रायपुर: भारतीय जनता पार्टी रायपुर जिला ने रायपुर व बिरगांव नगर निगम में व्याप्त समस्याओं को लेकर आज 10 जोन और बीरगांव नगर निगम सहित 11 स्थानों पर घेराव किया।
पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश सरकार को परोसी हुई थाली मिली है । परंतु वह उसे भी खा नहीं पा रही और बगरा रही है। हमारे शासनकाल में आबंटित या पूरी हो चुकी योजनाएं चाहे वह अंतर राज्ययीय बस स्टैंड हो, मल्टीलेवल पार्किंग हो या अन्य योजनाएं हो उसका आधे अधूरे व्यवस्था के साथ उद्घाटन तो कर देती है पर अव्यवस्था के कारण जनता को उसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। पूरे शहर में सफाई व स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा चुकी है जिसका भुगतान कोरोना के बाद डेंगू के रूप में शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
भाजपा शहर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि यह सरकार हमारे आवेदन और निवेदन पर ही जनता को होने वाली असुविधा को देखते हुए अपने किए वादे पूरे कर देवे । संपत्ति कर आधा करना, पट्टा वितरण, हर घर स्वच्छ जल यह पाना जनता का हक है और इसे इस सरकार को पूरा करना होगा। आज सभी 10 जोन व बिरगांव में सरकार के विरोध में जनता एकजुट होकर बता रही है कि वह इस सरकार से त्रस्त है। और यदि शीघ्र सभी मांगें नहीं मानी गयी तो इस सरकार को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।
निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि महापौर की एकला चलो की नीति व मनमानी से शहर में अव्यवस्था का आलम है। वे शहर के किसी भी मामले में ना तो विपक्ष को विश्वास में लेकर चलते हैं ना उनके सुझाव को अमल में लाते हैं। उनकी इस हठ धर्मिता व अनुभव हीनता के कारण शहर का विकास सहीं दिशा में नहीं हो पा रहा है।
भाजपा ने ज्ञापन में गरीब वर्ग को पक्के मकान , बीएसयूपी व ईडब्ल्यूएस मकानों के आबंटन में हुए भारी भ्रष्टाचार, सर्व वृद्धा व विधवा पेंशन, पट्टा वितरण, प्रत्येक घरों में स्वच्छ जल, स्वास्थ्य व्यवस्था, कचरा मुक्त शहर, सफाई कर्मचारी उपस्थित में हो रही भारी भ्रष्टाचार, स्मार्ट सिटी के पैसे का दुरुपयोग, शहरी क्षेत्र में गोबर खरीदी बंद, प्रत्येक वार्ड में विकास कार्य सड़क, बिजली, पानी आदि विभिन्न समस्याओं को लेकर बिरगांव व रायपुर निगम कमिश्नर के नाम सभी 10 जोन कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा।
जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल में बताया कि मुख्य रुप से जिला प्रभारी खूबचंद पारख ने बीरगांव में, पूर्व विधायक नंदे साहू ने जोन क्रमांक 10 में, जिला महामंत्री ओंकार बैस ने जोन क्रमांक 7में , महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर ने जोन क्रमांक 4 में, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने जोन क्रमांक 5 में,बीरगांव नगर निगम में श्रीमती अम्बिका यदु , व जोन क्रमांक-01में श्रीमती चन्नी वर्मा , विनोद अग्रवाल , जोन क्रमांक-02 में सूर्यकांत राठौर ,जोन क्रमांक-03 में छगनलाल मूंदड़ा , संजय श्रीवास्तव , प्रमोद साहू ,जोन 4 में मनोज वर्मा, जोन क्रमांक-05 मृत्युंजय दुबे,जोन क्रमांक 06 सुभाष तिवारी , मोहन एंटी ,जोन क्रमांक-07,प्रफुल्ल विश्वकर्मा ,जोन क्रमांक-08 अशोक पांडये, लोकेश कावड़िया ,जोनक्रमांक-09, सच्चीदानंद उपासने जी,श्रीमती सीमा साहू ,जोन क्रमांक-10 गोविंदा गुप्ता के साथ प्रदर्शन में पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक पांडेय,जयंती पटेल,सत्यम दुबा, बजरंग खंडेलवाल, आशु चंद्रवंशी, श्यामा चक्रवर्ती, अमरजीत छाबड़ा, ललित जैसिंघ, रमेश मिर्घनी, जिला मंत्री खेम सेन, अकबर अली, गोपी साहू,राजीव मिश्रा, हरीश ठाकुर,राजीव चक्रवर्ती,राजेश पांडेय, रोहित साहू, राहुल राव,अर्पित सूर्यवंशी, श्रीमती मनीषा चंद्राकर , सावित्री जगत,किशोर महानंद,संजुनारायन ठाकुर, अमित मैसेरी,सचिन मेघानी,तुषार चोपड़ा,संजय तिवारी ,ज्ञानचंद चौधरी, दीना डोंगरे , वंदना राठौर , मीडिया प्रभारी राहुल राय,उत्कर्ष त्रिवेदी,मडल अध्यक्ष अनिल सोनकर,गोरेलाल नायक, अनूप खेलकर, हंसराज विश्वकर्मा, सालिक सिंह ठाकुर, अभिषेक तिवारी, महेश शर्मा, प्रवीण कुमार देवड़ा, मुकेश पंजवानी, भूपेंद्र ठाकुर, प्रीतम ठाकुर, बी.निवास राव, होरीलाल देवांगन, जीतेन्द्र धुरंदर, ओमप्रकाश साहू, रविन्द्र सिंह ठाकुर, मोर्चा पदाधिकारीगण बजरंग ध्रुव, महादेव नायक, जसपाल सिंग रंधावा, गज्जू साहू, अमित शुक्ला, सचिन सिंघल, पुष्पेन्द्र उपाध्याय, राजेश गुप्ता, राजेश देवांगन, नीलम सिंह, पहलाद जलक्षत्री ,श्रीमती स्वप्निल मिश्रा,भूपेंद्र डागा सहित जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, पार्षद गण, मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व संयोजक के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता व आम नागरिकों ने में भाग लिया।
