रायपुर। स्थानीय गाँधी चौक स्थित महंत लक्ष्मीनारायण दास महाविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC), इंस्टिट्यूशनल इन्नोवेशन कॉउंसिल(IIC), एलुमनाई एसोसिएशन एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा महाविद्यालय परिसर से विशाल तिरंगा यात्रा का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा महाविद्यालय प्रांगण से प्रारंभ होकर सिटी कोतवाली चौक, बूढ़ापारा और बूढ़ापारा चौक होते हुए पुनः महाविद्यालय परिसर में आकर तिरंगा यात्रा का समापन हुआ। यात्रा के आरंभ से पूर्व महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. देवाशीष मुखर्जी ने रैली को संबोधित करते हुए हमारे देश की शान हर घर तिरंगा, घर-घर तिरंगा का संदेश किया। उन्होंने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं हमारे देश के वीर सैनिकों के कुर्बानियों को याद कर उनके योगदान को बताया। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रध्वज तिरंगे के महत्व और सम्मान के साथ तिरंगा के इतिहास का वर्णन किया। आगे उन्होंने विद्यार्थियों और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। इस तिरंगा यात्रा में महाविद्यालय के लगभग 700 विद्यार्थी सहित महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों ने भी पूरे जोश के साथ अपनी सहभागिता दिखाई। तिरंगा यात्रा में प्रो. ललित मोहन वर्मा, डॉ. लक्ष्मीकांत साहू, प्रो. सुधीर जैन, श्री विजय शर्मा,डॉ. श्वेता शर्मा, प्रो. प्रीतम दास, श्री लोकेश साहू, एलुमनाई एसोसिएशन के प्रदीप साहू एवं महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यकर्ता विद्यार्थियों का विशेष सहयोग रहा।
Independence day 2025 : स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के 25 पुलिसकर्मियों के नाम गैलेंट्री मेडल (जीएम), प्रेसिडेंट्स मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस (पीएसएम) और मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस (एमएसएम) के लिए घोषित किए हैं। यह सम्मान आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाने और वामपंथी उग्रवाद से निपटने में राज्य की अहम भूमिका को रेखांकित करता है।
गैलेंट्री मेडल (GM)
असाधारण साहस और उत्कृष्ट परिचालन क्षमता के लिए छत्तीसगढ़ के 14 पुलिसकर्मियों के नाम गैलेंट्री मेडल के लिए घोषित किए गए हैं। इनमें आईपीएस अधिकारी सुनील शर्मा (पुलिस अधीक्षक), संदीप कुमार मडिले (उप निरीक्षक) और आरक्षक मदकम पांडु, मदकम हदमा, मदकम देव, बरसे हुंगा, रोशन गुप्ता सहित अन्य शामिल हैं। तीन पुलिसकर्मियों – स्वर्गीय रामुराम नाग (सहायक उप निरीक्षक), स्वर्गीय कुंजाम जोगा (आरक्षक) और स्वर्गीय वंजाम भीमा (आरक्षक) – को कर्तव्य-पालन के दौरान सर्वोच्च बलिदान के लिए मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। ये घोषणाएं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में राज्य पुलिस के जोखिमपूर्ण अभियानों और अदम्य साहस को दर्शाती हैं।
प्रेसिडेंट्स मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस (PSM)
लंबे समय तक उच्च कोटि की उत्कृष्ट सेवा के लिए छत्तीसगढ़ के एक अधिकारी का नाम पीएसएम सूची में शामिल किया गया है। छत्तीसगढ़ के निदेशक हिमांशु गुप्ता को उनके नेतृत्व, पेशेवर ईमानदारी और राज्य में पुलिसिंग व जनसुरक्षा में निरंतर योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस (MSM)
लगन, अनुकरणीय सेवा और निरंतर योगदान के लिए छत्तीसगढ़ के 10 पुलिसकर्मियों को एमएसएम के लिए चुना गया है। इनमें पुलिस महानिरीक्षक ध्रुव गुप्ता, पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर, कमांडेंट श्वेता राजमणि, पुलिस अधीक्षक रवी कुमार कुर्रे, निरीक्षक (एमआईएन) कौशल्या भट्ट, सहायक पुलिस महानिरीक्षक रोहित कुमार झा, निरीक्षक (एमआईएन) कमलेश कुमार मिश्रा, प्लाटून कमांडर दल सिंह नामदेव, कंपनी कमांडर दिलीप कुमार साहू और सहायक उप निरीक्षक सुशील कुमार बरुआ शामिल हैं। इनका योगदान अभियान संचालन, प्रशासनिक दक्षता और सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्रों में रहा है।
समग्र उपलब्धि
14 गैलेंट्री मेडल, एक प्रेसिडेंट्स मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस और 10 मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस के साथ छत्तीसगढ़ पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस 2025 के सम्मानों में शानदार प्रदर्शन किया है। ये घोषणाएं राज्य के पुलिसकर्मियों के साहस, नेतृत्व और समर्पण को सलाम करती हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा में छत्तीसगढ़ की अहम भूमिका को रेखांकित करती हैं।
रायपुर :- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव की पुण्यतिथि पर उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्व. जूदेव जी केवल एक प्रखर राष्ट्रवादी ही नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान के निष्ठावान प्रहरी थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन धर्म, संस्कृति और समाजसेवा के लिए समर्पित किया। उनके नेतृत्व में प्रारंभ हुआ ‘घर वापसी’ अभियान एक ऐतिहासिक सामाजिक आंदोलन बना, जिसने हजारों लोगों को उनकी मूल सनातन परंपरा से पुनः जोड़ा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि जूदेव जी जल, जंगल, जमीन और जनजातीय अस्मिता के सशक्त रक्षक थे। उन्होंने वनांचल क्षेत्रों में आदिवासी समाज को उनका गौरव और पहचान लौटाने के लिए सतत संघर्ष किया। उनके प्रयासों से समाज में राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक चेतना का विस्तार हुआ तथा जनजातीय समाज अपनी जड़ों से और अधिक मजबूती से जुड़ सका।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्व. दिलीप सिंह जूदेव की राष्ट्रवादी मूल्यों के प्रति निष्ठा, उनका अडिग संकल्प, निडरता और ओजस्वी नेतृत्व आज भी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस परेड ग्राउण्ड में पहुंचने वाले दर्शकों के लिए पुलिस ने मार्ग व पार्किंग प्लान तैयार किया है। 15 अगस्त को स्वतन्त्रता दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउण्ड रायपुर में मुख्यमंत्री द्वारा परेड की सलामी ली जायेगी।
इस दौरान उक्त कार्यक्रम में प्रदेश भर से आमंत्रित विशिष्ठ नागरिक गण, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं एवं भारी संख्या में आम दर्शकों की काफी भीड़ होने की संभावना है। इस दौरान परेड में सम्मिलित होने वाले आगंतुको के वाहनों के लिए निम्नानुसार पार्किग व्यवस्था किया गया है।
1. लाल कार पास धारी वाहनः आमंत्रित अतिथियों को लाल कार पास होगी वे अपने वाहन से PWD चौक, छग कालेज, कुन्दन पैलेस, पीडब्ल्यूडी कालोनी होकर एम.टी. वर्क्स शॉप गेट होकर वायरलेस ऑफिस के सामने से होकर मंच के पीछे स्थित व्हीआईपी पार्किंग में अपना वाहन पार्क कर सकेगें।
2. बिना पास धारी वाहन: बिना पास धारी वाहनों के लिए सेन्ट पॉल स्कूल ग्राउण्ड में पार्किंग बनाई गई है। ये वाहन चालक कृपया अपना वाहन सेन्टपॉल स्कूल पार्किंग में पार्क कर पैदल पुलिस लाईन आर.आई गेट से प्रवेश कर दर्शक दीर्घा तक जावेगे।
