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विजय रुपाणी के बाद अब किसे मिलेगी CM की कुर्सी? कुछ देर में हो सकता है नाम का एलान

विजय रुपाणी के बाद अब किसे मिलेगी CM की कुर्सी? कुछ देर में हो सकता है नाम का एलान

गुजरात के नए मुख्यमंत्री का चुनाव करने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद जोशी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. दोनों नेता गांधीनगर के बीजेपी कार्यालय श्री कमलम पहुंच गए हैं. दोपहर तीन बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. सूत्रों से जानकारी मिली है कि गुजरात में ओबीसी और आदिवासी समाज से दो डिप्टी सीएम का बनना संभव है. भारतीबेन शियाल और गणपत सिंह बसावा के नाम पर विचार किया जा रहा है.

बीजेपी के सभी विधायक केंद्रीय पर्यवेक्षकों और केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक में शामिल होंगे. गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के लिए कई नेताओं के नाम चर्चा में हैं. कुछ प्रमुख नामों में प्रफुल्ल पटेल, गोरधन जदाफिया, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रूपाला और राज्य भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल शामिल हैं.

विधायक दल की बैठक से पहले, उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि विधायक दल का नेता “लोकप्रिय, मजबूत, अनुभवी और सभी को स्वीकार्य होना चाहिए।”

उन्होंने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि वह इस चरण में किसी का नाम नहीं लेंगे और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व नए मुख्यमंत्री के नाम पर निर्णय लेगा। यह पूछ जाने पर कि गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर कौन सबसे योग्य है, पटेल ने रविवार को कहा कि नेता को “लोकप्रिय, मजबूत, अनुभवी और सर्व स्वीकार्य होना चाहिए.”

उन्होंने गांधीनगर में अपने आवास के बाहर कहा, “मैं यहां किसी संभावित नाम पर अपनी व्यक्तिगत राय देने नहीं आया हूं. नए मुख्यमंत्री का चुनाव केवल एक खाली पद को भरने की कवायद नहीं है. गुजरात को एक सफल नेतृत्व की जरूरत है ताकि राज्य सबको साथ लेकर विकास कर सके.” 

गुजरात तो केवल झांकी है, पिक्चर अभी बाकी है! कुछ और राज्यों में बदलाव कर सकती है भाजपा

गुजरात तो केवल झांकी है, पिक्चर अभी बाकी है! कुछ और राज्यों में बदलाव कर सकती है भाजपा

भाजपा नेतृत्व ने तीन माह में अपने तीन राज्यों के मुख्यमंत्री बदलकर भावी राजनीतिक तैयारियों के लिए बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं। जल्दी ही कुछ और राज्यों में भी बदलाव हो सकता है। दरअसल, पार्टी नेतृत्व को जो फीडबैक मिल रहा है वह उतना अच्छा नहीं है, जिसकी वह उम्मीद कर रहा था। ऐसे में कमजोर विपक्ष के बावजूद भी पार्टी की रणनीतिक चिंता बरकरार है और वह उनको समय रहते हल कर लेना चाहती है।
भाजपा नेतृत्व ने तीन महीनों में उत्तराखंड, कर्नाटक और अब गुजरात के मुख्यमंत्री बदले हैं। उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में चुनाव हैं और पार्टी रणनीति के अनुसार वहां पर पुराने नेतृत्व के साथ जरूरी चुनावी तैयारियां नहीं कर पा रही थी। ऐसे में वहां पर तो एक साल में तीन मुख्यमंत्री बदले गए हैं। कर्नाटक में भी पार्टी ने अपने सबसे बड़े नेता बीएस येद्दुरप्पा को बदल दिया है ताकि भविष्य की मजबूत जमीन तैयार की जा सके। अब गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन कर साफ कर दिया है कि वह अपनी भावी रणनीति को लेकर बेहद संजीदा है और इसमें किसी तरह की हीला हवाली के पक्ष में नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा नेतृत्व की असली चिंता 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले होने वाले विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनाव हैं। पार्टी उनमें अपना प्रदर्शन मजबूत रखना चाहती है, ताकि 2024 की मजबूत बुनियाद खड़ी हो सके। विभिन्न स्थानों से पार्टी ने जो फीडबैक हासिल किया है उसके अनुसार कोरोना काल के दौरान लोगों की दिक्कतें बढ़ी है। मौजूदा राज्यों के नेतृत्व को लेकर यह नाराजगी कहीं कम तो कहीं ज्यादा है। इसका विपरीत असर चुनाव पर पड़ सकता है। ऐसे में पार्टी नए नेताओं के साथ नई तैयारियों के जरिए जनता के बीच जाना चाहती है और उसका विश्वास बहाल रखना चाहती है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी की समीक्षा में जिन राज्यों की रिपोर्ट अच्छी नहीं है उनमें मध्य प्रदेश, हरियाणा और त्रिपुरा जैसे राज्य शामिल है, जहां उसकी अपनी सरकार हैं। इनमें मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी को चुनाव में जाना पड़ेगा। त्रिपुरा में नेतृत्व पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं और पार्टी की दिक्कतें कम नहीं हो पा रही है। हरियाणा में भी कमोबेश यही स्थिति है। वहां के सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर भाजपा ने गैर जाट राजनीति को आगे बढ़ाया है, लेकिन नेतृत्व को लेकर दिक्कत है बनी हुई है।

source: Hindustan

कल हो सकती है विधायक दल की बैठक, सीएम की रेस में इस नेता का नाम सबसे आगे

कल हो सकती है विधायक दल की बैठक, सीएम की रेस में इस नेता का नाम सबसे आगे

Gujarat New Chief Minister: गुजरात में विजय रुपाणी के अचानक सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज़ हो गई है. बताया जा रहा है कि कल यानी रविवार को बीजेपी के विधायक दल की बैठक हो सकती है. सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि सीएम पद की रेस में नितिन पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा है.


केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया भी रेस में

सीएम पद की रेस में कई नाम सामने आए हैं, जिनमें मनसुख भाई मंडाविया भी शामिल हैं. मंडाविया का नाम भी सीएम की रेस में है. मनसुख मांडविया फिलहाल केंद्र में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हैं. वो गुजरात से बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं. 49 साल के मनसुख मांडविया करीब 2 दशक से राजनीति में सक्रिय हैं.


कौन हैं नितिन पटेल
इस वक्त सूत्रों के मुताबिक नितिन पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा है. नितिन पटेल 5 अगस्त 2016 को गुजरात के डिप्टी सीएम बने थे. बता दें कि नितिन पटेल को गुजरात सरकार में साल 2001 में वित्त मंत्री बनाया गया था. नितिन पटेल छह बार के विधायक हैं और तीन दशक का उनका राजनीतिक करियर है. 1990 में पहली बार गुजरात विधानसभा से विधायक बने थे. नितिन पटेल उत्तरी गुजरात के रहने वाले हैं.