रायपुर: कांग्रेस की सरकार के मध्यप्रदेश, राजस्थान और पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी उथल-पुठोल शुरू हो गयी है। राज्य में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के कयासों पर विराम लगाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार का शुक्रवार को दूसरा दिल्ली दौरा होने की संभावना है। मुख्यमंत्री बघेल दौरे पर कांग्रेस आलाकमान से मुलाक़ात करेंगे। इसके बाद एक बार फिर कयास के दौर शुरू हो गए हैं। कहा जा रहा है मंत्रिमंडल के गठन को लेकर आलाकमान से मुख्यमंत्री चर्चा करेंगे।
बताया जा रहा है कि इस बीच राजधानी रायपुर के सर्किट हाउस में 10 से ज्यादा कांग्रेस विधायकों की बैठक गुरुवार को हुई। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार इस बैठक में विधायकगण बृहस्पत सिंह, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरुषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल, रश्मि सिंह समेत अन्य विधायक शामिल हुए । मीटिंग के बाद सभी विधायक सीएम हाउस के लिए रवाना हुए है ।
रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कांग्रेस की अंतरकलह सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के विधायकों को दिल्ली तलब किया है। इसके लिए कुछ विधायक रात 8:20 की फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे। वहीं, खबर यह भी है कि कुछ विधायक देर रात 9 बजे की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
उल्लेखनीय है कि मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि पीएल पुनिया के कहने पर मैं दिल्ली में रुका था। उन्होंने कहा कि ढाई-ढाई साल की बात पार्टी ने कभी नहीं कही, पार्टी जिम्मेदारी तय करती है, जो हम निभाते हैं। ‘टीम में खेलने वाला हर खिलाड़ी कप्तान बनना चाहता है। कोई पद फिक्स नहीं रहता, सालों तक भी पद पर रह सकता है।
नाराजगी को लेकर मंत्री सिंहदेव ने कहा कि विवाद तो भाई-भाई के बीच भी होता है। लोगों के बीच स्वच्छ प्रतिस्पर्धाएं होती है। मुख्यमंत्री बनने की इच्छा के सवाल पर बोले जो पार्टी हाईकमान बोले वो करूंगा।
छत्तीसगढ़ में चल रहे सियासी घमासान पर कल तक कांग्रेस आलाकमान का बड़ा फैसला आ सकता है। कांग्रेस आला कमान ने प्रदेश के सभी पार्टी विधायको को दिल्ली बुलाया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कल सुबह दिल्ली जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पहले से ही दिल्ली में जमे हुए हैं। आज उन्होंने कहा, टीम का हर खिलाड़ी कप्तान बनने की सोचता है। लेकिन सवाल उसकी सोच का नहीं क्षमता का है। फैसला हाईकमान लेगा।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज दिल्ली में प्रेस से चर्चा में कहा, "पार्टी ने 2.5 साल के फॉर्मूले पर कभी बात नहीं की। यह सिर्फ एक मीडिया कयास था कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुने जाने पर क्या ऐसा कोई फॉर्मूला बनता है। हाईकमान पार्टी में लोगों की भूमिका तय करता है और हम उन जिम्मेदारियों को निभाते हैं। सिंहदेव ने कहा, अगर कोई व्यक्ति किसी टीम में खेलता है तो क्या वह कप्तान बनने के बारे में नहीं सोचता? क्या आप नहीं बनना चाहेंगे? हर कोई उसके बारे में सोचता है लेकिन सवाल उसकी सोच का नहीं, उसकी क्षमताओं का है। हाईकमान लेता है फैसला।' सिंहदेव के इस बयान से सत्ता संघर्ष की तस्वीर कुछ-कुछ साफ होने लगी है।
इधर रायपुर में भी राजनीतिक सक्रियता बढ़ गई है। बताया जा रहा है, मुख्यमंत्री के पास कल की बैठक का बुलावा आ गया है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के भी दिल्ली से बुलावा आने की चर्चा है। मरकाम आज मरहवाही के दौरे पर थे। कल कोटा और पंडरिया में उनका कार्यक्रम तय है, लेकिन अब इसमें परिवर्तन हो सकता है। पार्टी के सभी विधायक दिल्ली जाने वाले हैं। करीब 16 लोग आज जा रहे हैं। शेष विधायक-मंत्री कल जाएंगे। बताया जा रहा है, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस बैठक की अध्यक्षता कर सकती हैं। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया भी इसमें शामिल होंगे। कांग्रेस पार्टी और सरकार की पूरी नजर इस बैठक पर टिकी है।
आज इनके जाने की सूचना
अभी तक की सूचना के मुताबिक शाम 5 बजे की उड़ान से बृहस्पत सिंह, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल और शकुन्तला साहू दिल्ली रवाना हुए हैं। इसी उड़ान से मंत्री अमरजीत भगत भी गए हैं।
दिग्विजय सिंह की भी भूमिका
बताया जा रहा है कि इस विवाद के समाधान में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी बड़ी भूमिका हो सकती है। शीर्ष नेतृत्व उनसे इस संबंध में सलाह-मशवरा कर रहा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेतृत्व की मौजूदा पीढ़ी में अधिकतर लोग दिग्विजय सिंह के करीबी हैं। उनको प्रदेश की राजनीतिक समझ भी अधिक है। उनसे मिलकर समाधान की ओर ले जाने की कोशिश हो रही है।
