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कोरोना वायरस के बाद अब आया जीका वायरस : जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

कोरोना वायरस के बाद अब आया जीका वायरस : जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

दुनिया भर में बीते लगभग डेढ़ साल से कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Epidemic) ने कोहराम मचा रखा है. जहां कोरोना का खतरा अभी भी बना हुआ है, वहीं एक और वायरस के संक्रमण (Infection) का खतरा मंडराने लगा है. इसका नाम है जीका वायरस (Zika Virus). केरल में जीका वायरस का पहला मामला सामने आया है.

 

 यहां एक 24 वर्षीय गर्भवती महिला में इसके संक्रमण की बात सामने आई है. वहीं 13 अन्‍य लोगों के संक्रमित होने का संदेह जताया जा रहा है. दरअसल, यह वायरस भी डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया की ही तरह मच्छरों से फैलता है, जो दिन के समय ज्यादा सक्रिय रहते हैं. यह इसलिए भी ज्‍यादा भयावह है कि मच्‍छरों के किसी संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद किसी अन्य व्यक्ति को काटने से भी यह वायरस फैल सकता है. इसके अलावा असुरक्षित शारीरिक संबंध और संक्रमित खून से भी जीका वायरस फैलता है.

 

यह वायरस खासतौर पर एडीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है, जो दिन में ज्‍यादा सक्रिय रहते हैं. इससे प्रेग्‍नेंट महिलाओं के ज्यादा संक्रमित होने का खतरा रहता है. जीका वायरस से माइक्रोकेफेली बीमारी होती है जिससे प्रभावित बच्‍चे का जन्‍म आकार में छोटे और अविकसित दिमाग के साथ होता है. वहीं इससे होने वाले ग्‍यूलेन-बैरे सिंड्रोम शरीर के तंत्रिका तंत्र पर हमला करते हैं जिसकी वजह से कई अन्‍य शारीरिक समस्‍याएं हो सकती हैं


ये हैं इसके लक्षण
जीका वायरस के लक्षण भी डेंगू और वायरल की तरह ही हैं जैसे कि बुखार, जोड़ों का दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, थकान, सिर दर्द और आंखों का लाल होना. फिलहाल अभी तक जीका वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए कोई टीका नहीं है.

ऐसे करें बचाव
जीका वायरस से बचाव के लिए मच्छरों के काटने से बचें. इसके लिए शरीर का अधिकतम हिस्सा ढक कर रखें. खुले में सोएं तो मच्छरदानी का इस्‍तेमाल करें. वहीं घर और आस पास भी साफ सफाई का ख्‍याल रखें. मच्छरों को बढ़ने से रोकने के लिए ठहरे पानी को इकट्ठा न होने दें. साथ ही बुखार, गले में खराश, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नजर आएं तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं. भरपूर आराम के साथ ज्‍यादा से ज्‍यादा तरल पदार्थों का सेवन करें. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें
कोविड-19 टीकाकरण से जुड़ी नवीनतम जानकारी

कोविड-19 टीकाकरण से जुड़ी नवीनतम जानकारी

केंद्र सरकार पूरे देश में कोविड-19 टीकाकरण की रफ्तार तेज करने और दायरा बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड-19 टीके की व्यापक उपलब्धता से जुड़ा नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू हुआ। टीकाकरण अभियान ज्यादा टीकों की उपलब्धता के साथ, राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को टीकाकरण उपलब्धता की अग्रिम जानकारी देकर तेज किया गया है ताकि टीकों को लेकर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश बेहतर योजना बना सकें और टीकों की आपूर्ति श्रृंखला सुव्यवस्थित की जा सके।

राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत भारत सरकार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निशुल्क कोविड टीके उपलब्ध कराकर उनकी मदद कर रही है। सबको टीका उपलब्ध कराने से जुड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान के नये चरण के तहत केंद्र सरकार देश में टीका विनिर्माताओं द्वारा उत्पादित 75 प्रतिशत टीके खरीदेगी और उनकी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को (निशुल्क) आपूर्ति करेगी।

भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड टीके की 37.93 करोड़ से अधिक खुराक (37,93,56,790) सभी स्रोतों के माध्यम से प्रदान की है। इसके अलावा टीके की 23,80,000 खुराक प्रक्रियारत हैं।

आज सुबह आठ बजे उपलब्ध आंकड़े के अनुसार इनमें अपव्यय सहित कुल 36,09,69,128 खुराक की खपत हुई है।

राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और निजी अस्पतालों के पास अब भी टीके की ऐसी 1.83 करोड़ से अधिक (1,83,87,662) खुराक उपलब्ध हैं जो बची हुई हैं और जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है। 

8 जुलाई : कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

8 जुलाई : कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 36.48 करोड़ डोज लगाई गई हैं।

पिछले 24 घंटों में भारत में 45,892 नये मामले दर्ज हुये।

भारत में सक्रिय मामले कम होकर 4,60,704 तक पहुंचे।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.50 प्रतिशत हैं।

अब तक पूरे देश में कुल 2,98,43,825 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों के दौरान 44,291 मरीज स्वस्थ हुये।