 

अक्षम सरकार के अक्षम महापौर की अक्षमता से आज रायपुर जलमग्न- बढ़ेंगी बीमारिया- अनुराग अग्रवाल

अक्षम सरकार के अक्षम महापौर की अक्षमता से आज रायपुर जलमग्न- बढ़ेंगी बीमारिया- अनुराग अग्रवाल

रायपुर: मात्र 2 घंटे की बारिश में रायपुर शहर जलमग्न हो जाने पर भाजपा मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि अक्षम सरकार के अक्षम महापौर की अक्षमता से आज रायपुर की ना केवल निचली बस्ती अपितु शॉपिंग मॉल, व्यवसायिक कंपलेक्स , दुकान,मकान,सड़कें, अंडर ब्रिज पानी में डूब गया है। नालों के कचरे लोगों के घरों में घुस गए हैं । पूरे शहर में बाढ़ के हालात हैं । आज महापौर एजाज ढेबर को बताना चाहिए कि साल भर से नाली सफाई और निर्माण के नाम पर जो करोडो रुपए निकले हैं वह आखिर कहां उपयोग में लाए गए हैं ।


भारतीय जनता पार्टी लगातार निगम में भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है। विगत दिनों अधिकारियों की जांच में विभिन्न वार्डों में आधे से कम सफाई कर्मचारी मिले परंतु निगम सरकार व अधिकारियों की मिलीभगत से उन्हें जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया। कांग्रेस के शासनकाल में कमीशन के चक्कर में जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। निगम द्वारा शहर की सफाई के नाम पर हर महीने ₹5 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाता है परंतु आज 2 घंटे की बारिश ने सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। कमीशन के खेल के कारण वार्ड में क्लस्टर सिस्टम लागू नहीं होने दिया जा रहा है । क्योंकि अगर कलस्टर सिस्टम लागू होंगे तो सीधे वार्ड की जनता बोर्ड देखकर सफाई कर्मी की पहचान कर लेंगे और उनके अनुपस्थित रहने पर शिकायत करेंगे।


जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश वैसे ही डेंगू की चपेट में है ।अब इस जलभराव के बाद हैजा, पीलिया जैसी पानी जनित बीमारियां बढ़ेंगी। इसके लिए उन्होंने सीधा सरकार को दोषी ठहराते हुए मांग की है कि जनहित में सफाई व स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करें बा दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करें ।

 

धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं पर कड़ाई से रोक लगाने राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधि मंडल

धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं पर कड़ाई से रोक लगाने राज्यपाल से मिला भाजपा का प्रतिनिधि मंडल

रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने के बाद से ही यहां धर्मांतरण की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। राजधानी रायपुर से लेकर सुदूर आदिवासी इलाकों तक में ऐसी घटनाएं बड़ी तादाद में हो रही हैं। पिछले दिनों सुकमा के पुलिस अधीक्षक ने तो बाकायदा पत्र जारी कर इस गंभीर समस्या के प्रति पुलिस अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया था, लेकिन बजाय इसके रोकथाम के शासन पूरी तरह पेशेवर प्रचारकों के पक्ष में खड़ी और उसका बचाव करती नज़र आती है। ऐसे असामाजिक और विधर्मी तत्वों के हौसले बुलंद हैं। दुखद यह है कि इसके खिलाफ आवाज़ उठाने वाले सनातन समाज के लोगों को उलटे प्रताड़ित किया जा रहा है।


इन तत्वों के शासन द्वारा बढाए इसी मनोबल का दुष्परिणाम है कि ऐसी गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं। राजधानी रायपुर से सटे भाटागांव में भी पिछले दिनों हिन्दू समाज के लोगों द्वारा एसपी रायपुर को शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन आंख मूंदें रहा। दुबारा कार्यकर्ताओं द्वारा फिर थाने में शिकायत किये जाने पर उलटे शिकायतकर्ताओं को ही जेल में डाल दिया गया है। वहां आरोपी दुसरे पक्ष पेशेवर मत प्रचारकों को पुलिस थाने में बैठा कर आवभगत की जा रही थी। इस कारण वहां काफी अप्रिय स्थिति भी उत्त्पन्न हो गयी थी।


आश्चर्य यह है कि जहां बार-बार आवेदन देने पर भी दूसरे पक्ष पर कारवाई नहीं की गयी, वहीं दुसरे पक्ष की शिकायत पर तुरंत प्राथमिकी दर्ज कर, अपराध पंजीबद्ध कर दिया गया. बाद में अन्य अनेक गंभीर धाराएं भी उन पर लगा दी गयी। प्राइवेट पक्ष द्वारा दर्ज करायी शिकायत में ‘शासकीय कार्य में बाधा डालने’ की धारा लगा देना यह साबित करता है कि प्रशासन किस तरह दबाव में एकपक्षीय कारवाई कर रहा है. संबंधित अधिकारियों का तुरंत तबादला कर देना भी इस मामले में ‘काफी ऊंचे स्तर’ के दखल की आशंका को भी पुष्ट करता है।


इसी बीच विशेष समुदाय के नेताओं का एक काफी भड़काउ वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह संविधान के अनुच्छेद 25 का हवाला देकर लगातार लोगों को उकसा रहा है, मतांतरण करते रहने की बात वह कर रहा है। ऐसे में क़ानून-व्यवस्था पर गंभीर संकट पैदा हो गया है, अब महामहिम का दखल ऐसे में अनिवार्य है। दुखद यह है कि न केवल वह धर्म परिवर्तन कराने की बात कर रहा है अपितु संविधान को जलाने तक की बात की जा रही है। बावजूद इसके पुलिस के द्वारा उनके विरुद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई।


भाजपा का कहना है कि धर्मांतरण वास्तव में ‘राष्ट्रांतरण’ ही होता है। महान भारतवर्ष की अखंडता को सबसे अधिक चोट ऐसे ही धर्मांतरण से पहुंचा है.भारतवर्ष काफी बड़े स्तर पर मतांतरण के दुतरफा षड्यंत्र का शिकार हो रहा है। छत्तीसगढ़ भी उनकी प्रयोगस्थली के रूप में एक सॉफ्ट टार्गेट है। पिछले दिनों खुद एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ने प्रदेश के सरगुजा संभाग में रोहिंग्याओं को बसाए जाने की बात कही थी। ऐसे में हमें अतिरिक्त सावधान रहना होगा. प्रदेश में संविधान के अंतिम रक्षक होने के नाते भाजपा आपसे इस गंभीर मामले पर ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग करती है


शासन को स्पष्ट निर्देशित कर जबरन धर्मांतरण की कारवाई पर अंकुश लगाए।
संविधान जलाने जैसी घोर आपतिजनक बात तक कहने वाले पास्टर और उनके लोगों के विरुद्ध राजद्रोह और धार्मिक भावनाएं भड़काने का अपराध दर्ज हो।


जबरन धर्मांतरण का विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं की तुरंत रिहाई हो. उनके विरुद्ध की गयी सभी एकपक्षीय कारवाई निरस्त हो।
छत्तीसगढ़ के विभिन्न थानों में जिन लोगों के खिलाफ भय-लोभ से धर्मांतरण कराये जाने की शिकायत दर्ज है, उन पर शीघ्र कारवाई हो। ऐसे तमाम लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं के तहत त्वरित कारवाई हो।
ऐसे सभी शिकायतों का निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता देकर किये जाएं।

 छत्तीसगढ़ कांग्रेस को झटका : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेता ने थामा भाजपा का दामन

छत्तीसगढ़ कांग्रेस को झटका : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बड़े नेता ने थामा भाजपा का दामन

रायपुर। छत्तीसगढ़ में चल रही लगातार राजनीतिक गतिविधियों में एक बार फिर एक अलग ही दिशा में हवा चलने लगी है। कुछ दिनों तक ढाई वर्ष में मुख्यमंत्री की कुर्सी की अदला-बदली की सुर्खियां चलती रही अब उन्हीं सुर्खियों के बीच प्रदेश कांग्रेस को हल्का झटका लगा है। यहां कांग्रेस नेता वेदराम मनहरे 10 और कांग्रेस नेताओं के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने शुक्रवार को उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है। मनहरे तिल्दा जनपद पंचायत के 2 बार अध्यक्ष, 2 बार उपाध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वो सतनामी समाज के संरक्षक भी हैं। बीजेपी में शामिल होने मनहरे गुरुवार को ही दिल्ली रवाना हुए थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में मनहरे रायपुर जिले की आरंग सीट से प्रबल दावेदार थे। हालांकि कांग्रेस ने उनकी जगह शिव डहरिया को टिकट दिया था।
 धर्मान्तरण के खिलाफ अब गांव-गांव में हर स्तर की लड़ाई लड़ेंगे : बृजमोहन

