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क्या आप जोड़ों के दर्द और खर्राटों से हैं परेशान, तो अपने पैरों के तलवे पर करें इससे मालिश, मिलेगा फायदा

क्या आप जोड़ों के दर्द और खर्राटों से हैं परेशान, तो अपने पैरों के तलवे पर करें इससे मालिश, मिलेगा फायदा

घी का उपयोग आयुर्वेद में हजारों सालों से किया जाता रहा है. दादी-नानी के घरेलू नुस्‍खों में भी घी का अलग-अलग तरीके से प्रयोग देखने को मिलता है. ऐसा ही एक नुस्‍खा हम यहां शेयर कर रहे हैं. दरअसल, आयुर्वेद में माना जाता है कि अगर आप अनिंद्रा या जोड़ों में दर्द से परेशान रहते हैं और रात भर सोने में तकलीफ रहती है तो आप इससे छुटकारा पाने के लिए देसी घी का उपयोग कर स‍कते हैं. आप घी के सेवन से अनपच की समस्‍या से लेकर शरीर में सूजन, दर्द आदि को भी ठीक कर सकते हैं. तो आइए यहां घी के एक ऐसे ही देसी नुस्‍खे के बारे में जानते हैं जिसकी मदद से आप कई समस्‍याओं को दूर कर सकते हैं.


 

देसी घी को तलवे पर लगाना का ये है तरीका

रोज रात को अगर आप पैर धोकर तलवे पर देसी घी को लगाएं तो आपको कई तरह से आराम मिल सकता है लेकिन इसके लिए आपको इसे लगाने का तरीका सीखना होगा. सबसे पहले आप एक कटोरी में थोड़ा देसी घी लें और अपनी उंगली की मदद से इसे पैरों पर लगा कर मालिश करें. इसे तब तक करें जब तक आपका पैर गर्म महसूस न हो जाए. आप दूसरे पैर पर भी इसे दोहराएं. आपको गहरी नींद आएगी.


देसी घी को तलवे पर लगाने के फायदे

– खर्राटों की समस्या दूर होती है.

– रात को गहरी नींद आती है.

– जो लोग बार-बार अपच की समस्या का सामना करते हैं, उनकी समस्‍या दूर होती है.

– आईबीएस और पुरानी कब्ज की दिक्कत महसूस करने वाले लोग या जिनका नियमित रूप पेट साफ नहीं हो पाता है उन्‍हें पैर पर घी लगाने से आराम मिलता है.

– जो लोग रोजाना एंटासिड का सेवन करते हैं, उनकी समस्‍या भी दूर होती है.

– जोड़ों का दर्द कम होता है.

– पाचन में आने वाली दिक्कत दूर होती है.

– वात्त दोष कम होता है और इससे ब्‍लोटिंग की समस्‍या नहीं होती है.

– तनाव भी कम होता है और स्किन टोन भी बेहतर होता है.

रोजाना सूर्य नमस्कार करने से मिलते है अनेक फायदे, जानिए इसके फायदे

रोजाना सूर्य नमस्कार करने से मिलते है अनेक फायदे, जानिए इसके फायदे

सूर्य नमस्कार सुबह की योग मुद्रा है, जिसे यदि प्रतिदिन नियमित रूप से किया जाए तो शरीर स्वस्थ और दीप्तिमान हो जाता है। सूर्य नमस्कार में 12 प्रभावी आसन होते हैं। ऐसा करने से मन को शांति मिलती है और शरीर स्वस्थ रहता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सुबह खाली पेट सूर्य नमस्कार करना सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। हाथ छाती के पास नमस्कार की स्थिति में होने चाहिए। पैरों को एडजस्ट करते हुए, सामने देखते हुए या आंखें पोंछते समय बिजमंत्र से सूर्य नाम का उच्चारण करना चाहिए।


लाभ-
*सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शारीरिक स्तर पर स्थिरता आती है।
*प्रभावित अंगों पर दबाव पड़ता है जिससे उन अंगों में रक्त संचार बेहतर होता है।
*शुद्ध रक्त की आपूर्ति होती है जो अंगों के कार्य को बढ़ाती है। यह संबंधित विकारों को ठीक करने में मदद करता है।
*सूर्य नमस्कार बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार करता है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
*शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने वाली ग्रंथियों के कार्य में सुधार करता है।
*शारीरिक, मानसिक दक्षता को बढ़ाता है।
*स्थिरता पैदा करके बच्चों में अस्थिरता को कम करने में मदद करता है।
*बच्चों में सर्दी, बुखार, भूख न लगना जैसी आवर्तक बीमारियों को दूर करने में मदद करता है।

