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आंगनबाड़ी खोलने सरकार ने जारी किया फरमान, भड़के बृजमोहन

आंगनबाड़ी खोलने सरकार ने जारी किया फरमान, भड़के बृजमोहन

रायपुर, छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री ने सोमवार से आंगनबाड़ी खोलने के छत्तीसगढ़ सरकार के निर्णय पर आपत्ति जताई है। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहां कि सरकार 5 साल से कम उम्र के मासूम बच्चों एवं गर्भवती माताओं के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहयोगियों की जिंदगी से खिलवाड़ करने पर तुली हुई है।
श्री अग्रवाल ने एक बयान जारी कर 7 सितंबर से आंगनबाड़ी खोलने के निर्णय को तुगलकी निर्णय बताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण की बीमारी भयावह रूप से पूरे प्रदेश में अपना पैर पसार रही है हजारों हजार लोग रोज प्रभावित हो रहे है, अस्पतालों में बेड नहीं है, इलाज की व्यवस्था नहीं है। शहर से लेकर गांव तक संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है आज के इस स्थिति में प्रदेश का पूरा 28 जिला प्रभावित हो गया है। ऐसे समय में मासूम बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हुए आंगनबाड़ी केंद्र खोलना किसी भी दिशा से उचित नहीं है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि पूरे प्रदेश में एक एक कमरे में धनी बस्तियों के बीच आंगनबाड़ी केंद्र चल रहे हैं। उन केंद्रों में बच्चों को बुलाना व गर्भवती महिलाओं को बुलाना कहां तक उचित है। बच्चे और गर्भवती महिलाओं को एक कमरे के चल रहे आंगनबाड़ी केंद्र में सोशल डिसटेसिंग का पालन करवाना कैसा सम्भव होगा।
अग्रवाल ने कहा है कि पूरे प्रदेश में महिला बाल विकास के कर्मचारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोविड-19 के तहत घर घर जाकर सर्वे के काम में लगी हुई है और जिनकी ड्यूटी इस काम में नहीं लगी है वह भी इस काम में लगे अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ बस्तियों का सर्वे में सहयोग करते हुए उन्हें मोहल्लों में घुमा रही हैं। आप बताइए जो महिलाएं घर-घर घूम रही हैं सर्वे कर रही हैं, अनेक लोग इसके चलते कोविड से प्रभावित भी है व प्रभावित भी होंगे ,उनके जिम्मे बच्चों को भेजना गर्भवती महिलाओं को भेजना कहां तक उचित है।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि प्रदेश के लगभग 51 हजार आंगनबाड़ी में भीड़ लगाकर कोरोना संक्रमण को और बढ़ाने के बजाय हितग्राहियों को घर घर मे गर्म भोजन पहुंचाया जाना चाहिए। बड़े बड़े कैम्पस में चलने वाले ,सर्वसुविधायुक्त स्कूल व कालेज ,कोचिंग सेंटर, जिसमे बड़े बड़े बच्चे पढ़ते है वह सब अभी 30 सितम्बर तक बंद है फिर एक एक कमरे में चल रहे अबोध बच्चों के आंगन बाड़ी केंद्र क्यो प्रारम्भ किया जा रहा है।
कही इस आड़ में विभाग बड़ा भ्रष्टाचार करने के फिराक में तो नहीं है क्योंकि 51 हजार के लगभग आंगनबाड़ी केंद्रों में कितने हितग्राही आ रहे हैं कितने नहीं आ रहे हैं इन्हें देखेगा कौन और इन्हीं की आड़ में सभी हितग्राहियों के नाम पर बड़ा खेल खेला जाएगा।
 

जिला योजना समिति के 8 पदों में से 7 पदों पर भाजपा की हुई जीत

जिला योजना समिति के 8 पदों में से 7 पदों पर भाजपा की हुई जीत

जगदलपुर, बस्तर जिला योजना समिति के 08 पदों के लिए हुये चुनाव में भाजपा ने 07 पदों पर जीत दर्ज की है। सत्तारूढ़ कांग्रेस को सिर्फ 01 पद पर ही संतोष करना पड़ा है। चुनाव में भाजपा के धरमु राम मंडावी, सरिता जितेंद्र पाणीग्राही, पदमा कश्यप,निर्देश दीवान, मालती मंडावी, रामवती भंडारी एवं सीता नाग ने जीत दर्ज की है। चुनाव में भाजपा की ओर से भाजपा प्रदेश मंत्री किरण देव, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, योगेंद्र पांडे एवं जिला महामंत्री रामाश्रय सिंह व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप ने चुनावी कमान संभाल रखी थी। भाजपा जिला महामंत्री रामाश्रय सिंह, राजेन्द्र बाजपेई, रजनीश पाणीग्राही, नरसिंग राव, सुधीर शर्मा, राजपाल कसेर ने भाजपा समर्पित विजयी प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी है। 

छत्तीसगढ़ी छात्रों के हित में भाजपा युवा मोर्चा के अभियान को मिली सफलता- विजय शर्मा

छत्तीसगढ़ी छात्रों के हित में भाजपा युवा मोर्चा के अभियान को मिली सफलता- विजय शर्मा

रायपुर, पीएससी ने आखिरकार सेट 2019 के परीक्षा में सफल छत्तीसगढ़ के प्रतिभागियों को सहायक प्राध्यापक परीक्षा में बैठने की अनुमति प्रदान कर दी है। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा, व युवा नेता अनुराग अग्रवाल ने इसे छत्तीसगढ़ियों की हक की जीत बताया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा ने प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा के नेतृत्व में सर्वप्रथम व्यापम द्वारा सेट की परीक्षा परिणाम जारी करने में हो रहे विलंब के खिलाफ ज्ञापन देकर परिणाम घोषित करवाया था व पीएससी द्वारा 5 वर्ष में होने वाले सहायक प्राध्यापक परीक्षा में छत्तीसगढ़ के सैट2019 परीक्षा में सफल विद्यर्थियों को सम्मिलित करने की मांग को लेकर पीएससी के तात्कालिक सचिव पिस्दा जी को ज्ञापन दिया था व उच्चशिक्षमंत्री जी से छत्तीसगढ़ के युवाओं के हित मे निर्णय लेने हेतु चर्चा की थी।
पहले पीएससी ने केवल नेट (जो राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होती है)के सफल विद्यार्थियों को शामिल होने की अनुमति दी थी। इससे सेट (जिसमे केवल छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी ही शामिल होते है) परीक्षा में सफल होने वाले स्थानीय छात्रों का नुकसान होता।
आज सेट2019 परीक्षा में सफल छात्रों को पीएससी सहायक प्राध्यापक परीक्षा में भाग लेने के लिए अनुमति मिलने पर हर्ष व्यक्त करते हुए भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा व युवा नेता अनुराग अग्रवाल ने कहा कि सेट परीक्षा में छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी सम्मिलित होते हैं । और भाजयुमो के संघर्ष से उन्हें पीएससी द्वारा आयोजित सहायक प्राध्यापक परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मिलना छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं की जीत है और भारतीय जनता युवा मोर्चा सदैव इस हेतु संघर्ष करती रहेगी।
 

भाजपा ने पूछा : जब स्वास्थ्य मंत्री जानते थे कि प्रदेश में कोरोना का आँकड़ा 60 हज़ार तक पहुँचेगा तो वर्कप्लान बनाकर पर्याप्त तैयारी क्यों नहीं की?

भाजपा ने पूछा : जब स्वास्थ्य मंत्री जानते थे कि प्रदेश में कोरोना का आँकड़ा 60 हज़ार तक पहुँचेगा तो वर्कप्लान बनाकर पर्याप्त तैयारी क्यों नहीं की?