रिकवरी दर में बढ़ोत्‍तरी, वह 97.18 प्रतिशत पहुंची।

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर पांच प्रतिशत से नीचे कायम। वर्तमान में यह 2.37 प्रतिशत है।

 

 

 

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.42 प्रतिशत है, जो लगातार 17वें दिन तीन प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, अभी तक कुल 42.52 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं। 

सिडनी में डेल्टा वेरिएंट का खतरा बढ़ा, 1 ही दिन मे डेल्टा वेरिएंट के मिले कई मामले

सिडनी में डेल्टा वेरिएंट का खतरा बढ़ा, 1 ही दिन मे डेल्टा वेरिएंट के मिले कई मामले

सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में कोरोना के नए वेरियंट के मामले लगातार सामने आ रहे है. बीते गुरुवार को एक दिन में स्थानीय रूप से सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. इधर, राज्य की राजधानी सिडनी में लॉकडाउन जारी है. यहां बीते दो हफ्तों से कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) के मामलों में बढ़त दर्ज की गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पहले ही कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है|

न्यू साउथ वेल्स में गुरुवार को 38 ने स्थानीय मामले मिले. जबकि, बीते दिन यह आंकड़ा 27 पर था. सिडनी में लॉकडाउन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. राज्य की प्रमुख ग्लेडिस बेरेजिक्लियान ने सिडनी में पत्रकारों से बातचीत में कहा था, 'हम लॉकडाउन बढ़ाना नहीं चाहते, जब तक हमारी ज्यादातर आबादी को वैक्सीन नहीं लग जाती, हम सिडनी या न्यू साउथ वेल्स को लॉकडाउन में अंदर-बाहर होते नहीं देखना चाहते.'
उन्होंने रहवासियों से अपील की है कि करीबियों से मिलना सीमित कर दें. क्योंकि डेटा बताता है कि इसी तरह की मुलाकातों के चलते वायरस फैल रहा है. साथ ही फ्लू जैसे लक्षणों का सामना कर रहे लोगों से पूरे परिवार की कोविड-19 जांच कराने के लिए कहा है. उन्होंने वादा किया है कि महामारी में यह आखिरी लॉकडाउन होगा, जिसका सिडनी को सामना करना होगा. हालांकि, पूरे देश में केवल 10 प्रतिशत आबादी को ही टीका मिल सका है|


गुरुवार को मिले मामलों में से 26 आइसोलेशन में थे. जबकि, 11 समुदाय में ही रहे. फिलहाल एक मामले की जांच जारी है. 2.5 करोड़ की आबादी वाले सिडनी में घर पर ही रहने के सख्त आदेश लागू हैं. ऑस्ट्रेलिया के इस सबसे बड़े शहर में 26 जून को दो हफ्तों के लिए लोगों की गतिविधियों पर पाबंदी लगा दी थी. बाद में इसे बुधवार को 16 जुलाई तक के लिए बढ़ाया गया है|


खास बात यह है कि अन्य विकसित देशों की तुलना में ऑस्ट्रेलिया ने कोविड-19 का संकट का सामना बेहतर ढंग से किया है. देश में 31 हजार से कम मामले हैं और 910 मौतें हुई हैं. हालांकि, टीकाकरण की धीमी रफ्तार के चलते इस प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है|

 यहां हुआ 21 कोविड मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम, जानिए कितना खतरनाक है ये वायरस

यहां हुआ 21 कोविड मृतकों के शवों का पोस्टमॉर्टम, जानिए कितना खतरनाक है ये वायरस

भोपाल. भोपाल के डॉक्टरों ने एक इतिहास लिख दिया. देश में पहली बार यहां के AIIM में डॉक्टरों ने कोरोना में मारे गए लोगों के शवों का पोस्टमॉर्ट रिसर्च के लिए किया. इसमें पता चला कि कोरोना वायरस का असर कितना घातक साबित हुआ.

देश में पहली बार मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोविड शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया. पोस्टमॉर्टम में कोरोना वायरस कितना खतरनाक है इस बात का पता चला है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने इससे आगे कोरोना से संबंधित रिसर्च और इलाज में मदद मिलने की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा इस रिसर्च पर सरकार विचार कर रही है. आगे और मदद भी मिलेगी.

4 डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम
भोपाल एम्स के 4 डॉक्टरों ने 21 कोविड शवों का पोस्टमॉर्टम किया. इनमें मेडिसिन डिपार्टमेंट की एडिशनल प्रोफेसर डॉ. जयंती यादव, सीनियर रेसीडेंट डॉ. बृंदा पटेल, पीजी स्टूडेंट डॉ. एस. महालक्ष्मी और डॉ. जे. श्रवण शामिल थे. इनमें तीन महिला और एक पुरुष डॉक्टर हैं. जिन शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया उनमें 15 पुरुष और 6 महिलाओं के थे. शवों की एटॉप्सी में खुलासा हुआ है कि कोरोना वायरस ने मरीज़ों के लंग्स, किडनी के साथ ब्रेन, पैंक्रियाज, लिवर और हार्ट तक को नुकसान पहुंचाया. कुछ मरीज़ों के ब्रेन में ज़बरदस्त संक्रमण था. साथ ही मौत के 20 घंटे के बाद भी शवों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. डॉक्टरों ने अगस्त से अक्टूबर 2020 के बीच 21 कोविड शवों का पोस्टमॉर्टम कर उनके अंगों में कोविड के संक्रमण का एनालिसिस किया.

