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BIG BREAKING: अमित शाह से अमरिंदर सिंह की मुलाकात खत्म, बीजेपी में हो सकते है शामिल

BIG BREAKING: अमित शाह से अमरिंदर सिंह की मुलाकात खत्म, बीजेपी में हो सकते है शामिल

नई दिल्ली: पंजाब में जारी सियासी घमाशान के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह आज (बुधवार) शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। खबरों की माने तो करीब 45 मिनट दोनों की बीच बातचीत हुई।


दरअसल , कैप्टन अमरिंदर सिंह मंगलवार को पंजाब से राजधानी दिल्ली आए थे और तभी से उनके राजनीतिक इरादों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि मंगलवार को पहले उनके मीडिया सलाहकार रविन ठुकराल ने ट्वीट करके और बाद में कैप्टन ने स्वयं बयान देकर यह कहा था कि वे निजी यात्रा पर दिल्ली आए हैं और उनका मकसद दिल्ली स्थित कपूरथला हाउस को नए मुख्यमंत्री के लिए खाली करना है।


लेकिन आज शाम को अमित शाह के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचकर कैप्टन ने एक बार फिर से राजनीतिक पंडितों को चौंका दिया है और उनके भविष्य के मूव को लेकर कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गए हैं।


सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या कैप्टन भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं ? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब फिलहाल दोनों तरफ से ना के रूप में ही दिया जा रहा है। लेकिन राजनीति में कब क्या हो जाए यह कहा नहीं जा सकता इसलिए फिलहाल तो इंतजार ही किया जा सकता है। दोनों में से किसी भी पक्ष की तरफ से आधिकारिक बयान आने का .


हालांकि सूत्र ये बता रहे हैं कि अमरिंदर सिंह बॉर्डर की सुरक्षा, सीमा के हालात , किसान आंदोलन समेत वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह से मिलने गए हैं।

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सियासी घमासान: MLA की टीम दिल्ली रवाना, सिंहदेव ने कही ये बड़ी बाते

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सियासी घमासान: MLA की टीम दिल्ली रवाना, सिंहदेव ने कही ये बड़ी बाते

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में फिर से सियासी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। अचानक 10 से अधिक विधायक दिल्ली रवाना हो गए हैं। इनमें बृहस्पति सिंह भी शामिल हैं। दिल्ली जाकर अब एक प्राइवेट होटल में विधायकों ने डेरा डाल दिया है। खबर है कि जल्द ही सभी प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया से मुलाकात करेंगे। इस दौरे की वजह से प्रदेश में एक बार फिर से कैबिनेट में बदलाव या शीर्ष नेतृत्व में किसी बड़े परिवर्तन की बातें फिर से शुरू हो गई हैं। विधायकों के इस कदर दिल्ली कूच करने के मायने भी कई निकाले जा रहे हैं। इस पूरे मामले पर बुधवार की शाम पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से भी सवाल किया। उनसे पूछा गया कि विधायक वहां जाकर प्रदेश के सियासी हाल और विकास के कामों की चर्चा का दावा कर रहे हैं। इसका जवाब देते हुए सिंहदेव बोले हम सब जानते हैं कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में क्या चर्चाएं हो रही हैं। बदलाव की बात है तो ये हो सकता है या नहीं, ये देखना होगा। मगर अब ये बात खुल गई है।


सिंहदेव ने आगे कहा कि पिछली बार भी जब विधायक वहां गए तो बात खुल गई। हो सकता है इसी को लेकर वो अपनी बात रखने गए हों। भले ही वो कह रहे हों कि विकास के काम दिखाने का आमंत्रण देने गए हैं। विकास के कार्य के लिए आमंत्रित करें ये दायित्व मुख्यमंत्री से ऊपर किसी का नहीं है। अब मैं जाकर कहूं कि आइए हमारे यहां तो वो कहेंगे ठीक है। इस पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे।


दरअसल, पिछली बार के विधायकों के दौरे पर जब मीडिया ने सवाल किए थे तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत तमाम नेताओं ने कह दिया था कि दिल्ली के राष्ट्रीय नेताओं को वो प्रदेश में हो रहे अच्छे कामों के को दिखाने के लिए निमंत्रण देने आए थे। इस बार भी दबी जुबान में मीडिया तक यही मैसेज भेजने का प्रयास दिल्ली गए विधायक कर रहे हैं।


कांग्रेस खुला मंच है
टीएस सिंहदेव ने कहा, कांग्रेस पार्टी एक खुला मंच है। लीडरशिप समय-समय पर परिस्थिति के अनुसार समय देता है। अगर यहां से कुछ लोग जाकर मिलना चाहते हैं। अगर उन्हें समय मिलेगा तो जरूर मुलाकात होगी।

दिल्ली जाने के सवाल पर जोड़ लिए हाथ
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने फिलहाल तो दिल्ली जाने से इनकार कर दिया है। दर्जन भर विधायकों और दो मंत्रियों के दिल्ली पहुंचकर राहुल गांधी से मुलाकात की कोशिश के बाद उनके दिल्ली जाने के सवाल पर सिंहदेव ने हाथ जोड़ लिए।


राहुल गांधी आएंगे कहकर मामला टालने की कोशिश तो नहीं
करीब 1 महीने पहले छत्तीसगढ़ के विधायकों के दिल्ली कूच के बाद राहुल गांधी के घर से बाहर आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था- छत्तीसगढ़ के विकास पर बात हुई और उन्हें प्रदेश आने का न्यौता दिया गया उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है और वे संभवतः अगले सप्ताह छत्तीसगढ़ आ सकते हैं। तब बघेल ने आप CM रहेंगे या नहीं इस सवाल पर पूरे आत्मविश्वास से कहा, ‘मैंने तो उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में ही छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया है।’ ढाई साल के बाद दूसरे को सत्ता सौंपने के सवाल पर उन्होंने फिर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई। हालांकि एक महीना बीतने को है राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ आने का कोई कार्यक्रम अब तक तय हुआ नहीं।


