों से मोड़ते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं। अब बायां पैर पीछे के ओर सीधा करें और दोनों पैरों के बीच में कम से कम दो-तीन फीट की दूरी कायम करें। कुछ सेकेंड इसी स्थिति में रहने के बाद खुद को ऊपर की ओर उछालें। इससे आप प्रारंभिक स्थिति में आ जाएंगे। इसे रेप्स कहते हैं। इसी तरह दोनों पैर से 12-15 रेप्स करें। 
जंपिंग जैक एक्सरसाइज
जंपिंग जैक एक्सरसाइज करने के लिए सबसे पहले जमीन पर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं, फिर पैरों को अपने कूल्हों की चौड़ाई के बराबर खोलें। इसके बाद कूदें और इस दौरान अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर ले जाते हुए मिलाएं, फिर से कूंदें और अपनी बाजुओं को नीचे लाने के साथ ही पैरों को एक साथ चिपकाएं। कुछ सेकेंड के बाद आप अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं और इस क्रिया को बार-बार दोहराएं। 
 
क्या आप भी फेस ऑयल खरीदते समय सिर्फ कीमत पर देतें है ध्यान, गो हो जाइये सावधान, इस तरह से खरीदें और इस्तेमाल करें फेस ऑयल, मिलेगा फायदा

क्या आप भी फेस ऑयल खरीदते समय सिर्फ कीमत पर देतें है ध्यान, गो हो जाइये सावधान, इस तरह से खरीदें और इस्तेमाल करें फेस ऑयल, मिलेगा फायदा

अगर आप उन लोगों में से एक हैं, जो फेस ऑयल खरीदते समय सिर्फ कीमत पर ध्यान देते हैं तो यह आपकी सबसे बड़ी गलती है। दरअसल, फेस ऑयल खरीदते समय कीमत के साथ-साथ कुछ अन्य बातों का भी खास ध्यान रखना चाहिए ताकि खरीदे जाने वाले फेस ऑयल के इस्तेमाल से चेहरे पर कोई नकारात्मक असर न पड़े। चलिए फिर आज हम आपको बताते हैं कि एक सही फेस ऑयल खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। 

फेस ऑयल क्या है?
फेस ऑयल को विशेष रूप से चेहरे के लिए बनाया गया है। इसके इस्तेमाल से चेहरे को भरपूर नमी के साथ ही कई तरह के पोषक तत्व मिल सकते हैं, जिसके कारण चेहरा स्वस्थ और चमकदार नजर आता है। वहीं, यह एक बेहतरीन मेकअप बेस की तरह भी काम करता है। हालांकि, ये फायदे तभी मिल सकते हैं, जब आप अपनी त्वचा की जरूरत को ध्यान में रखते हुए फेस ऑयल का इस्तेमाल करें। 
 
चयन
अपनी त्वचा के प्रकार पर दें ध्यान
फेस ऑयल का चयन करते समय को हमेशा अपने त्वचा के प्रकार का ध्यान रखना चाहिए। अगर आपकी त्वचा रूखे प्रकार की है तो आपके लिए विटामिन युक्त फेस ऑयल का इस्तेमाल करना बेहतरीन है। वहीं, तैलीय त्वचा के लिए नॉन ग्रेसी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध फेस ऑयल फायदेमंद है। मिश्रित त्वचा वाले एंटी-ऑक्सीडेंट गुण वाला फेस ऑयल चुनें और संवेदनशील त्वचा वाले लोग टी ट्री ऑयल और एलोवेरा जैसी सामग्रियों से युक्त फेस ऑयल खरीदें। 
 
इस्तेमाल
फेस ऑयल का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
अगर आपने अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार फेस ऑयल खरीद लिया है और उसका पहली बार इस्तेमाल करने वाले हैं तो दिन में एक बार ही इसे चेहरे पर लगाएं। अगर आपको कुछ दिनों तक फेस ऑयल के इस्तेमाल से कोई समस्या न हो तो फिर दिन में दो बार फेस ऑयल का इस्तेमाल करना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त, महिलाएं चाहें तो मेकअप से पहले भी फेस ऑयल का इस्तेमाल प्राइमर के रूप में कर सकते हैं। 
 