3. स्कूल बसों का मार्ग एवं पार्किग-परेड ग्राउण्ड मे छात्र/छात्राओं एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिभागियों को लेकर आने वाली बसें पुलिस लाईन पिछला गेट (धमतरी गेट) में छात्र-छात्राओं को उतारकर परिक्रमा पथ पार्किंग विवेकानंद सरोवर में बसों को पार्क करेंगे।
4. सिद्वार्थ चौक/पुरानी बस्ती की ओर आने वाले बिना पास धारी वाहन:- इस मार्ग से आने वाले वाहन चालक जिनके पास किसी प्रकार कार पास नही है वे अपने वाहन परिक्रमा पथ पार्किंग विवेकानंद सरोवर में अपना वाहन पार्क कर पुलिस लाईन धमतरी गेट से पैदल परेड ग्राउण्ड में प्रवेश कर दर्शक दिर्घा तक जायेगे।
5. पी.डब्ल्यू.डी. चौंक की ओर से आने वाले बिना पास धारी वाहन:- इस मार्ग से आने वाले वाहन चालक जिनके पास किसी प्रकार का कार पास नही है वे अपने वाहन को सेन्टपाल स्कूल पार्किंग स्थल में पार्क कर आर.आई गेट से पैदल प्रवेश करेंगे।
कार्यक्रम के चारों ओर रोड पर सभी प्रकार के वाहनों का पार्किग प्रतिबंधित
मीडिया ओबी वैन पुलिस लाईन धमतरी गेट होकर प्रवेश करेगा एवं हैलीपेड के बगल में पार्किग होगी।
परेड ग्राउण्ड में आने वाले समस्त वाहन धारकों से अनुरोध है कि व्हीआईपी मार्ग को छोड़कर अन्य किसी भी मार्ग से होते हुए निर्धारित पार्किग स्थल पर अपने वाहन पार्क कर समारोह स्थल पर पहूॅचें।
यातायात-डायवर्सन
01. पेन्सनबाड़ा चौक, पीडब्ल्युडी चौक एवं महिला थाना चौक से पुलिस लाईन की ओर केवल परेड में सामिल होने वाले एवं परेड देखने वाले वाहनों को ही प्रवेश दिया जायेगा। सामान्य यातायात को अन्य मार्ग में डायवर्सन किया जायेगा। अतः इस मार्ग से होकर आवागमन करने वाले वाहन चालक कार्यक्रम समाप्ति तक अन्य वैकल्पिक मार्गो से होकर आवागमन कर सकेंगे।
परेड ग्राउण्ड अंदर निम्नलिखित वस्तु ले जाना प्रतिबंधित रहेगा:- शराब, बीड़ी-सिगरेट, गुटखा तंबाकु माचिस लाईटर्स, ज्वलनशील पदार्थ, छाता, बोर्ड, वाद्य यंत्र, आग्नेय अस्त्र, फटाका चाकु, कटार, तलवार, कैंची, ब्लैड्स, काटने वाले तेज धारदार वस्तु, खतरनाक वस्तु, भड़काउ/संकट पैदा करने वाले संकेत, फुग्गे, गेन्द, लकड़ी की लाठी, हॉकी-स्टीक, प्रचार उत्पाद सामाग्री, लाउड हैलर, हार्न, रेडियो, पालतु जानवर इत्यादि।
पुरानी बस्ती स्थित अग्रसेन महाविद्यालय द्वारा निकाली गई बाइक रैली।
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के ग्राम पिपरिया में आयोजित लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला का पूर्ववर्ती सरकार के दौरान गठन तो किया गया, लेकिन इसके बुनियादी ढांचे (इंफ्रास्ट्रक्चर) के विकास पर पूर्ववर्ती सरकार ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इस कमी को दूर करने का बीड़ा उठाया है और अब खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को सशक्त अधोसंरचना और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा, ताकि यहां का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो।
मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 611.21 करोड़ रुपये की लागत के 71 विकास कार्यों की ऐतिहासिक सौगात दी, जिसमें 470.98 करोड़ रुपये की लागत से 18 कार्यों का भूमिपूजन और 140.23 करोड़ रुपये की लागत से 53 कार्यों का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि इन विकास कार्यों से विकसित खैरागढ़ का सपना साकार होने की दिशा में ठोस शुरुआत हो गई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिले के बुजुर्गों, युवाओं, माताओं और बहनों ने जो सपने संजोए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा। उन्होंने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए पैलीमेटा को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने, छुुईखदान में 50 लाख रुपये की लागत से उच्च स्तरीय पानी की टंकी निर्माण, पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए ‘पान कैफे’ खोलने, खैरागढ़ में 500 सीटर सर्वसुविधायुक्त ऑडिटोरियम निर्माण और मुढ़ीपार में महाविद्यालय की स्थापना की घोषणाएं कीं। उन्होंने आश्वस्त किया कि इन कार्यों को आगामी वित्तीय वर्ष के बजट में शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि खैरागढ़, राजनांदगांव, कवर्धा और मानपुर-मोहला से उनका भावनात्मक और आत्मीय जुड़ाव रहा है। अब, जब उन्हें प्रदेश की बागडोर मिली है, वे पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर अग्रसर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विगत डेढ़ वर्षों में सरकार ने हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाओं को तेजी से धरातल पर उतारा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी गई गारंटियों को साकार करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है, जिससे उन्हें सीधे और लाभकारी मूल्य का लाभ मिल रहा है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं और इनका निर्माण तीव्र गति से हो रहा है, जिससे गांवों में राजमिस्त्री, सेंटरिंग प्लेट निर्माण और अन्य निर्माण कार्य से जुड़े कुशल श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है।
महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘महतारी वंदन योजना’ को एक क्रांतिकारी पहल बताते हुए उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इसके पुन: फार्म भरवाए जाएंगे। वर्तमान में इस योजना से प्रदेश की 70 लाख महिलाएं प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्राप्त कर रही हैं और कई महिलाएं अपना व्यवसाय भी प्रारंभ कर चुकी हैं।
मुख्यमंत्री साय ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के हित में खरीदी दरों में वृद्धि, प्रदेश के 5.62 लाख कृषि भूमिहीन मजदूरों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता और श्रीरामलला दर्शन योजना के तहत अब तक 22 हजार श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराए जाने का भी उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि जनता के सहयोग से खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला शीघ्र ही मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और व्यापक विकास के साथ प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल होगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार देश की पहली सरकार है, जो किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीदी कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें शत-प्रतिशत क्रियान्वित करना है, ताकि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंच सके।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, सांसद संतोष पांडेय, खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि तिरंगा यात्रा केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति का एक महान अनुष्ठान है, जो भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि तिरंगा हमारी आन-बान-शान है, इसकी रक्षा और मान-सम्मान के लिए हर नागरिक को दृढ़संकल्पित होना चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम के वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी, जब हर घर तिरंगा फहराएगा और भारत आर्थिक एवं सांस्कृतिक रूप से और अधिक सशक्त बनेगा।
