BIG BREAKING : सी.पी. राधाकृष्णन होंगे भारत के नए उपराष्ट्रपति    |    साय कैबिनेट की बैठक खत्म, लिए गए कई अहम निर्णय    |    CG Accident : अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराई तेज रफ्तार कार, युवक-युवती की मौके पर ही मौत, 3 की हालत गंभीर    |    Corona Update : छत्तीसगढ़ में फिर डराने लगा कोरोना, इस जिले में एक ही दिन में मिले इतने पॉजिटिव मरीज    |    प्रदेशवासियों को बड़ा झटका, बिजली दरों में हुई बढ़ोतरी, जाने प्रति युनिट कितने की लगेगी चपत    |    छत्तीसगढ़ में बढ़ा कोरोना का खतरा: 20 दिनों में 3 मौतों के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर    |    Ration Card के बदले रोजगार सहायक की Dirty Deal, बोला- ‘पहले मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाओ फिर मिलेगा राशन कार्ड    |    छत्तीसगढ़ में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना, रायपुर में सबसे ज्यादा केस, राज्य में कुल 45 एक्टिव केस    |    Corona Update : देशभर में फिर बढ़ने लगा कोरोना का कहर, राजधानी में एक्टिव केस 700 के पार, अब तक 7 की मौत…    |    Corona Update: छत्तीसगढ़ में बढ़ी कोरोना की रफ्तार: रायपुर में 11, प्रदेश में 17 नए पॉजिटिव, एक्टिव केस 50 के पार    |
 स्विस बैंक में 20 हजार करोड़ से अधिक हुआ भारतीयों का धन, लेकिन ग्राहक जमा में आई कमी

स्विस बैंक में 20 हजार करोड़ से अधिक हुआ भारतीयों का धन, लेकिन ग्राहक जमा में आई कमी

स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीयों का जमा पैसा बढ़कर 20 हजार करोड़ के पार पहुंच गया है। स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक की तरफ से बृहस्पतिवार को जारी सालाना डाटा के मुताबिक, साल 2020 के दौरान स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों और संस्थानों व कंपनियों का जमा धन बढ़कर 2.55 अरब स्विस फ्रैंक (करीब 20,700 करोड़ रुपये) से अधिक हो गया।

एकतरफ जहां निजी बैंक खातों में जमा पैसे में कमी आई, वहीं सिक्योरिटीज व अन्य तरीकों में वित्तीय संस्थानों और कंपनियों की तरफ से जमकर पैसा जमा कराया गया है। स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) के डाटा के मुताबिक, साल 2019 के अंत तक भारतीयों की जमा रकम का आंकड़ा 899 मिलियन स्विस फ्रैंक (6,625 करोड़ रुपये) था। 2019 का आंकड़ा दो साल की गिरावट के ट्रेंड के उलट था और पिछले 13 साल में बैंक में भारतीयों की जमा का सर्वोच्च स्तर था।

बैंक के मुताबिक, इससे पहले साल 2006 में लगभग 6.5 बिलियन स्विस फ्रैंक के साथ भारतीयों की जमा रकम ने रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था, लेकिन इसके बाद  2011, 2013 और 2017 को छोड़कर स्विस बैंक में पैसा जमा कराने में भारतीयों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई थी। लेकिन 2020 ने जमा रकम के सारे आंकड़े पीछे छोड़ दिए। साल 2020 में भारतीय जमा राशि में जहां निजी कस्टमर खातों की हिस्सेदारी करीब 4000 करोड़ रुपये थी, वहीं 3100 करोड़ रुपये अन्य बैंकों के जरिये जमा कराए गए थे।

करीब 16.5 करोड़ रुपये ट्रस्ट आदि के थे और सबसे ज्यादा 13,500 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी भारतीयों को स्विस बैंकों की तरफ से बांड, सिक्योरिटीज व अन्य वित्तीय तरीकों के बदले मिलने वाली रकम की थी। वहीं 38.3 करोड़ स्विस फ्रैंक (3,100 करोड़ रुपये से अधिक) अन्य बैंकों के जरिये रखे गये हैं। न्यास के जरिये 20 लाख स्विस फ्रैंक (16.5 करोड़ रुपये) जबकि सर्वाधिक 166.48 करोड़ स्विस फ्रैंक (करीब 13,500 करोड़ रुपये) बांड, प्रतिभूति और अन्य वित्तीय उत्पादों के रूप में रखे गये हैं।

एसएनबी ने कहा कि ग्राहक खाता जमा के रूप में वर्गीकृत कोष वास्तव में 2019 की तुलना में कम हुआ है। वर्ष 2019 के अंत में यह 55 करोड़ स्विस फ्रैंक था। ट्रस्ट यानी न्यास के जरिये रखा गया धन भी 2019 में 74 लाख स्विस फ्रैंक के मुकाबले पिछले साल आधे से भी कम हो गया है। हालांकि, दूसरे बैंकों के माध्यम से रखा गया कोष 2019 के 8.8 करोड़ स्विस फ्रैंक के मुकाबले तेजी से बढ़ा है।

वर्ष 2019 में चारों मामलों में कोष में कमी आयी थी। ये आंकड़े बैंकों ने एसएनबी को दिये हैं और यह भारतीयों द्वारा स्विट्जरलैंड के बैंकों में रखे जाने वाले काले धन के बारे में कोई संकेत नहीं देता है। इन आंकड़ों में वह राशि भी शामिल नहीं है जो भारतीय, प्रवासी भारतीय या अन्य तीसरे देशों की इकाइयों के जरिये स्विस बैंकों में रख सकते हैं।

एसएनबी के अनुसार, उसका आंकड़ा भारतीय ग्राहकों के प्रति स्विस बैंकों की ‘कुल देनदारी’ को बताता है। इसके लिये स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों के सभी प्रकार के कोषों को ध्यान में रखा गया है। इसमें व्यक्तिगत रूप से, बैंकों और कंपनियों से प्राप्त जमा शामिल हैं। इसमें भारत में स्विस बैंकों की शाखाओं से प्राप्त आंकड़े ‘गैर-जमा देनदारी’ के रूप में शामिल हैं।

कुल मिलाकर स्विस बैंकों में विभिन्न देशों के ग्राहकों की जमा राशि 2020 में बढ़कर करीब 2,000 अरब स्विस फ्रैंक पहुंच गयी। इसमें से 600 अरब स्विस फ्रैंक विदेशी ग्राहकों की जमा राशि है। सूची में ब्रिटेन अव्वल है। उसके नागरिकों के स्विस बैंकों में 377 अरब स्विस फ्रैंक जमा हैं। उसके बाद अमेरिका के (152 अरब स्विस फ्रैंक) का स्थान है।

शीर्ष 10 में अन्य वेस्ट इंडीज, फ्रांस, हांगकांग, जर्मनी, सिंगापुर, लक्जमबर्ग, केमैन आईलैंड और बहामास हैं। भारत इस सूची में 51वें स्थान पर है और न्यूजीलैंड, नॉर्वे, स्वीडन, डेनमार्क, हंगरी, मॉरीशस, पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा श्रीलंका जैसे देशों से आगे है। ब्रिक्स देशों में भारत, चीन और रूस से नीचे लेकिन दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील से आगे है।

आंकड़े के अनुसार स्विस बैंकों में ब्रिटेन, अमेरिका के ग्राहकों का धन कम हुआ। बांग्लादेश के भी ग्राहकों का धन घटा लेकिन पाकिस्तानी ग्राहकों का कोष दोगुना होकर 64.20 करोड़ सीएचएफ (स्विस फ्रैंक) हो गया। इस बीच, बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट (बीआईएस) के आंकड़े के अनुसार 2020 में इस प्रकार का कोष करीब 39 प्रतिशत बढ़कर 12.59 करोड़ डॉलर (932 करोड़ रुपये) पहुंच गया। एक समय भारतीय और स्विस अधिकारी भारतीय के स्विस बैंकों में जमा के बारे में बीआईएस के आंकड़े को ज्यादा भरोसेमंद मानते थे।