फायदे
तरह-तरह के फेस ऑयल और उनके फायदे
1) जोजोबा ऑयल: यह फेस ऑयल विटामिन-श्व से युक्त होता है, जो त्वचा के तैलीय प्रभाव को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
2) आर्गन ऑयल: यह फेस ऑयल संवेदनशील त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
3) एवोकाडो ऑयल: इस ऑयल में मॉइश्चराइजिंग और हाइड्रेटिंग गुण मौजूद होते हैं।
4) गुलाब ऑयल: यह फेस ऑयल एंटी-एजिंग फॉर्मूला से समृद्ध होता है, जो बढ़ती उम्र के असर को बेसर कर सकता है। 
 
युवावस्था में की गई गलतियां जीवन भर परेशान करती हैं, बचने के लिए इन बातों का रखाना होगा  ध्यान

युवावस्था में की गई गलतियां जीवन भर परेशान करती हैं, बचने के लिए इन बातों का रखाना होगा ध्यान

चाणक्य नीति के अनुसार युवाओं के लिए युवावस्था बहुत ही अहम मानी गई है. ये जीवन की वही अवस्था होती है जिसमें करियर की दशा और दिशा तय होती है. इसलिए आचार्य चाणक्य ने युवावस्था को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया है. चाणक्य के अनुसार जो युवा उम्र के इस पड़ाव में आकर सर्तक और गंभीर हो जाते हैं, वे जीवन में अपार सफलता प्राप्त करते हैं. ऐसे लोगों को आगे चलकर पद, प्रतिष्ठा और धन की देवी लक्ष्मी जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.
वहीं जो युवा, युवावस्था में लक्ष्य से भटक कर गलत आदतों को अपना लेते हैं, वे अपने मकसद से तो भटकते ही हैं, साथ ही साथ मानसिक तनाव, अवसाद और दूसरों की निंदा के भी पात्र भी बनते हैं. इसलिए युवावस्था में गलत कार्य, गलत आदतों से बचना चाहिए. इनका त्याग करना चाहिए. युवावस्था में चाणक्य की इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
आत्मविश्वास पैदा करें-
चाणक्य नीति कहती है कि किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए आत्मविश्चास सबसे जरूरी है. जिन लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है, वे कितने ही प्रतिभाशाली और योग्य क्यों न हों सफलता से दूर ही रहते हैं. आत्मविश्वास ज्ञान, अनुभव और संस्कारों से पैदा होता है. इसलिए इन्हे पाने के लिए जीवन में सदैव गंभीर रहना चाहिए.
अनुशासन-
चाणक्य नीति कहती है कि युवावस्था में अनुशासन का विशेष महत्व है. अनुशासन जीने की कला को सीखाता है. जिसके जीवन में अनुशासन नहीं है, उसका जीवन आगे चलकर कष्टों से भर जाता है. युवावस्था में कठोर अनुशासन का पालन करना चाहिए. प्रत्येक कार्यों को समय पर पूर्ण करने की आदत डालनी चाहिए. जो अनुशासन से ही संभव है. जीवन में बड़े लक्ष्य को पाने में अनुशासन की आदत बड़ा योगदान प्रदान करती है.
नशा कभी न करें-
चाणक्य नीति कहती है कि ये जीवन अनमोल है. इसका महत्व पहचानो. युवावस्था में गलत आदतें भी जल्द आकर्षित करती हैं. इसमें से एक नशा भी है. नशा एक ऐसी चीज है जो तन,मन और धन को बर्बाद करती है. इससे हर कीमत पर बचना चाहिए. नशा करने वाले स्वयं का तो नाश करते ही हैं साथ ही साथ अपनों को भी दुख और कष्ट में डालते हैं.

 

टिकटॉक स्टार सोफिय़ा अंसारी ने बोल्ड फिगर से मचाया तहलका, तस्वीरे हुई वायरल ...

टिकटॉक स्टार सोफिय़ा अंसारी ने बोल्ड फिगर से मचाया तहलका, तस्वीरे हुई वायरल ...

