रायपुर: राज्य वनसेवक के 48 अधिकारियों का प्रमोशन किया गया है। इस संबंध में मंत्रालय से वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया है। सूची इस प्रकार है:-
रायपुर: कांकेर और महासमुंद के नए मेडिकल कालेज को सौ-सौ सीटों की मान्यता मिलने के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन ने कोरबा के नए मेडिकल कॉलेज को भी शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए एमबीबीएस की 100 सीटों के लिए मान्यता प्रदान कर दी है। जिसके बाद अब प्रदेश में एमबीबीएस की 1570 सीटें हो गई हैं। कमीशन द्वारा आज कॉलेज के डीन को लेटर आफ इंटेंट जारी किया गया है।
कोरबा मेडिकल कॉलेज में भी शैक्षणिक सत्र 2022-23 से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। राज्य शासन द्वारा कोरबा मेडिकल कॉलेज को उपलब्ध कराए गए संसाधनों व सुविधाओं के मूल्यांकन और पर्यवेक्षण के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन ने वहां 100 सीटों के लिए मान्यता प्रदान की है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कोरबा सहित प्रदेश के तीनों नए मेडिकल कॉलेजों को मान्यता मिलने पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि शासकीय मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 300 सीटें बढ़ने से अब राज्य के ज्यादा युवाओं को डॉक्टर बनने का मौका मिलेगा। इन मेडिकल कॉलेजों से संबंध अस्पतालों में लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं भी मिलेंगी।
रायपुर। देश के अलग-अलग राज्यों में भारी बारिश तो कहीं भीषण गर्मी ने लोगों को परेशान कर रखा है। इसी बीच मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इस बीच मौसम विभाग ने सूचना दी है कि प्रदेश के मौसम में एक बार फिर बदलाव हो सकता है। प्रदेश में एक बार फिर मानसून गतिविधियां कम होने लगी हैं। IMD की ताजा रिपोर्ट के अनुसार आज भी कुछ स्थानों पर नमी के प्रभाव से हल्के बादल छाये रहने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
बताया जा रहा है कि प्रदेश में मानसून द्रोणिका का प्रभाव देखने को मिलने वाला है। मानसून द्रोणिका के प्रभाव से छत्तीसगढ़ के कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सितंबर के दूसरे सप्ताह में द्रोणिका का असर देखने को मिलेगा। जिससे एक बार फिर अच्छी बारिश होगी। इसके प्रभाव से आज प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही IMD ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज इस प्रकार ही बना रहेगा। वही संभावना है कि महीने के अंत तक मानसून विदा हो सकता है।
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( CM bhupesh baghel) के आज राज्य दो और नये जिलों का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही राज्य के 30 वें जिलेे सारंगढ़-बिलाईगढ़ तथा 31वंे जिले के रूप में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई अस्तित्व में आ जाएगा।
छत्तीसगढ़ राज्य के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि दो दिनों के अंतराल में तीन नये जिलों की सौगात जनता को मिली है। इन नये जिलों के बन जाने से शासन-प्रशासन की लोगों तक पहुंच और मजबूत होगी, जिससे इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को तीव्र गति मिलेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सारंगढ़ और खैरागढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उक्त दोनों जिलों का शुभारंभ करने के साथ ही इन नवगठित जिलों में विकास एवं निर्माण कार्यों के लिए 931 करोड़ 37 लाख रूपए की सौगात देंगे।
बरमकेला एवं बिलाईगढ़ एवं उप तहसील कोसीर तथा भटगांव शामिल
ज्ञात हो कि बिलासपुर( bilaspur) संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला रायगढ़ के उप खण्ड सारंगढ़, तहसील सारंगढ़ एवं बरमकेला तथा रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के उप खण्ड-बिलाईगढ़ तथा तहसील बिलाईगढ़ को शामिल करते हुए नये जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ का गठन किया गया है, जिसमें तीन तहसील सारंगढ़, बरमकेला एवं बिलाईगढ़ एवं उप तहसील कोसीर तथा भटगांव शामिल होंगे। नवगठित जिले में तीन जनपद पंचायत सारंगढ़, बरमकेला व बिलाईगढ़ शामिल हैं। इस नवगठित जिलेे की सीमाएं उत्तर में रायगढ़( raigarh), दक्षिण में महासमुंद जिले तथा पूर्व में उड़ीसा के बरगढ़ और पश्चिम में बलौदा बाजार तथा उत्तर-पश्चिम में जांजगीर-चाम्पा जिले से लगी हुई है।
नागरिकों को काफी राहत मिलेगी और कई महत्वपूर्ण कार्य आसानी से होंगे
नया जिला बन जाने से यहां के नागरिकों को काफी राहत मिलेगी और कई महत्वपूर्ण कार्य आसानी से होंगे। प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण होने का फायदा आम जनता को मिलेगा। बुनियादी सुविधाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, खाद्यान्न लोगों तक आसानी से उपलब्ध होगी और सुविधाओं का विस्तार होगा। वहीं शासन की लोककल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन दूरस्थ अंचलों तक आसानी होगा। रोड कनेक्टिविटी, पुल-पुलिया के निर्माण से सुदूर वनांचल के क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा बढ़ेगी।
मुंगेली। जिले में अचानकमार टाइगर रिजर्व (Achanakmar Tiger Reserve) के कोर एरिया में बहती मनियारी नदी में एक व्यक्ति की लाश मिली है। मृतक बिलासपुर जिले के मस्तूरी का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि वो अपनी पत्नी की तलाश में निकला था, लेकिन उफनती नदी को पार करते हुए वो उसमें बह गया और उसकी मौत हो गई।
