रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य की महिला फुटबॉल टीम को राष्ट्रीय विजेता बनने पर बधाई दी है। मध्य गोवा में आयोजित नेशनल इनक्लुसन (डायवरसिटी) फुटबॉल कप प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य की महिला टीम ने फाइनल में पंजाब को हराकर राष्ट्रीय विजेता का खिताब हासिल किया है। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर दो खिलाड़ी वंदना ध्रुव एवं निलिमा खाखा का चयन इंडिया कैम्प में हुआ है।
खेल संचालक श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव सिन्हा ने विजेता खिलाडिय़ों को जीत की बधाई दी है। इस खिताब के लिए सभी खिलाडिय़ों एवं वरिष्ठ प्रशिक्षकों ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग का आभार जताया है।
प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर दो खिलाड़ी वंदना ध्रुव एवं निलिमा खाखा का चयन इंडिया कैम्प में हुआ है। इंडिया टीम में चयनित होने पर फिनलैण्ड़ में आयोजित होने वाले वल्र्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर सकेंगी। विजेता टीम में वंदना ध्रुव, निलिमा खाखा, चादंनी श्रीवास, प्रीति फुटान, भुमिका साहू, मेनका सचदेव, कंचन यादव, नेहा वंशी, देवंतीन निषाद एवं दुर्गा ने अपने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है। उल्लेखनीय है कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग के वरिष्ठ प्रशिक्षक, सरिता कुजूर टोप्पो द्वारा प्रतिदिन 60 बालिका खिलाडिय़ों को नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विभाग द्वारा यह सुविधा खिलाडिय़ों को नि:शुल्क प्रदान की जा रही है। इसके अतिरिक्त कोटा स्टेडियम में एथलेटिक के खिलाड़ी भी नियमित अभ्यास कर रहें हैं।
नई दिल्ली, टीम इंडिया के स्टार पेसर इशांत शर्मा न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में एक उपलब्धि अपने नाम कर सकते हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच शनिवार से सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच क्राइस्टचर्च में खेला जाएगा। भारतीय टीम की कोशिश इस मैच को जीतकर सीरीज 1-1 से बराबरी करने की होगी। टीम इंडिया को वेलिंग्टन में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी।
पेसर इशांत क्राइस्टचर्च टेस्ट खेलने के लिए जब उतरेंगे तो उनकी नजरें भी अपने नाम एक उपलब्धि करने पर लगी होंगी। पहले टेस्ट में इशांत ने अच्छा प्रदर्शन किया था, उन्होंने पहली पारी में 5 विकेट झटके थे। यदि वह क्राइस्टचर्च में तीन विकेट और लेने में कामयाब होते हैं तो वह एक एलीट क्लब में शामिल हो जाएंगे।
31 साल के इशांत के नाम अभी तक 97 टेस्ट मैचों में 297 विकेट हैं। यदि वह सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में तीन विकेट लेते हैं तो वह 300 विकेट पूरे कर लेंगे और ऐसा करने वाले छठे भारतीय बोलर बन जाएंगे। दिग्गज कपिल देव और जहीर खान के बाद इस उपलब्धि को हासिल करने वाले वह तीसरे पेसर बनेंगे।
टेस्ट क्रिकेट में 300 या उससे ज्यादा टेस्ट विकेट हासिल करने वालों में कपिल (434), जहीर खान (311) के अलावा दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले (619), हरभजन सिंह (417) और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (365) भी हैं।
वनडे और टी20 टीम से काफी समय से बाहर चल रहे इशांत के नाम टेस्ट में 1 अर्धशतक भी दर्ज है। साल 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू करने वाले इशांत ने अपना पिछला वनडे जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। वहीं, अक्टूबर 2013 में वह आखिरी बार टी20 इंटरनैशनल मैच राजकोट में खेलते नजर आए थे।
वेलिंग्टन,वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेलने की सबसे बड़ी दावेदार टीम इंडिया अब अपने सबसे मुश्किल इम्तिहान की ओर है। टेस्ट चैंपियनशिप के तहत भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ उसके घर पर खेलना है और यहां हमेशा से ही चुनौती उसके लिए कड़ी रही है। कीवीलैंड की तेज पिचों पर बल्ले और बॉल के साथ-साथ हवा की हरकत भी खेल पर अपना प्रभाव छोड़ती है और सीम-स्विंग बोलिंग विराट की टीम के लिए हमेशा से ही चुनौती रहा है।