सोफिय़ा अंसारी अपनी बोल्ड और सेक्सी फोटोज के लिए अक्सर चर्चा में भी रहती हैं। अक्सर अपनी सेक्सी फोटोज सोशल में शेयर करती रहती है जो शेयर करते ही वायरल हो जाती है।
सोफिय़ा अंसारी सोशल मीडिया पर भी अपनी जिंदगी से जुड़ी चीजें अपने फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं। आपको बता दूं वो सिंगल हैं, ना उनकी शादी हुई है और न ही कोई बॉयफ्रेंड है।


आज तक किसी के साथ सुनने में भी नही आया की वो या उन्हें कोई डेट कर रहा है। टिकटॉक स्टार सोफिय़ा अंसारी के सोशल मीडिया पर 2.9 एम फॉलोवर्स हैं।


सोफिया अंसारी सबसे प्रसिद्ध भारतीय सोशल मीडिया सितारों में से एक है। सोफिया अंसारी टिक्कॉक और इंस्टाग्राम पर अपने डांस मूव्स, शॉर्ट वीडियो और क्लिप के लिए जानी जाती हैं। एमएक्स टकाटक, स्नैपचैट और फेसबुक पर भी उनके बहुत बड़े प्रशंसक हैं। टिकटोक पर सोफिया अंसारी के 56 लाख से ज्यादा फैन हैं।

 


सोफिया को उनके प्यारे लुक्स, प्यारी मुस्कान, स्टाइल और हॉट पर्सनालिटी के लिए जाना जाता है।
उनका जन्म 30 अप्रैल 1996 को सूरत, गुजरात में हुआ था। सोफिया टिकटॉक पर लिप-सिंक करने वाले वीडियो की वजह से वायरल हो गई थी। 2020 में टिकटॉक पर बैन लगने के बाद उन्होंने यूट्यूब चैनल पर वीडियो बनाना शुरू कर दिया। यूट्यूब पर उनके 158 हजार सब्सक्राइबर हैं।
वह यूट्यूब पर व्लॉग और ज्यादातर शॉर्ट वीडियो अपलोड करती हैं। सोफिया अब एमएक्स टका तक ऐप पर भी वीडियो पोस्ट करती हैं जो खूब वायरल होता है और इंस्टाग्राम पर उनके 4.7 मिलियन फॉलोअर्स हैं। मार्च में, उनका एक वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हुआ, जिससे उनकी फैन फॉलोइंग तेजी से बढ़ गई।

 


वह किसी के साथ रिलेशनशिप में रहने की बजाय अपने करियर पर पूरा फोकस करती हैं। वह खुशी से सिंगल है और अपना जीवन पूरी तरह से जी रही है।
 

भूलकर भी इन रत्नों को एक साथ न पहने, कम होने की जगह बढ़ जाएंगी परेशानियां

भूलकर भी इन रत्नों को एक साथ न पहने, कम होने की जगह बढ़ जाएंगी परेशानियां

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार रत्न धारण करने से ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम होता है। हर ग्रह के अलग रत्न होते हैं। जातक की कुंडली पर विचार कर रत्न धारण किए जाते हैं। कुछ रत्न ऐसे भी होते हैं, जिन्हें एक साथ नहीं पहनना चाहिए। इन रत्नों को एक साथ पहनने से परेशानियां कम होने की जगह बढ़ सकती हैं। अगर कुछ रत्नों को साथ में पहन लिया तो व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। 

आइए जानते हैं किन रत्नों को साथ नहीं पहनना चाहिए।

मोती के साथ हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम न पहने

अगर किसी व्यक्ति ने मोती पहन रखा है तो उस व्यक्ति को हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम धारण नहीं करना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार चंद्रमा के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए मोती धारण किया जाता है। मोती के साथ हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम पहनने से मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।

पन्ना के साथ पुखराज, मूंगा और मोती न पहने

अगर किसी व्यक्ति ने पन्ना धारण कर रखा है तो उस व्यक्ति को पुखराज, मूंगा और मोती नहीं पहनना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पन्ना बुध ग्रह का रत्न होता है। इसे पहनने से बुध का अशुभ प्रभाव कम होता है। पन्ना के साथ पुखराज, मूंगा और मोती धारण करने से धन- हानि हो सकती है।

लहसुनिया के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती न पहने

अगर किसी व्यक्ति ने लहसुनिया धारण कर रखा है तो उस व्यक्ति को  माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती नहीं पहनना चाहिए। लहसुनिया के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती धारण करने से जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