भाजपा बोली- पिछली बार कोई कमी रह गई लगता है
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस के सियासी ड्रामे पर चुटकी ली है। उन्होंने छत्तीसगढ़ से 13 विधायकों के दिल्ली जाने का दावा किया। श्रीवास्तव ने कहा कि कहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एक और शक्ति प्रदर्शन तो नहीं? उन्होंने कहा कि सत्ता और सीएम की कुर्सी के लिए बीते दिनों 50 से ज्यादा विधायक दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन करने गए थे, क्या कहीं कोई कमी रह गई जो विधायक बृहस्पत सिंह सहित 13 विधायक फिर से भूपेश के समर्थन में दिल्ली पहुंच गए। कहीं मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी बचाने 13 विधायक तो नहीं भेजने पड़े?

 पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर उनकी भाषा को लेकर साधा निशाना, जानिए क्या कहा

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर उनकी भाषा को लेकर साधा निशाना, जानिए क्या कहा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मीडिया पर दी गई एक टिप्पणी पर आज ट्वीट कर कहा कि इस तरह की ओछी और अशिष्ट भाषा आपको शोभा नहीं देती है।

पूर्व मुख्यमंत्री डा. सिंह ने कहा कि  एक संवैधानिक पद पर बैठा हुआ व्यक्ति लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को खुलेआम धमकी दे रहा है। इस तरह की भाषा से छत्तीसगढ़ बदनाम हो रहा है। डा. सिंह ने श्री बघेल से  कहा कि कम से कम प्रदेश की गरिमा का तो ख्याल रखिए।
 

ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि कान खोलकर सुन लिया जाए, राहुल गांधी इस समय विपक्ष के प्रमुख नेता हैं। उनके बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग कांग्रेस कार्यकर्ता कतई स्वीकार नहीं करेंगे। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का दायित्व निभा रहे हर मीडिया का पूर्ण सम्मान है। लेकिन मर्यादा नहीं भूलना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने श्री बघेल के इसी टिप्पणी को लेकर उनकी भाषा को लेकर उन पर निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री चन्नी का बड़ा बयान : सिद्धू के इस्तीफे से माहौल बिगड़ा, हम मिल बैठकर करेंगे बात

मुख्यमंत्री चन्नी का बड़ा बयान : सिद्धू के इस्तीफे से माहौल बिगड़ा, हम मिल बैठकर करेंगे बात

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज चंडीगढ़ में कैबिनेट की बैठक ली। बैठक में में मुख्यमंत्री ने बिजली बिल माफी का बड़ा ऐलान किया। इसके साथ ही सिद्धू को लेकर उठ रहे सवालों के भी जवाब दिए। मुख्यमंत्री ने माना कि सिद्धू के इस्तीफे से माहौल खराब हुआ है। चन्नी ने कहा, वे सिद्धू के साथ बैठकर बात करेंगे और मामले को सुलझा लेंगे। सीएम ने कहा कि उन्होंने सिद्धू से फोन पर बात की है। साथ ही परगट सिंह को भी बात करने के लिए कहा है।

संविधान की प्रतियां जलाने की बात कहने वाले लोगों का संरक्षण कर रही सरकार : बृजमोहन

संविधान की प्रतियां जलाने की बात कहने वाले लोगों का संरक्षण कर रही सरकार : बृजमोहन

रायपुर। प्रदेश में धर्मांतरण के विरोध में 28 सितंबर को भाजपा के 8000 से अधिक धर्म सैनिक मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले। भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा की धर्मांतरण करने वालों की गिरफ्तारी व शिकायत करने वालों की रिहाई की मांग को लेकर भाजपा शहर-जिला के सभी 16 मंडलों के 16 स्थानों से 16 नेताओं व कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में 8000 से अधिक धर्म सैनिकों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर गिरफ्तारी दी।


तत्पर कार्यालय पुरानी बस्ती से कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी तो हम हजारों कार्यकर्ता निकले हैं। सरकार का यही रवैया रहा तो लाखों की संख्या में जनता साथ निकल कर इस धर्मद्रोही सरकार के घमंड की हवा निकाल देगी। उन्होंने कहा कि बड़े आश्चर्य की बात है कि संविधान को जलाने की बात कहने वाले लोगों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज करने के बजाय सरकार उनको बचा रही है । तो कहीं न कहीं सरकार भी उस अपराध में बराबर की भागीदार है।

दीनदयाल उपाध्याय मंडल से कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करते निकले पूर्व मंत्री व भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने जोर देकर कहा कि सरकार धर्मांतरण करने वालों को खुलेआम संरक्षण देकर लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन कर रही है । उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत कोई अपना धर्म माने हमें आपत्ति नहीं, परंतु लोभ, प्रलोभन व भय दिखाकर कोई धर्मांतरण करेगा तो हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे । इन देश विरोधी ताकतों के खिलाफ जब तक यह सरकार नहीं जागेगी हम आंदोलन करते रहेंगे ।

लाखे नगर मंडल से सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री निवास घेरने निकले रायपुर सांसद सुनील सोनी ने कहा कि सभी का सम्मान करना हमारी सनातनी परंपरा है। हम वसुदेव कुटुंबकम को मानने वाले लोग हैं और इसीलिए हिंदुस्तान ने सभी धर्मों को अपने हृदय में स्थान दिया है । लेकिन जो हृदय पर घात करेगा। उसका इलाज किया जाएगा ।

भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा धर्मांतरण राजनीति नहीं जन नीति का मुद्दा है , और सरकार को जनता की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति कानून के विरुद्ध काम करता है तो सरकार का दायित्व है कि उसे रोके और यदि सरकार अपने कर्तव्य का पालन नहीं करेगी तो जागरूक विपक्ष होने के नाते हमारा दायित्व है कि हम जनता के साथ खड़े हो।