दिल्ली में नेताओं का जमावड़ा
इस बीच दिल्ली में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू 18 अगस्त से ही दिल्ली में जमे हुए हैं। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत आज शाम को दिल्ली जा रहे हैं। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए। राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम भी कल दिल्ली पहुंच रही हैं। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत 28 अगस्त को दिल्ली जा रहे हैं। हालांकि सभी दिल्ली जाने की अलग-अलग वजह बता रहे हैं।
मुख्यमंत्री निवास पहुंचे भूपेश समर्थक विधायक
बताया जा रहा है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेमे के दर्जन भर विधायक मुख्यमंत्री निवास पहुंचे हैं। विधायक चंद्रदेव राय के जन्मदिन के बहाने रायपुर सर्किट हाउस जुटे विधायक थोड़ी देर की चर्चा के बाद सीएम हाउस गए। इनमें बृहस्पत सिंह, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल ,गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरुषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल, रश्मि सिंह आदि शामिल थे।
रायपुर। राजधानी रायपुर में भाजपा ने नगर निगम के 10 ज़ोन कार्यालयों का घेराव शुरू कर दिया है। विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा यह घेराव कर रही है।
भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता रायपुर और बिरगांव नगर निगम की समस्याओं को लेकर ये घेराव कर रहे हैं। राजधानी रायपुर में भाजपा कार्यकर्ता जोन 2 के घेराव के लिए पहुंचे हैं। भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान वितरण की मांग कर रहे हैं।
भैयाथान: सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष मोतीलाल पैकरा के नेतृत्व में भैयाथान प्रतापपुर मार्ग डोना में बेरी कटिंग कर 4 घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद कर दी और धरने पर बैठ गए। एडिशनल एसपी हरीश राठौर के आश्वासन पर चक्का जाम किया। इस बीच काफी संख्या में ग्रामीण व पुलिस बल तैनात थे।
जिला अध्यक्ष मोतीलाल पैकरा ने बताया कि बीते 1 जुलाई के शाम को भैयाथान से प्रतापपुर की ओर जा रही सफेद रंग की जेस्टा कार क्रमांक 64 पृष्ट 3218 ने विपरीत दिशा में जाकर रोड के किनारे बैठे दवना निवासी शिवबालक पैकरा व भैया लाल पैकरा अपनी साइकिल खड़ा कर बैठे थे। कुछ देर बाद महेंद्र कुमार अपने मोटरसाइकिल से उन्हीं लोगों के साथ बैठ गया व इनको बैठा देख कपिल देव पैकरा, शिवबालक पैकरा भी इन लोगों के साथ बैठ गया। तभी अनियंत्रित कार ने इनको अपनी चपेट में ले लिया जिससे शिव बालक पैकरा की मौके पर ही मौत हो गई व ग्राम के भैयालाल पैकरा, महेंद्र कुमार पैकरा को गंभीर चोट आया था, वही कपिल पैकरा को मामूली चोट आई थी। सड़क किनारे खड़ी साइकिल व मोटर साइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गई।
उक्त घटना में पूर्व थाना प्रभारी चित्रलेखा साहू व अन्य पुलिसकर्मियों की ओर से लूटपाट व डकैती का मामला बनाकर 3 लड़कों को जेल भेज दिया गया है व घटना में चोटिल महेंद्र पैकरा के भाई देवी चरण के खिलाफ भी मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। जिसका उच्च स्तरीय टीम बनाकर जांच करने की मांग की जा रही है। वह दोषियों पर एफ आई आर दर्ज कर 15 बिंदुओं पर जांच करने की मांग भी शामिल है तथा घटना से क्षतिग्रस्त वाहन की राशि दिलाने की मांग को लेकर चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया गया। जैसे ही इसकी सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को मिली तो एडिशनल एसपी हरीश राठौर मौके पर पहुंच ग्रामीणों से कहा कि जो भी आप लोगों की जायज मांग है, उसे जांच कराकर पूरा किया जाएगा। जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्यवाही की जाएगी। उनके आश्वासन के बाद चक्का जाम व धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।
धरना प्रदर्शन में जिला महासचिव बृजमोहन सिंह गोंड, संदीप कुशवाहा, सीताराम भास्कर, रंजीत पनिका, सुजान दिन, अंकुर सिंहा, वीरेंद्र बुनकर, अनीता पैकरा, रजनी बिंद, नरेश पैकरा, महेश्वर पैकरा, संतोष गुप्ता सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे, तो दूसरी ओर भैयाथान थाना प्रभारी बसंत खलखो, भटगांव थाना प्रभारी, चेंद्रा चौकी प्रभारी, करंजी चौकी प्रभारी सहित काफी संख्या में पुलिस बल तैनात थी।
चंडीगढ़। पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और कुछ अन्य नेताओं के खुले तौर पर कैप्टन को हटाए जाने की मांग उठाए जाने के बाद एक बार फिर पंजाब की राजनीति में भूचाल आ गया है।
