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आसमान पर थूकने से वह खुद के चेहरे पर ही गिरता है : भूपेश बघेल

आसमान पर थूकने से वह खुद के चेहरे पर ही गिरता है : भूपेश बघेल

रायपुर। जगदलपुर में चल रहे चिंतन शिविर में छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के विवादस्पद बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पुरंदेश्वरी के बयान पर उन्होंने कहा कि आसमान पर थूकने से वह खुद के चेहरे पर ही गिरता है। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि पुरंदेश्वरी कांग्रेस में थीं तब तो ठीक-ठाक थीं, इस मानसिक स्तर के बारे में पता नहीं था।

ज्ञातव्य है कि पिछले 3 दिन से जगदलपुर में भाजपा का चिंतन शिविर चल रहा था। शिविर के अंतिम दिन कार्यकर्ताओं का सम्मेलन रखा गया। इसमें उद्बोधन के दौरान पुरंदेश्वरी ने कहा कि अगर आप पीछे पलट कर थूकेंगे भी तो इससे भूपेश बघेल और उनका पूरा मंत्रिमंडल बह जाएगा।

जिस समय भाजपा की प्रदेश प्रभारी ने यह बयान दिया सभा स्थल पर करीब 2000 कार्यकर्ता मौजूद थे। पुरंदेश्वरी ने कहा सभी जानते हैं की कांग्रेस में एक परिवार का आदमी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है, जबकि भाजपा में एक चाय वाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है। आने वाले चुनाव में छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनानी है। हमें इसके लिए बस्तर की सीटें भी जीतनी है। यह तभी संभव होगा जब भाजपा के कार्यकर्ता अपनी ताकत झोंके।

अमरकंटक से रायपुर लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब इस बयान के बारे में प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा कि मुझे पता नहीं था कि भाजपा में आने के बाद पुरंदेश्वरी की मानसिक स्थिति इस स्तर पर आ जाएगी। जब वह अर्जुन सिंह के साथ राज्यमंत्री थी तब तो ठीक थी। सीएम बघेल ने कहा कि 3 दिन के चिंतन शिविर का यही निष्कर्ष निकला है। आसमान पर थूकने से वह खुद के चेहरे पर ही गिरता है।

चिंतन शिविर में मांदर की थाप पर झूम उठे बीजेपी के नेतागण, विडियो हुआ वायरल

चिंतन शिविर में मांदर की थाप पर झूम उठे बीजेपी के नेतागण, विडियो हुआ वायरल

रायपुर, छत्तीसगढ़ बीजेपी ने बस्तर में तीन दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ का आयोजन किया है। बीजेपी मिशन 2023 की चुनावी रणनीति पर मंथन कर रही है। इसी बीच चिंतन शिविर के दूसरे दिन सांस्कृतिक संध्या में बीजेपी नेता मांदर की थाप पर थिरकते नजर आए। बीजेपी नेता पारम्परिक धुन पर जमकर थिरके। नंदकुमार साय ने मांदर भी बजाया।
चिंतन शिविर में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, सांसद रामविचार नेताम, संतोष पांडेय, संगठन मंत्री पवन साय समेत कई बड़े नेता मांदर की थाप पर जमकर झूम उठे। जिसका वीडियो भी सामने आया है।
देखे विडियो
 

देश के सामने 1991 जैसा आर्थिक संकट: राहुल गाँधी

देश के सामने 1991 जैसा आर्थिक संकट: राहुल गाँधी

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने रसोई गैस और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि ईंधन की कीमतों में जब भी इजाफे की बात कही जाती है तो कह दिया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों में इजाफा हो रहा है। यह बात गलत है। हमारी सरकार थी, तब क्रूड ऑयल की कीमत 105 डॉलर प्रति बैरल था और अब यह 71 डॉलर प्रति बैरल है। उन्होंने आगे कहा कि देश के सामने 1991 जैसा ही संकट पैदा हो रहा है। यह अर्थव्यवस्था की समस्या नहीं है बल्कि ढांचागत समस्या है। इससे नीतियों में बदलाव किए बिना बाहर निकला नहीं जा सकता है।


राहुल गांधी ने आगे कहा कि देश के युवाओं को यह सोचना चाहिए कि यह आपका पैसा है और इसे किसके हाथों में दिया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि 23 लाख करोड़ रुपए की रकम किन हाथों में जा रही है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोनेटाइजेशन प्लान से 6 लाख करोड़ रुपए जुटाने की बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के ही 4 से 5 प्रिय मित्रों के हाथों में इसके तहत देश की संपत्ति चली जाएगी। महंगाई समेत कई मुद्दों पर कांग्रेस का विरोध नजर न आने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि अभिव्यक्ति को रोका जा रहा है। आप जानते हैं कि मीडिया को बोलने नहीं दिया जा रहा है। हमें संसद में भी रोका जा रहा है। लेकिन इससे गुस्सा बढ़ता जाएगा और रिएक्शन जबरदस्त होगा। राहुल गांधी ने कहा कि हम लाखों लोगों को लेकर सड़क पर उतर सकते हैं, लेकिन उसके दूसरे खतरे हैं। इसलिए हम ऐसा करने से बच रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार को 23 लाख करोड़ रुपये की रकम बढ़े हुए टैक्स से मिली है। आखिर यह रकम कहां जाएगी। हमारी सरकार के दौर में जब 105 डॉलर प्रति बैरल कच्चा तेल था तो देश में पेट्रोल की कीमत 71 रुपये लीटर थी। आज दुनिया में क्रूड 71 में है तो पेट्रोल की कीमत 100 रुपए के पार है।

