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PM मोदी ने मेघालय को दी बड़ी सौगत, शिलांग में 2450 करोड़ की परियोजनाओं का किया उद्घाटन

PM मोदी ने मेघालय को दी बड़ी सौगत, शिलांग में 2450 करोड़ की परियोजनाओं का किया उद्घाटन

 PM Modi In Shillong: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज रविवार को पूर्वोत्तर परिषद (NEC) के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए थे। इस दौरान पीएम ने शिलांग में 2450 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया।

पीएम मोदी अभी पूर्वोत्तर राज्यों के एक दिवसीय दौरे पर हैं। इस क्षेत्र में दूरसंचार कनेक्टिविटी को और बढ़ावा देने के लिए, पीएम ने 4जी मोबाइल टावर राष्ट्र को समर्पित किए, जिनमें से 320 से अधिक पूरे हो चुके हैं और लगभग 890 निर्माणाधीन हैं।

IIM Shillong के नए कैंपस का उद्धाटन

पीएम मोदी ने उमसावली में आईआईएम शिलांग (IIM Shillong) के नए कैंपस और शिलांग-दींगपसोह रोड का भी उद्घाटन किया, जो नई शिलांग सैटेलाइट टाउनशिप और भीड़भाड़ वाले शिलांग को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। मोदी ने तीन राज्यों मेघालय, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में चार अन्य सड़क परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।

कार्यक्रम के दौरान, पीएम ने मशरूम उत्पादन को बढ़ाने और किसानों और उद्यमियों के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मेघालय में मशरूम विकास केंद्र में स्पॉन प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।

क्षमता निर्माण और प्रौद्योगिकी उन्नयन के माध्यम से मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों की आजीविका में सुधार के लिए पीएम मोदी द्वारा मेघालय में एक एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र का भी उद्घाटन किया गया।

21 हिंदी पुस्तकालयों का भी किया उद्घाटन

पीएम मोदी ने मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और असम में 21 हिंदी पुस्तकालयों का उद्घाटन किया। साथ ही असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा राज्यों में छह सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।

कार्यक्रम के दौरान तुरा और शिलांग टेक्नोलॉजी पार्क फेज-2 में इंटीग्रेटेड हॉस्पिटैलिटी एंड कन्वेंशन सेंटर की आधारशिला भी रखी गई। टेक्नोलॉजी पार्क फेज-2 का बिल्ट-अप एरिया करीब 1.5 लाख वर्ग फुट होगा।

इंटीग्रेटेड हॉस्पिटैलिटी एंड कन्वेंशन सेंटर में एक कन्वेंशन हब, गेस्ट रूम, फूड कोर्ट आदि होंगे। यह क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा।

बिलकिस बानो को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, 11 दोषियों की रिहाई मामले से जुड़ी याचिका खारिज

बिलकिस बानो को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, 11 दोषियों की रिहाई मामले से जुड़ी याचिका खारिज

 नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से बिलकिस बानो को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो की 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया है। याचिका में बिलकिस बानो ने 2002 की गुजरात सांप्रदायिक हिंसा (Gujarat Riots) के दौरान उनके साथ बलात्कार करने और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या करने वाले 11 दोषियों की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा मई 2022 के दिए आदेश की समीक्षा करने की मांग की थी।

आजीवन कारावास की सजा काट रहे बिलकिस के 11 दोषियों को 15 अगस्त को जेल से रिहा कर दिया गया था। समय से पहले रिहा करने के लिए “अच्छे व्यवहार” को आधार बनाया गया था। 1992 की नीति के तहत गुजरात की भाजपा सरकार ने इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी ली थी। हालांकि, नवीनतम नीति कहती है कि गैंगरेप और हत्या के दोषियों की जल्दी रिहाई नहीं की जा सकती है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस तर्क से सहमति जताई थी कि 1992 की नीति में ऐसी कोई बाध्यता नहीं थी। इसलिए इनकी रिहाई हो सकती है।

1992 की नीति तकनीकी रूप से 2008 में प्रभावी थी। 2008 में बिलकिस के 11 गुनहगारों को दोषी ठहराया गया था। जेल में लगभग 15 साल बिताने के बाद, 11 दोषियों में से एक ने आजीवन कारावास की नीति के अनुसार समय से पहले रिहाई के लिए अदालत चला गया। यह विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने इस साल मई में गुजरात सरकार से कहा कि इन गुनहगारों की याचिका पर विचार किया जाना चाहिए। इसके बाद, तीन महीने से भी कम समय में सभी दोषी मुक्त हो गए।

Ration Card: लाभार्थियों के ​लिए काम की खबर, इस योजना की बढ़ाई गई तारीख, जानें अब कब तक मिलेगा मुफ्त अनाज

Ration Card: लाभार्थियों के ​लिए काम की खबर, इस योजना की बढ़ाई गई तारीख, जानें अब कब तक मिलेगा मुफ्त अनाज