शुक्रवार को जब टीम इंडिया वेलिंग्टन में 2 टेस्ट की सीरीज का आगाज करने उतरेगी तो उसके माइंड में ये सभी चीजें होंगी कि यहां पर लाल गेंद से विदेशी चुनौतियों का कंप्लीट पैकेज मिलता है। यहां ठंडी तेज हवा, बारिश, सीम और स्विंग होती गेंदें हर वक्त बल्लेबाजों का टेस्ट लेती हैं। ऐसे में कोहली, रहाणे और पुजारा के अलावा टीम के बाकी बल्लेबाजों को भी हर हाल में अपने साहस का परिचय देना होगा।
न्यूजीलैंड के खिलाड़ी तो इन हालात में खेलने के आदी हैं। लेकिन भारतीय टीम के कई सदस्य यहां पहली बार खेलने आए हैं। यहां हवा का प्रभाव इससे ही समझ लीजिए कि स्टंप्स पर लगे बेल्स भारी होने के बावजूद मैच में कई-कई बार सिर्फ हवा के सहारे ही नीचे गिरते रहते हैं। हवा के चलते गेंदबाज चाहकर भी अगेंस्ट द विंड बॉल डालें तो भी वह हवा के साथ ही निकल लेती है। यहां हर गेंद में हरकत दिखती है, जिससे अंपायरों को हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है। स्लिप में खड़े फील्डर और विकेटकीपर को हर गेंद पर लपकने के लिए तैयार रहना पड़ता है।
नई दिल्ली, टीम इंडिया की रेकॉर्ड रन मशीन माने जाने वाले विराट कोहली खेल के मैदान पर ही नहीं मैदान के बाहर भी नए-नए रेकॉर्ड्स अपने नाम कर रहे हैं। विराट ने रेकॉर्ड की ताजा उपलब्धि इंस्टाग्राम पर हासिल की है। अब इस सोशल मीडिया वेबसाइट पर विराट के फॉलोअर्स का आंकड़ा 50 मिलियन (5 करोड़) हो गई है। इंस्टाग्राम पर यह आंकड़ा छूने वाले विराट पहली भारतीय हस्ती हैं।
भारतीय कप्तान के इंस्टाग्राम अकाउंट की बात करें, तो उन्होंने अभी तक इस फोटो-शेयरिंग वेबसाइट पर कुल 930 पोस्ट किए हैं और वे खुद 480 लोगों को फॉलो करते हैं।
क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया की कमान संभालने वाले विराट सिर्फ फैन्स और खेल के मामले में ही अव्वल नहीं हैं बल्कि वह बाजार के लिहाज से ब्रैंड वेल्यू के मामले में भी वह टॉप पर शुमार हैं। वे भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय सिलेब्रिटी चेहरे हैं।
एक वैश्विक संस्था डफ ऐंड फेल्प्स के एक अध्ययन के अनुसार, विराट कोहली बीते 3 साल से ब्रैंड वेल्यू के आधार पर भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले शख्स हैं। साल 2019 में उन्होंने ब्रैंड्स के प्रमोशन से 237.5 मिलियन डॉलर (करीब 17 अरब रुपये) कमाए थे।
इंस्टाग्राम पर विराट के बाद दूसरी सबसे चर्चित भारतीय शख्सियत की बात करें तो यहां बॉलिवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा हैं, जिनके 49.9 मिलियन फॉलोअर्स हैं। इसके बाद दीपिका पादुकोण का नाम आता है, जो 44.1 फॉलोअर्स के साथ तीसरे स्थान पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फोटो शेयरिंग वेबसाइट पर 34.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
नईदिल्ली, दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के दुनिया भर में फैले फैंस के लिए एक अच्छी खबर है। यह पूर्व क्रिकेट कप्तान जल्द ही सीरियस प्रैक्टिस शुरू करने जा रहा है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रैंचाइजी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स अपने कप्तान की अगवानी के लिए पलक पांवड़े बिछाए बैठी है।
भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट भविष्य को लेकर अटकलों का दौर लगभग खत्म हो गया है। 38 साल का यह दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने के लिए तैयार हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो धोनी ने आईपीएल 2020 के लिए अपना प्लान तैयार कर लिया है।
चेन्नई सुपर किंग्स का ट्रेनिंग कैंप एक मार्च से शुरू हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि धोनी 29 फरवरी को चेन्नई पहुंच जाएंगे। इस बार आईपीएल के मुकाबले 29 मार्च से शुरू होंगे। दूसरी तरफ, बताया जाता है कि सीएसके ने भी अपने कप्तान के स्वागत के लिए खास तैयारी की है।
दो बार विश्व खिताब जीतने वाली भारत की टीम के कप्तान रहे धोनी इंग्लैंड में 2019 विश्व कप से टीम इंडिया के बाहर होने के बाद से ब्रेक पर हैं। पिछले साल नवंबर में मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान धोनी से उनकी वापसी के बारे में पूछा गया, तो उनका जवाब था, जनवरी तक मत पूछो .