मृतक शिवशंकर जोगी की पत्नी सुनीता जोगी 3 साल पहले बच्चों को छोड़कर किसी वनकर्मी के साथ फरार हो गई थी। तब से वो अपनी पत्नी की तलाश में जुटा हुआ था। इसी दौरान उसे पता चला कि उसकी पत्नी जिस वनकर्मी के साथ गई है, वो अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर जोन में स्थित जल्दा क्षेत्र में पदस्थ है। ऐसे में अपनी पत्नी की तलाश करता हुआ शिवशंकर जंगल में पहुंचा था। जहां नदी को पार करते वक्त उसके साथ ये अनहोनी हो गई। सुनीता और शिवशंकर की दो बेटियां और एक बेटा है।
खुड़िया चौकी प्रभारी एच आर वर्मा ने बताया कि बिलासपुर जिले के मस्तूरी का रहने वाला 50 वर्षीय शिवशंकर जोगी 28 अगस्त की सुबह अपने दो साथियों तुकेश दिवाकर और गज्जू चेलकर के साथ निकला था। ये तीनों बाइक से छपरवा होते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंदर बसे गांव सुरही पहुंचे थे। रात 8 बजे ये सुरही से वापस अपने घर के लिए निकले। वनग्राम छपरवा से पहले पड़ने वाली मनियारी नदी अपने उफान पर थी। नदी पर बने बंगला रपटा के 4 फीट ऊपर तक पानी का तेज बहाव था।
शिवशंकर के एक साथी गज्जू चेलकर के पैर में चोट लगी हुई थी। इस वजह से वो वहीं पर बैठ गया, जबकि दूसरा साथी तुकेश दिवाकर रपटे के ऊपर बह रहे पानी की गहराई नापने के लिए जंगल में लकड़ी तलाश करने चला गया। इस बीच शिवशंकर जोगी तेज बहाव में ही रपटे से गुजरने की कोशिश करने लगा। रपटे के बीच में पहुंचते ही उसका बैलेंस बिगड़ गया और वो नदी में बह गया। रात के अंधेरे में उसके साथियों ने उसे तलाश किया, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला। उन्होंने रात छपरवा में ही काटकर सुबह मस्तूरी वापस पहुंचकर घटना की जानकारी शिवशंकर के परिजनों को दी।
30 अगस्त को परिजनों ने लोरमी की खुड़िया चौकी पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की, लेकिन पानी अधिक होने के कारण उसका पता नहीं चला। पानी कम होने पर गुरुवार को शिवशंकर की लाश मनियारी नदी में कहुआ के पेड़ पर फंसी हुई हालत में मिली। पानी में 3 दिन तक पड़े होने की वजह से मृतक का शरीर पूरी तरह से फूल गया था। वहीं मछलियों नें भी शरीर के कुछ हिस्से को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने शव कोको पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
रायगढ़: जिल के प्रवास पर आए मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल शासकीय वाहन की ठोकर से 2 बाइक सवार समेत 6 लोग घायल हो गए। इस हादसे पर छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाते हुए ट्वीट किया है।छत्तीसगढ़ बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा - रायगढ़ प्रवास पर आए मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल रहे शासकीय वाहन ने 2 बाईक सवार सहित 6 लोगो गंभीर रूप से घायल कर दिया। खराब सड़को की वकालत करने वाले शिक्षा मंत्री डॉ प्रेम साय सिंह सहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बताए कि इस दुर्घटना का जिम्मेदार कौन है ?
रायपुर: छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा संचालित मोटल और रिसॉर्ट के संचालन और इनमें पर्यटकों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इन्हें 30 वर्षीय लीज पर देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के निजी निवेशकों से मोटल और रिसॉर्ट के संचालन के लिए 5 सितम्बर तक ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की 10 संचालित एवं 14 असंचालित कुल 24 मोटल व रिसॉर्ट को 30-30 वर्ष के लीज पर देने के लिए निविदा की द्वितीय चरण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि मोटल एवं रिसॉर्ट के संचालन के लिए की जा रही निविदा का उद्देश्य छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के अनुभवी निजी निवेशकों को आमंत्रित कर पर्यटकों को व्यवसायिक दृष्टिकोण से और अधिक सुविधाएं प्रदान करना है, ताकि छत्तीसगढ़ में पर्यटन विकास की दिशा को सक्षम गति प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ एवं अन्य राज्यों के निजी निवेशकों से 5 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित की गई है।
निविदा के संबंध में विस्तृत जानकारी छत्तीसगढ़ शासन की वेबसाइट eproc.cgstate.gov.in एवं टूरिज्म बोर्ड की वेबसाइट एवं छत्तीसगढ़ www.chhattisgarhtourism.in पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के दूरभाष क्रमांक +91-771-4224621 एवं मोबाइल नंबर +91-9300652548 पर संपर्क किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड द्वारा प्रथम चरण में निविदा के माध्यम से रायगढ़ और सरगुजा में स्थित मोटल के संचालन हेतु सफल निविदाकर्ताओं को उनके द्वारा प्रस्तुत अधिकतम वित्तीय प्रस्ताव को समिति द्वारा मान्य किया गया है। शीघ्र ही इन इकाईयों का संचालन सफल निविदाकर्ताओं को सौंपा जावेगा।
निजी निवेशको द्वारा मितान मोटल चढ़ीरमा (सरगुजा के लिए एक मुश्त लीज प्रीमियम राशि 15.07 लाख रूपये एवं मितान मोटल, कोडातराई (रायगढ़) के लिए एक मुश्त लीज प्रीमियम राशि 25.66 लाख रूपये पर 35 प्रतिशत वार्षिक किराया प्रस्ताव को शासन की स्वीकृति मिल गई है। शीघ्र ही इन दोनों मोटल का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। जिससे स्थानीय एवं देश-विदेश के पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं प्राप्त होगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होगें।
भिलाई: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आज सुबह दुर्ग जिले के भिलाई में रेड मारी है। ये रेड दिल्ली व रायपुर की संयुक्त टीम ने भिलाई सेक्टर 2 निवासी व हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के रिटायर्ड सीएमडी संतोष शर्मा के घर, तालपुरी और मैत्रीकुंज स्थित बंगलों में एक साथ छापेमारी की है। तीनों जागह जांच चल रही है।