रिसर्च से मिलेगी मदद
एम्स में शवों के पोस्टमार्टम को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा महामारी में रिसर्च और स्टडी जरूरी है. एम्स की रिपोर्ट पर हम विचार कर रहे हैं. आने वाले समय में हमे कोरोना के इलाज में क्या नया जोड़ सकते हैं क्या परिवर्तन करना है इसकी हम स्टडी कर रहे हैं. कोरोना को लेकर विस्तृत स्टडी करा रहे हैं.

तीसरी लहर की तैयारी
मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि कोविड की स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन कोविड का संक्रमण अभी है. तीसरी लहर के लिए नियंत्रण की पूरी तैयारी की हुई है. वैक्सीनेशन बहुत तेजी से हो रहा है. तीसरी लहर के लिए संस्थागत पूरी तैयारी की हुई है. हर अस्पताल में बिस्तरों की समुचित व्यवस्था हो. मुख्यमंत्री के निर्देश पर हेल्थ वर्कर्स का ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है. ऑक्सीजन प्लांट के इंस्टॉलेशन का काम भी तेजी से किया जा रहा है.

नर्सों की हड़ताल का हल नहीं
नर्सों की हड़ताल को हाईकोर्ट अवैध करार दे चुका है. विश्वास सारंग ने कहा हमारी सरकार में किसी को कोई धमकी नहीं दी जाती. हम नर्सों के साथ संवाद करेंगे. इस समय हड़ताल ठीक नहीं है. नर्सों के मामले में कोई दिक्कत नहीं है.
7 जुलाई:  कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

7 जुलाई: कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता का नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके।

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क प्रदान करेगी।

केंद्र सरकार द्वारा सभी प्रकार के स्रोतों से अब तक वैक्सीन की 37.43 करोड़ से अधिक (37,43,25,560) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं। इसके अलावा 48,65,110 खुराकें भेजे जाने की तैयारी है।

आज आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बेकार हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 35,75,98,947 खुराकों की खपत हो चुकी है।

अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की 1.67 करोड़ से अधिक (1,67,26,613) अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल की हुई खुराकें बची हैं, जिन्हें लगाया जाना है। 

आइये एक नज़र डालते हैं आज के कोविड-19 की ताज़ा जानकारी पर

आइये एक नज़र डालते हैं आज के कोविड-19 की ताज़ा जानकारी पर

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 36.13 करोड़ डोज लगाई गई हैं।

पिछले 24 घंटों में भारत में 43,733 नये मामले दर्ज हुये।

भारत में सक्रिय मामले कम होकर 4,59,920 तक पहुंचे।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.5 प्रतिशत हैं।

अब तक पूरे देश में कुल 2,97,99,534 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों के दौरान 47,240 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले लगातार 55वें दिन दैनिक नये मामलों की तुलना में दैनिक रिकवरी अधिक रही।

रिकवरी दर बढ़कर 97.18 प्रतिशत पहुंची।

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर पांच प्रतिशत से नीचे कायम। वर्तमान में यह 2.39 प्रतिशत है।

 

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.29 प्रतिशत है, जो लगातार 16वें दिन तीन प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, अभी तक कुल 42.33 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं। 

 सावधान! डेल्टा वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक है कोरोना का लैंब्डा वेरिएंट, मलेशिया ने किया आगाह

सावधान! डेल्टा वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक है कोरोना का लैंब्डा वेरिएंट, मलेशिया ने किया आगाह

कोरोना वायरस संक्रमण के डेल्टा वेरिएंट के बाद अब लैंब्डा वेरिएंट के ज्यादा खतरनाक होने का दावा किया जा रहा है. मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न बताते हुए कहा है कि यह डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक है. मंत्रालय ने दावा किया है कि पिछले चार हफ्तों में 30 से अधिक देशों में लैंब्डा वेरिएंट के मामलों का पता चला है. मलेशियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को ट्वीट किया, 'लैंब्डा स्ट्रेन पेरू में सबसे पहले पाया गया. यह दुनिया में सबसे अधिक मृत्यु दर वाला देश है.'

स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलियाई समाचार पोर्टल की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ब्रिटेन में भी लैंब्डा वेरिएंट का पता चला है. द स्टार ने बताया कि रिसर्चर्स इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यह वेरिएंट 'डेल्टा की तुलना में अधिक संक्रामक' हो सकता है. यूरो न्यूज ने पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (पीएएचओ) के हवाले से बताया कि पेरू में मई और जून के दौरान रिपोर्ट किए गए कोरोनावायरस केस के कुल सैंपल्स में से 82 फीसदी में लैंब्डा पाया गया.


