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विस मानसून सत्र : कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने उठाया सिंहदेव का मामला

विस मानसून सत्र : कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने उठाया सिंहदेव का मामला

रायपुर: विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने टीएस सिंहदेव के खुद को सदन की कार्रवाई से अलग रखने का मामला उठाया। विपक्ष ने की सदन की सभी कार्रवाई रोकते हुए सिंहदेव मामला स्पष्ट करने मांग की। भाजपा विधायक विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने टीएस सिंहदेव का मंगलवार को दिया हुआ बयान सदन में पढ़ा। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री का सदन के भीतर का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने का भी मुद्दा उठाया गया। विपक्ष ने सदन की जीपीसी कमेटी बनाकर जांच की मांग की है।

वहीं प्रश्नकाल शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी। इस दौरान स्पीकर डॉ. महंत ने संसद से लालकृष्ण आडवाणी की सदन छोड़कर जाने बात कही, जिस पर विपक्ष ने कहा कि आडवाणी इस्तीफा देकर निकले थे। विपक्ष ने सवाल किया कि बताएं टीएस सिंहदेव सदन के सदस्य हैं या नहीं। अगर हैं हैं तो सरकार कार्रवाई से पहले स्थिति को स्पष्ट करे।

आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे बसवराज, पूर्व मुख्यमंत्री के हैं करीबी

आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे बसवराज, पूर्व मुख्यमंत्री के हैं करीबी

बेंगलूरू: कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई आज पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11 बजे होगा। बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद मंगलवार शाम को केंद्रीय पर्यवेक्षकों धर्मेंद्र प्रधान, जी किशन रेड्डी और कर्नाटक भाजपा प्रभारी अरुण सिंह की देखरेख में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें येदियुरप्पा ने अपने करीबी और लिंगायत समुदाय से आने वाले राज्य के गृहमंत्री बोम्मई के नाम का प्रस्ताव रखा, जिन्हें सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया। देर रात बोम्मई ने राज्यपाल थावरचंद गहलोत से मुलाकात की।

इससे पहले बसवराज बोम्मई और जगदीश शेट्टार ने मंगलवार शाम को ही बंगलूरू में पर्यवेक्षक व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी से मुलाकात की थी। येदियुरप्पा के कुर्सी छोड़ने के बाद बोम्मई के साथ-साथ कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी, केंद्रीय कोयला खनन मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्रलाद जोशी और लिंगायत समुदाय से आने वाले कर्नाटक के कोयला और खनन मंत्री मुरुगेश निरानी का नाम भी चर्चा में था। बताया जा रहा है कि बोम्मई के नाम पर लिंगायत समुदाय भी राजी था।

2023 के चुनाव में लिंगायतों से ही सत्ता का गणित साधने की कोशिश
कर्नाटक की आबादी में लिंगायत समुदाय की भागीदारी करीब 17 फीसदी है। 224 सदस्यीय विधानसभा सीटों पर 100 से ज्यादा सीटों पर लिंगायत समुदाय का प्रभाव है। ऐसे में भाजपा ने येदियुरप्पा के हटने के बाद लिंगायत समुदाय के ही किसी व्यक्ति को नया सीएम बनाकर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता का गणित साधने की कोशिश की है।

12 साल पहले भाजपा में शामिल हुए, अब बने ‘नायक’
सादर लिंगायत समुदाय से आने वाले बसवराज पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं। खेती से जुडे़ होने के नाते कर्नाटक के सिंचाई मामलों का जानकार माना जाता है। राज्य में कई सिंचाई परियोजनाएं शुरू करने की वजह से उनकी सराहना की जाती है। उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र में भारत की पहली 100 फीसदी पाइप सिंचाई परियोजना लागू करने का श्रेय भी दिया जाता है। उनके पिता एसआर बोम्मई भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बसवराज 2008 में भाजपा में शामिल हुए और तभी लगातार पार्टी में ऊपर चढ़ते चले गए। वह पहले राज्य सरकार में जल संसाधन मंत्री रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत जनता दल के साथ की थी।

येदियुरप्पा के समर्थक ने की खुदकुशी
कार्यवाहक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने अपने एक समर्थक के खुदकुशी करने पर दुख जताया है। रिपोर्टों के मुताबिक, चामराजनगर जिले का 30 वर्षीय राजप्पा रवि सोमवार को येदियुरप्पा के इस्तीफा देने से सदमे में था, जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली। येदियुरप्पा ने कहा, मैं अपील करता हूं कि मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि इस संबंध में ऐसा कदम नहीं उठाएं। मैं रवि के परिवारवालों की पीड़ा में उनके साथ हूं।

बड़ी खबर : मुख्यमंत्री निवास में बैठक के बाद पीएल पुनिया ने बृहस्पत सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पर कारण बताओ नोटिस जारी किया

बड़ी खबर : मुख्यमंत्री निवास में बैठक के बाद पीएल पुनिया ने बृहस्पत सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पर कारण बताओ नोटिस जारी किया

रायपुर, मुख्यमंत्री निवास में सीएम भूपेश ने एक बार फिर कैबिनेट की बैठक बुलायी। हलाकि इस बैठक में मंत्री सिंह देव शामिल नहीं हुए। इससे साफ जाहिर है कि बृहस्पत सिंह के साथ हुए विवाद में सिंह देव की तल्खी बरकरार है।