धोनी को साल की शुरुआत (16 जनवरी) में ही बीसीसीआई ने कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया था। लेकिन धोनी ने अपने भविष्य को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच रांची में अपनी घरेलू टीम झारखंड के साथ अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया था। इस तरह से उन्होंने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग के लिए खुद को तैयार रखने के संकेत भी दे दिए थे।
गौरतलब है कि इस दिग्गज के क्रिकेट करियर के बारे में सवाल उठने पर यह कहा जाता रहा है कि इस पर फैसला खुद धोनी करेंगे। माना जा रहा है कि धोनी की नजर अब आईपीएल के 13वें सीजन पर है, जहां वह अपना शत प्रतिशत देने को तैयार हैं। यानी आईपीएल में प्रदर्शन के आधार राष्ट्रीय चयनकर्ता तय करेंगे कि धोनी अक्टूबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए कितने तैयार हैं।
मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्टार क्रिकेटर और विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे माइकल क्लार्क के लिए 'पति, पत्नी और वो' का चक्कर भारी पड़ा। आशिकी के चक्कर में उन्होंने 7 साल के वैवाहिक जीवन को राजी मर्जी के साथ एक झटके में खत्म कर डाला। माइकल क्लार्क और पत्नी काइली बोल्डी तलाक पर राजी हो गए हैं, जिसके लिए क्लार्क को 2 अरब 85 करोड़ रुपए से ज्यादा का मुआवजा देना पड़ेगा।
माइकल क्लार्क और काइली का विवाह मई 2012 में हुआ था। बाद में इस दम्पति के आंगन में फूल सी परी आ गई, जिसका नाम केलसे ली रखा गया। पति-पत्नी और बेटी यानी तीन सदस्यों का ये परिवार बहुत खुश था लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरा, क्लार्क की जिंदगी में एक नई लड़की आ गई और ऑस्ट्रेलिया का यह स्टार क्रिकेटर उसी का होकर रह गया।
अपने पापा के फैसले से सबसे ज्यादा आहत 4 साल की केलसे ली हुई है। असल में तीसरी औरत के आने से घर में कलह होनी शुरु हो गई थी। इसके बाद क्लार्क और कैले ने समझदारी दिखाई और तय किया कि कुछ वक्त वे दोनों अलग-अलग रहकर देखते हैं। दोनों पति-अलग होने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि आगे की जिंदगी उनकी साथ-साथ नहीं बीत सकती, बेहतर है कि अपने रास्ते अलग कर लें।
बुधवार को पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने बताया कि हम आपसी सहमति से दोनों अलग हो रहे हैं। मैं पिता होने के नाते अपनी जिम्मेदारी समझता हूं। तलाक के बदले 40 मिलियन डॉलर (ऑस्ट्रेलियाई) के हर्जाने को स्वीकार करता हूं। यह रकम भारतीय मुद्रा में 2 अरब 85 करोड़ 65 लाख 62 हजार रुपए बनती है।