79 गांवों पर मंडराया जीका वायरस का खतरा, कलेक्टर ने जारी की गांवों की सूची

79 गांवों पर मंडराया जीका वायरस का खतरा, कलेक्टर ने जारी की गांवों की सूची

पुणे: कोरोना महामारी अभी खत्म भी नहीं हुई है कि जीका वायरस का खतरा मंडराने लगा है। महाराष्ट्र में अब जीका वायरस का खतरा बढ़ गया है। जीका वायरस का पहला मामला पुणे में मिला है। जिला प्रशासन ने 79 गांवों में जीका वायरस के फैलने की आशंका जताई है। स्वास्थ्य विभाग इन सभी गांवों को आपातकालीन सेवाओं के लिए तैयार कर रहा है। जिला कलेक्टर डॉ राजेश देशमुख ने पांच अगस्त को जारी अपने आदेश में कहा कि स्वास्थ्य विभाग को वायरस के जोखिम के बारे में जानकारी दे दी गई है और इन गांवों को निगरानी में रखा गया है। फिलहाल इन गांवों में आपातकालीन उपाय शुरू कर दिए गए हैं।

कलेक्टर ने जारी की गांवों की सूची
कलेक्टर डॉ राजेश देशमुख ने 79 गांवों की लिस्ट भी जारी की है, जिनमें जीका, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां मौजूद हैं। कलेक्टर ने कहा है कि जिन गांवों में पिछले तीन सालों में लगातार डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बिमारियां मौजूद हैं, उन्हें जीका वायरस के लिए अतिसंवेदनशील माना जाए और इस संक्रमण के लिए उनके रक्त के नमूनों की जांच कराई जाए।

कोरोना संकट के बीच गिनी में मिला घातक `मारबर्ग` वायरस का पहला मामला

कोरोना संकट के बीच गिनी में मिला घातक `मारबर्ग` वायरस का पहला मामला

जिनेवा/नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना महामारी का संकट अभी खत्म भी नहीं हुआ कि एक नया खतरा उत्पन्न हो गया है। दरअसल पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी में घातक मारबर्ग वायरस का पहला मामला सामने आया है, जिसके बाद से यहां के लोगों में दहशत का माहौल है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने इसकी पुष्टि की है। इस वायरस को इबोला और कोरोना से भी अधिक खतरनाक माना जा रहा है। यह जानवरों के मेजबान से मनुष्यों में भी फैल सकता है।

बता दें कि इस वायरस से दो अगस्त को दक्षिणी गुएकेडौ प्रांत में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी जिसके बाद से लोग डरे हुए हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार यह वायरस संभवतः चमगादड़ से फैलता है और इसकी मृत्यु दर 88 फीसदी तक होती है। अफ्रीका के डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ मात्शिदिसो मोएती ने कहा मारबर्ग वायरस के दूर-दूर तक फैलने की संभावना का मतलब है कि हमें इसे जल्द से जल्द रोकने की जरूरत है।

इस वायरस की खोज डब्ल्यूएचओ द्वारा गिनी के इबोला के दूसरे प्रकोप को समाप्त करने की घोषणा के ठीक दो महीने बाद आई है, जो पिछले साल शुरू हुआ था और इसमें 12 लोगों की जान चली गई थी। जिनेवा में, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर खतरे को उच्च मानता है। हालांकि वैश्विक स्तर पर अभी उतना खतरनाक नहीं है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मारबर्ग वायरस आमतौर पर रौसेटस चमगादड़ की गुफाओं से जुड़ा होता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार इसका संक्रमण संक्रमित लोगों के शारीरिक तरल पदार्थ, या दूषित सतहों और सामग्रियों के संपर्क में आने से फैलता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि हम गिनी के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सतर्कता और त्वरित जांच कार्रवाई की सराहना करते हैं।

9 अगस्त : कोविड-19 अपडेट

9 अगस्त : कोविड-19 अपडेट

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 50.86 करोड़ से अधिक टीके लगाये जा चुके हैं

देश भर में अभी तक कुल 3,11,39,457 मरीज स्वस्थ हुये

रिकवरी दर वर्तमान में 97.40 प्रतिशत है

पिछले 24 घंटों के दौरान 39,686 रोगी रिकवर हुए

भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान 35,499 नए मामले दर्ज किए गए

भारत में वर्तमान में 4,02,188 सक्रिय मामले हैं

सक्रिय मामले कुल मामलों के 1.26 प्रतिशत हैं

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम बनी हुई है, वर्तमान में यह 2.35 प्रतिशत है

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.59 प्रतिशत है, यह पिछले 14 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है

टेस्टिंग क्षमता में उल्लेखनीय रूप से बढोतरी हुई है-अभी तक कुल 48.17 करोड़ जांचें की जा चुकी हैं 