इस पुरे मामले में एआईसीसी ने हस्तक्षेप करते हुए प्रभारी पुनिया को निर्देशित किया। पीएल पुनिया ने बृहस्पत सिंह द्वारा लगाए गए आरोप पर कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी कर दिया है। नोटिस जारी करते हुए पुनिया ने कहा की बृहस्पत सिंह कारण बताओ नोटिस का जवाब दें। यदि जवाब संतुष्टि पूर्ण नहीं होता है तो उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई निश्चित है। आपको बता दें कि बुधवार को विधानसभा में सरकार की ओर से इस मामले में पक्ष रखा जाएगा। इससे ठीक पहले विधायक पर शोकास नोटिस जारी किया गया है ताकि विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल को शांत किया जा सके। वहीं माना जा रहा है कि यह नोटिस टीएस सिंहदेव की नाराजगी को भी कम करने कोशिश हो सकती है।

आपको बता दें कि विधानसभा में मुख्यमंत्री की बैठक में (Show Cause Notice) सिंहदेव और बृहस्पत मामले पर निराकरण नहीं हो पाया। जिसके बाद सिंह देव ने कहा था कि उन्होंने बैठक के बाद सुलह के मुद्दे पर दो टूक कह दिया कि, ये भविष्य के गर्भ में है। वहीं सदन में कल शामिल होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि परिस्थिति जैसी रहेगी, उसके हिसाब से वो निर्णय लेंगे। सबसे बड़ी बात ये है कि सिंहदेव में सबसे ज्यादा पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की एकजुटता देखी जा रही है। कार्यकर्ताओं ने भी बृहस्पत सिंह पर आलाकमान पर कार्रवाई करने लिखित शिकायत भी की है।

 

बीजेपी नेता आपस में भिड़े,वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल, कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने चुटकी लेते हुए अपने ​ट्वीट में पोस्ट करते हुए लिखा

बीजेपी नेता आपस में भिड़े,वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल, कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने चुटकी लेते हुए अपने ​ट्वीट में पोस्ट करते हुए लिखा

भिलाई, हालही में भाजपा का एक वी​डियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें बेमेतरा जिले के नवागढ़ भाजपा में खुलकर गुटबाजी दिखी। खाद की किल्लत को लेकर सोमवार को बीजेपी ने प्रदेशभर में धरना किया। इसी दौरान नवागढ़ भाजपा में खुलेआम गुटबाजी देखने को मिली। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि बीजेपी नेता आपस में भिड़ गए।
इस वीडियो को कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने चुटकी लेते हुए अपने ​ट्वीट में पोस्ट करते हुए लिखा है कि रमन सरकार में संस्कृति मंत्री रहे दयाल दास बघेल और बीजेपी के महामंत्री के बीच सडक पर हुआ यह सार्थक संवाद बिना चेहरे वाली @BJP4CGState की प्रभारी @PurandeswariBJP जी और @drramansingh जी तक पहुंचे। सड़क पर भाजपा के संस्कार और सुवचनों का पाठ कीजिए और दूसरों को उपदेश देना बंद कीजिए। दरअसल नवागढ़ में खाद-बीज की कमी को लेकर बीजेपी किसान मोर्चा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन कर रही थी। तभी किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।

 

इसके बाद देखते ही देखते यह विवाद काफी बढ़ गया। बीच सड़क में ही कार्यकर्ता इकठ्ठा हो गए। घटना के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ, लेकिन तब तक हंगामे और आपसी विवाद का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बता दें कि छत्तीसगढ़ में आज से विधानसभा मानसून सत्र की शुरुआत हुई है। वहीं सत्र के शुरुआत के साथ-साथ राजधानी समेत पूरे प्रदेश में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। किसानों के मुद्दों को लेकर BJP किसान मोर्चा ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान बीजेपी किसान मोर्चा ने कहा कि राज्य सरकार सहकारी समिति का कोटा कम कर निजी व्यापारी और दलालों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही है। साथ ही वर्मी कम्पोस्ट खाद में मिट्टी मिलाकर किसानों को बेचने का आरोप लगाया।

बड़ी खबर :  विधानसभा परिसर में चर्चा के बाद फिर अचानक सीएम हाउस में होने जा रही बैठक, लगाए जा रहे कई कयास

बड़ी खबर : विधानसभा परिसर में चर्चा के बाद फिर अचानक सीएम हाउस में होने जा रही बैठक, लगाए जा रहे कई कयास

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीएम हाउस में फिर सभी मंत्रियों से चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने बैठक बुलाई है। विधानसभा में डेढ़ घंटे हुई मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा के बाद फिर अचानक सीएम हाउस में होने जा रही इस बैठक के संबंध में कई कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि फिर से इस विवाद के मामले पर चर्चा होगी। हाईकमान से मिले निर्देशों के बाद मामले का पटाक्षेप करने का प्रयास किया जाएगा। बुधवार को सरकार इस पूरे मामले पर अपना वक्तव्य भी देगी। इसकी तैयारी के संबंध में भी चर्चा की जाएगी। सदन में विपक्ष के हमलों से बचने की भी पूरी रणनीति तय की जाएगी। 

