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भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ की बैठक में डॉ रमन ने कहा ये प्रदेश सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है

भाजपा आर्थिक प्रकोष्ठ की बैठक में डॉ रमन ने कहा ये प्रदेश सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है

रायपुर, भाजपा प्रदेश आर्थिक प्रकोष्ठ की कार्यसमिति रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम की शुरआत संयोजक राजेश अग्रवाल के स्वागत भाषण से हुई।
उद्धघाटन सत्र में डॉ रमन सिंह ने कहा ये सरकार कुर्सी दौड़ खेलने में व्यस्त है ये जनता का काम क्या करेगी? इस सरकार में सिर्फ संवाद नही विवाद ही विवाद है।कांग्रेस की राज्य सरकार वित्तीय अनियमिताओं ,घाटे बनाने का रिकॉर्ड कायम कर रही है जिस हिसाब से सरकार चल रही है पूँजीगत व्यय यानी विकास के काम जो पहले ही घटा दिए गए है वह न्यूनतम स्तर पर 9.5% पहुँचने जा रहा है।
डॉ रमन ने कहा यह पहली सरकार है जो नरवा गरुवा घुरवा बाड़ी को अपनी मुख्य योजना बताती है लेकिन उसे बजट में एक रु नही देती।

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भाजपा आर्थिक् प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यासमिति को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने देश विकास की कभी चिंता नहीं करती है चाहे वो विकास आर्थिक के क्षेत्र में क्यों न हो।कांग्रेस को अपने आर्थिक विकास की चिंता अधिक रही है। प्रदेश का हाल यह है राज्य के पास विकास कार्यो के लिए पैसे नही है जो भी कार्य हो रहा वह केंद्र के पैसे से हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार प्रदेश में सत्ता संभल रही है, तब से आर्थिक रूप से कर्जादारी के प्रदेश का पहचान बनती जा रही है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि देश की आजादी के बाद उद्योग मंत्री के रूप में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आर्थिक मजबूती के औद्योगिक आंदोलन के मजबूत किया। इस समय पर आर्थिक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी इस समय अधिक बढ़ जाती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आर्थिक नितियों और केन्द्र सरकार की योजना को जनता ले जाये और प्रदेश के असफलता को बतायें। इस अवसर पर प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने संगठन के गतिविधियों पर चर्चा करते हुए आर्थिक प्रकोष्ठ को और मजबूत करने की दिशा में कार्य करने के लिये महत्वपूर्ण सुझाव दिये।

पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा राज्य सरकार केंद की योजनाएं लागू नही कर रही इसके लिए हम हल्ला बोलेंगे।राज्य सरकार खुद के पैसे से नाली तक नही बना पा रही है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा जहाँ मुख्यमंत्री की फ़ोटो नही छपती वो योजना वह लागू नही करते मतलब उन्हें अपने फोटो से मतलब है जनता से नही। उन्होंने कहा काँग्रेस
पारदर्शीता नही चाहती इसीलिए आज भी डायरेक्ट बेनिफिट बैंक खाते में देने की जगह नकद देने की सोचते है।
आर्थिक प्रकोष्ठ हर जिले में एक हेल्प डेस्क खोलेगा जिसके द्वारा लोगो की मदद की जाएगी।
कार्यक्रम में सीए अमित चिमनानी के संपादन में लिखी एक किताब ज्ञान गंगा का भी विमोचन किया गया जिसमें केंद्र की उपब्धियों व राज्य की असफलताओ का आकड़ो के साथ उल्लेख है।
कार्यक्रम में संयोजक राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में एक डायरेक्टरी का विमोचन भी किया गया।
कार्यक्रम को भाजपा कोर ग्रुप के सदस्य श्री राम प्रताप सिंह व प्रदेश मंत्री श्री ओपी चौधरी, प्रदेश संयोजक राजेश अग्रवाल ने भी सह संयोजक अमित चिमनानी ने भी संबोधित किया।

कार्यसमिति का संचालन सीए अमित चिमनानी, कमल गर्ग व अभिषेक शर्मा ने किया। प्रदेश पदाधिकारियो के साथ साथ आयोजन में लोकेश कावड़िया,परेश बागबाहरा ,शिव चन्द्राकर, विपीन मालवीय ,संतोष रामानी माजूद रहे।
 

BIG BREAKING : ढाई-ढाई साल पर खुल कर बोले मंत्री टी एस सिंहदेव, प्रेसवार्ता में कही यह बड़ी बात

BIG BREAKING : ढाई-ढाई साल पर खुल कर बोले मंत्री टी एस सिंहदेव, प्रेसवार्ता में कही यह बड़ी बात

रायपुरछत्तीसगढ़ में ढाई साल के मुख्यमंत्री के कार्यकाल संबंधी किसी समझौते पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपनी बात रखी है। अपने आवास पर उन्होंने कहा, यह पार्टी के अंदर की बात थी, लेकिन इतना अधिक चर्चा में आ गया कि ओपन हो गया। जब ओपन ही हो गया तो हाइकमान ने पक्षकारों से बात की है। स्थायी निर्णय जल्द आ जाएगा।