ब्रिटेन ने  वेरिएंट ऑफ इन्वेस्टिगेशन की लिस्ट में जोड़ा 
एक अन्य दक्षिण अमेरिकी देश चिली में मई और जून के 31 प्रतिशत से अधिक नमूनों में लैंब्डा स्ट्रेन ही पाया गया. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पहले ही लैंब्डा को दक्षिण अमेरिका में वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर दिया है. WHO ने कहा कि लैंब्डा अधिक संक्रामक है और एंटीबॉडी पर तेज हमला करता है. इस बीच, पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने अंतरराष्ट्रीय विस्तार और L452Q और F490S सहित कई म्यूटेशन के कारण लैंब्डा को वेरिएंट ऑफ इन्वेस्टिगेशन की लिस्ट में जोड़ा है.

पीएचई के अनुसार ब्रिटेन में अब तक लैंब्डा के छह मामले पाए गए हैं. ब्रिटेन के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार फिलहाल इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इस वेरिएंट के चलते अधिक गंभीर बीमारी हो सकती है या यह टीकों को भी बाइपास कर सकता है.
6 जुलाई : कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

6 जुलाई : कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता का नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क प्रदान करेगी। केंद्र सरकार द्वारा सभी प्रकार के स्रोतों से अब तक वैक्सीन की 37.07 करोड़ से अधिक (37,07,23,840) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं। इसके अलावा 23,80,000 खुराकें भेजे जाने की तैयारी है। आज आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बेकार हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 35,40,60,197 खुराकों की खपत हो चुकी है। अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की 1.66 करोड़ से अधिक (1,66,63,643) अतिरिक्त खुराकें बची हैं, जिनका अभी इस्‍तेमाल नहीं हुआ है। 

कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 35.75 करोड़ डोज लगाई गई हैं।

पिछले 24 घंटों में भारत में 34,703 नये मामले दर्ज हुये, जो 111 दिनों में सबसे कम हैं।

भारत में सक्रिय मामले कम होकर 4,64,357 तक पहुंचे, जो 101 दिनों में सबसे कम हैं।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.52 प्रतिशत हैं।

अब तक पूरे देश में कुल 2,97,52,294 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों के दौरान 51,864 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले लगातार 54वें दिन दैनिक नये मामलों की तुलना में दैनिक रिकवरी अधिक रही।

रिकवरी दर में इजाफा, वह 97.17 प्रतिशत पहुंची।

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर पांच प्रतिशत से नीचे कायम। वर्तमान में यह 2.40 प्रतिशत है।

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.11 प्रतिशत है, जो लगातार 15वें दिन तीन प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, अभी तक कुल 42.14 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं।

चेतावनी- कोरोना का नया म्यूटेंट आया तो बढ़ेगी परेशानी, तीसरी लहर से बचने के लिए अभी से रहें सावधान

चेतावनी- कोरोना का नया म्यूटेंट आया तो बढ़ेगी परेशानी, तीसरी लहर से बचने के लिए अभी से रहें सावधान

CoronaVirus Third Wave: कोविड-19 महामारी की मॉडलिंग से संबंधित सरकारी समिति के एक वैज्ञानिक ने कहा है कि अगर हम कोरोना गाइडलाइंस का सही से पालन नहीं करेंगे, तो कोरोना वायरस की तीसरी लहर अक्तूबर-नवंबर के बीच चरम पर पहुंच सकती है, लेकिन इससे ज्यादा चिन्तित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि संभावित तीसरी लहर में कोरोना से संक्रमित दूसरी लहर के दौरान दर्ज किए गए दैनिक मामलों के आधे मामले देखने को मिल सकते हैं.
‘सूत्र मॉडल’ या कोविड-19 के गणितीय अनुमान पर काम कर रहे मनिंद्र अग्रवाल ने यह भी कहा कि यदि वायरस का कोई नया स्वरूप उत्पन्न होता है तो तीसरी लहर तेजी से फैल सकती है, लेकिन यह दूसरी लहर की तुलना में आधी होगी.
अग्रवाल ने कहा, डेल्टा स्वरूप उन लोगों को संक्रमित कर रहा है जो एक अलग प्रकार के स्वरूप से संक्रमित थे. इसलिए इसे ध्यान में रखा गया है.’ उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टीकाकरण अभियान आगे बढ़ेगा, तीसरी या चौथी लहर की आशंका कम होगी.
बता दें कि भारत के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने पिछले साल गणितीय मॉडल का उपयोग कर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक समिति का गठन किया था और इस समिति में आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल के अलावा आईआईटी हैदराबाद के वैज्ञानिक एम विद्यासागर और एकीकृत रक्षा स्टाफ उप प्रमुख (मेडिकल) लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानितकर भी शामिल हैं.
इससे पहले इस समिति को कोविड की दूसरी लहर की सटीक प्रकृति का अनुमान नहीं लगाने के लिए आलोचना का सामना भी करना पड़ा था. मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि तीसरी लहर का अनुमान जताते समय प्रतिरक्षा की हानि, टीकाकरण के प्रभाव और एक अधिक खतरनाक स्वरूप की संभावना को कारक बताया गया है, जो दूसरी लहर की मॉडलिंग के दौरान नहीं किया गया था. इस बारे में उन्होंने कहा कि इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट शीघ्र प्रकाशित की जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘हमने तीन परिदृश्य बनाए हैं. एक ‘आशावादी’ है. इसमें, हम मानते हैं कि अगस्त तक जीवन सामान्य हो जाता है, और वायरस का कोई नया स्वरूप नहीं होगा. दूसरा ‘मध्यवर्ती’ है. इसमें हम मानते हैं कि आशावादी परिदृश्य धारणाओं के अलावा टीकाकरण 20 प्रतिशत कम प्रभावी है.’
अग्रवाल ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘तीसरा ‘निराशावादी’ है. इसकी एक धारणा मध्यवर्ती से भिन्न है- अगस्त में एक नया, 25 प्रतिशत अधिक संक्रामक उत्परिवर्तित स्वरूप फैल सकता है (यह डेल्टा प्लस नहीं है, और डेल्टा से अधिक संक्रामक नहीं है). अग्रवाल द्वारा साझा किए गए ग्राफ के अनुसार, अगस्त के मध्य तक दूसरी लहर के स्थिर होने की संभावना है, और तीसरी लहर अक्तूबर और नवंबर के बीच अपने चरम पर पहुंच सकती है.
वैज्ञानिक ने कहा कि ‘निराशावादी’ परिदृश्य के मामले में, तीसरी लहर में देश में रोजाना 1,50,000 से 2,00,000 के बीच मामले बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा मई के पूर्वार्ध में दूसरी लहर के चरम के समय आए मामलों से आधा है, जब अस्पतालों में मरीजों की बाढ़ आ गई थी और हजारों लोगों की मृत्यु हो गई थी.