मंगलवार को उठे इस सियासी तूफान के बाद अब पंजाब के कुछ विधायकों ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का रुख किया है। क्योंकि राज्य प्रभारी हरीश रावत इस समय देहरादून में हैं।
बता दें कि इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनने के बाद यह माना जा रहा था कि पार्टी के सभी अंदरूनी विवाद शांत हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू खेमे के बीच चिंगारी और भड़क गई है।
खुले तौर पर कैप्टन को हटाए जाने की मांग उठाई गई
कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने मंगलवार को अपने आवास पर कैप्टन अमरिंदर सिंह विरोधी कांग्रेस नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस दौरान खुले तौर पर कैप्टन को हटाए जाने की मांग उठाई गई थी। जिसके बाद सभी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की थी।
मौजूदा हालात के बारे में हाईकमान को जानकारी देंगे सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू ने तृप्त बाजवा और बाकी विधायकों से बात करने के बाद कहा था कि वे पार्टी में जारी मौजूदा हालात के बारे में पार्टी हाईकमान को जानकारी देंगे। वहीं पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने बताया कि कैप्टन और सिद्धू के बीच अब कोई विवाद नहीं है। पार्टी में जो भी हालात अब पैदा हए हैं, उसके बारे में वे सारी जानकारी हाईकमान को देंगे। रावत ने बताया कि पंजाब कांग्रेस के कुछ विधायक उनसे मिलने देहरादून पहुंच रहे हैं। विधायक जो कुछ बताएंगे, उसकी पूरी सूचना हाईकमान तक पहुंचाई जाएगी।
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल रहे। बैठक खत्म होने के बाद बाहर प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, किसी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है।
मीडिया ने ढाई साल के कार्यकाल के फार्मूले पर जब सवाल पूछा, तो जवाब में पुनिया ने दो टूक कहा कि, ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई है। राहुल गांधी के साथ बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश प्रभारी पुनिया, भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव एक साथ बाहर निकले। मुख्यमंत्री बघेल ने सिर्फ इतना कहा कि छत्तीसगढ़ की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई है। वहीं पुनिया ने कहा कि, राज्य के पांचों संभागों के हालातों पर चर्चा की गई। आने वाले चुनाव की तैयारियों से जुड़े मुद्दों पर भी रायशुमारी की गई है। मीडिया ने पुनिया से पूछा कि, ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर क्या चर्चा की गई? क्या राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर बातचीत हुई है? इस पर पुनिया ने दो टूक कहा कि, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।
लगता है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी जाने की टेंशन में हैं। ममता बनर्जी ने चुनाव आय़ोग से कहा कि वो राज्य में अब उपचुनाव कराए। ममता बनर्जी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को अपना वोट देने का अधिकार है और विधानसभा में चुने जाने का अधिकार है। चुनाव आय़ोग को उप चुनाव का ऐलान करना चाहिए। लोगों को लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित नहीं करना चाहिए।'
यहां बता दें कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से सहयोगी से प्रतिद्वंद्वी बने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी मामूली अंतर से हार हुई थी। हार के बाद भी वह मुख्यमंत्री बनी थीं। ऐसे में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें नियुक्ति के छह महीने (जो नवंबर है) के भीतर जनता द्वारा चुने जाने की आवश्यकता है। बता दें कि तृणमूल ने मई में 294 सदस्यीय विधानसभा में 213 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार का गठन किया है।
दरअसल, संविधान के आर्टिकल 164 (4) के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति विधायक या सांसद नहीं है और वह मंत्रिपद पर आसीन होता है तो उसके लिए छह महीने में विधानसभा या विधानपरिषद या संसद के दोनों सदनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना अनिवार्य है। अगर मंत्री ऐसा नहीं कर पाता है तो छह महीने बाद वह पद पर नहीं बना रह सकता। ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए 8 नवंबर तक विधायक बनना होगा।
तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के चुनाव आयोग मुख्यालय में जाकर उपचुनाव कराने की मांग पहले ही की थी। पार्टी ने कोलकाता में सीईओ के कार्यालय का भी दौरा किया था। इधर टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने कहा है कि टीएमसी 26 अगस्त को अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में भाग लेगी। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 26 अगस्त को संसद में विभिन्न दलों के नेताओं को अफगानिस्तान के घटनाक्रम से अवगत कराएंगे। ये बैठक सुबह 11 बजे संसद भवन एनेक्सी में होगी।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मचे आपसी कलह को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कांग्रेस हाईकमान से मिलेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल दिल्ली जा रहे हैं। दोनों राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया भी होंगे।