तालिबानियों से बात कर केंद्र सरकार का असली चेहरा हुआ बेनकाब : कांग्रेस

तालिबानियों से बात कर केंद्र सरकार का असली चेहरा हुआ बेनकाब : कांग्रेस

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार को तालिबान से बात करना कूबूल है लेकिन 9 माह से दिल्ली बॉर्डर में आंदोलनरत किसानों से नहीं। भूपेश बघेल सरकार और मोदी सरकार का अंतर स्पष्ट है। मोदी सरकार किसान विरोधी, गरीब विरोधी और भ्रष्ट है। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को लगातार राहत देने वाले फैसले कर रही है। वहीं केन्द्र की मोदी सरकार ने 2022 में किसानों को आय दुगुना करना तो दूर कृषि उपकरण टीकाकरण दवाईया, रासायनिक खाद डीजल के मूल्य में बेतहाशा वृद्धि कर दी है। धान के समर्थन मूल्य में केन्द्र सरकार ने मामूली वृद्धि की है, जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। किसानों की आय दुगुनी करना तो दूर, मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल, खाद महंगा कर किसानों के जेब से पैसे निकालने का काम कर रही है। स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने का मोदी सरकार का भी झूठा साबित हुआ।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इसके ठीक विपरीत अकाल की स्थिति होने पर भी किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की 9000 रू. प्रति एकड़ की राशि देने का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना की यह राशि चार किस्तों में किसानों को मिलेगी। अकाल की स्थिति होने पर भी किसानों को 9 हजार रू. प्रति एकड़ राजीव गांधी किसान न्याय योजना की राशि देने की घोषणा से एक बार फिर साबित हो गया कि हर स्थिति में छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार किसानों के साथ खड़ी है।

कांग्रेस सरकार ने अकाल की स्थिति में भी किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की प्रति एकड़ 9 हजार रू. की राशि देने की घोषणा करके ग्रामीणों के स्वावलबन और किसानों को आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करने एक और मजबूत कदम बढ़ाया है। इस निर्णय से एक बार फिर साबित हो गया कि भूपेश बघेल है तो भरोसा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अब स्पष्ट हो गया है कि भाजपा किसानों के हमदर्द बनने का झूठा खोखला दावा करती है। सच यह है कि भाजपा सरकार ने 9 माह से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे।

किसानों की मांग पूरा करना तो दूर उनसे अभी तक ठीक से बात तक नहीं की है। बहुत से किसान इस आंदोलन के चलते शहीद हो गए। केन्द्र सरकार की ओर से न तो उन्हें श्रद्धांजलि दी गई न किसानों के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की गई है। तालिबान की अफगानिस्तान में सरकार भी अभी ठीक से नहीं बनी है। मोदी सरकार को तालिबान से बात करने की इतनी जल्दी है कि सरकार का ढ़ाचा बने और तालिबान सरकार की नीति स्पष्ट हुए बिना अनौपचारिक ही नहीं औपचारिक बात भी शुरू कर दी है।

अगस्त 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि गुड तालिबान और बैड तालिबान अब में चलने वाला नहीं है। हर किसी को यह तय करने पड़ेगा की वह आंतकवादियों के साथ है या मानवता के साथ है। अगस्त 2015 को अभी 6 साल भी नहीं बीते है और अगस्त 2021 में अब तालिबान को गुड तालिबान और बैड तालिबान की परिभाषा देकर जो कुचक मोदी सरकार ने शुरू किया है उसे देश समझ भी रहा है और उससे असहमत है। अब मोदी सरकार को यह फैसला लेने का समय आ गया है कि यह मानवता के साथ है या आतंकवादियों के साथ है। कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने दोहा में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तनेकजेई से औपचारिक मुलाकात कर ली है। अमेरिका के दबाव में आकर मोदी सरकार पहले ही तालिबान से अनौपचारिक चर्चा कर ही रही थी। तालिबान के नाम से देश के मुसलमान भाईयों के खिलाफ जहर फैलाने वाली भाजपा की सरकार का यह दोहरा चरित्र है। जबकि खुद विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि हाथ में हथियार लेकर राज करने वालों के संग हम बात नहीं कर सकते। खुद तालिबान से गलबहियां कर रही भाजपा की सरकार की वास्तविकता अब स्पष्ट हो गई है। यह अब तक तालिबान का नाम का उपयोग नफरत फैलाने के लिये करते थे, लेकिन हकीकत में इनको तालिबान से कोई परहेज नहीं है।

जितनी चर्चा होनी थी हो गई, अब ढाई-ढाई साल के मुद्दे पर बोलने कुछ नहीं बचा : सिंहदेव

जितनी चर्चा होनी थी हो गई, अब ढाई-ढाई साल के मुद्दे पर बोलने कुछ नहीं बचा : सिंहदेव

रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली से रायपुर पहुंच गए हैं। अपने दिल्ली दौरे से लौटने के बाद सिंहदेव ने कहा कि वे दिल्ली पारिवारिक पूजा कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। आगे उन्होंने कह कि ढाई-ढाई साल वाले मामले में जितनी चर्चा होनी थी हो गई, अब इस मुद्दे पर बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है। इसलिए इस पर अब काेई बात नहीं हाेगी।