 नई दिल्ली। Ration Card Latest News : देश में करोड़ो लोगों को फ्री राशन मिल रहा है। सरकार समय-समय पर राशन कार्ड पर अपडेट करती रहती है। वहीं इससे संबंधित कई योजनाएं भी चलाती है। वहीं केंद्र सरकार की तरफ से चलाई जा रही प्रधानमंत्री गरीब कल्‍याण अन्‍न योजना के तहत लाभार्थी हैं तो यह खबर आपके काम की है। मोदी कैब‍िनेट की 28 स‍ितंबर को हुई बैठक में गरीबों के ल‍िए चलाई जाने वाली अन्‍न योजना को तीन महीने के ल‍िए बढ़ाने का फैसला क‍िया गया था। इस फैसले के अनुसार योजना को 31 द‍िसंबर 2022 तक के ल‍िए बढ़ाया गया था। एक बार फ‍िर से योजना से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है।जानकारी अनुसार ऐसा खबर सामने आ रही है कि सरकार की तरफ से फ्री राशन योजना को अगले तीन महीने के ल‍िए बढ़ाने पर व‍िचार चल रहा है। इस पर कैब‍िनेट की अगली कैब‍िनेट में ऐलान हो सकता है। फ‍िलहाल 10 से 15 द‍िसंबर तक मौजूदा महीने के राशन का व‍ितरण क‍िया जाएगा। इस महीने का राशन कोटेदारों के यहां पहुंचना शुरू हो गया है। पीएम गरीब कल्‍याण अन्‍न योजना को अप्रैल 2020 में शुरू क‍िया गया था।

एक और श्रद्धा जैसा हत्याकांड, हथौड़े से फोड़ा सिर, मार्बल कटर से किए शव के कई टुकड़े, अलग-अलग जगह फेंके

एक और श्रद्धा जैसा हत्याकांड, हथौड़े से फोड़ा सिर, मार्बल कटर से किए शव के कई टुकड़े, अलग-अलग जगह फेंके

 जयपुर। राजस्थान के जयपुर में श्रद्धा जैसा हत्याकांड का एक मामला सामने आया है। आरोपी भतीजे ने अपनी ताई की हत्या के बाद शव के 10 टुकड़े किए और अलग-अलग जगह फेंक दिए। हत्या की वारदात को 11 दिसंबर को अंजाम दिया गया था। आज आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है। आरोपी ने हत्या के बाद शव के मार्बल कटर से कई टुकड़े किए थे।

बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड को अब तक कोई भुला नहीं पा रहा है। श्रद्धा के बॉयफ्रेंड आफताब ने ही उसके 35 टुकड़े कर दिए थे। दिल्ली पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। इसी बीच जयपुर में भी श्रद्धा जैसा सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है। जयपुर शहर के विद्याधर नगर इलाके में भतीजे ने अपनी ताई के 10 टुकड़े कर दिए। हत्या के बाद शव के टुकड़ों को अलग-अलग जगह पर फेंक दिया।

जयपुर पुलिस ने हत्या के आरोपी अनुज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि हत्या के आरोपी अनुज शर्मा ने 11 दिसंबर को ही वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी ने 62 वर्षीय सरोज शर्मा के सिर पर हथौड़े से हमला किया। गंभीर चोट लगने से सरोज शर्मा की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इसके बाद आरोपी अनुज सरोज के शव को घसीट कर बाथरूम में ले गया।

मार्बल कटर से किए टुकड़े

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पहले उसने शव को चाकू से काटने का प्रयास किया। लेकिन इसमें सफल नहीं हुआ तो वह मार्बल कटर मशीन लेकर आया। बाद में बाथरूम में मार्बल कटर मशीन से शव के 10 अलग-अलग टुकड़े किए। इन टुकड़ों को अलग-अलग सूटकेश और प्लास्टिक की बोरी में भरकर दिल्ली रोड पर अलग-अलग जगह फेंक दिए। पुलिस ने शव के 8 टुकड़े बरामद कर लिए हैं। साथ ही मार्बल कटर, बाल्टी, सूटकेस, ट्रॉली बैग और कार को जब्त कर लिया है।

इस्कॉन मंदिर में सेवक है आरोपी

Another murder like Shraddha: हत्या का आरोपी अनुज शर्मा इस्कॉन मंदिर में सेवक है और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करता है। बताया जा रहा है कि उसने कभी नॉनवेज को हाथ ही नहीं लगाया लेकिन अब उसने अपने हाथ खून से रंग लिए। वह हरे कृष्ण मूवमेंट से जुड़ा हुआ है और कृष्ण की भक्त मंडलिओं में भजन करता आया है। 11 दिसंबर को भजन कीर्तन करने के लिए वह दिल्ली जाने वाला था। लेकिन उसी दिन उसने अपनी ताई सरोज की हत्या कर दी।

सरोज को लापता बताया

हत्या करने के अगले दिन 12 दिसंबर को आरोपी अनुज शर्मा ने अपनी बहन पूजा को फोन करके बताया कि सरोज कल से लापता है। अनुज ने कहा कि सरोज गायों को रोटी देने के लिए घर से बाहर निकली लेकिन वापस नहीं लौटी। उसके बाद पूजा जयपुर आई। 13 दिसंबर को पूजा ने देखा कि अनुज रसोई की दीवार पर लगे खून के धब्बे को साफ कर रहा है। इस दौरान पूजा को अनुज पर शक हुआ तो उसने अपनी दूसरी बहन मोनिका को जानकारी दी।

पूजा की बहन मोनिका भी जयपुर आ गई। दोनों ने पहले विद्याधर नगर थाने में अपनी मां की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई और बाद में शक के आधार पर विद्याधर नगर पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अनुज शर्मा को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की वारदात करना स्वीकार किया। आरोपी अनुज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बिलकिस बानो को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, 11 दोषियों की रिहाई मामले से जुड़ी याचिका खारिज

बिलकिस बानो को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, 11 दोषियों की रिहाई मामले से जुड़ी याचिका खारिज

 नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट से बिलकिस बानो को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो की 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया है। याचिका में बिलकिस बानो ने 2002 की गुजरात सांप्रदायिक हिंसा (Gujarat Riots) के दौरान उनके साथ बलात्कार करने और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या करने वाले 11 दोषियों की रिहाई पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा मई 2022 के दिए आदेश की समीक्षा करने की मांग की थी।