पिछले महीने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विधायक बृहस्पत सिंह की ओर से टीएस सिंहदेव पर लगाए गए आरोपों के बाद छत्तीसगढ़ में सत्ता के दो केंद्रों के बीच दूरी दिखने लगी है। इन आरोपों से सिंहदेव इतने आहत हुए थे कि उन्होंने आरोपों के संबंध में सरकार की ओर से सफाई आए बिना विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। बाद में बृहस्पत सिंह ने आरोपों के लिए सदन में माफी मांगी और सरकार की ओर से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, सिंहदेव पर लगाए गए आरोप निराधार थे। उसके बाद ही सिंहदेव वापस लौटे। उसके बाद सिंहदेव दिल्ली जाकर अपनी बात रख आए थे। बताया जा रहा है, राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को बुलाकर आमने-सामने बात करने का फैसला किया है। इसके तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। इस विवाद से बढ़ी खाई भरे माहौल में दोनों नेताओं की यह राहुल गांधी से पहली मुलाकात होगी। इस मुलाकात से क्या निकलता है, इस पर सभी की निगाह है।
राजीव भवन के उद्घाटन में शक्ति प्रदर्शन
सत्ताधारी कांग्रेस के शक्ति केंद्रों में टकराव अब सभी को दिखने लगा है। अम्बिकापुर में जिला कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के उद्घाटन के दौरान ये साफ दिखा। सरगुजा के प्रभारी मंत्री के तौर पर लोकार्पण के लिए संगठन ने प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत को भेजा। टीएस सिंहदेव के समर्थकों ने वहां राजीव भवन का फीता पहले ही कटवा दिया।
ढाई-ढाई साल के CM की चर्चा खत्म नहीं
विवाद मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के समझौते को लेकर भी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दोनों ऐसे किसी समझौते से फिलहाल इंकार कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा राजनीतिक दांव-पेंच से ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की चर्चा को बल मिल रहा है।
नई दिल्ली। भाजपा अल्प संख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित रविवार देर रात की गई, जिसमें 42 अल्प संख्यक नेताओं को जगह मिली है। इस सूची में छत्तीसगढ़ भाजपा से नजमा अजीम खान और बर्नार्ड जोसफ को भी जगह मिली है।
रायपुर, प्रदेश में धर्मांतरण के नाम पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि, आदिवासी बहुल क्षेत्र में जनता से पूरी तरह नकारे जाने के बाद भाजपा अपनी बांटने-काटने की पुरानी नीति को आजमाने का कुत्सित प्रयास कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में दबाव पूर्वक धर्मांतरण का एक भी मामला,शिकायत दर्ज नही है। जबरिया धर्मांतरण के संदर्भ में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण से पूर्व ही कानून प्रभावशील है, भूपेश सरकार जबरिया धर्मांतरण के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने प्रतिबद्ध है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, संवेदनशील भूपेश सरकार में कानून का राज है। प्रदेश भाजपा मुद्दा विहीन हो चली है। भाजपाई, सत्ता लोलुपता में अमन-चैन, भाईचारे के प्रदेश को धर्मांतरण के नाम पर झूठ बोल सामाजिक समरसता बिगाड़ना चाहती हैं।
तिवारी ने कहा कि, भाजपा रमन सिंह के 15 साल के कुशासन में भाजपाई न केवल आदिवासी जनता से वादाखिलाफी करते रहे बल्कि पत्थलगढी जैसे सामाजिक, सांस्कृतिक परंपरा को भी रमन सरकार के इशारे पर धर्मांतरण से जोड़कर कुचला गया। पांचवी अनुसूची के क्षेत्रों में संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों से वंचित किया जाता रहा। सारकेगुडा, एडसमेटा, पेद्दागेलूर के फर्जी एनकाउंटर, मीना खालको और मडकम हिडमे के प्रकरण रमन सरकार के प्रशासनिक आतंकवाद और बर्बरता के प्रमाण है। ढाई वर्षो में कांग्रेस भूपेश सरकार के जनहितकारी फैसलों ने प्रदेश भाजपाइयों की नींद उड़ा दी है, मुद्दा विहीन हो चुके भाजपाई इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे है।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने शुक्रवार को राजधानी को दी गईं सौग़ातों को अपनी उपलब्धि बताकर झूठी वाहवाही बटोरने में लगीं प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है उन्होंने पूछा कि कांग्रेस ने अपने आधे से ज्यादा कार्यकाल में राजधानी समेत प्रदेश को विकास के नाम पर क्या दिया है?