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कोरोना संक्रमण के फैलाव पर प्रदेश सरकार पर सीधा आक्रमण करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार अब पल्ला झाड़कर अपना नाकारापन स्वीकार कर रही है। प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर पलटवार करते हुए श्री अग्रवाल ने सवाल किया कि जब स्वास्थ्य मंत्री को यह पता था और बार-बार वे इस बात को कह रहे थे कि प्रदेश में कोरोना मामललों का आँकड़ा 60 हज़ार तक पहुँचेगा तो प्रदेश सरकार और उसके स्वास्थ्य मंत्री ने वैसा वर्कप्लान बनाकर पर्याप्त तैयारी पहले से क्यों नहीं की? श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार इस आपदाकाल को लेकर ज़रा भी संवेदनशील नहीं है। बाजार में अब दवाएँ तक सहज-सुलभ नहीं है और प्रदेश सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। मध्यप्रदेश समेत अनेक प्रदेशों की तुलना में छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट बेहद कम है, टेस्ट रिपोर्ट भी कम है। इसी प्रकार होम आइसोलेशन को लेकर भी प्रदेश सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है।


भाजपा नेता व पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरोना की रोकथाम के झूठे दावे करके आत्ममुग्ध हुए जा रहे हैं, और ज़मीनी सच यहै कि अब प्रदेश के अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए भर्ती करने में दिक्कतें आ रही हैं और अस्पतालों में भी इलाज की पर्याप्त व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं है, वहीं स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर अपनी राय दुहराते जा रहे हैं तो अब सवाल यह है कि दोनों में सच कौन बोल रहा है? क्या स्वास्थ्य मंत्री यह कहकर कि कोरोना मरीजों का आँकड़ा 60 हजार तक तो पहुँचेगा ही, प्रदेश सरकार की ओर से अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगे हैं? और, यदि स्वास्थ्य मंत्री ऐसा कहकर प्रदेश सरकार की ओर से ज़वाबदेही से मुँह चुरा रहे हैं, तो इस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। श्री अग्रवाल ने इस बात पर भी हैरत जताई कि लगातार बढ़ रहे कोरोना मामलों को देखते हे प्रदेश सरकार अब जाँच का काम भी बाधित कर रही है। कोरोना के कारण लोगों में बढ़ रही दहशत और आक्रोश को दबाने के लिए प्रदेश में कोरोना टेस्ट कम किया जा रहा है ताकि कोरोना संक्रमितों की संख्या कम नज़र आए, जबकि कोरोना की पर्याप्त रोकथाम के लिए जाँच ज़्यादा-से-ज़्यादा कराई जानी चाहिए और पॉज़ीटिव संक्रमितों को तत्काल आइसोलेट कर दिया जाकर कोरोना के संक्रमण को रोका जाना चाहिए।


पूर्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कांग्रेस नेताओं के सत्तावादी अहंकार के प्रदर्शन पर अपना कड़ा एतराज जताया और कहा कि एक तरफ कोरोना वॉरियर्स के सम्मान की बात करते नहीं अघाते कांग्रेस के नेता दूसरी तरफ सत्ता के मद में चूर होकर सरेआम लोगों की भीड़ में एक महिला आरक्षक को महज़ मास्क नहीं पहनने के कारण तमाचा जड़ने में ज़रा भी नहीं हिचकिचा रहे हैं। श्री अग्रवाल ने इसे कोरोना वॉरियर्स का घोर अपमान बताते हुए सवाल किया कि तमाचा मारने वाले कांग्रेस नेता को मुख्यमंत्री से लेकर कोरोना पॉज़ीटिव पार्षद तक अपने नेताओं के आचरण पर क्या कभी रंज हुआ जो अनेक अवसरों पर बिना मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते देखे जाते रहे हैं। प्रदेश साक्षी है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का क़हर कांग्रेस सरकार की लापरवाही, कुनीतियों की देन है और अपनी इस कुंठा को छिपाने वे अब सीधे मारपीट पर उतारू हो गए हैं।
 

सरकार को बार व क्लब की चिंता है, लघु व्यापारियों के प्रति कोई संवेदना नहीं : राजेश मूणत

सरकार को बार व क्लब की चिंता है, लघु व्यापारियों के प्रति कोई संवेदना नहीं : राजेश मूणत

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने प्रदेश सरकार द्वारा बार और क्लब के लिए वार्षिक लाइसेंस फीस माफ़ करने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार का बार और क्लब संचालकों के प्रति कुछ ज़्यादा ही अनुराग उमड़ता नज़र आ रहा है। खोमचे-ठेले चलाकर अपने परिवार का जैसे-तैसे भरण-पोषण कर रहे लघु व्यापारियों के प्रति प्रदेश सरकार का कोई सकारात्मक और संवेदनापूर्ण दृष्टिकोण अब तक नज़र नहीं आया है।

 बड़ी खबर: प्रदेश में आज 837 मरीजो की हुई पहचान, रायपुर से 300 समेत इन बाकी इन जिलो से 
पूर्व मंत्री श्री मूणत ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अप्रैल से अगस्त तक 5 माह के लिए बार व क्लब संचालकों के लिए वार्षिक लाइसेंस फीस माफ और एफएल क्लब लाइसेंस के लिए चालू वर्ष में निर्धारित न्यूनतम प्रत्याभूत मात्रा में कमी करके यह साबित कर दिया है कि ग़रीबों और लघु व्यवसायियों के लिए उससे किसी तरह की संवेदनशील पहल की उम्मीद करना बेमानी है। श्री मूणत ने कहा कि प्रदेश एक तरफ गहरे अर्थसंकट के दौर में है, तब भी प्रदेश सरकार कोरोना काल की आड़ लेकर बार-क्लब की लाइसेंस फीस माफ करके प्रदेश की राजस्व आय को चूना लगा रही है लेकिन उसी कोरोना काल से जूझते हुए खोमचे-ठेले चलाकर अपने परिवार का जैसे-तैसे भरण-पोषण कर रहे लघु व्यापारियों के लिए उसकी संवेदना को काठ क्यों मार गया है? श्री मूणत ने कहा कि सरकारी स्कूल-कॉलेजों में दाखिले से लेकर हर मद की पूरी फीस ले रही सरकार बताए कि यह कहाँ का न्याय है कि एक तरफ सरकार शराब के धंधे में लगे लोगों पर मेहरबान होकर सरकारी खजाना लुटाने में भी नहीं हिचकिचा रही है, वहीं दूसरी तरफ रोजमर्रा के संघर्षों से जूझते लोगों को राहत पहुँचाने की कोई योजना ही उसने नहीं सोची है।
 

धनंजय सिंह ठाकुर ने बोला हमला- मोदी सरकार नहीं दे रही है छत्तीसगढ़ के हिस्से की जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि भाजपा सांसद क्यों है मौन?

धनंजय सिंह ठाकुर ने बोला हमला- मोदी सरकार नहीं दे रही है छत्तीसगढ़ के हिस्से की जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि भाजपा सांसद क्यों है मौन?