नीलम के साथ माणिक्य, मूंगा, मोती और पुखराज न पहने

नीलम शनि ग्रह का रत्न है। अगर किसी व्यक्ति ने नीलम धारण कर रखा है तो उसे माणिक्य, मूंगा, मोती और पुखराज नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करने से विपरित प्रभाव पड़ सकता है।

 

(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

 

सर्दी की छुट्टियों में यात्रा के दौरान इन चीजों को अपने साथ ले जाना न भूलें

सर्दी की छुट्टियों में यात्रा के दौरान इन चीजों को अपने साथ ले जाना न भूलें

सर्दियों की छुट्टियां बहुत ही मजेदार होती हैं. सर्दियों के मौसम में लोग अक्सर बाहर घूमने जाने का प्लान बनाते हैं. लेकिन ये ध्यान रखना जरूरी है कि सर्दियों में छुट्टियों के लिए केवल गर्म कपड़ों की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि इसके लिए और भी चीजों जरूरत होती है.
अगर आप सर्दियों में घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो आप कौन सी चीजें जरूर साथ ले जानी चाहिए आइए जानें.
विंटर आउटिंग के लिए ये चीजें न ले जाना भूलें
हेड कैप्स और स्कार्फ
सर्दियों की छुट्टियों के दौरान, स्कार्फ और टोपी एक आवश्यकता बन जाती है, जो हमें सर्द हवाओं से बचाती है और हम दिन का आनंद ले पाते हैं. सर्दियों से बचाव के लिए केवल जैकेट की काफी नहीं है. स्कार्फ और हेड कैप आपके सिर, गर्दन और गले को ठंड से बचाते हैं. इसलिए सर्दियों की छुट्टियों के लिए ये वस्तुएं जरूरी है.
आरामदायक जूते
भले ही फुटवियर के लिए बहुत सारे आकर्षक विकल्प हैं, लेकिन यात्रा पर अपने साथ कम्फर्टेबल शूज ले जाना जरूरी है. अच्छी क्वालिटी के जूते ले जाना आपकी पैकिंग का जरूरी हिस्सा हैं.
जुराबें और दस्ताने
सर्दियों की छुट्टियों के लिए पैकिंग करते समय हाथों और पैरों को अक्सर अनदेखा किया जाता है, जिसका आमतौर पर बाद में यात्रा के दौरान पछतावा होता है. जुराबें और दस्ताने हाथों और पैरों में ठंड से सुरक्षा प्रदान करते हैं, जिससे आप ठंड की चिंता किए बिना आनंद ले सकते हैं. इसलिए इन्हें अपने अन्य आवश्यक सामानों के साथ पैक करना न भूलें.
थर्मल
थर्मल किसी भी ठंड के मौसम के रोमांच के लिए जरूरी हैं. अच्छी क्वालिटी के थर्मल गारमेंट कैरी करने से आप गर्म रहेंगे और आपको ज्यादा ठंड का अहसास नहीं होगा. उच्च तापमान पर, थर्मल आपके शरीर को गर्म रखने में मदद करते हैं. सुनिश्चित करें कि आपके थर्मल पूरे शरीर को ढक रहे हैं.
स्वेटर और जैकेट
स्वेटर और जैकेट आपकी सर्दियों की यात्रा के लिए जरूरी हैं. सुनिश्चित करें कि आपके सामान में अच्छी क्वालिटी वाले स्वेटर और कोट हैं.
लाइट बैकपैक
अपनी यात्रा के लिए बैकपैक या अच्छी क्वालिटी वाले सूटकेस का चयन करना जरूरी है. ये आरामदायक और हल्का होना चाहिए. ये आपकी सभी चीजों को एक छोटी सी जगह में फिट करने में सक्षम होना चाहिए. ज्यादा सामान न लाएं. ट्रेकिंग एडवेंचर्स के लिए लाइट बैकपैक कैरी करना सबसे अच्छा काम करता है.
थर्मो फ्लास्क
पानी की बोतल या थर्मस फ्लास्क आपकी सर्दियों की छुट्टियों की पैकिंग लिस्ट में एक आवश्यक वस्तु है. गर्म पानी, चाय या कॉफी के लिए थर्मो फ्लास्क जरूरी है. अगर रास्ते में कोई दुकान नहीं हैं तो यात्रा पर अपने साथ पानी या कुछ गर्म ले जाना आवश्यक है.