8 अगस्त : कोविड-19 अपडेट

8 अगस्त : कोविड-19 अपडेट

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 50.68 करोड़ से अधिक टीके लगाये जा चुके हैं

देश भर में अभी तक कुल 3,10,99,771 मरीज स्वस्थ हुये

रिकवरी दर वर्तमान में 97.39 प्रतिशत है

पिछले 24 घंटों के दौरान 43,910 रोगी रिकवर हुए

भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान 39,070 नए मामले दर्ज किए गए

भारत में वर्तमान में 4,06,822 सक्रिय मामले हैं

सक्रिय मामले कुल मामलों के 1.27 प्रतिशत हैं

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम बनी हुई है, वर्तमान में यह 2.38 प्रतिशत है

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.27 प्रतिशत है, यह पिछले 13 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है

टेस्टिंग क्षमता में उल्लेखनीय रूप से बढोतरी हुई है-अभी तक कुल 48.00 करोड़ जांचें की जा चुकी हैं 

आज जिले के 11 स्थानों पर लगेगा कोविड से बचाव का वैक्सीन, जानिए यहाँ

आज जिले के 11 स्थानों पर लगेगा कोविड से बचाव का वैक्सीन, जानिए यहाँ

दुर्ग: निगम आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि रविवार को नगर के 11 सेंटर्स महावीर कोविड सेंटर में 150 डोज कोवीशील्ड, धमधा नाका में 150 डोज कोवीशील्ड, पोटियाकला में 150 डोज कोवीशील्ड, दिगंबर जैन मंदिर वार्ड-32 में 150 डोज कोवीशील्ड, कृष्णा धर्मशाला गंजपारा में 150 डोज कोवीशील्ड, कातुलबोड़ बटालियन में 150 डोज कोवीशील्ड, सिविक कोर्ट परिसर दुर्ग में 300 डोज कोवीशील्ड, विवेकानंद भवन पद्नाभपुर में 70 डोज कोवैक्सीन, सिंधि धर्मशाला में 150 डोज कोवीशील्ड, खुशी पैलेस में 150 डोज वैक्सीनेशन होगा। इसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है जिसमें 1500 डोज कोवीशील्ड और 70 डोज कोवैक्सीन लगाया जाएगा।

Covishield और Covaxin को मिलाने पर स्टडी में दिखे अच्छे रिजल्ट, हो सकता है भारत में भी प्रयोग!

Covishield और Covaxin को मिलाने पर स्टडी में दिखे अच्छे रिजल्ट, हो सकता है भारत में भी प्रयोग!

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में भारत को एक और अच्छी खबर मिलती दिख रही है। कोवैक्सीन और कोविशील्ड टीकों की मिश्रित खुराकों पर अध्ययन के परिणाम सुकून देने वाले हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने कहा है कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड की मिक्सिंग और मैचिंग स्टडी में बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। अध्ययन में इन दोनों वैक्सीन के मिलाने से यह न सिर्फ वायरस के खिलाफ सुरक्षित पाया गया, बल्कि इससे बेहतर इम्युनोजेनेसिटी भी प्राप्त हुई।


माना जा रहा है कि अगर स्टडी की फाइनल रिपोर्ट में परिणाम बेहतर मिलते हैं और सरकार अगर कोवैक्सीन और कोविशील्ड मिश्रित खुराकों को मंजूरी देती है तो कोरोना वायरसे खिलाफ टीकाकरण अभियान में इसका सकारात्मक असर दिखेगा। दरअसल, बीते दिनों भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने इस बात की सिफारिश की थी कि वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सीएमसी) को कोविड-19 के दो टीकों कोवैक्सीन और कोविशील्ड के मिश्रण के क्लिनिकल परीक्षण की इजाजत दी जाए। जिसके बाद इसकी मंजूरी मिली थी।
समिति ने भारत बायोटेक को उसके कोवैक्सिन और प्रशिक्षण स्तर के संभावित एडेनोवायरल इंट्रानैसल टीके बीबीवी154 के परस्पर परिवर्तन पर अध्ययन करने के लिए मंजूरी देने की भी सिफारिश की थी, लेकिन हैदराबाद स्थित कंपनी को अपने अध्ययन से 'परस्पर परिवर्तन' शब्द हटाने को कहा है और मंजूरी के लिए संशोधित प्रोटोकॉल जमा कराने को कहा था।
300 स्वयंसेवकों पर परीक्षण
एक सूत्र ने बताया था कि विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने विस्तृत विचार विमर्श के बाद वेल्लोर के सीएमसी को चौथे चरण का क्लिनिकल परीक्षण करने की अनुमति देने की सिफारिश की, जिसमें कोविड-19 टीकों, कोवैक्सिन और कोविशील्ड के मिश्रण पर अध्ययन करने के लिए 300 स्वस्थ स्वयंसेवकों को शामिल किया गया।
क्या है मकसद
सूत्र की मानें तो अध्ययन का मकसद यह पता लगाना है कि क्या एक शख्स के पूर्ण टीकाकरण के लिए दो अलग-अलग टीकों की खुराकें लगाई जा सकती हैं यानी, एक टीका कोवैक्सीन का लगा दिया जाए और दूसरा टीका कोविशील्ड का लगाया जाए। विशेषज्ञ समूह ने बायोलोजिकल-ई द्वारा पांच से 17 साल के उम्र की आबादी पर अपने कोविड-19 टीके का दूसरे/तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण करने के लिए दिए गए आवेदन पर भी चर्चा की।
संसद में सरकार ने क्या कहा था
तीन अगस्त को सरकार ने कहा था कि कोरोना वायरस रोधी टीकों की दोनों खुराक मिलाने के बारे में अब तक कोई सिफारिश नहीं की गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 रोधी टीके हाल में विकसित किए गए हैं। विभिन्न टीकों को मिलाने और मिश्रित टीकों को लेकर वैज्ञानिक प्रमाण तथा अध्ययन शुरुआती अवस्था में हैं।
 