स्विस प्राधिकरण ने हमेशा कहा है कि भारतीयों की स्विट्जरलैंड में जमा संपत्ति को काला धन नहीं माना जा सकता है और वे कर धोखाधड़ी तथा कर चोरी के खिलाफ हमेशा भारत का समर्थन करते रहे हैं। भारत और स्विट्जरलैंड के बीच कर मामलों में सूचना के स्वत: आदान-प्रदान की व्यवस्था 2018 से है। इस व्यवस्था के तहत 2018 से स्विस वित्तीय संस्थानों में रखने वाले सभी भारतीय निवासियों की विस्तृत वित्तीय जानकारी पहली बार सितंबर 2019 में भारतीय कर अधिकारियों को प्रदान की गई थी। व्यवस्था के तहत इसका हर साल पालन किया जाना है।
 
सरकार ने गाड़ियों के पॉल्यूशन सर्टिफिकेट यानी PUC सर्टिफिकेट्स को लेकर बदले नियम , जानिए क्या है नियम

सरकार ने गाड़ियों के पॉल्यूशन सर्टिफिकेट यानी PUC सर्टिफिकेट्स को लेकर बदले नियम , जानिए क्या है नियम

नई दिल्ली: गाड़ियों के पॉल्यूशन सर्टिफिकेट यानी PUC को लेकर सरकार ने बदले कुछ नियम, आमतौर पर हम इसे लेकर ज्यादा गंभीर नहीं होते है और न तो नियमित रूप से गाड़ियों का प्रदूषण चेकअप कराते हैं। प्रदूषण चेकअप के नाम पर सिर्फ PUC सर्टिफिकेट बनवाने की रस्म अदायगी ही होती है। भले ही गाड़ी कितना ही धुंआ क्यों न फेंक रही हो। लेकिन अब ये सब नहीं चलने वाला।

 

 

 

 

P

UC सर्टिफिकेट्स को लेकर सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) को अब सभी गाड़ियों के लिए पूरे देश में यूनिफॉर्म बनाया जाएगा. साथ ही PUC को नेशनल रजिस्टर से लिंक भी किया जाएगा| आपकी गाड़ी का प्रदूषण स्तर कैसा है, इसके लिए आपको एक निश्चित समय के बाद गाड़ी के प्रदूषण की जांच कराना होती है एक सर्टिफिकेट लेना होता है जिसे PUC सर्टिफिकेट कहते हैं| ये हर राज्य में अलग अलग रूप और फॉर्मेट में होता है. लेकिन अब सरकार ने फैसला किया है कि अब पूरे देश में PUC एकसमान होगा और साथ ही इसमें कुछ नए फीचर्स भी जोड़े जाएंगे, जिससे गाड़ी मालिकों को सहूलियत होगी.

आइए 10 प्वाइंट्स में जानते हैं कि क्या है सरकार के इस नए PUC सर्टिफिकेट नियमों में खास

1. सड़क परिवहन मंत्रालय ने PUC का एक नया फॉर्मेट जारी किया है, जो पूरे देश में एक जैसा होगा.
2. पीयूसी फॉर्म पर QR कोड होगा, जिसमें कई तरह की जानकारियां होंगी, जैसे गाड़ी के मालिक का नाम और उसके एमिशन का स्टेटस क्या है, यानी कितना धुंआ छोड़ रहा है.
3. पीयूसी डेटाबेस को नेशनल रजिस्टर से जोड़ा जाएगा, नेशनल रजिस्टर में दर्ज जानकारियों से पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लिंक होगा|
4. नए PUC फॉर्म में अब गाड़ी के मालिक का मोबाइल नंबर होगा, उसका पता, गाड़ी का इंजन नंबर और चेसिस नंबर भी दर्ज होगा|
5. पीयूसी में गाड़ी के मालिक का मोबाइल नंबर दर्ज होना अनिवार्य होगा, जिस पर वैलिडेशन और फीस के लिए SMS अलर्ट भेजा जाएगा
6. पहली बार रिजेक्शन स्लिप की शुरुआत की गई है. अगर किसी गाड़ी में प्रदूषण स्तर अधिकतम तय सीमा से ज्यादा है तो उसे रिजेक्शन स्लिप थमा दी जाएगी|
7. इस स्लिप को लेकर गाड़ी की सर्विसिंग के लिए सर्विस सेंटर जाना होगा. अगर वहां पॉल्यूशन नापने वाली मशीन खराब है तो मालिक दूसरे सेंटर जा सकता है|
8. अगर प्रवर्तन अधिकारी के पास यह मानने का कारण है कि गाड़ी एमिशन मानकों के प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है. तो वह लिखित रूप में या इलेक्ट्रॉनिक मोड के माध्यम से चालक या वाहन के प्रभारी व्यक्ति को गाड़ी की जांच के लिए किसी ऑथराइज्ड टेस्टिंग सेंटर में जमा करने का निर्देश दे सकता है.
9. अगर गाड़ी का मालिक जांच के लिए वाहन नहीं लाता तो उस पर पेनल्टी लगेगी. रजिस्ट्रेशन अधिकारी लिखित में कारण दर्ज करने के बाद रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) और परमिट को भी निलंबित कर सकेगा.
10. यह निलंबन तब तक रहेगा, जब तक कि PUC नहीं बन जाता.

 

 

 

 सोने और चांदी के कीमतों में आज जबरदस्त गिरावट, जाने क्या है आज के भाव

सोने और चांदी के कीमतों में आज जबरदस्त गिरावट, जाने क्या है आज के भाव

मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बयान के बाद विदेशों में दोनों कीमती धातुओं में रही जबरदस्त गिरावट के दबाव में घरेलू स्तर पर भी सोने-चाँदी के भाव धराशायी हो गये। एमसीएक्स वायदा बाजार में सोना 1,480 रुपये यानी 3.05 प्रतिशत लुढ़ककर 47,026 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। सोना मिनी भी 1,375 रुपये की गिरावट के साथ 46,904 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। चाँदी 2,795 रुपये यानी 3.91 प्रतिशत टूटकर 68,673 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बिकी। चांदी मिनी भी 2,542 रुपये की कमजोर हुई और 68,964 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गई।

फेड के बयान में आने वाले समय में वर्ष 2023 तक नीतिगत ब्याज दरों में 0.6 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना व्यक्त की गई है। इससे निवेशकों ने सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की पूँजी बाजार में पैसा लगाया जिससे पीली धातु दबाव में आ गई।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हाजिर 40.70 डॉलर लुढ़ककर 1,778.25 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। इससे पहले बुधवार को भी इसमें भारी गिरावट रही थी। अगस्त का अमेरिकी सोना वायदा भी 81 डॉलर की बड़ी गिरावट के साथ 1,780.40 डॉलर प्रति औंस बोला गया। चाँदी हाजिर 0.88 डॉलर चमककर 26.35 डॉलर प्रति औंस के भाव बिकी।
ट्विटर के अधिकारियों को संसदीय समिति ने किया तलब, सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर होंगे सवाल जवाब

ट्विटर के अधिकारियों को संसदीय समिति ने किया तलब, सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर होंगे सवाल जवाब