जानकारी के मुताबिक, सेक्टर 2 एवेन्यू बी ब्लॉक क्वार्टर नंबर 11डी निवासी संतोष शर्मा 1982 में रायपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से पास आउट हैं। वो भिलाई स्टील प्लांट में डीजीएम प्रोजेक्ट के पद पर कार्यरत थे। इसके बाद इन्होंने 2013 में बीएसपी से रिजाइन करके एचसीएल ज्वाइन किया था। उस समय एचसीएल के चेयरमैन सीएमडी केडी दीवान थे। वो सेल में अधिकारी और संतोष शर्मा के सीनियर थे। इन्हीं के कहने पर संतोष शर्मा ने एससीएल ज्वाइन किया था। दीवान के बाद संतोष शर्मा एचसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक बनाए गए। इस पद से वो दो साल पहले ही रिटायर हुए हैं। वर्तमान में संतोष शर्मा कर्नाटक की एक कंपनी के डीजीएम कंसलटेंट हैं।
इसलिए पड़ी सीबीआई की रेड
एचसीएल का मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के मलाजखंड में कॉपर के रॉ मटेरियल से सोना निकालने का प्लांट है। वहां एक नई यूनिट डाली जा रही है। नया प्लांट बनाने के लिए एक कंपनी को 200 करोड़ रुपए का ठेका दिया गया था। अभी प्लांट बना भी नहीं और संतोष शर्मा ने सीएमडी रहते हुए उस कंपनी को 100 करोड़ का भुगतान कर दिया था। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। यही कारण है कि रिटायर होने के दो साल बाद भी एचसीएल संतोष शर्मा की 75 लाख रुपए की राशि रोके हुए है।
13 लोगों की संयुक्त टीम ने की छापेमारी
सीबीआई के दिल्ली से आए अधिकारियों ने रायपुर की टीम के साथ मिकर यह छापेमारी की है। इस टीम में दिल्ली के 8 बड़े अधिकारी और 5 रायपुर सीबीआई के अधिकारी शामिल है। 13 अधिकारियों की बनी 3 टीमों ने संतोष शर्मा के सेक्टर 2, रिसाली और मैत्रीकुंज स्थित घर में शुक्रवार सुबह 5 बजे एक साथ छापेमारी की है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कोटा विधायक रेणु जोगी की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रेणु जोगी का गुरुवार दोपहर में शुगर लेवल बढ़ने के कारण उन्हें रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें गुरुवार शाम को फ्लाइट से दिल्ली के मेदांता अस्पताल रेफर किया गया है। फिलहाल उनका इलाज जारी है।
अमित जोगी ने अपनी माता रेणु जोगी की तबियत खराब होने की जानकारी ट्वीटर पर शेयर की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा - आज मां डॉक्टर रेणु जोगी को मधुमेह (डायबिटीज) के आगामी इलाज के लिए मेदांता अस्पताल ले जा रहा हूं। कृपया उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना अवश्य करें।
रायपुर. परिवहन विभाग में बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है. इस तबादले में परिवहन विभाग के निरिक्षक, उप-निरिक्षक, सहायक उप-निरिक्षक प्रधान आरक्षक और महिला आरक्षकों का नाम शामिल है.
रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के अंतर्गत रायगढ़ में अधिकारियों की बैठक में शासकीय अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती, डीएमएफ एवं सी एस आर मद से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा की 'सभी गौठानों में गोबर की खरीदी होनी चाहिए। सभी पंजीकृत गोपालक को गोबर बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'पावर कंपनियों के फ्लाईएश के निस्तारण की कार्य योजना बनाई जाए। किसी भी हालत में नदी, नालों अथवा किसानों के निजी खेतों में डंपिंग नहीं होने चाहिए। '
बघेल ने कहा कि 'रायगढ़ जिला भी हाथी मानव द्वंद की समस्या से ग्रसित है। नरवा विकास कार्यक्रम से द्वंद कम करने में मदद मिल रही है। पानी चारा मिलने पर हाथी वहीं रह जाता है और मानव रहवास क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करता है। अचानकपुर टाइगर रिजर्व इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।' उन्होंने वन विभाग को नरवा क्षेत्र में हाथियों की रुचि के अनुकूल बांस, केला आदि पौधे लगाने की सलाह दी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'बारिश अब समाप्ति की ओर है। जिले में खराब सड़कों की मरम्मत तेजी से करें। एडीबी रोड में भी तेजी से कार्य किया जाए। रायगढ़ निगम की शहरी सड़कों में सुधार के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा है। पैसे की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने केलो एवं सहायक नदियों में सुधार करने के भी निर्देश दिए। और कहा कि महिलाओं में कुपोषण की दर कम करने के लिए संचालित योजनाएं निरंतर जारी रहेगी।
बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री एवं रायगढ़ जिले के प्रभारी श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक प्रकाश नायक, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, जिले के प्रभारी सचिव निरंजन दास, संभागायुक्त डॉ संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, कलेक्टर रानू साहू प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
रायपुरः छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। कर्मचारी संघ के संयोजक कमल वर्मा ने कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में हड़ताल खत्म करने का एलान किया है।
छत्तीसगढ़ शासकीय कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल की अपील पर आम लोगों की मुश्किलों को देखते हुए हड़ताल स्थगित किया जा रहा है। भविष्य मांग पूरी नहीं होने पर फिर कर्मचारी फिर से हड़ताल कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि तीन मांगों को लेकर सहमति बनी है।
तीन मांगों पर बनी सहमति
1. सरकार द्वारा बढ़ाए गए 6 फीसदी डीए को एक साल के एरियर्स के साथ जीपीएफ खाते में डाला जाए,
