रायपुर:- छत्तीसगढ़ शासन वित्त विभाग ने शासकीय कर्मचारियों अधिकारियों के वेतन कटौती के 1 दिन के अप्रैल माह के वेतन से कटौती करने हेतु आदेश प्रसारित किया गया है ll छत्तीसगढ़ प्रदेश कोषालय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतअध्यक्ष डॉ.जितेंद्र सिंह ठाकुर एवं प्रांतीय महामंत्री दीपक देवांगन ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में पिछले मार्च से लेकर के अब तक कभी भी कोषालय कर्मचारी बेरोक टोक शासन का काम निष्ठापूर्वक करते आया है । कोषालय कर्मचारी संघ के द्वारा मांग की गई थी कोषालय कर्मचारी महत्वपूर्ण कार्य करते हैं जिसका 50 लाख का बीमा होना चाहिए उनका अनदेखी किया गया बल्कि 1 दिन का वेतन जबरन कटौती का आदेश स्वेक्षा से कहने के बाद भी उसे अनिवार्य रूप से समझकर कटवा लिया गया ll कोषालय कर्मचारी संघ कोष लेखा लिपिक के वेतन विसंगति दूर करने लंबित महंगाई भत्ता सातवें वेतनमान के एरियर की राशि एवं अन्य मांग किया गया जो आज दिनांक तक लंबित है इस प्रकार शासन और कर्मचारियों के बीच की कड़ी में ऐसा गलत आदेशों का पालन कब तक चलेगा ll वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश के विषय में स्वेक्षा से कटौती के संबंध में लिखते हैं जबकि नीचे सभी आहरण संवितरण अधिकारियों पर दबाव पूर्ण सभी कर्मचारियों के 1 दिन का वेतन कटौती के संबंध में जो आदेश प्रसारित हुआ है कर्मचारी जगत में भ्रम पैदा करता है और दादागिरी के साथ ऐसे कटौती नहीं करवाना चाहिए आदेशानुसार विषय से स्पष्ट होता है स्वेच्छा से अनुदान अर्थात जब कोई कर्मचारी चाहेगा तब उसकी कटौती एक दिन का किया जाना है अन्यथा किसी भी स्थिति में जबरन किसी के वेतन से कटौती नहीं किया जाना चाहिए ।यह आदेश स्पष्ट करता है पिछले समय भी इसी प्रकार का आदेश हुआ था जिसे बाद में कर्मचारी संघों की मांग पर सॉफ्टवेयर में संशोधन किया था lll आदेश मैं इस तरह से जबरदस्ती कर्मचारियों का वेतन नहीं कटा जाना चाहिए जो अपनी सहमति से अपनी इच्छा से देना चाहे और सहमति फार्म भर कर प्रस्तुत करें उनका ही वेतन काटना चाहिए जिस संगठन ने वेतन कटौती हेतु पत्र दिया है केवल अपनी अकेले मर्जी से दिए हैं उन्हीं संगठन के सदस्यों का वेतन काटा जाए वित्त विभाग के जबरिया 1 दिन का वेतन काटने के आदेश का कोषालय कर्मचारी संघ निंदा करता है ज्ञात है कि वर्ष 2020 मैं कोषालय के सॉफ्टवेयर में विकल्प नहीं होने के कारण 1 दिन का वेतन बिना कांटे कंप्यूटर बिल को स्वीकार नहीं कर रहा था। बाद में इस पर वित्त विभाग से संघ द्वारा फिर पत्राचार किया गया उसके बाद सॉफ्टवेयर में स्वीकार ऐच्छिक का विकल्प दिया गया था।
इस बार भी यदि विकल्प का सॉफ्टवेयर में नहीं होगा तो 1 दिन का वेतन अनिवार्य रूप से कटेगा ll इस हेतु हमारा संगठन माननीय मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव महोदय एवं सचिव वित्त विभाग को ज्ञापन प्रेषित कर शासन से मांग करता है कि इस तरह जबरदस्ती कर्मचारियों के 1 दिन का वेतन ना काटा जाए और कोषालय के सॉफ्टवेयर में पूर्व की भांति संशोधित हो lll मांग करने वालों में प्रमुख रूप से संगठन केप्रांतअध्यक्ष डॉ. जितेंद्र सिंह ठाकुर, कार्यकारी प्रांत अध्यक्ष हरीश कंवर, उप प्रांत अध्यक्ष अरुण चोरिया,प्रांतीय महामंत्री दीपक देवांगन, प्रांतीय कोषाध्यक्ष रामाधार साहू, प्रांतीय प्रवक्ता रूपेंद्र कुमार साहू , प्रांतीय प्रचार सचिव द्वारिका प्रसाद वस्त्र कार, प्रांतीय संगठन सचिव वीरेंद्र कुमार राठौर, संघ के संरक्षक एस पी केसरी, शशिकांत झा, चमन प्रकाश साहू ,संभागीय अध्यक्ष रायपुर गोविंद राम बसोंने, संभागीय अध्यक्ष जगदलपुर मनु लाल यादव, संभागीय अध्यक्ष बिलासपुर ज्ञानू राम जिला अध्यक्ष राजनांदगांव सुशांत जिला अध्यक्ष कवर्धा भागबली सोनकर, जिला अध्यक्ष कांकेर गौरव द्विवेदी, जिला अध्यक्ष महासमुंद चिंताराम झारेय, जिला अध्यक्ष धमतरी पुष्पेंद्र कुमार चंद्राकर, जिला अध्यक्ष कोरिया राहुल मिश्रा, जिला अध्यक्ष बलरामपुर संदीप पाल, भानु पटेल, रामेश्वर मेश्राम आदि पदाधिकारियों ने जबरिया वेतन नहीं काटने और ट्रेजरी सॉफ्टवेयर मैं पूर्व की भांति संशोधन करने की मांग की गई है