आजीवन कारावास की सजा काट रहे बिलकिस के 11 दोषियों को 15 अगस्त को जेल से रिहा कर दिया गया था। समय से पहले रिहा करने के लिए “अच्छे व्यवहार” को आधार बनाया गया था। 1992 की नीति के तहत गुजरात की भाजपा सरकार ने इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय से मंजूरी ली थी। हालांकि, नवीनतम नीति कहती है कि गैंगरेप और हत्या के दोषियों की जल्दी रिहाई नहीं की जा सकती है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस तर्क से सहमति जताई थी कि 1992 की नीति में ऐसी कोई बाध्यता नहीं थी। इसलिए इनकी रिहाई हो सकती है।

1992 की नीति तकनीकी रूप से 2008 में प्रभावी थी। 2008 में बिलकिस के 11 गुनहगारों को दोषी ठहराया गया था। जेल में लगभग 15 साल बिताने के बाद, 11 दोषियों में से एक ने आजीवन कारावास की नीति के अनुसार समय से पहले रिहाई के लिए अदालत चला गया। यह विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने इस साल मई में गुजरात सरकार से कहा कि इन गुनहगारों की याचिका पर विचार किया जाना चाहिए। इसके बाद, तीन महीने से भी कम समय में सभी दोषी मुक्त हो गए।

दिल दहला देने वाली वारदात, युवक ने ताई की हत्या कर लाश के किये टुकड़े, फिर जंगल में फेंका शव

दिल दहला देने वाली वारदात, युवक ने ताई की हत्या कर लाश के किये टुकड़े, फिर जंगल में फेंका शव

 राजस्थान। जयपुर में दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां एक युवक ने अपनी विधवा ताई की बेरहमी से हत्या कर लाश के मार्बल कटर मशीन से टुकड़े-टुकड़े कर जंगलों में फेंक दिया। लाश के कुछ टुकड़े भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

जयपुर के विद्याधरनगर इलाके में लालपुरिया अपार्टमेंट सेक्टर-2 में 11 दिसंबर को सनकी भतीजे अनुज ने अपनी 64 वर्षीय ताई सरोज शर्मा के सिर पर हथौड़ा मारकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए वो ग्राइंडर मशीन खरीदकर लाया और टुकड़े किए। आरोपी ने घर के बाथरूम में ही मशीन से 10 टुकड़े किए इन टुकड़ों को सूटकेस और बाल्टी में भरकर कार से जंगल में फेंक दिया। इसके बाद पुलिस थाने पहुंचकर ताई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।

जब वह घर की रसोई में लगे खून के दाग को धो रहा था तो मृतका की बेटी ने देख लिया। इसके बाद मृतका की बेटी पूजा ने थाने में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। जांच में सामने आया है कि अनुज को अपनी ताई का बार-बार टोकना बुरा लगता था। इसलिए उसने किचन में काम करने के दौरान सिर पर हथौड़ा मार दिया और उसके बाद शव को बाथरूम में ले जाकर टुकडे- टुकडे कर दिल्ली रोड पर जंगलों में अलग-अलग जगह फेंक दिया। हत्यारें ने महिला के सिर और पंजे को एक स्थान पर फेंका, दूसरी जगह धड़ और फिर तीसरी जगह हाथ-पैर के हिस्सों को ठिकाने लगाया”।

बलात्कार के जिस आरोपी युवक को पुलिस ने पकड़ा वो निकली महिला, पुलिस हैरान, जाने क्या था पूरा मामला…

बलात्कार के जिस आरोपी युवक को पुलिस ने पकड़ा वो निकली महिला, पुलिस हैरान, जाने क्या था पूरा मामला…

 राजस्थान। जयपुर के सिरोह से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां पर नाबालिग से बलात्कार करने वाला एक आरोपी भी खुद एक महिला ही है। इस बात की सच्चाई जानने के लिए जब पुलिस ने आरोपी का मेडिकल करवाया तो उसमें जो खुलासे हुए उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई।

दरसअल, यह पूरा मामला 28 नवम्बर सिरोही का है। एक नाबालिग लड़की ने अपहरण कर दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया था। पीड़ित ने बताया कि मेड़ा निवासी शंकर (25 साल) ने उसका अपहरण कर लिया और दो दिनों तक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी की तलाश शुरू की. लेकिन मेड़ा गांव में शंकर नाम का कोई युवक नहीं मिला। इस पर पुलिस ने फिर पीड़िता से आरोपी का हुलिया पूछा। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी युवक को 5 दिसंबर को पकड़ लिया और थाने लेकरआ गए।

पुलिस की पूछताछ में आरोपी शंकर ने कहा कि वह लड़की को लेकर जरूर गया था लेकिन उसने दुष्कर्म नहीं किया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। जिसपर आरोपी ने कहा कि वह दुष्कर्म नहीं कर सकता है क्योंकि वह लड़की है। पुलिस को आरोपी पर विश्वास नहीं हुआ लेकिन लड़का बार-बार इस बात पर अड़ा रहा। उसके बाद पुलिस अधिकारियों ने आरोपी का मेडिकल करवाया। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद सबके होश उड़ गए। जांच में सामने आया कि आरोपी लड़का नहीं औरत है। यहां तक की ये महिला करीब 3 साल पहले एक बच्चे को जन्म दे चुकी है। अब उसकी बेटी तीन साल की हो चुकी है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट लिखाने वाली लड़की और उसके परिजनों से पूछताछ की। जिसके बाद लड़की ने स्वीकार कर लिया कि उसने झूठा आरोप लगाया था। पुलिस ने नाबालिग लड़की का मेडिकल करवाया था, जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