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के बाद प्रेस से बातचीत में मंत्री टीएस सिंहदेव ने ताजा राजनीतिक खींचतान पर बात की। ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर लग रहे कयासों और कार्यकर्ताओं-अधिकारियों की उहापोह से जुड़े एक सवाल पर टीएस सिंहदेव ने कहा, यह पार्टी के अंदर की बात है, हाइकमान के पास मामला सुरक्षित है। वो उसपर निर्णय लेंगे। मीडिया में अधिक चर्चा में आ गया, ढाई साल-ढाई साल, लोगों में भी आ गया, विधायक भी पहुंच गए वहां अपनी राय रखकर आए, यानी एक तरह से यह ओपन हो गया। जब ओपन ही हो गया तो हाइकमान ने संबंधित लोगों से चर्चा की। उसके बाद जो वो निर्णय लेंगे। मुझे लगता है कि स्थायी निर्णय निकट भविष्य में सामने आ जाएगा। 50 से अधिक विधायकों के दिल्ली पहुंचने के सवाल पर टीएस सिंहदेव ने कहा, वहां पहुंचे 80-90 प्रतिशत लोगों की राय एक ही है जो हाइकमान का फैसला होगा स्वीकार होगा। मुझसे पूछिएगा तो मेरी भी राय यही है कि जो हाइकमान तय करेगा। हमारे विधायकों की भी यही राय है कि हाइकमान जो कहेगा वह हम सबको मंजूर होगा। अभी तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कभी भी ढाई-ढाई साल के सीएम की बात को लेकर ऐसी बात नहीं कही है। राहुल गांधी से दो दौर की चर्चा के बाद भी मुख्यमंत्री यही कहते रहे कि विकास योजनाओं पर चर्चा हुई है।


कल रायपुर पहुंचे थे टीएस सिंहदेव
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल रात आठ बजे दिल्ली से रायपुर लौटे। हवाई अड्‌डे पर प्रेस से चर्चा में उन्होंने कहा था, हाईकमान से यहां के मुद्दों पर खुलकर बात हुई है। पूरे मन से हाईकमान से चर्चा करके उनकी राय और मंशा जानी। पूरी बात हाईकमान से हो चुकी है अंतिम निर्णय हाईकमान के पास सुरक्षित है। सिंहदेव ने कहा, कुछ बातें रहती हैं जिनके लिए समय लगता है। हाईकमान ने बातों का संज्ञान लिया है जल्द ही कुछ निर्णय होगा। मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर पूछे गए प्रश्न पर सिंहदेव ने कहा, अगर कोई चीज स्थायी है तो वह परिवर्तन है।


डेढ़ सप्ताह से दिल्ली में थे सिंहदेव
टीएस सिंहदेव पिछले डेढ़ सप्ताह से दिल्ली में हैं। 24 अगस्त को राहुल गांधी से मुलाकात के बाद भी वे वहीं जमे हुए थे। उनको संकेत मिले थे कि सोनिया गांधी के साथ बैठक का बुलावा कभी भी आ सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सिंहदेव ने बताया, 25 अगस्त को वे लौट रहे थे, लेकिन पीएल पुनिया के कहने पर रुक गए। उस दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौटे और उनके समर्थकों ने हवाई अड्‌डे पर शक्ति प्रदर्शन किया। उसके बाद अचानक कांग्रेस का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। आनन-फानन में विधायकों को रायपुर बुलाया गया। गुरुवार को विधायकों को दिल्ली रवाना किया गया। शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद दिल्ली पहुंच गए।

दिल्ली से रायपुर लौटने के बाद सिंह देव ने दिया बड़ा बयान, परिवर्तन को लेकर कही ये बात

दिल्ली से रायपुर लौटने के बाद सिंह देव ने दिया बड़ा बयान, परिवर्तन को लेकर कही ये बात

रायपुर, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आज दिल्ली दौरे से लौटे है। स्वामी विवेकानंद विमानतल पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने का कि
दुनिया में एक ही चीज़ स्थायी है, और वह है `परिवर्तन`, बस अब आलाकमान के निर्णय का इंतज़ार है। आगे उन्होंने कहा- `मैं दिल्ली में रुका हुआ था। पूरे मन से हाईकमान से चर्चा करके उनकी राय और मंशा जानी। पूरी बात हाईकमान से हो गई है। अंतिम निर्णय हाईकमान के पास सुरक्षित है, कुछ बातें रहती हैं जिनमें उलझने रहती हैं, उनमें समय लगता है। हाईकमान जो निर्णय लेगा वह हमें स्वीकार्य है।`
ज्ञातव्य है कि कल दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान पीएल पुनिया और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे।
 

कल लौट रहे है स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, जाने आलाकमान से मीटिंग पर क्या कहा

कल लौट रहे है स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, जाने आलाकमान से मीटिंग पर क्या कहा

दिल्ली. छत्तीसगढ़ में शियासी संकट खत्म होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल से अपने काम पर लौट रहे हैं. शनिवार शाम को स्वास्थ्य मंत्री काफी लंबे समय के बाद रायपुर लौट रहे है. टीएस सिंहदेव कल से मंत्रालय के अफसरों के साथ समीक्षा बैठकें भी शुरू कर देंगे. मुख्यमंत्री पद की कुर्सी को लेकर चल रही रस्साकशी पर उन्होंने कहा कि आलाकमान ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है, निर्देश का इंतजार कर रहे हैं. ढ़ाई-ढ़ाई साल के मुख्यमंत्री पद के वादे को पूरा कराने के लिए टीएस सिंहदेव काफी दिनों से आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली में रुके हुए थे. स्वास्थ्य मंत्री खुद कहते हैं कि पार्टी हाईकमान राहुल गांधी के सामने खुले मन से अपनी बात रख दी है. अब सिर्फ हाईकमान के दिशा निर्देश का इंतजार है. वैसे समय-समय पर हाईकमान से दिशानिर्देश मिलते है और उस पर काम करते है.


स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शनिवार को राहुल गांधी से हुई मुलाकात पर कहा कि मुख्यमंत्री ने 24 अगस्त की मुलाकात के बाद भी राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा था. 25 अगस्त को इस वजह से वो दिल्ली रुके भी थे. अब कल का समय मिला, उनकी मुलाकात हो गई. राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया ने भी इस बारे बताया था. टीएस सिंहदेव ने बताया कि हाईकमान के निर्णय का इंतजार है. बात बहुत खुलकर हो चुकी है. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी नेतृत्व से मार्गदर्शन की जरूरत होगी तो फिर मिलेंगे, वैसे बार-बार हाईकमान से मिलने का कोई औचित्य नहीं है.