रायपुर शहर बिरगांव नगर निगम व माना पंचायत के 16 मंडलों से भाजपा के वरिष्ठ नेता, मंडल प्रभारी, मंडल अध्यक्ष ,जिला पदाधिकारी व पार्षदों के नेतृत्व में धर्मांतरण के खिलाफ भूपेश सरकार को जगाने निकले कार्यकर्ताओं को विभिन्न स्थानों पर कांग्रेस सरकार ने दमनकारी नीति के तहत बलपूर्वक पुलिस द्वारा रोकने का प्रयास किया गया । परंतु कार्यकर्ताओं के सामने शासन बौना ही साबित हुआ। लगभग 6 मंडलों से कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर सप्रे शाला मैदान के खुले जेल में रखा गया। बाकी 10 मंडलों में विभिन्न स्थानों पर कार्यकर्ताओं की हज़ारो की संख्या में गिरफ्तारियां हुई।

आंदोलन में प्रमुख रूप से रामसागरपारा का नेतृत्व जिला महामंत्री ओंकार बैस व लाखेनगर का नेतृत्व रमेश सिंह ठाकुर, के साथ शहर के मंडलो में नंदे साहू , सुभाष तिवारी, मीनल चौबे, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, अशोक पांडे, गोवर्धन खंडेलवाल, सूर्यकांत राठौर, योगी अग्रवाल ,जिला मीडिया प्रभारी अनुराग अग्रवाल, सत्यम दुआ, बजरंग खंडेलवाल, ललित जैसिंघ, आशु चंद्रवंशी, श्यामा चक्रवर्ती,अमरजीत छाबड़ा, रमेश मिर्घनी, जिला मंत्री मुरली शर्मा, हरीश ठाकुर, राजीव मिश्रा, खेम सेन, अकबर अली, गोपी साहू,संजय तिवारी, मनोज वर्मा, मृत्युंजय दुबे, राजियत ध्रुव, राजेश पांडेय, रोहित साहू, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गोविंद गुप्ता, अर्पित सूर्यवंशी, सीमा संतोष साहू, सावित्री जगत,संजय तिवारी ,तुषार चोपड़ा,ज्ञानचंद चौधरी, दीना डोंगरे, वंदना राठौर, मीडिया प्रभारी राहुल राय,मडल अध्यक्ष सालिक ठाकुर, महेश शर्मा, मुकेश पंजवानी, प्रवीण देवड़ा, भूपेंद्र ठाकुर, प्रीतम ठाकुर, बी.निवास राव, अनिल सोनकर,होरीलाल देवांगन, ओमप्रकाश साहू,जितेंद्र धुरंधर, मोर्चा पदाधिकारी महादेव नायक, जसपाल सिंग रंधावा, गज्जू साहू, अमित शुक्ला, सचिन सिंघल, पुष्पेन्द्र उपाध्याय, राजेश गुप्ता, राजेश देवांगन, नीलम सिंह, पहलाद जलक्षत्री ,श्रीमती स्वप्निल मिश्रा,भूपेंद्र डागा उपस्थित थे।

सभी 16 मंडलों ने वरिष्ठ नेतागण मंडल प्रभारी व मंडल अध्यक्ष ने घेराव का नेतृत्व किया ।
तेलीबांधा मंडल कार्यक्रम प्रभारी श्रीचंद सुन्दरानी, मंडल के प्रभारी चंद्रेश शाह, रमेश मिरघानी एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में तेलीबांधा से
फाफाडीह मंडल कार्यक्रम प्रभारी मोतीलाल साहू, सूर्यकान्त राठौर, मंडल के प्रभारी अमरजीत छाबड़ा, राजीव मिश्रा एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में फाफाडीह से। 
शंकर नगर मंडल कार्यक्रम प्रभारी राजीव कुमार अग्रवाल, मंडल के प्रभारी हरीश ठाकुर, वंदना राठौर एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में शंकर नगर से।
जवाहर नगर मंडल कार्यक्रम प्रभारी संजय श्रीवास्तव, मंडल के प्रभारी गुंजन प्रजापति, सावित्री जगत एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में जवाहर नगर से। 
पुरानी बस्ती मंडल कार्यक्रम प्रभारी बृजमोहन अग्रवाल, मंडल के प्रभारी योगेश अग्रवाल, श्याम सुन्दर अग्रवाल एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में पुरानी बस्ती से। 
लाखेनगर मंडल कार्यक्रम प्रभारी सुनील सोनी, मंडल के प्रभारी मुरली शर्मा, जयंती पटेल एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में लाखेनगर से। 
सदर बाजार मंडल कार्यक्रम प्रभारी वर्धमान सुराना, केदारनाथ गुप्ता, मंडल के प्रभारी रमेश सिंह ठाकुर, मीनल चौबे एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में सदर बाजार से।
सिविल लाइन मंडल कार्यक्रम प्रभारी सुभाष तिवारी, मंडल के प्रभारी सुभाष तिवारी, ललित जयसिंह एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में सिविल लाइन से।
डी.डी नगर मंडल कार्यक्रम प्रभारी – राजेश मूणत, मंडल के प्रभारी – प्रफुल्ल विश्वकर्मा, बजरंग खंडेलवाल एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में डी.डी नगर से
तात्यापारा मंडल कार्यक्रम प्रभारी गोवर्धन खंडेलवाल, सत्यम दुबा मंडल के प्रभारी गोवर्धन खंडेलवाल, सत्यम दुबा एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में तात्यापारा मंडल से।
रामसागर पारा मंडल कार्यक्रम प्रभारी ओंकार बैस, आशु चन्द्रवंशी मंडल के प्रभारी ओंकार बैस, आशु चन्द्रवंशी एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में रामसागर पारा से।
गुढ़ियारी मंडल कार्यक्रम प्रभारी अशोक पाण्डेय, गोपी साहू, चन्नी वर्मा मंडल के प्रभारी अशोक पाण्डेय, गोपी साहू एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में गुढ़ियारी से।
बीरगाव मंडल कार्यक्रम प्रभारी नन्द कुमार साहू, मंडल के प्रभारी लीलाधर चन्द्राकर, राजकुमार राठी एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में बीरगाव से। 
रायपुर ग्रामीण मंडल कार्यक्रम प्रभारी अमित साहू, मंडल के प्रभारी खेम कुमार सेन, ज्ञानचंद चौधरी एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में रायपुर ग्रामीण से मंडल के प्रभारी श्यामा चक्रवर्ती, राजीव चक्रवर्ती एवं मंडल अध्यक्ष के नेतृत्व में भनपुरी थे।
पंजाब में कांग्रेस को एक और झटका, अब रजिया सुल्ताना ने दिया इस्तीफा