धर्मान्तरण के खिलाफ अब गांव-गांव में हर स्तर की लड़ाई लड़ेंगे : बृजमोहन

रायपुर। धर्मांतरण के मसले पर राज्य में बढ़ती सियासी तल्खी के बीच बीजेपी ने संकेत दे दिया है कि आने वाले चुनाव में मुद्दा हिंदुत्व का होगा। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने अपने आरोप में कहा है कि भूपेश सरकार हिंदुत्व विरोधी सरकार है। राज्य में सरकार धर्मांतरण से मतांतर कराना चाहती है। कौशिक ने कहा कि यहां ना तो हिंदू शांत बैठेंगे और ना ही बीजेपी शांत बैठेगी। इधर धर्मांतरण के मामले पर बीजेपी शनिवार को शांति मार्च निकाल रही है। आजाद चौक गांधी प्रतिमा से लेकर राजभवन तक बीजेपी के सांसद, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक समेत तमाम आला नेता मौजूद होंगे।

धर्मांतरण के मुद्दे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में स्ट्रेटजी के तहत सरकार धर्मांतरण करा रही है। गांवों में जाकर प्रार्थना करवाई जा रही है। सरकार को इसे रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी जाति आज धर्मांतरण से अछूती नहीं है। धर्मांतरण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोंडागांव, सूरजपुर समेत राज्य के कई हिस्सों से ऐसे मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। बस्तर में एसपी ने धर्मांतरण को लेकर जांच कमेटी बनाई। अंबिकापुर के महामाया पहाड़ पर बाहरी लोगों ने कब्जा कर लिया है, लेकिन सरकार इन मामलों की जांच क्यों नहीं करा रही। धर्म विशेष से जुड़े लोग संविधान को जलाने की बात करते हैं। क्या यह राष्ट्रद्रोह नहीं है। क्यों नहीं सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का अपराध दर्ज करना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भूपेश सरकार जब से आई है, पूरे प्रदेश में सरकार की शह पर धर्मांतरण ज़ोरों पर है। हम सरकार से मांग करते हैं कि शह देना बंद करें। जशपुर से बस्तर तक आदिवासी इलाक़ों में गऱीबों की मजबूरी का फ़ायदा उठाकर धर्मांतरण ज़ोरों पर चल रहा है। पुरानी बस्ती थाने में धर्मांतरण की शिकायत करने वालों के खिलाफ हाई एफआईआर दर्ज कर दिया गया। सरकार नफरत की राजनीति कर रही है।

पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में चलने वाली सरकार पूरे प्रदेश में धर्मांतरण कर रही है। सीआरपीसी और आईपीसी की धाराओं में स्पष्ट है कि यदि धर्मांतरण कराया जाता है तो यह अपराध है। रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में पादरी आकर पुलिस वालों के सामने कहता है कि हमारा क्या बिगाड़ लोगे। शिकायत करने वालों के ख़िलाफ़ ही आपराधिक धाराएं लगाई गई। देर रात बारह बजे के बाद शासकीय कार्य में बाधा लगाने की धारायें जोड़ दी गई। क्या ये दिल्ली के इशारे पर किया गया।पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के पिता वर्ग विशेष पर टिप्पणी करते हैं। मानपुर मोहला में रामायण की प्रतियाँ जलाई जाती हैं। सनातन धर्म का लगातार अपमान किया जा रहा है। वर्ग विशेष के लोग आकर कहते है कि धारा 25 में उन्हें धर्म परिवर्तन कराने का अधिकार है। ऐसी टिप्पणी पर थाने में बहस के हालात बने थे, फिर एकपक्षीय मामला दर्ज क्यूं किया गया।

 धर्मांतरण के विरोध में बीजेपी का आंदोलन आज से
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि धर्मांतरण के विरोध में शनिवार को 3 बजे आज़ाद चौक गांधी प्रतिमा के सामने से बीजेपी के सांसद, विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक राजभवन जाकर धर्मांतरण पर रोक लगाने मांग करेंगे। 12 सितम्बर को सभी जिलो के थानों में धर्म परिवर्तन कराने वालों के ख़िलाफ़ एफआईआर की माँग की जाएगी। 15 सितम्बर को पूरे प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर एफआईआर किए जाने की माँग की जाएगी। हालात ऐसी ही रहे तो आने वाले दिनों में हम उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में थानों में दो सौ से ज़्यादा धर्मांतरण की शिकायत हैं, जिन पर अपराध दर्ज नहीं किया गया। सरकार अपने आकाओं को खुश करने और वोट बैंक के लिए बहुसंख्यक समाज को उद्वेलित कर रही है।
 
धर्मांतरण के मुद्दे पर कल भाजपा का का शांति मार्च, बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर साधा निशाना

धर्मांतरण के मुद्दे पर कल भाजपा का का शांति मार्च, बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर साधा निशाना

धर्मांतरण के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमाई हुई है, इस मुद्दे पर बीजेपी अब आक्रामक मोड में नजर आ रही है। शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार पर निशाना साधा। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण किया जा रहा है। हम इसे सहने वाले नहीं हैं और अब मामला सड़क से सदन तक पहुंचेगा।


प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कोई व्यक्ति किसी को लालच देकर उसका धर्म बदलता है तो यह अपराध है। यही अपराध पूरे प्रदेश में हो रहा है। अब तक राजधानी जैसे इलाके इससे अछूते थे, मगर अब रायपुर में भी धर्मांतरण के मामले बढ़ चुके हैं। हम सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेंगे। यह आग से खेलने वाली बात है। जिम्मेदारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।


दिल्ली वाले आकाओं का इशारा
बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि भाटा गांव इलाके में धर्मांतरण की शिकायत लेकर सभी युवक पुरानी बस्ती थाने पहुंचे थे। पुलिस ने कुछ पादरियों को भी बुलाया, जिनके खिलाफ शिकायत थी। दोनों गुट थाने में आमने-सामने हुए तो पादरी ने युवकों को उकसाया। कहा कि हम थाने में बैठे हैं कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसी बात को लेकर दोनों गुटों में झड़प हुई। उन्होंने कहा कि इस मामले में सिर्फ धर्मांतरण की शिकायत लेकर पहुंचे युवकों के खिलाफ कार्रवाई हुई। उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया, जबकि दूसरे गुट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बृजमोहन अग्रवाल ने पूछा कि ऐसा क्या दिल्ली में बैठे आकाओं के इशारे पर किया गया। क्या प्रदेश में धर्मांतरण भी दिल्ली वाले आकाओं की मर्जी से हो रहा है।

शांति मार्च निकालेगी भाजपा
शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता सड़क पर शांति मार्च निकालेंगे। यह सभी राज्यपाल के पास जाकर प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण के मामलों की जानकारी देकर, इसके पीछे काम कर रहे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। इस शांति मार्च में वर्तमान व पूर्व सांसद ,विधायक, प्रदेश पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।

दो युवकों को अब तक नहीं मिली जमानत
रविवार को थाने में पादरी की पिटाई के बाद संजय सिंह और मनीष साहू को गिरफ्तार कर लिया गया था। इन्हें अब तक जमानत नहीं मिली है। पिटाई करने वालों में कुछ युवक हिंदूवादी संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता भी थे। उसी दिन थाने के प्रभारी को हटा दिया गया और देर रात अचानक शहर के एसपी भी बदल दिए गए।

यह हुआ था उस दिन थाने में
पिछले कुछ दिनों से भाटागांव में सभाएं कर धार्मिक ग्रंथ बांटने और लोगों का धर्म बदलने की शिकायत लेकर युवा पुरानी बस्ती थाने पहुंचे थे। अपना पक्ष रखने आए पादरियों के साथ युवक भिड़ गए। बात इस कदर बिगड़ी की धक्का-मुक्की शुरू हो गई। पुलिस पादरी को इंस्पेक्टर के कमरे में लेकर गई। यहां घुसकर युवकों ने पादरी को जूते से पीट दिया। छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम का महासचिव अंकुश बरियेकर की शिकायत पर पुलिस ने सम्भव शाह, शुभान्कर द्विवेदी, मनीष साहू, संजय सिंह, विकाश मित्तल, अनुरोध शर्मा, शुभम अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

BIG BREAKING: तालिबान के समर्थन में उतरे विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय मंत्री का निशाना