क्लार्क और काइली ने ‘द ऑस्ट्रेलियन’ अखबार को संयुक्त बयान में कहा, ‘कुछ समय तक अलग रहने के बाद हमने आपसी सहमति के बाद अलग होने का मुश्किल फैसला किया।’ उन्होंने कहा, ‘हम एक दूसरे का सम्मान करते हैं इसलिये आपसी सहमति से इस फैसले पर पहुंचे जो हमारे लिये सर्वश्रेष्ठ है जबकि हम दोनों अपनी बेटी का पालन पोषण करेंगे।’
दोनों की उम्र 38 वर्ष है और मई 2012 में दोनों की शादी हुई थी। 2015 में इस क्रिकेटर के संन्यास की घोषणा के बाद उनकी बेटी का जन्म हुआ। इंस्टाग्राम पोस्ट पर क्लार्क ने संकेत दिया कि वह इस साल ‘बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट शो’ में पूर्व महान रग्बी लीग खिलाड़ी लॉरी डेली के साथ नए सह-मेजबान बनने की तैयारी कर रहे हैं।
क्लार्क और काइली पिछले 5 महीनों से अलग रह रहे हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान घर छोड़ने के बाद बूंडी बीच अपार्टमेंट में जबकि काइली उसी घर में रह रही थीं।
IND vs NZ 2nd ODI: भारतीय क्रिकेट टीम ऑकलैंड के ईडन पार्क में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरी है. टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है. टीम इंडिया में तीन बदलाव हुए है जहां टेस्ट क्रिकेट के लिए मोहम्मद शमी को आराम दिया गया है तो वहीं नवदीप सैनी को पेस अटैक लिए वापस बुलाया गया है जबकि कुलदीप यादव की जगह इस बार चहल को खिलाया गया है.
भारतीय टीम को सीरीज के पहले वनडे मुकाबले में 4 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी. मुकाबले से पहले दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने मैदान पर जमकर पसीना बहाया. ऑकलैंड वनडे में न्यूजीलैंड की टीम दूसरा वनडे जीतकर सीरीज कब्जाने के इरादे से मैदान पर उतर रही है. वहीं भारतीय टीम हर हाल में दूसरा वनडे नहीं हारना चाहेगी. अगर भारतीय टीम दूसरा वनडे हार जाती है तो वह सीरीज गंवा देगी. विराट कोहली की टीम के लिए ऑकलैंड के ईडन पार्क में चुनौती कड़ी है.
पहले वनडे में भारत की गेंदबाजी कमजोर रही थी जो विशाल स्कोर का बचाव नहीं कर पाई थी. कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने जमकर रन लुटाए थे तो वहीं अनुभवी रॉस टेलर के सामने मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह भी कुछ नहीं कर पाए थे.
टीमें:
भारत: पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, विराट कोहली (कप्तान), श्रेयस अय्यर, लोकेश राहुल, केदार जाधव, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, युजवेंद्र चहल और जसप्रीत बुमराह.
न्यूजीलैंड: टॉम लाथम (कप्तान), हामिश बेनेट, टॉम ब्लेंडल, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, मार्टिन गुप्टिल, रॉस टेलर, जिमी नीशम, टिम साउदी, मार्क चैपमैन और काइल जैमिसन.