मुख्यमंत्री साय ने ‘भारत माता की जय’ और ‘छत्तीसगढ़ महतारी की जय’ के उद्घोष के साथ जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक सशक्त और सम्मानित राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने हाल ही में पहलगाम में हुए कायराना हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हमारे वीर जवानों द्वारा दिखाए गए साहस और पराक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है, जिसने तिरंगे की शान को और ऊंचा किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि बीते डेढ़ वर्षों में छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार एरिया डॉमिनेशन कर नक्सलियों का प्रभुत्व समाप्त किया है। उन्होंने कहा कि जहां कभी नक्सलियों का लाल झंडा लहराता था, आज वहां तिरंगा शान से लहरा रहा है। कई संवेदनशील गांवों में बरसों बाद गणतंत्र दिवस के अवसर पर पुन: तिरंगा फहराया गया है, जो शांति, विकास और सुरक्षा का नया संदेश दे रहा है।
विकसित भारत 2047 और ‘छत्तीसगढ़ अंजोर’ विजन
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि तिरंगे की असली गरिमा तब और बढ़ेगी जब देश आर्थिक रूप से मजबूत होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के संकल्प के अनुरूप छत्तीसगढ़ ने भी ‘विकसित छत्तीसगढ़Ó का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए ‘छत्तीसगढ़ अंजोर’ विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है, जिसमें प्रदेश के समग्र विकास का रोडमैप प्रस्तुत किया गया है।
मुख्यमंत्री साय ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और अपने घरों पर तिरंगा फहराकर स्वतंत्रता संग्राम के वीरों का स्मरण करें।
रायपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), रायपुर, 6 सितंबर 2025 को अपनी अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी सेवा का शुभारंभ करने जा रहा है, जो मध्य भारत में शल्य चिकित्सा सेवाओं की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह पहल छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीक उपलब्ध कराने के संस्थान के संकल्प को दर्शाती है।
इस कार्यक्रम की तैयारी के अंतर्गत, लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त), कार्यकारी निदेशक, एम्स रायपुर एवं लेफ्टिनेंट कर्नल धर्मवीर सिंह चौहान, उप निदेशक (प्रशासन) ने माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ विष्णु देव साय से शिष्टाचार भेंट की और उन्हें इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।
माननीय मुख्यमंत्री ने एम्स रायपुर द्वारा उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निरंतर प्रयासों की सराहना की और इस परिवर्तनकारी पहल के लिए अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। रोबोटिक सर्जरी एक आधुनिक शल्य चिकित्सा तकनीक है, जिसमें सर्जन एक विशेष कंसोल के माध्यम से रोबोटिक भुजाओं को नियंत्रित करता है, जिससे अत्यधिक सटीकता, लचीलापन और नियंत्रण प्राप्त होता है।
यह प्रणाली 3डी उच्च-गुणवत्ता वाला दृश्य प्रदान करती है और हाथों के कंपन को समाप्त करती है, जिससे सीमित स्थानों में भी जटिल सर्जरी संभव हो पाती है। यह तकनीक विशेष रूप से मूत्ररोग, स्त्री रोग और आंत्र सर्जरी जैसे क्षेत्रों में लाभकारी है, जहाँ पारंपरिक सर्जरी में तकनीकी चुनौतियाँ होती हैं।
रोगी के दृष्टिकोण से, रोबोटिक सर्जरी के कई लाभ हैं, जैसे कि छोटे चीरे, कम रक्तस्राव, न्यूनतम पोस्टऑपरेटिव दर्द, और तेज़ रिकवरी। इसकी अत्यधिक सटीकता और स्थिरता से जटिलताओं का खतरा कम होता है और शल्य क्रिया के बाद बेहतर कार्यात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं—विशेष रूप से प्रोस्टेट, गर्भाशय और आंत्र से जुड़ी जटिल सर्जरी में, जिससे रोगियों को बेहतर कंटिनेंस और यौन क्रियाशीलता बनाए रखने में सहायता मिलती है। हालांकि, यह तकनीक तुलनात्मक रूप से अधिक महंगी है, लेकिन कम अस्पताल प्रवास और शीघ्र पुन: सामान्य जीवन की ओर लौटने से इसकी लागत उचित साबित होती है।
इस उन्नत कार्यक्रम की शुरुआत के साथ, एम्स रायपुर मध्य भारत का पहला सरकारी संस्थान बन जाएगा , जो रोबोटिक शल्य चिकित्सा की सुविधा प्रदान करेगा. यह सुविधा न केवल रोगियों के लिए लाभकारी होगी, बल्कि आगामी पीढ़ी के सर्जनों को मिनिमली इनवेसिव और प्रिसिजन-बेस्ड तकनीकों में प्रशिक्षण देने के लिए एक उत्कृष्ट केंद्र भी बनेगी।
लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल (सेवानिवृत्त) ने कहा रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत एम्स रायपुर के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इससे छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों के लोगों को स्थानीय स्तर पर विश्व स्तरीय सर्जिकल देखभाल प्राप्त होगी। हमें गर्व है कि माननीय मुख्यमंत्री ने इस परिवर्तनकारी सेवा के उद्घाटन हेतु हमारे आमंत्रण को स्वीकार किया है।
हमारा तिरंगा पूर्वजों के वर्षों के संघर्षों और बलिदान का जीवंत प्रतीक : मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री श्री साय ने हजारों युवाओं के साथ लगाई स्वतंत्रता की दौड़
भारत माता और रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया
रायपुर - हमारा तिरंगा पूर्वजों के वर्षों के संघर्षों और बलिदान का जीवंत प्रतीक है। हम सभी तिरंगे की शान को हमेशा बनाए रखेंगे, अपने अमर बलिदानियों को कभी नहीं भूलेंगे और सभी मिलकर विकसित, समृद्ध और सशक्त छत्तीसगढ़ का निर्माण करेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के मरीन ड्राइव में आयोजित स्वतंत्रता दौड़ में शामिल हुए और कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने हजारों युवाओं के साथ स्वतंत्रता दौड़ लगाई और भारत माता और अमर बलिदानी रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि तिरंगे में करोड़ों भारतीयों की आकांक्षाएं समाई हैं और यह हमारी वीरता, शांति और समृद्धि के भाव की अमिट चेतना है।