BIG BREAKING: तालिबान के समर्थन में उतरे विपक्षी नेताओं पर केंद्रीय मंत्री का निशाना

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा है कि दिग्विजय सिंह, महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला जैसे नेता तालिबान के साथ हैं। शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी नेताओं को घेरते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह, फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती तालिबान के साथ खड़े हैं। क्या वो तालिबान के महिलाओं के प्रति सोच को स्वीकार करते हैं? अगर वो नहीं करते तब उन्हें खुलकर विरोध करना चाहिए।


केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मोहन भागवत ने यह नहीं कहा कि महिलाओं को सिर्फ घर संभालना चाहिए। हमारी सरकार में सबसे ज्यादा महिला मंत्री हैं और हम लगातार महिला सशक्तिकरण को लेकर काम कर रहे हैं। यह हमारी प्रथामिकताओं में शुमार है। हम उन्हें बेहतरीन शिक्षा देने पर काम कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दावा किया था कि महिलाओं को लेकर आरएसएस और तालिबान की मानसिकता ऐक जैसी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि, तालिबान कहता है कि महिलाएं मंत्री नहीं बन सकती हैं। मोहन भागवत कहते हैं कि महिलाओं को घर पर रहना चाहिेए और घर का ख्याल रखना चाहिए। क्या दोनों की सोच एक जैसी नहीं है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि, तालिबान को मानवाधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और इस्लामी सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही बाकी दुनिया के साथ अच्छे संबंध बनाने चाहिए।


जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि तालिबान एक हकीकत बनकर सामने आ रहा है और उनको चहिए कि पहली बार उनकी जो छवि बनी है वो इंसानों के खिलाफ थी लेकिन अबकी बार वो आए हैं और हुकूमत करना चाहते हैं अफगानिस्तान में तो बाकी जो असली शरिया कहता है, जो हमारे कुरान शरीफ में है। जो बच्चों और औरतों के अधिकार हैं. किस तरह से शासन करना चाहिए जो मदीने का हमारा मॉडल रहा है। तो अगर वो वाकई उसपर अमल करना चाहते हैं तो वो दुनिया के लिए मिसाल बन सकते हैं। अगर वो उसपर अमल करेंगे तभी दुनिया के देश हैं उनके साथ कारोबार कर सकते हैं।

सत्ता के नशे में चूर कांग्रेसी कर रहे प्रदेश का माहौल खराब : भाजपा

सत्ता के नशे में चूर कांग्रेसी कर रहे प्रदेश का माहौल खराब : भाजपा

धमतरी: भाजपा जिला कोषाध्यक्ष चेतन हिंदूजा ने कुरूद की घटना की लेकर कहा कि लोकतंत्र में विरोध का अधिकार सभी को है। एनएसयूआई एवं युवक कांग्रेस द्वारा विरोध का तरीका अपनाया गया है, वह सर्वथा अनुचित, अलोकतांत्रिक तरीका है। विरोध सड़क पर होना चाहिए वह भी शान्ति पूर्ण ढंग से कांग्रेसी कुरूद स्थित भाजपा कार्यलय में घुसकर गुंडागर्दी ,दादागिरी कर रहे थे यह बर्दाशत योग्य नही है इस प्रकार के कृत्य से ऐसा प्रतीत होता है कि सत्ता के नशे में चूर कांग्रेसी प्रदेश का माहौल खराब खरना चाहते हैं।

 अब बाहुबली-माफिया को नहीं दिया जाएगा टिकट, मुख्तार की जगह भीम राजभर लडेंगे चुनाव

अब बाहुबली-माफिया को नहीं दिया जाएगा टिकट, मुख्तार की जगह भीम राजभर लडेंगे चुनाव

लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को आगामी चुनावों को लेकर बड़ी घोषणा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बीएसपी का आगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली या माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए. इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मंडल की मऊ विधानसभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं बल्कि यूपी के बीएसपी राज्य अध्यक्ष भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है.

मायावती ने आगे कहा कि जनता की कसौटी और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत ही लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें. ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो.

बीएसपी सुप्रीमों ने आगे कहा कि बीएसपी का संकल्प 'कानून द्वारा कानून का राजÓ के साथ ही यूपी की तस्वीर को भी अब बदल देने का है. ताकि प्रदेश और देश ही नहीं बल्कि बच्चा-बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहनजी की 'सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखायÓ जैसी और बीएसपी जो कहती है वह करके भी दिखाती है यही पार्टी की सही पहचान भी है.

बीजेपी के पास विकास का मुद्दा
वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि बीजेपी उत्तर प्रदेश और उन तमाम क्षेत्रों में विकास और विश्वास के संकल्प के साथ चुनाव मैदान में है. हम अपना लेखा-जोखा लेकर लोगों के बीच जाएंगे. हमें जाति, धर्म और इस तरह के संकीर्ण मुद्दों की जरूरत नहीं है. बीजेपी का एक ही विकास का एजेंडा है.

वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर यूपी दौरे पर हैं. प्रियंका गांधी इस दौरान आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति तैयार करेंगी. वहीं शुक्रवार और शनिवार को प्रियंका, पार्टी नेताओ और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करेंगी.
 बड़ी खबर: भाजपा नेता की संदिग्ध हालत में मौत, हत्या की आशंका...

बड़ी खबर: भाजपा नेता की संदिग्ध हालत में मौत, हत्या की आशंका...

बागपत। उत्तर प्रदेश में बागपत जिले में बड़ौत के बिजरौल रोड निवासी भाजपा नेता व पूर्व प्रधानाचार्य डा आत्माराम तोमर की गुरुवार की देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनके गले पर तौलिया लिपटा मिलने व उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी गायब होने के कारण हत्या की आंशका भी जताई जा रही है। 

इस घटना की सूचना पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई, वहीं पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। सूचना पर एसपी, एएसपी सहित पुलिस के आला अधिकारी व डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गए।

आत्माराम तोमर लड़ चुके थे विधानसभा चुनाव
छपरौली से विधानसभा चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता व जनता वैदिक इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. आत्माराम तोमर पुत्र स्वर्गीय भरत सिंह तोमर (75) मूलरूप से बिजरौल गांव के रहने वाले थे। फिलहाल वे नगर की बिजरौल रोड पर रह रहे थे। देर रात उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। 

इसकी सूचना पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वहीं पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। सूचना पर कोतवाली प्रभारी रवि रत्न सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जांच की तो डॉ. आत्मराम तोमर की स्कॉर्पियो गाडी भी गायब मिली। 

साथ ही उनके गले में तौलिया भी लिपटा मिला। इससे उनकी हत्या की भी आंशका जताई जा रही है। देर रात एसपी नीरज जादौन, एएसपी मनीष मिश्र, सीओ आलोक कुमार भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली, इसके बाद डॉग स्क्वायड की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए दो व्यक्ति
आस-पास रहने वाले लोगों से पूछताछ की गई। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए। पुलिस के अनुसार घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में दो युवक आते हुए और फिर गाड़ी लेकर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।

उधर, भाजपा नेता आत्माराम तोमर के परिजनों ने हत्या होने की बात कही है। सूचना पर मृतक डॉ. आत्मराम तोमर का बेटा डॉ. प्रताप भी मौके पर पहुंचा। फिलहाल मौत या फिर हत्या का कारण पता नहीं चल सका है। वहीं घटना के बाद परिजनों में भी कोहराम मच गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी मामले की जांच हो रही है, उसके बाद ही स्तिथि स्पष्ट होगी।
 