पंजाब में कांग्रेस को एक और झटका, अब रजिया सुल्ताना ने दिया इस्तीफा

चंडीगढ़: पंजाब में कांग्रेस को एक और झटका लगा है। पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस कमेटी से इस्तीफा दे दिया। अब खबर आ रही है कि पंजाब कैबिनेट में दो दिन पहले शामिल हुईं रजिया सुल्ताना ने भी इस्तीफा दिया दे दिया है। कांग्रेस के लिए आज का दिन पंजाब के लिहाज से काफी खराब रहा है।

सुल्ताना को सिद्धू की करीबी माना जाता है. उनके पति मोहम्मद मुस्तफा सिद्धू के प्रधान रणनीतिक सलाहकार हैं जो भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी रह चुके हैं. इससे पहले आज दिन में सुल्ताना को जल आपूर्ति और स्वच्छता, सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास तथा मुद्रण एवं स्टेशनरी विभागों का प्रभार सौंपा गया था. अमरिंदर सिंह नीत सरकार में वह परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही थीं.
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सुल्ताना ने कहा, "सिद्धू साहब सिद्धांतों के व्यक्ति हैं. वह पंजाब और पंजाबियत के लिए लड़ रहे हैं." अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा, "मैं पंजाब के सर्वोत्तम हित में एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए काम करना जारी रखूंगी."

कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी ने थामा कांग्रेस का हाथ, राहुल गांधी ने दिलाई सदस्यता

कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी ने थामा कांग्रेस का हाथ, राहुल गांधी ने दिलाई सदस्यता

नई दिल्ली: सीपीआई नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कन्हैया कुमार और जिग्नेश ने राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस का 'हाथ' थामा है। इससे पहले दोनों ने दिल्ली के शहीद-ए-आजम भगत सिंह पार्क में राहुल गांधी से मुलाकात की। जिग्नेश गुजरात के निर्दलीय विधायक हैं, जबकि कन्हैया अब तक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े रहे हैं।


दोनों के कांग्रेस में शामिल होने से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने अपनी ही पार्टी पर तंज किया। उन्होंने कम्युनिस्ट विचारक रहे कुमारमंगलम की पुस्तक कम्युनिस्ट्स इन कांग्रेस का हवाला दिया जिससे यह प्रतीत होता है कि वह पार्टी पर कटाक्ष कर रहे हैं। तिवारी ने ट्वीट किया किया कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें हैं।

नवजोत सिंह सिधु के इस्तीफे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का बयान आया सामने, कही ये बड़ी बाते

नवजोत सिंह सिधु के इस्तीफे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का बयान आया सामने, कही ये बड़ी बाते

नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिधु के इस्तीफे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा, ' "मैंने पहले ही कहा था कि वह इस सीमाई राज्य के लिए सही व्यक्तिप नहीं हैं..."


बता दें कि हाल ही में काफी उठापटक के बाद कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नियुक्त किए गए पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने एक आकस्मि्क घटनाक्रम में मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी भी लिखी है. बताया जा रहा है कि हाल ही में राज्य में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ लोगों को शामिल किए जाने से वो खुश नहीं थे.


पंजाब चुनाव से कुछ महीने पहले इस इस्तीफे ने कांग्रेस नेतृत्व को झकझोर दिया है और इसे एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि गांधी परिवार को सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रमुख के रूप में नियुक्त करने के बारे में चेतावनी दी गई थी. यह प्रियंका गांधी वाड्रा थीं जिन्होंने तमाम विरोध के बावजूद सिद्धू को आगे बढ़ाया था.


दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने भी सिद्धू के इस्तीफे पर टिप्पणी करते हुए उन्हें दलित विरोधी बताया है. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'इससे यह पता चलता है कि सिद्धू दलित विरोधी हैं, एक गरीब मां के बेटे का मुख्यमंत्री बनना बर्दाश्त नहीं कर सके.'

गौरतलब है कि पंजाब में सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर स‍िंह के बीच लंबे अर्से से खींचतान चली आ रही है. पार्टी आलाकमान की तमाम कोश‍िशों के बाद कुछ समय पहले दोनों के बीच समझौता होता हुआ नजर आया था लेकिन बाद में कैप्टन ने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़कर बता दिया था कि वो सिद्धू के साथ किसी भी तरह के समझौते के मूड में नहीं हैं.
 