चेन्नई। बीसीसीआई (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी भारत के लिए दोबारा खेलें या नहीं, लेकिन 2021 में आईपीएल नीलामी के दौरान चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) द्वारा उन्हें टीम में ‘बरकरार रखा जाएगा’।
बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध में 2 बार के विश्व कप विजेता कप्तान को नहीं चुना गया जिससे पिछले कुछ दिनों में उनके संन्यास लेने को लेकर अफवाहें तेज हो गई हैं। लेकिन भारतीय सीमेंट्स के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्रीनिवासन ने स्पष्ट किया कि धोनी अपनी फ्रेंचाइजी के लिए खेलना जारी रखेंगे।
श्रीनिवासन ने इंडिया सीमेंट्स के कार्यक्रम में कहा, ‘लोग कहते रहते हैं कि वह कब संन्यास लेगा वह कब तक खेलेगा, आदि। वह खेलेगा। मैं आपको आश्वासन दे सकता हूं। वह इस साल खेलेगा। अगले साल वह नीलामी में शामिल होगा और उसे रिटेन किया जाएगा। इसलिए किसी के मन में कोई संदेह नहीं है।’
एमएस धोनी 2008 में आईपीएल के उद्घाटन सत्र के बाद से CSK का हिस्सा रहे हैं और जब फ्रेंचाइजी को 2 साल के लिए निलंबित कर दिया गया था तो ही वह उनके लिए नहीं खेले थे। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने टीम का नेतृत्व करते हुए 3 बार आईपीएल खिताब भी दिलाया।
बीसीसीआई ने गुरुवार को केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों की सूची से उन्हें बाहर कर दिया जिससे भारत के पूर्व कप्तान के भविष्य पर संदेह पैदा हो गया जो पिछले साल जुलाई में न्यूजीलैंड से विश्व कप सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से नहीं खेले हैं।
धोनी को हाल में झारखंड टीम के साथ नेट पर ट्रेनिंग और बल्लेबाजी करते हुए देखा गया। वह केंद्रीय अनुबंध में ए कैटेगरी में थे जिसमें एक खिलाड़ी को वार्षिक रिटेनरशिप के रूप में 5 करोड़ रुपए मिलते हैं।
भारतीय क्रिकेट में सबसे बड़े नामों में से एक धोनी ने टीम का नेतृत्व करते हुए देश को 2 विश्व खिताब - दक्षिण अफ्रीका में 2007 विश्व टी20 और घरेलू मैदान में 2011 वनडे विश्व कप - दिलाए हैं।
इस अनुभवी खिलाड़ी ने भारत के लिए 90 टेस्ट, 350 एकदिवसीय और 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 17,000 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने स्टंप के पीछे 829 शिकार किए हैं।
लंदन, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 2023-31 सत्र में टी20 विश्व कप में टीमों की संख्या 16 से बढ़ाकर 20 करने पर विचार कर रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार खेल के दायरे को बढ़ाने के लिए टी20 प्रारूप को सर्वश्रेष्ठ तरीका मानने वाला आईसीसी इस विकल्प पर विचार कर रहा है जिससे कि क्रिकेट फुटबॉल और बास्केटबॉल जैसे लोकप्रिय खेलों की बराबरी का प्रयास कर सके।
रिपोर्ट के अनुसार इस मुद्दे पर विचार 2023-31 के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर को लेकर होने वाली विस्तृत चर्चा का हिस्सा है। इस सत्र का पहला टी20 विश्व कप 2024 में होगा। आईसीसी ने वैश्विक मीडिया अधिकार बाजार में उतरने से पहले प्रत्येक वर्ष एक वैश्विक प्रतियोगिता के आयोजन का प्रस्ताव रखा है और विश्व कप में टीमों की अधिक संख्या से दर्शकों की संख्या में भी इजाफा होगा।