आरएसएस भाजपा का धर्मांतरण का राग अलाप सत्ता प्राप्ति के लिए- धनंजय सिंह ठाकुर

आरएसएस भाजपा का धर्मांतरण का राग अलाप सत्ता प्राप्ति के लिए- धनंजय सिंह ठाकुर

रायपुर: कांग्रेस ने आरएसएस भाजपा पर धर्मांतरण के नाम से झूठ और अफवाह राजनीति कर प्रदेश के शांत माहौल को खराब करने का षड्यंत्र करने का आरोप लगाते हुये तीखा प्रहार किया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में दबावपूर्वक धर्मांतरण का आरोप लगाने से पहले आरएसएस भाजपा को रमन सरकार के 15 साल के कार्यकाल को याद करना चाहिए जिस दौरान हजारों की संख्या में धर्मांतरण हुये। बिना सोचे समझे मात्र वाहवाही लूटने और कमीशनखोरी भ्रष्टाचार करने के लिये प्रदेश भर में विकास कार्यो के नाम से रमन सिंह सरकार में तेलीबांधा तालाब के किनारे प्राचीन मौलीमाता मंदिर सहित प्रदेश में सैंकड़ो हिन्दू देवी देवताओं के प्राचीन मंदिर को तोड़ा गया। हजारों हिंदुओ के मकान और दुकान को ढहाया गया। उस दौरान आरएसएस भाजपा सत्ता की मलाई चाटने में व्यस्त थी और आज जब सत्ता विमुख हो गई है तब इन्हें सत्ता प्राप्ति के लिए धर्म और धर्मांतरण की याद आ रही है। छत्तीसगढ़ में 15 साल तक भाजपा की सरकार रही और बीते सात साल से केंद्र में मोदी सरकार है लेकिन धर्मान्तरण रोकने कोई ठोस उपाय इनके द्वारा अभी तक नही किया गया है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने जोर जबरदस्ती दबावपूर्वक भयभीत कर, डरा धमका कर और लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने वालों के ऊपर सख्त एवं कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। छत्तीसगढ़ में सविधान से कोई ऊपर नही है सभी के सवैधानिक अधिकार की रक्षा राज्य सरकार कर रही है। सविधान विपरीत कार्य करने वालो को बख्शा नही जाएगा। भाजपा धर्म परिवर्तन करने का झूठा आरोप लगाकर सिर्फ राजनीति कर रही है। भाजपा नेताओं से धर्म परिवर्तन करने वालों की सूची मांगो तब इनकी बोलती बंद हो जाती है और भाजपा के झूठ का पर्दाफाश हो जाता है। धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए कांग्रेस शासनकाल में ही कड़े और सख्त कानून का निर्माण हुआ है और इस पर कार्यवाही भी की गई है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा नेताओं को छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए 15 साल के रमन शासनकाल में हिंदुओ के जीवन स्तर सुधारने उनके शिक्षा दीक्षा, रोजगार, के लिए क्या काम किया गया? आरएसएस भाजपा ने हिंदुओ को एटीएम की तरह इस्तेमाल किया सिर्फ चंदा लेने और वोट लेने तक हिंदुत्व की बाते करते है। भाजपा बताये पूर्व के रमन सरकार में एवं वर्तमान में मोदी सरकार ने धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए क्या उपाय किया ? गैर कानूनी तरीके से धर्मांतरण कराने वाले कितने लोगों पर कानूनी कार्यवाही की ?रमन सरकार ने विकास कार्यों के नाम से देवी देवताओं के सैकडो प्राचीन मंदिरों और हिंदुओं के मकान दुकान को तोड़ा तब आर एस एस और भाजपा मौन क्यों थी?

 हमारी मांगो  को ताकत से मत रोको, नही तो जनता सड़को पर उतर जायेगी - बृजमोहन अग्रवाल

हमारी मांगो को ताकत से मत रोको, नही तो जनता सड़को पर उतर जायेगी - बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर। भाजपा रायपुर जिला ने पूर्व में दी चेतावनी के अनुसार बुढ़ापारा में धरना दिया उसके पश्चात पुरानी बस्ती थाने का घेराव करने कूच  किया। भाजपा ने कल पुरानी बस्ती थाने में आवेदन देकर धर्मांतरण करने वाले व संविधान को जला देने की बात करने वाले लोगों पर खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की थी। साथ ही आज सुबह 11:00 बजे तक का समय देकर एफ आई आर दर्ज ना होने पर बुढ़ापारा धरना  स्थल में धरना देने व उसके पश्चात पुरानी बस्ती थाना घेराव की चेतावनी दी थी । परंतु शासन में हठधर्मिता दिखाते हुए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज नहीं किए और लोकतंत्र की आवाज कुचलने की कोशिश के तहत थाने के रास्ते मे सैकड़ो बल तैनात कर बेरिकेटिंग कर दी।इसके विरोध में हजारों की संख्या में भाजपाइयों ने धरना दिया । 

धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा
कि हमने अयोध्या में सदियों से चल रही  इतिहास की गलतियों को सुधारते हुए राम मंदिर निर्माण प्रारम्भ कर दिया है। तो हम छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को वैसी गलतियां करने नही देंगे। अब कोई भी हमारे धर्म पर अतिक्रमण का प्रयास करेगा तो उसे बर्दाश्त नही करेंगे। 
उन्होंने कहा कि  निरंकुश शासन कार्यकर्त्ता को जेल में डाल सकती पर उसके धर्म को  उसके उत्साह को  बांध नही सकती। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा हम अभी आवेदन दे रहे है ये हमारी लोकतंत्र में आस्था का प्रतीक है। इसे ताकत से मत रोको। नही तो जनता सड़को पर उतर जायेगी और तुम्हारे दमन के बावजूद धर्म और सत्य की लड़ाई जीतेंगी।

  पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि सरकार संविधान की सपथ ले कर कहती है कि सब वर्ग हमारा है। जब भाजपा के लोग कहते है कि धर्मांतरण हो रहे है। तब ये  भाजपाईयो पर ही  FIR दर्ज करती है मैं पूछता हूं कि क्या हिन्दू वर्ग आप का अपना नही है ?  क्या कॉंग्रेस में मौजूद हिन्दुओ की आत्मा सो गई है। 

हम थाने में आवेदन देना चाहते है। कांग्रेस सरकार पुलिस को आगे करके हमारे मौलिक अधिकारों पर हमला करते हुए चीन की दीवार खड़ी कर देती है। उन्होंने शासन को चुनौती देते हुए कहा कि कितने थानों के सामने चीन की दीवार बनाओगे। कहां-कहां धर्मांतरण करने वालों को संरक्षण दोगे। भाजपाइयों के हिम्मत के  पहाड़ के सामने यह सारे दीवार छोटे पड़ जाएंगे। उन्होंने कहा आज कुमार दिलीप सिंह जूदेव जी को याद करने का समय है । अब हम  न केवल धर्मांतरण रोकेंगे बल्कि अपने भटके भाइयो को भी वापस लाएंगे।

धरना और घेराव का नेतृत्व करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा किस गुप्त एजेंडे से ये सरकार धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है।  आखिर राज्य सरकार अपने केंद्रीय नेतृत्व के किस "पथ" से आदेश लेकर  धर्मपरिवर्तन करने वाले अपराधियो को बचा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा बहुत जल्दी धर्म संसद बुला कर इस आंदोलन को विस्तार देगी । भाजपा इस सरकार के धर्म परिवर्तन वाले आचरण को प्रत्येक गणेश उत्सव ,दुर्गोत्सव सहित सभी सामाजिक मंच तक पहुंचा कर इसके खिलाफ जन जागरण अभियान चलाएंगे। 
   धरने के संयोजन जिला महामंत्री ओंकार बैस ने किया। 

धरने को पूर्व विधायक नंदे साहू, निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, नवीन मार्कण्डेय, भाजयुमो अध्यक्ष अमित साहू, अशोक पांडेय,सच्चिदानंद उपासने,ओंकार बैस, रमेश सिंह ठाकुर, प्रफुल विश्वकर्मा,मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल,अमरजीत छाबड़ा,मंडल अध्यक्ष अनूप खेलकर,प्रवीण देवड़ा, अनिल सोनकर, रविन्द्र ठाकुर, होरीलाल साहू,सचिन मेघानी,अमित मैसेरी, विश्वदिनी पांडेय, नवीन शर्मा ने संबोधित किया। 