रायपुर ! कांग्रेस सरकार के कारण राज्य में उत्पन्न कोरोना संबंधित अव्यवस्थाओं के विरोध में ,भारतीय जनता पार्टी रायपुर जिला द्वारा आज एक दिवसीय धरना दिया गया। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, रामविचार नेताम व पूर्व मंत्री व भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने मौलश्री विहार स्थित रमन सिंह जी के निवास पर,
पूर्व मंत्री व रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल जी ने अपने शंकर नगर निवास स्थान के बाहर, भाजपा रायपुर सांसद सुनील सोनी , भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी व पूर्व विधायक देवजी पटेल ने संसदीय कार्यालय में, एवं रायपुर जिला के समस्त पदाधिकारी गण, मंडल अध्यक्ष ,पार्षद गण मोर्चा ,प्रकोष्ठ के संयोजक सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने अपने निवास के बाहर धरना दिया।
बृजमोहन अग्रवाल जी ने कहा कि कांग्रेस की अव्यवस्था का आलम यह है कि छत्तीसगढ़ में अस्पतालों में जगह नहीं है ,वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है ,ऑक्सीजन सरकार उपलब्ध नहीं करा रही है, और सरकार मृतकों का भी सम्मान न कर कचरा गाड़ी में ढोकर उनका अंतिम संस्कार कर रही है। ऐसी सोई सरकार को जागृत करने के लिए आज भाजपा प्रदेश भर में धरने पर बैठी है।
भाजपा सांसद सुनील सोनी ने कहा की निर्णय लेने में असक्षम सरकार को बताना चाहिए कि वह व्यवस्था संभाल सकती है या नहीं । यह सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए कलेक्टरो को आगे करके कार्य कर रही है और भयभीत जनता को सांत्वना देने के बजाय आपसी मनमुटाव में लगी है।
जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक लोगों का टीकाकरण प्रारम्भ होगा। सरकार उनकी तैयारियों पर ध्यान दें । बेवजह की बयानबाजी और राजनीति ना करें। अन्यथा यह राज्य टीकाकरण में पिछड़ जाएगा और आप अपने आदत अनुसार केंद्र पर दोषारोपण करेंगे।
राज्य सरकार के खिलाफ धरने में जिला महामंत्री रमेश सिंह ठाकुर , ओंकार बैस ,सत्यम दुबा,केदार गुप्ता बजरंग खंडेलवाल, मीनल चौबे, सूर्यकांत राठौड़, मृत्युंजय दुबे, गोपी साहू, अमरजीत छाबड़ा, अकबर अली, अनुराग अग्रवाल , अमित मैसेरी, हरीश ठाकुर, राजकुमार राठी, श्यामा चक्रवर्ती, जितेंदर धुरंधर, अनूप खेलकर, सालिक सिंह ठाकुर ,महेश शर्मा, मुकेश पंजवानी ,अनिल सोनकर, पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष सुनील चौधरी, युवा मोर्चा महामंत्री राहुल राव, अर्पित सूर्यवंशी ,तोषण साहू, कचरू साहू के साथ जिलों के कार्यकर्ताओं ने अपने निवास के सामने इस निकम्मी सरकार के खिलाफ धरना दिया।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर सियासत गरमाने लगी है। प्रदेश भर में भाजपा नेताओं ने आज अपने निवास के बाहर धरना दिया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार कोरोना को रोक पाने में नाकाम साबित हुई है। अस्पतालों की स्थिति अच्छी नहीं है, सारा सिस्टम फेल हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों को टेस्ट रिपोर्ट देरी से मिल रही है। जांच भी सही तरीके से नहीं हो रही है. प्रदेश में स्थिति चिंताजनक हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह अपने घर के बाहर धरने पर दिया। उनके साथ सांसद राम विचार नेताम, पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी धरने पर बैठे। पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल अपने निवास, नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक बिलासपुर में और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय बगीचा में धरना देकर प्रदर्शन किया। डॉ रमन सिंह ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि टेस्ट के सिस्टम को बेहतर करना चाहिए। प्रदेश में वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जाए। ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जाए। आईसीयू की व्यवस्था बेहतर की जाए। वहीं नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा कि हम सरकार को जगाने धरने पर बैठे हैं। उन्होंने पूछा कि शराब में जो सेस लगाया है उसका पैसा कहा गया। सरकार इसे खर्च क्यों नहीं कर रही है। सिर्फ लॉकडाउन लगाने से कोरोना संक्रमण का चेन नहीं तोड़ा जा सकता है।