 

भारत में सक्रिय मामलों में गिरावट जारी, 4,82,071मामले दर्ज; कुल मामलों का 1.58 प्रतिशत

भारत में सक्रिय मामलों में गिरावट जारी, 4,82,071मामले दर्ज; कुल मामलों का 1.58 प्रतिशत

पिछले 24 घंटों के दौरान भारत में 40,000 से कम दैनिक नये मामले दर्ज किये गये। लगातार आठ दिनों से 50,000 से कम मामले आ रहे हैं। यह केंद्र और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की मिली-जुली कोशिशों का नतीजा है। भारत में सक्रिय मामलों में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। आज के हवाले से देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,82,071 रही। पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामलों में कुल 3,279 की गिरावट देखी गई, जो देश के कुल पॉजिटिव मामलों का महज़ 1.58 प्रतिशत हैं। भारत में आमूल टीकाकरण दायरा कल 35.28 करोड़ के पार हो गया। आज सुबह सात बजे तक मिली अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार 46,34,986 सत्रों के जरिये टीके की कुल 35,28,92,046 खुराकें लगाई गईं। पिछले 24 घंटों के दौरान कुल 14,81,583 खुराकें दी गईं। सबके लिये कोविड-19 टीकाकरण का नया अध्याय 21 जून, 2021 को शुरू हुआ था। केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिये कटिबद्ध है। भारत में ज्यादा से ज्यादा लोग कोविड-19 से उबर रहे हैं, जिसे मद्देनजर रखते हये अब 53वें दिन लगातार नये मामलों की तुलना में रोजाना स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में 42,352 रिकवरी दर्ज की गई। रोजाना आने वाले नये मामलों की तुलना में पिछले 24 घंटों के दौरान दो हजार (2,556) से अधिक लोग स्वस्थ हुये हैं। महामारी की शुरुआत से जितने लोग संक्रमित हुये हैं, उनमें से 2,97,00,430 लोग कोविड-19 से पहले ही उबर चुके हैं, और पिछले 24 घंटों में 42,352 मरीज स्वस्थ हुये हैं। इस हवाले से रिकवरी दर 97.11 प्रतिशत है, जिसमें लगातार बढ़ने का रुझान कायम है। देश में जांच क्षमता को लगातार बढ़ाया जा रहा है, जिसके सिलसिले में देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कुल 15,22,504 जांचें की गईं। आमूल रूप से भारत ने अब तक 41.97 करोड़ से अधिक (41,97,77,457) जांचें की गईं हैं। एक तरफ देशभर में जांच क्षमता बढ़ाई गई, तो दूसरी तरफ साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर में भी लगातार गिरवाट दर्ज की गई। इस समय साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 2.40 प्रतिशत है, जबकि आज दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.61 प्रतिशत रही। यह पिछले 28 दिन से लगातार पांच प्रतिशत से कम पर कायम है।

 

कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

कोविड-19 टीकाकरण की ताज़ा जानकारी

केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा बढ़ाने और टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीकों की सर्व-उपलब्धता का नया चरण 21 जून, 2021 से शुरू किया गया है। टीकाकरण अभियान को अधिक से अधिक वैक्सीन की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया। इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की गई, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके। देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड वैक्सीन प्रदान करके उन्हें समर्थन दे रही है। टीकों की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर उन्हें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क प्रदान करेगी। केंद्र सरकार द्वारा सभी प्रकार के स्रोतों से अब तक वैक्सीन की 36.97 करोड़ से अधिक (36,97,70,980) खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान की गई हैं। आज आठ बजे सुबह तक उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से उपरोक्त खुराकों में से बेकार हो जाने वाली खुराकों को मिलाकर कुल 34,95,74,408 खुराकों की खपत हो चुकी है। अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा निजी अस्पतालों के पास कोविड-19 टीके की 2.01 करोड़ से अधिक (2,01,96,572) खुराकें बची हैं,जिन्हें लगाया जाना है। 

आइये एक नज़र डालते हैं आज के  कोविड-19 की ताज़ा जानकारी पर

आइये एक नज़र डालते हैं आज के कोविड-19 की ताज़ा जानकारी पर

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 35.28 करोड़ डोज लगाई गई हैं।

पिछले 24 घंटों में भारत में 39,796 नये मामले दर्ज हुये।

भारत में सक्रिय मामले कम होकर 4,82,071 तक पहुंचे।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.58 प्रतिशत हैं।

अब तक पूरे देश में कुल 2,97,00,430 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों के दौरान 42,352 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले लगातार 53वें दिन दैनिक नये मामलों की तुलना में दैनिक रिकवरी अधिक रही।

रिकवरी दर में इजाफा, वह 97.11 प्रतिशत पहुंची।

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर पांच प्रतिशत से नीचे कायम। वर्तमान में यह 2.40 प्रतिशत है।

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.61 प्रतिशत है, जो लगातार 28वें दिन पांच प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ, अभी तक कुल 41.97 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं।

गर्भवती महिलाएं भी अब कोविड का टीका लगा सकती हैं : NTAGI, पढ़े पूरी खबर

गर्भवती महिलाएं भी अब कोविड का टीका लगा सकती हैं : NTAGI, पढ़े पूरी खबर

स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (National Technical Advisory Group on Immunization – NTAGI) की सिफारिश को मंजूरी दे दी है। यह निर्णय गर्भवती महिलाओं को कोविड टीकाकरण लेने के बारे में सूचित विकल्प चुनने का अधिकार देता है। गर्भवती महिलाएं अब CoWIN पर पंजीकरण करा सकती हैं या टीकाकरण के लिए निकटतम कोविड टीकाकरण केंद्र में जा सकती हैं।


भारत के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में सार्वजनिक स्वास्थ्य, टीकाकरण, रोग नियंत्रण और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेषज्ञों की सिफारिशें शामिल हैं। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक और महामारी विज्ञान के साक्ष्य के आधार पर भारत की स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करने पर प्राथमिकता प्रदान करता है। इससे पहले, गर्भवती महिलाओं को छोड़कर सभी समूह कोविड टीकाकरण के लिए पात्र थे। अब, टीकाकरण कार्यक्रम का विस्तार गर्भवती महिलाओं तक भी कर दिया गया है।

गर्भावस्था के दौरान कोविड
रिपोर्ट्स के मुताबिक, गर्भावस्था के दौरान कोविड के संक्रमण से गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में तेजी से गिरावट आती है। उन्हें गंभीर बीमारियों का खतरा अधिक होता है। संक्रमण भ्रूण को भी प्रभावित कर सकता है। COVID-19 संक्रमण वाली गर्भवती महिलाओं को भी समय से पहले जन्म का खतरा अधिक होता है।

राष्ट्रीय टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (NITAG)
NITAG एक सलाहकार समिति है जिसमें विशेषज्ञों के बहु-विषयक समूह शामिल हैं जो सरकारों को टीकों से संबंधित जानकारी प्रदान करने के लिए जिम्मेदार हैं। यह जानकारी वैक्सीन और टीकाकरण नीति के संबंध में साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने में मदद करती है। प्रत्येक देश में NITAG के अलग-अलग नाम हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका में इसे Advisory Committee on Immunization Practices (ACIP) कहा जाता है, यूके में इसे Committee on Vaccination and Immunisation (JCVI) कहा जाता है और इसे भारत में National Technical Advisory Group on Immunisation (NTAGI) कहा जाता है। 

4 जुलाई :  कोविड-19 से जुड़ी नवीनतम जानकारी

4 जुलाई : कोविड-19 से जुड़ी नवीनतम जानकारी

भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कोविड-19 टीके की 35.12 करोड़ खुराक दी गयीं

पिछले 24 घंटे में 43,071 दैनिक नये मामले दर्ज किए गए

भारत में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 4,85,350 हुई

सक्रिय मामले कुल मामलों का 1.59 प्रतिशत

देश में अब तक कुल 2,96,58,078 लोग बीमारी से उबरे

पिछले 24 घंटे में 52,299 लोगों में बीमारी ठीक हुई

लगातार 52वें दिन बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या दैनिक नये मामलों की संख्या से ज्यादा

रिकवरी रेट बढ़कर 97.09 प्रतिशत हुआ                        

साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट पांच प्रतिशत से कम बना हुआ हैइस समय 2.44 प्रतिशत