श्री साय ने पवित्र तिरंगे को प्रणाम करते हुए कहा कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर पिछले कुछ वर्षों से स्वतंत्रता दिवस में पूरा देश तिरंगामय हो जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हम सभी अलग-अलग तरीकों से इस पावन दिवस को उत्साह के साथ मना रहे है। तिरंगा यात्राएं और हर-घर तिरंगा फहराने के संकल्प ने इस पावन अवसर को जन-जन से जोड़ दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तिरंगा यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी एकता, अखंडता और राष्ट्रीय गौरव का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें यह स्मरण कराती है कि आज़ादी अनगिनत बलिदानों की अमूल्य देन है। लाखों-करोड़ों देशभक्तों ने अपने प्राण न्योछावर किए, तब जाकर हमें यह स्वतंत्रता प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के खास अवसर ने मुझे बचपन के दिनों की याद दिला दी। जब मैं स्कूल में था तब स्वतंत्रता दिवस पर प्रभात फेरी निकलती थी, गांव-गांव में देशभक्ति गाने गूंजते थे। उन्होंने कहा कि उस समय जो गर्व महसूस होता था, वही गर्व आज भी हमारे दिल में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारा दायित्व है कि हम अपने देश और प्रदेश को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाएं। वर्ष 2047 तक के लिए हमने विकसित छत्तीसगढ़ विज़न डॉक्यूमेंट तैयार किया है, और हमारी सरकार उसी के अनुरूप कार्य कर रही है। यह सरकार के साथ-साथ हम सभी का साझा संकल्प है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर उपस्थित सभी को स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता दौड़ सिर्फ एक दौड़ नहीं बल्कि आजादी के लिए किये गए संघर्ष का प्रतिसाद है। देश को वीर सपूतों के बलिदान से आजादी मिली है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित, स्वच्छ, स्वस्थ और श्रेष्ठ भारत के विजन के साथ चलते हुए हमारे मुख्यमंत्री ने भी विकसित और समृद्धशाली छत्तीसगढ़ का सपना संजोया है। उन्होंने कहा कि इस स्वप्न को पूर्ण करने अपना अमूल्य योगदान देने का संकल्प लें।
इस दौरान विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, विधायक श्री मोतीलाल साहू, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, विधायक श्री अनुज शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री नवीन अग्रवाल, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री यशवंत कुमार मौजूद रहे।
बलौदाबाजार-भाटापारा। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार से सनसनीखेज मामला सामने आया है। नाबालिग बालिका ने टंगिया मारकर युवक की हत्या कर दी। मृतक बार-बार अपचारी बालिका को मोबाइल पर बातचीत करने से टोंका-टांकी करता था। इस बात से परेशान 14 वर्षीया बालिका ने टंगिया से सिर, चेहरा पर वार कर हत्या कर दी।
जानिए घटनाक्रम
दरअसल, 12 अगस्त को बलौदाबाजार-भाटापारा पुलिस को सूचना मिली कि सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच ग्राम अमेरा के एक घर के अन्दर एक व्यक्ति की सिर, चेहरा पर वार कर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान पुरुषोत्तम यादव के रूप में की गई। मृतक पुरुषोत्तम यादव की लाश उसके घर के बरामदा में लहुलूहान अवस्था में पड़ा था। थाना पलारी में अपराध क्र. 289/2025 धारा 103(1) बीएनएस का प्रकरण पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
एसपी भावना गुप्ता ने हत्या को गंभीरता से लिया और थाना पलारी पुलिस को जाँच करने के निर्देश दिए। साथ ही एफएसएल की टीम के माध्यम से भी घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही पुलिस द्वारा आसपास पड़ोसियों, मृतक के रिश्तेदार व जान पहचान वालों से भी पूछताछ किया गया।
मामले में 14 वर्षीया बालिका का भी कथन लिया गया था। पूछताछ में बालिका घबरा रही थी और बार-बार अपना बयान बदल रही थी। पुलिस टीम द्वारा मनोवैज्ञानिक ढंग से पूछताछ करने पर अपचारी बालिका द्वारा घटनाक्रम बताते हुए मृतक पुरुषोत्तम यादव की हत्या करना स्वीकार किया।
अपचारी बलिका से पूछताछ पर पता चला कि बालिका को मृतक बार-बार डांटता था और मोबाइल पर बात करने से उसे मना करता था। इस बात से क्षुब्ध होकर आवेश में बालिका ने पुरुषोत्तम यादव की लोहे की टंगिया से वारकर हत्या कर दी। प्रकरण में अपचारी बालिका को आज विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
महासमुंद। महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लॉक के हायर सेकेंडरी स्कूल लिमगांव के व्याख्याता संदीप साहू के ऊपर छात्राओं से स्कूल में अशोभनीय हरकत करने का आरोप लगा है। व्याख्याता स्कूल में छात्राओं से अश्लीलता करता था और किसी को बताने पर चरित्र प्रमाण पत्र खराब करने की धमकी देता था। ग्रामीण ओके थाना के राव करने के बाद आरोपी व्याख्याता के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। वहीं आरोपी की पत्नी एफआईआर दर्ज होने से पहले ही ग्रामीणों से समझौते के लिए गुजारिश करती रही पर पुलिस में पीड़ितों ने अपराध कायम करवा दिया। मामला सरायपाली थाना क्षेत्र का है।
सरायपाली ब्लॉक लिमगांव के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ लेक्चरर संदीप साहू पर छात्राओं के साथ अश्लील हरकत और अनुचित व्यवहार करने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर सरायपाली थाना पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार, आरोपी लेक्चरर कक्षा के दौरान जानबूझकर दरवाजे और खिड़कियां बंद कर देता था और छात्राओं के साथ अशोभनीय हरकत करता था। पढ़ाई के समय वह अनुचित नजर रखता और छात्राओं को मानसिक रूप से परेशान करता था। बताया गया है कि जब कुछ छात्राओं ने इस हरकत का विरोध किया, तो आरोपी ने उन्हें धमकी दी कि वह उनका चरित्र प्रमाण पत्र खराब कर देगा, जिससे वे आगे किसी भी विद्यालय में प्रवेश नहीं ले पाएंगी।
मामले के उजागर होने के बाद बुधवार को बड़ी संख्या में पीड़ित छात्राओं के पालक और ग्रामीण सरायपाली थाना पहुंचे। उन्होंने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ऐसे शिक्षकों को तत्काल निलंबित कर जेल भेजा जाना चाहिए। ग्रामीणों का आरोप है कि घटना के दिन सुबह से ही आरोपी की पत्नी लिमगांव में मौजूद थीं और पालकों को समझाने-बुझाने के साथ “अंतिम बार माफ” करने के लिए दबाव बना रही थीं, ताकि मामला थाने तक न पहुंचे।
पुलिस ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी संदीप साहू के खिलाफ संबंधित धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया गया है और पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है और दोषी पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के 43,301 अंशकालिन स्कूल सफाई कर्मचारी सदस्य प्रांतीय आह्वान पर 15 जून 2025 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. 2 जून को छत्तीसगढ़ के समस्त ब्लॉक मुख्यालय, 6 जून को जिला मुख्यालय और 10 जून को प्रदेश मुख्यालय हड़ताल नया रायपुर तूता धरना स्थल पर किया गया. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, स्कूल शिक्षा सचिव और लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक के नाम से ज्ञापन सौपा गया.
इसके बाद 16 जुलाई को कर्मचारी मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए निकले, जहां पुलिस प्रशासन से धक्का-मुक्की भी हुई. देर रात प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से सूचना मिली कि 17 जुलाई को स्कूल शिक्षा सचिव के साथ बैठक होगी, जिसके बाद रोड जाम खत्म किया गया. 17 जुलाई को मंत्रालय में हुई इस बैठक में शिक्षा सचिव ने कर्मचारियों की मांगें मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.
स्थिति जस की तस रहने पर 12 अगस्त को कर्मचारियों ने बस्तर के केशकाल घाटी में जाम लगाया, फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. अब 17 अगस्त को नया रायपुर के तूता धरना स्थल पर प्रदेश पदाधिकारियों और सभी जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने की रणनीति तैयार किया जाएगा.
संघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रदीप वर्मा ने बताया कि अधिकांश स्कूलों में भृत्य, चपरासी नहीं होने के कारण सफाई कर्मचारी ही सभी अतिरिक्त कार्य करते हैं. पूरे दिन स्कूल में काम करने के बाद भी उन्हें मात्र 3,000 से 3,500 रुपए मासिक मानदेय मिलता है, जो मौजूदा महंगाई में परिवार चलाने के लिए बेहद कम है. संघ की मांग है कि पूर्णकालिक कलेक्टर दर पर वेतन भुगतान किया जाए और युक्ति युक्तकरण के तहत कर्मचारियों को यथावत काम पर रखा जाए.
संघ का कहना है कि अनिश्चितकालीन हड़ताल का सीधा असर सरकारी स्कूलों की व्यवस्था और बच्चों पर पड़ रहा है. कई स्कूलों में साफ-सफाई पूरी तरह ठप है. जहां भृत्य या चपरासी नहीं हैं, वहां बच्चों को मजबूरी में झाड़ू-पोछा जैसा काम करना पड़ रहा है. किताबों की जगह हाथों में झाड़ू थमा देना न केवल उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि उनके आत्मसम्मान को भी ठेस पहुंचाता है.
रायपुर। देशभर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में डॉक्टरों की कमी एक बड़ी समस्या बन गई है. सरकार द्वारा संसद में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2022 से 2024 के बीच 20 AIIMS से 429 डॉक्टरों ने इस्तीफा दिया है. सबसे ज्यादा 52 इस्तीफे दिल्ली AIIMS से हुए, जो देश का सबसे प्रतिष्ठित संस्थान है. इसके बाद ऋषिकेश और रायपुर AIIMS का नंबर आता है. इन इस्तीफों के पीछे मुख्य वजह बेहतर वेतन और सुविधाओं की कमी है.
AIIMS से डॉक्टरों का छोड़कर जाना चिंता का विषय है. संसद में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2022 से 2024 के बीच 20 AIIMS से 429 डॉक्टरों ने इस्तीफा दिया. सबसे ज्यादा 52 डॉक्टरों ने दिल्ली AIIMS छोड़ा, जो कि सबसे प्रतिष्ठित संस्थान है. इसके बाद ऋषिकेश AIIMS से 38, रायपुर से 35, बिलासपुर से 32 और मंगलागिरी से 30 डॉक्टरों ने इस्तीफा दिया. एक डॉक्टर ने बताया कि निजी क्षेत्र में वेतन AIIMS की तुलना में चार से दस गुना ज्यादा है.
आंकड़ों के मुताबिक, 20 AIIMS में हर तीन में से एक फैकल्टी पद खाली है. दिल्ली AIIMS में 1,306 स्वीकृत पदों में से 462 (35 प्रतिशत) खाली हैं. भोपाल AIIMS में 23 प्रतिशत और भुवनेश्वर में 31प्रतिशत पद खाली हैं. सरकार ने सेवानिवृत्त फैकल्टी को संविदा पर रखने और विजिटिंग फैकल्टी की योजना शुरू की है, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि यह समस्या का स्थायी समाधान नहीं है.
डॉक्टरों की कमी के पीछे कई वजहें हैं. रायबरेली AIIMS में कर्मचारियों के लिए पर्याप्त आवास नहीं हैं. कैंपस के पास ग्रामीण इलाका है, जिससे कनेक्टिविटी की समस्या है. हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) भी बहुत कम है क्योंकि रायबरेली टियर 3 शहर में आता है. इसके अलावा, 9 एकड़ विवादित जमीन की वजह से कैंपस की बाउंड्री वॉल नहीं बन पाई है, जिससे सुरक्षा की समस्या है।
इंडियन आइडल पवनदीप राजन और भजन गायिका गीता बेन रबारी बांधेंगे समां, संयोजक बसंत अग्रवाल ने दी जानकारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ की संस्कारधानी रायपुर की पावन भूमि गुढ़ियारी एक बार फिर इतिहास रचने को तैयार है। सार्वजनिक दही हांडी उत्सव समिति एवं हनुमान मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में, भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव के पावन अवसर पर, दही-हांडी उत्सव का 16 वां भव्य आयोजन किया जा रहा है। समिति के संयोजक बसंत अग्रवाल ने बताया कि यह विशाल 7 प्रतियोगिता दिनांक 17 अगस्त 2025, दिन रविवार को शाम 04 बजे से अवधपुरी मैदान, श्री नगर रोड, गुढ़ियारी में आयोजित होगी। विजेताओं को कुल इनाम राशि 11 लाख जिसमे पुरुष दही हांडी 7 लाख, महिला दही हांडी 2 लाख, और ग्रीस युक्त खंभा हांडी 2 लाख रुपये है और 50 लोगों टोली को 11 हजार रुपये और 100 लोगों की टोली को 21 हजार रुपए सांत्वना पुरस्कार राशि रखी गई है, जो इस आयोजन को प्रदेश का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित दही-हांडी उत्सव बनाती है।
देशभर से जुटेंगी गोविंदा टोलियां
इस उत्सव की लोकप्रियता अब केवल छत्तीसगढ़ तक सीमित नहीं रही। संयोजक बसंत अग्रवाल के अथक प्रयासों और दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है कि आज यह आयोजन एक राष्ट्रीय स्वरूप ले चुका है। इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के साथ-साथ ओडिशा, मध्यप्रदेश, झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से गोविंदा टोलियां प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आ रही हैं। समिति के सह-संयोजक हेमेंद्र साहू ने बताया कि अब तक रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बेमेतरा, कवर्धा की 30 स्थानीय टोलियों समेत कई महिला टोलियों ने भी अपना पंजीयन करा लिया है। इसके अलावा महाराष्ट्र, इंदौर तथा जबलपुर की प्रसिद्ध गोविंदा टोलियों ने भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित की है। यह प्रतियोगिता सभी के लिए पूर्णतः निःशुल्क है।
सितारों से सजेगी मनोरंजन की शाम
हर वर्ष की तरह इस साल भी समिति ने कृष्ण भक्तों के मनोरंजन का विशेष ध्यान रखा है। गोविंदा टोलियों के उत्साहवर्धन और दर्शकों के मनोरंजन के लिए देश के नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। इस बार मंच पर इंडियन आइडल चैंपियन पवनदीप राजन अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरेंगे, तो वहीं विश्व विख्यात भजन गायिका गीता बेन रबारी अपने भजनों से पूरे माहौल को कृष्णमय कर देंगी। आपको बता दें कि गीता बेन रबारी भारत सहित देश विदेश की महिलाओं में काफी लोकप्रिय है।
साथ ही, राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय गायिका पूनम-दिव्या तिवारी भी अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगी। ओडिशा के कलाकारों द्वारा पारंपरिक "घंटा बाजा" और ग्रीस युक्त खंभे पर चढ़ने की प्रतियोगिता विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी।
एक छोटे आयोजन से विशाल उत्सव तक का सफर
संयोजक बसंत अग्रवाल ने इस आयोजन के सफर को याद करते हुए बताया, "हमने यह यात्रा सन 2010 में महावीर स्कूल के पास एक छोटे से मैदान से शुरू की थी। तब मोहल्ले की ही कुछ समितियां जैसे मुर्रा भट्टी, सतनामी पारा, सुक्रवारी बाजार की टोलियां भाग लेती थीं। आप सभी के सहयोग और भगवान श्री कृष्ण के आशीर्वाद से आज यह आयोजन एक विशाल रूप ले चुका है। " दो वर्ष कोरोना काल के कारण यह आयोजन संभव नहीं हो पाया था, लेकिन अब यह अपने 16वें वर्ष में पूरी भव्यता के साथ लौट आया है।
सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
समिति ने हजारों की संख्या में आने वाले दर्शकों और गोविंदा टोलियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। दर्शकों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था की गई है। प्रशासन के सहयोग से चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहेगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार केंद्र और एम्बुलेंस की व्यवस्था भी मौके पर मौजूद रहेगी। समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रतियोगिता के दौरान किसी भी गोविंदा टोली के साथ होने वाली दुर्घटना की जिम्मेदारी स्वयं टोली की होगी, इसके लिए समिति जिम्मेदार नहीं होगी।