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के हिस्से की जीएसटी की क्षतिपूर्ति राशि लगभग 2828 करोड़ को देने में आनाकानी कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्त मंत्री को पत्र लिखकर जीएसटी की क्षतिपूर्ति राशि तत्काल देने की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है छत्तीसगढ़ ने भाजपा को 9 सांसद दिए जिसमें एक केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं। उसके बावजूद छत्तीसगढ़ के साथ हो रहे भेदभाव अन्याय पर भाजपा सांसदों का रवैया छत्तीसगढ़ विरोधी ही रहा है। छत्तीसगढ़ की जनता ने जिस अपेक्षा के साथ उम्मीद के साथ भाजपा को वोट दिया रेणुका सिंह सुनील सोनी संतोष पांडे विजय बघेल सहित भाजपा के सांसद को अपना प्रतिनिधि चुनकर देश के सर्वोच्च सदन में भेजा। लेकिन उसका लाभ छत्तीसगढ़ की जनता को नहीं मिला। भाजपा सांसदों को चुनकर छत्तीसगढ़ की जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है ।


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के साथ निरन्तर भेदभाव अन्याय कर रही है और भाजपा के 9 सांसद छत्तीसगढ़ के साथ हो रहे अन्याय पर चुप है मौन साधे बैठे हैं। वर्तमान में केंद्र सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के हिस्से की जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि 2828 करोड देने में अनाकानी किया जा रहा है।तब भी भाजपा के सांसद मौन ही है। भाजपा के 9सांसदो का सहयोग छत्तीसगढ़ को कभी नहीं मिला। भाजपा के सांसद मोदी शाह के सामने खड़े होकर छत्तीसगढ़ के साथ हो रहे अन्याय का विरोध करने से डरते हैं। किसानों के धान को 2500रुपया क्विंटल की दर में खरीदी करने छूट देने का मामला हो, लॉक डाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग हो या कोरोना महामारी काल में लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ में बंद पड़ी आर्थिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए 30 हजार करोड़ रुपए की राहत पैकेज की मांग हो भाजपा के सांसद कभी भी छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता के साथ में खड़े नहीं हुए। प्रधानमंत्री मजदूर गरीब कल्याण योजना मेंं छत्तीसगढ़ को शामिल कराने कि भी साहस भाजपा सांसदों ने नहीं दिखाई।
 

इलाज के लिए निजी अस्पताल कोरोना संक्रमितों को लूट रहे और प्रदेश सरकार ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही : भाजपा

इलाज के लिए निजी अस्पताल कोरोना संक्रमितों को लूट रहे और प्रदेश सरकार ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही : भाजपा

रायपुर,भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कोरोना आपदा काल में भी बरती जा रही संवेदनहीनता और धांधलियों के लिए प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार की नाक के नीचे राजधानी में कोरोना संक्रमितों के उपचार के नाम पर निजी अस्पतालों में लूट मची है और प्रदेश सरकार इस मुद्दे पर अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है। उपासने ने कहा कि निजी स्कूलों की फीस को लेकर विधेयक लाकर दखल देने वाली प्रदेश सरकार निजी अस्पतालों में इलाज की राशि तय करने से पल्ला झाड़कर अपने दोहरे मापदंड का प्रदर्शन कर रही है। प्रदेश सरकार निजी अस्पतालों में इलाज की राशि तय कर उसकी मॉनीटरिंग करे ताकि कोरोना संक्रमितों लूट-खसोट से बच सकें।


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि प्रदेश की राजधानी के ज़िला अस्पताल में आसन्नप्रसवा महिला को तड़प-तड़कर प्रसव करना पड़ रहा है, प्रदेश के कोविड सेंटर की दो अलग-अलग जाँच में एक ही व्यक्ति की एक ही दिन में पहले पॉज़ीटिव और बाद में निगेटिव रिपोर्ट आ रही है। श्री उपासने ने कहा कि ये घटनाएं साबित कर रही हैं कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के मामले में पूरी लापरवाही दिख रही है, संवेदना तो उसकी मर चुकी प्रतीत हो रही है। श्री उपासने ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के ख़िलाफ़ जारी ज़ंग को कैसे गलत दिशा में ले जाया जा रहा है, इसकी मिसाल रायगढ़ में देखने को मिली है। वहाँ सिंधी कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति ने सेंट्रल स्कूल के पास स्थित कोविड सेंटर में अपनी जाँच कराई जहाँ उसे कोरोना पॉज़ीटिव बताया गया। बिना किसी लक्षण के कोरोना पॉज़ीटिव बताए जाने पर उस व्यक्ति ने उसी दिन उसी समय जिंदल फोर्टिस अस्पताल में जाँच कराई और दो घंटे बाद उसे मिली रिपोर्ट निगेटिव थी! श्री उपासने ने कहा कि वह व्यक्ति अब इस ऊहापोह में है कि वह किस रिपोर्ट पर भरोसा करे? इधर सीएमएचओ ने यह कहकर कि, तीसरी जाँच फिर कराएंगे तो वह पॉज़ीटिव ही निकलेगा, चिकित्सकीय मर्यादा को ताक पर रख दिया है। श्री उपासने ने कहा कि किसी व्यक्ति को कोरोना पॉज़ीटिव बता दिया जाना उस व्यक्ति व उसके परिवार के लिए कई मुसीबतों की वज़ह बन जाता है, ऊपर से यह कहना कि पुन: टेस्ट में वह पॉज़ीटिव ही निकलेगा, बेहद ग़ैर ज़िम्मेदाराना आचरण है। प्रदेश सरकार और मेडिकल काऊंसिल को इस पूरे मामले की जाँच करके तथ्यों को सामने लाना चाहिए और दोशियों पर ज़रूरी कार्रवाई करनी चाहिए।


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता उपासने ने राजधानी के कालीबाड़ी ज़िला अस्पताल में शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात में एक आसन्नप्रसवा महिला को कोरोना संक्रमित पाकर अस्पताल से ही निकाल दिए जाने की घटना को संवेदनहीनता की पराकाष्ठा माना है। वह महिला काफी देर तक ज़मीन पर दर्द से तड़पती रही लेकिन डॉक्टर्स-नर्सेस ने ज़रा भी मानवता नहीं दिकाई और अंतत: उस महिला ने ज़मीन पर ही तड़प-तड़कर शिशु को जन्म दिया। उसके बाद अस्पताल प्रबंधन मामले की लीपापोती करने हरक़त में आया। जानकारी तो यह भी शर्मनाक है कि अस्पताल प्रबंधन अब पीड़ित परिवार को धमका रहा है कि अगर इस मामले का वीडियो सामने आया तो उनके ख़िलाफ़ एफआईआर करा दी जाएगी। उपासने ने याद दिलाया कि हाल ही भाठागाँव की एक महिला के साथ भी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा की गई थी जिसमें न केवल महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था, बल्कि गर्भस्थ शिशु भी डॉक्टर्स की लापरवाही के चलते मौत के मुँह में चला गया था। श्री उपासने कहा कि राजधानी में अगर यह आलम है और यहाँ के अस्पतालों में आइसोलेशन के इंतज़ामात नहीं हैं तो प्रदेश के दीग़र इलाकों का तो भगवान ही मालिक होगा।
 