नई दिल्ली। ट्विटर और सरकार के बीच जारी तनातनी बढ़ती जा रही है। ट्विटर के खिलाफ देश में एफआईआर दर्ज भी होने लगी है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने आईटी नियमों का पालन नहीं करने को लेकर ट्विटर कंपनी से कानूनी संरक्षण छीन लिया है। वहीं आज ट्विटर के अधिकारी संसदीय समिति के सामने पेश होंगे। आईटी को लेकर गठित स्थाई समिति इस दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म  के दुरुपयोग को लेकर सवाल-जवाब करेगी। साथ ही सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल से बचने को लेकर भी जानकारी मांगी जाएगी। बता दें कि नए आईटी कानून को लागू करने में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अगुवाई वाली कमेटी ने फेसबुक, ट्विटर समेत कई बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को तलब किया था|
|
संसदीय समिति के नोटिस के मुताबिक, 18 जून को होने वाली बैठक का एजेंडा लोगों के अधिकारों को लेकर ट्विटर अधिकारियों की बात को सुनना है। इस दौरान प्लेटफॉर्म्स के दुरुपयोग के अलावा डिजिटल क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा पर भी चर्चा की जाएगी। केंद्र ने हाल ही में ट्विटर का इंटरमीडियरी का दर्जा खत्म कर दिया है।साथ ही कंपनी को भारतीय कानूनों की सीमा में भी लाया गया है। 

दरअसल, 2021 में किसान आंंदोलन के दौरान सरकार ने कई अकाउंट को बंद करने का आदेश दिया था, लेकिन ट्विटर ने बोलने की आजादी का हवाला देते हुए सरकार का आदेश मानने से इनकार कर दिया । जिसके बाद सरकार ने ट्विटर पर नए नियम लागू करने को कहा, लेकिन यहां भी कंपनी ने सरकार के नए नियम लागू करने में कई खामियों का जिक्र करते हुए तीन महीनों का वक्त मांगा। हालांकि तीन महीने की अवधि खत्म होने के बाद भी कंपनी की ओर से आदेश का पालन नहीं किया गया। इसके अलावा फरवरी में ट्विटर के फाउंडर जैक डोर्सी ने किसान अंदोलन का समर्थन करने वाले ट्वीट्स को लाइक किया था। सरकार ने इस प्लेटफॉर्म की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए थे। 

ऐसा हैंड-सेनिटाइजर जो न ही पर्यावरण को नुकसान पहुचाएगा और हाथों में सूखापन नहीं आने देगा, पढ़े पूरी खबर

ऐसा हैंड-सेनिटाइजर जो न ही पर्यावरण को नुकसान पहुचाएगा और हाथों में सूखापन नहीं आने देगा, पढ़े पूरी खबर

बाजार में जल्द ऐसा हैंड-सेनिटाइजर उपलब्ध हो जायेगा, जो पर्यावरण को कोई क्षति नहीं पहुंचाता और जो इतना कोमल है कि उसे लगाने से हाथों में सूखापन नहीं आता। यह सेनिटाइजर अलकोहल मुक्त है। साथ ही यह न तो ज्वलनशील है और न टॉक्सिक, यानी यह बिलकुल जहरीला नहीं है। इसे पुणे के एक स्टार्ट-अप ने सिल्वर नैनोपार्टिकल्स से विकसित किया है। हाथों पर लगातार सेनिटाइजरलगाने से हाथ सूख जाते हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों को हाथों के सूखेपन की समस्या का सामना करना पड़ता रहा है। वी-इनोवेट बायोसॉल्यूशंस द्वारा विकसित हैंड सेनिटाइजरकिटाणुओं से लड़ने की प्रक्रिया को बढ़ा देता है, यानी इसका असर लंबे समय तक कायम रहता है, जिसके कारण इसे बार-बार लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। सिल्वर नैनोपार्टिकल्स में सिल्वर आयंस धीमे और सतत तरीके से निकलते रहते हैं और जो भी माइक्रो-ऑर्गेनिज्म संपर्क में आते हैं, वे फौरन मर जाते हैं। इसके अलावा इसे आसानी से रखा जा सकता है।

क्लीनिकल ट्रायल के हवाले से यह हैंड सेनिटाइजरसेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन-सीडीएससीओ) की कसौटी पर खरा उतरा है और इसने वायरस को मारने में अपनी ताकत भी साबित की है।

वी-इनोवेट बायोसॉल्यूशंस को राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास बोर्ड (एनएसटीईडीबी) के कवच2020 अनुदान द्वारा समर्थन प्राप्त है। यह संस्था विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अधीन है। इसे पुणे के उद्यमिता विकास केंद्र (उपक्रम केंद्र) में विकसित किया गया है।इन सबने कोलॉयडल सिल्वर सोल्यूशन आधारित हैंड सेनिटाइजरविकसित किया है। उल्लेखनीय है कि कोलॉयडल सिल्वर सोल्यूशन एक ऐसा घटक होता है, जो बैक्टीरिया को मारने और घाव की मरहम-पट्टी करने के काम आता है। इसमें शुद्ध चांदी का इस्तेमाल होता है। इस सेनिटाइजरकी तकनीक सिल्वर नैनोपार्टिकल्स पर आधारित है, ताकि वायरल निगेटिव-स्ट्रैंड आरएनए और वायरल बडिंग को मिलने से रोकता है। यानी वायरस अपनी तादाद बढ़ाने के लिये पनपने वाले वायरस से मेल न कर पाये।

वी-इनोवेट बायोसॉल्यूशंस की सह-संस्थापक और मुख्य संचालक अधिकारी (सीओओ) ड़ॉ. अनुपमा इंजीनियर ने कहा, “अध्ययन के नतीजों से हम पूरी तरह विश्वास से ओतप्रोत हैं और भारत के सीडीएससीओ से अपने हैंड सेनिटाइजरनुस्खे के लिये लाइसेंस का इंतजार कर रहे हैं। हमें यकीन है कि इस तरह के नवाचार से देश के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को बल मिलेगा और भविष्य में इस तरह की महामारी का सामना करने में भारत खुद अपने बल पर सक्षम होगा।”

सिल्वर नैनोपार्टिकल्स को एंटी-वायरल एजेंट के रूप में कारगर पाया गया है, जो एचआईवी, हेपेटाइटिस-बी, हर्पीज सिंप्लेक्स वायरस, इंफ्लूएंजा वायरस जैसे घातक वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। हाल की रिपोर्टों से पता चला है कि ग्लूटेथियोन कैप्ड-एजी2एस एनसी (सिल्वर नॉन-क्लस्टर्स) कोरोनावायरस के खिलाफ काम करता है। यह काम वह वायरल निगेटिव-स्ट्रैंड आरएनए और वायरल बडिंग को मिलने से रोककर करता है। कोलायडल सिल्वर पर वी-इनोवेट बायोसॉल्यूशंस की प्रौद्योगिकी आधारित है, जो आरएनए को अपनी तादाद बढ़ाने से रोकता है, जिससे कोविड-19 के फैलाव पर अंकुश लगता है। वह कारगर तरीके से सतह पर मौजूद ग्लाकोप्रोटीन्स को भी ब्लॉक कर देता है।

इस समय समूह यह भी मूल्यांकन कर रहा है कि विभिन्न प्रकार के वायरस पर यह हैंड सेनिटाइजरकितना कारगर है। 

 'आत्मनिर्भर भारत' और "वोकल फॉर लोकल' के आह्वान से इस आयोग ने महामारी के दौरान रिकॉर्ड तोड़ कारोबार दर्ज किया

'आत्मनिर्भर भारत' और "वोकल फॉर लोकल' के आह्वान से इस आयोग ने महामारी के दौरान रिकॉर्ड तोड़ कारोबार दर्ज किया

कोविड-19 महामारी से पूरी तरह से प्रभावित साल 2020-21 में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने अपना अब तक का सबसे अधिक कारोबार दर्ज किया है। वर्ष 2020-21 में आयोग ने 95,741.74 करोड़ रुपये का सकल वार्षिक कारोबार दर्ज किया। पिछले वर्ष यानी 2019-20 में हुए 88,887 करोड़ रुपए के कारोबार में इस साल करीब 7.71 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। 2020-21 में खादी आयोग का रिकॉर्ड प्रदर्शन बहुत महत्व रखता है क्योंकि पिछले साल 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा के चलते उत्पादन गतिविधियाँ तीन महीने से अधिक समय तक निलंबित रहीं थी। इस अवधि के दौरान सभी खादी उत्पादन इकाइयाँ और बिक्री आउटलेट बंद रहे जिससे उत्पादन और बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई। हालांकि, खादी आयोग तेजी से माननीय प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' और ‘वोकल फॉर लोकल’ के आह्वान पर तेजी से काम किया। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री, श्री नितिन गडकरी के अनोखे मार्केटिंग आइडिया ने केवीआईसी की उत्पाद श्रृंखला को और विविधता प्रदान की, स्थानीय उत्पादन को बढ़ाया और खादी के क्रमिक विकास का मार्ग प्रशस्त किया।