  तत्पश्यात बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत,जिलाध्यक्ष श्रीचन्द सुन्दरनी के नेतृत्व में रायपुर जिला के हज़ारों कार्यकर्ताओ ने थाने घेरने के लिए कुच किया। कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता। सत्यम दुबा,योगी अग्रवाल, बजरंग खंडेलवाल, आशु चंद्रवंशी, श्यामा चक्रवर्ती, अमरजीत छाबड़ा,  ललित जैसिंघ, रमेश मिर्घनी,  जिला मंत्री मुरली शर्मा, खेम सेन, अकबर अली, गोपी साहू,राजीव मिश्रा, हरीश ठाकुर,मनोज वर्मा,मृत्युंजय दुबे,राजियत ध्रुव, राजेश पांडेय, रोहित साहू, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गोविंद गुप्ता,अर्पित सूर्यवंशी , सावित्री जगत,वंदना मुखर्जी,संजय  तिवारी ,ज्ञानचंद चौधरी, दीना डोंगरे , वंदना राठौर ,मिनी पांडेय, मीडिया प्रभारी राहुल राय,उत्कर्ष त्रिवेदी,मडल अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, सालिक सिंह ठाकुर, अभिषेक तिवारी, महेश शर्मा,  मुकेश पंजवानी,  भूपेंद्र ठाकुर, प्रीतम ठाकुर,  बी.निवास राव, होरीलाल देवांगन,  ओमप्रकाश साहू,  मोर्चा पदाधिकारीगण   महादेव नायक,  जसपाल सिंग रंधावा,  गज्जू साहू,     अमित शुक्ला, सचिन सिंघल, पुष्पेन्द्र उपाध्याय, राजेश गुप्ता,  राजेश देवांगन, नीलम सिंह, पहलाद जलक्षत्री ,श्रीमती स्वप्निल मिश्रा,भूपेंद्र डागा सहित जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, पार्षद गण, मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व संयोजक के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता व आम नागरिकों ने  में भाग लिया। 
 BREAKING : मोतीनगर इलाके के एक फ्लैट में मिला नेशनल कांफ्रेंस के नेता का शव...

BREAKING : मोतीनगर इलाके के एक फ्लैट में मिला नेशनल कांफ्रेंस के नेता का शव...

नई दिल्ली। दिल्ली के मोतीनगर इलाके के बसई दारापुर के एक फ्लैट में आज सड़ी गली अवस्था में नेशनल कांफ्रेंस के नेता त्रिलोचन सिंह वजीर का शव मिलने से सनसनी मच गई है। घटना की सूचना मिलते ही मोती नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया है।

पूर्व एमएलसी, प्रमुख ट्रांसपोर्टर और जम्मू-कश्मीर गुरुद्वारा प्रबंधक बोर्ड के प्रधान रहे त्रिलोचन सिंह 67 वर्ष के थे और वह दो सितंबर को जम्मू कश्मीर से दिल्ली आए थे और तीन तारीख को कनाडा जाने वाले थे। लेकिन तीन सितंबर से ही उनके परिवार से उनका कोई संपर्क नहीं था जिससे परिवार काफी परेशान था।

आज जब पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस त्रिलोचन सिंह के फ्लैट पर पहुंची। उनका शव इतनी बुरी तरह से खराब हो चुका था कि उसे पहचानना भी मुश्किल था। इसके बाद जम्मू के ही रहने वाले त्रिलोचन के एक परिचित ने उनके शव की पहचान की।

इसके बाद उनके परिवार को सूचना दी गई। मौके पर पुलिस और एफएसएल दोनों टीमें पहुंची हैं और मामले की जांच कर रही हैं। वह फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के काफी नजदीकी थे। जम्मू के प्रमुख चोपड़ा हत्या कांड के मामले में कुछ सालों तक जेल में रहे लेकिन न्यायालय ने उन्हें बाइज्जत बरी कर दिया था।

जम्मू-कश्मीर में सिख समुदाय से जुड़ी कई मांगों को वह लगातार उठाते रहते थे। साथ ही वह ट्रांसपोर्टरों यूनियन इकाई के प्रधान भी थे। उनके निधन से ट्रांसपोर्ट जगत और सिख समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।

त्रिलोचन सिंह की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है। उमर ने लिखा है, मैं अपने सहयोगी और पूर्व एमएलसी टीएस वजीर के देहांत की खबर से शॉक में हूं। अभी कुछ दिन पहले ही लोगों ने जम्मू में साथ बैठकर बातें की थीं और ये नहीं सोचा था कि ये हमारी आखिरी मुलाकात होगी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।
 
हमारी मांगो को ताकत से मत रोको, नही तो जनता सड़को पर उतर जाएगी : बृजमोहन अग्रवाल

हमारी मांगो को ताकत से मत रोको, नही तो जनता सड़को पर उतर जाएगी : बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर: भाजपा रायपुर जिला ने पूर्व में दी चेतावनी के अनुसार बुढ़ापारा में धरना दिया उसके पश्चात पुरानी बस्ती थाने का घेराव करने कूच किया।


भाजपा ने कल पुरानी बस्ती थाने में आवेदन देकर धर्मांतरण करने वाले व संविधान को जला देने की बात करने वाले लोगों पर खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। साथ ही आज सुबह 11:00 बजे तक का समय देकर एफआईआर दर्ज न होने पर बुढ़ापारा धरना स्थल में धरना देने व उसके पश्चात पुरानी बस्ती थाना घेराव की चेतावनी दी थी। परंतु शासन में हठधर्मिता दिखाते हुए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज नहीं किए और लोकतंत्र की आवाज कुचलने की कोशिश के तहत थाने के रास्ते मे सैकड़ो बल तैनात कर बेरिकेटिंग कर दी। इसके विरोध में हजारों की संख्या में भाजपाइयों ने धरना दिया।

धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हमने अयोध्या में सदियों से चल रही इतिहास की गलतियों को सुधारते हुए राम मंदिर निर्माण प्रारम्भ कर दिया है। तो हम छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को वैसी गलतियां करने नही देंगे। अब कोई भी हमारे धर्म पर अतिक्रमण का प्रयास करेगा तो उसे बर्दाश्त नही करेंगे। उन्होंने कहा कि निरंकुश शासन कार्यकर्त्ता को जेल में डाल सकती पर उसके धर्म को उसके उत्साह को बांध नही सकती।

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा हम अभी आवेदन दे रहे है ये हमारी लोकतंत्र में आस्था का प्रतीक है। इसे ताकत से मत रोको। नही तो जनता सड़को पर उतर जायेगी और तुम्हारे दमन के बावजूद धर्म और सत्य की लड़ाई जीतेंगी।

पूर्व मंत्री और भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि सरकार संविधान की सपथ लेकर कहते है कि सब वर्ग हमारा है। जब भाजपा के लोग कहते है कि धर्मांतरण हो रहे है। तब ये भाजपाईयो पर ही FIR दर्ज करती है मैं पूछता हूं कि क्या हिन्दू वर्ग आप का अपना नही है ? क्या कॉंग्रेस में मौजूद हिन्दुओ की आत्मा सो गई है।

हम थाने में आवेदन देना चाहते है। कांग्रेस सरकार पुलिस को आगे करके हमारे मौलिक अधिकारों पर हमला करते हुए चीन की दीवार खड़ी कर देती है। उन्होंने शासन को चुनौती देते हुए कहा कि कितने थानों के सामने चीन की दीवार बनाओगे। कहां-कहां धर्मांतरण करने वालों को संरक्षण दोगे। भाजपाइयों के हिम्मत के पहाड़ के सामने यह सारे दीवार छोटे पड़ जाएंगे।

उन्होंने कहा आज कुमार दिलीप सिंह जूदेव को याद करने का समय है । अब हम न केवल धर्मांतरण रोकेंगे बल्कि अपने भटके भाइयो को भी वापस लाएंगे।