 

लंबी तलाश के बाद भी नहीं मिल रहा जीवन साथी? कहीं वजह ये तो नहीं

लंबी तलाश के बाद भी नहीं मिल रहा जीवन साथी? कहीं वजह ये तो नहीं

कई बार ऐसा होता है कि शादी का मन है लेकिन कभी सही रिश्ते नहीं मिलते तो कभी रिश्ते मिलने के बाद असमंजस की स्थिति बनी रहती है. क्या आपको भी लाइफ पार्टनर नहीं मिल रहा? क्या आप भी अकेले जीवन जीने लगे हैं? यह कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनकी जद्दोजहद में न जाने आज कितने युवा घिरे हुए हैं. हालांकि, ऑनलाइन डेटिंग या मैट्रेमोनियल वेबसाइट के समय में जीवनसाथी को ढूंढना बहुत मुश्किल का काम नहीं है. लेकिन कई बार वहां भी पसंद के लोग नहीं मिलते हैं. ऐसे में उन लोगों को सबसे पहले यह समझने की बेहद जरूरत है क्या वह शादी के लिए तैयार हैं.

क्या आप शादी के लिए तैयार हैं?
पार्टनर के छोड़ जाने या ब्रेकअप से उबरने के लिए भी लोग शादी जैसे रास्ते को अपना ऑप्शन बनाते हैं, जो सरासर गलत है. उन लोगों का ऐसा मनाना है कि किसी तीसरे के आ जाने से उनका अकेलापन दूर हो जाएगा. ऐसे में अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं, तो सबसे पहले यह सवाल खुद से पूछिए क्या आप वाकई में शादी जैसा रिश्ता निभाने के लिए तैयार हैं?

जानें क्यों नहीं मिल रहा है लाइफ पार्टनर
माना जाता है कि कुछ ज्योतिषीय कारकों की वजह से भी शादी जैसे बंधन में देर होती है, लेकिन कभी-कभार आपका व्यवहार भी एक रिश्ते को निभाने के लिए बहुत मायने रखता है. कई बार न चाहते हुए भी हमारे अंदर की झिझक, मानसिक अवसाद या बात करने के तरीके से भी शादी जैसी बात बिगड़ जाती है.

आज भी लड़कियों के लिए सुंदरता एक बड़ा पैमाना
भले ही देश आज कितना भी आगे क्यों न बढ़ रहा हो, लेकिन घर की बहू के लिए उनके दिमाग में पहले से ही एक पैमाना सेट है. अगर लड़की सुंदर है तो उसे हर कोई अपने घर की बहू बनाना चाहेगा. वहीं सांवली लड़कियों को कई बार एक लंबी चेकलिस्ट से गुजरना पड़ता है. लड़कियां कितना भी आज आगे निकल चुकी हैं लेकिन उन्हें इन परेशानियों से गुजरना ही पड़ता है.

बार-बार रिजेक्शन
शादी जैसे रिश्ते में बार-बार होने वाला रिजेक्शन भी हमारे अंदर के आत्मविश्वास को मारने में विशेष भूमिका निभाता है, जिसके कारण भी हम शादी जैसे बंधन में नहीं बंधना चाहते. ऐसे में अगर आप भी एक से दो बार इन चीजों को फेस कर चुके हैं, तो सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि आखिरकार ऐसे क्या कारण हैं, जिनकी वजह से आपको सामने वाला ठुकरा रहा है.


पैसों पर तो नहीं बिगड़ रही बात
कई बार रिश्ते में आपसी तालमेल तो बैठ जाता है, लेकिन जब लेन-देन यानी दहेज की बात आती है, तो चीजें खराब होने लगती हैं. ऐसे में अगर आप होने वाले पार्टनर को देखने या मिलने जा रहे हैं तो उससे पहले होने वाले लेन-देन, पसंद नापसंद को मालूम कर लें, क्योंकि आपका एक कदम किसी को बुरी तरह परेशान कर सकता है.