7 अगस्त :  कोविड-19 टीकाकरण पर ताजा जानकारी

7 अगस्त : कोविड-19 टीकाकरण पर ताजा जानकारी

केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता के नए चरण का शुभारंभ 21 जून, 2021 से किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके।
देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क प्रदान करेगी। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 51.66 करोड़ (51,66,13,680) से अधिक टीके की खुराक सभी स्रोतों के माध्यम से प्रदान की जा चुकी है और 55,52,070 और खुराक भेजे जाने के लिए तैयार हैं। 
आज आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक उपरोक्त खुराकों में से व्यर्थ नुकसान हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 49,74,90,815 खुराकों की खपत हो चुकी है। अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की 2.29 करोड़ से अधिक (2,29,36,394) अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल की हुई खुराकें बची हैं, जिन्हें लगाया जाना है।

7 अगस्त : कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

7 अगस्त : कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक टीके की 50 करोड़ खुराकें लगा कर अहम उपलब्धि प्राप्त की।

अब तक पूरे देश में कुल 3,10,55,861 मरीज स्वस्थ हुये।

रिकवरी दर इस समय 97.37 है।

पिछले 24 घंटों के दौरान 40,017 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों में भारत में 38,628 नये मामले दर्ज।

भारत के सक्रिय केसलोड इस समय 4,12,153 है।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.29 प्रतिशत हैं।

साप्ताहिक पॉजीटिविटी दर पांच प्रतिशत से कम पर कायम। वर्तमान में यह 2.39 प्रतिशत है।

दैनिक पॉजीटिविटी दर 2.21 प्रतिशत है, जो लगातार 12 दिन से तीन प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, अभी तक कुल 47.83 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं। 

BREAKING NEWS: भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिली

BREAKING NEWS: भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिली

नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 रोधी टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इससे संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में देश के समग्र प्रयासों को और मजबूती मिलेगी। मांडविया ने ट्वीट किया, भारत ने टीके की अपनी डलिया (बास्केट) को और बड़ा किया। भारत में जॉनसन एंड जॉनसन के एक खुराक वाले कोविड-19 रोधी टीके के आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिली। अब भारत के पास आपात इस्तेमाल के लिए पांच टीके हैं।

इससे संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में देश के समग्र प्रयासों को और मजबूती मिलेगी। गौरतलब है कि अमेरिका की दवा कंपनी ने अपने टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए शुक्रवार को आवेदन दिया था और भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने उसी दिन उसे मंजूरी दे दी। भारत में जिन पांच टीकों को आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिली है,वे हैं-सीरम इंस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन,रूस का स्पूतनिक वी और मॉडर्ना का टीका व जॉनसन एंड जॉनसन का टीका।

आपकी इन 4 गलतियों की वजह से समय से पहले सफेद हो जाते हैं बाल

आपकी इन 4 गलतियों की वजह से समय से पहले सफेद हो जाते हैं बाल

खूबसूरत दिखाने में जितना बड़ा रोल मेकअप का होता है, उतना ही बालों का भी होता है. अगर बाल अच्छे हों और अच्छा हेयरस्टाइल बनाया गया हो, तो पूरा लुक बदल जाता है. लेकिन अक्सर हम बालों की देखभाल के मामले में लापरवाही बरतते हैं, जिसकी वजह से हमारे बाल रूखे और बेजान होने के साथ असमय सफेद होने लगते हैं.