2. शेष महंगाई भत्ता दीपावली के पहले जारी किया जाए और
3. सातवें वेतनमान की सिफारिशों के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता के लिए कमेटी का गठन किया जाए।
कर्मचारियों के हित में फैसले होंगे
इससे पहले सोमवार को राज्य सरकार की ओर से मुख्य सचिव और फेडरेशन की वार्ता विफल हो गई थी। गुरुवार को फेडरेशन ने सभी प्रांत अध्यक्षों के साथ 5 घंटे बैठक में मंथन किया और आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर चर्चा की। इसके बाद शुक्रवार को कोर कमेटी में नेताओं ने रायशुमारी की और सीएम की अपील के मद्देनजर हड़ताल स्थगित करने का फैसला लिया।
कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के निवास में प्रेस वार्ता में कर्मचारियों के हड़ताल खत्म करने की घोषणा के बाद मंत्री रविंद्र चौबे ने सभी कर्मचारियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सभी शासकीय कर्मचारियों के साथ हैं और आने वाले समय में कर्मचारियों के हित में फैसले होंगे।
सीएम की अपील का असर
छत्तीसगढ़ के करीब सवा पांच लाख सरकारी कर्मचारियों ने केंद्र के समान 34 फीसदी महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान की सिफारिशों के अनुसार मूल वेतन का 18 फीसदी गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सख्ती दिखाते हुए 2 सितंबर तक काम पर नहीं लौटने वाले कर्मचारियों की वेतन कटौती और कार्रवाई के निर्देश दिए थे। हालांकि सीएम ने ये भी कहा था कि सरकार कर्मचारियों के हित के लिए सदैव तत्पर है।
बुधवार को मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया था कि "हड़ताल में शामिल सभी कर्मचारियों से मेरी अपील है कि लोगों की आवश्यकता से जुड़े काम रुकने से जनता को असुविधा हो रही है, अत: आप सभी कर्तव्यों का निर्वहन करें। हमारी सरकार कर्मचारी हित के लिए सदैव तत्पर है। पुरानी पेंशन योजना उसका एक उदाहरण है। राज्य के वित्तीय संसाधनों को देखते हुए हम कर्मचारी हित में निर्णय लेते रहे हैं और आगे भी लेंगे।"
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि जर्जर स्कूल भवनों को ठीक करने के लिए 500 करोड़ रु स्वीकृत किये गए हैं। बच्चों के लिए खेल मैदान आरक्षित किये जा रहे। बहुत से समाज के लोगों ने जमीन की मांग की उनके लिए कल घोषणा की है।
डीए के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा – क्या महंगाई किसानों के लिए नहीं है, मजदूर के लिए नहीं है, पत्रकारों के लिए नहीं है, आम जनता के लिए नहीं है। हम शनिवार रविवार छुट्टी दे रहे, ओल्ड पेंशन स्कीम भी लागू भी की है। मैं फिर से अपील करता हूं काम पर वापस आएं कर्मचारी। हम शिक्षकों की लगातार भर्ती कर रहे हैं, पुलिस में भी लगातार भर्ती हो रही है। आगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ट्रेन महीनों से रद्द हो रहीं हैं।
पत्रकारों के आवास के लिए कलेक्टर को भू-खण्ड सस्ते दर पर उपलब्ध कराने के निर्देश। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ नगर निगम को सड़कों को ठीक करने हेतु 10 करोड़ रूपये देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रायगढ़ के विकास में पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने प्रेस क्लब भवन के लिए भू-खण्ड उपलब्ध कराने कलेक्टर को दिए निर्देश। प्रेस क्लब भवन के लिए 20 लाख रूपये स्वीकृत करने की घोषणा भी की।
चिटफंड डायरेक्टर पर लगातार कार्रवाई हो रही है, 6 सौ से अधिक डायरेक्टर जेल में हैं। निवेशकों का पैसा भी उनके खाते में जा रहा है। छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जो चिटफंड मालिकों की संपत्ति कुर्क करके निवेशकों को पैसा वापस कर रहा है। विपक्ष के साथी गोबर खरीदी की आलोचना कर रहे हैं जबकि हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने भी हमारी सरकार की योजना की तारीफ की है। मैं सवाल करता हूं कि हम राजीव गांधी किसान न्याय योजना में किसानों को लाभ दे रहे, मुफ्त में लोगों का इलाज करा रहे, बच्चों को स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पढ़ा रहे, ये सब रेवड़ी है क्या। छत्तीसगढ़ में साम्प्रदायिकता की कोई जगह नहीं है, ये यहां की जनता कई बार बता चुकी है।
रायगढ़। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को अपने रायगढ़ दौरे के दौरान 403 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। यहां उन्होंने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर के सभी रिक्त पदों पर भर्ती करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को ये भी सुनिश्चित करने को कहा कि फ्लाई एश से नदियों का पानी प्रदूषित नहीं हो पाए।
सीएम भूपेश बघेल ने हाथी प्रभावित क्षेत्रों में नरवा का काम तेजी से करने के निर्देश भी दिए। कहा कि अगर पानी की सुविधा होगी, तो हाथी रिहायशी इलाकों में नहीं आएंगे। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि वॉटर रिचार्ज के लिए तेजी से काम करें। उन्होंने महिलाओं और बच्चों में कुपोषण दूर करने पर बल दिया।
सीएम भूपेश बघेल ने जर्जर सड़कों को ठीक करने का काम तेजी से करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए जो भी राशि लगेगी, उसे उपलब्ध कराया जाएगा।
पत्रकारों के लिए घोषणा
मुख्यमंत्री ने यहां एक प्रेस वार्ता को भी संबोधित किया। उन्होंने कलेक्टर को पत्रकारों के आवास के लिए भू-खंड सस्ती दर पर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रेस क्लब भवन के लिए 20 लाख रुपए स्वीकृत करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों को बताया कि जर्जर स्कूल भवनों को ठीक करने के लिए 500 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। वहीं बच्चों के लिए खेल मैदान भी आरक्षित किए जा रहे हैं। उन्होंने रायगढ़ नगर निगम को सड़कों को ठीक करने के लिए 10 करोड़ रुपए देने की भी घोषणा की।