आरोपी महिला ने बताया कि उसके माता-पिता की काफी समय पहले ही मौत हो चुकी थी। भाई ने उसे कहीं बेच दिया था। खरीदने वाले ने उससे शादी कर ली। उसकी तीन साल की एक बेटी भी है। पति के छोड़ने पर वह घऱ चलाने के लिए लड़का बनकर रहती थी।

Wayanad : राहुल गांधी को मिली राहत, वायनाड से चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका खारिज

Wayanad : राहुल गांधी को मिली राहत, वायनाड से चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका खारिज

 नई दिल्ली : राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट ने एक बड़ी राहत दी है। शीर्ष कोर्ट ने केरल के वायनाड से उनके लोकसभा सदस्य चुने जाने को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी है। राहुल गांधी 2019 के आम चुनाव में वायनाड से निर्वाचित हुए थे। राहुल गांधी के निर्वाचन को सरिता एस. नैयर ने 31 अक्टूबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर केरल हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी। न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ ने सरिता एस नायर द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया।

जानकरी के अनुसार याचिका में वायनाड और एर्नाकुलम में लोगसभा चुनावों को चुनौती दी गयी थी। दो नवंबर 2020 को गांधी के चुनाव को चुनौती देने वाली नायर की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई योग्य नहीं मानते हुए खारिज कर दिया था। इसके बाद में उन्होंने शीर्ष कोर्ट में याचिका बहाली की मांग करते हुए याचिका दायर की थी।

शुक्रवार को पीठ ने अपने आदेश में कहा, विशेष अनुमति याचिका को गुण-दोष के आधार पर खारिज किया जाता है। इसे खारिज करने के पूर्व के आदेश में हमें हस्तक्षेप करने का कोई कारण नहीं दिखता। इसलिए यह विशेष अनुमति याचिका खारिज की जाती है।

PNB issued notification: कैश जमा करने के बाद गलती से भी न भूलें ये छोटा सा काम!

PNB issued notification: कैश जमा करने के बाद गलती से भी न भूलें ये छोटा सा काम!

 PNB issued notification: देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) लगातार ग्राहकों को तमाम खतरों से सावधान करता रहता है। इस दिशा में वह नए-नए नियम भी लाता है। हालांकि, आज के दौर में साइबर अपराधी भी बहुत शातिर हो गए हैं। वहीं, एक अलग बात करें तो आज ग्राहक खुद भी बैंकिग सुविधाओं व अन्य प्रकार की गतिविधियों से अनजान रहता है और अगर किस चीज को लेकर कोई रुपये कट भी गए तो फिर यह समझने में परेशानी हो जाती है कि यह आखिर क्यों? इसके अलावा हमें हमारे बैंक में रखी राशी का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

देखा गया है कि अब जैसे अगर शख्स की सैलरी आई तो वह UPI करता रहता है और बैंक बैलेंस पर उसकी निगाहें होती नहीं है और फिर एक दम बैलेंस बीच में खत्म हो जाता है तो मुश्किल हो जाती है। ऐसे में अकाउंट में कितने रुपये आ रहे हैं और कितने जा रहे हैं इसकी एक-एक रुपये की सूचना आपको होनी चाहिए। इसी कड़ी में PNB ने कहा है कि पैसे जमा कराने के समय स्लिप जरूर प्राप्त करें।

ऐसा करना बिलकुल न भूलें

पंजाब नेशनल बैंक ने अपने ट्वीट में बताया कि कैश जमा करने के बाद ग्राहकों को कैश काउंटर पर ही सिस्टम जनरेटेड रसीद मिलती है। बैंक के मुताबिक इस रसीद में आपके लेन-देन से जुड़ी कई ऐसी अहम जानकारियां होती हैं, जिनका जरूरत पड़ने पर भविष्य में इस्तेमाल किया जा सकता है। ग्राहक चाहे तो कैश काउंटर से प्राप्त इस नकद जमा रसीद को भविष्य में किसी भी जरूरत के लिए सुरक्षित भी रख सकता है।

आमतौर पर देखा जाता है कि आजकल कोई स्लिप लेने में दिलचस्पी नहीं रखता है। ATM जाओ तो स्लिप निकालने के ऑप्शन में ना टैप कर देते हैं। यदी पर्ची आ भी गई तो तुरंत फाड़ देते हैं।

E Shram Card : फिर शुरू हुआ ई-श्रम योजना, यहां जानें रजिस्ट्रेशन प्रोसेस से लेकर इससे मिलने वाले सभी फायदे…

E Shram Card : फिर शुरू हुआ ई-श्रम योजना, यहां जानें रजिस्ट्रेशन प्रोसेस से लेकर इससे मिलने वाले सभी फायदे…

 नई दिल्ली। E Shram Card : असंगठित क्षेत्रों में कार्य करने वाले देश के करोड़ों लोगों के लिए मोदी सरकार ने एक नई योजना की शुरुआत की है। केंद्र सरकार ने कामगरों के हितों को ध्यान में रखते हुए ई-श्रम (e Shram) पोर्टल लॉन्च किया था। इस पोर्टल के लॉन्च होने के बाद से श्रमिकों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया है।

श्रम मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब तक इस पोर्टल पर 2 करोड़ से अधिक श्रमिक रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इस योजना की मदद से सभी श्रमिकों को एक श्रम कार्ड प्रदान किया जा रहा है, जो उनके लिए काफी फायदेमंद है।

दरअसल श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने भारत के असंगठित गरीब मजदूर के परिवारों की मदद करने के लिए ई-श्रम योजना 2022 की शुरुआत की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे-छोटे मजदूरों को उनके स्किल्स के आधार पर रोजगार मुहैया कराना है। इस योजना का फायदा उठाने के लिए व्यक्ति को सरकार के ऑफिशियल पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसमें असंगठित में काम करने वाला कोई भी व्यक्ति, जिसे ESIC और EPFO का लाभ नहीं मिलता है, अपना पंजीकरण करा सकता है।