धरना और घेराव का नेतृत्व करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा किस गुप्त एजेंडे से ये सरकार धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है। आखिर राज्य सरकार अपने केंद्रीय नेतृत्व के किस `पथ` से आदेश लेकर धर्मपरिवर्तन करने वाले अपराधियो को बचा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा बहुत जल्दी धर्म संसद बुला कर इस आंदोलन को विस्तार देगी । भाजपा इस सरकार के धर्म परिवर्तन वाले आचरण को प्रत्येक गणेश उत्सव ,दुर्गोत्सव सहित सभी सामाजिक मंच तक पहुंचा कर इसके खिलाफ जन जागरण अभियान चलाएंगे।

धरने के संयोजन जिला महामंत्री ओंकार बैस ने किया
धरने को पूर्व विधायक नंदे साहू, निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, नवीन मार्कण्डेय, भाजयुमो अध्यक्ष अमित साहू, अशोक पांडेय,सच्चिदानंद उपासने, ओंकार बैस, रमेश सिंह ठाकुर, प्रफुल विश्वकर्मा,मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, अमरजीत छाबड़ा, मंडल अध्यक्ष अनूप खेलकर, प्रवीण देवड़ा, अनिल सोनकर, रविन्द्र ठाकुर, होरीलाल साहू, सचिन मेघानी,अमित मैसेरी, विश्वदिनी पांडेय, नवीन शर्मा ने संबोधित किया।

तत्पश्यात बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत,जिलाध्यक्ष श्रीचन्द सुन्दरनी के नेतृत्व में रायपुर जिला के हज़ारों कार्यकर्ताओ ने थाने घेरने के लिए कूच किया। कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यम दुबा,योगी अग्रवाल, बजरंग खंडेलवाल, आशु चंद्रवंशी, श्यामा चक्रवर्ती, अमरजीत छाबड़ा, ललित जैसिंघ, रमेश मिर्घनी, जिला मंत्री मुरली शर्मा, खेम सेन, अकबर अली, गोपी साहू,राजीव मिश्रा, हरीश ठाकुर,मनोज वर्मा,मृत्युंजय दुबे,राजियत ध्रुव, राजेश पांडेय, रोहित साहू, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गोविंद गुप्ता,अर्पित सूर्यवंशी , सावित्री जगत,वंदना मुखर्जी सहित जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, पार्षद, मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व संयोजक के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता व आम नागरिकों ने भाग लिया।

बड़ी खबर छत्तीसगढ़: ख़त्म हुई मंत्रिपरिषद की बैठक, लिए गए ये अहम फैसले

बड़ी खबर छत्तीसगढ़: ख़त्म हुई मंत्रिपरिषद की बैठक, लिए गए ये अहम फैसले

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज उनके निवास कार्यालय में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित हुई। बैठक में निम्नानुसार महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:-


राज्य में लघु वनोपज के प्रसंस्कण और औषधि पौधा आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु राज्य की नई औद्योगिक नीति 2019-24 के तहत स्थापित उद्योगों में वार्षिक आवश्यकता का 70 प्रतिशत तक कच्चे माल की आपूर्ति छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा किए जाने का निर्णय लिया गया।

छत्तीसगढ़ में मिशन मोड में कोदो, कुटकी, रागी फसलों के लिए मिलेट (लघु धान्य) मिशन को वित्तीय वर्ष 2022-23 से लागू करने का निर्णय लिया गया। उत्पादित मिलेट का उपार्जन छ.ग. लघु वनोपज सहकारी संघ अंतर्गत वन धन समितियों के माध्यम से किया जाएगा। उपार्जित मिलेट का उपयोग मध्यान्ह भोजन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी के पोषण आहार कार्यक्रम में किया जाएगा। मिलेट मिशन के आगामी 5 वर्षो के लिए 170.30 करोड़ रूपए का प्रबंधन जिला खनिज न्यास एवं अन्य शासकीय योजनाओं के कन्वर्जेंस से किया जाएगा।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना में खरीफ वर्ष 2021-22 से खरीफ के समस्त फसलों को शामिल करने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत खरीफ मौसम में कृषि एवं उद्यानिकी फसल उत्पादक किसानों को प्रति वर्ष 9 हजार प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही वर्ष 2020-21 में जिस रकबे में किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया गया था, यदि वह धान के बदले सुगंधित धान, फोर्टिफाइड धान, अन्य अनाज, दलहन, तिलहन, उद्यानिकी फसल अथवा वृक्षारोपण करता है तो उसे प्रति एकड़ 10 हजार रूपए प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा।

प्रदेश के अधिसूचित क्षेत्रों में राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के जिला संवर्ग के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों को उस क्षेत्र के स्थानीय निवासी से भरे जाने हेतु बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन किया गया है। बिलासपुर बोर्ड में एक जिला कोरबा शामिल हैं, इस बोर्ड के कार्यक्षेत्र में ‘‘गौरला-पेण्ड्रा-मरवाही‘‘ जिले को भी सम्मिलित करने का निर्णय लिया गया।

छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना-2021 के तहत निजी विद्यालयों के संदर्भ में शासन द्वारा वहन किए जाने वाले व्यय की अधिकतम सीमा केन्द्र सरकार द्वारा संचालित आवासीय नवोदय एवं एकलव्य विद्यालय में शैक्षणिक व्यय के समतुल्य अथवा उक्त निजी विद्यालय की वास्तविक व्यय जो भी कम हो का अनुमोदन किया गया।

अविभाजित बिलासपुर जिले से नव गठित जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही तथा विभाजित बिलासपुर जिला का अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग का आरक्षण प्रतिशत एवं नियम का अनुमोदन किया गया।

ऐसे आवेदक जिनके माता-पिता छत्तीसगढ़ राज्य का स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र प्राप्त करने की पात्रता रखते है, छत्तीसगढ़ राज्य से बाहर अन्य राज्यों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं अथवा प्राप्त किए हैं, उन्हें भी छत्तीसगढ़ राज्य का स्थानीय निवासी प्रमाण पत्र देने का निर्णय लिया गया।

छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद के अंतर्गत साहित्य अकादमी में अध्यक्ष और 8 सदस्य के स्थान पर 9 सदस्य होंगे। इसके साथ ही साहित्य अकादमी, कला अकादमी, आदिवासी एवं लोक कला अकादमी, छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग तथा छत्तीसगढ़ सिंधी अकादमी के मानदेय और भत्ते में संशोधन का अनुमोदन किया गया।

इस साल राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव 28 अक्टूबर से एक नवंबर छत्तीसगढ़ राज्योत्सव तक आयोजित किया जाएगा। प्रथम तीन दिन 28, 29 और 30 अक्टूबर को आदिवासी नर्तक दलों के कार्यक्रम, 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि को प्रदर्शनी और डाक्युमेंटी का प्रदर्शन तथा एक नवबंर को छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

छत्तीसगढ़ फिल्म नीति-2021 के निर्माण की अनुमति प्रदान की गई। फिल्म नीति का प्रमुख उद्देश्य छत्तीसगढ़ राज्य को फिल्म अनुकूल राज्य बनाने, फिल्म शूटिंग के लिए छत्तीसगढ़ को सेंट्रल हब के रूप में विकसित करना, स्थानीय प्रतिभाओं के लिए रोजगार के अवसरों का विकास करना, फिल्म निर्माण के क्षेत्र में राज्य में निवेशकों को प्रोत्साहित करना तथा प्रदेश के प्राकृतिक और सांस्कृतिक स्थलों को फिल्मों के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाना है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ में निर्मित राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त फिल्म को प्रोत्साहन अनुदान दिया जाएगा। जिसके तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय नई दिल्ली से प्राईम कैटेगरी में राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त करने वाले छत्तीसगढ़ी पृष्ठभूमि के सर्वोत्तम फिल्म, सर्वोत्तम निदेशक, सर्वोत्तम अभिनेता, सर्वोत्तम अभिनेत्री, राष्ट्रीय एकता अथवा सामाजिक संदेश आदि मापदण्ड हेतु अधिकतम एक करोड़ रूपए की राशि (किसी भी एक कैटेगरी में तथा वर्ष में एक बार) अतिरिक्त अनुदान का प्रावधान किया गया है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 में घोषित 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अंतर्गत ‘भूलन द मेज‘ को क्षेत्रीय भाषा छत्तीसगढ़ी की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है। वर्ष 2021 के लिए एक करोड़ रूपए प्रोत्साहन अनुदान की पात्रता होगी।