कांग्रेस विधायक पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन सिंहदेव का पक्ष लिए बिना किसी भी धारणा को स्थापित करना उचित नहीं : भाजपा

कांग्रेस विधायक पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन सिंहदेव का पक्ष लिए बिना किसी भी धारणा को स्थापित करना उचित नहीं : भाजपा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के संसद सदस्य सुनील सोनी ने मंगलवार को विधानसभा में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के आरोपों के परिप्रेक्ष्य में प्रदेश सरकार के वक्तव्य को नाकाफ़ी बताते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के सदन छोड़कर जाने की घटना को संसदीय परंपरा और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिहाज़ से गंभीर विचारणीय विषय बताया है। श्री सोनी ने कहा कि मंत्री सिंहदेव के कथन और सदन छोड़कर जाने पर प्रदेश सरकार गंभीर हो और मंत्री सिंहदेव पर विधायक सिंह के आरोपों पर सारी स्थिति स्पष्ट कर इस प्रकरण की सूक्ष्मता से जाँच कराए ताकि प्रदेश इस प्रकरण के तमाम पहलुओं से अवगत हो। मंगलवार को विधानसभा में प्रदेश सरकार के वक्तव्य पर मंत्री सिंहदेव का यह कथन अनदेखा-अनसुना नहीं किया जा सकता कि अब भी बहुत कुछ छिपाया जा रहा है।

भाजपा सांसद श्री सोनी ने कहा कि भारतीय राजनीति का यह संभवत: पहला ऐसा प्रकरण होगा कि एक विधायक ने अपनी ही सरकार के मंत्री पर हत्या कराने का आरोप लगाया हो। इससे प्रदेश का सौहार्द्रपूर्ण लोकतांत्रिक राजनीतिक वातावरण पर प्रतिकूल असर होगा। प्रदेश कांग्रेस में सत्ता-संघर्ष से उपजे गैंगवार के हालात प्रदेश के राजनीतिक इतिहास का काला अध्याय है। प्रदेश की जनता कांग्रेस की अंतर्कलह में बेवज़ह पिस रही है। श्री सोनी ने सवाल किया कि क्या अपनी सरकार की विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने, विभिन्न मोर्चों पर आदिवासियों की नाराज़गी से बचने और ढाई-ढाई साल के फ़ार्मूले से पीछा छुड़ाने के लिए यह साजिश रची गई है? श्री सोनी ने इस समूचे प्रकरण को ख़ूनी सत्ता संघर्ष और सियासी साजिशों का कॉकटेल बताते हुए कहा कि इस मामले का इस्तेमाल करके राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते राजनीतिक छवि को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश करके वर्षों पुराने रामअवतार जग्गी हत्याकांड की याद दिलाकर ‘बहुत-से संदेश और संकेत’ देने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश सरकार को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या कांग्रेस विधायक सिंह का कथन ही इस घटना का पूरा सच है? या फिर, कथित तौर पर विधायक के काफ़िले को ओवरटेक करने को लेकर हुए विवाद का अपने प्रतिद्वंद्वी खेमे की छवि नेस्त-ओ-नाबूद करने के लिए साजिशान राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है?
 

बड़ी खबर : चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले में मुख्यमंत्री के तीन ट्वीट, जानिए क्या है मामला

बड़ी खबर : चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले में मुख्यमंत्री के तीन ट्वीट, जानिए क्या है मामला

रायपुर । मुख्यमंत्री ने चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज मामले में लगातार तीन ट्वीट किये। ट्वीट 1- चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज पर प्रकाशित एक समाचार पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। वे सब निराधार है। यह प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज और सैकड़ों छात्रों के भविष्य को बचाने का प्रयास है। इससे एक नया मेडिकल कॉलेज बनाने का समय बचेगा व हर साल प्रदेश को डेढ़ सौ डॉक्टर मिलेंगे। ट्वीट 2 -जहां तक रिश्तेदारी और निहित स्वार्थ का सवाल है तो मैं अपने प्रदेश की जनता को यह बताना चाहता हूं कि भूपेश बघेल उसके प्रति उत्तरदायी है और उसने हमेशा पारदर्शिता के साथ राजनीति की है, सरकार में भी हमेशा पारदर्शिता ही होगी। सौदा होगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा। ट्वीट 3-यह खबर कल्पनाशीलता की पराकाष्ठा से उपजा विवाद है। जिसे मैं चुनौती देता हूं। अगर जनहित का सवाल होगा तो सरकार निजी मेडिकल कॉलेज भी ख़रीदेगी और नगरनार का संयंत्र भी। हम सार्वजनिक क्षेत्र के पक्षधर लोग हैं और रहेंगे। हम उनकी तरह जनता की संपत्ति बेच नहीं रहे हैं। 

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री की घोषणा तब तक सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे जब तक.....

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री की घोषणा तब तक सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे जब तक.....