ई-श्रम कार्ड के लाभ
1) इसका उद्देश्य असंगठित श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभों को लागू करना है जो श्रम और रोजगार मंत्रालय और अन्य परस्पर जुड़े मंत्रालयों के जरिए लागू है।
2) जिस व्यक्ति के पास ई-श्रम कार्ड है, वह प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 2 लाख के दुर्घटना बीमा कवर का हकदार है. ऐसे में उन्हें लाखों के बीमा का फायदा भी मिलता है।
3) ई-श्रम पोर्टल असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों का एक केंद्रीकृत डेटाबेस बनाए रखेगा।
4) इस योजना के तहत दिए जाने वाले सभी सामाजिक सुरक्षा लाभ इस पोर्टल के माध्यम से सीधे असंगठित श्रमिकों तक पहुंचाए जाएंगे।

रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस

  • आधिकारिक वेबसाइट (eshram.gov.in) पर जाएं।
  • होम पेज पर दिख रहे रजिस्टर ऑन ई-श्रम (Register on E-shram) के ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर और कैप्चा दर्ज करें।
  • ‘ओटीपी भेजें’ पर क्लिक करें।
  • ओटीपी दर्ज करें, जिसके बाद ई-श्रम के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुल जाएगा।
  • फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को उसमें भरें।
  • एक बार सभी जानकारी को भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक कर दें। आपका रजिस्ट्रेशन संपन्न हो जाएगा।
PM Kisan Yojna : हितग्राहियों के लिए आया बड़ा अपडेट, इन किसानों को नहीं मिलेगा 13 वी किस्त, जानें कहीं आपका नाम भी तो नहीं शामिल

PM Kisan Yojna : हितग्राहियों के लिए आया बड़ा अपडेट, इन किसानों को नहीं मिलेगा 13 वी किस्त, जानें कहीं आपका नाम भी तो नहीं शामिल

 नई दिल्ली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojna) के हितग्राहियों के लिए बड़ा अपडेट सामने आया हैं। आपको बता दे कि इस योजना के तहत अभी तक कुल 12 किस्तें सभी किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई है। सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक संभावना जताई जा रही है कि जनवरी की शुरुआत में किसानों के खातों में 13 वी किस्त डालना शुरू हो सकती है।

पीएम किसान योजना में कुछ खामियों के चलते केंद्र सरकार ने पीएम किसान योजना को अपडेट करते हुए सभी लाभार्थियों को ईकेवाऐसी अनिवार्य कर दी है और कुछ अपात्र लोगों द्वारा योजना का गलत लाभ उठाया जा रहा था जिन्हें सरकार द्वारा योजना का लाभ देना बंद कर दिया गया है। सरकार द्वारा लगातार का पात्र लोगों को योजना से बाहर किया जा रहा है। पीएम किसान योजना की 13 वी किस्त जारी होने से पहले लाखों किसानों का नाम सूची से हटा दिया गया है। पीएम किसान योजना के तहत अब सिर्फ पात्र किसानों को ही पीएम किसान योजना की 13 वी किस्त दी जाएगी।

सरकारी अधिकारियों द्वारा बार-बार शिकायत दर्ज कराई गई कि कुछ अपात्र लोगों द्वारा पीएम किसान योजना का लाभ उठाया जा रहा है। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए तहसील स्तर पर भूमि के अभिलेखों और सामाजिक सत्यापन का सत्यापन कराना शुरू कर दिया है और अपात्र किसानों को योजना से बाहर निकालने का कार्य अभी भी जारी है। कार्यवाही के दौरान विभिन्न राज्यों के लाखों लोगों के लिए यह योजना अपात्र पाई गई। अकेले उत्तर प्रदेश में 21 लाख लोग अपात्र हैं। इन किसानों को 13वीं किस्त भी नहीं दी जाएगी, क्योंकि इन्हें सूची से हटा दिया गया है।

इसके अलावा सरकार द्वारा अपात्र लोगों से योजना के पैसों की वसूली करने के लिए नोटिस भी दिया जा रहा है। पीएम किसान निधि के पैसों का गबन करने वाले ऐसे लोगों की पहचान के लिए सरकार लगातार उनकी पहचान कर रही है. इन लोगों की पहचान कर वसूली के लिए नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस में पूरी रकम वापस करने को कहा है।

पैसा नहीं लौटाने पर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।अगर आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराया है तो जल्द से जल्द करा लें। ई-केवाईसी नहीं कराने के अलावा कुछ लोग जो पात्र नहीं थे, उन्हें 12वीं किस्त नहीं मिली। यदि आप एक निश्चित अवधि के भीतर ई-केवाईसी नहीं करवाते हैं तो आपके लिए 13वीं किस्त से वंचित होना संभव है।

परसा कोल ब्लॉक के भूविस्थापितों की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए मंजूर की

परसा कोल ब्लॉक के भूविस्थापितों की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए मंजूर की

 

0 सुप्रीम कोर्ट ने प्रोजेक्ट पर रोक लगाने की मांग अस्वीकार की, परन्तु अंतिम सुनवाई शीघ्र करने के निर्देश

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सरगुजा स्थित परसा कोल ब्लॉक के भू विस्थापित आदिवासियों की याचिका सुनवाई के लिए स्वीकार कर ली है। जस्टिस भूषण गवई और जस्टिस विक्रम नाथ की खंडपीठ ने कोल प्रोजेक्ट पर रोक लगाने के मांग अस्वीकार कर दी, परन्तु प्रकरण की सुनवाई शीघ्र करने की मांग को स्वीकार कर लिया। बीते 11 मई को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने इन याचिकाओं को अत्यंत देरी से दाखिल करने और मेरिट न होने की बात कह कर ख़ारिज कर दिया था। हाई कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है।