बैठक में बाद एआईसीसी दफ्तर पहुंचे सीएम बघेल, मुख्यमंत्री बघेल ने पत्रकारों से कहा..............

बैठक में बाद एआईसीसी दफ्तर पहुंचे सीएम बघेल, मुख्यमंत्री बघेल ने पत्रकारों से कहा..............

रायपुर/नई-दिल्ली: राहुल गांधी के साथ सीएम भूपेश की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री बघेल एआईसीसी कार्यालय पहुंचे। कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि बैठक में छत्तीसगढ़ के विकास और राजनीति के बारे में राहुल गांधी के साथ विस्तार से चर्चा हुई। मैंने सभी बातें उनके सामने रखी। मैंने राहुल गांधी से आग्रह किया कि वे छत्तीसगढ़ आए और वे अगले हफ़्ते छत्तीसगढ़ आएंगे।

वहीं बैठक को लेकर पीएल पुनिया कहा था कि किसी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है। मीडिया ने ढाई साल के कार्यकाल के फार्मूले पर जब सवाल पूछा, तो जवाब में पुनिया ने दो टूक कहा कि, ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई है। राज्य के पांचों संभागों के हालातों पर चर्चा की गई। आने वाले चुनाव की तैयारियों से जुड़े मुद्दों पर भी रायशुमारी की गई है। छत्तीसगढ़ में ढाई साल के कार्यकाल का कोई फार्मूला नहीं है।

ख़त्म हुई राहुल-प्रियंका संग भूपेश की बैठक, अब सिंहदेव की बारी

ख़त्म हुई राहुल-प्रियंका संग भूपेश की बैठक, अब सिंहदेव की बारी

रायपुर/नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर खिंचा-तानी तेज हो गई है। इसी सिलसिले में विधायकों के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दिल्ली पहुंचे। यहां सीएम बघेल ने राहुल-प्रियंका गांधी के साथ लगभग 2 घंटे तक बैठक की। इस बैठक में पीएल पुनिया और केसी वेणूगोपाल भी मौजूद रहे। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके बाद टीएस सिंहदेव को बैठक के लिए बुलाया जा सकता है।

सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में 55 विधायक राष्ट्रीय कांग्रेस के दफ्तर में मौजूद हैं। विधायकों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में पत्र भी लिखवाए गए हैं। ये पत्र आलाकमान तक भेजे जाएंगे। भूपेश बघेल के नेतृत्व में बेहतर कार्य किए जाने का हवाला पत्र में दिया गया है। आने वाले दिनों में बघेल को ही मुख्यमंत्री बनाएं रखने की मांग विधायकों ने की है।

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस मुख्यालय में विधायकों के शक्ति प्रदर्शन का दावा किया जा रहा है। सभी भूपेश बघेल को नहीं बदलने की मांग कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव समेत 15 जिलाध्यक्ष भी समर्थन में पहुंचे हैं। इसके पहले छत्तीसगढ़ के महापौर भी दिल्ली में मौजूद हैं। महापौर एजाज ढेबर, धमतरी महापौर विजय देवांगन, राजनांदगांव मेयर हेमा देशमुख और मरवाही विधायक केके ध्रुव दिल्ली में मौजूद हैं।

राहुल-प्रियंका के साथ भूपेश की बंद कमरे में चर्चा शुरू...

राहुल-प्रियंका के साथ भूपेश की बंद कमरे में चर्चा शुरू...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सियासी खींचतान के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे हुए हैं। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और भूपेश के बीच बंद कमरे में चर्चा हो रही है। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायकों का दिल्ली में जमावड़ा लगा हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी दिल्ली में मौजूद हैं।

बड़ी खबर:  जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का कांग्रेस में हो सकता है विलय, सोनिया गांधी से मिलने पहुंचीं रेणु जोगी

बड़ी खबर: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का कांग्रेस में हो सकता है विलय, सोनिया गांधी से मिलने पहुंचीं रेणु जोगी

रायपुर। कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री पद के लिए मचे घमासान के बीच छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया खेला शुरू हो गया है। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कांग्रेस में विलय की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। इस मुद्दे पर बातचीत के लिए जनता कांग्रेस की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंची हैं। यह मुलाकात आज ही होनी है।

पार्टी सूत्रों ने बताया, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी गुरुवार शाम की उड़ान से दिल्ली पहुंची हैं। यह वही विमान था, जिससे कांग्रेस के अधिकतर विधायक दिल्ली जा रहे थे। पार्टी पदाधिकारी ने बताया, इस संबंध में कई दिनों से चर्चा चल रही थी। सोनिया गांधी ने आज मुलाकात और बातचीत के लिए समय दिया था। उसके बाद डॉ. जोगी दिल्ली गई हैं। आज दोनों नेताओं के बीच बातचीत से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का भविष्य तय होगा।

पार्टी के नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी का कांग्रेस में विलय का सम्मानपूर्ण रास्ता निकल आएगा। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ इस समय प्रदेश की तीसरी बड़ी राजनीतिक ताकत है। 90 सदस्यों वाली विधानसभा में इस पार्टी के 4 विधायक हैं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा गठबंधन ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 7 सीटें जीती थीं। इसमें से 5 सीटें जकांछ की थी। मई 2020 में अजीत जोगी के निधन से एक सीट खाली हो गई।

 
आखिर कौन कर रहा बहुमत की सरकार को अस्थिर, मुख्यमंत्री स्पष्ट करें : विष्णुदेव

आखिर कौन कर रहा बहुमत की सरकार को अस्थिर, मुख्यमंत्री स्पष्ट करें : विष्णुदेव

रायपुर। छत्तीसगढ़ में व्याप्त राजनीतिक संकट पर भाजपा अध्यक्ष ने सवाल पूछा है। विष्णुदेव साय ने कहा, तीन चौथाई बहुमत की सरकार को कौन अस्थिर करने की कोशिश कर रहा हैं? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्पष्ट करें।

विधायक अरुण वोरा का बयान कि मुखिया के निर्देश पर सभी विधायक दिल्ली जा रहे हैं, क्या इस बात को प्रमाणित नहीं करता कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम दोनों झूठ बोल रहे हैं

क्या इस पूरे घटनाक्रम से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनभिज्ञ हैं? इतने बड़े राजनीतिक संकट के बावजूद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कोई भूमिका नज़र क्यों नहीं आ रही?

छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया का ट्वीट और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का बयान कहता हैं कि छत्तीसगढ़ से किसी भी विधायक को दिल्ली नहीं बुलाया गया फिर छत्तीसगढ़ के विधायक मंत्री किसके इशारे पर दिल्ली गये हैं? कहीं खिसकती कुर्सी बचाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अंतिम शक्ति प्रदर्शन का प्रयास तो नहीं

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी विधायकों के दिल्ली प्रवास पर कहते हैं कि अपने नेता से मिलने कोई भी जा सकता हैं यह ठीक भी हैं पर कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को अनुशासन की अपील करनी पड़े और पीएल पुनिया को कहना पड़े की किसी भी विधायक को नहीं बुलाया गया तब इस सवाल का जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देना चाहिये कि इन्हें प्रदेश अध्यक्ष से अनुशासन की अपील क्यों कराना पड़ाभूपेश गुट के लोग कह रहे हैं कि वे विकास के लिये दिल्ली जा रहे हैं। क्या कांग्रेस के विकास की यही परिभाषा है?

 

 विधायकों की दिल्ली रवानगी पर सामने आया पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का बड़ा बयान

विधायकों की दिल्ली रवानगी पर सामने आया पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का बड़ा बयान

रायपुर। विधायकों की दिल्ली रवानगी पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि विधायकों को एकत्रित करने का मतलब संकट गहराता चला जा रहा है। कांग्रेस द्वारा एयरपोर्ट पर जिस तरह से नारेबाजी की जा रही थी वह स्पष्ट संकेत है। कांग्रेस के अंदर ढाई ढाई साल की प्रक्रिया प्रारंभ करने का कार्य केंद्रीय नेतृत्व ने कर दिया है। ऐसा स्पष्ट हो रहा है कि अब विधायकों को लामबंद किया जा रहा है। वहीं डॉ. सिंह ने आरोप लगते हुए कहा की मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों की बैठक लेकर उन्हें दिल्ली के लिए रवाना किया जा रहा। ताकि केंद्रीय नेतृत्व के सामने यह शक्ति के रूप में खड़े हो।
भूपेश सरकार को परोसी थाली मिली, लेकिन वह उसे भी खा नहीं पा रही और बगरा रही है : बृजमोहन

भूपेश सरकार को परोसी थाली मिली, लेकिन वह उसे भी खा नहीं पा रही और बगरा रही है : बृजमोहन

रायपुर: भारतीय जनता पार्टी रायपुर जिला ने रायपुर व बिरगांव नगर निगम में व्याप्त समस्याओं को लेकर आज 10 जोन और बीरगांव नगर निगम सहित 11 स्थानों पर घेराव किया।

पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश सरकार को परोसी हुई थाली मिली है । परंतु वह उसे भी खा नहीं पा रही और बगरा रही है। हमारे शासनकाल में आबंटित या पूरी हो चुकी योजनाएं चाहे वह अंतर राज्ययीय बस स्टैंड हो, मल्टीलेवल पार्किंग हो या अन्य योजनाएं हो उसका आधे अधूरे व्यवस्था के साथ उद्घाटन तो कर देती है पर अव्यवस्था के कारण जनता को उसका पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। पूरे शहर में सफाई व स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा चुकी है जिसका भुगतान कोरोना के बाद डेंगू के रूप में शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।

भाजपा शहर जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि यह सरकार हमारे आवेदन और निवेदन पर ही जनता को होने वाली असुविधा को देखते हुए अपने किए वादे पूरे कर देवे । संपत्ति कर आधा करना, पट्टा वितरण, हर घर स्वच्छ जल यह पाना जनता का हक है और इसे इस सरकार को पूरा करना होगा। आज सभी 10 जोन व बिरगांव में सरकार के विरोध में जनता एकजुट होकर बता रही है कि वह इस सरकार से त्रस्त है। और यदि शीघ्र सभी मांगें नहीं मानी गयी तो इस सरकार को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।

निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि महापौर की एकला चलो की नीति व मनमानी से शहर में अव्यवस्था का आलम है। वे शहर के किसी भी मामले में ना तो विपक्ष को विश्वास में लेकर चलते हैं ना उनके सुझाव को अमल में लाते हैं। उनकी इस हठ धर्मिता व अनुभव हीनता के कारण शहर का विकास सहीं दिशा में नहीं हो पा रहा है।

भाजपा ने ज्ञापन में गरीब वर्ग को पक्के मकान , बीएसयूपी व ईडब्ल्यूएस मकानों के आबंटन में हुए भारी भ्रष्टाचार, सर्व वृद्धा व विधवा पेंशन, पट्टा वितरण, प्रत्येक घरों में स्वच्छ जल, स्वास्थ्य व्यवस्था, कचरा मुक्त शहर, सफाई कर्मचारी उपस्थित में हो रही भारी भ्रष्टाचार, स्मार्ट सिटी के पैसे का दुरुपयोग, शहरी क्षेत्र में गोबर खरीदी बंद, प्रत्येक वार्ड में विकास कार्य सड़क, बिजली, पानी आदि विभिन्न समस्याओं को लेकर बिरगांव व रायपुर निगम कमिश्नर के नाम सभी 10 जोन कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा।

जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल में बताया कि मुख्य रुप से जिला प्रभारी खूबचंद पारख ने बीरगांव में, पूर्व विधायक नंदे साहू ने जोन क्रमांक 10 में, जिला महामंत्री ओंकार बैस ने जोन क्रमांक 7में , महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर ने जोन क्रमांक 4 में, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने जोन क्रमांक 5 में,बीरगांव नगर निगम में श्रीमती अम्बिका यदु , व जोन क्रमांक-01में श्रीमती चन्नी वर्मा , विनोद अग्रवाल , जोन क्रमांक-02 में सूर्यकांत राठौर ,जोन क्रमांक-03 में छगनलाल मूंदड़ा , संजय श्रीवास्तव , प्रमोद साहू ,जोन 4 में मनोज वर्मा, जोन क्रमांक-05 मृत्युंजय दुबे,जोन क्रमांक 06 सुभाष तिवारी , मोहन एंटी ,जोन क्रमांक-07,प्रफुल्ल विश्वकर्मा ,जोन क्रमांक-08 अशोक पांडये, लोकेश कावड़िया ,जोनक्रमांक-09, सच्चीदानंद उपासने जी,श्रीमती सीमा साहू ,जोन क्रमांक-10 गोविंदा गुप्ता के साथ प्रदर्शन में पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक पांडेय,जयंती पटेल,सत्यम दुबा, बजरंग खंडेलवाल, आशु चंद्रवंशी, श्यामा चक्रवर्ती, अमरजीत छाबड़ा, ललित जैसिंघ, रमेश मिर्घनी, जिला मंत्री खेम सेन, अकबर अली, गोपी साहू,राजीव मिश्रा, हरीश ठाकुर,राजीव चक्रवर्ती,राजेश पांडेय, रोहित साहू, राहुल राव,अर्पित सूर्यवंशी, श्रीमती मनीषा चंद्राकर , सावित्री जगत,किशोर महानंद,संजुनारायन ठाकुर, अमित मैसेरी,सचिन मेघानी,तुषार चोपड़ा,संजय तिवारी ,ज्ञानचंद चौधरी, दीना डोंगरे , वंदना राठौर , मीडिया प्रभारी राहुल राय,उत्कर्ष त्रिवेदी,मडल अध्यक्ष अनिल सोनकर,गोरेलाल नायक, अनूप खेलकर, हंसराज विश्वकर्मा, सालिक सिंह ठाकुर, अभिषेक तिवारी, महेश शर्मा, प्रवीण कुमार देवड़ा, मुकेश पंजवानी, भूपेंद्र ठाकुर, प्रीतम ठाकुर, बी.निवास राव, होरीलाल देवांगन, जीतेन्द्र धुरंदर, ओमप्रकाश साहू, रविन्द्र सिंह ठाकुर, मोर्चा पदाधिकारीगण बजरंग ध्रुव, महादेव नायक, जसपाल सिंग रंधावा, गज्जू साहू, अमित शुक्ला, सचिन सिंघल, पुष्पेन्द्र उपाध्याय, राजेश गुप्ता, राजेश देवांगन, नीलम सिंह, पहलाद जलक्षत्री ,श्रीमती स्वप्निल मिश्रा,भूपेंद्र डागा सहित जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, पार्षद गण, मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष व संयोजक के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता व आम नागरिकों ने में भाग लिया।

मुख्यमंत्री बघेल का दूसरा दिल्ली दौरा तय, इन मुद्दों पर आलाकमान से करेंगे चर्चा

मुख्यमंत्री बघेल का दूसरा दिल्ली दौरा तय, इन मुद्दों पर आलाकमान से करेंगे चर्चा

रायपुर: कांग्रेस की सरकार के मध्यप्रदेश, राजस्थान और पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी उथल-पुठोल शुरू हो गयी है। राज्य में ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के कयासों पर विराम लगाने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार का शुक्रवार को दूसरा दिल्ली दौरा होने की संभावना है। मुख्यमंत्री बघेल दौरे पर कांग्रेस आलाकमान से मुलाक़ात करेंगे। इसके बाद एक बार फिर कयास के दौर शुरू हो गए हैं। कहा जा रहा है मंत्रिमंडल के गठन को लेकर आलाकमान से मुख्यमंत्री चर्चा करेंगे।


बताया जा रहा है कि इस बीच राजधानी रायपुर के सर्किट हाउस में 10 से ज्यादा कांग्रेस विधायकों की बैठक गुरुवार को हुई। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार इस बैठक में विधायकगण बृहस्पत सिंह, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरुषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल, रश्मि सिंह समेत अन्य विधायक शामिल हुए । मीटिंग के बाद सभी विधायक सीएम हाउस के लिए रवाना हुए है ।

छतीसगढ़ मे चल रहे सियासी घमासान के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान

छतीसगढ़ मे चल रहे सियासी घमासान के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान

रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कांग्रेस की अंतरकलह सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी के विधायकों को दिल्ली तलब किया है। इसके लिए कुछ विधायक रात 8:20 की फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे। वहीं, खबर यह भी है कि कुछ विधायक देर रात 9 बजे की फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

उल्लेखनीय है कि मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि पीएल पुनिया के कहने पर मैं दिल्ली में रुका था। उन्होंने कहा कि ढाई-ढाई साल की बात पार्टी ने कभी नहीं कही, पार्टी जिम्मेदारी तय करती है, जो हम निभाते हैं। ‘टीम में खेलने वाला हर खिलाड़ी कप्तान बनना चाहता है। कोई पद फिक्स नहीं रहता, सालों तक भी पद पर रह सकता है।