 

 

दैनिक पॉजिटिविटी रेट 2.34 प्रतिशतलगातार 27वें दिन पांच प्रतिशत से कम

जांच की क्षमता में काफी वृद्धि अब तक कुल 41.82 करोड़ जांच की गयी 

कोरोना तीसरी लहर: अक्टूबर-नवंबर के बीच पीक पर पहुंच सकती है, सरकारी पैनल के साइंटिस्ट का अनुमान

कोरोना तीसरी लहर: अक्टूबर-नवंबर के बीच पीक पर पहुंच सकती है, सरकारी पैनल के साइंटिस्ट का अनुमान

नई दिल्ली, कोरोना महामारी से संबंधित सरकार के पैनल में शामिल वैज्ञानिक प्रो. मनिंद्र अग्रवाल ने कहा है कि अगर कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन नहीं किया गया तो अक्टूबर-नवंबर के बीच कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर अपने पीक पर पहुंच सकती है. इस पैनल को कोविड -19 मामलों की मॉडलिंग का काम सौंपा गया है.


प्रो. अग्रवाल सूत्र मॉडल पर काम कर रहे हैं. इससे कोविड -19 मामलों का गणितीय अनुमान लगाया जाता है. अग्रवाल ने कहा कि तीसरी लहर में रोजना जितने मामले सासने आए उसकी तुलना में दूसरी लहर में डेली आधे मामले सामने आने की आशंका है. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई नया स्ट्रेन आता है तो तीसरी लहर के दौरान संक्रमण तेजी से फैल सकता है.


तीसरी लहर के संभावित तीन सिनेरियो बनाए
प्रोफेसर अग्रवाल ने एक ट्वीट में कहा कि "हमने तीन सिनेरियो बनाए हैं. एक आशावादी है. इसमें हम मानते हैं कि अगस्त तक जीवन सामान्य हो जाता है और कोई नया म्यूटेंट नहीं होता है. दूसरा मध्यवर्ती है. इसमें हम मानते हैं कि आशावादी परिदृश्य धारणाओं के अलावा टीकाकरण 20% कम प्रभावी है. "


"तीसरा निराशावादी है. इसकी एक धारणा मध्यवर्ती एक से अलग है, अगस्त में एक नया म 25% अधिक संक्रामक म्यूटेंट फैलता है (यह डेल्टा प्लस नहीं है जो डेल्टा वेरिएंट से अधिका संक्रामक है)," प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि "यदि कोई तेजी से फैलने वाला म्यूटेंट नहीं है, तो तीसरी लहर एक कमजोर होगी और यदि ऐसा म्यूटेंट है, तो तीसरी लहर पहले की तुलना में ज्यादा होगी."
दूसरी लहर को लेकर पैनल की हुई थी आलोचना
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने पिछले साल गणितीय मॉडल का उपयोग करके कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि का पूर्वानुमान लगाने के लिए सरकारी पैनल का गठन किया था. इसमें प्रो. मनिंद्र अग्रवाल, एम विद्यासागर, लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर आदि पैनल के सदस्य हैं. मार्च और अप्रैल के महीनों में कहर बरपाने वाली कोविड -19 की दूसरी लहर की स्टीक भविष्यवाणी नहीं करने के लिए पैनल को आलोचना का भी सामना करना पड़ा था. देश में 7 मई को 4,14,188 कोविड -19 मामले सामने थे, जो दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा थे.

 source: ABP News

केंद्र ने कोविड-19 के नियंत्रण और रोकथाम से जुड़े उपायों के लिए इन छह राज्यों में टीमें भेजीं

केंद्र ने कोविड-19 के नियंत्रण और रोकथाम से जुड़े उपायों के लिए इन छह राज्यों में टीमें भेजीं

केंद्र सरकार 'समग्र सरकार' और 'समग्र समाज' केदृष्टिकोण के साथ वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रही है। कोविड प्रबंधन के लिए विभिन्न राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों की कोशिशों को मजबूत करने के लिए जारी प्रयास के रूप में, केंद्र सरकार समय-समय पर विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों का दौरा करने के लिए केंद्रीय टीमों की प्रतिनियुक्ति करती रही है। ये टीमें राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ बातचीत करती हैं और उनके सामने आने वाली चुनौतियों एवं मुद्दों की प्रत्यक्ष समझ प्राप्त करती हैं ताकि राज्यों की ओर से जारी गतिविधियों को मजबूत किया जा सके तथा किसी तरह की बाधाएं होने पर उन्हें दूर किया जा सके। केंद्र ने केरल, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मणिपुर में कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बहु-अनुशासनात्मक टीमों की प्रतिनियुक्ति की है। ईएमआर के अतिरिक्त उपमहानिदेशक और निदेशक डॉ. एल स्वस्तिचरण मणिपुर जाने वाली टीम का नेतृत्व करेंगे। अरुणाचल प्रदेश की टीम का नेतृत्व अखिल भारतीय स्वच्छता और जन स्वास्थ्य संस्थान (एआईआईएच एंड पीएच) के प्रोफेसर, डॉ. संजय साधुखान करेंगे।त्रिपुरा जाने वाली टीम का नेतृत्वअखिल भारतीय स्वच्छता और जन स्वास्थ्य संस्थान (एआईआईएच एंड पीएच) के प्रोफेसर डॉ. आर एन सिन्हा करेंगे। केरल जाने वाली टीम का नेतृत्व क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कार्यालय (आरओएचएफडब्ल्यू), ग्रुप 2 जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. रुचि जैन करेंगी। ओडिशा जाने वाली टीम का नेतृत्व अखिल भारतीय स्वच्छता और जन स्वास्थ्य संस्थान (एआईआईएच एंड पीएच) के जन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. ए डैनकरेंगे और छत्तीसगढ़ जाने वाली टीम का नेतृत्व एम्स रायपुर के सहायक प्रोफेसर डॉ. दिबाकर साहू करेंगे। लक्षित कोविड प्रतिक्रिया और प्रबंधन के लिए तथा महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए टीमें उनके प्रयासों में सहयोग करेंगी।