देश कोरोना से लड़ रहा मोदी कुत्तो की नस्ल सुधारने फिक्रमंद: सुशील आनंद शुक्ला

देश कोरोना से लड़ रहा मोदी कुत्तो की नस्ल सुधारने फिक्रमंद: सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर, कांग्रेस ने कहा देश मे रोज 80 हजार लोग कोरोना से बीमार हो रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुत्तो की नस्ल सुधारने के लिए फिक्र मन्द हो रहे। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अगस्त रविवार को प्रसारित मन की बात के अपने उद्बोधन में यह साबित कर दिया कि उनके मन में देशवासियों की कोई फिक्र नही है। मोदी ने अपने मन की बात इधर-उधर की बहुत बातें की लेकिन कोरोना बीमारी से बचाव के लिए उनकी सरकार द्वारा क्या उपाय किये गए है इसके बारे में एक शब्द भी नही कहा। देश की जनता को लग ही नही रहा की कोरोना काल में उनके साथ केंद्र सरकार भी है। जब देश और दुनिया कोरोना के वेक्सीन का इंतजार कर रही है ऐसे समय मोदी खिलौने और उसके अविष्कार और उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किये हुए हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश में 36 लाख लोग कोरोना की चपेट में आ चुके है 65 हजार लोगों की मौते हो चुकी है आज भारत प्रतिदिन कोरोना पीड़ितों के मामले में दुर्भाग्यपूर्ण पहले नम्बर पर पहुंच गया है। ऐसे समय देश के प्रधानमंत्री देश की जनता को राहत पहुंचाने की बात करने के बजाय भारत की विविधता और देश मे भादों और क्वार महीने में मनाए जाने वाले त्योहारों का बखान करने में आत्म मुग्ध हो रहे है। देश की जनता को अपेक्षा थी कि प्रधानमंत्री मन की बात में भारत में होने वाली कुल टेस्टिंग के बारे में बताएंगे, कोरोना से देश भर में तैयार बिस्तर चिकित्सा सुविधा वेंटिलेटर आदि पर बात करेंगे लेकिन मोदी तो एक बार फिर चिरपरिचित अंदाज में जुमले बाजी कर गए।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कोरोना से निपटने थाली ताली पिटवाने मोमबत्ती जलाने के बाद मोदी ने कोरोना के पीक समय में देश के राष्ट्रीय प्रसार माध्यमो में आ कर जिस प्रकार की उदासीनता और लापरवाही दिखाई है वह अक्षम्य और अस्वीकार्य है। आज देश का हर नागरिक इस वैश्विक महामारी के कारण संकट में है लोगो के रोजगार चले गए है। आमदनी के साधन चले गए है ऐसे समय देश का प्रधानमंत्री उनको मुंह चिढ़ा रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा ठीक है कोरोना वैश्विक महामारी है लेकिन भारत मे इसके विकराल रूप तक पहुँचने में कहीं न कही मोदी सरकार की लापरवाही भी जिम्मेदार है। जनवरी में जब विदेश से आने वालों की हवाई अड्डे में स्क्रीनिंग कर क्वारेंटाइन करने की जरूरत थी तब मोदी सरकार ने मध्यप्रदेश सरकार बनाने के लालच और नमस्ते ट्रम्प की वाहवाही में देश को खतरे में डाल दिया और आज जब कोरोना से लड़ाई की बात आई तो राज्यो को स्वतंत्रता देने के नाम पर खुद पल्ला झाड़ लिया सारी जिम्मेदारी राज्यो पर डाल कर केंद्र बेफिक्र हो गया है ।
 

क्वारेंटाइन सेंटर्स में खाद्य सामग्री की खरीदी व पीने के पानी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दावों की धज्जियाँ उड़ीं : शिवरतन शर्मा

क्वारेंटाइन सेंटर्स में खाद्य सामग्री की खरीदी व पीने के पानी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दावों की धज्जियाँ उड़ीं : शिवरतन शर्मा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने काँकेर ज़िले में क्वारेंटाइन सेंटर्स में खाद्य सामग्री की खरीदी व पीने के पानी में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किए जाने के सामने आ रहे मामलों के मद्देनज़र प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ बड़ी-बड़ी डींगें हाँकने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस के नेताओं के दावों की धज्जियाँ उड़ गई है। श्री शर्मा ने कहा कि बदनीयती, कुनीति और नेतृत्वहीनता के अभिशाप से जूझती प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर भ्रष्ट और नाकारा साबित हो रही है। श्री शर्मा ने करारा कटाक्ष करते हुए कहा कि अब जाकर साफ हुआ कि प्रदेश सरकार ने क्वारेंटाइन सेंटर्स पर इस तरह 100 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जिसके बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री बघेल विधानसभा में सत्तावादी अहंकार का प्रदर्शन कर रहे थे!


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत जो तथ्य इस भ्रष्टाचार के मामले में सामने आए हैं, वे हैरतभरे हैं। काँकेर के इमलीपारा क्वारेंटाइन सेंटर में सब्जी बनाने के लिए 580 रुपए प्रतिकिलो की दर से टमाटर खरीदा जाना यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि शासन-प्रशासन की नाक के नीचे सरकारी धन की कैसी लूट-खसोट मची हुई है! अप्रैल-मई माह में जिन सब्जियों के भाव 05 से 10 रुपए प्रतिकिलो थे, उन सब्जियों के लिए 40-40 रुपए तक का भुगताना दर्शाया गया है। श्री शर्मा ने कहा कि अब जाकर अनुपूरक बज़ट में 500 करोड़ रुपए का प्रावधान करने वाली प्रदेश सरकार को पहले तो यह बताना होगा कि जब प्रदेश सरकार ने इससे पूर्व कोरोना के लिए कोई बज़ट प्रावधान किया ही नहीं था तो ये 100 करोड़ रुपए कहाँ से और किस हिसाब से खर्च किए गए? क्या अब तक प्रदेश सरकार केंद्र से मिली राशि से कोरोना की ज़ंग लड़ रही थी? क्या प्रदेश सरकार इसीलिए बार-बार केंद्र सरकार से पैसे मांग-मांगकर दबाव बना रही थी कि विभिन्न मदों में केंद्र से आने वाले पैसों से इसी तरह घोटालों को अंजाम दिया जा सके? क्या यही वज़ह है कि केंद्र से फिर 325 करोड़ रुपए की मांग करने पर प्रदेश सरकार को दो टूक पूर्व में प्रदत्त राशि 120 करोड़ रुपए का हिसाब देने कह दिया गया और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी प्रदेश सरकार यह हिसाब देने की स्थिति में नज़र नहीं आ रही है। श्री शर्मा ने आशंका जताई कि बज़ट प्रावधान की राशि का भी कहीं यही हश्र तो नहीं होगा?


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि काँकेर ज़िले के अधिकांश क्वारेंटाइन सेंटर्स में भारी अव्यवस्थाओं के बीच रह रहे 4,737 प्रवासी मज़दूरों पर यात्रा, खाने-पीने और ठहरने का कुल खर्च 1. 67 करोड़ रुपए बताया गया है जबकि प्रदेश के दीग़र क्वारेंटाइन सेंटर्स में प्रति व्यक्ति औसत खर्च 1,021 रु. है और इस मान से काँकेर ज़िले में प्रति व्यक्ति तीन गुना से भी अधिक खर्च बताया गया है। और तो और, बोर का पानी पिलाकर सील बोतल का बिल हिसाब के साथ पेश किया गया है। श्री शर्मा ने कहा कि जिस ज़िले के तक़रीबन 90 फीसदी मज़दूर अपने खर्च से या फिर अपने मालिकों के उपलब्ध वाहन से इन सेंटर्स तक पहुँचे, जिनके लिए भोजन भी मज़दूरों के घर से मंगाया जाता था, उस ज़िले में खर्च की गई राशि का यह ब्योरा प्रदेश सरकार को बेनक़ाब करने के लिए पर्याप्त है। श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के नाम पर प्रदेश सरकार के संरक्षण में शुरू से ही भ्रष्टाचार का यह खेल चल रहा है। सेनिटाइजेशन के लिए चूना के बजाय कई बोरियों में हुई मिट्टी की आपूर्ति का मामला इसी भ्रष्टाचार का एक काला अध्याय है। कंटेनमेंट ज़ोन तक में लोगों को या तो खाद्य सामग्रियों के लाले पड़े रहे या फिर उन्हें सड़ा हुआ कीड़ायुक्त अनाज दिया गया। श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना के ख़िलाफ़ जंग में प्रदेश सरकार को कोई दिलचस्पी नहीं है और वह इस आपदा काल को भ्रषटाचार के जरिए अपनी जेब गर्म करने के अवसर के तौर पर भुनाने में लगी है। यही कारण है कि प्रदेश कोरोना संक्रमण के अपने विस्पोटक स्तर पर खड़ा है और सरकार मानसिक तौर पर इसे रोकने के लिए क़तई तैयार नहीं है।
 

मोदी सरकार बेच रही है सरकारी कंपनियां, भाजपा बन गई है प्रॉपर्टी डीलर- धनंजय सिंह ठाकुर

मोदी सरकार बेच रही है सरकारी कंपनियां, भाजपा बन गई है प्रॉपर्टी डीलर- धनंजय सिंह ठाकुर