विकास के नए काम करना तो दूर की बात है ये सरकार भाजपा द्वारा किये गए कार्यो के मेटेंनस में भी फिसड्डी साबित हुई है।
श्री मूणत ने कहा स्काई वाक पर सरकार फैसला क्यों नही ले सकी। अगर उन्हें उसका उपयोग बदलना था तो आखिर 3 साल से क्या कर रहे है? फलस्वरूप आज पूरा स्काई वाक जंग खा रहा है।
8 करोड़ से ज्यादा के लिफ्ट और एसकेलेटर भी सरकार ने सड़ा दिए।सरकार पूरे प्रदेश में इनका इस्तेमाल कही भी कर सकती थी लेकिन विकास इनकी सोच में ही नही है,न ही जनता की मेहनत की कमाई का मोल कांग्रेस समझती है।
श्री मूणत ने कहा की भव्य मंत्रालय से पपडिया निकल रही है,विश्व मे छतीसगढ़ का नाम ऊँचा करने वाले स्टेडियम धूल खा रहे है।
बढ़ते ट्रैफिक से निजात दिलाने व राजधानी को एक बड़े शहर का स्वरूप देने राजधानी के चारो तरफ ,फाफाडीह ,रामनगर कोटा में अंडरब्रिज और फ्लाईओवर का निर्माण चल रहा था,ये सरकार टाटीबंध के फ्लाईओवर की मॉनिटरिंग तक नही कर पा रही।
3 वर्षो से सारे कार्य कांग्रेस सरकार ने ठप्प कर दिये,सरकार के अपने खाते में क्या है?
श्री मूणत ने पूछा कि क्या रायपुर सहित प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को कामो पर अड़ंगे लगाने बहुमत दिया था? सरकार ने अपने कार्यकाल में एक बूढ़ातालाब बनाया जिसमे लगाया 5 करोड़ का फुहवारा एक दिन चला उसके बाद से बंद है।
श्री मूणत ने कहा राज्य सरकार ने अपने दम पर तो कोई काम किया ही नही बल्कि केंद्र सरकार द्वारा जनता को मिलने वाली सौगातों में रोक लगाई है। प्रधानमंत्री आवास योजना के लगभग 5 लाख मकानों की राशि न देकर राज्य सरकार ने बता दिया है कि इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास का कोई काम ये नही करेंगे।सरकार का ध्यान सिर्फ शराब बेचने और उससे पैसे कमाने में है।विकास के लिए सरकार के पास कोई विज़न नही है।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री ने प्रदेश सरकार पर किसानों के हक़ के 36सौ करोड़ से ज्यादा रुपए प्रतिवर्ष छल-कपटपूर्वक दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रदेश सरकार स्व. राजीव गांधी के नाम पर न्याय योजना का ढिंढोरा पीटकर किसानों के साथ अन्याय कर रही है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस जब अपना घोषणा पत्र बना रही थी, तब धान का समर्थन मूल्य 1550 रुपए प्रति क्विंटल था जो पिछले तीन कृषि सत्रों में लगातार बढ़कर इस वर्ष 1940 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। इस प्रकार केंद्र सरकार ने प्रति क्विंटल 390 रुपए की जो राहत किसानों को प्रदान की, उस राशि का एक रुपए का लाभ भी प्रदेश सरकार ने किसानों को नहीं दिया। श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रतिवर्ष जितना धान ख़रीदा जा रहा है, उस हिसाब से छत्तीसगढ़ के किसानों के हक़ की 36सौ करोड़ रुपए से भी ज़्यादा यह राशि प्रदेश सरकार छल-कपट करके दबाकर बैठ गई है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है और केंद्र द्वारा बढ़ाई गई राशि का लाभ किसानों को नही दिया। अग्रवाल ने बारदाने के नाम पर भी किसानों को ठगे जाने पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि सरकार व्यापारियों, बाज़ार और अन्य ज़गहों से 54 और 27 रुपए की दर से दो श्रेणी के बारदाने ख़रीदती है, जबकि किसानों से बारदाना लेती है तो उसके एवज़ में उन्हें सिर्फ़ 15 रुपए ही देती है। यह बेहद शर्मनाक है कि आज भी किसानों से लिए गए लाखों बोरों का भुगतान बाकी है। सिंचाई के लिए स्थायी पम्पों के लगभग 35 हज़ार आवेदन पिछले कई महीनों से लम्बित पड़े हैं।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि किसानों की दिक़क़तों से बेख़बर इस सरकार ने किसानों को 440 वोल्ट का झ़का भी दिया है, क्योंकि 440 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता घट गई है, लो-वोल्टेज़ और अघोषित बिजली कटौती के कारण प्रदेश के किसान आंदोलित हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि यह प्रदेश सरकार घोर किसान विरोधी है जिसे न तो किसानों की परेशानियों से कोई सरोकार है और न ही खेती-किसानी के कामों में किसानों को हो रही दिक़्क़तों की कोई समझ है। छत्तीसगढ़ के कई इलाक़े आज अकाल की आशंका से सहमे हुए हैं और अगस्त माह समाप्त होने को है, लेकिन रोपा-बियासी के काम तक कई ज़गहों पर रुके पड़े हैं। लेकिन, प्रदेश सरकार इससे बेसुध अपनी सियासी नौटंकियों में लगी है। अकाल की आशंका के मद्देनज़र सरकार की कोई योजना व नीति अब तक सामने नहीं आई है। श्री अग्रवाल ने चुनौती दी कि सारी योजनाएँ किसानों के लिए होने के अगर प्रदेश सरकार के दावों में ज़रा भी सच्चाई होती तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश को इस सवाल का ज़वाब दें कि फिर प्रदेश के लगभग 440 किसानों ने कांग्रेस के शासनकाल में आत्महत्या क्यों की?