नाराजगी को लेकर मंत्री सिंहदेव ने कहा कि विवाद तो भाई-भाई के बीच भी होता है। लोगों के बीच स्वच्छ प्रतिस्पर्धाएं होती है। मुख्यमंत्री बनने की इच्छा के सवाल पर बोले जो पार्टी हाईकमान बोले वो करूंगा।

छत्‍तीसगढ़ में सियासी संकट गहराया, कांग्रेस आलाकमान ने विधायकों को दिल्‍ली बुलाया

छत्‍तीसगढ़ में सियासी संकट गहराया, कांग्रेस आलाकमान ने विधायकों को दिल्‍ली बुलाया

छत्तीसगढ़ में चल रहे सियासी घमासान पर कल तक कांग्रेस आलाकमान का बड़ा फैसला आ सकता है। कांग्रेस आला कमान ने प्रदेश के सभी पार्टी विधायको को दिल्ली बुलाया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कल सुबह दिल्ली जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पहले से ही दिल्ली में जमे हुए हैं। आज उन्होंने कहा, टीम का हर खिलाड़ी कप्तान बनने की सोचता है। लेकिन सवाल उसकी सोच का नहीं क्षमता का है। फैसला हाईकमान लेगा।


स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज दिल्ली में प्रेस से चर्चा में कहा, "पार्टी ने 2.5 साल के फॉर्मूले पर कभी बात नहीं की। यह सिर्फ एक मीडिया कयास था कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री चुने जाने पर क्या ऐसा कोई फॉर्मूला बनता है। हाईकमान पार्टी में लोगों की भूमिका तय करता है और हम उन जिम्मेदारियों को निभाते हैं। सिंहदेव ने कहा, अगर कोई व्यक्ति किसी टीम में खेलता है तो क्या वह कप्तान बनने के बारे में नहीं सोचता? क्या आप नहीं बनना चाहेंगे? हर कोई उसके बारे में सोचता है लेकिन सवाल उसकी सोच का नहीं, उसकी क्षमताओं का है। हाईकमान लेता है फैसला।' सिंहदेव के इस बयान से सत्ता संघर्ष की तस्वीर कुछ-कुछ साफ होने लगी है।

इधर रायपुर में भी राजनीतिक सक्रियता बढ़ गई है। बताया जा रहा है, मुख्यमंत्री के पास कल की बैठक का बुलावा आ गया है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के भी दिल्ली से बुलावा आने की चर्चा है। मरकाम आज मरहवाही के दौरे पर थे। कल कोटा और पंडरिया में उनका कार्यक्रम तय है, लेकिन अब इसमें परिवर्तन हो सकता है। पार्टी के सभी विधायक दिल्ली जाने वाले हैं। करीब 16 लोग आज जा रहे हैं। शेष विधायक-मंत्री कल जाएंगे। बताया जा रहा है, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस बैठक की अध्यक्षता कर सकती हैं। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया भी इसमें शामिल होंगे। कांग्रेस पार्टी और सरकार की पूरी नजर इस बैठक पर टिकी है।


आज इनके जाने की सूचना
अभी तक की सूचना के मुताबिक शाम 5 बजे की उड़ान से बृहस्पत सिंह, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल, गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल और शकुन्तला साहू दिल्ली रवाना हुए हैं। इसी उड़ान से मंत्री अमरजीत भगत भी गए हैं।


दिग्विजय सिंह की भी भूमिका
बताया जा रहा है कि इस विवाद के समाधान में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी बड़ी भूमिका हो सकती है। शीर्ष नेतृत्व उनसे इस संबंध में सलाह-मशवरा कर रहा है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेतृत्व की मौजूदा पीढ़ी में अधिकतर लोग दिग्विजय सिंह के करीबी हैं। उनको प्रदेश की राजनीतिक समझ भी अधिक है। उनसे मिलकर समाधान की ओर ले जाने की कोशिश हो रही है।


दिल्ली में नेताओं का जमावड़ा
इस बीच दिल्ली में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू 18 अगस्त से ही दिल्ली में जमे हुए हैं। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत आज शाम को दिल्ली जा रहे हैं। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय भी गुरुवार को दिल्ली पहुंच गए। राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम भी कल दिल्ली पहुंच रही हैं। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत 28 अगस्त को दिल्ली जा रहे हैं। हालांकि सभी दिल्ली जाने की अलग-अलग वजह बता रहे हैं।


मुख्यमंत्री निवास पहुंचे भूपेश समर्थक विधायक
बताया जा रहा है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खेमे के दर्जन भर विधायक मुख्यमंत्री निवास पहुंचे हैं। विधायक चंद्रदेव राय के जन्मदिन के बहाने रायपुर सर्किट हाउस जुटे विधायक थोड़ी देर की चर्चा के बाद सीएम हाउस गए। इनमें बृहस्पत सिंह, चंद्रदेव राय, यूडी मिंज, विनय जायसवाल ,गुलाब कमरो, गुरुदयाल बंजारे, पुरुषोत्तम कंवर, कुंवर निषाद, चिंतामणि महाराज, भुनेश्वर बघेल, रश्मि सिंह आदि शामिल थे।

रायपुर में भाजपा ने किया निगम के 10 जोन कार्यालयों का घेराव, लगाया ये आरोप

रायपुर में भाजपा ने किया निगम के 10 जोन कार्यालयों का घेराव, लगाया ये आरोप

रायपुर। राजधानी रायपुर में भाजपा ने नगर निगम के 10 ज़ोन कार्यालयों का घेराव शुरू कर दिया है। विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा यह घेराव कर रही है।

भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ता रायपुर और बिरगांव नगर निगम की समस्याओं को लेकर ये घेराव कर रहे हैं। राजधानी रायपुर में भाजपा कार्यकर्ता जोन 2 के घेराव के लिए पहुंचे हैं। भाजपा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान वितरण की मांग कर रहे हैं।

जिला अध्यक्ष पैकरा के नेतृतव में किया गया 4 घंटे चक्का जाम, ग्रामीण व पुलिस बल थे तैनात

जिला अध्यक्ष पैकरा के नेतृतव में किया गया 4 घंटे चक्का जाम, ग्रामीण व पुलिस बल थे तैनात

भैयाथान: सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष मोतीलाल पैकरा के नेतृत्व में भैयाथान प्रतापपुर मार्ग डोना में बेरी कटिंग कर 4 घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद कर दी और धरने पर बैठ गए। एडिशनल एसपी हरीश राठौर के आश्वासन पर चक्का जाम किया। इस बीच काफी संख्या में ग्रामीण व पुलिस बल तैनात थे।

जिला अध्यक्ष मोतीलाल पैकरा ने बताया कि बीते 1 जुलाई के शाम को भैयाथान से प्रतापपुर की ओर जा रही सफेद रंग की जेस्टा कार क्रमांक 64 पृष्ट 3218 ने विपरीत दिशा में जाकर रोड के किनारे बैठे दवना निवासी शिवबालक पैकरा व भैया लाल पैकरा अपनी साइकिल खड़ा कर बैठे थे। कुछ देर बाद महेंद्र कुमार अपने मोटरसाइकिल से उन्हीं लोगों के साथ बैठ गया व इनको बैठा देख कपिल देव पैकरा, शिवबालक पैकरा भी इन लोगों के साथ बैठ गया। तभी अनियंत्रित कार ने इनको अपनी चपेट में ले लिया जिससे शिव बालक पैकरा की मौके पर ही मौत हो गई व ग्राम के भैयालाल पैकरा, महेंद्र कुमार पैकरा को गंभीर चोट आया था, वही कपिल पैकरा को मामूली चोट आई थी। सड़क किनारे खड़ी साइकिल व मोटर साइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गई।


उक्त घटना में पूर्व थाना प्रभारी चित्रलेखा साहू व अन्य पुलिसकर्मियों की ओर से लूटपाट व डकैती का मामला बनाकर 3 लड़कों को जेल भेज दिया गया है व घटना में चोटिल महेंद्र पैकरा के भाई देवी चरण के खिलाफ भी मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। जिसका उच्च स्तरीय टीम बनाकर जांच करने की मांग की जा रही है। वह दोषियों पर एफ आई आर दर्ज कर 15 बिंदुओं पर जांच करने की मांग भी शामिल है तथा घटना से क्षतिग्रस्त वाहन की राशि दिलाने की मांग को लेकर चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया गया। जैसे ही इसकी सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को मिली तो एडिशनल एसपी हरीश राठौर मौके पर पहुंच ग्रामीणों से कहा कि जो भी आप लोगों की जायज मांग है, उसे जांच कराकर पूरा किया जाएगा। जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्यवाही की जाएगी। उनके आश्वासन के बाद चक्का जाम व धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया।

धरना प्रदर्शन में जिला महासचिव बृजमोहन सिंह गोंड, संदीप कुशवाहा, सीताराम भास्कर, रंजीत पनिका, सुजान दिन, अंकुर सिंहा, वीरेंद्र बुनकर, अनीता पैकरा, रजनी बिंद, नरेश पैकरा, महेश्वर पैकरा, संतोष गुप्ता सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे, तो दूसरी ओर भैयाथान थाना प्रभारी बसंत खलखो, भटगांव थाना प्रभारी, चेंद्रा चौकी प्रभारी, करंजी चौकी प्रभारी सहित काफी संख्या में पुलिस बल तैनात थी।

प्रदेश कांग्रेस में मचा घमासान, पार्टी प्रभारी से मुलाकात करने पहुंचे विधायक

प्रदेश कांग्रेस में मचा घमासान, पार्टी प्रभारी से मुलाकात करने पहुंचे विधायक

चंडीगढ़। पंजाब के कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा और कुछ अन्य नेताओं के खुले तौर पर कैप्टन को हटाए जाने की मांग उठाए जाने के बाद एक बार फिर पंजाब की राजनीति में भूचाल आ गया है।

मंगलवार को उठे इस सियासी तूफान के बाद अब पंजाब के कुछ विधायकों ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का रुख किया है। क्योंकि राज्य प्रभारी हरीश रावत इस समय देहरादून में हैं। 

बता दें कि इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब कांग्रेस का प्रधान बनने के बाद यह माना जा रहा था कि पार्टी के सभी अंदरूनी विवाद शांत हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू खेमे के बीच चिंगारी और भड़क गई है।

खुले तौर पर कैप्टन को हटाए जाने की मांग उठाई गई
कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने मंगलवार को अपने आवास पर कैप्टन अमरिंदर सिंह विरोधी कांग्रेस नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस दौरान खुले तौर पर कैप्टन को हटाए जाने की मांग उठाई गई थी। जिसके बाद सभी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की थी। 

मौजूदा हालात के बारे में हाईकमान को जानकारी देंगे सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू ने तृप्त बाजवा और बाकी विधायकों से बात करने के बाद कहा था कि वे पार्टी में जारी मौजूदा हालात के बारे में पार्टी हाईकमान को जानकारी देंगे। वहीं पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने बताया कि कैप्टन और सिद्धू के बीच अब कोई विवाद नहीं है। पार्टी में जो भी हालात अब पैदा हए हैं, उसके बारे में वे सारी जानकारी हाईकमान को देंगे। रावत ने बताया कि पंजाब कांग्रेस के कुछ विधायक उनसे मिलने देहरादून पहुंच रहे हैं। विधायक जो कुछ बताएंगे, उसकी पूरी सूचना हाईकमान तक पहुंचाई जाएगी। 