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव ने आज विधानसभा में घोषणा की कि वे तब तक सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे जब तक राज्य सरकार एक आदिवासी विधायक के उन पर लगाये गये आरोपों से उन्हें मुक्त नहीं करती। शून्यकाल के दौरान विपक्षी सदस्योंक ने सदन की एक समिति ने उस मामले की जांच की मांग की जिसमें आदिवासी विधायक बृहस्पोति सिंह ने आरोप लगाया था कि अम्बिकापुर में कुछ युवकों ने उनके वाहन पर हमला किया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की कि वह तब तक सदन की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे जब तक कि सरकार इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर देती। इससे पहले गृह मंत्री ताम्रद्वज साहू ने इस घटना पर बयान दिया।

इतिहास में आज तक कभी किसी सदन में ऐसी घटना नहीं हुई : बृजमोहन

इतिहास में आज तक कभी किसी सदन में ऐसी घटना नहीं हुई : बृजमोहन

रायपुर। विधानसभा मानसून सत्र में आज स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के वाकआउट के बाद विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथ लिया। भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विश्व के इतिहास में लेजिस्लेटिव में आज तक कभी किसी सदन में ऐसी घटना नहीं हुई। इस दौरान विपक्ष ने स्पीकर से आग्रह किया कि जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं होती सदन की कमेटी बनाकर जांच करवानी चाहिए। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सदन की कमेटी बनाकर जांच करवाने मांग की है। इनके अलावा शिवरतन शर्मा सहित भाजपा और जनता कांग्रेस के सभी सदस्यों ने भी जांच की मांग की है।

बड़ी खबर : सिंहदेव के बंगले के बाहर लगा `नो एंट्री` का बोर्ड...

बड़ी खबर : सिंहदेव के बंगले के बाहर लगा `नो एंट्री` का बोर्ड...

रायपुर। विधानसभा में हंगामे के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वाकआउट कर दिया। उन्होंने कह कि जब तक विधायक बृहस्पत सिंह के मामले में पूर्ण जांच नहीं हो जाती है, वे सदन की कार्रवाई में हिस्सा नहीं लेंगे। इसके बाद खबर आ रही है कि सिंहदेव ने अपने बंगले के बाहर `नो एंट्री` का बोर्ड लगवा दिया है। अभी फिलहाल वे किसी से मुलाकात नहीं करेंगे।

 BREAKING : सीएम भूपेश बघेल ने बुलाई मंत्रियों की आपात बैठक

BREAKING : सीएम भूपेश बघेल ने बुलाई मंत्रियों की आपात बैठक

रायपुर। विधानसभा में ही सीएम भूपेश बघेल ने मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई है. बता दें कि बृहस्पति सिंह मामले में आज मंत्री टीएस सिंहदेव सदन छोड़कर चले गए. सदन से बाहर जाने से पहले उन्होंने भावुक होकर कुछ बातें कही. उन्होंने सदन में कहा कि - मैं भी एक इंसान हूं मेरे चरित्र के बारे में सब जानते हैं. शायद कुछ छिपा हुआ है जिसे अब सामने लाने की कोशिश की जा रही है. मैं नहीं समझता हूँ कि मेरी स्थिति ऐसी है कि जब तक शासन की ओर से इस पर स्पष्ट जवाब ना आ जाए मैं इस पवित्र सदन में रहना उचित नहीं समझता.
बड़ी खबर : सिंहदेव ने खुद को सदन की कार्रवाई से किया अलग, जानिए क्या है मामला

बड़ी खबर : सिंहदेव ने खुद को सदन की कार्रवाई से किया अलग, जानिए क्या है मामला

रायपुर: विधानसभा के मानसून सत्र से बड़ी खबर सामने आ रही है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज बड़ी घोषणा करते हुए खुद को सदन की कार्रवाई से अलग कर लिया है। जानकारी के अनुसार विपक्ष ने कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह पर हमला का मामला सदन में उठाया। इसके बाद हुए हंगामे के चलते सिंहदेव ने कहा कि जब तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो जाती है वे सदन की कार्रवाई में हिस्सा नहीं लेंगे। यह कहकर वे सदन से बाहर चले गए। सिंहदेव के बाहर जाने के बाद शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम उन्हें मनाने बाहर गए।

संसद मानसून सत्र : वेल में पोस्टर कार्ड लेकर घुसे विपक्षी सांसद

संसद मानसून सत्र : वेल में पोस्टर कार्ड लेकर घुसे विपक्षी सांसद

नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज सातवां दिन है। संसद की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई। इस दौरान लोकसभा में विपक्षी दलों का हंगामा शुरू हो गया। इससे पहले सोमवार को भी दोनों सदनों की कार्यवाही ठीक से नहीं चल पाई। पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष ने दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया। विपक्षी नेता मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं।

पहले हफ्ते में भारी हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यावीह में लगातार रुकावट आती रही। सोमवार को लोकसभा में भारी हंगामे के बीच दो बिल पास हुए। फैक्ट्रिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक 2021 और राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान विधेयक 2021 पास हुए । दोनों ही विधेयक चर्चा के बिना, ध्वनि मत से पारित हुए। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सदन में फैक्ट्रिंग विनियमन संशोधन विधेयक पेश करते हुए कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र के हित में कुछ संशोधन किए गए हैं। इसमें फैक्ट्रिंग कारोबार की परिभाषा सरल बनाई गई है, जिसमें बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां या कोई अन्य कारोबारी संस्था शामिल हैं।