रायपुर – छत्तीसगढ़ बीजेपी में आज बड़ा परिवर्तन करते हुए तमाम मोर्चो पर फेरबदल किया है। भजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत के जगह अब राहुल टिकरिहा को जिम्मेदारी दिया गया हैं। इस परिवर्तन को लेकर अब राजनीती सियासत तेज हो गया हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा हैं उन्होंने लिखा की रवि भगत को कीमत चुकानी पड़ी छत्तीसगढ़ भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत ने अडानी संचार विभाग के प्रवक्ता (वर्तमान मंत्री) से DMF और CSR में भ्रष्टाचार को लेकर कुछ सवाल खड़े किए थे.न जवाब दिया गया,न जाँच हुई और न कार्रवाई हुई.उल्टा उनको पहले नोटिस दिया गया और अब भाजयुमो छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया गया.एक आदिवासी युवा नेता को यह संदेश दिया गया है कि अडानी की टीम के खिलाफ बोलोगे तो कीमत चुकानी पड़ेगी.आदिवासियों का जल-जंगल-जमीन छीनने के बाद अब भाजपा आदिवासियों से नेतृत्व भी छीन रही है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार गौधाम योजना शुरू करने जा रहें. इस योजना के तहत हर जिले में गौधाम बनाए जाएंगे, जो पंजीकृत गौशालाओं से अलग होंगे. इसके लिए गौसेवकों और चारवाहों की भर्ती की जाएगी. इन्हें सरकार द्वारा मासिक वेतन दिया जाएगा. जिसे वित्त विभाग से अनुमति भी मिल गई है.
इसके लिए पशुधन विकास विभाग ने कलेक्टरों को निर्देश भी जारी कर दिया है. गौ धाम में क्षमतानुसार अधिकतम 200 गाय-गौवंश रखे जा सकेंगे. गौवंश की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन को ध्यान में रखते हुए गौधाम स्थापित किए जाएंगे. इन गौधामों में गायों के लिए चारा, पानी ओर अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी. गायों की सेवा के लिए गौसेवक और चरवाहों की नियुक्ति होगी, उन्हें भी मानदेय दिया जाएगा.
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की जा रही गौधाम योजना के तहत गौठानों की जगह ‘गौधाम’ बनाए जाएंगे. जहां चरवाहों और गौशेवकों की भर्ती की जाएगी. चरवाहा को प्रति महीने 10916 रुपए का वेतन मिलेगा, वहीं गौसेवक को हर महीने 13126 रुपये वेतन दिए जाएंगे.
गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ में तीन अलग-अलग सड़क हादसे में 90 गायों की मौत हो गई. इसके बाद से छत्तीसगढ़ सरकार ने यह फैसला लिया है.
गरियाबंद। देवभोग के किडनी पीड़ितों के गांव सुपेबेड़ा में जिस एंबुलेंस को साल भर पहले स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने हरिझंडी दिखाकर सुपर्द किया था,उसे अब वापस भेज दिया गया है। वजह जान कर आप भी हैरान हो जाएंगे।
दरअसल रायपुर के एंबुलेंस सेवा वाले फर्म से जिस एंबुलेंस को लगाया गया था, उसका विधिवत अनुबंध नहीं किया गया था, न बजट तय था, ना मद की व्यवस्था थी, वाहन प्रति 2000 किमी प्रति माह 1.5लाख दर से लगाया गया था। उससे अतिरिक्त चलने पर अतरिक्त बिलिंग हुई,12 माह में 14 लाख लागत वाली एंबुलेंस का 15 लाख का बिल हो गया। जिसे बगैर किसी वैधानिक प्रकिया के केंद्रीय एन एच एम मद से 10 लाख का भुगतान भी कर दिया गया था। जब सीएमएचओ की कुर्सी बदली तो एंबुलेंस की फाइल देख उसे वापस करना ही मुनासिब समझा गया। एंबुलेंस के नाम पर हुए खर्च ने अब तमाम खर्चों पर सवाल खड़ा कर दिया है। पूरे व्यय की जांच की मांग उठ रही है।
मामले में अब सुपेबेड़ा के बीमार लोगों ने भी प्रतिक्रिया दिया है। उनकी माने तो ऐसे खर्चों के बजाए पूर्व की तरह उन्हें ब्लड जांच और किडनी रोग की दवाएं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए। क्योंकि अब उन्हें खरिदना पड़ रहा है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए बड़ी काम की खबर है, इस साल धान बेचने वाले किसानों को खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए एग्रीस्टैक पोर्टल पर किसान पंजीयन अब अनिवार्य कर दिया गया है. राज्य सरकार ने कहा है, कि बिना पंजीयन के न तो धान बिक्री होगी और न ही फसल बीमा, पीएम किसान सम्मान निधि या अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. पंजीयन की अंतिम तारीख 30 अगस्त है.
Weather Update : मौसम विभाग का अलर्ट, आज से 15 अगस्त तक प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से कम बारिश होने से तापमान में बढ़ोतरी हुई है। लोगों को उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है। इस बीच मौसम विभाग ने राहत भरी खबर दी है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के कारण 13 से 15 अगस्त तक प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश की संभावना है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभाग में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पिछले कुछ दिनों से उमस और गर्मी से परेशान लोगों के लिए यह बारिश राहत लेकर आ सकती है।
बंगाल की खाड़ी में एक तगड़ा सिस्टम बन रहा है, जिससे छत्तीसगढ़ में झमाझम बारिश की संभावना बढ़ गई है। मानसून द्रोणिका का पूर्वी छोर पहले अरुणाचल प्रदेश की ओर चला गया था, जिससे प्रदेश में मानसून ब्रेक की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। अब यह बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गया है, जिससे ब्रेक की स्थिति समाप्त हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 13 अगस्त से प्रदेश में अच्छी बारिश शुरू होगी। मानसून ब्रेक की स्थिति अब समाप्त हो गई है और मौसम में बदलाव शुरू हो गया है।
भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने 13 से 15 अगस्त तक रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभाग के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण मानसूनी हवाएं छत्तीसगढ़ की ओर तेजी से मुड़ रही हैं। इस दौरान बस्तर में विशेष रूप से भारी बारिश के आसार हैं। पिछले 24 घंटों में कुछ जिलों में मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
आषाढ़ के अंत और सावन की शुरुआत में प्रदेश में रुक-रुककर अच्छी बारिश हुई थी, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। लेकिन सावन के अंतिम दिनों में मानसून ब्रेक की स्थिति बन गई, और मौसम में जेठ जैसी तपन लौट आई। अब नए सिस्टम के सक्रिय होने से यह तपन खत्म होने और बारिश का दौर लौटने की संभावना है।
Mahtari Vandan Yojana Registration : ये खबर छत्तीसगढ़ के नवविवाहित महिलाओं के लिए है, दरअसल, अगर आप भी छत्तीसगढ़ से है तो आप भी राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना का लाभ ले सकते है. Mahtari Vandan Yojana से वंचित महिलाएं अब इसका लाभ ले सकेंगी. 15 अगस्त से एक बार फिर से इस योजना के लिए फार्म भरे जाएंगे और इसकी शुरुआत बस्तर जिले से होगी. इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 1000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है.