दिल्ली में राहुल के साथ भूपेश और सिंहदेव की बैठक ख़त्म, ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर कहा

दिल्ली में राहुल के साथ भूपेश और सिंहदेव की बैठक ख़त्म, ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर कहा

नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी शामिल रहे। बैठक खत्म होने के बाद बाहर प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, किसी तरह की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है।

मीडिया ने ढाई साल के कार्यकाल के फार्मूले पर जब सवाल पूछा, तो जवाब में पुनिया ने दो टूक कहा कि, ऐसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई है। राहुल गांधी के साथ बैठक खत्म होने के बाद प्रदेश प्रभारी पुनिया, भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव एक साथ बाहर निकले। मुख्यमंत्री बघेल ने सिर्फ इतना कहा कि छत्तीसगढ़ की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई है। वहीं पुनिया ने कहा कि, राज्य के पांचों संभागों के हालातों पर चर्चा की गई। आने वाले चुनाव की तैयारियों से जुड़े मुद्दों पर भी रायशुमारी की गई है। मीडिया ने पुनिया से पूछा कि, ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर क्या चर्चा की गई? क्या राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर बातचीत हुई है? इस पर पुनिया ने दो टूक कहा कि, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई।

टेंशन में ममता! बोलीं- उपचुनाव कराए आयोग, जाने क्या है वजह

टेंशन में ममता! बोलीं- उपचुनाव कराए आयोग, जाने क्या है वजह

लगता है पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी जाने की टेंशन में हैं। ममता बनर्जी ने चुनाव आय़ोग से कहा कि वो राज्य में अब उपचुनाव कराए। ममता बनर्जी ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को अपना वोट देने का अधिकार है और विधानसभा में चुने जाने का अधिकार है। चुनाव आय़ोग को उप चुनाव का ऐलान करना चाहिए। लोगों को लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित नहीं करना चाहिए।'
यहां बता दें कि ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से सहयोगी से प्रतिद्वंद्वी बने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उनकी मामूली अंतर से हार हुई थी। हार के बाद भी वह मुख्यमंत्री बनी थीं। ऐसे में मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें नियुक्ति के छह महीने (जो नवंबर है) के भीतर जनता द्वारा चुने जाने की आवश्यकता है। बता दें कि तृणमूल ने मई में 294 सदस्यीय विधानसभा में 213 सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार का गठन किया है।
दरअसल, संविधान के आर्टिकल 164 (4) के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति विधायक या सांसद नहीं है और वह मंत्रिपद पर आसीन होता है तो उसके लिए छह महीने में विधानसभा या विधानपरिषद या संसद के दोनों सदनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना अनिवार्य है। अगर मंत्री ऐसा नहीं कर पाता है तो छह महीने बाद वह पद पर नहीं बना रह सकता। ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए 8 नवंबर तक विधायक बनना होगा।
तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली के चुनाव आयोग मुख्यालय में जाकर उपचुनाव कराने की मांग पहले ही की थी। पार्टी ने कोलकाता में सीईओ के कार्यालय का भी दौरा किया था। इधर टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने कहा है कि टीएमसी 26 अगस्त को अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में भाग लेगी। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर 26 अगस्त को संसद में विभिन्न दलों के नेताओं को अफगानिस्तान के घटनाक्रम से अवगत कराएंगे। ये बैठक सुबह 11 बजे संसद भवन एनेक्सी में होगी।
 

सरकार में उठे विवाद को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल दिल्ली जाएंगे

सरकार में उठे विवाद को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल दिल्ली जाएंगे

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मचे आपसी कलह को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कांग्रेस हाईकमान से मिलेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कल दिल्ली जा रहे हैं। दोनों राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया भी होंगे।


पिछले महीने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विधायक बृहस्पत सिंह की ओर से टीएस सिंहदेव पर लगाए गए आरोपों के बाद छत्तीसगढ़ में सत्ता के दो केंद्रों के बीच दूरी दिखने लगी है। इन आरोपों से सिंहदेव इतने आहत हुए थे कि उन्होंने आरोपों के संबंध में सरकार की ओर से सफाई आए बिना विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। बाद में बृहस्पत सिंह ने आरोपों के लिए सदन में माफी मांगी और सरकार की ओर से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, सिंहदेव पर लगाए गए आरोप निराधार थे। उसके बाद ही सिंहदेव वापस लौटे। उसके बाद सिंहदेव दिल्ली जाकर अपनी बात रख आए थे। बताया जा रहा है, राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को बुलाकर आमने-सामने बात करने का फैसला किया है। इसके तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री दिल्ली जाकर राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। इस विवाद से बढ़ी खाई भरे माहौल में दोनों नेताओं की यह राहुल गांधी से पहली मुलाकात होगी। इस मुलाकात से क्या निकलता है, इस पर सभी की निगाह है।


राजीव भवन के उद्घाटन में शक्ति प्रदर्शन
सत्ताधारी कांग्रेस के शक्ति केंद्रों में टकराव अब सभी को दिखने लगा है। अम्बिकापुर में जिला कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के उद्घाटन के दौरान ये साफ दिखा। सरगुजा के प्रभारी मंत्री के तौर पर लोकार्पण के लिए संगठन ने प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत को भेजा। टीएस सिंहदेव के समर्थकों ने वहां राजीव भवन का फीता पहले ही कटवा दिया।


ढाई-ढाई साल के CM की चर्चा खत्म नहीं
विवाद मुख्यमंत्री पद पर ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के समझौते को लेकर भी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव दोनों ऐसे किसी समझौते से फिलहाल इंकार कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा राजनीतिक दांव-पेंच से ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री की चर्चा को बल मिल रहा है।