इधर आज भाजपा संसदीय दल की बैठक शुरू हो गई है। बैठक में पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी शामिल हैं। बैठक में मानसून सत्र के दौरान विपक्ष दलों की ओर से कामकाज रोकने के प्रयासों पर पीएम नरेंद्र मोदी अपनी बात रखेंगे।

मुख्यमंत्री ने दिया इस्तीफा : अब नए मुख्यमंत्री पर हलचल तेज, दौड़ में ये चार नाम आगे

मुख्यमंत्री ने दिया इस्तीफा : अब नए मुख्यमंत्री पर हलचल तेज, दौड़ में ये चार नाम आगे

बेंगलुरु: कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल जारी है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को विधानसभा में इस्तीफा देने का एलान किया। उसके बाद राजभवन पहुंच कर राज्यपाल थावरचंद गहलोत को अपना इस्तीफा सौंप दिया। येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा ऐसे समय दिया है, जब कर्नाटक की भाजपा सरकार के दो साल पूरे हुए हैं। ऐसे में हर किसी की नजर इस बात पर है कि अब भाजपा राज्य की कमान किसे सौंपेगी। वहीं नई दिल्ली में कर्नाटक के नए सीएम को लेकर बैठक हो रही है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की रेस में प्रह्लाद जोशी, बीएल संतोष, लक्ष्मण सवदी और मुरुगेश निरानी का नाम शामिल है।

सूत्रों ने बताया कि भाजपा जल्द ही कर्नाटक में पर्यवेक्षण भेजेगी। नए मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक बीएस येदियुरप्पा कार्यवाहक सीएम बने रहेंगे| मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का एलान करते हुए येदियुरप्पा ने कहा, उन्हें कर्नाटक के लोगों के लिए अभी बहुत काम करना है। हम सभी को मेहनत के साथ काम करना चाहिए। येदियुरप्पा ने भावुक स्वर में कहा, `मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैं जल्द ही राज्यपाल से मुलाकात करूंगा। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरे हैं। उन्होंने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा कि मैं कर्नाटक में रहूंगा।

कर्नाटक का अगला सीएम कौन..मंथन जारी
येदियुरप्पा के इस्तीफे के एलान के बाद दिल्ली में हलचल तेज हो गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कर्नाटक के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा कर रहे हैं। इस बीच येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के तौर पर केंद्रीय कोयला, खनन व संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सवदी, संगठन महासचिव बीएल संतोष और प्रदेश सरकार में खनन मंत्री व उद्योगपति एमआर निरानी का नाम आगे चल रहा है। हालांकि, जोशी ने कहा कि उनसे इस बारे में अभी तक शीर्ष नेतृत्व ने कोई बात नहीं की है जबकि निरानी का कहना है कि पार्टी जो भी आदेश देगी, वह उसका पालन करेंगे।

छत्तीसगढ़ के पर्यटन, ऐतिहासिक धरोहरों को विश्व मानचित्र पर लाने की जरूरत : मुख्यमंत्री

छत्तीसगढ़ के पर्यटन, ऐतिहासिक धरोहरों को विश्व मानचित्र पर लाने की जरूरत : मुख्यमंत्री

रायपुर। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ जंगल, पहाड़, नदियों से आच्छादित प्रदेश है। यहां 44 प्रतिशत जंगल, बारहमासी नदियां, बांध, सुंदर झरने, ऐतिहासिक एवं पौराणिक धरोहरें विद्यमान है। इसको सहेजने और विश्व मानचित्र पर लाने की आवश्यकता है। भगवान राम ने अपने वनवास काल का सर्वाधिक समय छत्तीसगढ़ में व्यतीत किया है। चंदखुरी स्थित माता कौशल्या का मंदिर, तालाब और पूरे परिसर का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। शिवरीनारायण को पर्यटन के दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सिरपुर में दस वर्ग किलोमीटर में प्राचीन बौद्ध विहार, बौद्धकालीन मूर्तियां एवं भवन के अवशेष है। इसको पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज विधानसभा परिसर स्थित कार्यालय के सभाकक्ष से छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के नवनियुक्त अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष चित्ररेखा साहू एवं सदस्य द्वय नरेश ठाकुर एवं निखिल द्विवेदी के पदभार ग्रहण कार्यक्रम को वर्चुअल रूप से सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने पर्यटन मण्डल के नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के विभिन अंचलों में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजातियों पण्डो, बैगा, कमार, अबूझमाड़िया के जीवन शैली के बारे में लोग जानना और समझना चाहते हैं। इसके लिए हमें इन इलाकों में पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने प्रसिद्ध चित्रकूट वाटर फॉल, सरगुजा जिले की रामगढ़ की पहाड़ियों में स्थित पांच हजार वर्ष पूर्व की प्राचीन नाट्यशाला कुटुमसर गुफा का उल्लेख करते हुए कहा कि पर्यटन की दृष्टि से छत्तीसगढ़ बेहद समृद्ध राज्य है। छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल का यह दायित्व है कि वह राज्य के पर्यटन स्थलों को सहेजने और सवारने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए इन स्थानों पर सुविधाएं विकसित करे। पर्यटन के विकास से राज्य में रोजगार भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हमें योजनाबद्ध तरीके से काम करने की जरूरत है।
इस अवसर पर नवनियुक्त अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में लोककला एवं संस्कृति को बढ़ावा दिया है। छत्तीसगढ़ राज्य, प्रकृति का अनुपम उपहार है। उन्होंने आदिवासी कला एवं संस्कृति को विश्व मंच पर लाने तथा भगवान राम के वन गमन पथ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रयासों को सराहा और कहा कि छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल अतिथि देवो भवः के सिद्धांत पर काम करेगा। पर्यटकों की सुख-सुविधा एवं सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी होगी। प्रबंधन संचालक यशवंत कुमार ने छत्तीसगढ़ में विभिन्न प्रकार के टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में राजस्व मंत्री एवं बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, विधायक धरमजीत सिंह, छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, छत्तीसगढ़ खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी, छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा, महापौर बिलासपुर रामशरण यादव, छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक बोर्ड के अध्यक्ष महेन्द्र छाबड़ा, पूर्व विधायक सियाराम कौशिक, राजीव यादव, अरूण सिंह चौहान, अर्जुन तिवारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
 