परसा कोल ब्लॉक का भूमि अधिग्रहण 2017-18 में कोल बेयरिंग एक्ट के तहत किया गया। इसके विरोध में सरगुजा के मंगल साय और अन्य प्रभावित लोगों ने सितंबर 2020 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की। याचिका में कहा गया कि उक्त खदान का हस्तांतरण राजस्थान राज्य विदूयत उत्पादन निगम ने अडानी की निजी कंपनी को कर दिया है जबकि कोल बेयरिंग एक्ट से केवल केंद्र सरकार की सरकारी कंपनी को ही जमीन अधिग्रहित की जा सकती है। साथ ही नए भूमि अधिग्रहण के प्रावधान लागू नहीं करने से प्रभवितों को बड़ा नुकसान हो रहा है। इसी तरह वन अधिकार कानून तथा पेसा अधिनियम की भी आवंटन में अवहेलना की गई है। ग्राम सभा का प्रस्ताव फर्जी तरीके से बनाये गया है। इसके अतिरिक्त हाथी प्रभावित क्षेत्र में खदान खोलना अनुचित है। साथ ही अधिग्रहण प्रक्रिया में सुनवाई का अवसर नहीं दिया गया।

इस प्रकरण की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में गत 21 नवंबर को भी हुई थी। उस दिन कोर्ट ने कोल बेयरिंग एक्ट और नए भू अधिग्रहण क़ानून के तहत अधिग्रहण से कैसे प्रभावितों को नुकसान होता है, के लिए अतिरिक्त दस्तावेज दाखिल करने की अनुमति दी थी। शुक्रवार को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ताओं की और से वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने बताया कि ने भू-अधिग्रहण कानून की धारा 2 सी के तहत केवल भू-स्वामी ही नहीं, बल्कि प्रभावित क्षेत्र के समस्त नागरिक प्रभावित परिवार माने जाते हैं, परन्तु कोल बेयरिंग एक्ट में केवल भूमिधारक ही प्रभावित माना जाता है। इसके अलावा प्रभावित व्यक्ति की वन उत्पादों से होने वाली आय का अलग मुआवजा होता है तथा भूमि हीन और मज़दूर को भी मुआवजा मिलता है। याचिकर्ताओं की ओर से उपस्थित वरिष्ठ वकील संजय पारीख ने अडानी के साथ संयुक्त कंपनी का मुद्दा उठा कर कहा कि कोल बेयरिंग एक्ट के तहत यह आवंटन अवैध है। नए भूमि अधिग्रहण कानून में अनुसूची 5 क्षेत्र में भूमि अधिग्रहण अंतिम विकल्प के रूप में करने का नियम है। इन सभी प्रावधानों की उपेक्षा की गई है।
केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और संयुक्त उपक्रम की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने याचिकाओं का विरोध किया।

18 बीएलओ सस्पेंड: इस लापरवाही के चलते कलेक्टर ने की कार्रवाई

18 बीएलओ सस्पेंड: इस लापरवाही के चलते कलेक्टर ने की कार्रवाई

 भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बड़ी कार्रवाई की है. कलेक्टर ने भोपाल में 18 बीएलओ को सस्पेंड कर दिया है. वोटर लिस्ट अपडेशन में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की गई है.

दरअसल प्रदेश में 9 नवंबर से वोटर लिस्ट अपडेशन का काम शुरू हुआ था. मतदाता सूची के संशोधन और निर्वाचन कार्यालय में बीएलओ नहीं मौजूद थे. जिसके बाद उन पर गाज गिरी है.

 

BREAKING: बीजेपी ने बदले तीन जिलाध्यक्ष, विधानसभा चुनाव से पहले इन्हें सौंपी नई जिम्मेदारी

BREAKING: बीजेपी ने बदले तीन जिलाध्यक्ष, विधानसभा चुनाव से पहले इन्हें सौंपी नई जिम्मेदारी

 डिंडोरी। मध्यप्रदेश में अगले साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी अलर्ट मोड पर नजर आ रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने संगठन में फेरबदल करते हुए तीन जिलों के अध्यक्ष बदले है। इनमें डिंडोरी, सीधी और आगर मालवा के जिलाध्यक्ष शामिल है।

डिंडोरी जिले के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजपूत को हटाकर अवध राज बिलैया को जिम्मेदारी सौंपी है। नरेंद्र सिंह राजपूत को प्रदेश कार्यसमिति में जगह दी गई है। वहीं सीधी में देवकुमार सिंह और आगर मालवा में चिंतामणि राठौर को कमान सौंपी गई है।

 

रातोंरात बदली भिखारी बच्चे की किस्मत, कम उम्र में बना करोड़पति...जाने कैसे

रातोंरात बदली भिखारी बच्चे की किस्मत, कम उम्र में बना करोड़पति...जाने कैसे

 उत्तराखंड (uttarakhand) मां की मौत के बाद पेट भरने के लिए दर-दर भटकने वाले मासूम की किस्मत रातों-रात बदल गई और वो करोड़ों का मालिक निकला. दरअसल, कोरोना की चपेट में आने की वजह से बच्चे की मां का निधन हो गया थे।

बच्चे के पिता और दादा, दोनों का निधन हो चुका था, लेकिन वो नहीं जानता था कि उसके दादा ने उसके नाम करोड़ों की संपत्ति छोड़ रखी है. उसके दादा ने मरने से पहले अपनी आधी संपत्ति अपने पोते के नाम कर दी थी. इसके बाद से ही परिवार वाले उस बच्चे की तलाश में थे।

कैसे हुई पहचान?