छत्तीसगढ़ की संस्कृति पर केन्द्रित अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के लघु फिल्म एवं वृत्तचित्र के निर्माण का निर्णय लिया गया। जिसके तहत वर्ष 2021-22 में प्रदेश की संस्कृति के 5 विविध आयामों जैसे सिरपुर, बायसन माड़िया, घोटुल, ढोकरा आर्ट तथा बैगा पर केन्द्रित लघु फिल्म एवं वृत्तचित्र का निर्माण कराया जाएगा।

मोटरयान अधिनियम, 1988 यथा संशोधित 2019 में निहित प्रावधानों के अंतर्गत शमन-शुल्क की राशि को पुनरीक्षित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
डीजल के मूल्य में वृद्धि एवं बस संचालन में अन्य लागत के परिणामस्वरूप प्रक्रम यात्री वाहनों (नगर वाहन सेवा एवं संविदा वाहनों को छोड़कर) के यात्री किराए की दर में वृद्धि का अनुमोदन किया गया।

नेत्रहीन, बौद्धिक दिव्यांगता, दोनों पैरो से चलने में असमर्थ दिव्यांग व्यक्ति, 80 वर्ष या उससे अधिक वरिष्ठ नागरिक और एचआईव्ही एड़स से पीड़ित व्यक्तियों को राज्य में किसी भी स्थान पर उपचार या अन्यथा के लिए एक सहायक के साथ यात्रा करने पर यात्री किराए में 100 प्रतिशत की छूट अर्थात कोई किराया नही लिया जाएगा।

छ.ग. राज्य का निवासी कोई व्यक्ति संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक की अनुशंसा पर कलेक्टर द्वारा सम्यक रूप से जारी किया गया ‘नक्सल प्रभावित व्यक्ति‘ का प्रमाण पत्र रखकर यदि राज्य के भीतर यात्री बस द्वारा यात्रा के दौरान इसे दिखाता है तो उसे 50 प्रतिशत यात्री किराए के भुगतान से छूट दी जाएगी।

छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी लिमिटेड की विद्युत उत्पादन परियोजनाओं के भू-विस्थापितों को पुनर्वास लाभ के तहत नियुक्ति प्राप्त भू-विस्थापित कर्मचारियों के नियमितीकरण एवं सेवा शर्तो पर छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा अनुमोदित पुनरीक्षित पुनर्वास योजना 2015 की कंडिकाओं में प्रावधानों के तहत ऐसे भूधारक जो नियमित शासकीय नौकरी या निजी नौकरी करते थे, तथा ऐसे भूधारक जो भूअर्जन से प्रभावित ग्राम से निवासरत न होकर अन्यत्र नियमित व्यापार अथवा स्व व्यवसाय करते थे या हैं, अपात्रता की स्थिति में, उन्हें लाभ देने का निर्णय लिया गया।

मॉ दंतेश्वरी मक्का प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी समिति मर्यादित कोण्डागांव में वर्तमान में प्रक्रियाधीन मक्का प्रोसेसिंग प्लांट के स्थान पर मक्का आधारित इथेनॉल संयंत्र की स्थापना का निर्णय लिया गया।

राज्य सरकार द्वारा लाख की खेती को कृषि का दर्जा प्रदान किया गया है। जिसके तहत लाख उत्पादक कृषकों अथवा कृषक समूहों को लाख उत्पादन के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज पर अल्पकालीन ऋण दिए जाने का निर्णय लिया गया।

मुख्यालय जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं, छत्तीसगढ़ रायपुर हेतु अतिरिक्त जेल महानिरीक्षक (वेतन लेवल-16) का पद स्वीकृत करने का अनुमोदन किया गया।
रमन श्रीवास्तव आत्मज स्व. व्ही.के. श्रीवास्तव (अधीक्षण अभियंता सिविल) को द्वितीय श्रेणी सहायक अभियंता (वि./या.) के पद पर अनुकंपा नियुक्ति का निर्णय लिया गया।

बीजापुर जिले के एड़समेटा में 17-18 मई 2013 को घटित घटना का न्यायिक प्रतिवेदन केबिनेट की बैठक में प्रस्तुत, रिपोर्ट को स्वीकार किया गया।
मुख्यमंत्री के स्वेच्छानुदान मद से स्वीकृत राशि का अनुमोदन किया गया।

राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्गो के क्वांटिफियेबल डाटा एकत्रित करने हेतु गठित समिति के प्रतिवेदन की प्रति अनुषांगिक कार्यवाही हेतु महाधिवक्ता छत्तीसगढ़ को प्रेषित करने तथा सामान्य प्रशासन विभाग को प्रकरण में आगामी कार्यवाही करने के लिए अधिकृत करने का अनुमोदन किया गया।

 बीजेपी ने 5 राज्यों में चुनाव प्रभारियों का किया ऐलान

बीजेपी ने 5 राज्यों में चुनाव प्रभारियों का किया ऐलान

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने अगले साल होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने बुधवार को पांचों चुनावी राज्यों के लिए अपने प्रभारियों का ऐलान कर दिया है। 

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त किया गया है, जबकि अनुराग ठाकुर और विवेक ठाकुर को सह-प्रभारी बनाया गया है। 

उत्तराखंड के लिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को जिम्मेदारी दी है, उनके साथ लॉकेट चटर्जी और सरदार आरपी सिंह को भी सह-प्रभारी बनाया गया है। 

पंजाब चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ-साथ हरदीप पुरी, मीनाक्षी लेखी, विनोद चावड़ा को प्रभारी नियुक्त किया गया है। 

गोवा चुनाव के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को जिम्मेदारी दी गई है। 

वहीं, मणिपुर के विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रभारी बनाया गया है। 
बड़ी खबर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का निधन, तबियत बिगडऩे पर कराया गया था अस्पताल में भर्ती

बड़ी खबर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का निधन, तबियत बिगडऩे पर कराया गया था अस्पताल में भर्ती

पटना। बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह का आज सुबह निधन हो गया। वह करीब 84 वर्ष के थे। स्व. सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश ने बुधवार को बताया कि उनके पिता लंबे समय से बीमार चल रहे थे। तबियत अधिक बिगडऩे पर इलाज के लिए उन्हें राजधानी पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज सुबह उनका निधन हो गया।


उल्लेखनीय है कि श्री सिंह का राजनीतिक सफर काफी लंबा रहा। वह भागलपुर जिले के कहलगांव विधानसभा क्षेत्र से लगातार नौ बार विधायक रह चुके है। वह पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा की सरकार में सिंचाई मंत्री भी रहे थे।
BREAKING : राज्यपाल ने दिया इस्तीफा... अब यहां बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा

BREAKING : राज्यपाल ने दिया इस्तीफा... अब यहां बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की चर्चा

देहरादून। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल के सचिव बीके संत ने इसकी पुष्टि की है। बेनीरानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल के तौर पर बीती 26 अगस्त को अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं।

दो दिन पहले नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही उनके इस्तीफा देने की चर्चाएं तेज होने लगी थीं। उन्हें उत्तर प्रदेश बीजेपी में बड़ी जिम्मेदारी देने की चर्चाएं हैं। वहीं, अब प्रदेश के नए राज्यपाल की जिम्मेदारी किसे मिलेगी इसको लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है।

उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल थीं बेबी रानी मौर्य
तीन साल पहले उत्तराखंड में राज्यपाल की कमान संभालने वालीं बेबी रानी मौर्य प्रदेश की दूसरी महिला राज्यपाल थीं। उनसे पहले मारग्रेट आल्वा प्रदेश की राज्यपाल रह चुकी थीं।