समर्थकों ने अब निंदा प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस हाईकमान को पत्र भेज कर इनके निष्कासन की मांग की, पढ़े पूरी खबर

समर्थकों ने अब निंदा प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस हाईकमान को पत्र भेज कर इनके निष्कासन की मांग की, पढ़े पूरी खबर

अम्बिकापुर । अविभाजित सरगुजा के कांग्रेस पदाधिकारियों,जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों ने रामनुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर उन्हें कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की है।
विधायक बृहस्पत सिंह विगत तीन दिन से स्वास्थ्य पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव पर अपनी हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगा सुर्खियों में आये थे। शुरुआती चुप्पी के बाद आज टीएस सिंहदेव समर्थकों ने बृहस्पत सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उनके गृह जिले बलरामपुर सहित, सरगुजा, सूरजपुर और कोरिया जिला की जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, कांग्रेस के सभी अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष,पार्षदों, जिला और जनपद सदस्यों पूर्व विधयकों ने अलग-अलग बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस हाईकमान को पत्र भेज कर बृहस्पति सिंह के निष्कासन की मांग की है।
सरगुजा जिला मुख्यालय मे सरगुजा जिले के कांग्रेसजनों की बैठक हुई। 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने निंदा प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि बृहस्पति अनर्गल तथ्य हीन और निराधार बातें कर न सिर्फ टीएस सिंहदेव बल्कि कांग्रेस कमजोर कर रहे हैं। सरगुजा सहित प्रदेश की जनता बृहस्पति सिंह के चरित्र तथा टीएस सिंहदेव के कार्य व्यवहार को बखूबी समझती है। महापौर अजय तिर्की ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा जिस तरह की बयान बाजी बृहस्पति सिंह द्वारा की गई वह कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ठीक कर सकता है। करोना काल के बाद उनकी दिमागी हालत खराब हो गई है।
` साधारण रोडरेज घटना` जो उनके फॉलो गार्ड के साथ अंबिकापुर के बंगाली चौक में घटित हुई थी, उसे सियासी रंग देकर मीडिया व सोशल मीडिया में अनर्गल प्रलाप कर झूठी ब्यानबाजी करने तथा आधारहीन गंभीर आरोप लगाकर सरगुजा संभाग में पार्टी को स्थापित करने में पूरा जीवन समर्पित करने वाले वरिष्ठ नेता व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की छवि को धूमिल करने की जो साजिश रची गई है। उसकी सभी जगह निंदा हो रही है। बैठक में पदाधिकारियों तथा सदस्यों ने पार्टी संगठन के खिलाफ निरंतर कुत्सित षड्यंत्र रचने तथा पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया । इसकी प्रति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजी गयी। यह मांग की गई है कि पार्टी फोरम से हटकर अनर्गल बयानबाजी कर अनुशासनहीनता करने वाले विधायक बृहस्पति सिंह को तत्काल कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया जाए। निंदा प्रस्ताव में उल्लेखित है कि विधायक वृहस्पत सिंह हमेशा पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं।टिकट न मिलने पर दो बार कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध निर्दलीय विधान सभा का चुनाव लड़ चुके हैं। विगत 5 विधानसभा चुनाव (जब उन्हें टिकट नहीं मिला) में कांग्रेस प्रत्याशियों ने उन पर भाजपा को मदद पहुचाने की शिकायत दर्ज करायी है।कांग्रेस पार्टी का विधायक रहते विगत लोकसभा एवम जिला पंचायत चुनाव में भी उन पर भाजपा को मदद करने का आरोप कांग्रेस प्रत्याशियों ने लगाया था।
जबकि टीएस सिंह देव व उनका परिवार हमेशा से कांग्रेस के प्रति निष्ठावान रहा है।पीढ़ियों से इनका परिवार सरगुजा संभाग में कांग्रेस को स्थापित करने के लिए समर्पित रहा है।टीएस सिंहदेव स्वयं तीसरी बार छत्तीसगढ़ विधान सभा में विधायक और वर्तमान में स्वस्थ्य, पंचायत सहित आधा दर्जन महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री हैं। पिछले चुनाव में जन घोषणा पत्र समिति के संयोजक और परिवर्तन यात्रा के प्रभारी रहे। झारखंड विधानसभा चुनाव में स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष और ओडिसा के प्रभारी के रूप में कार्य किया। इनकी माता स्वर्गीय श्रीमती देवेंद्र कुमारी सिंह देव अविभाजित मध्य प्रदेश में मंत्री रह चुकी हैं।पिता स्व.एमएस सिंह देव मध्यप्रदेश में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में इनकी बहन श्रीमती आशा कुमारी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक और कांग्रेस वर्किंग कमिटी की सदस्य हैं। देश भर की महिला विधायकों में सबसे ज्यादा बार चुनाव रिकार्ड उनके नाम है।भतीजे आदित्येश्वर सिंह देव कांग्रेस के डाटा एनालिसिस विभाग एवम एआईसीसी मेम्बर हैं।सरगुजा जिला पंचायत में लोक निर्माण विभाग के सभापति हैं।सरगुजा संभाग में कांग्रेस सभी 14 विधान सभा,अधिकांश जिला पंचायत और नगरीय निकायों में जीतती रही है इसके पीछे टीएस सिंह देव का कुशल नेतृत्व बड़ा कारण है।उनके सभ्य,सरल,सहज,उदार व्यक्तित्व से समूचा छत्तीसगढ़ वाकिफ़ है।
प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि विधायक बृहस्पत सिंह के द्वारा मीडिया में निरन्तर झूठ बोलकर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाले कृत्य से सरगुजा की जनता बहुत व्यथित तथा आक्रोशित है।इसलिये उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही कर तत्काल पार्टी से निष्कासित किया जाये। जिला और ब्लॉक कांग्रेस कमिटियों के अतिरिक्त जिले की सहकारी बैंकों, नगर निगम व नगर पंचायत के पार्षदगण, जिला और जनपद पंचायत सदस्यों,महिला कांग्रेस,एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस,सेवादल,अजा,अजजा,
पिछड़ा वर्ग,अल्पसंख्यक कांग्रेस व्यापार,चिकित्सा विधि प्रकोष्ठ,असंगठित कामगार कांग्रेस अन्य अनुषांगिक संगठनों ने निंदा प्रस्ताव पारित कर वृहस्पति सिंह के बर्खास्तगी की मांग की।सहितआज की बैठक में प्रदेश महामंत्री द्वितेंद्र मिश्र, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, श्रीमती नीता विश्वकर्मा ,सफीक खान अरविंद सिंह ,हेमंत तिवारी मोहम्मद इस्लाम ,संध्या रवानी, सीमा सोनी ,हेमंती प्रजापति, जनार्दन त्रिपाठी,सैयद अख्तर हुसैन,आशीष वर्मा, मधु दीक्षित ,सुदामा कुर्रे संजीव मंदिल वार ,बीजू गुप्ता,अविनाश, सुधांशु गुप्ता रशीद अंसारी ,शांतनु मुखर्जी निक्की खान, नितेश चौरसिया शमा परवीन ,रूही गजाला अंजना केरकेटा ,गीता रजक कुसुम मिंज,नुसरत फातिमा ,भूपेंद्र सिंह ,जॉन लकड़ा अरुण मिंज,सतीश बारी,आशीष जयसवाल, आलोक सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह ,पूर्णिमा सिंह ,रियाजुल हक ,सुभाष पैकरा,आनंद तिग्गा,विनोद एक्का प्रभात रंजन सिन्हा सहित कांग्रेस जन उपस्थित थे।
 