एक बार सफेद बालों का सिलसिला अगर शुरू हो जाए, तो उसे कंट्रोल कर पाना इतना आसान नहीं होता. इसलिए यहां जानिए उन गलतियों के बारे में जो असमय सफेद बालों की वजह बनती हैं. इन गलतियों को सुधार कर आप अपने बालों का सफेद होना रोक सकते हैं और बालों को हेल्दी बना सकते हैं.


तेल न लगाना
बचपन से ही हम सब अपनी मां से रोजाना बालों में तेल डालने की बात सुनते आ रहे हैं, लेकिन फिर भी इस मामले में लापरवाही बरतते हैं, क्योंकि हम इसकी अहमियत को नहीं समझते. दरअसल तेल डालने से बालों को पोषण मिलता है और सिर में रक्त संचार बेहतर होता है. इसके अलावा तेल मालिश सीबम प्रोडक्शन को नियंत्रित होता है, बालों को मॉइश्चर मिलता है. इससे बालों का असमय सफेद होना तो कम होता ही है, साथ ही बालों का रूखापन और खुजली जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं.


केमिकल्स का इस्तेमाल
बालों को सुंदर और स्टाइलिश दिखाने के लिए आजकल कई तरह के एक्सपेरिमेंट्स होने लगे हैं. लोग कर्ल बालों को केमिकल्स के जरिए स्ट्रेट कराते हैं और स्ट्रेट बालों को कर्ल कराते हैं. इसके अलावा बालों में कलर करने का फैशन है. ऐसे में बालों में कम उम्र में ही हैवी केमिकल्स का प्रयोग होने से बालों को जबरदस्त नुकसान पहुंचता है. इससे बाल झडऩे लगते हैं, बेजान हो जाते हैं और जल्दी सफेद होने लगते हैं. इसलिए जितना संभव हो बालों को नेचुरल रखें और हीटिंग टूल्स से से भी परहेज करें.


तनाव
तनाव को भी असमय बाल सफेद होने की प्रमुख वजह माना जाता है. इसलिए ज्यादा तनाव लेने से बचना चाहिए. तनाव की वजह से हमें अन्य स्वास्थ्य संबन्धी समस्याएं भी झेलनी पड़ सकती हैं. तनाव से बचने के लिए मेडिटेशन का सहारा लें.


अच्छी डाइट न लेना
बाहर का जंकफूड और गरिष्ठ भोजन खाने की आदत सिर्फ तमाम बीमारियों का शिकार नहीं बनाती है, बल्कि बालों की सेहत को भी खराब करती है और बाल समय से पहले ही सफेद होने लगते हैं. वास्तव में हम जो भी खाते हैं, उससे हमारे शरीर और बालों को पोषण मिलता है. इसलिए अपनी डाइट में दालों, स्प्राउट्स, फल, हरी सब्जियों आदि को शामिल करें.