टीएस सिंहदेव के दिल्ली जाने के बाद यहां पर तरह तरह के कयास लगाए जा रहे थे। उनके दिल्ली जाने काे लेकर भूपेश खेमे के लाेग भी जानने के प्रयास में लग गए थे कि आखिर टीएस किनके बुलावे पर दिल्ली गए हैं। इधर कल शाम रायपुर वापस लाैटने पर टीएस ने कहा, दिल्ली में किसी नेता से किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई। इसी के साथ टीएस सिंहदेव ने कहा, मेरे शुभचिंतकों ने मुझे सचेत रहने के लिए कहा है, ताकि कोई विवाद की स्थिति न हो।

पं रविशंकर विश्वविद्यालय में "जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा" को NSUI एवं 6000 छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय में किया जोरदार प्रदर्शन- संकल्प मिश्रा

पं रविशंकर विश्वविद्यालय में "जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा" को NSUI एवं 6000 छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय में किया जोरदार प्रदर्शन- संकल्प मिश्रा

रायपुर, "जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा" को लेकर रायपुर ज़िला एनएसयूआई के द्वारा संयुक्त रुप से पिछले 1 महीने से लगातार विश्वविद्यालय में ऑनलाइन परीक्षा कराए जाने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन एवं ज्ञापन दिया जा रहा है आज उसी कड़ी में हजारों की संख्या में छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर का घेराव किया।
ज़िला महासचिव संकल्प मिश्रा ने बताया की एनएसयूआई द्वारा पिछले 1 महीने से लगातार विभिन्न तरीको से विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति को ज्ञापन, दंडवत प्रणाम एवं कुलपति के निवास के सामने रात को प्रदर्शन कर अपनी मांग को मुखर किया गया एनएसयूआई की यह मांग है कि कक्षाएं ऑनलाइन ली गई है तो परीक्षा भी ऑनलाइन कराया जाए इसको लेकर आज विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय से प्रमाणित महाविद्यालय के लगभग 6000 छात्रों ने मिलकर विश्वविद्यालय के मेन गेट का घेराव किया इस गिरोह के दौरान पंडित रविशंकर जी की मूर्ति के नीचे प्रदर्शन कर रहे पदाधिकारियों एवं छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलने की मांग रखी गई उसके बाद कुलपति प्रोफेसर वर्मा द्वारा 25 पदाधिकारियों का डेलिगेशन को अपने कक्ष में बुलाया और उनसे उनकी मांगों को लेकर विस्तृत चर्चा की और उसके बाद उनको आश्वासन दिलाया की विश्वविद्यालय द्वारा एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई जाएगी जिसमें परीक्षा को ऑनलाइन कराए जाने को लेकर कमेटी अपना जांच करेगी।
शाम 4:00 बजे एनएसयूआई के पदाधिकारियों द्वारा माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल से मुलाकात कर उनको छात्रों की परिस्थिति से अवगत कराया और उनसे भी यह मांग की गई जैसी शिक्षा दी गई है वैसे ही परीक्षा ली जाए और मंत्री श्री उमेश पटेल ने एनएसयूआई के पदाधिकारियों को आश्वासन दिलाया की जल्दी से छात्र हित में निर्णय लिया जाएगा।
एनएसयूआई के मुख्य पदाधिकारी जिला महासचिव संकल्प मिश्रा, प्रशांत गोस्वामी, हरिओम तिवारी एवं निखिल वंजीरी द्वारा संयुक्त रुप से इस मांग को उठाया गया। जिसमें मुख्यरूप से विधानसभा अध्यक्ष केशव सिन्हा, देव निर्मलकर, विकास राजपूताना, मोनु तिवारी, ज़िला महासचिव राहुल चंद्राकर, ज़िला सचिव पुष्पेंद्र ध्रुव, विशाल दुबे, हर्षराज शर्मा, शिवंश राज शुक्ला, फ़रदीन खान, प्रतीक भगत संस्कार द्विवेदी, निशांत शर्मा समेत हज़ारों छात्र शामिल थे
 

 बड़ी खबर: रायपुर से बस्तर की फ्लाइट में उड़ेंगे 40 भाजपा नेता, तीन दिवसीय चिंतन शिविर का प्रारंभ आज से

बड़ी खबर: रायपुर से बस्तर की फ्लाइट में उड़ेंगे 40 भाजपा नेता, तीन दिवसीय चिंतन शिविर का प्रारंभ आज से

रायपुर। बस्तर में आज शाम से भाजपा का तीन दिवसीय चिंतन शिविर प्रारंभ हाेगा। इस शिविर में शामिल होने वाले राष्ट्रीय नेता राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री शिवप्रकाश, सहप्रभारी नितिन नवीन रायपुर पहुंच गए हैं। अब ये नेता राज्य के नेताओं, सांसद, विधायकाें के साथ दाेपहर एक बजे जगदलपुर की नियमित फ्लाइट से रवाना हाेंगे। इस फ्लाइट में भाजपा नेताओं की 40 सीटें बुक हैं। प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी हैदराबाद से सीधे जगदलपुर पहुंचेंगी। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संताेष कल रायपुर आकर बस्तर जाएंगे।