निवेशकों को पैसा वापस करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य- भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि चिटफंड डायरेक्टर पर लगातार कार्रवाई हो रही है। 600 से अधिक डायरेक्टर जेल में हैं। निवेशकों का पैसा भी उनके खाते में जा रहा है। छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जो चिटफंड मालिकों की संपत्ति कुर्क करके निवेशकों को पैसा वापस कर रहा है।
सीएम ने कहा कि विपक्ष के साथी गोबर खरीदी की आलोचना कर रहे हैं, जबकि हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने भी हमारी सरकार की योजना की तारीफ की है। सीएम ने कहा कि रायगढ़ के विकास में पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
डीए के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या महंगाई किसानों के लिए नहीं है, मजदूर के लिए नहीं है, पत्रकारों के लिए नहीं है, आम जनता के लिए नहीं है। हम शनिवार और रविवार की छुट्टी दे रहे हैं, ओल्ड पेंशन स्कीम भी लागू की है। उन्होंने कर्मचारियों से फिर से काम पर वापस लौटने की अपील की। नौकरी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हम शिक्षकों और पुलिस विभाग में लगातार भर्तियां कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मैं सवाल करता हूं कि हम राजीव गांधी किसान न्याय योजना में किसानों को लाभ दे रहे हैं, मुफ्त में लोगों का इलाज करा रहे हैं, बच्चों को स्वामी आत्मानंद स्कूलों में पढ़ा रहे हैं, ये सब रेवड़ी हैं क्या। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा की सरकार है, जो जनता का हक मार रही है। हर बार जब चुनाव आता है, तो मोदी जी रेवड़ी का सपना दिखाते हैं। रेवड़ी दिखाकर मोदी जी वोट ले लेते हैं और जनता चुनाव के बाद खुद को ठगा सा महसूस करती है। हमने भी रेवड़ी दिखाया था, मगर हम बांट भी रहे हैं। जनता हमारे काम से संतुष्ट है।
धर्म-जाति के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में साम्प्रदायिकता की कोई जगह नहीं है, ये यहां की जनता कई बार बता चुकी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महीनों से रद्द हो रही ट्रेनों को लेकर भी निशाना साधा।
बीजापुर। नक्सलियों के भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने प्रेस नोट जारी कर 21 अगस्त को आत्मसमर्पित नक्सली बामन पोडियाम के हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस प्रेस नोट में बीजापुर जिला भैरमगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत बेचापाल पंचायत निवासी पोडिय़ाम बामन 10 जून को भैरमगढ़ टीआई के समक्ष आत्मसमर्पण करने की बात लिखी गई है। आगे लिखा है कि पीएलजीए पोडिय़ाम बामन को पिछले 21 अगस्त 2022 को हत्या की गई।
यह सर्व विदित है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली अक्सर आत्मसमर्पित करने वाले नक्सली साथियों की रेकी करते हैं और फिर मौका मिलते ही उनकी हत्या कर दी जाती है। आत्मसमर्पित नक्सली बामन पोडियाम की हत्या उसी का एक नमूना है। इससे पहले भी नक्सली शिवाजी को आत्मसमर्पण के बाद बीजापुर मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर हत्या कर दी गई। आत्मसमर्पित नक्सलियों की नक्सलिी संगठन द्वारा हत्या करने की लंम्बी फेहरिस्त है, वर्तमान में पुलिस कैंप के विस्तार के कारण नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम नही दे पा रहे हैं, उसकी जगह नक्सलियों द्वारा मुखबीर के नाम पर ग्रामीणों की हत्या का सिलसिला लगातार जारी है, वहीं इस बीच में आत्मसमर्पित नक्सली की भी हत्या की जा रही है।
ट्रेनों को कैंसिल किए जाने के विरोध में आज कांग्रेस का प्रदर्शन: BJP सांसद अरुण साव का घेरेंगे निवास
बिलासपुर: न्यायधानी में आज शुक्रवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस रेलबंदी के खिलाफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरूण साव के निवास का घेराव करेगी। दोपहर 12 बजे नेहरू चौक पर धरने के बाद यह प्रदर्शन होगा। कांग्रेस नेताओं ने रेल बंदी के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कहा है कि सांसद अरुण साव के प्रभावी नेतृत्व के अभाव में रेल मंत्रालय एवं बिलासपुर रेलवे जोन की जन विरोधी नीतियां लगातार जारी है, जो अब तानाशाही का रूप ले चुकी हैं।
कोरोना काल के बाद से रेलवे प्रशासन छत्तीसगढ़ की ट्रेनों को लगातार 8 माह से कैंसिल कर रहा है। मार्च से लेकर जून तक ग्रीष्म कालीन सीजन में रेलवे ने चार माह तक 50 से अधिक ट्रेनों को बंद कर दिया था। इस दौरान जब विरोध प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हुआ, तब जुलाई में सिर्फ एक माह के लिए ट्रेनों को बहाल किया गया। इसके बाद अब अगस्त के पहले सप्ताह से ही लगातार ट्रेनों का कैंसिलेशन जारी है।
यात्री सुविधाओं की अनदेखी कर रहा रेलवे
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने बिलासपुर ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ की रेलयात्री सुविधाओं के साथ भद्दा मजाक कर रही है। बिलासपुर के सांसद अरुण साव की निष्क्रियता करेला और नीम चढ़े की कहावत को चरितार्थ किया है। कमाई के हर क्षेत्र में बिलासपुर ज़ोन अव्वल रहा है। कोयला लदान का रिकार्ड बनाया है। फिर भी केंद्र की मोदी सरकार अपनी विधानसभा चुनाव में हार से व्यथित और भाजपा सांसद अरुण साव के प्रभावी नेतृत्व के अभाव में रेल मंत्रालय व बिलासपुर रेलवे जोन की जनविरोधी नितियां लगातार जारी हैं।