वर्ष 2015-16 की तुलना में, 2020-21 में खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्रों में कुल उत्पादन में 101 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि इस अवधि के दौरान कुल बिक्री में 128.66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

खादी ई-पोर्टल, खादी मास्क, खादी फुटवियर, खादी प्राकृतिक पेंट और खादी हैंड सैनिटाइज़र आदि का शुभारंभ, नई प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) इकाइयों की रिकॉर्ड संख्या की स्थापना, नए स्फूर्ति क्लस्टर, स्वदेशी' के लिए सरकार की पहल और खादी आयोग का अर्धसैनिक बलों के सामाग्री की आपूर्ति करने के ऐतिहासिक समझौते से महामारी के इस दौर में केवीआईसी के कारोबार में वृद्धि हुई। ग्रामोद्योग ने 2019-20 में 65,393.40 करोड़ रुपए के खादी उत्पादन की तुलना में 2020-21 में 70,329.67 करोड़ रुपए का उत्पादन किया। इसी तरह से वित्त वर्ष 2020-21 में ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री 92,214.03 करोड़ रुपए की हुई। जबकि 2019-20 में यह आंकड़ा 84,675.29 करोड़ का था।

खादी क्षेत्र में उत्पादन और बिक्री में थोड़ी गिरावट आई क्योंकि देश भर में कताई और बुनाई गतिविधियां महामारी के चलते बंद रहीं। खादी क्षेत्र में 2020-21 में कुल उत्पादन 1904.49 करोड़ रुपये का हुआ जबकि 2019-20 में यह आंकड़ा 2292.44 करोड़ रुपए का था। 2020-21 में कुल खादी बिक्री 3527.71 करोड़ रुपए की हुई और पिछले वर्ष में यह बिक्री 4211.26 करोड़ रुपए की थी।

केवीआईसी के अध्यक्ष श्री विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि महामारी के दौरान लोगों ने 'आत्मनिर्भर भारत' और "वोकल फॉर लोकल' के आह्वान को पूरे जोश से पूरा किया है। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान केवीआईसी का खास ध्यान कारीगरों और बेरोजगार युवाओं के लिए स्थायी रोजगार सृजित करना था। आर्थिक संकट का सामना करते हुए, बड़ी संख्या में युवाओं ने पीएमईजीपी के तहत स्वरोजगार और विनिर्माण गतिविधियों को अपनाया जिससे ग्रामोद्योग क्षेत्र में उत्पादन में वृद्धि हुई। साथ ही, स्वदेशी उत्पादों को खरीदने की प्रधानमंत्री की अपील के बाद खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई। 

 सिर्फ 999 रुपए में हवाई सफर करने का सुनहरा मौका, जानिए वो कैसे

सिर्फ 999 रुपए में हवाई सफर करने का सुनहरा मौका, जानिए वो कैसे

 नई दिल्ली। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई अलायंस एयर ने आज मानसून बोनेंजा सेल की घोषणा की जिसके तहत चुनिंदा मार्गों पर किराया 999 रुपये से शुरू होगा। एयरलाइन ने बताया कि सेल 19 जून से 21 जून तक रहेगा। इसके तहत 01 अगस्त से 31 अक्टूबर तक की यात्रा के लिए टिकट बुक कराये जा सकेंगे। बेंगलुरु-मैसुरु, मैसुरु बेंगलुरु, मैसुरु-कोच्चि, कोच्चि-मैसुरु, हैदराबाद-बेलगाम, बेलगाम-हैदराबाद, दिल्ली-चंडीगढ़, चंडीगढ़-दिल्ली, कोलकाता-भुवनेश्वर और रायपुर-कोलकाता जैसे मार्गों को ऑफर में शामिल किया गया है। सेल के तहत किराया 999 रुपये से शुरू होगा। इसके अलावा यात्री एक बार यात्रा की तारीख में नि:शुल्क परिवर्तन करा सेंकेंगे। अलायंस एयर ने बताया कि इन मार्गों पर वह 70 सीटों वाले एटीआर72 विमानों का परिचालन करेगी।
Facebook:फेसबुक की नई पहल, हेल्थ एक्सपर्ट आपको रखेंगे फर्जी खबरों से दूर

Facebook:फेसबुक की नई पहल, हेल्थ एक्सपर्ट आपको रखेंगे फर्जी खबरों से दूर

नई दिल्ली। अपने यहां जैसे-जैसे कोरोना का कहर बढ़ा है, इसके बारे में लोगों के बीच भ्रांति भी खूब फैली है। कहीं लोग कोरोना माई की पूजा कर रहे हैं तो कहीं इसका मंदिर भी बन गया। इन सब बातों को सोशल मीडिया के जरिए भी खूब फैलाया गया है। लेकिन अब सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक इस बारे में एक नई पहल कर रह है। इससे आप फर्जी खबरों से दूर रहेंगे।

थर्ड पार्टी चेकिंग
फेसबुक से जारी एक बयान में बताया गया `भारत में कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए और कोरोना से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए फेसबुक बड़ी पहल करने जा रहा है। फेसबुक थर्ड पार्टी फैक्ट चेकिंग कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की जाएगी।`

द हेल्दी इंडियन प्रोजेक्ट के साथ साझेदारी
स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को समझने में मदद के लिए फेसबुक ने द हेल्दी इंडियन प्रोजेक्ट यानि थिप के साथ साझेदारी की है। थिप भारत में फेसबुक का पहला हेल्थ स्पेशलिस्ट पार्टनर है। कंपनी का कहना है कि थिप अनुभवी और वेरिफाइड डॉक्टरों की मदद से फैक्ट चेकिंग करेगा और गुमराह करने वाली खबरों और गलत दावों से आपको दूर रखेगा।

कई भाषाओं में मिलेगी जानकारी
यह हिंदी, अंग्रेजी, बंगला, पंजाबी और गुजराती भाषा में लोगों को दवा, डाइट और इलाज के बारे में जानकारी देगा।

 सोने और चांदी के कीमतों में आज भारी गिरावट, जाने क्या है आज के भाव

सोने और चांदी के कीमतों में आज भारी गिरावट, जाने क्या है आज के भाव

आज सोने के दाम में गिरावट देखी गई है. इसके अलावा चांदी की कीमत भी थोड़ी गिरी हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव में इजाफा देखने को मिला है. आइए जानते हैं क्या है आज के सोने और चांदी का भाव और कल के मुकाबले कीमत में कितना फर्क आया है. 

ये है आज का भाव
सोना-चांदी दोनों के दाम कम हुए हैं. भारतीय बाजार में सोने की कीमत घटने के साथ चांदी की कीमत में भी गिरावट आई है. आज यानी 17 जून की सुबह 999 शुद्धता वाले 24 कैरट सोने का दाम 47611 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जिसका भाव बुधवार शाम को 48397 रुपये प्रति 10 ग्राम था. वहीं आज चांदी के रेट भी कम हुए हैं. 999 शुद्धता वाली चांदी का आज का भाव 70079 रुपये प्रति किलो है, जो कि बुधवार की शाम तक 70079 रुपये प्रति किलो था. 