रायपुर, भाजपा सांसद सुनील सोनी के रेमडेसीविर इंजेक्शन को लेकर दिए गए बयान को गुमराह करने वाला झूठा एवं भ्रामक बताते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के नेता एवं सांसद निरंतर कोरोना संकटकाल में झूठ फरेब की राजनीति कर रहे हैं झूठे बयान बाजी कर जनता के बीच में पैनिक स्थिति निर्मित कर रहे हैं ।भाजपा सांसद सुनील सोनी गैर जिम्मेदार बयानबाजी करने के लिए जाने जाने लगे हैं झूठ बोलेने के आदी है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा शासित राज्य गुजरात के सूरत म्युनिसिपल कारपोरेशन ने एवं मध्य प्रदेश के कमिश्नर मेडिकल कॉरपोरेशन ने भी 1568 रुपए में रेडमीसीविर इंजेक्शन की खरीदी की है। महाराष्ट्र के म्युनिसिपल कारपोरेशन मुंबई ने भी वाइल्ड लाइफ़ कंपनी के रेडमिसिविर इंजेक्शन को 1568रु के दाम पर खरीदा है।इंजेक्शन की कीमत ₹1400रु प्लस ₹168 उसमें जीएसटी अतिरिक्त है। गुजरात मेडिकल सर्विसेज ने भी दूसरी कंपनी के रेडमीसीवीर इंजेक्शन को 1650 में प्लस जीएसटी अलग से दाम पर खरीदा है।आंध्र प्रदेश में भी रेडमीसीविर इंजेक्शन वाइल्ड लाइफ कंपनी की 1568 में खरीदी की गई है। ऐसे में सांसद सुनील सोनी ने राज्य सरकार पर झूठा और मनगढ़ंत आरोप लगाकर अपनी भाजपा की झूठ फरेब की राजनीतिक चरित्र को आगे किया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रेडमिसिविर इंजेक्शन की सप्लाई के लिए सिपला कंपनी के साथ छत्तीसगढ़ सरकार का अनुबंध है लेकिन सिपला कंपनी मांग के अनुसार सप्लाई नहीं कर पा रही है इसलिए इमरजेंसी टेंडर बुलाया गया है और जो देश भर में रेडमिसिविर इंजेक्शन की जो कीमत है उसी आधार पर छत्तीसगढ़ में भी 1568 रुपए में इंजेक्शन खरीदी किया गया है।मरीजो को जीवन रक्षक इंजेक्शन मिलने पर सुनील सोनी ने झूठे बयान बाजी कर भाजपा के झूठ फरेब की राजनीति की नीति को आगे बढ़ाया है भाजपा सांसद सुनील सोनी को झूठे आरोप लगाने से बचना चाहिए असल में भाजपा नेताओं का चरित्र ही झूठ बोलना है।
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष दीपक कर्मा कोरोना पॉजिटिव हैं। उनका जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। खबर है कि कर्मा परिवार के सदस्यों ने दीपक के बेहतर इलाज के लिए प्रदेश से बाहर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मदद मांगी है। दिवंगत पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा और दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा के पुत्र दीपक कर्मा कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। उन्हें जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दाखिल कराया गया। इसके बाद से उनकी हालत में अपेक्षाकृत सुधार नहीं हुआ है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक दीपक के फेफड़े में काफी इंफेक्शन हो गया है। जिसे ठीक करने की कोशिश चल रही है। उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। बताया गया कि कर्मा परिवार के सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से चर्चा की है। उन्हें दिल्ली या अन्य जगहों पर बेहतर इलाज के लिए भेजना चाहते हैं। हालांकि इस पूरी चर्चा का ब्योरा नहीं मिल पाया है। दीपक की हालत में अभी भी गंभीर बनी हुई है।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ता प्रदेशभर में शनिवार को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूर्ण रूप से विफल प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में कोरोना लगातार बढ़ रहा है। जनसंख्या की दृष्टि से संक्रमण के मामले में छत्तीसगढ़ प्रथम स्थान पर आ गया है। परंतु कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शुरू से ही लापरवाह छत्तीसगढ़ सरकार अब भी व्यवस्था सुधारने, स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने, बिस्तर, ऑक्सीजन और वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने एवं जीवनरक्षक दवाओं और रेमडेसिवीर इंजक्शन उपलब्ध करवाने और संक्रमण की दर को कम करने कोई ठोस कदम उठाती नहीं दिख रही है।