किडनी स्टोन ही नहीं बालों की सेहत के लिए भी फायदेमंद है बीयर, जानें फायदे-नुकसान

किडनी स्टोन ही नहीं बालों की सेहत के लिए भी फायदेमंद है बीयर, जानें फायदे-नुकसान

चाय और कॉफी के बाद, दुनिया में तीसरी सबसे मशहूर ड्रिंक अगर कोई है तो उसका नाम बीयर है। बीयर की लोकप्रियता भला किससे छिपी है। बीयर लवर्स अक्सर बीयर पीने के कई फायदे बताते हैं।
ऐसे में आइए जानते हैं क्या हैं बीयर के फायदे और नुकसाऩ।
सीमित मात्रा में ली गई बीयर फायदेमंद हो सकती है। वहीं, अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए, तो इसके कई दुष्परिणाम भी होते हैं। डॉक्टर भी इसे दवा के रूप में तय मात्रा में लेने की सलाह दे सकते हैं। शोध के अनुसार, प्रतिदिन सिर्फ 350 मिली तक बीयर का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
बीयर के फायदे-
-बियर को डैंड्रफ खत्म करने का नैचुरल उपाय माना जाता है। बियर में यीस्ट और विटामिन बी भारी मात्रा में होती है, जो डैंड्रफ रोकने में काम आता है।
-बियर के फायदों में सबसे पहले किडनी स्टोन का ज़िक्र किया जाता है। अगर आपकी किडनी में स्टोन है, तो बहुत मुमकिन है कि रोज़ाना एक बीयर पीने से यह धीरे-धीरे यह पेशाब के रास्ते निकल जाए।
-अमेरिका के पेंसिलवेनिया की एक यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च में पता चला कि बियर पीने से खून का संचार करने वाली धमनियां लचीली हो जाती हैं और खून का संचार तेज हो जाता है। इससे खून का थक्का जमने की आशंका कम हो जाती है।
-अधेड़ उम्र के जो लोग रोजाना एक से दो ग्लास बियर पीते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज़ होने की आशंका 25 प्रतिशत तक कम हो जाती है। वजह यह है कि बियर में मौजूद शराब शरीर में इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाती है, जो डायबिटीज़ रोकने में मदद करती है।
-एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बियर में मौजूद शराब शरीर में गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाती है, जिससे दिमाग में खून का प्रवाह बेहतर होता है और इससे दिमाग का मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है।
-बियर में मौजूद सिलिकॉन दिमाग को शरीर में मौजूद एल्यूमिनियम से बचाता है, जो अल्ज़ाइमर की एक वजह है।
बीयर पीने के नुकसान-
बीयर को सीमित मात्रा में ही पीने से फायदे मिलते हैं। वहीं, जरूरत से ज्यादा पीने पर बीयर आपको फायदे की जगह कई नुकसान भी पहुंचा सकती है।
-अधिक मात्रा में बीयर के रूप में अल्कोहल का सेवन मधुमेह का खतरा बढ़ा सकता है।
-प्रेगनेंसी में बीयर के रूप में अल्कोहल का सेवन गर्भवती और भ्रूण दोनों को मानसिक व शारीरिक नुकसान पहुंचा सकता है। इनमें हृदय रोग, सोचने और बोलने में समस्या, खराब मांसपेशियां और चेहरे के आकार में परिवर्तन शामिल हैं।
-अधिक बीयर का सेवन करने से स्ट्रोक और लीवर की समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है
-अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो किसी भी तरह का एल्कोहॉल लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। खासकर अगर आपका ब्लड प्रेशर हाई रहता है। बीयर कुछ दवाओं के साथ मिलकर सिचुएशन बिगाड़ सकती है।

 

6 अगस्त : कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

6 अगस्त : कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता का नया दौर 21 जून, 2021 से शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके।
देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निशुल्क प्रदान करेगी। केंद्र सरकार द्वारा सभी प्रकार के स्रोतों से अब तक वैक्सीन की 51.16 करोड़ से अधिक (51,16,46,830) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं। इसके अलावा 20,49,220 खुराकें भेजे जाने की तैयारी है।

आज आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बरबाद हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 49,19,73,961 खुराकों की खपत हो चुकी है।

अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की 2.30 करोड़ से अधिक (2,30,03,211) अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल की हुई खुराकें बची हैं, जिन्हें लगाया जाना है।

6 अगस्त :  कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

6 अगस्त : कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक टीके की 49.53 करोड़ खुराकें लगाई गईं।

अब तक पूरे देश में कुल 3,10,15,844 मरीज स्वस्थ हुये।

रिकवरी दर इस समय 97.36 है।

पिछले 24 घंटों के दौरान 41,096 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों में भारत में 44,643 नये मामले दर्ज।

भारत के सक्रिय केसलोड इस समय 4,14,159 है।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.30 प्रतिशत हैं।

साप्ताहिक पॉजीटिविटी दर पांच प्रतिशत से कम पर कायम। वर्तमान में यह 2.41 प्रतिशत है।

दैनिक पॉजीटिविटी दर 2.72 प्रतिशत है, जो लगातार 11 दिन से तीन प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, अभी तक कुल 47.65 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं। 

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की औसत दर इतनी प्रतिशत

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की औसत दर इतनी प्रतिशत

रायपुर: पूरे प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी दर आज 0.32 प्रतिशत रही है। आज हुए 42 हजार 546 सैंपलों की जांच में 135 व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में आज कोरोना से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई है। वर्तमान में प्रदेश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 1906 है।


प्रदेश के पांच जिलों राजनांदगांव, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में आज कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया है। प्रदेश के 27 जिलों में अभी संक्रमण की दर एक प्रतिशत से नीचे है। इन जिलों में संक्रमण की दर शून्य प्रतिशत से लेकर 0.84 प्रतिशत के बीच है। केवल सूरजपुर जिले में संक्रमण की दर एक प्रतिशत से अधिक है। वहां संक्रमण की दर 1.49 प्रतिशत है।

4 अगस्त: कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

4 अगस्त: कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 48.52करोड़ डोज लगाई गई हैं।
अब तक पूरे देश में कुल 3,09,33,022मरीज स्वस्थ हुये।
रिकवरी दर बढ़कर 97.37प्रतिशत हुआ।
पिछले 24 घंटों के दौरान 36,668मरीज ठीक हुए।
भारत में पिछले 24 घंटों में 42,625मामले सामने आए हैं।
भारत में सक्रिय मामले वर्तमान में 4,10,353हैं।
सक्रिय मामले कुल मामलों का 1.29% हैं।
साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 5% से नीचे बनी हुई है, वर्तमान में 2.36% है।
दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.31%, लगातार 5 % से कम बना हुआ है।
जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई - कुल 47.31करोड़ नमूनों की जांच की गई है।