भाजपा ने मिशन 2023 की तैयारी के लिए बस्तर में चिंतन शिविर का आयोजन किया है। तीन दिनों से इस शिविर में चुनिंदा नेता ही शामिल होेंगे। जिनको चिंतन शिविर में शामिल किया जा रहा है, उनको इसकी सूचना सीधे दी गई है। इस शिविर में सभी सांसद, विधायक और कोर ग्रुप के सारे सदस्यों के साथ प्रदेश संगठन के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय, चारों महामंत्री नारायण सिंह चंदेल, भूपेंद्र सवन्नी, पवन साय और किरण देव के साथ तीन उपाध्यक्षाें काे ही शामिल किया गया है। पदाधिकारियों काे शिविर से अलग रखा गया है।
 
छत्तीसगढ़, पंजाब के बाद अब इस राज्य के कांग्रेस में रार, राहुल को खत लिख उठाया सवाल तो हुए बाहर

छत्तीसगढ़, पंजाब के बाद अब इस राज्य के कांग्रेस में रार, राहुल को खत लिख उठाया सवाल तो हुए बाहर

कांग्रेस के लिए समस्याएं खत्म नहीं हो रही हैं। अभी वह पंजाब और छत्तीसगढ़ में विवाद को सुलझा नहीं पाई है कि केरल में भी कांग्रेस को कुछ ऐसी ही चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। केरल में कांग्रेस सेक्रेट्री पीएस पारसनाथ को पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है। उनके ऊपर आरोप हैं कि वह कांग्रेस हाई कमान को चुनौती दे रहे थे और गलत आरोप लगा रहे थे। केरल में कांग्रेस पार्टी चीफ के सुधाकरन ने यह बातें कहीं हैं। पारसनाथ ने अपने लेटर में पार्टी के जनरल सेक्रेट्री केसी वेणुगोपाल पर सवाल उठाए थे।

कहा, जबसे वेणुगोपाल ने चार्ज लिया कुछ भी ठीक नहीं
गौरतलब है कि पीएस पारसनाथ ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी जनरल सेक्रेटी केसी वेणुगोपाल पर आरोप लगाए थे। इस चिट्ठी में पारसनाथ ने लिखा था कि जबसे वेणुगोपाल ने चार्ज संभाला है पार्टी में बिखराव नजर आने लगा है। पारसनाथ ने आगे लिखा है कि सिर्फ केरल में ही नहीं, गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ समेत तमाम जगहों पर पार्टी के लिए मुश्किल बढ़ी है।
भाजपा से मिलीभगत का लगाया था आरोप
पारसनाथ सिर्फ इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने आगे लिखा है कि केरल में कांग्रेस के कार्यकर्ता बिल्कुल कंफ्यूज हैं। वह समझ नहीं पा रहे हैं कि कहीं केसी वेणुगोपाल भाजपा के साथ मिलीभगत करके प्रदेश में पार्टी को धराशाई तो नहीं करना चाहते हैं। उनका यह पत्र सामने आने के बाद से ही तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। इसके बाद शाम होते-होते पारसनाथ के पार्टी से बाहर निकालने का आदेश आ गया।
अखाड़ा बन गई है कांग्रेस पार्टी
गौरतलब है कि हाल-फिलहाल कांग्रेस पार्टी में लगातार घमासान हो रहा है। विभिन्न राज्यों में पार्टी के अंदर गुटबाजी और विवाद सामने आ रहा है और उसके लिए हालत बहुत मुश्किल हो गई है। पहले राजस्थान में गहलोत और पायलट गुट के बीच किसी तरह सुलह हुई। इसके बाद पंजाब में सिद्धू और कैप्टन के बीच आए दिन तलवार खिंची हुई है। वहीं छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस देव के बीच सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है। इन सबके बीच केरल में इस तरह का विवाद सामने आना पार्टी के लिए नई चुनौती बन सकता है।

 

 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धूमधाम से मनाया श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धूमधाम से मनाया श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व

रायपुर: मुख्यमंत्री ने आज अपने निवास में आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।


संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राजधानी रायपुर के कोपलवाणी विद्यालय के मूक-बधिर बच्चे श्री कृष्ण और राधा की वेशभूषा में शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य वनौषधि पादप बोर्ड के उपाध्यक्ष छविन्द्र कर्मा, संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य सहित अनेक अधिकारी-कर्मचारीगण भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने बच्चों को तिलक लगाकर मिठाई खिलाया।


कोपलवाणी विद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. प्रीति उपाध्याय ने बताया कि इस कार्यक्रम में कक्षा 1 से लेकर स्नातक स्तर के बच्चे शामिल हुए हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय में सभी बच्चों को नृत्य, पेंटिंग और ड्रॉइंग की विधाओं में भी प्रशिक्षित किया जाता है। इससे पूर्व विद्यालय के बच्चों के द्वारा मुख्यमंत्री जी को अपने हाथों से निर्मित उनकी पेंटिंग भी उपहार स्वरूप भेंट किया जा चुका है।

 छत्तीसगढ़ सरकार की आर्थिक नीतियां राज्य को कर्ज में डुबा रही हैं- डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़ सरकार की आर्थिक नीतियां राज्य को कर्ज में डुबा रही हैं- डॉ. रमन सिंह

रायपुर. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जमकर निशाना साधा. मीडिया से बात करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण ही राज्य कर्ज के बोझ तले दबता चला जा रहा है. राज्य का मैचिंग ग्रांट नहीं मिलने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना के 11 लाख मकान नहीं बन पा रहे हैं. इसका सीधा नुकसान प्रदेश के 11 लाख गरीबों को होगा. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के मुताबिक, राज्य सरकार की कुप्रबंधन की ही देन है कि राज्य को साल का 10 हजार करोड़ रुपये सिर्फ ब्याज के रूप में चुकाना पड़ रहा है.