रेल मंत्रालय और रेलवे जोन की ओर से रेल यात्रियों की सुविधाओं की अनदेखी करते हुएं पहले से ही कई यात्री ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया है। वहीं एक बार फिर अपनी जनविरोधी नीतियों का प्रदर्शन करते हुए छत्तीसगढ़ में चलने वाले 68 ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया है। इसलिए कांग्रेस को सड़क में उतरना पड़ रहा है।
कांग्रेसियों को रोकने पुलिस ने की बैरिकेडिंग
कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन और घेराव को देखते हुए कानून एवं सुरक्षा और यातायात सुविधा बनाने के लिए पुलिस ने तैयारी कर ली है। इस दौरान नेहरु चौक में 50 से अधिक पुलिस जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, सांसद निवास तक कांग्रेसियों को पहुंचने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी है। धरना-प्रदर्शन के दौरान यातायात व्यवस्था बनाने के लिए रूट भी डायवर्ट किया गया है।
एडिशनल SP ट्रैफिक रोहित बघेल ने बताया कि विरोध-प्रदर्शन के दौरान शेफर स्कूल तिराहा एवं नेहरू चौक की ओर से कलेक्ट्रेट मार्ग की ओर आने वाले मार्ग को बंद रखा जाएगा। वाहनों को नेहरू चौक, शेफर स्कूल से वेयर हाउस रोड के तरफ से वाहनों की आवाजाही होगी।
रायपुर: राजधानी रायपुर में चाकूबाजी की घटना कम होने का नाम नहीं ले रही है। अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। ताजा मामला गुढ़ियारी से सामने आया है, जहां मॉर्निंग वॉक पर निकले शिक्षक को चाकू मारकर उनसे लूटपाट की गई।
राजधानी के गुढ़ियारी इलाके में एक शिक्षक मॉर्निंग वॉक पर निकला था, इस दौरान दो एक्टिवा सवार युवकों ने उनपर चाकू से हमला कर दिया और मोबाइल लूटकर मौके से फरार हो गए। गुढ़ियारी थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रायपुर/ सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र के फेस- 2 गैलेक्सी कंपनी में गुरुवार देर रात भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड टीम 8 गाड़ियां मौके पर पहुंची। दमकल टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
जानकारी के मुताबिक सिलतरा फेस- 2 गैलेक्सी कंपनी में पुराने टायर से ऑयल निकाला जाता है। आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर अग्निशमन रायपुर की चार गाड़ी आग बुझाने पहुंची। जहां और गाड़ियों की मदद से दमकल टीम के कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग कैसे लगी अब तक इसका पता नहीं चल सका है।
जांजगीर। दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे के ग्रुप डी में नौकरी लगाने के नाम पर साढ़े सात लाख रूपए की ठगी करने वाले पति - पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामला बाराद्वार थाना का है।
रायपुर। नवगठित मोहला-मानपुर-अंबागढ़ जिला शुक्रवार से अस्तित्व में आ जाएगा। राज्य के इस 29वें जिला का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भव्य समारोह में शुभारंभ करेंगे। जिले के उद्घाटन के ठीक एक दिन पहले गुरुवार को सरकार ने वहां कलेक्टर की पदस्थापना कर दी है। 2014 बैच के आइएएस एस. जयवर्धन वहां के पहले कलेक्टर होंगे। येदुवल्ली अक्षय कुमार पहले एसपी होंगे। अक्षय 2018 बैच के आइपीएस हैं। दोनों अफसर अभी वहां विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) के रुप में पदस्थ हैं। इसके साथ ही दो और नए जिलों में भी कलेक्टरों की पदस्थापना कर दी गई है।
तीन नए जिलों में सरकार ने पदस्थ किए कलेक्टर
बता दें कि राज्य में पांच नए जिलों के गठन की प्रक्रिया चल रही है। इसमें से तीन जिलों का अगले दो दिनों में शुभारंभ हो जाएगा। शुक्रवार को मोहला-मानपुर-अंबागढ़ व शनिवार को मुख्यमंत्री सारंगढ़-बिलाईगढ़ और खैरागढ़- छुईखदान- गंडई जिले का उद्घाटन किया जाएगा। इन दोनों जिलों में भी सरकार ने कलेक्टरों की पदस्थापना कर दी है। बता दें कि खैरागढ़- छुईखदान- गंडई जिला के गठन की घोषण्ाा मुख्यमंत्री बघेल ने खैरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान की थी। वहीं, बाकी जिलों की घोषण्ाा 2021 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की थी।
जिला कलेक्टर पुलिस अधीक्षक
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ एस. जयवर्धन येदुवल्ली अक्षय कुमार
खैरागढ़- छुईखदान- गंडई जगदीश सोनकर अंकिता शर्मा
सारंगढ़-बिलाईगढ़ डी. राहुल वेंकट राजेश कुकरेजा
जांजगीर चांपा: महिला से छेड़छाड़ मामले में जैजैपुर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है. युवक महिला के दुकान में घुसकर उससे छेड़छाड़ कर जबरन उसके साथ गलत काम करने की कोशिश कर रहा था. महिला के विरोध करने पर युवक ने महिला के साथ मारपीट की और उसके कपड़े फाड़ दिए. पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने बताया कि 26 अगस्त को पीड़ित महिला ने थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि दोपहर को जब अपने दुकान में वो कपड़े सील रही थी उसी समय आरोपी युवक मनहरण रात्रे दुकान में आया और उसे 2 हजार रुपए देकर उसके साथ गलत काम करने को कहां. मना करने पर आरोपी महिला के साथ जबरदस्ती करने लगा और मारपीट करते हुए उसके कपड़े फाड़ दिए और वहां से भाग निकला.
घटना के बाद महिला थाने पहुंची और मनहरण रात्रे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया.
घटना के बाद फरार हो गया था आरोपी
घटना के बाद आरोपी युवक फरार हो गया था, जिसकी पतासाजी की जा रही थी. आज मुखबिर से सूचना मिलने पर आरोपी युवक के ठिकाने पर पुलिस ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया. आरोपी मनहरण रात्रे को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.