बच्चे के परिजनों ने उसकी तस्वीर को व्हाट्सएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया पर शेयर कर उसकी खबर देने वाले को इनाम देने की घोषणा की थी। उनके दूर के रिश्तेदार( family member) को बच्चा बाजार में दिखा और तभी उन्होंने बच्चे की तस्वीर से उसके चेहरे का मिलान किया।

मेरा पोता आएगा तो उसे मेरी आधी संपत्ति दे दी जाए

बच्चे के दादा की तबीयत बहू के जाने और फिर बेटे (बच्चे के पिता) की मौत के बाद खराब हो गई थी. दो साल पहले उनकी भी मौत हो गई थी. लेकिन मरने से पहले उन्होंने अपनी जायदाद की वसियत तैयार करवाई और उसमें लिखा कि जब भी मेरा पोता आएगा तो उसे मेरी आधी संपत्ति दे दी जाए।

छात्राओं ने हेडमास्टर को बेरहमी से झाड़ू और डंडों पीटा, वीडियों हुआ वायरल, जानें क्या है पूरा मामला…

छात्राओं ने हेडमास्टर को बेरहमी से झाड़ू और डंडों पीटा, वीडियों हुआ वायरल, जानें क्या है पूरा मामला…

 बेंगलुरु. कर्नाटक के मंड्या जिले के कटेरी गांव में एक छात्रावास में कथित रूप से एक छात्रा को परेशान करने के बाद एक स्कूल के प्रधानाध्यापक को छात्राओं ने झाडू और डंडों से पीटा. पुलिस के अनुसार, आरोपी, जिसे गर्ल्स हॉस्टल का प्रभार दिया गया था, हर शाम सुविधा का दौरा करता था और छात्राओं को अपने कमरे में बुलाकर उन्हें परेशान करता था.

छात्राओं का आरोप है कि आरोपी प्रधानाध्यापक उन्हें अश्लील वीडियो देखने और गलत तरीके से छूने के लिए मजबूर करता था. आरोपी ने छात्राओं को यह धमकी भी दी थी कि अगर उन्होंने मामले के बारे में किसी को कुछ भी बताया तो वह यह सुनिश्चित करेगा कि छात्राओं के ट्रांसफर सर्टिफिकेट पर अभद्र टिप्पणी की जाएगी.

छात्रों ने दावा किया कि उन्होंने आरोपी के उत्पीड़न को वर्षो तक सहन किया. बुधवार (14 दिसंबर) की शाम भी आरोपी प्रधानाध्यापक ने एक छात्रा को छात्रावास में अपने कमरे में बुलाया और उसका यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की. लेकिन इस बार पीड़िता ने मदद के लिए आवाज लगाई, तो सभी लड़कियां उसके बचाव में आईं और आरोपी का पीछा किया. इतना ही नहीं, छात्रों ने आरोपी हेडमास्टर को झाड़ू और डंडों से पीटा. बाद में उन्होंने पुलिस को सूचना दी.

घटना के बाद ग्रामीण भी छात्रावास के पास जमा हो गए और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की. केआरएस थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी हेडमास्टर को हिरासत में ले लिया. गर्ल्स हॉस्टल वार्डन की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

पड़ोसी ने हैवानियत की सारी हदे की पार, डेढ़ साल के मासूम का सिर काटकर धड़ से किया अलग, गांव वालों ने आरोपी को पकड़ किया ऐसा हाल…

पड़ोसी ने हैवानियत की सारी हदे की पार, डेढ़ साल के मासूम का सिर काटकर धड़ से किया अलग, गांव वालों ने आरोपी को पकड़ किया ऐसा हाल…

 बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी हैं। यहां के खानपुर गांव सौंझना झाया एक शख्स ने पड़ोसी के बच्चें को अगवा करने के बाद उसकी सिर काटकर धड़ से अलग कर दिया। बच्चे की हत्या करने के बाद आरोपी ने बच्चे का धड़ खेत में फेंक दिया और उसका सिर कुछ दूर एक अन्य जगह पर फेंक दिया गया। यह देखकर लोगों ने उसे मौके से ही पकड़ लिया और बुरी तरह से पिटाई कर उसे भी मार डाला।

पूरा घटनाक्रम यूपी के बुलंदशहर स्थित खानपुर गांव का हैं। बताया जा रहा हैं कि गांव में रहने वाले सौरभ का डेढ़ साल का बेटा वैभव बुधवार सुबह घर में अकेला खेल रहा थां। सुबह करीब 7ः30 बजे वह अचानक घर से लापता हो गया। इसके बाद सौरभ की पत्नी और अन्य परिजनों ने बच्चे की तलाश शुरू की तो पता चला कि पड़ोस में ही रहने वाला 35 साल का काजू उर्फ किशनपाल बच्चे को लेकर खेतों की ओर गया है। परिजन जब खेतों की तरफ गए, तो रास्ते में मासूम वैभव का जूता पड़ा हुआ मिला।

उससे कुछ दूरी पर ही आरोपी किशनपाल एक खेत के पास खड़ा हुआ था। परिजनों ने खेत में जाकर जब देखा, तो वैभव का सिर विहीन शव वहां पड़ा हुआ था। कुछ दूरी पर आरोपी ने सिर को फेंक दिया था। इस घटना के बाद जहां परिजन बदहवाश होकर मौके पर ही गिर गये। वही घटना से गुस्साए ग्रामीणों और पीड़ित के परिवार वालों ने जब आरोपी को पकड़ने की कोशिश की तो उसने उन पर भी हमला कर दिया। इसके बाद नाराज ग्रामीणों ने उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी।