BREAKING : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक दिया इस्तीफा

BREAKING : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अचानक दिया इस्तीफा

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू ने अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया है। उनके इस इस्तीफी के बाद एक बार फिर पंजाब की राजनीती गरमा गई है। नवजोत सिंह ने अपना इस्तीफा कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी को भेज दिया है। इसके कुछ ही देर बाद अब मुख्यमंत्री चन्नी पत्रकारों से चर्चा भी करेंगे।

 धर्मांतरण के विरोध में आज बिरगांव मंडल द्वारा मुख्यमंत्री आवास तक पैदल मार्च कर  गिरफ्तारी दी जाएगी

धर्मांतरण के विरोध में आज बिरगांव मंडल द्वारा मुख्यमंत्री आवास तक पैदल मार्च कर गिरफ्तारी दी जाएगी

रायपुर। भाजपा बिरगांव मंडल द्वारा शहर जिला भाजपा के आह्वान पर आज पूर्व विधायक नंदकुमार साहू, मंडल प्रभारी राजकुमार राठी, लीलाधर चंद्राकर, मंडल अध्यक्ष होरी लाल देवांगन के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा धर्मांतरण को संरक्षण दिए जाने के विरोध में दोपहर 2 बजे भनपुरी चौक से मुख्यमंत्री निवास तक पैदल मार्च कर गिरफ्तारी दी जाएगी।

 महामंत्री टीका राम साहू एवं योगेश साहू ने बताया कि विगत दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा भांठागांव मैं हो रहे धर्मांतरण की शिकायत पुरानी बस्ती थाने में की गई थी परंतु पुलिस द्वारा धर्मांतरण करवाने वाले पादरी को गिरफ्तार करने के बजाए उल्टा शिकायतकर्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस प्रकार  राज्य शासन के संरक्षण में पूरे प्रदेश में चल रहे धर्मांतरण का भाजपा द्वारा आज मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर एवं गिरफ्तारी देकर विरोध किया जाएगा जिसमें सैकड़ों की संख्या बिरगांव मंडल के कार्यकर्ता गिरफ्तारी देंगे।
BREAKING: कैप्टन अमरिंदर हुए दिल्ली के लिए रवाना, नड्डा-शाह से कर सकते हैं मुलाकात...

BREAKING: कैप्टन अमरिंदर हुए दिल्ली के लिए रवाना, नड्डा-शाह से कर सकते हैं मुलाकात...

चंडीगढ़। कांग्रेस के लिए पंजाब में आने वाले दिन काफी कड़े हो सकते हैं। खबर मिल रही है कि पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह आज दिल्ली रवाना हो गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वह भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार, पंजाब कांग्रेस के कई विधयक कैप्टन के संपर्क में हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि वह कांग्रेस पार्टी को तोड़कर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।

 

पंजाब में अगले साल चुनाव होने वाले हैं और इससे पहले ही कांग्रेस ने अपने सीएम उम्मीदवार को बदल दिया है, जिससे पार्टी में बड़ी टूट का खतरा मंडरा गया है। प्रदेश में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली अकाली दल ने इस बार बसपा के साथ गठबंधन किया है। अकाली ने तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए बीजेपी के साथ अपने रिश्‍तों को खत्म कर दिया है।

 

वहीं आम आदमी पार्टी ने भी पंजाब में अपने ताकत झोंक दी है। दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजन अरविंद केजरीवाल भी दो दिन के पंजाब दौरे पर जाने वाले हैं। केजरीवाल कल लुधियाना जाएंगे और पंजाब के ट्रेड्स और व्यापारियों से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही वह 30 सितंबर को प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, जिसमें वह बड़ी घोषणा कर सकते हैं।

ऐसे में प्रदेश में होने वाले आगामी चुनाव काफी रोचक हो सकते हैं, क्योंकि प्रदेश में बीजेपी अकेले की चुनाव मैदान में उतरेगी। हालांकि तीन कृषि कानूनों का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब में ही हो रहा है, जिसको इतना आगे ले जाने का श्रय भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को ही जाता है।


पंजाब में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा
कैप्टन के हटने के बाद पंजाब के सीएम बनाए गए चरणजीत सिंह चन्नी ने आज मंत्रियों को मंत्रालय सौंप दिए हैं। जानकारी के अनुसार, मनप्रीत बादल को फाइनस, डॉ राज कुमार वेरका को मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, काका रणदीप सिंह खेतीबाड़ी, राणा गुरजीत टेक्निकल एजुकेशन एंड रिसर्च, गुरकीरत कोटली को उद्योग, विजय इंदर सिंगला पीडब्ल्यूडी, परगट सिंह शिक्षा, सुखजिंदर रंधवा गृह मंत्री, राजा वरिंग ट्रांसपोर्ट, संगत सिंह गिल्जिया फारेस्ट, सुखबिंदर सरकारिया अर्बन डिवलोपमेंट और भारत भूषण आशु को फ़ूड सप्लाई मंत्रालय दिया गया है।

भारत बंद के चलते कांग्रेस ने मोदी सरकार पर कसा तंज, कही ये बड़ी बाते

भारत बंद के चलते कांग्रेस ने मोदी सरकार पर कसा तंज, कही ये बड़ी बाते

रायपुर: केंद्र सरकार के तीन काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के भारत बंद को कांग्रेस ने समर्थन किया। पूरे प्रदेश में किसानों का समर्थन प्राप्त हुआ। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने हम दो और हमारे दो के नीति के तहत लाई गये तीन काले कृषि कानून का सबसे पहला विरोध सदन में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने किया। कांग्रेस ने सदन में किसानों, आम उपभोक्ताओं के लिए उठाई गई आवाज आज देशभर में गूंज रही है। देशभर के किसान तीन काले कानून के खिलाफ खड़े हुए और बीते 10 माह से दिल्ली की सीमा में आंदोलन कर काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