छत्तीसगढ़: बालोद शहर से लगी तांदुला नदी में गुरुवार को एक युवक की लाश मिली है। आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी बालोद थाने में दी, जिसके बाद पुलिस ने शव को नदी से निकलवाया और इसकी शिनाख्त करवाई। मृतक की पहचान लोकेश साहू (38 वर्ष) के रूप में हुई है। वो हीरापुर का रहने वाला था।
गांव के लोगों ने पूछताछ में बताया कि युवक पिछले 2 दिनों से लापता था। परिवारवाले इसकी तलाश कर ही रहे थे कि इसकी लाश नदी के बीचोंबीच मिलने की खबर आई। जानकारी मिलते ही परिवार में मातम पसर गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
तांदुला नदी बीते कुछ दिनों से उफान पर थी। पिछले दो दिनों से यहां धूप हो रही है, ऐसे में जैसे ही नदी का पानी उतरा, ये लाश दिखाई दी। बालोद थाना प्रभारी नवीन बोरकर ने बताया कि अभी इस बात की जांच की जा रही है कि युवक ने खुदकुशी की या फिर वो नदी में गिर गया। चूंकि इस रास्ते पर एनीकट बना हुआ है और यहां से लोग बालोद आना-जाना करते हैं। एनीकट में पिछले दिनों बहाव काफी तेज था, तो ये भी आशंका जताई जा रही है कि युवक इसमें गिर गया होगा। वहीं इस एंगल पर भी जांच की जा रही है कि कहीं किसी ने हत्या करके तो उसकी लाश यहां नहीं डाल दी।
पानी उतरने के बाद यहां दलदल जैसा बन गया है, जिससे परिजनों और पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लाश पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गई है।फिलहाल पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, ताकि मौत की सही वजहों का खुलासा हो सके।
राजनांदगांव: मोहला-मानपुर अंबागढ़ चौकी जिला राजनांदगांव जिले से अलग होकर एक नये प्रशासनिक इकाई के रूप में पहचान बनाने जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा इस क्षेत्र को जिला बनाने की ऐतिहासिक घोषणा के बाद मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के सुदूर वनांचल क्षेत्रों तक हर्ष व्याप्त है। यह क्षेत्र लंबे समय तक नक्सल गतिविधियों से प्रभावित रहा है। नया जिला बन जाने से शासन-प्रशासन इन क्षेत्रों में और निकट तक पहुंचेगा और विकास कार्यों की गति बढ़ेगी। शासन के प्रयासों से इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद्यान्न, रोड कनेक्टिविटी के लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं। नया जिला बन जाने से इन क्षेत्रों की तस्वीर बदलेगी। यह क्षेत्र प्राकृतिक वन संपदा से परिपूर्ण है। यहां के सघन वनों में लघुवनोपज प्रचुर मात्रा में है। मोहला-मानपुर क्षेत्र जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र है। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला एक नये नक्शे के साथ 2 सितंबर को आकार ले लेगा।
नवीन जिले की भौगोलिक सीमाएं उत्तर में जिला राजनांदगांव के तहसील छुरिया, दक्षिण में तहसील दुर्गकोंदल, पखांजुर जिला कांकेर, पूर्व में तहसील डौंडी, डौंडी लोहारा जिला बालोद एवं पश्चित में महाराष्ट्र की सीमा से लगी हुई है। नवीन जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी दुर्ग संभाग के अंतर्गत होगा। नवीन गठित इस जिले में तहसीलों की संख्या 3 है जिसमें अम्बागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर है। विकासखण्ड एवं जनपद पंचायत - अम्बागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर है।नवीन जिले में कुल ग्रामों की संख्या 499 है। भौगोलिक क्षेत्रफल 2 लाख 14 हजार 667 हेक्टयर है। यहां कि कुल जनसंख्या 2 लाख 83 हजार 947 है जिसमें अनुसुचित जनजाति की कुल जनसंख्या 1 लाख 79 हजार 662 जो जिले कि कुल जनसंख्या का 63.27 प्रतिशत है। जिले में राजस्व निरीक्षक मंडल की संख्या 13 है, कुल पटवारी हल्का नम्बर 89 है, ग्राम पंचायत की संख्या 185 है। जिला मोहला-मानुपर-चौकी में थानों की कुल संख्या 9 है। विधानसभा क्षेत्र 2 तथा कुल मतदान केंद्र संख्या 497 है।
नवीन जिले मोहला-मानपुर- अंबागढ़ चौकी में अंबागढ़ चौकी में ग्रामों की संख्या-158, मोहला में ग्रामों की संख्या 171 एवं मानपुर में ग्रामों की संख्या 170 है। इस नवीन जिले में भौगोलिक क्षेत्रफल अंबागढ़ चौकी में 54 हजार 747 हेक्टेयर, मोहला में 70 हजार 301 हेक्टेयर एवं मानपुर में 89 हजार 619 हेक्टेयर है। अंबागढ़ चौकी की जनसंख्या 1 लाख 08 हजार 334, मोहला की जनसंख्या 86 हजार 994 एवं मानपुर की जनसंख्या 88 हजार 619 है। जहां अनुसूचित जनजाति की संख्या अंबागढ़ चौकी में 52 हजार 786, मोहला में 60 हजार 950 एवं मानपुर में 65 हजार 926 है। अनुसूचित जनजाति का प्रतिशत अंबागढ़ चौकी में 48.73, मोहला में 70.06 एवं मानपुर में 74.39 है।
नवीन जिले में राजस्व निरीक्षक मंडल की संख्या अंबागढ़ चौकी में 5, मोहला में 4 एवं मानपुर में 4 है। नवीन जिले में पटवारी हल्का नंबर अंबागढ़ चौकी में 33, मोहला में 28 एवं मानपुर में 28 है। अंबागढ़ चौकी में 69 ग्राम पंचायत, मोहला में 59 ग्राम पंचायत तथा मानपुर में 59 ग्राम पंचायत रहेंगे। राजनांदगांव जिले से अंबागढ़ चौकी की दूरी 50 किलो मीटर, मोहला की दूरी 75 किलो मीटर, मानपुर की दूरी 100 किलो मीटर है। गठित नवीन जिले में अंबागढ़ चौकी के अंतर्गत दो थाने अम्बागढ़ चौकी थाना एवं चिल्हाटी थाना है। मोहला के अंतर्गत मोहला थाना एवं मानपुर के अंतर्गत कुल 6 थाने खड़गांव थाना, मानपुर थाना, कोहका थाना, सीतागांव थाना, मदनवाड़ा थाना एवं औंधी थाना है।
मुख्यमंत्र भूपेश बघेल ने प्रशासनिक कार्यों में कसावट लाने एवं आम जनता को सहूलियत पहुंचाने के उद्देश्य से नए जिलों के गठन की घोषणा की थी और 2 सितंबर को मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के रूप में प्रदेश के 29वें जिले के शुभारंभ के साथ ही गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की संकल्पना को और बल मिलने जा रहा है|
गृहमंत्री ने अंजोर रथ को दिखाई हरी झंडी, साइबर क्राइम और यातायात के प्रति लोगों को किया जाएगा जागरूक