हॉलमार्किंग हुई अनिवार्य
केंद्र सरकार की तरफ से सोने के आभूषण की हॉलमार्किंग अब अनिवार्य हो गया है. इसका मतलब ये हुआ कि उसके बाद कोई भी ज्वेलर्स बिना हॉलमार्किंग के सोने के आभूषण नहीं बेच पाएंगे. फिलहाल ये नियम देश के चुनिंदा ऐसे 256 ज़िलों में लागू हुआ है. इन जिलों में सोने की जांच के लिए सेंटर बनाए गए हैं. सरकार की कोशिश है कि इसे जल्द पूरे देश में लागू कर दिया जाए.


इन्हें मिलेगी छूट
हालांकि, कुछ किस्म के सोने के आभूषणों और वस्तुओं को अभी इस नियम से छूट दी गई है. ऐसे ज्वेलर्स जिनका टर्नओवर 40 लाख रुपए से कम है उन्हें इस नियम से छूट दी गई है. मतलब, वो बिना हॉलमार्किंग के भी सोना बेच सकते हैं. घड़ियां, फाउंटेन पेन और कुंदन, पोलकी और जड़ाऊ जैसे विशेष किस्म के सोने के आभूषणों पर भी ये नियम लागू नहीं होगा.
 
शेयर बाजार- 282 अंक लुढ़का सेंसेक्स

शेयर बाजार- 282 अंक लुढ़का सेंसेक्स

 मुंबई: कमजोर वैश्विक रुख के कारण आज सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को शेयर बाजार लाल निशान पर खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 282.82 अंकों (0.54 फीसदी) की गिरावट के साथ 52,219.16 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 89.30 अंकों (0.57 फीसदी) की गिरावट के साथ 15,678.20 के स्तर पर खुला। आज 587 शेयरों में तेजी आई, 1160 शेयरों में गिरावट आई और 95 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। 
दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज शुरुआती कारोबार के दौरान एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाइटन, शियन पेंट्स, टीसीएस और इंफोसिस के शेयर हरे निशान पर खुले। वहीं नेस्ले इंडिया, आईटीसी, भारती एयरटेल, ओएनजीसी, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, सन फार्मा और एक्सिस बैंक के शेयर लाल निशान पर खुले।
प्री ओपन के दौरान सुबह 9.01 बजे सेंसेक्स 214.71 अंक (0.41 फीसदी) नीचे 52287.27 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 109.70 अंक (0.70 फीसदी) नीचे 15657.80 पर था।
बीते सप्ताह सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से पांच कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 1,01,389.44 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक लाभ में आईटी क्षेत्र की कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस रहीं। समीक्षाधीन सप्ताह में जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और बजाज फाइनेंस के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई, वहीं एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, आइसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार मूल्यांकन घट गया।

पिछले कारोबारी दिन सेंसेक्स 9.16 अंकों (0.02 फीसदी) की मामूली तेजी के साथ 52,782.21 के स्तर पर खुला। वहीं निफ्टी 21.75 अंकों (0.14 फीसदी) की गिरावट के साथ 15,847.50 के स्तर पर खुला था। बुधवार को शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। सेंसेक्स 271.07 अंकों (0.51 फीसदी) की गिरावट के साथ 52,501.98 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 101.70 अंक यानी 0.64 फीसदी की गिरावट के साथ 15,767.55 के स्तर पर बंद हुआ था।


 पेट्रोल-डीजल की कीमत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 107 रुपये लीटर तक पहुंचा दाम

पेट्रोल-डीजल की कीमत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 107 रुपये लीटर तक पहुंचा दाम

नई दिल्ली। एक दिन की स्थिरता के बाद आज यानी बुधवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर बढ़ोतरी हो गई है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल को आज फिर महंगा कर दिया है। लगातार महंगा हो रहा पेट्रोल इस समय कुछ शहरों में 107 रुपये लीटर के पार बिक रहा है। बता दें कि आज पेट्रोल की कीमत में 25 पैसे प्रति लीटर तो वहीं, डीजल की कीमत में 13 पैसे तक की तेजी आई है। आज दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 96.66 रुपये और डीजल का दाम 87.41 रुपये है।

इन शहरों 105 रुपये के पार हुआ पेट्रोल 
- राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 107.79 रुपये और डीजल 100.51 रुपये प्रति लीटर
- मध्यप्रदेश के अनूपनगर में पेट्रोल 107.43 रुपये और डीजल 98.43 रुपये प्रति लीटर
- रीवा में पेट्रोल 107.07 रुपये और डीजल 98.10 रुपये प्रति लीटर
- भोपाल में पेट्रोल 104.85 रुपये और डीजल 96.05 रुपये प्रति लीटर
- परभणी में पेट्रोल 105.16 रुपये और डीजल 95.63 रुपये प्रति लीटर
महानगरों में पेट्रोल-डीजल का रेट
- दिल्ली में पेट्रोल 96.66 रुपये और डीजल 87.41 रुपये प्रति लीटर
- मुंबई में पेट्रोल 102.85 रुपये और डीजल 94.84 रुपये
- कोलकाता में पेट्रोल 96.58 रुपये और डीजल 90.25 रुपये
- चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 97.91 रुपये और डीजल 92.04 रुपये पर
 
 आज फिर बदले सोने और चांदी के भाव, सोने में चमक तो चाँदी लुढ़की

आज फिर बदले सोने और चांदी के भाव, सोने में चमक तो चाँदी लुढ़की

मुंबई। विदेशों में दोनों कीमती धातुओं में रही गिरावट के बीच घरेलू स्तर पर आज सोने में मजबूती रही जबकि चाँदी का भाव टूट गया। एमसीएक्स वायदा बाजार में सोना 98 रुपये यानी 0.20 प्रतिशत चढ़कर 48,621 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया। सोना मिनी भी 98 रुपये की बढ़त के साथ 48,416 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा।

सोने के विपरीत चाँदी 519 रुपये यानी 0.72 प्रतिशत लुढ़ककर 71,360 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बिकी। चांदी मिनी भी 467 रुपये की गिरावट में 71,453 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गई।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हाजिर 1.90 डॉलर लुढ़ककर 1,865.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। अगस्त का अमेरिकी सोना वायदा भी 0.80 डॉलर फिसलकर 1,865.10 डॉलर प्रति औंस बोला गया। चाँदी हाजिर 0.20 डॉलर टूटकर 27.69 डॉलर प्रति औंस के भाव बिकी।
ट्विटर पर अब कुछ भी `गैरकानूनी` गया तो खैर नहीं, छिन गया आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत मिला सुरक्षा का अधिकार

ट्विटर पर अब कुछ भी `गैरकानूनी` गया तो खैर नहीं, छिन गया आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत मिला सुरक्षा का अधिकार

नई दिल्ली। नए आईटी नियमों के तहत ट्विटर पर सख्ती की गई है। ट्विटर से भारतीय आईटी एक्ट की धारा 79 के तहत मिली सुरक्षा का अधिकार छिन गया है। यानी कि ट्विटर पर किसी यूजर की ओर से कोई गैरकानूनी या भड़काऊ पोस्ट की जाती है तो उस संबंध में भारत में कंपनी के प्रबंध निदेशक समेत शीर्ष अधिकारियों से अब पुलिस पूछताछ कर सकेगी। वैधानिक अधिकारी की नियुक्ति में देरी के कारण ऐसा हुआ है।


नए आईटी नियमों के तहत कंपनी वैधानिक अधिकारियों को नियुक्त करने में विफल रही, जिसके चलते ट्विटर को मिला सुरक्षा का अधिकार छिन गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कंपनी रवैया नए आईटी नियमों के अनुरूप नहीं है, जिसकी वजह से यह सुरक्षा हटाई गई है। अब किसी भड़काऊ पोस्ट के लिए अधिकारियों से पुलिस पूछताछ कर सकेगी। ट्विटर के अलावा गूगल, यूट्यूब, फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम दूसरी सोशल मीडिया कंपनियों को अब भी सुरक्षा जारी रहेगी।