रायपुर, मोदी सरकार के द्वारा एनएमडीसी को निजी हाथों में सौंपने का कांग्रेस ने विरोध किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश की जनता मोदी सरकार को सरकारी संपत्तियों को बेंचने के लिये माफ नहीं करेगी। मोदी सरकार उद्योगपत्तियो को फायदा पहुंचाने के लिये सरकारी कम्पनियों को कौड़ी के मोल बेंचने में तुली है। एनएमडीसी की इकाई नगरनार की स्टील संयंत्र जो अभी शुरू नहीं हुआ, जिसमें बस्तरवासियों की भावनायें जुड़ी हैं, उसे भी निजी हाथों को सौंप रही है। इसके पहले भी अटल बिहारी की सरकार ने छत्तीसगढ़ में स्थित बालको सयंत्र को पानी के मोल बेच दिया था, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा बतायें क्या मोदी सरकार के सरकारी कंपनियों का निजीकरण करने को भाजपा राष्ट्रवाद मानती है? जनता को आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना दिखाकर मोदी भाजपा की सरकार भारत को चंद उद्योगपतियों के उपर निर्भर बनाने में तुली हुयी हैं। मोदी भाजपा के ऐजेंडा में देश के 1 अरब 33 करोड़ जनता का विकास रोजगार नहीं है, बल्कि अडानी, अंबानी सहित चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार हर मोर्चे पर असफल हो चुकी है। मोदी सरकार के गलत नीतियों के कारण बीते 6 साल में देश गंभीर आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा हैं। लोगों के सामने में रोजी-रोजगार की विकराल समस्या खड़ी हो गई है। व्यापार-व्यवसाय तबाह हो गया हैं। बीते 6 साल में 8000 से अधिक उद्योगपति अपना कारोबार समेट कर देश छोड़कर जा चुके हैं। मोदी सरकार अपने चंद उद्योगपतियों मित्रों को फायदा पहुँचाने कोल ब्लॉक सरकारी कंपनियों एयरपोर्ट विमानन कंपनी बीएसएनएल भेल सेल ट्रेन रेलवे स्टेशन सहित 135 सरकारी कंपनियों को बेच रही है। कांग्रेस सरकारों के समय बनी कंपनियों और राष्ट्रीय संपत्ति बेचने में भाजपा सरकार प्रॉपर्टी डीलर की भूमिका निभा रही है। कई उद्योगपति बैंकों का पैसा डकार कर भाजपा के ट्रैवल एजेंसी का फायदा उठाकर विदेश भाग गये हैं।
 

जीएसटी पर मोदी सरकार की कलई खुल गई है, राज्यों पर बोझ डालने का षडयंत्र रचा जा रहा है: सिंहदेव

जीएसटी पर मोदी सरकार की कलई खुल गई है, राज्यों पर बोझ डालने का षडयंत्र रचा जा रहा है: सिंहदेव

रायपुर, स्वास्थ्य पंचायत और वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा है कि GST पर राज्यों को घाटे की भरपाई करने से केंद्र की मोदी सरकार का इनकार दरअसल उनकी नीति की विफलता का उदाहरण है. उन्होंने कहा है कि जिस जीएसटी को लागू करने के समय 2017 में प्रधानमंत्री आज़ादी मिलने जैसा जश्न मना रहे थे वही जीएसटी अब केंद्र सरकार के गले की फांस बन गया है और उनकी कलई खुल गई है.
स्वास्थ्य पंचायत और वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा है कि जीएसटी परिषद की बैठक में जिस तरह से केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने राज्यों से कहा कि जीएसटी क्षतिपूर्ति न मिलने से हो रहे घाटे की भरपाई के लिए राज्य रिज़र्व बैंक से कर्ज़ ले लें उससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि जीएसटी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार ने जो सपने देखे थे या दिखाए थे वे टूट गए हैं. केंद्र सरकार ने राज्यों के मंत्रियों के साथ हुई बैठक में सॉलिसिटर जनरल या महान्यायवादी का आकलन पढ़कर सुना दिया कि केंद्र सरकार पर राज्यों को जीएसटी क्षतिपूर्ति देने की कोई क़ानूनी बाध्यता नहीं है लेकिन केंद्र सरकार भी जानती है कि यह सरासर ग़लत बयानी है क्योंकि यह संसद द्वारा पारित क़ानून और संविधान द्वारा संस्थापित प्रावधान है. इसीलिए राज्यों ने केंद्र का प्रस्ताव मानने से इनकार कर दिया है.

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राज्यों ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार कोविड-19 की वजह से क्षतिपूर्ति की राशि देने की स्थिति में नहीं है तो वह राज्यों को रिज़र्व बैंक से कर्ज़ लेने को कहने की बजाय ख़ुद रिज़र्व बैंक से कर्ज़ ले ले और राज्यों को क्षतिपूर्ति की भरपाई करे.


स्वास्थ्य पंचायत और वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा है कि अगर सब चीज अगर राज्यों पर डाल देनी है तो फिर मोदी सरकार जीएसटी काउंसिल का आडंबर क्यों कर रही है? उन्होंने कहा है कि अगर मोदी सरकार संघीय व्यवस्था को सम्हाल नहीं पा रही है तो इसे स्वीकार करे और सारी व्यवस्था राज्यों पर छोड़ दे।


सिंहदेव ने कहा है कि पहले भाजपा की केन्द्र सरकार कहती है कि हम बड़े भाई, हम घर के बड़े हम सबका देखभाल करेंगे, और स्थिति थोड़ी सी बुरी हुई तो केन्द्र सरकार कह रही है कि हम कुछ नहीं जानते आप अपना रास्ता देखिए। ये बहुत अफसोस की बात है कि भारत जैसे बड़े देश में प्रजातांत्रिक और संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करके और मात्र बहुमत के आधार पर राज्य सरकारों का हाथ मरोड़ने जैसी बात हो रही है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।


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स्वास्थ्य पंचायत और वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंह देव ने मोदी सरकार के वादों की बात करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार ने जीएसटी लागू करते हुये कहा था कि जीएसटी के आने से लीकेज बंद हो जाएंगे, जीडीपी बढ़ेगा, एक्सपोर्ट बढ़ेंगे लेकिन ऐसा हुई नहीं. उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने क्षतिपूर्ति के लिए सेस लगाया है और पहले दो माही किस्तों में ये राज्यों को क्षतिपूर्ति की राशि और बकाया राशि मिलती थी. लेकिन मोदी सरकार ने इस वित्तीय वर्ष का सभी राज्यों के कंपंसेशन का पैसा भी रोक लिया है। अकेले छत्तीसगढ़ का बकाया 2828 करोड़ रुपयों का है.
स्वास्थ्य पंचायत और वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था करोना के आने के पहले ही चरमरा चुकी थी जीडीपी 8% से गिरकर 4% तक आ चुका था और जीडीपी के और गिरने का अनुमान करोना के आने के पहले ही लगाया जा चुका था।
स्वास्थ्य पंचायत और वाणिज्य कर मंत्री टी एस सिंह देव ने कहा है कि निर्मला सरकार सब कुछ को ‘एक्ट ऑफ़ गॉड’ यानी दैवीय प्रकोप कहकर बच नहीं सकतीं. संघीय ढांचे में केंद्र सरकार की अपनी जिम्मेदारी है और वह इससे नहीं बच सकती. उन्होंने कहा है कि ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार राज्यों को कमज़ोर करके केंद्र सरकार को सर्वशक्तिमान बनाना चाहती है लेकिन यह संविधान की संघीय ढांचे की परिकल्पना के विपरीत है. यह लोकतांत्रिक नहीं बल्कि तानाशाही नज़रिया है.
 