 

खत्म नहीं हुई है कोरोना की दूसरी लहर: 8 राज्यों में अभी भी `आर-वैल्यू` ज्यादा

खत्म नहीं हुई है कोरोना की दूसरी लहर: 8 राज्यों में अभी भी `आर-वैल्यू` ज्यादा

नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी देश में अभी खत्म नहीं हुई है। दूसरी लहर अब भी बरकरार है और अंदेशा तीसरी लहर का है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसारवायरस के प्रसार में फिर से तेजी के संकेत मिल रहे हैं। कोरोना के प्रसार को दर्शाने वाले रिप्रोडक्टिव रेट आठ राज्यों में एक से अधिक हैं। यह दर कुछ समय पूर्व 0.6 पर पहुंच गई थी तथा पिछले महीने 0.8 हुई और अब बढ़कर 1.2 हो गई है। तीन राज्यों में यह और भी अधिक है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल एवं नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में आर नंबर सबसे ज्यादा 1.4 रिप्रोडक्टिव रेट है जबकि लक्षद्वीप में 1.3 है। महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा, गोवा, झारखंड, नगालैंड में यह 1 तथा केरल में और पुडुचेरी में 1.1 है।


देश में दूसरी लहर अभी भी पूरी तरह से नहीं हुई है खत्म
लव अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक महामारी खत्म होने से अभी बहुत दूर है। जहां तक भारत की बात करें तो कोरोना की दूसरी लहर अब भी खत्म नहीं हुई है। दुनियाभर से कोविड-19 के दैनिक नए मामले अब भी बहुत ज्यादा हैं, जहां संक्रमण के हर दिन 47 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। केंद्र सरकार ने कहा कि 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 44 जिलों में 2 अगस्त को समाप्त हो रहे हफ्ते में कोरोना वायरस की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है।


क्या होता है रिप्रोडक्टिव रिप्रोडक्टिव रेट?
यदि यह एक से नीचे होता है तो यह माना जाता है कि रोग नियंत्रण में है। एक से अधिक होने पर रोग के तेज प्रसार का संकेत मिलता है। रिप्रोडक्टिव रेट या आर वैल्यू यह बताता है कि कोई रोग कितना संक्रामक है यानी एक मामले से कितने और मामले फैल सकते हैं, इसकी संख्या दर्शाता है। 


8 राज्यों के 18 जिलों ने बढ़ाई चिंता
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केरल, महाराष्ट्र, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश समेत छह राज्यों के 18 जिलों में पिछले चार हफ्तों में कोविड के नये दैनिक मामले बढ़ते दिख रहे हैं। यह चिंता का विषय है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले हफ्ते, कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में से 49.85 प्रतिशत मामले केरल से सामने आए।


दूसरी लहर अभी भी नहीं हुई है खत्म
लव अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक महामारी खत्म होने से अभी बहुत दूर है। जहां तक भारत की बात है तो दूसरी लहर अब भी खत्म नहीं हुई है। दुनियाभर से कोविड-19 के दैनिक नये मामले अब भी बहुत ज्यादा हैं, जहां संक्रमण के हर दिन 47 लाख से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

बालों में डैंड्रफ से हैं परेशान, तो अपनाएं ये घरेलू उपाय

बालों में डैंड्रफ से हैं परेशान, तो अपनाएं ये घरेलू उपाय

Anti-Dandruff Treatment: आपके बाल खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं. लेकिन उन्हीं बालों में अगर डैंड्रफ या झड़ने की समस्या होने लगे तो ये आपको परेशान कर सकती है. आजकल बालों के झड़ने की समस्या आम बात हो चुकी है. हर कोई बालों के गिरने से परेशान है. बढ़ते प्रदूषण, दिनचर्या और केमिकल्स की वजह से बालों की समस्याएं काफी बढ़ गई हैं. बच्चों में भी असमय बालों के सफेद होने की समस्या होने लगी है. कई लोगों को डैंड्रफ की भी समस्या रहती है. जिसकी वजह से हेयर फॉल ( Hair Fall) की समस्या भी होने लगती है. बालों में जब डैंड्रफ जमने लगती है तो बालों को भरपूर पोषण नहीं मिल पाता और जड़ें कमजोर होने लगती हैं. हालांकि आप कई घरेलू उपाय से रुसी की समस्या को दूर कर सकते हैं.