दुर्भाग्य की बात है केंद्र में बैठी मोदी भाजपा सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है और सदन में आंकड़ों की अकड़ में किसानों को कमजोर समझने की भूल कर रही है। भाजपा नेताओं को यह बात याद रखनी चाहिए कि किसान एक उंगली से मतदान कर केंद्र में बैठी सरकार बदलने की क्षमता रखते हैं। मोदी सरकार किसानों को लाठी, बंदूक और जेल की सलाखों की भय दिखाना बंद करें। हठधर्मिता त्यागे और किसानों की जा रही मांग को तत्काल पूरा करें। देश में जहां-जहां भी भाजपा की सरकारें हैं वहां के किसान आर्थिक रूप से तंगहाली के दौर से गुजर रहे हैं उनके उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। बिजली बिल, पानी, खाद की गंभीर समस्या है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल तक छत्तीसगढ़ में रमन भाजपा की सरकार रही है जिन्होंने किसानों से किए वादे को पूरा नहीं किया। किसानों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने काम नहीं किया। बीते 7 साल में मोदी सरकार है और किसान विरोधी कार्यो में लगी हुई है। वादाखिलाफी करना भाजपा का चरित्र है। चंद उद्योगपतियों के लिए समर्पित मोदी भाजपा की सरकार के नीति में किसान, मजदूर, आम उपभोक्ता का हित नहीं लिखा हुआ है। भाजपा के नेता किसानों की बात सुनने के बजाय आंदोलन में शामिल किसानों को आतंकवादी, नक्सली, टुकड़े-टुकड़े गैंग और मवाली तक बोल चुके हैं।

बड़ी खबर: पूछताछ के लिए ईडी ने मुख्यमंत्री के भाई को भेजा समन...

बड़ी खबर: पूछताछ के लिए ईडी ने मुख्यमंत्री के भाई को भेजा समन...

जयपुर। उर्वरक घोटाले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत फंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय ने उनको समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है। इससे पहले इस घोटाले के लिए ईडी की टीम राजस्थान में उनकी दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी कर चुकी है। इसके अलावा साक्ष्य की तलाश में टीम गुजरात, मुंबई, पश्चिम बंगाल में भी कार्रवाई कर चुकी है। 

कस रहा शिकंजा, लग चुका है करोड़ों का जुर्माना 
उर्वरक घोटाले को लेकर अग्रसेन गहलोत पर शिकंजा कसता ही चला रहा है। पिछले दिनों ईडी ने कस्टम विभाग की शिकायत पर उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। इसके बाद उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। साक्ष्यों के सामने आने के बाद उन पर करोड़ों का जुर्माना भी लगाया गया था। 

यूपीए सरकार के समय हुआ था घोटाला 
अग्रसेन गहलोत का फर्टीलाइजर का बिजनेस है। उनकी कंपनी `अनुपम कृषि` काम उर्वरक को रखकर उन्हें किसानों में वितरित करने का था। आरोप है कि यूपीए सरकार के समय अग्रसेन गहलोत की कंपनी `अनुपम कृषि` ने किसानों को देने के लिए आई सब्सिडी वाली पोटाश को फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर विदेश निर्यात कर दिया था। यह पोटाश इंडियन पोटाश लिमिटेड की ओर से विदेश से आयात की गई थी। 

बड़ी खबर : भाजपा सांसद को कांग्रेस नेता तिवारी के समर्थकों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, सांसद की गाड़ी में की तोड़फोड़, देखें विडियो

बड़ी खबर : भाजपा सांसद को कांग्रेस नेता तिवारी के समर्थकों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, सांसद की गाड़ी में की तोड़फोड़, देखें विडियो

प्रतापगढ़ | उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है | खबर मिली है कि यूपी के प्रतापगढ़ जिले में गरीब कल्याण मेला में पहुंचे भाजपा सांसद संगमलाल गुप्ता को कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी के समर्थकों ने जमकर पीट दिया है। दोनों के समर्थकों में भी जमकर मारपीट हुई। सांसद के कपड़े भी फाड़ दिए गए। पथराव कर सांसद की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह सांसद को कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाला। घंटेभर चले बवाल में प्रमोद तिवारी के साथ भी धक्कामुक्की हुई। इस अफरातफरी में विधायक आराधना मिश्र (मोना) का मोबाइल फोन गायब हो गया। इस मारपीट में भाजपा और कांग्रेस के कई समर्थकों को चोटें आईं। पुलिस ने दोनों पक्षों को खदेड़कर ब्लॉक पर तीन थानों की फोर्स तैनात कर दी। बवाल की वजह से कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।

सांगीपुर ब्लॉक सभागार में शनिवार को गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया था। इसमें जारी हुए प्रोटोकॉल के मुताबिक सांसद संगमलाल गुप्ता को बतौर मुख्य अतिथि दोपहर एक बजे वहां पहुंचना था लेकिन वह देर से पहुंचे। इस बीच कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी एवं उनकी बेटी रामपुरखास विधायक आराधना मिश्र (मोना) लगभग 2 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गईं। समर्थक नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गए। इसी के ठीक पांच मिनट बाद सांसद संगमलाल गुप्ता पहुंचे तो उनके समर्थक भी नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गए।

इसी से माहौल गरमा गया और दोनों के समर्थकों ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी। अगले ही पल समर्थक एक-दूसरे से भिड़ गए और मारपीट शुरू हो गई। प्रमोद तिवारी से धक्कामुक्की हुई और आराधना मिश्र का मोबाइल फोन गायब हो गया। मारपीट से सभागार में भगदड़ मच गई। सब जान बचाकर बाहर भागे। इसके बाद सभागार में किसने किसको पीटा यह कोई नहीं देख पाया। अफरातफरी के बीच लंगड़ाते हुए फटे कपड़ों में सांसद संगमलाल गुप्ता सभागार से बाहर आए तो समर्थकों ने उन्हें वहां से निकालने की कोशिश की। इस पर उनकी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। हाथ में ईंट-पत्थर लेकर लोगों ने उनके काफिले को काफी दूर तक दौड़ा लिया। सांसद ने अपने साथ मारपीट के अलावा एक इंस्पेक्टर को भी पीटे जाने का आरोप लगाया।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश रमन सिंह और संबित पात्रा को क्लीनचिट नहीं है ...