बता दें कि नए आईटी नियमों के तहत कंपनियों को 25 मई तक अधिकारियों की नियुक्ति करनी थी, लेकिन कई ने लॉकडाउन और दूसरी दिक्कतों का हवाला देते हुए यह नियुक्तियां नहीं की। ट्विटर ने शुरू में कुछ नियुक्तियां की थीं, लेकिन इन्हें सरकार की ओर से खारिज कर दिया गया क्योंकि वे बाहरी कानूनी सलाहकार थे। ये लोग कंपनी से सीधे तौर पर नहीं जुडे़ थे।


भारत में ट्विटर के एक प्रवक्ता ने बताया कि उसने एक अंतरिम मुख्य अनुपालन अधिकारी नियुक्त किया है। अभी तक इसका ब्यौरा भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ साझा नहीं किया गया है। जल्द आईटी मंत्रालय के साथ ब्यौरा साझा किया जाएगा। हम प्रक्रिया के हर चरण में आईटी मंत्रालय को क्या डेवलपमेंट है उससे अवगत करा रहे हैं। ट्विटर नए दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। बता दें कि सरकार ने ट्विटर को कुछ दिन पूर्व दिए एक नोटिस में कहा था कि उसे नए आईटी नियमों के अनुपालन का आखिरी मौका दिया जाता है।


बार-बार रिमांइडर पर नहीं उठाया ठोस कदम
आईटी मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अभी तक ट्विटर की ओर से कोई ब्योरा नहीं मिला है। बार-बार रिमाइंडर दिए जाने के बाद भी कंपनी की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सरकार ने 5 जून को ट्विटर को एक आखिरी नोटिस में कहा था कि उसे सूचना प्रौद्योगिकी कानून संबंधी नए नियमों के अनुपालन का आखिरी मौका दिया जाता है। उसे तत्काल नियमों का अनुपालन करना है। यदि वह इसमें विफल रहती है, तो उसे आईटी कानून के तहत मध्यस्थ मंच के नाते दायित्व से जो छूट मिली है, वह वापस ले ली जाएगी।

 गोल्ड हॉलमार्किंग से जुड़ा नया नियम लागू: जाने फायदा और क्या होती है सोने की हॉलमार्किंग

गोल्ड हॉलमार्किंग से जुड़ा नया नियम लागू: जाने फायदा और क्या होती है सोने की हॉलमार्किंग

नई दिल्ली। आज से बाजार में आपको सिर्फ हॉलमार्क का ही सोना मिलेगा। अनिवार्य हॉलमार्किंग से आम लोगों को फायदा होगा। खरीदे गए सोने पर लिखा होगा कि यह कितने कैरेट का है। सभी ज्वैलर्स अब सिर्फ 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट वाले गोल्ड की बिक्री ही कर सकेंगे। बीआईएस अप्रैल 2000 से गोल्ड हॉलमार्किंग की स्कीम चला रही है। अब तक सिर्फ 40 फीसदी ज्वैलरी की ही हॉलमार्किंग हुई है। ज्वैलर्स की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को ऑनलाइन और ऑटोमैटिक कर दिया गया है।

क्या होती है सोने की हॉलमार्किंग
हॉलमार्क सोने की शुद्धता का प्रमाण है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के तहत आने वाला भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) हॉलमार्किंग के लिए अधिकृत विभाग है। अत: बीआईएस हॉलमार्किंग देखकर ही सोना खरीदें।

यह भी देखने में आता है कि कई ज्वेलर्स बिना जांच प्रकिया पूरी किए ही हॉलमार्क लगाते हैं। ऐसे में यह देखना जरूरी है कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं। असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है। साथ ही इस पर सोने की शुद्धता भी लिखी होती है। उस पर ज्वैलरी निर्माण का वर्ष और उत्पादक का लोगो भी होता है।

क्या होगा फायदा
हॉलमार्किंग अनिवार्य होने से उन ज्वेलर्स को बड़ा झटका लगेगा जो ज्वेलर्स ज्यादा कैरेट बताकर कम कैरेट वाला सोना ग्राहकों को बेच रहे हैं। हॉलमार्किंग लागू होने के बाद ऐसा करना पाना संभव नहीं होगा। उपभोक्ताओं बाजार में शुद्ध सोना मिलेगा और वे ठगी का शिकार नहीं होंगे।
 जारी है सोने और चांदी के कीमतों में उतार-चढाव, जाने क्या है आज का भाव

जारी है सोने और चांदी के कीमतों में उतार-चढाव, जाने क्या है आज का भाव

अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड के दामों में स्थिरता के बीच आज देश में गोल्ड के दाम में इसके दाम में उतार चढ़ाव देखने को मिला है. वहीं सिल्वर के भाव में में भी गिरावट दर्ज की गई है. मॉनेटरी पॉलिसी को लेकर अमेरिका के फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक का आने वाले दिनों में गोल्ड के रेट पर असर देखने को मिल सकता है. मल्टी कमॉडिटी एक्स्चेंज में आज गोल्ड 20 रुपये की मामूली बढ़त के साथ 48,543 प्रति दस ग्राम पर ट्रेड कर रहा था. वहीं कल इसके रेट 48,523 रुपये प्रति दस ग्राम थे.

वहीं सिल्वर के रेट में इस दौरान 521 रुपये की गिरावट देखने को मिली है. आज इसके रेट 71,358 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किए गए हैं. वहीं कल इसके दाम 71,879 रुपये प्रति किलोग्राम थे.  

अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी गिरी स्पॉट गोल्ड की कीमत 
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी स्पॉट गोल्ड की कीमत में 0.05 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है और ये 1,866.15 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया. 17 मई के बाद से ये इसकी सबसे कम कीमत है. उस समय इसकी कीमत 1,843.99 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई थी. भारत में भी स्पॉट गोल्ड की कीमत पर इसका असर देखने को मिला. यहां आज स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.02 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48750 रुपये प्रति दस ग्राम दर्ज की गई. वहीं कल मार्केट में इसके दाम 48760 रुपये प्रति दस ग्राम थे. 
लॉंच से पहले ही OnePlus Nord N200 5G के full specification हुये लीक, जानिए यहाँ

लॉंच से पहले ही OnePlus Nord N200 5G के full specification हुये लीक, जानिए यहाँ

 OnePlus Nord CE 5जी के लॉंच होने के बाद OnePlus Nord N200 5G जल्द ही भारत मे आ सकता है, हालांकि इसके लॉन्च की अधिकारिक रूप से कोई घोषणा नहीं हुई है, मगर इस स्मार्टफोन की स्पेसिफिकेशन लॉन्च से पहले ही लीक हो गई हैं। OnePlus के इस आने वाले बजट स्मार्टफोन के कुछ ऑफिशल जैसे दिखने वाले रेंडर एक टिप्स्टर ने शेयर किए हैं। कहा जा रहा है कि फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 480 एसओसी चिपसेट हो सकता है। इसमें रियर में ट्रिपल कैमरा सेटअप देखने को मिल सकता है। फोन में 5000 एमएएच बैटरी होने की बातें सामने आई हैं और साथ ही एक्सपेंडेबल स्टोरेज भी देखने को मिल सकती है। OnePlus के सीईओ Pete Lau के द्वारा जो फोटो शेयर की गई थी, टिप्स्टर द्वारा शेयर किया गया यह रेंडर उस इमेज से मेल खाता है। 
 

 