राजस्थान और पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी गहराता नजर आ रहा, कांग्रेस का अंतरकलह, जाने पुनिया ने क्यों छोड़ी दिल्ली की फ्लाइट...

राजस्थान और पंजाब के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी गहराता नजर आ रहा, कांग्रेस का अंतरकलह, जाने पुनिया ने क्यों छोड़ी दिल्ली की फ्लाइट...

रायपुर । कांग्रेस का अंतरकलह अब राजस्थान और पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ में भी गहराता नजर आ रहा है। विधायक बृहस्पत सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर जान से मरवाने का आरोप लगवाया है, वहीँ इस मामले की शिकायत करने विधायक ने पार्टी आलाकमान से समय मांगा है। पार्टी की अंतरकहल की जानकारी जैसी ही राष्ट्रीय नेतृत्व राहुल गांधी को मिली, छत्तीसगढ़ प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुंचे एआईसीसी प्रभारी पीएल पुनिया को कलह सुलझाकर दिल्ली लौटने के निर्देश दिए।
जैसी ही पार्टी आलाकमान से पुनिया को निर्देश मिला पुनिया सीधे विधानसभा परिसर पहुंचे। वहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और विधायक बृहस्पत सिंह से मुलाकात कर चर्चा की। अब पुनिया देर रात दिल्ली लौटेंगे।
संगठन प्रभारी पुनिया ने पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा की और उसके बाद विधायक बृहस्पति सिंह और चिंतामणि को बुलाया। फिर टीएस सिंहदेव के साथ चर्चा की। इसके बाद पुनिया ने बयान दिया कि इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंघ्देव और विधायक बृहस्पत सिंह दोनों कुछ नहीं कह रहे।
राज्य में सत्ता पर काबिज कांग्रेस के बीच अंतरकलह की ख़बरों पर भाजपा ने भी विधानसभा में जमकर हंगामा किया और कांग्रेस पर कई टुकड़ों में विभाजित होने का आरोप लगाया।
 