महासमुंद: गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक के बाद जिले के दूर-दराज इलाकों में रहने वाले लोगों को पुलिस सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन की "अंजोर रथ" खाकी के रंग, स्कूल के संग नामक चलित पुलिस रथ को हरी झंडी दिखाई। अंजोर छत्तीसगढ़ी भाषा का शब्द जिसका अर्थ उजाला होता है।
इस रथ के माध्यम से जिले के थाना क्षेत्रों और साप्ताहिक हाट बाजारों में पहुंचकर साइबर क्राइम एवं विभिन्न तरीकों को अपनाकर किए जाने वाली अपराधों के प्रति लोगों को खासकर बच्चे और महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। महासमुंद विधायक व संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर, द्वारिकाधीश यादव खल्लारी, देवेंद्र बहादुर सिंह बसना और सरायपाली विधायक किस्मत लाल नंद, जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा पटेल सहित कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ एस.आलोक, डीएसपी यातायात राजेश देवांगन सहित विभिन्न विभागों के ज़िला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अंजोर रथ के माध्यम से लोगों को अपराधियों के चंगुल में न आने और साइबर क्राइम से कैसे सतर्कता बरती जाए यह गुर भी बताए जायेंगे। साथ ही यह यातायात नियमों का पालन करने के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा अपराध होने पर मदद या सहायता के लिए तुरंत किए जाने वाले पुलिस के हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी बताया जाएगा। साथ ही यह अंजोर पुलिस रथ लोगों के बीच और बेहतर तालमेल बनाने में भी मदद करेगा।
रायपुर: छत्तीसगढ़ बनने के बाद से ही रायगढ़ जिला में शामिल सारंगढ़ क्षेत्र और बलौदाबाजार के बिलाईगढ़ क्षेत्र के निवासियों की बरसों से मांग थी कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ एक नया जिला बने। 3 सितंबर को भूपेश बघेल सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का शुभारंभ कर वहां के निवासियों के सपने को साकार करेंगे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त 2021 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नये सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के गठन की घोषणा की थी।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ के नया जिला बन जाने से शासन-प्रशासन की लोगों तक पहुंच और मजबूत होगी जिससे इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को तीव्र गति मिलेगी। जिला मुख्यालय सारंगढ़ रायगढ़ से रायपुर मुख्य मार्ग सारंगढ़ राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 200 पर स्थित है। यहां रियासत कालीन समय से हवाई पट्टी स्थित है। जिला मुख्यालय सारंगढ़ छत्तीसगढ़ गठन के पूर्व से तहसील मुख्यालय एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुख्यालय के रूप में है।
बता दें कि बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला रायगढ़ के उपखंड सारंगढ़, तहसील सारंगढ़ एवं बरमकेला तथा रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के उपखंड-बिलाईगढ़ तथा तहसील बिलाईगढ़ को समाविष्ट करते हुए नवीन जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का गठन किया गया है। नवगठित जिले की सीमायें उत्तर में रायगढ़ जिला दक्षिण में महासमुंद जिला, पूर्व में उड़ीसा का बरगढ़ जिला और पश्चिम में बलौदा बाजार तथा उत्तर-पश्चिम में जांजगीर-चांपा जिले से लगी हुई है। जिसमें तीन तहसील सारंगढ़, बरमकेला एवं बिलाईगढ़ एवं उप तहसील कोसीर तथा भटगांव शामिल होंगे। नवगठित जिले में तीन जनपद पंचायत सारंगढ़, बरमकेला व बिलाईगढ़ शामिल हो रहे है।
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक यहां की कुल जनसंख्या 6 लाख 17 हजार 252 है। 759 ग्राम, 349 ग्राम पंचायत, 5 नगरीय निकाय, 601 कोटवार एवं 720 पटेलों की संख्या है। जिसके अंतर्गत 20 राजस्व निरीक्षक मंडल शामिल है जिनमें सारंगढ़, हरदी, सालर, कोसीर, छिंद, गोड़म, उलखर, बरमकेला, गोबरसिंघा, देवगांव, डोंगरीपाली, सरिया, बिलाईगढ़, पवनी, गोविंदवन, जमगहन, भटगांव, गिरसा, बिलासपुर एवं सरसीवा शामिल है। जिसका कुल राजस्व क्षेत्रफल 01 लाख 65 हजार 14 है एवं 2518 राजस्व प्रकरण की संख्या है। वर्तमान में नवीन जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 1406 स्कूल, 7 कालेज, 33 बैंक, 3 परियोजना, 141 स्वास्थ्य केंद्र, 10 थाना एवं 2 चौकी स्थापित है।
नवगठित जिले में रामनामी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। ये अपना पूरा जीवन राम के नाम पर समर्पित कर देते है। इनकी विशेषता है कि ये अपने पूरे शरीर पर राम नाम का गोदना करवाते है। महानदी सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की मुख्य नदी है। वहीं जिले के सारंगढ़- तहसील में स्थित गोमर्डा अभ्यारण्य सैलानियों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता है।
दशहरा उत्सव के लिए प्रसिद्ध है सारंगढ़
सारंगढ़ रियासत में तत्कालीन राजा जवाहिर सिंह के कार्यकाल में लगभग शताधिक वर्ष पूर्व से सारंगढ़ का दशहरा-उत्सव बस्तर-दशहरा की भांति बहुत प्रसिद्व है। जिसमें रावण दहन के अतिरिक्त मिट्टी के गढ़ में आम नागरिकों के मध्य सार्वजनिक स्थल खुले मैदान में शौर्य का प्रदर्शन किया जाता था। नवयुवक इस शौर्य प्रदर्शन में बड़े उत्साह से बड़ी संख्या में भाग लेते थे। गढ़ को मिट्टी और गोबर के लेप से एकदम चिकना कर दिया जाता था। गढ़ का ऊपरी हिस्से को राजमहल के गढ़ की तरह रूप देकर सुसज्जित किया जाता था। जो मूलतरू मिटटी का होता था। प्रतिभागी कांटानुमा लोहे के पंजा को उस गढनुमा टीले में गड़ा देता था और गीली मिटटी के कारण फिसलते-सम्हलते चढ़ता था। गढ़ के ऊपर कुछ व्यक्ति पहले से चढ़े रहते थे जो डंडे से किले के ऊपर चढने वाले को प्रहार करते थे किन्तु सबसे पहले पहुंचकर जो युवक ऊपर चढ़कर मिटटी के बने गढ़ को तोड़ देता था। उसे राजा साहब नकद राशि और शील्ड देकर पुरस्कृत करते थे। कहा जाता है कि सारंगढ़ रियासत में ऐसे विजयी बहादुर को सेना में भर्ती किया जाता था। इसके पश्चात ही रावण दहन का कार्य सम्पन्न होता था। यह परम्परा आज भी प्रचलित है।