वहीं, आर्थिक नीतियों को लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस की सरकार जिस गति से प्रदेश को कर्ज में डुबो रही है, राज्य को डूबने से कोई नहीं बचा सकता. राज्य सरकार अपनी गलत नीतियों के कारण महज ढाई साल में 36 हजार करोड़ रुपये कर्ज ले चुकी है, जिसका सीधा भार आम जनता पर पड़ता है.

बीजेपी की ओर से राज्य सरकार पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद सत्ताधारी दल की ओर से मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बयान जारी करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार संसाधन के नाम पर जनता का पैसा लूटती थी. बड़ी-बड़ी बिल्डिंग बनाकर बीजेपी बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करती थी. जबकि कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता में गांव, गरीब और किसान हैं. इसलिए राज्य सरकार किसानों के लिए, गरीबों के लिए और आम जनता के लिए कई योजनाएं चला रही है. कांग्रेस ने यह भी कहा कि डॉ. रमन सिंह बड़े अर्थशास्त्री बनते हैं तो थोड़ा ज्ञान केंद्र की मोदी सरकार को भी दे दें कि किस तरह से रिजर्व फंड को भी केंद्र खर्च करती जा रही है.
 बड़ी खबर: कांग्रेस ने दो वरिष्ठ नेताओं को किया निलंबित, जानिए आखिर क्यों किया गया निलंबित

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तिरुवनंतपुरम। केरल में कांग्रेस द्वारा एआईसीसी ने राज्य में पार्टी के जिला प्रमुखों के चयन पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी व्यक्त करने के लिए अपने दो वरिष्ठ नेताओं को निलंबित कर दिया है।

केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष के सुधाकरन ने कहा कि पूर्व विधायक के शिवदासन नायर और केपीसीसी के पूर्व महासचिव केपी अनिल कुमार को पार्टी से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।

एक बयान में कहा गया कि दोनों ने अनुशासन की कमी दिखाई और डीसीसी के पुनर्गठन से संबंधित मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक बयान दिए। दोनों नेताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी (डीडीसी) प्रमुखों के चयन को लेकर राज्य नेतृत्व की तीखी आलोचना की। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने शनिवार शाम को राज्य के 14 डीसीसी की सूची प्रकाशित की थी, जिसके बाद असंतुष्ट नेताओं ने टीवी टॉक शो में यह टिप्पणी की।
 
भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ की बैठक में डॉ रमन ने कहा ये प्रदेश सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है

भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ की बैठक में डॉ रमन ने कहा ये प्रदेश सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है

रायपुर, भाजपा प्रदेश आर्थिक प्रकोष्ठ की कार्यसमिति रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम की शुरआत संयोजक राजेश अग्रवाल के स्वागत भाषण से हुई।
उद्धघाटन सत्र में डॉ रमन सिंह ने कहा ये सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है ये जनता का काम क्या करेगी? इस सरकार में सिर्फ संवाद नही विवाद ही विवाद है।कांग्रेस की राज्य सरकार वित्तीय अनियमिताओं ,घाटे बनाने का रिकॉर्ड कायम कर रही है जिस हिसाब से सरकार चल रही है पूँजीगत व्यय यानी विकास के काम जो पहले ही घटा दिए गए है वह न्यूनतम स्तर पर 9.5% पहुँचने जा रहा है।
डॉ रमन ने कहा यह पहली सरकार है जो नरवा गरुवा घुरवा बाड़ी को अपनी मुख्य योजना बताती है लेकिन उसे बजट में एक रु नही देती।

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भाजपा आर्थिक् प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यासमिति को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश विकास की कभी चिंता नहीं करती है चाहे वो विकास आर्थिक के क्षेत्र में क्यों न हो।कांग्रेस को अपने आर्थिक विकास की चिंता अधिक रही है। प्रदेश का हाल यह है राज्य के पास विकास कार्यो के लिए पैसे नही है जो भी कार्य हो रहा वह केंद्र के पैसे से हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार प्रदेश में सत्ता संभल रही है, तब से आर्थिक रूप से कर्जादारी के प्रदेश का पहचान बनती जा रही है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि देश की आजादी के बाद उद्योग मंत्री के रूप में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आर्थिक मजबूती के औद्योगिक आंदोलन के मजबूत किया। इस समय पर आर्थिक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी इस समय अधिक बढ़ जाती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आर्थिक नितियों और केन्द्र सरकार की योजना को जनता ले जाये और प्रदेश के असफलता को बतायें। इस अवसर पर प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने संगठन के गतिविधियों पर चर्चा करते हुए आर्थिक प्रकोष्ठ को और मजबूत करने की दिशा में कार्य करने के लिये महत्वपूर्ण सुझाव दिये।

पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा राज्य सरकार केंद की योजनाएं लागू नही कर रही इसके लिए हम हल्ला बोलेंगे।राज्य सरकार खुद के पैसे से नाली तक नही बना पा रही है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा जहाँ मुख्यमंत्री की फ़ोटो नही छपती वो योजना वह लागू नही करते मतलब उन्हें अपने फोटो से मतलब है जनता से नही। उन्होंने कहा काँग्रेस
पारदर्शीता नही चाहती इसीलिए आज भी डायरेक्ट बेनिफिट बैंक खाते में देने की जगह नकद देने की सोचते है।
आर्थिक प्रकोष्ठ हर जिले में एक हेल्प डेस्क खोलेगा जिसके द्वारा लोगो की मदद की जाएगी।
कार्यक्रम में सीए अमित चिमनानी के संपादन में लिखी एक किताब ज्ञान गंगा का भी विमोचन किया गया जिसमें केंद्र की उपब्धियों व राज्य की असफलताओ का आकड़ो के साथ उल्लेख है।
कार्यक्रम में संयोजक राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक डायरेक्टरी का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम को भाजपा कोर ग्रुप के सदस्य श्री राम प्रताप सिंह व प्रदेश मंत्री श्री ओपी चौधरी, प्रदेश संयोजक राजेश अग्रवाल ने भी सह संयोजक अमित चिमनानी ने भी संबोधित किया।

कार्यसमिति का संचालन सीए अमित चिमनानी, कमल गर्ग व अभिषेक शर्मा ने किया। प्रदेश पदाधिकारियो के साथ साथ आयोजन में लोकेश कावड़िया,परेश बागबाहरा ,शिव चन्द्राकर, विपीन मालवीय ,संतोष रामानी माजूद रहे।
 

BIG BREAKING : ढाई-ढाई साल पर खुल कर बोले मंत्री टी एस सिंहदेव, प्रेसवार्ता में कही यह बड़ी बात

BIG BREAKING : ढाई-ढाई साल पर खुल कर बोले मंत्री टी एस सिंहदेव, प्रेसवार्ता में कही यह बड़ी बात

रायपुरछत्तीसगढ़ में ढाई साल के मुख्यमंत्री के कार्यकाल संबंधी किसी समझौते पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपनी बात रखी है। अपने आवास पर उन्होंने कहा, यह पार्टी के अंदर की बात थी, लेकिन इतना अधिक चर्चा में आ गया कि ओपन हो गया। जब ओपन ही हो गया तो हाइकमान ने पक्षकारों से बात की है। स्थायी निर्णय जल्द आ जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के बाद प्रेस से बातचीत में मंत्री टीएस सिंहदेव ने ताजा राजनीतिक खींचतान पर बात की। ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर लग रहे कयासों और कार्यकर्ताओं-अधिकारियों की उहापोह से जुड़े एक सवाल पर टीएस सिंहदेव ने कहा, यह पार्टी के अंदर की बात है, हाइकमान के पास मामला सुरक्षित है। वो उसपर निर्णय लेंगे। मीडिया में अधिक चर्चा में आ गया, ढाई साल-ढाई साल, लोगों में भी आ गया, विधायक भी पहुंच गए वहां अपनी राय रखकर आए, यानी एक तरह से यह ओपन हो गया। जब ओपन ही हो गया तो हाइकमान ने संबंधित लोगों से चर्चा की। उसके बाद जो वो निर्णय लेंगे। मुझे लगता है कि स्थायी निर्णय निकट भविष्य में सामने आ जाएगा। 50 से अधिक विधायकों के दिल्ली पहुंचने के सवाल पर टीएस सिंहदेव ने कहा, वहां पहुंचे 80-90 प्रतिशत लोगों की राय एक ही है जो हाइकमान का फैसला होगा स्वीकार होगा। मुझसे पूछिएगा तो मेरी भी राय यही है कि जो हाइकमान तय करेगा। हमारे विधायकों की भी यही राय है कि हाइकमान जो कहेगा वह हम सबको मंजूर होगा। अभी तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कभी भी ढाई-ढाई साल के सीएम की बात को लेकर ऐसी बात नहीं कही है। राहुल गांधी से दो दौर की चर्चा के बाद भी मुख्यमंत्री यही कहते रहे कि विकास योजनाओं पर चर्चा हुई है।


कल रायपुर पहुंचे थे टीएस सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल रात आठ बजे दिल्ली से रायपुर लौटे। हवाई अड्‌डे पर प्रेस से चर्चा में उन्होंने कहा था, हाईकमान से यहां के मुद्दों पर खुलकर बात हुई है। पूरे मन से हाईकमान से चर्चा करके उनकी राय और मंशा जानी। पूरी बात हाईकमान से हो चुकी है अंतिम निर्णय हाईकमान के पास सुरक्षित है। सिंहदेव ने कहा, कुछ बातें रहती हैं जिनके लिए समय लगता है। हाईकमान ने बातों का संज्ञान लिया है जल्द ही कुछ निर्णय होगा। मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर पूछे गए प्रश्न पर सिंहदेव ने कहा, अगर कोई चीज स्थायी है तो वह परिवर्तन है।


डेढ़ सप्ताह से दिल्ली में थे सिंहदेव
टीएस सिंहदेव पिछले डेढ़ सप्ताह से दिल्ली में हैं। 24 अगस्त को राहुल गांधी से मुलाकात के बाद भी वे वहीं जमे हुए थे। उनको संकेत मिले थे कि सोनिया गांधी के साथ बैठक का बुलावा कभी भी आ सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सिंहदेव ने बताया, 25 अगस्त को वे लौट रहे थे, लेकिन पीएल पुनिया के कहने पर रुक गए। उस दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौटे और उनके समर्थकों ने हवाई अड्‌डे पर शक्ति प्रदर्शन किया। उसके बाद अचानक कांग्रेस का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। आनन-फानन में विधायकों को रायपुर बुलाया गया। गुरुवार को विधायकों को दिल्ली रवाना किया गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद दिल्ली पहुंच गए।