बड़े टूर्नमेंट का मतलब है कि अमेरिका के इसमें प्रतिनिधित्व की संभावना बढ़ेगी। आईसीसी अमेरिका को बड़े बाजार के रूप में देखता है और यहां खेल को बढ़ावा देने के लिए उसने हाल में कई प्रयास किए हैं।
कनाडा, जर्मनी, नेपाल और नाईजीरिया की टीम को भी इसमें खेलने का मौका मिल सकता है।
नईदिल्ली, भारतीय कप्तान विराट कोहली को ईएसपीएन क्रिकइंफो ने दशक की अपनी तीनों टेस्ट, वनडे और टी-20 टीमों में शामिल किया है जबकि विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को वनडे और टी-20 टीमों में जगह दी गई है। भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन चुके विराट को क्रिकइंफो ने दशक की अपनी टेस्ट एकादश में जगह दी है। इस टेस्ट एकादश में भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को भी शामिल किया गया है। इन टीमों का चयन क्रिकइंफो के 23 सदस्यीय पैनल ने किया।
दशक की वनडे टीम में तीन भारतीयों विराट, ओपनर रोहित शर्मा और विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी को जगह दी गयी है जबकि दशक की टी-20 टीम में विराट, धोनी और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को जगह मिली है। दशक की महिला टीम में भारत की सबसे अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज और तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी को शामिल किया गया है।
नई दिल्ली: बिग बाउट इंडियन बॉक्सिंग लीग 2019 के उद्घाटन सत्र के फाइनल में गुजरात जाइंट्स की नाबाद उपस्थि्ति रही, और गुजरात जायंट्स चैंपियन बन कर उभरा। फाइनल मुकाबला एक रोमांचक अनुभव था, क्योंकि बाक्सिरों ने अपने प्रतिद्वंद्वी पंजाब पैंथर्स के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन किया।
सुपरस्टार बॉक्सेरों जैसे सरिता देवी, दुर्योधन नेगी, आशीष कुमार, पूनम, राजेश नरवाल, अमित पंघल, और चिराग और स्कॉटलैंड के स्कॉट फ़ॉरेस्ट की शक्ति शाली टीम ने चैंपियंस का ख़िताब जीता और पूरे सीजन में नाबाद रहे।
लीग के प्रारंभ से ही गुजरात जायंट्स पसंदीदा टीम बनी रही, और हर बॉक्स र ने लगातार शानदार प्रदर्शन किये। कुछ अच्छेे सहायक कर्मचारियों के सहयोग से, जिन्हों ने खिलाड़ियों को सर्वोत्तम प्रशिक्षण दिया, यह शानदार परिणाम आना ही था और यह बॉक्सरों के प्रदर्शन में भी दिखाई दिया।
गुजरात जायंट्स की मूल सोच, खेल संस्कृति को जमीनी स्तर पर विकसित करना है, जो टीम के मालिक – अदाणी ग्रुप – के राष्ट्र निर्माण के दर्शन के साथ-साथ ग्रुप की ‘गर्व है’ पहल में भी दिखता है, और जो भारत के उभरते खिलाड़ियों को निखारने में मदद करता है। गुजरात जायंट्स का आधार भविष्य के चैंपियन के लिए वैश्विक स्तर के अवसर पैदा करना है।
श्री प्रणव अदाणी, मैनेजिंग डायरेक्टयर, ऑयल, एग्रो एवं गैस, अदाणी ग्रुप ने बताया कि " गुजरात जायंट्स टीम की जीत भारतीय बॉक्सैरों के एक नए अध्याय की शुरुआत का जश्न मनाती है। अन्य लोगों में, बॉक्सिंयग समुदाय और टेलीविजन दर्शकों की प्रतिक्रिया बेहद उत्साहजनक रही है, जो निकट भविष्य में खेल के लिए अच्छा संकेत है। हालांकि भारतीय खिलाड़ी पहले से ही अपने शानदार प्रदर्शन का संकेत दे रहे हैं, पर मुझे यकीन है कि बिग बाउट लीग खेल को एक नए स्तर पर ले जाएगा और उम्मीद है कि अगले 2-3 वर्षों में विश्व स्तर पर बॉक्सिंाग प्रतिभाओं का खजाना बन जाएगा।”