OnePlus Nord N200 5G specifications

जाने माने टिप्स्टर इवान ब्लास ने OnePlus Nord N200 5G फोन की स्पेसिफिकेशन की पूरी लिस्ट ही शेयर की है। जिसमें बताया गया है कि यह एंड्रॉयड 11 पर आधारित ऑक्सीजन ओएस पर रन करेगा। पिछले सप्ताह वन प्लस के सीईओ पेटे लाऊ ने शेयर किया था कि इस स्मार्टफोन में 6.49 इंच की 1080p LCD डिस्प्ले होगी। अब जो स्पेसिफिकेशन लीक हुई हैं उनमें भी वही जानकारी सामने आई है। OnePlus Nord N200 5G में 6.49 इंच की फुल एचडीप्लस (1,080x2,400 पिक्सल) डिस्प्ले होगी जिसमें 405ppi की पिक्सल डेन्सिटी होगी। इसका एस्पेक्ट रेश्यो 20:9 बताया गया है और रिफ्रेश रेट 90Hz बताया गया है। इस स्मार्टफोन में Snapdragon 480 SoC चिपसेट है जिसे Adreno 619 GPU के साथ ही 4GB of LPDDR4x रैम और 64GB की UFS 2.1 स्टोरेज के साथ पेअर किया गया है। स्टोरेज को माइक्रो एसडी कार्ड की मदद से 256 जीबी तक बढाया जा सकता है। 

कैमरा की बात करें तो OnePlus Nord N200 में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप देखने को मिल सकता है जिसमें 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर f/2.2 लेंस के साथ होगा। दूसरे सेंसर के तौर पर 2 मेगापिक्सल का मैक्रो शूटर हो सकता है जिसमें f/2.4 लेंस हो सकता है। तीसरा कैमरा 2 मेगापिक्सल का मोनोक्रोम लेंस होगा जिसमें f/2.4 लेंस हो सकता है। फ्रंट की ओर फोन में 16 मेगापिक्सल का सेल्फी शूटर f/2.05 अपर्चर के साथ हो सकता है। 

कनेक्टिविटी ऑप्शन्स की बात करें तो फोन में 5जी, ड्यूल बैंड वाइ-फाइ, ब्लूटुथ वी5.1, एनएफसी, जीपीएस/A-जीपीएस, 3.5 एमएम का हैडफोन जैक और चार्जिंग के लिए एक यूएसबी टाइप-सी पोर्ट हो सकता है। फोन में 5000 एमएएच की बैटरी हो सकती है और 18वॉट फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट भी देखने को मिल सकता है। सेंसर्स की बात करें तो फोन में एक्सेलरोमीटर, ई-कम्पास, जायरोस्कोप, एम्बियंट लाइट, प्रोक्सिमिटी, बैरोमीटर और एक साइड माउंड फिंगरप्रिंट सेंसर हो सकता है। इस फोन का आकार 163.1x74.9x8.3mm बताया गया है और भार 189 ग्राम कहा जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि इससे पहले आए 
OnePlus Nord N100 की तरह ही OnePlus Nord N200 भी भारत में लॉन्च नहीं किया जाएगा। यह विशेष रूप से यूएस और कनाड़ा के लिए ही उपलब्ध होगा।

फाइव स्टार होटल हयात रीजेंसी बंद, हजारों लोगों की नौकरी पर संकट के बादल, जाने क्या है वजह

फाइव स्टार होटल हयात रीजेंसी बंद, हजारों लोगों की नौकरी पर संकट के बादल, जाने क्या है वजह

मुंबई, कोरोना और लॉकडाउन का असर हर इंडस्ट्री पर दिख रहा है. लेकिन हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म इंडस्ट्री पर अब खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. लॉकडाउन की वजह से होटल इंडस्ट्री को भारी घाटा हुआ है. यही वजह है कि मुंबई के मशहूर फाइव स्टार होटल में से एक हयात रीजेंसी को अपना ऑपरेशन बंद करने का फैसला लेना पड़ा है, जिसकी वजह से हजारों की संख्या में लोग लगभग बेरोजगार हो गए हैं. मैनेजमेंट के इस फैसले के खिलाफ कामगार संगठन ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.


मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ठीक सामने स्थित पांच सितारा होटल हयात रीजेंसी को 7 जून से अगले आदेश तक बंद करने का फैसला मैनेजमेंट ने लिया है. इसका प्रमुख कारण बताया गया कि उनके पास कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं हैं. इसके चलते अगले आदेश तक होटल की सभी सेवाएं अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई हैं. होटल मैनेजमेंट के इस आदेश से रातों-रात 800 से 1000 लोगों की नौकरी पर बन आई.


मैनेजमेंट की ओर से अचानक लिए गए इस फैसले ने पूरे कोरोना काल में आधी सैलरी पर काम करने वाले स्टाफ के पैरों तले जमीन खिसक गई. कई कामगारों को अब समझ नहीं आ रहा है कि करें तो क्या करें? यही वजह है शिवसेना की कामगार संगठन ने होटल के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.


फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (एफएचआऱएआई) का कहना है कि 8 करोड़ के करीब नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है. एफएचआऱएआई का कहना है कि कोरना की पहली लहर में होटल और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में 25 से 50 फीसदी के करीब नौकरियां जा चुकी हैं जबकि दूसरी लहर में भी खतरा काफी बढ़ गया है. एफएचआऱएआई की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में भारतीय होटल उद्योग का कुल रेवेन्यू 1.82 लाख करोड़ था. 2021 में होटल उद्योग का लगभग 75 फीसदी रेवेन्यू खत्म हो गया है.

 

होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का मानना है कि कोरोना संकट में इंडस्ट्री को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए सरकारों ने बेलआउट पैकेज का एलान करना चाहिए जिससे कि कामगारों की नौकरी को लेकर मंडरा रहा संकट कम हो सके. 

चेम्बर ने राज्य जीएसटी आयुक्त विश्नोई को सरलीकरण एवं विसंगतियों को दूर करने दिए सुझाव - अध्यक्ष पारवानी

चेम्बर ने राज्य जीएसटी आयुक्त विश्नोई को सरलीकरण एवं विसंगतियों को दूर करने दिए सुझाव - अध्यक्ष पारवानी

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कैट सीजी चेप्टर अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार दोशी ,कैट के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, चेम्बर के महामंत्री अजय भसीन एवं कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा ने बताया कि आज चेम्बर के प्रतिनिधि मंडल ने माननीय श्री समीर विश्नोई जी राज्य जीएसटी आयुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा जिसमें जीएसटी में आवश्यक सुधार हेतु अपने सुझाव दिये हैं।

श्री अमर पारवानी ने कहा कि जीएसटी सरलीकरण एवं विसंगतियों को दूर करने हेतु औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों से प्राप्त सुझाव निम्नानुसार है:

• इनपुट क्रेडिट का 105 प्रतिशत सम्बधिंत प्रावधान
• नियम 86 बी- Restriction of ITC to 99%
• नियम 21 जीएसटी पंजीकरण का निलंबन/निरस्तीकरण
• ई-वे बिल की वैधता अवधि में 50 प्रतिशत की कटौती
• ई-इनवॉइसिंग के , 1 अप्रेल 2021 से रु. 50 करोड़ तक के टर्नओवर वाले व्यापारियों पर लागु किए गए प्रावधान वापस लेने बाबत ।
• छुटे हुए इनपुट टैक्स क्रेडिट लेन एवं वार्षिक विवरण पत्र में संशोधन किए जाने हेतु अवसर प्रदान करने बाबत् ।
• जीएसटी वार्षिक विवरण के सम्बंध में सुझाव
• जीएसटी प्रणाली में ब्याज की गणना के प्रावधान को बदलने बाबत
• ब्याज, पेनाल्टी एवं विलंब शुल्क से छुट प्रदान करने हेतु
• माल के परिवहन एवं ई-वे बिल सम्बंधित समस्याएं
• RCM संबधित प्रावधान
• जीएसटी का रजिस्ट्रेशन संरेडर करने बाबत्
• स्पॉट ऑडिट संबधित प्रावधान
• रिटर्न सम्बंधित अन्य समस्याए
• जीएसटी के प्रावधानों में सुधार हेतु अन्य सुझाव
• व्यवसाय को राहत देने एवं Ease of doing हेतु सुझाव
• जीएसटी की दर में कमी करने हेतु सुझाव
• एक व्यवसाय एक कर
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री पारवानी ने माननीय राज्य जीएसटी आयुक्त से कहा कि वर्तमान में व्यापारी वर्ग जीएसटी की दरों से जितना परेशान नही हैं उससे अधिक परेशान जीएसटी में परिवर्तन की दरों (जीएसटी के प्रावधानों में निरंतर हो रहे संशोधनों) से हैं । अतः यह सुनिश्चित किया जाए कि जीएसटी के प्रावधानों में संशोधन कम हो एवं संशोधन वित्तीय वर्ष के प्रारंभ से ही लागू हो।