जानकारी के मुताबिक, बस्तर संभाग के नियद नेल्ला नार योजना से जुड़े गांवों की छूटी हुई महिलाओं को भी अब इस योजना में शामिल किया जाएगा. आवेदन की प्रक्रिया 15 अगस्त से 31 अगस्त तक चलेगी. 15 सितंबर जिला स्तर पर आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा. प्रशासन का कहना है कि इस बार कोई भी पात्र महिला योजना से वंचित नहीं रहेगी.
जानिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
1. महतारी वंदन योजना की आधिकारिक वेबसाइट/पोर्टल mahtarivandan.cgstate.gov.in पर जाएं
2. पंजीकरण/Registration वाले ऑप्शन पर जाकर क्लिक करें.
3. यहां अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, ईपीआईसी (वोटर आईडी) नंबर आदि भरें.
4. पति का नाम, जन्मतिथि व अन्य पूछी गई जानकारी दर्ज करें.
5. आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र आदि की स्कैन कॉपी अपलोड करें.
6. सभी जानकारियां भरने के बाद सबमिट करें.
7. इसके बाद विभाग की तरफ से फॉर्म व दस्तावेजों का सत्यापन करेगा.
8. इसके बाद पोर्टल पर स्टेटस चेक कर सकते हैं.
ये है जरूरी दस्तावेज
1. आधार कार्ड
2. निवास प्रमाण (राज्य/स्थानीय)
3. विवाह प्रमाण पत्र/सम्बंधित प्रमाण
4. बैंक पासबुक/खाता विवरण (DBT के लिए)
5. वोटर आईडी (EPIC)
6. पासपोर्ट फोटो (हालिया)
क्या – क्या पात्रता जरूरी?
1. आवेदन वर्ष की 1 जनवरी को आयु 21 वर्ष या उससे अधिक हो.
2. विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता महिलाएं भी पात्र हैं.
छत्तीसगढ़ के विकास के लिए खान एवं खनिज संशोधन विधेयक, 2025 बनेगा मील का पत्थर: सांसद बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर। रायपुर सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा के मानसून सत्र में प्रस्तुत खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) संशोधन विधेयक, 2025 को छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश के खनिज-समृद्ध राज्यों के लिए ऐतिहासिक और मील का पत्थर करार दिया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय खान मंत्री जी. किशन रेड्डी के नेतृत्व में लाया गया यह विधेयक भारत की रणनीतिक खनिज सुरक्षा को सुदृढ़ करेगा, खनन क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के अनुरूप आधुनिक बनाएगा और खनन प्रभावित क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में नई गति देगा।
उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती कानूनों में कई व्यावहारिक चुनौतियाँ थीं, महत्वपूर्ण खनिजों (लिथियम, कोबाल्ट, दुर्लभ मृदा) के लिए आयात पर निर्भरता, जटिल लाइसेंस प्रक्रिया, और खनन प्रभावित क्षेत्रों में पारदर्शिता का अभाव। यह विधेयक इन कमियों को दूर करेगा।
राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन (NCMM) की स्थापना, जिससे भारत को देश और विदेश में खनिज अधिग्रहण एवं अन्वेषण का कानूनी और वित्तीय अधिकार मिलेगा।
* खनिज एक्सचेंज जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म से पट्टा आवंटन एवं खनिज व्यापार में पारदर्शिता और गति।
* कुछ खनिज श्रेणियों पर रॉयल्टी दरों में वृद्धि, जिससे राज्यों की आय में बढ़ोतरी।
* जिला खनिज फाउंडेशन (DMF) के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका में अधिक निवेश और सामाजिक लेखा परीक्षा को मजबूती।
छत्तीसगढ़ को होगा सीधा लाभ
श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज भंडार के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में है। यहां 37% कोयला, 22% लौह अयस्क, 36% लाइम स्टोन, 12% बॉक्साइट के अलावा लिथियम और कोबाल्ट का भी नया भंडार मिला है। इन संसाधनों का सही दोहन होने से
* रॉयल्टी संग्रह और DMF फंड में वृद्धि होगी, जिससे खनन प्रभावित जिलों में बड़े पैमाने पर विकास कार्य संभव होंगे।
* निम्न-श्रेणी के अयस्क के डंप और निकटवर्ती पट्टा क्षेत्रों के विस्तार से नए निवेश और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
* राष्ट्रीय खनिज व्यापार एक्सचेंज से प्रतिस्पर्धी मूल्य मिलेंगे और डाउनस्ट्रीम उद्योगों में निजी निवेश आकर्षित होगा।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने आदिवासी क्षेत्रों के लिए DMF फंड में 3% की वृद्धि की है, जिससे छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखंड जैसे राज्यों के आदिवासी इलाकों का तेजी से विकास होगा। लिथियम और कोबाल्ट के भंडार से देश की विदेशी मुद्रा की बचत होगी और सौर ऊर्जा क्षेत्र में भी बड़ा विकास संभव होगा।
कांग्रेस शासन पर प्रहार
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस शासनकाल पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कोल घोटाला और लौह अयस्क घोटाले के कारण खनन प्रभावित क्षेत्रों का विकास वर्षों तक ठप रहा। उन्होंने विश्वास जताया कि मोदी सरकार में पारदर्शी नीतियों के साथ DMF फंड का सही उपयोग सुनिश्चित होगा और खनन क्षेत्रों के विकास में ऐतिहासिक बदलाव आएगा।
रायपुर- भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष JP Nadda की सहमति से, छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने भाजपा छत्तीसगढ़ के प्रदेश पदाधिकारियों की घोषणा की है।इस सूची में प्रदेश 8 उपाध्यक्ष, 8 मंत्री, 3महामंत्री, कोषाध्यक्ष, कार्यालय मंत्री, सह कार्यालय मंत्री, मुख्य प्रवक्ता, 12 प्रवक्ता, कार्यालय मंत्री समेत कई महत्वपूर्ण पद शामिल हैं। छत्तीसगढ़ भाजपा का मीडिया संभाल रहे अमित चिमनानी को प्रदेश प्रवक्ता बनाया है।
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज ‘स्वच्छता संगम’ में शहरों को स्वच्छ और सुंदर बनाने में अहम योगदान देने वाली स्वच्छता दीदियों के पैर पखारकर उनका सम्मान किया। बिलासपुर के बहतराई इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नगरीय निकायों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में 260 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया। उन्होंने घोषणा की कि स्वच्छता में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले नगरीय निकाय को एक करोड़ रुपए, दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले को 50 लाख रुपए तथा तीसरा स्थान पाने वाले को 25 लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर विधायकगण धरमलाल कौशिक, अमर अग्रवाल, धर्मजीत सिंह, दिलीप लहरिया और सुशांत शुक्ला, बिलासपुर की महापौर पूजा विधानी, छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री राजा पाण्डेय, क्रेडा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी तथा जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि ‘स्वच्छता संगम-2025’ में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘स्वच्छता संगम’ के सफल आयोजन के लिए नगरीय प्रशासन विभाग को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में हमारी सफाई दीदियों का योगदान अतुलनीय है, और आज उनके पैर पखारकर हमने उन्हें सम्मानित किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। तब से हम निरंतर स्वच्छता के क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए नई उपलब्धियां अर्जित कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ ने इस दिशा में उल्लेखनीय सफलता पाई है। यह उपलब्धियां हमें और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा नागरिकों की सुविधा के लिए विभिन्न नवाचार लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस पर ‘हर घर तिरंगा’ लहराने और प्रदेश को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए जनसहभागिता का आह्वान किया।