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर कांग्रेस के धनन्जय सिंह का पलटवार कहा खुद रमन सिंह के चापलूसी और चाटुकारिता से बने प्रदेश अध्यक्ष पार्टी में नही है जनाधार

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर कांग्रेस के धनन्जय सिंह का पलटवार कहा खुद रमन सिंह के चापलूसी और चाटुकारिता से बने प्रदेश अध्यक्ष पार्टी में नही है जनाधार

रायपुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सिंह चापलूसी और चाटुकारिता रहमोकरम से प्रदेश अध्यक्ष का पद हथियाने वाले विष्णु देव साय को भाजपा के नेता और कार्यकर्ता ही पसंद नहीं कर रहे हैं विष्णु देव साय पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखें क्यो उनके ही पार्टी से जुड़े लोग उनको तवज्जो नही दे रहे है। सोनिया गांधी जी कांग्रेस के सर्वमान्य नेता है कांग्रेस के एक-एक कार्यकर्ता सोनिया गांधी जी राहुल गांधी जी के साथ कदम से कदम मिलाकर केंद्र की मोदी भाजपा की जनविरोधी नीतियों वाली सरकार के खिलाफ जनता की लड़ाई लड़ रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम जी ने प्रदेश के लाखो कार्यकर्ताओं के सोनिया जी राहुल जी के प्रति आस्था निष्ठा समपर्ण भाव को पत्रों के माध्यम से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी को अवगत कराएं हैं।


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा की प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष विष्णुदेव साय जिसे भाजपा के बड़े नेता और कार्यकर्ता ही पसंद नहीं कर रहे हैं कई मौकों पर भाजपा के बड़े नेता विष्णुदेव साय के नेतृत्व पर भी सवाल उठा चुके हैं। आखिर भाजपा के कार्यकर्ता रमन सिंह का गाय किसको कहते है जगजाहिर है?


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सोनिया गांधी जी राहुल गांधी जी मोदी भाजपा की मनमानी जनविरोधी नीति के खिलाफ निडरता से देशभर में आवाज उठाने वाले नेता है भाजपा मोदी सरकार के बीते 6 साल की विफलताओं बढ़ती बेरोजगारी महंगाई बिकती सरकारी कंपनियां गिरती अर्थव्यवस्था सहित अनेक विफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस नेताओं पर टीका टिप्पणी कर रहे हैं भाजपा को इस बात का ज्ञात हो चुका है कि केंद्र की मोदी भाजपा की सरकार ने आम जनता से जो वादा किया था आम जनता को जो सुनहरे सपने दिखाए थे उसको पूरा करने में असफल हो चुके हैं।
 

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की खीचतान पर साय का करारा कटाक्ष, कांग्रेस कभी एक परिवार के चंगुल से आजाद नहीं हो सकता

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की खीचतान पर साय का करारा कटाक्ष, कांग्रेस कभी एक परिवार के चंगुल से आजाद नहीं हो सकता

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कांग्रेस में अध्यक्ष पद को लेकर मचे घमासान के बीच प्रदेश कांग्रेस नेताओं के उस बयान पर कि, कोई घूसखोर और तड़ीपार हमारा अध्यक्ष नहीं बनेगा, करारा कटाक्ष करते हुए कहा है कि कांग्रेस नेता जिसे अपना अध्यक्ष बनाएंगे, यक़ीनन वह जमानत पर बाहर घूम रही कोई चार्जशीटेड शख्सियत ही होगी, और चार्जशीटेड वे क्यों हैं, देश यह अच्छी तरह जानता है। श्री साय ने कहा कि कांग्रेस की नियति ही यही हो चली है कि वह कूपमंडूक की तरह एक परिवार के खूँटे से बंधी रहे। कांग्रेस में चिठ्ठीबाजी की तमाम कवायद का कुलजमा सार अंतत: यही निकलना है कि एक चार्जशीटेड की अनुशंसा पर एक चार्जशीटेड को एक चार्जशीटेड द्वारा कांग्रेस का अध्यक्ष पद सौंपा जा रहा है!

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि आर्थिक घोटालों में चार्जशीटेड लोगों के नेतृत्व में काम करने के लिए रिरियाते लोगों को भाजपा पर कोई टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। देश जानता है कि किस तरह यूपीए के शासनकाल में राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित होकर भाजपा नेताओं को झूठे आरोप मढ़कर परेशान और प्रताड़ित करने का सिलसिला चलाया गया था लेकिन अग्निपरीक्षा के उस दौर से खरा निकलकर भाजपा के नेताओं ने अपनी सत्य निष्ठा और प्रामाणिकता सिद्ध की। श्री साय ने कहा कि घूसखोर और तड़ीपार कहकर प्रदेश कांग्रेस चरित्रहनन की जो राजनीति इन दिनों कर रही है, उसका कुछ हासिल उसके हाथ आना नहीं है, अलबत्ते इससे उसकी वैचारिक दरिद्रता और दिमागी दीवालिएपन से प्रदेश जरूर रू-ब-रू हो रहा है। लोकतंत्र की हत्या करके देश को जेल में तब्दील करने वाले कांग्रेस नेता आज लोकतंत्र की बातें करके खुद को उपहास का विषय बना रहे हैं। कांग्रेस आज न केवल विचारधारा के संकट से जूझ रही है, बल्कि नेतृत्व के संकट से भी जूझ रही है।

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की इस्तीफे की पेशकश के बाद कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में जिस तरह पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने ही नेताओं पर भाजपा से साँठगाँठ करने का आरोप लगाया है, उससे यह साफ हो चला है कि कांग्रेस कभी एक परिवार के चंगुल से आजाद नहीं हो सकेगी। जिस पार्टी में अपने नेतृत्व को पत्र लिखने तक को षड्यंत्र माने जाने की हद तक की संकीर्णता प्रदर्शित की जा रही हो, उस परिवार में किसी गैर गांधी-नेहरू के अध्यक्ष बनने की बातें सिवाय जुमलेबाजी के कुछ और हो ही नहीं सकतीं। श्री साय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव और कांग्रेस अध्यक्ष पद से सीताराम केसरी की बेदखली की वारदात के बाद कोई गैर गांधी-नेहरू कांग्रेस अध्यक्ष बनने की सोच भी नहीं सकता। अगर कभी ऐसी नौबत आ ही गई तो भी सुपर पॉवर का रिमोट तो यह परिवार अपने पास ठीक उसी तरह रखेगा, जिस तरह यूपीए शासनकाल में मनमोहन सिंह केवल नाम के प्रधानमंत्री थे और सुपर पीएम का रिमोट ‘परिवार’ के हाथों में था। श्री साय ने कहा कि छग का चार्जशीटेड मुखिया भी देश के सम्मानित नेता को तड़ीपार कह देते हैं, इससे यह साबित होता है कि मोटी चमड़ी के अलावा कांग्रेसियों के पास अब कुछ भी नही बचा है।
 

कांग्रेस संचार प्रमुख त्रिवेदी के बयान पर भाजपा का पलटवार, कांग्रेस नेताओं का सवाल उठाना कांग्रेस के आंतरिक कल्ह और गांधी परिवार के प्रति अविश्वास को दर्शाता है- ओपी चौधरी

कांग्रेस संचार प्रमुख त्रिवेदी के बयान पर भाजपा का पलटवार, कांग्रेस नेताओं का सवाल उठाना कांग्रेस के आंतरिक कल्ह और गांधी परिवार के प्रति अविश्वास को दर्शाता है- ओपी चौधरी

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेद के बयान पर पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस पार्टी किस प्रकार से नेतृत्व के संकट से जूझ रही हैं। लगातार जनता का विश्वास खोंने के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी देश की आज़ादी के दिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर यह बता दिया है कि राष्ट्रीय नेतृत्व में बदलाव और कांग्रेस के पुनरुत्थान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर ही उठ रहे विरोध के बीच फिर से स्वामी भक्ति में कांग्रेस के कुछ नेता और कांग्रेस के कुछ मुख्यमंत्री जमानती नेताओं को अध्यक्ष बनाने अपनी आवाज बुलंद कर स्वामी भक्ति के साथ साथ वे अपना कद बढ़ाने का भी प्रयास कर रहे है।

भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व पर कांग्रेस के ही नेताओं द्वारा सवाल उठाना सीधे तौर पर कांग्रेस के आंतरिक कल्ह और गांधी परिवार के प्रति अविश्वास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न नेता है न ही नीति हैं। जमानत पर बाहर आने वाले नेताओं से डर खुद कांग्रेस को लग रहा है कि उनके जमानती नेताओं की जोड़ी ने उन्हें मान्यता प्राप्त विपक्ष के लायक भी नहीं छोड़ा हैं। कांग्रेस के नेता अपनी स्वामी भक्ति मं कांग्रेस के पूर्व पूर्ण रूप से विफल अध्यक्ष राहुल गांधी जो खुद डर कर अपनी पारिवारिक सीट छोड़ वायनार्ड भाग गए। प्रियंका वाड्रा जो कभी वार्ड चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाई और सोनिया गांधी जिनके नेतृत्व पर ही आज कांग्रेस के भीतर खाने प्रश्न चिंन्ह खड़ा हो गया हैं का गुणगान करते है। कांग्रेस ऐसे चुनावी मैदान छोड़कर भागे हुए और जमानती नेताओं का गुणगान कर रही हैं,यही इस देश के सबसे पुराने दल कांग्रेस के पतन का कारण हैं।

भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से पूछा है कि क्या कभी गांधी नेहरु परिवार से इतर कोई कांग्रेस का अध्यक्ष हो सकता है? कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं को कब मौका मिलेगा जिन्होंने गांधी परिवार विशेष की कांग्रेस पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन दे दिया और आज मजबूरी में फिर जमानती अध्यक्ष की मांग करनी पड़ रही है। एक ऐसे व्यक्ति को न चाहते हुए भी पुनः अध्यक्ष बनाने की मांग करनी पड़ रही हैं जिसने अपनी असफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं?सवाल कांग्रेस के लिए हैं, डरना भी कांग्रेस को ही चाहिए क्योंकि आपके और आपके राजनीतिक भविष्य का सवाल हैं।
 

रमन सिंह निश्चिंत रहें, कोई घूसखोर और कोई तड़ीपार कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनेगा- शैलेश नितिन त्रिवेदी

रमन सिंह निश्चिंत रहें, कोई घूसखोर और कोई तड़ीपार कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनेगा- शैलेश नितिन त्रिवेदी

रायपुर। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह के कांग्रेस नेतृत्व को लेकर किए गए ट्वीट पर कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस के पास बलिदानों की गौरवशाली परंपरा है स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजतक नेहरू गांधी परिवार ने बहुत बड़ा त्याग किया है और देश के लिये बलिदान दिए हैं । नेहरू-गांधी परिवार के नेतृत्व पर कहीं कोई प्रश्न चिन्ह नहीं है। हर कांग्रेसी की नेहरू-गांधी परिवार के नेतृत्व पर पूरी आस्था है। दरअसल भाजपा और भाजपा के रमन सिंह जैसे नेता सोनिया गांधी राहुल गांधी प्रियंका गांधी के नेतृत्व से भयभीत रहते हैं और इस सशक्त नेतृत्व से छुटकारा पाने के लिए साजिशों में लगे रहते हैं लेकिन बिल्ली के भाग्य से छींका नहीं टूटने वाला है । रमन सिंह निश्चिंत रहें, कोई घूसखोर और कोई तड़ीपार कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनेगा । 

कांग्रेस संचार अध्यक्ष त्रिवेदी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के उमेश ने कहा राजनीति छोड़ परमात्मा से डरिए अपने मुख्या से सबूत निकालने कहिए

कांग्रेस संचार अध्यक्ष त्रिवेदी के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के उमेश ने कहा राजनीति छोड़ परमात्मा से डरिए अपने मुख्या से सबूत निकालने कहिए

रायपुर। भरतीय जनता पार्टी के युवा नेता उमेश घोरमोड़े ने कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी के बयान पर पलटवार किया हैं। उन्होंने कहा कि परमात्मा को मानने,आत्म चिंतन करने और परमात्मा से डरने की आवश्यकता कांग्रेस को है। भाजपा नेता उमेश घोरमोड़े ने कहा कि कांग्रेस को यदि झीरम में शहीद हुए अपने नेताओं और उनके परिजनों की चिंता होती तो जेब में रखा सबूत निकालने अपने मुख्या से कहते। अब तो उनकी अपनी सत्ता है तो फिर जेब में रखे झीरम के वे तमाम सबूत आयोग को देने में वे आनाकानी क्यों कर रहे हैं? झीरम की जांच को किसी निर्णायक निष्कर्ष तक पहुंचाने में अंतर आत्मा की उदासीनता का मकसद क्या है? उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़ परमात्मा से डरिए अपने मुख्या से सबूत निकालने कहिए।

भाजपा युवा नेता उमेश घोरमोड़े ने कहा कि वादा खिलाफी कर छत्तीसगढ़ प्रदेश की माताओं, बहनों, युवाओं, बुजुर्गों और किसान भाइयों की आत्मा दुखाने वाले कांग्रेस के मित्रों को वादाखिलाफी के लिए परमात्मा से डरने और छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए। उन्होंने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 18 महीनों में ही प्रदेश अपराध का गढ़ बन गया हैं, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। रेत माफ़िया, शराब माफिया और सरकार की लचर व्यवस्था व नीतियों के चलते जमीन माफ़िया का राज चल रहा है। किसानों को किश्तों में न्याय के नाम पर ठगने वाली सरकार प्रदेश के किसान पुत्रों को रोजगार के नाम पर कभी शिक्षक भर्ती, कभी पुलिस भर्ती तो कभी एसआई भर्ती को लटका कर छल रही हैं। नवजवान जब अपनी मेहनत से रोजगार हासिल भी कर ले तब भी उनके वेतन में कटौती करने से भी नहीं चुकने वाली प्रदेश सरकार परमात्मा से डरने और आत्म चिंतन करने के बजाए डॉ. रमन सिंह पर आरोप लगा कर जनता को मूल विषय से भटकाना चाहती हैं। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि मूल मुद्दों से भटकाने डॉ. रमन सिंह पर आरोप लगा कर आज अपनी राजनीति चमका रहे हो पर क्या कभी पूछा है अपनी अंतर आत्मा से की कल झीरम में शहीद प्रदेश के नेताओं के परिजनो से कैसे नजर मिला पाओगे? कैसे प्रदेश की जनता के बीच जाओगे?और अंत में हम सभी को परमात्मा के पास जाना ही है तब परमात्मा को क्या जवाब दोगे?
 

रमन सिंह की आत्मा 15 साल तक कहां थीः कांग्रेस

रमन सिंह की आत्मा 15 साल तक कहां थीः कांग्रेस

रायपुर। रमन सिंह जी के आत्मा को लेकर दिये गये बयान पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस बयान से पहली बार पता चला कि रमन सिंह आत्मा-परमात्मा में विश्वास करते हैं। उन्होंने पूछा है कि रमन सिंह जब 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री थे तो उनके कार्यकाल में प्रदेश में बहुत सी हृदय विदारक घटनाएं हुई थीं तब उनकी आत्मा कहां थी और तब क्या उनको परमात्मा का डर नहीं सता रहा था?