बृहस्पत सिंह और सिंहदेव मामले में आया नया मोड़

बृहस्पत सिंह और सिंहदेव मामले में आया नया मोड़

रायपुर । बृहस्पत सिंह और टीएस सिंहदेव मामले ने लिया नया मोड़ दोनों के बीच चल रही तनातनी को खत्म करने के लिए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया एयरपोर्ट से वापस लौटे और सीधे विधानसभा में दोनों नेताओं और मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे हैं।बताया जा रहा है कि एआईसीसी के निर्देश अनुसार पीएल पुनिया इस अंतर्कलह को शांत करने का पहल कर रहे है। विधानसभा में मुख्यमंत्री कक्ष में पीएल पुनिया बृहस्पत सिंह और टीएस सिंहदेव दोनों से चर्चा कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान अभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर्यटन मंडल के पदभार समारोह में शामिल हुए है। वहां से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भी इस चर्चा में शामिल होंगे। इस बैठक के पश्चात देर रात दिल्ली वापस लौटेंगे पीएल पुनिया ।  

 छत्तीसगढ़ विधानसभा : कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह पर जानलेवा हमला के मामले पर विपक्ष का हंगामा

छत्तीसगढ़ विधानसभा : कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह पर जानलेवा हमला के मामले पर विपक्ष का हंगामा

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन भाजपा सदस्यों ने सत्ता दल के कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह पर हुए हमला और इस हमले के लिए कांग्रेस विधायक द्वारा मंत्री पर लगाए गए आरोप का मामला जोर-शोर से उठाया। इस मामले में विपक्ष ने सदन की समिति से जांच कराये जाने की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित की गई, हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है और उसे निभाया भी जायेगा। 

विधानसभा में आज भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने अखबारों में कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह पर हमला और इस हमले के लिए कांग्रेस विधायक द्वारा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर उनकी हत्या कराने का लगाये गये आरोप की छपि खबरों का हवाला देते हुए यह मामला उठाते हुए कहा कि देश के इतिहास में ये पहली घटना है, जिसमें सत्ता पक्ष के एक विधायक ने मंत्री पर आरोप लगा रहा है कि मंत्री उसकी हत्या करा सकते हैं। यह बहुत गंभीर मुद्दा है इसलिए सबसे पहले इस विषय पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमारी जानकारी में ये पहली घटना है। ये सिर्फ कांग्रेस के लिए बल्कि छत्तीसगढ़ के लिए दुर्भाग्यजनक है। उन्होंने कहा कि हम आसंदी से मांग करते है कि इस मामले की सदन की कमेटी से जांच की जाए। 

भाजपा के अन्य विधायकों ने भी इस मामले में विधायक बृहस्पत सिंह और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव द्वारा सदन में बातें रखने की मांग की। संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि अखबारों की कतरनों को लेकर विपक्ष ने अपनी बातें सदन में रख दी है, पर सदन में अखबारों के कतरनो पर चर्चा नहीं कराई जाती है। इस पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करते हुए इस मामले की जांच सदन की कमेटी से कराये जाने की मांग करने लगे। सदन में शोर-शराब के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। पुन: कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने फिर इस मुद्दे पर अपनी मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सभी सदस्यों की सुरक्षा का जिम्मा सरकार का है और सरकार सभी सदस्यों की सुरक्षा का ध्यान रख रही है, जो चूक हुई है उस पर समीक्षा की जाएगी और पुख्ता व्यवस्था भी की जायेगी। 

मुख्यमंत्री की बात सुनने के बाद आसंदी ने गृहमंत्री को अपनी बात सदन में रखने के लिए कहा, जिसके बाद जैसे ही गृहमंत्री अपनी बात सदन में रखना शुरू किए विपक्षी सदस्यों ने फिर हंगामा शुरू कर दिया और उन्हें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया। शोर-शराबे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पुन: अपरान्ह 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।   
विधायक बृहस्पति सिंह ने मंत्री सिंहदेव पर लगाया आरोप

विधायक बृहस्पति सिंह ने मंत्री सिंहदेव पर लगाया आरोप

रायपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक बृहस्पत सिंह ने पार्टी के ही वरिष्ठ नेता और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर बड़ा हमला बोला है। सिंह ने आरोप लगाया, `मुझे जान का खतरा है। मंत्री टीएस सिंहदेव करा सकते हैं हमला। महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं। हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक़ हो। मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं।`

बृहस्पति सिंह ने आगे कहा कि सोनिया और राहुल गांधी से शिकायत कर रहा हूं। विधायक दल की बैठक में अपनी बात रखुंगा। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा उपाध्यक्ष से मैं शिकायत करूंगा। मुझे लगता है कि जिससे सरकार की छवि खराब हो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

शनिवार रात को हुआ था काफिले पर हमला
गौरतलब है कि शनिवार देर रात रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर सरगुजा क्षेत्र में हमला हुआ था। हमले में विधायक की कार को रोककर कुछ युवकों ने जमकर तोड़फोड़ की थी।
खबरों के मुताबिक जिस गाड़ी पर हमला हुआ बृहस्पति सिंह खुद उसमें बैठे हुए थे। इस मामले में कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।