दिल्ली से रायपुर लौटने के बाद सिंह देव ने दिया बड़ा बयान, परिवर्तन को लेकर कही ये बात

दिल्ली से रायपुर लौटने के बाद सिंह देव ने दिया बड़ा बयान, परिवर्तन को लेकर कही ये बात

रायपुर, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आज दिल्ली दौरे से लौटे है। स्वामी विवेकानंद विमानतल पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने का कि
दुनिया में एक ही चीज़ स्थायी है, और वह है `परिवर्तन`, बस अब आलाकमान के निर्णय का इंतज़ार है। आगे उन्होंने कहा- `मैं दिल्ली में रुका हुआ था। पूरे मन से हाईकमान से चर्चा करके उनकी राय और मंशा जानी। पूरी बात हाईकमान से हो गई है। अंतिम निर्णय हाईकमान के पास सुरक्षित है, कुछ बातें रहती हैं जिनमें उलझने रहती हैं, उनमें समय लगता है। हाईकमान जो निर्णय लेगा वह हमें स्वीकार्य है।`
ज्ञातव्य है कि कल दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान पीएल पुनिया और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे।
 

कल लौट रहे है स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, जाने आलाकमान से मीटिंग पर क्या कहा

कल लौट रहे है स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, जाने आलाकमान से मीटिंग पर क्या कहा

दिल्ली. छत्तीसगढ़ में शियासी संकट खत्म होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल से अपने काम पर लौट रहे हैं. शनिवार शाम को स्वास्थ्य मंत्री काफी लंबे समय के बाद रायपुर लौट रहे है. टीएस सिंहदेव कल से मंत्रालय के अफसरों के साथ समीक्षा बैठकें भी शुरू कर देंगे. मुख्यमंत्री पद की कुर्सी को लेकर चल रही रस्साकशी पर उन्होंने कहा कि आलाकमान ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है, निर्देश का इंतजार कर रहे हैं. ढ़ाई-ढ़ाई साल के मुख्यमंत्री पद के वादे को पूरा कराने के लिए टीएस सिंहदेव काफी दिनों से आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली में रुके हुए थे. स्वास्थ्य मंत्री खुद कहते हैं कि पार्टी हाईकमान राहुल गांधी के सामने खुले मन से अपनी बात रख दी है. अब सिर्फ हाईकमान के दिशा निर्देश का इंतजार है. वैसे समय-समय पर हाईकमान से दिशानिर्देश मिलते है और उस पर काम करते है.


स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शनिवार को राहुल गांधी से हुई मुलाकात पर कहा कि मुख्यमंत्री ने 24 अगस्त की मुलाकात के बाद भी राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था. 25 अगस्त को इस वजह से वो दिल्ली रुके भी थे. अब कल का समय मिला, उनकी मुलाकात हो गई. राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया ने भी इस बारे बताया था. टीएस सिंहदेव ने बताया कि हाईकमान के निर्णय का इंतजार है. बात बहुत खुलकर हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी नेतृत्व से मार्गदर्शन की जरूरत होगी तो फिर मिलेंगे, वैसे बार-बार हाईकमान से मिलने का कोई औचित्य नहीं है.

बैठक में बाद एआईसीसी दफ्तर पहुंचे सीएम बघेल, मुख्यमंत्री बघेल ने पत्रकारों से कहा..............

बैठक में बाद एआईसीसी दफ्तर पहुंचे सीएम बघेल, मुख्यमंत्री बघेल ने पत्रकारों से कहा..............

रायपुर/नई-दिल्ली: राहुल गांधी के साथ सीएम भूपेश की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री बघेल एआईसीसी कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में छत्तीसगढ़ के विकास और राजनीति के बारे में राहुल गांधी के साथ विस्तार से चर्चा हुई। मैंने सभी बातें उनके सामने रखी। मैंने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वे छत्तीसगढ़ आए और वे अगले हफ़्ते छत्तीसगढ़ आएंगे।

वहीं बैठक को लेकर पीएल पुनिया कहा था कि किसी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है। मीडिया ने ढाई साल के कार्यकाल के फार्मूले पर जब सवाल पूछा, तो जवाब में पुनिया ने दो टूक कहा कि, ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई है। राज्य के पांचों संभागों के हालातों पर चर्चा की गई। आने वाले चुनाव की तैयारियों से जुड़े मुद्दों पर भी रायशुमारी की गई है। छत्तीसगढ़ में ढाई साल के कार्यकाल का कोई फार्मूला नहीं है।

ख़त्म हुई राहुल-प्रियंका संग भूपेश की बैठक, अब सिंहदेव की बारी

ख़त्म हुई राहुल-प्रियंका संग भूपेश की बैठक, अब सिंहदेव की बारी

रायपुर/नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर खिंचा-तानी तेज हो गई है। इसी सिलसिले में विधायकों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दिल्ली पहुंचे। यहां सीएम बघेल ने राहुल-प्रियंका गांधी के साथ लगभग 2 घंटे तक बैठक की। इस बैठक में पीएल पुनिया और केसी वेणूगोपाल भी मौजूद रहे। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके बाद टीएस सिंहदेव को बैठक के लिए बुलाया जा सकता है।

सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में 55 विधायक राष्ट्रीय कांग्रेस के दफ्तर में मौजूद हैं। विधायकों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में पत्र भी लिखवाए गए हैं। ये पत्र आलाकमान तक भेजे जाएंगे। भूपेश बघेल के नेतृत्व में बेहतर कार्य किए जाने का हवाला पत्र में दिया गया है। आने वाले दिनों में बघेल को ही मुख्यमंत्री बनाएं रखने की मांग विधायकों ने की है।

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस मुख्यालय में विधायकों के शक्ति प्रदर्शन का दावा किया जा रहा है। सभी भूपेश बघेल को नहीं बदलने की मांग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव समेत 15 जिलाध्यक्ष भी समर्थन में पहुंचे हैं। इसके पहले छत्तीसगढ़ के महापौर भी दिल्ली में मौजूद हैं। महापौर एजाज ढेबर, धमतरी महापौर विजय देवांगन, राजनांदगांव मेयर हेमा देशमुख और मरवाही विधायक केके ध्रुव दिल्ली में मौजूद हैं।

राहुल-प्रियंका के साथ भूपेश की बंद कमरे में चर्चा शुरू...

राहुल-प्रियंका के साथ भूपेश की बंद कमरे में चर्चा शुरू...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सियासी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे हुए हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और भूपेश के बीच बंद कमरे में चर्चा हो रही है। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायकों का दिल्ली में जमावड़ा लगा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी दिल्ली में मौजूद हैं।

बड़ी खबर:  जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का कांग्रेस में हो सकता है विलय, सोनिया गांधी से मिलने पहुंचीं रेणु जोगी

बड़ी खबर: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का कांग्रेस में हो सकता है विलय, सोनिया गांधी से मिलने पहुंचीं रेणु जोगी

रायपुर। कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद के लिए मचे घमासान के बीच छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया खेला शुरू हो गया है। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कांग्रेस में विलय की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस मुद्दे पर बातचीत के लिए जनता कांग्रेस की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंची हैं। यह मुलाकात आज ही होनी है।

पार्टी सूत्रों ने बताया, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी गुरुवार शाम की उड़ान से दिल्ली पहुंची हैं। यह वही विमान था, जिससे कांग्रेस के अधिकतर विधायक दिल्ली जा रहे थे। पार्टी पदाधिकारी ने बताया, इस संबंध में कई दिनों से चर्चा चल रही थी। सोनिया गांधी ने आज मुलाकात और बातचीत के लिए समय दिया था। उसके बाद डॉ. जोगी दिल्ली गई हैं। आज दोनों नेताओं के बीच बातचीत से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भविष्य तय होगा।

पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी का कांग्रेस में विलय का सम्मानपूर्ण रास्ता निकल आएगा। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ इस समय प्रदेश की तीसरी बड़ी राजनीतिक ताकत है। 90 सदस्यों वाली विधानसभा में इस पार्टी के 4 विधायक हैं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा गठबंधन ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 7 सीटें जीती थीं। इसमें से 5 सीटें जकांछ की थी। मई 2020 में अजीत जोगी के निधन से एक सीट खाली हो गई।

 
आखिर कौन कर रहा बहुमत की सरकार को अस्थिर, मुख्यमंत्री स्पष्ट करें : विष्णुदेव

आखिर कौन कर रहा बहुमत की सरकार को अस्थिर, मुख्यमंत्री स्पष्ट करें : विष्णुदेव

रायपुर। छत्तीसगढ़ में व्याप्त राजनीतिक संकट पर भाजपा अध्यक्ष ने सवाल पूछा है। विष्णुदेव साय ने कहा, तीन चौथाई बहुमत की सरकार को कौन अस्थिर करने की कोशिश कर रहा हैं? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्पष्ट करें।

विधायक अरुण वोरा का बयान कि मुखिया के निर्देश पर सभी विधायक दिल्ली जा रहे हैं, क्या इस बात को प्रमाणित नहीं करता कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम दोनों झूठ बोल रहे हैं

क्या इस पूरे घटनाक्रम से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनभिज्ञ हैं? इतने बड़े राजनीतिक संकट के बावजूद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कोई भूमिका नज़र क्यों नहीं आ रही?

छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया का ट्वीट और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का बयान कहता हैं कि छत्तीसगढ़ से किसी भी विधायक को दिल्ली नहीं बुलाया गया फिर छत्तीसगढ़ के विधायक मंत्री किसके इशारे पर दिल्ली गये हैं? कहीं खिसकती कुर्सी बचाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अंतिम शक्ति प्रदर्शन का प्रयास तो नहीं

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी विधायकों के दिल्ली प्रवास पर कहते हैं कि अपने नेता से मिलने कोई भी जा सकता हैं यह ठीक भी हैं पर कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को अनुशासन की अपील करनी पड़े और पीएल पुनिया को कहना पड़े की किसी भी विधायक को नहीं बुलाया गया तब इस सवाल का जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देना चाहिये कि इन्हें प्रदेश अध्यक्ष से अनुशासन की अपील क्यों कराना पड़ाभूपेश गुट के लोग कह रहे हैं कि वे विकास के लिये दिल्ली जा रहे हैं। क्या कांग्रेस के विकास की यही परिभाषा है?