उन्होंने कहा है कि पहली बार पता चला कि रमन सिंह आत्मा का अस्तित्व मानते हैं। अभी तक लगता नहीं था कि रमन सिंह आत्मा में विश्वास रखते हैं। कभी रमन सिंह जी ने सोचा कि 2013 के बाद झीरम की घटना के बाद जिस तरीके से उन्होंने राज्य सरकार के माध्यम से जांच को बाधित किया, जिस तरीके से भाजपा की केन्द्र सरकार से जांच को बाधित कर रही है उसके बारे में झीरम की शहीदों की आत्माएं क्या सोचती होंगी? 15 साल रमन सिंह के शासनकाल में हर दिन 4 किसान आत्महत्या करते थे। कभी रमन सिंह ने उन किसानों के आत्माओं के बारे में सोचा क्या? रमन सिंह सरकार में जिस तरीके से हत्या, अनाचार, फर्जी मुठभेड़ से बस्तर में लगातार लोगों की जानें गईं, सोनकू और बिजलू नाम के मिडिल स्कूल के छात्र को नक्सली बनाकर मारा गया और सारकेगुड़ा में पांचवी कक्षाओं के बच्चों की हत्याएं हुईं क्या कभी रमन सिंह ने उन दुखी आत्माओं के बारे में सोचा? जब अटल जी के श्रद्धांजलि सभा में ठहाके लग रहे थे तब क्या रमन सिंह ने कभी अटल बिहारी जी के आत्मा के बारे में सोचा कि वह क्या सोच रही होगी?


भूमि आबंटन की प्रक्रिया को लेकर आत्मा पर सवाल उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह से प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि रमन सिंह अब बतायें कि क्या रमन सिंह के पास आत्मा है, या अभिषाक सिंह के विदेशी खातों में जमा करा दी गयी है? नसबंदी कांड में 17 माताओं की मौत की मार्मिक घटना के समय तो रमन सिंह जी की आत्मा वहीं थी क्या?
 

कांग्रेस नेता यह नहीं भूलें कि नफ़रत और प्रतिशोध की राजनीति केवल कांग्रेस की ही पहचान है- श्रीचंद सुंदरानी

कांग्रेस नेता यह नहीं भूलें कि नफ़रत और प्रतिशोध की राजनीति केवल कांग्रेस की ही पहचान है- श्रीचंद सुंदरानी

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति को लेकर भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर की गई कांग्रेस की टिप्पणी को अपने बेनक़ाब हो चुके सियासी चरित्र को ढँकने की नाकाम और बचकानी कोशिश करार दिया है। श्री सुंदरानी ने कहा कि जिस कांग्रेस के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का विरोध और छत्तीसगढ़ी भाषा का घोर अपमान करते हुए यहाँ तक कहा हो कि छत्तीसगढ़ी में बच्चों की पढ़ाई संभव नहीं है क्योंकि छत्तीसगढ़ी में पढ़कर प्रदेश के विद्यार्थी पिछड़ जाएंगे, वह कांग्रेस अब पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह को प्रमाण पत्र देने की बचकानी हरक़त पर उतर आई है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह पर छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति से नफ़रत का आरोप लगाने वालों को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि नफ़रत और प्रतिशोध की राजनीति पर केवल और केवल कांग्रेस का ही एकाधिकार रहा है। भाजपा और उसके नेता तो सर्व समावेशी विकास की बात करते हैं और उसी के लिए काम करते हैं। श्री सुंदरानी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने एक राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ की न केवल सौगात दी अपितु 15 वर्षों के भाजपा के सुशासन ने छत्तीसगढ़ को देश-विदेश के मानचित्र में स्थापित कर छत्तीसगढ़ के गौरव और मान-सम्मान को बढ़ाया, छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा दिया।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक श्री सुंदरानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा गया पत्र भी मुख्यमंत्री बघेल का राजनीतिक पाखंड ही है और अपना यह पाखंड बेनक़ाब होने पर अब कांग्रेस के लोग चरित्र हनन की राजनीति करते हुए झूठ का रायता फैलाने में लग गए हैं और अनर्गल प्रलाप करके ख़ुद को उपहास का पात्र बना रहे हैं। श्री सुंदरानी ने कहा कि कांग्रेस अब चाहे जितना झूठ फैला ले, प्रदेश की जनता कांग्रेस की छत्तीसगढ़ और खासकर छत्तीसगढ़ी विरोधी मानसिकता को बखूबी पहचान गयी है।
 

NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला ने रविवि परीक्षा शुल्क को कम ना करने पर दी उग्र आँदोलन की चेतावनी

NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला ने रविवि परीक्षा शुल्क को कम ना करने पर दी उग्र आँदोलन की चेतावनी

रायपुर, आज एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला के नेतृत्व मे रविवि मे परीक्षा शुल्क कम करने के लिये कुलसचिव को ज्ञापन सौपा गया।


ज्ञापन मे एनएसयूआई द्वारा विश्वविधालय प्रबन्धन को इस ओर अवगत कराया गया है कि पूरा देश, प्रदेश और विश्व इस समय कोविड-19 के वैश्विक महामारी से पीडि़त है, सारी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है। छात्रों का वर्ग भी इस महामारी से अछूता नहीं रहा है।


प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया की आज कोविड-19 महामारी मे कोई भी महाविद्यालय छात्रों की परीक्षा लेने पर सहमति नहीं बना पा रहा है वही रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय भी अभी तक अपनी नीतियों को स्पष्ट नहीं कर पाया है।


कुलसचिव से प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला सहित प्रदेश सचिव अरुणेश मिश्रा व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शान्तनु झा ने अनुरोध करते हुए छात्रों से केवल ऑनलाइन एंट्री के लिए न्यूनतम फीस तय करने की माँग रखी और परीक्षा शुल्क के नाम पर अवैध उगाही ना करने के लिये कहाँ।
अटल विश्वविद्यालय बिलासपुर ने आम छात्रों की फीस माफ करके एक मिसाल कायम किया है।


छात्र नेताओ ने महोदय से कहा की आप छात्रों की परीक्षा का शुल्क माफ कर एक अद्भुत मिसाल और उदाहरण पेश करें ताकि छात्र आपको सालों साल तक आपकी उदारता के लिए याद करें ना कि छात्रों से अवैध उगाही करें।


आज NSUI ने ज्ञापन के तौर पर रविवि प्रबंधन से अपनी मांगों को रखा है और अगर हमारी मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं हुई तो भविष्य में उग्र से उग्र आंदोलन करने से भी NSUI पीछे नहीं हटेगी और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी आपकी और केवल आपकी होगी।

 

भारत एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करनेवाला रहेगा- डॉ मोहन भागवत

भारत एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करनेवाला रहेगा- डॉ मोहन भागवत

रायपुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छत्तीसगढ़ और महाकोशल प्रान्त के प्रान्त टोली के अधिकारियों की बैठक जागृति मंडल, गोविन्द नगर में रविवार को सम्पन्न हुई। बैठक में दोनों प्रान्त की छोटी टोली के सभी अपेक्षित अधिकारी सम्मिलित हुए। बैठक समापन सत्र को संबोधित करते हुए संघ संचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा-भारत एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करनेवाला रहेगा। डॉ. मोहन भागवत ने बैठक के पूर्व जागृति मंडल के प्रांगण में सुबह पौधारोपण किया। इस अवसर पर संघ के अन्य अधिकारी गण भी उपस्थित थे।

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बैठक के समापन सत्र में डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि भारत की जलवायु, भारत की भूमि, भारत की मान्यताएं, भारत की परंपराएं, भारत का सामथ्र्य इतना है कि, यदि हम सब संकल्प लेंगे तो भारत को आत्मनिर्भर बनाने में कोई कठिनाई नहीं है। देश के स्वाभिमान, देश के स्वावलंबन इस प्रकार हम सब इसका विचार करते हुए अपना देश आत्मनिर्भर बनने के लिए मैं एक व्यक्ति के नाते, हम एक समूह के नाते हमारी जो जिम्मेदारियां है, उसका हम पालन करेंगे। आत्मनिर्भर बनाने में हम अपना व्यक्तिगत और सामूहिक जीवन में जितना आवश्यक बातों को अंगीकार करेंगे तो यह देश एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करनेवाला रहेगा।