गुजरात जायंट्स के कोच गुरबक्स सिंह संधू ने कहा कि "यह सभी बॉक्संरों के अच्छे प्रदर्शन वाली एक बड़ी लीग रही है, विशेष रूप से अमित पंघल की भूमिका खास रही, जिन्होंने पूरी टीम को भी प्रेरित किया। अमित के अलावा, चिराग, स्कॉट और अन्य सभी बॉक्स रों ने गुजरात जायंट्स की इस सफलता के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया और कुल मिलाकर, अगर मैं मूल्यांकन करूं तो टीम के प्रत्येक बॉक्सीर ने अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किये, जो अंततः इस सफलता का कारण बने। इसके अलावा, टीम के कोच जगदीप हुड्डा, हितेश कुमार बहुत सक्रिय और मददगार बने रहे और बॉक्सररों को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रेरित किया। साथ ही, सहायक कर्मचारी गौरव, फिजियो करने वाले और मसाज करने वाले और यहां तक कि, ऑडियो-विजुअल गतिविधियों से जुड़े अन्य सहायक कर्मचारी भी वास्तव में अच्छे साबित हुए। उन्होंने बॉक्स्रों को सभी आवश्यक सामग्री प्रदान की और हर जरूरत पर अपना यहयोग दिया। बॉक्स रों और सहयोगी स्टाफ की पूरी टीम, टीम के मालिक - अदाणी ग्रुप के श्री सत्यम त्रिवेदी और धीरज पराशर, और पूरी टीम के कुल प्रयासों ने वास्तव में एकजुट हो कर काम किया और परिणाम हमारे सामने है, और अगर वे ऐसा करते रहे, तो भविष्य में भी बहुत अच्छे नतीजे आयेंगे।
नई दिल्ली | बिग बाउट इंडियन बॉक्सिंग लीग के सेमीफाइनल में अदाणी गुजरात जायंट्स ने बॉम्बे बुलेट्स पर भारी जीत दर्ज की। जारी बिग बाउट इंडियन बॉक्सिंग लीग में अन्य टीमों पर 5 बार जीत हासिल करते हुए गुजरात ने शानदार प्रदर्शन किया है।
ओलंपिक खेलों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. खबर है कि एंटी डोपिंए एजेंसी ने रूस को ओलंपिक खेलों से चार साल के लिए बैन कर दिया है. बता दें कि अगले साल जुलाई के महीने में ओलंपिक खेल होने वाला है. ऐसे में खेल के इतने बड़े प्लेटफॉर्म से रूस को काफी बड़ा झटका लगा है.
रूस पर इस बैन का असर ये होगा कि यहां की टीम अब 2020 के टोक्यो ओलंपिक और 2022 के बीजिंग ओलंपिक में भाग नहीं ले पाएगी. इस फैसले से पहले वाडा की एक बैठक लुसाने (स्वीटजरलैंड) में हुई. बता दें कि रूस पर यह आरोप लगा था कि उसने एंटी डोपिंग लेबोरेट्री से गलत जानकारी मुहैया कराई थी.
वाडा के प्रवक्ता जेम्स फिट्जगेराल्ड ने कहा, ‘‘सिफारिशों की पूरी सूची सर्वसम्मति से स्वीकार कर ली गयी है. वाडा कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से स्वीकार किया कि रूसी डोपिंगरोधी एजेंसी ने चार साल तक नियमों का पालन नहीं किया.’’
वाडा के इस फैसले के बाद रूसी खिलाड़ी तोक्यो ओलंपिक में तटस्थ खिलाड़ी के तौर पर भाग ले सकते हैं लेकिन ऐसा तभी संभव होगा जब वे यह साबित करेंगे कि वे डोपिंग की उस व्यवस्था का हिस्सा नहीं थे जिसे वाडा सरकार प्रायोजित मानता है.
फिट्जगेराल्ड ने कहा, ‘‘उन्हें यह साबित करना होगा कि वे रूसी डोपिंग कार्यक्रम का हिस्सा नहीं थे जैसा कि मैकलारेन रिपोर्ट में कहा गया है या उनके नमूनों में हेराफेरी नहीं की गयी थी.’’ मैकलारेन रिपोर्ट 2016 में जारी की गयी थी जिसमें रूस में विशेषकर 2011 से 2015 तक सरकार प्रायोजित डोपिंग का खुलासा किया गया था.