सोमनाथ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सोमनाथ, गुजरात में विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उद्घाटन की गई परियोजनाओं में सोमनाथ समुद्र दर्शन पथ, सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र और पुराने (जूना) सोमनाथ का पुनर्निर्मित मंदिर परिसर शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने पार्वती मंदिर की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर लाल कृष्ण आडवाणी, केन्द्रीय गृह मंत्री, केन्द्रीय पर्यटन मंत्री एवं गुजरात के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री उपस्थित थे।
दुनिया भर के श्रद्धालुओं को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने भारत के प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करने के लिये अदम्य इच्छाशक्ति दिखाई थी। सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर को स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र भावना से जोड़ा था। मोदी ने कहा, यह हमारा सौभाग्य है कि हम आजादी के 75वें वर्ष में सोमनाथ मंदिर को नई भव्यता प्रदान करने में सरदार साहब के प्रयासों को आगे बढ़ा रहे हैं।प्रधानमंत्री ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को याद किया, जिन्होंने विश्वनाथ से लेकर सोमनाथ तक कई मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि परंपरा और आधुनिकता का जो संगम उनके जीवन में था, आज देश उसे अपना आदर्श मानकर आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' और गुजरात के कच्छ के परिवर्तन जैसी पहलों को गुजरात ने बहुत नजदीक से देखा है, आधुनिकता को पर्यटन से जोडऩे का परिणाम देखा है। प्रधानमंत्री ने कहा, हर कालखंड की यह मांग रही है कि हम धार्मिक पर्यटन की दिशा में भी नई संभावनाओं को खोजें और लोकल अर्थव्यवस्था से तीर्थ यात्राओं का जो रिश्ता रहा है उसे और मजबूत करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये शिव ही हैं जो विनाश में भी विकास का बीज अंकुरित करते हैं, संहार में भी सृजन को जन्म देते हैं। शिव अविनाशी हैं, अव्यक्त हैं और अनादि हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, शिव में हमारी आस्था हमें समय की सीमाओं से परे हमारे अस्तित्व का बोध कराती है, हमें समय की चुनौतियों से जूझने की शक्ति देती है।
पवित्र मंदिर के इतिहास का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने स्मरण किया कि मंदिर को बार-बार तोड़ा गया, लेकिन हर हमले के बाद वह कैसे फिर उठ खड़ा हुआ। उन्होंने कहा, यह इस विश्वास का प्रतीक है कि असत्य कभी सत्य को पराजित नहीं कर सकता और आतंक कभी आस्था को कुचल नहीं सकता। उन्होंने कहा, जो तोडऩे वाली शक्तियां हैं, जो आतंक के बलबूते साम्राज्य खड़ा करने वाली सोच है, वह किसी कालखंड में कुछ समय के लिये भले हावी हो जाये, लेकिन उसका अस्तित्व कभी स्थायी नहीं होता, वह ज्यादा दिनों तक मानवता को दबाकर नहीं रख सकती। यह उस समय भी सत्य था, जब कुछ आक्रमणकारी सोमनाथ के मंदिर को तोड़ रहे थे और आज भी उतना ही सत्य है, जब ऐसी सोच दुनिया के सामने खतरा बनी हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण से लेकर उसका भव्य जीर्णोद्धार सदियों की दृढ़ इच्छाशक्ति और वैचारिक निरंतरता के कारण संभव हुआ है। राजेंद्र प्रसाद जी, सरदार पटेल और केएम मुंशी जैसे महापुरुषों को आजादी के बाद भी इस अभियान के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। लेकिन, अंतत: 1950 में सोमनाथ मंदिर आधुनिक भारत के दिव्य स्तंभ के रूप में स्थापित हो गया। देश कठिन समस्याओं के सौहार्दपूर्ण समाधान की ओर बढ़ रहा है। राम मंदिर के रूप में आधुनिक भारत की महिमा का एक उज्ज्वल स्तंभ बनकर सामने आ रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारी सोच इतिहास से सीखकर वर्तमान को सुधारने की होनी चाहिए, एक नया भविष्य बनाने की होनी चाहिए। उन्होंने 'भारत जोड़ो आंदोलनÓके अपने मंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि उसका भाव केवल भौगोलिक या वैचारिक जुड़ाव तक सीमित नहीं है बल्कि विचारों के संपर्क से भी है। प्रधानमंत्री ने कहा, ये भविष्य के भारत के निर्माण के लिए हमें हमारे अतीत से जोडऩे का भी संकल्प है। उन्होंने कहा, हमारे लिए इतिहास और धर्म का सार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। प्रधानमंत्री ने भारत की एकता को रेखांकित करने में विश्वास और विश्वास प्रणाली की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, 'पश्चिम में सोमनाथ और नागेश्वर से लेकर पूरब में बैद्यनाथ तक, उत्तर में बाबा केदारनाथ से लेकर दक्षिण में भारत के अंतिम छोर पर विराजमान रामेश्वर तक, ये 12 ज्योतिर्लिंग पूरे भारत को आपस में पिरोने का काम करते हैं। इसी तरह, हमारे चार धामों की व्यवस्था, हमारे शक्तिपीठों की संकल्पना, हमारे अलग अलग कोनों में अलग-अलग तीर्थों की स्थापना, हमारी आस्था की ये रूपरेखा वास्तव में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना की ही अभिव्यक्ति है।