सुप्रीम कोर्ट का आदेश रमन सिंह और संबित पात्रा को क्लीनचिट नहीं है ...

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने भाजपा को चुनौती दी है कि वे माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को सार्वजनिक करें जिसमे रमन सिंह और संबित पात्रा को टूलकिट मामले में क्लीन चिट दी गई है या फिर अदालत का नाम लेकर झूठ बोलने और गुमराह करने के लिए मीडिया और जनता से भाजपा क्षमा याचना करें। सर्वोच्च न्यायालय का आदेश अब पब्लिक डोमेन में आ चुका है। सब ने सर्वोच्च न्यायालय का आदेश पढ़ लिया है और उसमें कहीं भी रमन सिंह और संबित पात्रा को कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को तोड़मरोड़ कर भाजपा ने मीडिया में गलत और तथ्यहीन जानकारियां दी। राजनैतिक उद्देश्यों से न्यायपालिका के आदेश का गलत आशय मीडिया के आगे प्रस्तुत करना अदालत की अवमानना की श्रेणी में आता है। भाजपा ने झूठ बोलने में सारी सीमाएं पार कर दी है। अदालत के आदेश को तोड़मरोड़ कर और अपनी राजनैतिक जीत के रूप में प्रस्तुत कर भाजपा ने सारी मर्यादा को ताक पर रख दिया। सर्वोच्च न्यायालय के मूल आदेश और उसका हिंदी अनुवाद सामने आने से भाजपा की कलई खुल गई है।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि टूलकिट मामले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा नेता खुद को पाक साफ और निर्दोष बताने के लिए माननीय न्यायालय के आदेश को भी तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं। भाजपा का झूठ अंतहीन है। भाजपा की अफ़वाहों का कोई स्तर नहीं है। भाजपा के पाखंड की भी कोई सीमा नहीं है। सर्वोच्च न्यायालय के रमन सिंह और संबित पात्रा के मामले में आदेश से भाजपा के प्रपंच, झूठ और जुमले की कलई खुल गयी। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लेकर की गई गलत बयानबाजी से भाजपा के चाल, चेहरा और चरित्र उजागर हुआ। इसके पहले भी ट्विटर ने जब रमन सिंह और संबित पात्रा के ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडियाकहा था तो पूरी भाजपा और उनकी केंद्र सरकार ट्विटर पर मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग हटाने के लिए दबाव डालते रहे थे। अभी भी समय है कि रमन सिंह और संबित पात्रा को जनता को बताएं कि कांग्रेस पर आरोप लगाने के लिए झूठे पेपर ट्वीट किये थे की नहीं?

BIG BREAKING: दिल्ली से लौटते ही स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कही से बड़ी बाते

BIG BREAKING: दिल्ली से लौटते ही स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कही से बड़ी बाते

रायपुर: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली दौरे से वापस लौटे। इस दौरान उन्होंने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद का फैसला हाईकमान के पास फैसला सुरक्षित है। उन्होंने कहा, उनका यह दौरा व्यक्तिगत था। बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे के बयानों पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा हम सभी कांग्रेस के आदमी भावनाओं में आकर यदि कोई कुछ भी कह दें या कुछ बातें सामने आ जाती है। हम सभी एक परिवार के लोग हैं।

निष्कासन वाले बयान पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा की यह निर्णय आलाकमान का है की पार्टी में किसको रखना है और किसको बाहर का रास्ता दिखाना है। जहां तक निष्कासन की बात है तो यह बात पीसीसी चीफ के पास जाएगी और उनके गुण दोष के आधार पर इस पर फैसला लिया जाएगा।

हाईकमान के पास फैसला सुरक्षित :
इस पर कहा कि यह उनका फैसला है की कब निर्णय लेंगे यह उन्हीं के ऊपर है इसमें समय सीमा की कोई विशेष बात नहीं रहती। कई कारण रहते हैं जिनके आधार पर हाईकमान निर्णय लेती है।

क्या छत्तीसगढ़ में भी होगी अचानक से निर्णय ?
अचानक से निर्णय नहीं होगा यह एक प्रक्रिया है जो चल रही है लोग पहले ढाई- ढाई साल की बात करते थे अब तो ढाई साल भी गुजर गई यह नई बात नहीं है यह सभी बातें चर्चा में रहती हैं। उसी चर्चा की बातें अंजाम तक ले जाती हैं वही निर्णय है।

शैलेश पांडेय बोले थे मुझ पर टारगेट किया जा रहा है :
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भावनात्मक व्यक्ति है भावनाओं में बह जाते हैं। वरना सार्वजनिक जीवन में हम जितना भी संयमित रहे गुुुड़-दोस अपनी जगह रहता है जितना ज्यादा बचके बोलें वही सबसे उचित रहता है।

पंकज सिंह पर एफआईआर पर बोले :
यह एक संयोग था अगर वो स्वास्थ्य विभाग की कमी को ही ठीक करने गए थे, हॉस्पिटल नहीं जाते तो यह बातें पता ही नहीं चलता। जो इंतज़ार कर रहे मरीजों को लेकर कहा कि यह बेहद दुःखद है कि सुबह 7 बजे से इंतज़ार कर रहे थे। उन्होंने इसे सिम्स प्रबंधन लापरवाही बताई है।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश रमन सिंह और संबित पात्रा को क्लीनचिट नहीं : कांग्रेस

सुप्रीम कोर्ट का आदेश रमन सिंह और संबित पात्रा को क्लीनचिट नहीं : कांग्रेस

रायपुर: प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख ने भाजपा को चुनौती दी है कि वे माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को सार्वजनिक करें जिसमे रमन सिंह और संबित पात्रा को टूलकिट मामले में क्लीन चिट दी गई है या फिर अदालत का नाम लेकर झूठ बोलने और गुमराह करने के लिए मीडिया और जनता से भाजपा क्षमा याचना करें। सर्वोच्च न्यायालय का आदेश अब पब्लिक डोमेन में आ चुका है। सब ने सर्वोच्च न्यायालय का आदेश पढ़ लिया है और उसमें कहीं भी रमन सिंह और संबित पात्रा को कोई क्लीन चिट नहीं दी गई है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को तोड़मरोड़ कर भाजपा ने मीडिया में गलत और तथ्यहीन जानकारियां दी।