मौके पर पहुंची पुलिस ने गम्भीर रूप से घयाल हो आरोपी किशनपाल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस घटना पर अपराध दर्ज कर घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी हैं। वही पुलिस अब हत्यारें को पीट-पीटकर मारने वालों के संबंध में भी जांच कर रही हैं। पुलिस और ग्रामीणों का कहना हैं कि आरोपी ने जब जानलेवा हमला उन पर किया तब, बचाव में उस पर भीड़ ने हमला कर दिया था।

टीचर बनी हैवान, छात्रा को पहले कैंची मारा फिर फर्स्ट फ्लोर से फेंका

टीचर बनी हैवान, छात्रा को पहले कैंची मारा फिर फर्स्ट फ्लोर से फेंका

 नई दिल्ली। दिल्ली के एक प्राइमरी स्कूल की टीचर की हैवानियत सामने आई है। स्कूल की दो महिला टीचर्स ने आपसी झगड़े में 5वीं क्लास की बच्ची को पहले पेपर कटर से मारा फिर पहली मंजिल से फेंक दिया। इसमें बच्ची के सिर में चोट आई, जिसका इलाज हिंदूराव अस्पताल में चल रहा है।

डीबीजी रोड थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि फिल्मिस्तान के मॉडल बस्ती प्राथमिक विद्यालय की 5वीं क्लास की छात्रा को टीचर गीता देशवाल ने फर्स्ट फ्लोर से फेंक दिया है। इस जानकारी के बाद मौके पर पुलिस टीम पहुंची। इससे पहले टीचर ने उसकी पिटाई भी की थी। घायल बच्ची के सिर में चोट आई है और उसे इलाज के लिए बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत खतरे से बाहर है। आरोपी टीचर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। गवाहों के बयान के आधार पर टीचर के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत केस दर्ज कर किया है।

श्रद्धा वालकर हत्याकांड: आरोपी आफताब ने कोर्ट में दाखिल की जमानत याचिका, इस दिन होगी सुनवाई

श्रद्धा वालकर हत्याकांड: आरोपी आफताब ने कोर्ट में दाखिल की जमानत याचिका, इस दिन होगी सुनवाई

 नई दिल्ली। देशभर को झकझोर देने वाले श्रद्धा वालकर हत्याकांड मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने जमानत के लिए दिल्ली की साकेत कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। इस याचिका पर साकेत कोर्ट शनिवार को सुनवाई करेगी। फिलहाल आफताब न्यायिक हिरासत में है।

पुलिस को इस मामले में ठोस सबूत इकट्ठा करने में परेशानी हो रही है। पुलिस आफताब से पूछताछ के आधार पर ही जांच कर रही है, इसी कारण आफताब की न्यायिक हिरासत में बढ़ोतरी के आदेश कोर्ट से जारी होते है। मामले के जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने जंगलों से कई हड्डियां बरामद की थी, जिसे DNA जांच के लिए भेजा गया था। बरामद की गई हड्डियों में से कुछ हड्डियों का श्रद्धा के पिता के DNA से मिलान हो गया है। इस DNA रिपोर्ट के सामने आने के बाद पुलिस ने हड्डियों के पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट से स्थिति और भी साफ होने की उम्मीद है।

नार्को टेस्ट की रिपोर्ट का हो रहा इंतजार
हड्डियों के पोस्टमॉर्टम के बाद यह केस नया मोड़ ले सकता है। इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में DNA के साथ-साथ पॉलीग्राफ जांच की रिपोर्ट भी मिल गई है। पुलिस का मानना है कि इन रिपोर्ट से मामले को सुलझाने में मदद मिलेगी। हालांकि, पुलिस को नार्को टेस्ट की रिपोर्ट हासिल नहीं हुई है, जिसका इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है।

REEL बनाना पड़ा मंहगा, ट्रेन की चपेट में आकर 3 की मौत, परिजन बोले – नहीं था ऐसा कोई शौक

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 गाजियाबादगाजियाबाद के मसूरी थाना इलाके के कल्लू गढ़ी रेलवे फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रील बना रहे एक युवती और दो युवकों की ट्रेन की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई। तीन लोगों की मौत की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही इस मामले में युवकों के परिजनों का कहना है कि दोनों को रील बनाने का शौक नहीं था पता नहीं वे तीनों वहां कैसे पहुंचे।

इस पूरे मामले में डीसीपी इराज राजा ने बताया कि रात करीब 9 बजे थाना मसूरी पर रेलवे स्टेशन मास्टर के जरिए खबर मिली थी कि कल्लू गढ़ी रेलवे ट्रैक पर एक ट्रेन से तीन लोग टकरा गये हैं। पुलिस ने जब मौके पर पहुंच जांच की तो एक य़ुवक के टूटे हुए फोन के आधार पर तीनों की शिनाख्ती हो पाई। मृतकों में नदीम (23), उसकी पत्नी जैनब (20) और शकील (30) शामिल है तीनों मोबाइल फोन पर वीडियो बना रहे थे।

 

इसी दौरान वे दिल्ली जा रही पद्मावत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गये और तीनों की मौके पर ही मौत हो गयी। इस पूरे मामले में नदीम के भाई वसीम ने कहा कि नदीम सामान लेने के लिए घर से गए थे लेकिन पूरी रात वह घर वापस नहीं लौटे। उन्होंने उसके फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन फोन नहीं मिला। गुरूवार को सुबह उन्हें नदीम के दोस्त शकील के परिजनों से हादसा होने की जानकारी मिली है। वसीम ने बताया कि उनके भाई को वीडियो रील्स बनाने का कोई शौक नहीं था। वह खुद अचंभे में है कि वह वहां क्यों गया?