रुसी ( Dandruff ) से कैसे पाएं छुटकारा
आजकल मार्केट में कई ऐसे शैंपू और दवाएं मिलती हैं जिससे डैंड्रफ की समस्या दूर होने का दावा किया जाता है. इसके अलावा आप डैंड्रफ दूर करने के लिए घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं.


नारियल तेल और नींबू-
नारियल का तेल बालों के लिए एक औषधि है और अगर इस तेल में नींबू का रस मिलाकर बालों पर लगाया जाए तो इससे डैंड्रफ भी दूर हो जाती है. नारियल तेल में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण और नींबू के रस की कसैले की वजह से डैंड्रफ दूर हो जाता है. नारियल तेल और नींबू के रस के मिश्रण को बालों की जड़ों तक पहुंचाने के लिए हल्का गर्म कर लें. ध्यान रखें कि तेल ज्यादा गर्म नहीं होने चाहिए. अब इसे बालों की स्कैल्प पर लगाएं और अपनी उंगलियों से धीरे-धीरे मालिश करें. इसे लगभग 45 मिनट तक छोड़ दें और फिर किसी माइल्ड शैंपू से धो लें. सप्ताह में 3 बार ऐसा तेल लगाने से डैंड्रफ बिल्कुल दूर हो जाएगा.


दही से दूर होगा डैंड्रफ-
डैंड्रफ दूर करने का आसान उपाय है दही. दही का इस्तेमाल करना बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है. ये डैंड्रफ दूर करने के साथ ही बालों को पोषण देने का भी काम करता है. एक कप दही में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला लें. इस पैक को स्कैल्प में लगाएं. कुछ ही दिनों में आपको फर्क नजर आने लगेगा.


ऑलिव ऑयल और हल्दी-
जैतून का तेल और हल्दी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर तत्व होते हैं ये डैंड्रफ पैदा करने वाले कणों को मारने में मदद करते हैं. आप कटोरी में 2 बड़े चम्मच जैतून का तेल और 1 बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं. अब इसे अपने स्कैल्प और बालों पर लगाएं. सिर को शावर कैप से ढक लें और करीब 3 घंटे तक छोड़ दें. उसके बाद किसी माइल्ड शैंपू से बालों को धो लें.


नीम और तुलसी-
नीम और तुलसी की कुछ पत्तियों को पानी में डालकर अच्छी तरह उबाल लें. जब पानी आधा रह जाए तो इसे छान लें और ठंडा होने के लिए रख दें. इस पानी से बालों को धोएं. इससे डैंड्रफ दूर हो जाएगी.


मुल्तानी मिट्टी-
मुल्तानी मिट्टी पाउडर में एप्पल विनेगर मिलाकर रख लें. शैंपू की तरह सप्ताह में कम से कम दो बार इससे बालों को धोएं. ये उपाय काफी फायदेमंद है.


टी ट्री ऑयल-
टी-ट्री ऑइल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं जो पुराने डैंड्रफ को भी खत्म कर देता है. शैंपू में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें डालें और इससे बालों को धोएं. शैंपू को बालों पर कम से कम 5 मिनट तक लगाए रहें फिर थोड़ी मालिश करते हुए ठंडे पानी से बालों को धो लें. ऐसा करने से आप इची स्कैल्प और झड़ते डैंड्रफ से छुटकारा पा सकते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की Just36News पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

3 अगस्त :  कोविड-19 टीकाकरण अपडेट

3 अगस्त : कोविड-19 टीकाकरण अपडेट

केंद्र सरकार पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने और इसके दायरे का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड-19 टीके की व्यापक उपलब्धता से जुड़ा नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू हुआ है। टीकाकरण अभियान को टीकों की उपलब्‍धता बढ़ाकर और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के लिए टीकों की अग्रिम उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए तेज किया गया है। इससे राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी योजना तैयार करने और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को युक्तिसंगत बनाने में मदद मिलेगी। भारत सरकार इस राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड के टीके मुफ्त उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रही है। कोविड-19 टीकाकरण अभियान के सार्वभौमिकरण के नए चरण में केंद्र सरकार देश में टीका विनिर्माताओं द्वारा उत्पादित 75 प्रतिशत टीकों की खरीदारी कर राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को आपूर्ति (मुफ्त) कर रही है। राज्‍यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को सभी स्रोतों से अब तक टीके की 49.85 करोड़ (49,85,51,660)खुराक प्रदान की जा चुकी है और 20,94,890 खुराक आपूर्ति की तैयारी में हैं। इनमें से व्यय सहित कुल खपत आज सुबह 8 बजे तक प्राप्त आंकड़ो के अनुसार 47,52,49,554 खुराक हैं। राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अभी भी 2.75 करोड़ से अधिक (2,75,88,573)खुराक शेष है जिनका प्रयोग होना अभी बाकी है।