इन राज्यों के लिए गठित दो सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम में एक चिकित्सक और एक सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं। टीमें तुरंत राज्यों का दौरा करेंगी और कोविड-19 प्रबंधन के समग्र कार्यान्वयन की निगरानी करेंगी, विशेष रूप से जांच पर ध्यान देंगी। इनमें निगरानी एवं नियंत्रण संचालन; कोविड उपयुक्त व्यवहार तथा उसका प्रवर्तन; अस्पताल के बिस्तरों की उपलब्धता; एम्बुलेंस, वेंटिलेटर, चिकित्सीय ऑक्सीजन आदि सहित पर्याप्त रसद, और कोविड-19 टीकाकरण की प्रगति शामिल हैं। टीमें स्थिति की निगरानी करेंगी और उपचारात्मक कार्रवाई का सुझाव भी देंगी।

केंद्रीय टीमें स्थिति का आकलन करेंगी और संबंधित राज्य सरकारों को सार्वजनिक स्वास्थ्य गतिविधियों पर उपचारात्मक कार्रवाई का सुझाव देंगी। रिपोर्ट की प्रति केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी उपलब्ध कराई जाएगी।

 

आइये एक नज़र डालते हैं आज के कोविड-19 टीकाकरण के बारे में नवीनतम जानकारी पर

आइये एक नज़र डालते हैं आज के कोविड-19 टीकाकरण के बारे में नवीनतम जानकारी पर

एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए आज भारत का संचयी टीकाकरण कवरेज 34 करोड़ के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर गया है। आज प्रातः सात बजे तक प्राप्त अस्थायी रिपोर्ट के अनुसार टीके की कुल 34,00,76,232खुराक दी जा चुकी हैं। पिछले चौबीस घंटों के दौरान टीके की 42 लाख (42,64,123)खुराक दी गई हैं। टीकाकरण अभियान के 167वें दिन (1 जुलाई, 2021) टीके की दी गई 42,64,123 खुराक में 32,80,998 लाभार्थियों को टीके की पहली खुराक तथा 9,83,125 लाभार्थियों को दी गई टीके की दूसरी खुराक शामिल हैं। कल 18-44 आयुवर्ग के24,51,539 लोगों को टीके की पहली खुराक और 89,027को टीके की दूसरी खुराक दी गई।
कुल मिलाकर 37 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 9,41,03,985लोगों को टीके की पहली खुराक तथा 22,73,477 लोगों को टीके की दूसरी खुराक दी गई हैं। आठ राज्यों यानि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, बिहार, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र में 18-44 आयुवर्ग के 50 लाख लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी गई हैं। देश के सबसे कमजोर जनसंख्या समूहों को कोविड-19 से बचाने के लिए टीकाकरण प्रक्रिया की उच्चतम स्तर पर लगातार समीक्षा और निगरानी की जाती है।

 

 

2 जुलाई :  कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

2 जुलाई : कोविड-19 पर ताज़ा जानकारी

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक वैक्सीन की 34 करोड़ डोज (34,00,76,232) लगाई गई है।

पिछले 24 घंटों में भारत में 46,617 नये मामले दर्ज हुये।

भारत में सक्रिय मामले कम होकर 5,09,637 तक पहुंचे।

कुल मामलों में सक्रिय मामले 1.67 प्रतिशत हैं।

अब तक पूरे देश में कुल 2,95,48,302 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले 24 घंटों के दौरान 59,384 मरीज स्वस्थ हुये।

पिछले लगातार 50वें दिन दैनिक नये मामलों की तुलना में दैनिक रिकवरी अधिक रही।

रिकवरी दर में इजाफा, वह 97.01 प्रतिशत पहुंची।

साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर पांच प्रतिशत से नीचे कायम। वर्तमान में यह 2.57 प्रतिशत है।

दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.48 प्रतिशत है, जो लगातार 25वें दिन पांच प्रतिशत से कम पर कायम है।

जांच क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि के साथअभी तक कुल 41.42 करोड़ से अधिक जांचें की जा चुकी हैं।