राजनैतिक उद्देश्यों से न्यायपालिका के आदेश का गलत आशय मीडिया के आगे प्रस्तुत करना अदालत की अवमानना की श्रेणी में आता है। भाजपा ने झूठ बोलने में सारी सीमाएं पार कर दी है। अदालत के आदेश को तोड़मरोड़ कर और अपनी राजनैतिक जीत के रूप में प्रस्तुत कर भाजपा ने सारी मर्यादा को ताक पर रख दिया। सर्वोच्च न्यायालय के मूल आदेश और उसका हिंदी अनुवाद सामने आने से भाजपा की कलई खुल गई है।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि टूलकिट मामले में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा नेता खुद को पाक साफ और निर्दोष बताने के लिए माननीय न्यायालय के आदेश को भी तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं। भाजपा का झूठ अंतहीन है। भाजपा की अफ़वाहों का कोई स्तर नहीं है। भाजपा के पाखंड की भी कोई सीमा नहीं है। सर्वोच्च न्यायालय के रमन सिंह और संबित पात्रा के मामले में आदेश से भाजपा के प्रपंच, झूठ और जुमले की कलई खुल गई। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लेकर की गई गलत बयानबाजी से भाजपा के चाल, चेहरा और चरित्र उजागर हुआ। इसके पहले भी ट्विटर ने जब रमन सिंह और संबित पात्रा के ट्वीट को “मैनिपुलेटेड मीडिया“ कहा था तो पूरी भाजपा और उनकी केंद्र सरकार ट्विटर पर मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग हटाने के लिए दबाव डालते रहे थे। अभी भी समय है कि रमन सिंह और संबित पात्रा को जनता को बताएं कि कांग्रेस पर आरोप लगाने के लिए झूठे पेपर ट्वीट किये थे की नहीं?

BIG BREAKING: कृषि मंत्री चौबे ने केंद्र सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, मुख्यमंत्री जल्द जाएंगे दिल्ली

BIG BREAKING: कृषि मंत्री चौबे ने केंद्र सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, मुख्यमंत्री जल्द जाएंगे दिल्ली

रायपुर: छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिल्ली दौरे को लेकर बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मुक्यमंत्री भूपेश बघेल अक्टूबर में दिल्ली दौरे पर जाएंगे। वहां राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर तैयारियों की उन्हें जानकारी दे सकते हैं।

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि बस्तर, सरगुजा और मैदानी इलाकों में किसानों से राहुल गांधी की मुलाकात कराने की तैयारी है। उसके बाद राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे की डेट तय हो सकती है।

रविन्द्र चौबे ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कोल ब्लॉक नीलामी के लिए दबाव बना रही है। रविन्द्र चौबे ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार पत्र लिख रही है, लेकिन राज्य सरकार सोच समझकर ही फैसला लेगी। पिछली कैबिनेट में कुछ कोल ब्लॉक के सम्बंध में मुख्यमंत्री ने आपत्ति की है।

वहीं बस्तर में लौह अयस्क की खान को निजी कंपनियों को नीलाम करने पर चौबे ने कहा कि भिलाई स्टील प्लांट के लिए शेष रखने के बाद ही नीलामी की कोई बात हो सकती है। केंद्र सरकार लगातार चिट्ठी लिख रही है। पत्र व्यवहार कहें या दबाव बनाया हुआ है। ऑक्शन के बारे में राज्य सरकार सोच समझ के ही फैसला लेगी।

बड़ी खबर : विधायक को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव

बड़ी खबर : विधायक को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव

रायपुर: छत्तीसगढ़ में एक तरफ ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री का मामला अभी सुलझा नहीं है कि कांग्रेस में विधायक को पार्टी से निष्कासित करने का प्रस्ताव जिला कांग्रेस कमेटी ने भेजा है। बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने विधायक शैलेश पांडेय के बयान को अनुशासन हीनता मानते हुए, कार्रवाई करने की अनुशंसा की है। हालाँकि निष्कासन प्रस्ताव पर पीसीसी अंतिम निर्णय लेगी।

दुखद खबर: पूर्व राज्यपाल और दिल्ली के पूर्व पुलिस कमीशनर का निधन

दुखद खबर: पूर्व राज्यपाल और दिल्ली के पूर्व पुलिस कमीशनर का निधन

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त युद्धवीर सिंह डडवाल का छतरपुर स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 70 वर्ष के थे। 1974-बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी डडवाल ने जुलाई 2007 से नवंबर 2010 तक दिल्ली के 16वें पुलिस आयुक्त के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल के दौरान विशेष रूप से, राष्ट्रमंडल खेल दिल्ली में आयोजित किए गए थे।


सूत्रों ने पुष्टि की कि डडवाल कुछ समय से अस्वस्थ थे। दिल्ली पुलिस प्रमुख के रूप में नियुक्त होने से पहले, डडवाल ने 1980 में दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त के रूप में कार्य किया। 1993-1995 के दौरान, उन्हें यूटी चंडीगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था।
दिल्ली पुलिस प्रमुख के रूप में सेवा करने के बाद, उन्हें नवंबर 2010 में केंद्रीय अर्धसैनिक बल, सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। सेवाओं से सेवानिवृत्त होने के बाद, उन्हें 2016 में अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी नियुक्त किया गया था। डडवाल ने अपने तीन दशकों के पूरे करियर में कई सम्मान प्राप्त किए हैं, जिसमें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और मेधावी सेवाओं के लिए पुलिस पदक शामिल हैं।