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ के इतिहास का गौरवशाली दिन है। प्रधानमंत्री ने 2014 में स्वच्छता का बीड़ा उठाया और आज यह जन आंदोलन का रूप ले चुका है। स्वच्छता में प्रगति करते हुए हमने राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान बनाई है और राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री से पुरस्कार प्राप्त किए हैं। हमारे नगरीय निकायों को राष्ट्रीय स्तर पर छह पुरस्कार प्राप्त होना गर्व की बात है। रायपुर नगर निगम को गार्बेज-फ्री सिटी में सेवन-स्टार रेटिंग मिली है। 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में अकेले छत्तीसगढ़ के 58 शहरों को थ्री-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है। सोर्स सेग्रीगेशन और अपशिष्ट प्रबंधन में भी हमारे शहरों ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं। स्वच्छता के सभी मापदंडों पर छत्तीसगढ़ में तेजी से कार्य हो रहा है। हमारा उद्देश्य है कि हमारे शहर स्वच्छ, सुंदर और सुविधापूर्ण बनें तथा स्वच्छता छत्तीसगढ़ की पहचान बने।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 में राज्य के 115 शहरों ने अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया है। स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सात नगरीय निकायों को नई दिल्ली में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के हाथों पुरस्कृत होने का गौरव प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम में इन नगरीय निकायों के साथ ही संभाग स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 30 से अधिक नगरीय निकायों को भी सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री ने संपत्ति कर जमा करने का ऑनलाइन पोर्टल किया लॉन्च
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम में तीन नगर निगम—बिरगांव, भिलाई-चरोदा और धमतरी—तथा 43 नगर पालिकाओं में ऑनलाइन संपत्ति कर जमा करने की सुविधा के लिए जीआईएस आधारित प्रॉपर्टी टैक्स लाइव पोर्टल का शुभारंभ किया। एक साथ 46 शहरों में ऑनलाइन संपत्ति कर भुगतान की यह सुविधा स्थानीय स्वशासन को आधुनिक बनाने और नागरिकों को घर बैठे सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इससे कर संग्रहण में भी तेजी आएगी।
‘स्वच्छता संगम’ में नगरीय निकायों में स्वच्छता और शहरी सौंदर्यीकरण के मानकों को ऊंचा उठाने के लिए राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का शुभारंभ भी किया गया। मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर स्वच्छ सर्वेक्षण-2024-25 पर आधारित वीडियो का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने 63.57 करोड़ के 24 कार्यों का किया लोकार्पण, 197 करोड़ से अधिक के 25 कार्यों का किया भूमिपूजन
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ‘स्वच्छता संगम’ में 260 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने बिलासपुर जिले में विभिन्न विभागों के 63 करोड़ 57 लाख रुपए की लागत के 24 निर्माण एवं विकास कार्यों का लोकार्पण किया तथा 197 करोड़ रुपए से अधिक की लागत के 25 कार्यों का भूमिपूजन भी किया।
इस अवसर पर संभागायुक्त सुनील जैन, पुलिस महानिरीक्षक संजीव शुक्ला, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह, सभी नगरीय निकायों के महापौर, सभापति, नगर पालिका एवं नगर पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, निगम आयुक्त, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगरीय निकायों के वरिष्ठ अभियंता, स्वच्छता दीदियां एवं स्वच्छता कमांडोज़ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर केन्द्रीय रासायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने छत्तीसगढ़ को यूरिया और डीएपी खाद की अतिरिक्त आबंटन की मंजूरी दे दी है। गौरतलब है कि केन्द्रीय रासायन एवं उर्वरक मंत्री से दिल्ली में कृषि मंत्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के सांसदों ने मुलाकात कर छत्तीसगढ़ राज्य को यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति के संबंध में चर्चा की।
कृषि मंत्री नेताम और सांसदों ने राज्य के किसानों को खरीफ सीजन में रोपा-ब्यासी के समय पड़ने वाले खाद की अतिरिक्त आवश्यकता की जानकारी देते हुए उनसे खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ को निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त 50-50 हजार टन यूरिया और डीएपी खाद आबंटित किए जाने का आग्रह किया है। केन्द्रीय मंत्री नड्डा इस पर छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त खाद उपलब्ध कराने उर्वरक मंत्रालय अधिकारियों को निर्देशित किया।
केन्द्रीय उर्वरक मंत्री नड्डा से मुलाकात के दौरान कृषि मंत्री नेताम और लोकसभा सांसद सर्वश्री संतोष पाण्डेय, विजय बघेल, कमलेश जांगड़े और रूपकुमारी चौधरी और राज्यसभा सांसद देवेन्द्र बहादुर सिंह, छत्तीसगढ़ मार्कफेड प्रबंध संचालक किरण कौशल सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ में यूरिया और डीएपी खाद की आपूर्ति की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के किसान मुख्य रूप से धान की फसल लेते हैं। खरीफ सीजन में किसान अगस्त-सितंबर माह में रोपा-बियासी का कार्य करते हैं। वर्तमान में रोपा-बियासी का काम तेजी से चल रहा है। इस समय धान के पौधों को तेजी से बढ़वार और बेहतर उत्पादन के मद्देनजर किसानों को इस समय ज्यादा फोस्फेटिक खाद की जरूरत पड़ती है।
कृषि मंत्री नेताम और सांसदों ने केन्द्रीय उर्वरक मंत्री को बताया कि सप्लाई प्लान के अनुसार छत्तीसगढ़ को माह जुलाई तक यूरिया की 5.99 लाख तथा डी.ए.पी. की 2.68 लाख मेट्रिक टन आपूर्ति निर्धारित थी जिसके विरूद्ध यूरिया की 4.63 लाख तथा डी.ए.पी. की 1.61 लाख मेट्रिक टन मात्रा राज्य को प्राप्त हुई है। माह अगस्त के लिए यूरिया की 57,600 मेट्रिक टन तथा डी.ए.पी. की 36,850 मेट्रिक टन का सप्लाई प्लान निर्धारित है। चूंकि इन उर्वरकों की सर्वाधिक आवश्यकता अगस्त माह में होती है। इसलिए निर्धारित सप्लाई प्लान के अतिरिक्त यूरिया तथा डी.ए.पी. की 50-50 हजार मेट्रिक टन अतिरिक्त मात्रा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।