कोलकाता, भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने कहा है कि दिन-रात टेस्ट मैच में गुलाबी गेंद से विकेटकीपिंग करना विकेटकीपरों के लिए चुनौतीपूर्ण है। भारतीय टीम शुक्रवार से यहां ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला दिन-रात टेस्ट मैच खेलेगी, जिसमें गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा।
साहा ने कहा, (गुलाबी) गेंद को पकडऩा चुनौतीपूर्ण है। अगर यह स्लिप के लिए चुनौतीपूर्ण है तो मेरे लिए भी है क्योंकि मैं भी स्लिप के बगल में खड़ा रहता हूं। इसके अलावा तेज गेंदबाज जब गेंद फेंकते हैं तो यह गेंद लहराती है। यह एक फैक्टर हो सकता है, लेकिन मुझे चुनौती स्वीकार है। हम पेशेवर हैं।
भारतीय खिलाडिय़ों में साहा और मोहम्मद शमी को ही घरेलू क्रिकेट में दिन-रात मैच खेलने का अनुभव है। दोनों खिलाड़ी 2016 में ईडन गार्डन्स में सीएबी के सुपर लीग फाइनल में दिन-रात क्रिकेट खेल चुके हैं।
उन्होंने कहा, यह चुनौतीपूर्ण होगा, खासकर गेंद को पकड़ते समय। हमें इससे तालमेल बिठाना होगा। गेंद नई है और यह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है। यह बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल का एक प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष अधि. प्रवीण जैन के नेतृत्व में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव से मुलाकर कर प्रदेश के चोटिल खिलाड़ियों के निःशुल्क उपचार और प्रदेश के प्रत्येक जिला अस्पताल में स्पोर्ट्स इंज्यूरी के विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति करने की मांग रखी।
ज्ञात हो कांग्रेस स्पोर्ट्स सेल ने 2 अक्टूबर को प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक चिकित्सा जांच शिविर लगाया था जिसमें अर्थेमिस हॉस्पिटल गुणगांव और MMI नारायणा हॉस्पिटल के स्पोर्ट्स इंज्यूरी के विशेज्ञ डॉक्टरों की टीम ने 324 खिलाड़ियों की जांच की थी, जिनमें से 21 खिलाड़ियों के लिगामेंट टूटा पाया गया था। प्रतिनिधि मंडल ने इन चोटिल खिलाड़ियों की भी निशुल्क चिकित्सा की मांग रखी जिसे स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकार किया और आश्वासन दिया है कि प्रदेश में शीघ्र ही स्पोर्ट्स इंज्यूरी के डाक्टर्स की नियुक्तियां भी की जायेगी, जिससे प्रदेश के खिलाड़ियों को लाभ मिल सकेगा। प्रतिनिधि मंडल में स्पोर्ट्स कांग्रेस के अध्यक्ष प्रवीण जैन, मनोज बोथरा, धीरज गुप्ता, मिलिंद गौतम, आलोक दुबे एवं राहुल जैन उपस्थित रहे।
नई दिल्ली: दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाली नौ महिला खिलाड़ियों को पद्म पुरस्कारों (Padma Awards) से सम्मानित किया जा सकता है. खेल मंत्रालय ने इन खिलाड़ियों की सूची तैयार कर ली है. छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम (MC Mary Kom) को पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा सकता है. यह देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. बैडमिंटन विश्व चैंपियन पीवी सिंधु (PV Sindhu) का नाम पद्म भूषण के लिए भेजा गया है.
बॉक्सर एमसी मैरीकॉम को अगर पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाता है तो वे यह सम्मान पाने वालीं देश की पहली महिला खिलाड़ी होंगी. मैरीकॉम को पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कारों से पहले ही सम्मानित किया जा चुका है. उन्हें 2003 में अर्जुन अवॉर्ड दिया गया था. मैरीकॉम विश्व चैंपियनशिप में सात मेडल (6 गोल्ड, 1 सिल्वर) जीतने वाली दुनिया की एकमात्र बॉक्सर हैं.
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सूत्रों के मुताबिक पीवी सिंधु समेत आठ खिलाड़ियों के नाम पद्म भूषण के लिए फाइनल किए गए हैं. इनमें मणिका बत्रा (टेबल टेनिस), विनेश फोगाट (कुश्ती), रानी रामपाल (हॉकी), हरमनप्रीत कौर (क्रिकेट), सुमा शिरूर (निशानेबाज) और ताशी मलिक व नुंग्शी मलिक (दोनों पर्वताराही) शामिल हैं. ताशी और नुंग्शी बहन हैं.
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सूत्रों के मुताबिक खेल मंत्रालय ने पद्म पुरस्कारों के लिए इन खिलाड़ियों के नाम को अंतिम रूप दे दिया है. हालांकि, खेल मंत्री किरेन रिजीजू (Kiren Rijiju) ने अभी इसे मंजूरी नहीं दी है. जैसे ही रिजीजू इसे अपनी सहमति देंगे, वैसे इन नामों की सिफारिश गृह मंत्रालय की पद्म अवॉर्ड्स कमेट को भेज दी जाएगी.