श्री पारवानी ने समीर विश्नोई( राज्य जीएसटी आयुक्त)से निवेदन किया कि व्यापार एवं उद्योग के हित में तथा जीएसटी के सरलीकरण के दिशा में उपरोक्त सुझावों को जीएसटी काउंसिल में रखा जाये ।

प्रतिनिधि मंडल में चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कैट सीजी चेप्टर अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार दोशी, कैट के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा एवं, रवि ग्वालानी, राम मंधान, निलेश मूंदड़ा, अमर डिंगानी, राजेश शर्मा, हरीश तोलानी, कांति पटेल, पीताम्बर दलई, विपुल समानी, राहूल पटेल इत्यादि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। 

भारत में 21 जून को Samsung Galaxy M32 होगा लॉन्च, यहाँ जानिए स्पेसिफिकेशन और कीमत

भारत में 21 जून को Samsung Galaxy M32 होगा लॉन्च, यहाँ जानिए स्पेसिफिकेशन और कीमत

भारत में 21 जून को Samsung Galaxy M32 स्मार्टफोन लॉन्च होगा, जिसका खुलासा Amazon India लिस्टिंग के द्वारा हुआ है। अमेज़न लिस्टिंग में फोन के कुछ प्रमुख स्पेसिफिकेशन्स की जानकारी भी सार्वजनिक कर दी गई है, जैसे कि इस फोन में 90 हर्ट्ज़ सुपर एमोलेड डिस्प्ले मौजूद होगा। साथ ही फोन में 6,000 एमएएच की बैटरी मिलेगी। फोन में क्वाड रियर कैमरा सेटअप दिया जा सकता है, जबकि सेल्फी के लिए इसमें वाटरड्रॉप-स्टाइल डिस्प्ले नॉच दिया जा सकता है। अमेज़न लिस्टिंग के अलावा, Samsung ने अलग से गैलेक्सी एम32 फोन की कीमत के भी संकेत दिए हैं। गैलेक्सी एम32 फोन गैलेक्सी एम31 के सक्सेसर के तौर पर दस्तक दे सकता है, जो कि पिछले साल फरवरी में लॉन्च हुआ था।
 

 

Samsung Galaxy M32 launch date in India

Amazon ने इसके लिए माइक्रोसाइट बनाई है, जिससे खुलासा होता है कि Samsung Galaxy M32 फोन भारत में 21 जून को दोपहर 12 बजे लॉन्च होगा लॉन्च के अलावा, इस माइक्रोसाइट के जरिए फोन के प्रमुख स्पेसिफिकेशन की भी जानकारी दी गई है। पिछले हफ्ते गैलेक्सी एम32 फोन Samsung Mobile Press साइट पर स्पॉट किया गया था, जिसमें फोन के रेंडर को तीन कलर ऑप्शन के साथ देखा जा सकता है। फोन का सपोर्ट पेज सैमसंग इंडिया साइट पर भी कुछ दिन पहले लिस्ट हो चुका है।

Samsung Galaxy M32 फोन पर पिछले कुछ समय से मॉडल नंबर SM325F/DS के साथ काम चल रहा है। हालांकि, दक्षिण कोरियाई टेक कंपनी ने किसी भी प्रकार से इस फोन की मौजूदगी को लेकर कोई प्रमाण नहीं दिया है, हालांकि यह मॉडल नंबर कई ऑनलाइन साइट पर लिस्ट हो चुका है, जिसमें Bluetooth Special Interest Group (Bluetooth SIG) और Bureau of Indian Standards (BIS) भी शामिल हैं। फोन के कुछ स्पेसिफिकेशन तो बेंचमार्किंग साइट गीकबेंच पर भी लिस्ट हो चुके हैं।
 

 

Samsung Galaxy M32 price in India

Samsung Galaxy M32 की भारतीय कीमत का खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है, हालांकि Samsung ने यह संकेत जरूर दिए हैं कि नया स्मार्टफोन 15,000 रुपये के सेगमेंट में पेश किया जा सकता है। कंपनी ने अपने प्रेस नोट में जानकारी दी है कि "गैलेक्सी एम32 के साथ सैमसंग का उद्देश्य 15,000 रुपये के सेगमेंट में एक अन्य पावर-पैक स्मार्टफोन लाना है।" पिछले साल कंपनी ने देश में 15,999 रुपये की कीमत में भारत में Samsung Galaxy M31 को लॉन्च किया था।
 

 

Samsung Galaxy M32 specifications

स्पेसिफिकेशन की बात करें, तो अमेज़न लिस्टिंग से खुलासा होता है कि Samsung Galaxy M32 फोन में 6.4 इंच फुल एचडी+ सुपर एमोलेड डिस्प्ले दिया जाएगा। इसके अलावा, फोन 90 हर्ट्ज़ रिफ्रेश रेट और 800 निट्स अधिकतम ब्राइटनेस के साथ आ सकता है। फोटोग्राफी के लिए फोन में क्वाड रियर कैमरा सेटअप दिया जा सकता है, जिसका प्राइमरी कैमरा 64 मेगापिक्सल का होगा। साथ ही फोन में सेल्फी के लिए 20 मेगापिक्सल का कैमरा मौजूद होगा। फोन की बैटरी 6,000 एमएएच की होगी। यह सैमसंग गैलेक्सी एम31 की तरह ही है, जिसको लेकर दावा किया गया था कि यह सिंगल चार्ज पर दिनभर की बैटरी प्रदान करता है।

Samsung Galaxy M32 फोन भारत में ब्लैक और ब्लू कलर ऑप्शन में आ सकता है, 
फोन में दो कॉन्फिग्रेशन 4 जीबी रैम + 64 जीबी स्टोरेज और 6 जीबी रैम + 128 जीबी स्टोरेज हो सकते हैं। यह फोन ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो जी85 प्रोसेसर से लैस हो सकता है और यह Android 11 के साथ One UI on top पर काम कर सकता है।
 

फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जाने रायपुर समेत इन शहरों में कितना है दाम

फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जाने रायपुर समेत इन शहरों में कितना है दाम

रायपुर। एक दिन की स्थिरता के बाद सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज फिर पेट्रोल व डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। राजधानी रायपुर में आज पेट्रोल 56 पैसे के बढ़त के बाद 94.88 रूपए प्रति लीटर तथा डीजल 59 पैसे की बढ़त के बाद 94.68 रूपए प्रति लीटर हो गया है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 96.41 रुपये जबकि डीजल का दाम 87.28 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 102.58 रुपये व डीजल की कीमत


94.70
रुपये प्रति लीटर है। वाहन ईंधन कीमतों में एक महीने में 25वीं बार बढ़ोतरी के बाद देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बुधवार को नई ऊंचाई पर जा पहुंचीं।


राजस्थान में डीजल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए, जबकि पेट्रोल के दामों का शतक लगाने वाले राज्यों में कर्नाटक भी शामिल हो गया। कर्नाटक देश का ऐसा सातवां राज्य है।


मुंबई में डीजल 94.70 तथा पेट्रोल 102.58 प्रति लीटर, कोलकाता में डीजल 90.12 तथा पेट्रोल 96.34 रूपए प्रति लीटर और चेन्नई में डीजल 91.92 तथा पेट्रोल 97.69 रूपए प्रति लीटर चल रहा है।