राष्ट्र की एकता को मजबूत करने में आध्यात्मिकता की भूमिका का उल्लेख जारी रखते हुए, प्रधानमंत्री ने पर्यटन और आध्यात्मिक पर्यटन की राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय क्षमता का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि देश आधुनिक अवसंरचना का निर्माण कर प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित कर रहा है। उन्होंने रामायण सर्किट का उदाहरण दिया जो राम भक्तों को भगवान राम से संबंधित नए स्थानों से अवगत करा रहा है और उन्हें यह महसूस करा रहा है कि कैसे भगवान राम पूरे भारत के राम हैं। इसी तरह बुद्ध सर्किट दुनिया भर के भक्तों को सुविधाएं प्रदान करता है। प्रधानमंत्री ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय स्वदेश दर्शन योजना के तहत 15 विषयों पर पर्यटन सर्किट विकसित कर रहा है, जिससे उपेक्षित क्षेत्रों में पर्यटन के अवसर पैदा होंगे। केदारनाथ जैसे पहाड़ी इलाकों में विकास, चार धामों के लिए सुरंग और राजमार्ग, वैष्णव देवी में विकास कार्य, पूर्वोत्तर में हाई-टेक बुनियादी ढांचा दूरियां पाट रहे हैं। इसी तरह, 2014 में घोषित प्रसाद योजना के तहत 40 प्रमुख तीर्थ स्थलों का विकास किया जा रहा है, जिनमें से 15 पहले ही पूरे हो चुके हैं। गुजरात में 100 करोड़ रुपये से अधिक की तीन परियोजनाओं पर काम चल रहा है। तीर्थ स्थलों को जोडऩे पर ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश न केवल आम नागरिकों को पर्यटन के माध्यम से जोड़ रहा है बल्कि आगे भी बढ़ रहा है। देश, यात्रा और पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में 2013 के 65वें स्थान से 2019 में 34वें स्थान पर पहुंच गया है।
सोमनाथ प्रोमनेड को प्रसाद (पिलग्रिमेज रेजुवेनेशन एंड स्पिरिचुअल, हेरीटेज ऑगमेंटेशन ड्राइव) योजना के तहत 47 करोड़ रुपये से अधिक की कुल लागत से विकसित किया गया है। पर्यटक सुविधा केंद्र के परिसर में विकसित सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र, पुराने सोमनाथ मंदिर के खंडित हिस्सों और पुराने सोमनाथ की नागर शैली के मंदिर वास्तुकला वाली मूर्तियों को प्रदर्शित करता है।
पुराने (जूना) सोमनाथ के पुनर्निर्मित मंदिर परिसर को सोमनाथ ट्रस्ट द्वारा कुल 3.5 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पूरा किया गया है। इस मंदिर को अहिल्याबाई मंदिर के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसे इंदौर की रानी अहिल्याबाई द्वारा बनाया गया था। रानी अहिल्याबाई ने पुराने मंदिर को जीर्ण शीर्ण अवस्था में पाने के बाद नया निर्माण कराया था। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और संवर्धित क्षमता के लिए पूरे पुराने मंदिर परिसर का समग्र रूप से पुनर्विकास किया गया है।
पार्वती मंदिर का निर्माण 30 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय से किया जाना प्रस्तावित है। इसमें सोमपुरा सलात शैली में मंदिर निर्माण, गर्भगृह और नृत्य मंडप का विकास शामिल है।
रायपुर: भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ के राष्ट्रीय महामंत्री एवं छत्तीसगढ़ राज्य सँयुक्त पेन्शनर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राज्य के पेंशनरों और कर्मचारियों के जुलाई 19 से कोविड संक्रमण के कारण गम्भीर आर्थिक समस्या के नाम पर रोके गये 5% प्रतिशत महंगाई राहत-भत्ता की राशि को एरियर सहित कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान - पंजाब सरकार की भांति पूरा बकाया 16% प्रतिशत तत्काल छत्तीसगढ़ राज्य में भी बिना देर किये देने की घोषणा अपने जन्म दिन के अवसर पर 23 अगस्त को करने की मांग किया है। *साथ ही उन्होंने राज्य के पेंशनरो को वंचित रखकर छत्तीसगढ़ के व्यूरोक्रेट को छत्तीसगढ़ के कोष से 28% महंगाई भत्ता देने के आदेश जारी करने पर रोष जाहिर किया है।
जारी विज्ञप्ति में पेन्शनर फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव एवं फेडरेशन से सम्बद्ध भारतीय राज्य पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष जेपी मिश्रा,पेशनर्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष यशवन्त देवान तथा छत्तीसगढ़ प्रगतिशील पेन्शनर कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष आर पी शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से आग्रह किया है कि *कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी और अन्य केन्द्रीय कांग्रेस नेताओं के महंगाई राहत - भत्ता के तत्काल भुगतान को लेकर केन्द्र सरकार पर हाल ही में दिये गए वक्तब्य को संज्ञान में ले और कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान और पंजाब की अनुशरण कर राज्य के पेंशनरों और कर्मचारियों को एरियर सहित महंगाई राहत-भत्ता देने के लिये तुरन्त अपने जन्मदिन 23 अगस्त को आदेश प्रसारित करने की घोषणा करें*।