उन्होंने कहा कि दुर्भग्यपूर्ण बात यह है कि प्रदेश सरकार ने ना तो बीते एक वर्षों में कोई सबक लेते हुए कोई ऐतियातन इंतजाम बेहतर करने कदम उठाए और ना ही वर्तमान भयावह स्थिति से निपटने कोई प्रयास करती नजर आ रही है। श्री साय ने कहा पूर्ण रूप से विफल हो चुकी भूपेश बघेल की सरकार को जगाने हमने हर संभव प्रयास किए गए। हमने लगातार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बेहतर कदम उठाने जगाने का प्रयास किया। मुख्य सचिव से मुलाकात कर व्यवस्था बेहतर करने प्रयास किया परंतु हम पर राजनीति का आरोप लगा कर मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस पार्टी मुह छुपाती रही। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल के माध्यम से भी सरकार को जगाने प्रदेश सरकार के समक्ष जनहित में निर्णय की मांग रखी। परंतु छत्तीसगढ़ सरकार और सरकार के मुख्या असंवेदनशील हो चुके हैं। जिन्हें छत्तीसगढ़ की जनता की कोई फिक्र नहीं है इसलिए ऐसी असंवेदनशील सरकार को जगाने भारतीय जनता पार्टी का एक एक कार्यकर्ता शनिवार को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक अपने अपने निवास के बाहर असंवेदनशील और कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में लापरवाह व विफल प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगा और जगाने का प्रयास करेगा। संवेदनशीलता के साथ काम करने व जनहित में निर्णय करने मांग करेंगे।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी नलिनीश ठोकने ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन में शनिवार दोपहर 2 बजे से भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निवास पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, राज्यसभा सांसद रामविचार नेता व पूर्व मंत्री राजेश मूणत धरने पर बैठेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय अपने निवास बगीचा जशपुर में धरने पर बैठेंगे। वहीं पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर रायपुर निवास में ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल अपने शैलेन्द्र नगर स्थित निवास पर, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल अपने निवास पर धरना देंगे। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक अपने परासदा स्थिति निवास में धरना में शामिल होंगे। महामंत्री नारायण चंदेल जांजगीर-चांपा,भूपेन्द्र सवन्नी बिल्हा, किरण देव जगदलपुर में हिस्सा लेंगे। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व विधायक शिवरतन शर्मा भाटापारा, भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप भानपुरी, पूर्व मंत्री लता उसेंड़ी कोंड़ागांव, पूर्व मंत्री महेश गागड़ा व महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष शालनी राजपूत कांकेर में शामिल होंगे। अंबिकापुर में प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव व पिछड़ा मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अखिलेश सोनी सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल होंगे। भाजपा के सभी मोर्चा प्रकोष्ठों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अपने अपने निवास पर धरने पर बैठेंगे।
धमतरी जिले के जागरुक जनप्रतिनिधि, पुर्व केबिनेट मंत्री अजय चंद्राकर नें लगभग एक सप्ताह पुर्व 20लाख की राशि और स्वीकृत की थी और कलेक्टर धमतरी द्वारा आज 10लाख की राशि की मांग और की गयी जिस पर विशेष ध्यान देते हुये श्री चंद्राकर नें एक घंटे के भीतर ही तत्काल आदेश जारी कर अपना फर्ज निभाया और कलेक्टर से दूरभाष पर कहा कि लोगों की जान बचनी चाहिये, पैंसों की जरुरत पड़ी तो हम पीछे नही हटेंगे।
रायपुर । भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ की एक वर्चुअल बैठक कल 23 अप्रैल को शाम 4 बजे आयोजित की गई है जिसमे मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल शामिल होंगे, उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश सह प्रचार-प्रसार मंत्री राजकुमार राठी ने बताया कि कोरोना काल में व्यापार एवं सेवा के कार्य साथ-साथ कैसे करे, इस विषय पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ की प्रथम प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक ज़ूम एप के माध्यम से आयोजित की गई है जिसकी अध्यक्षता प्रदेश संयोजक एवं पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना करेंगे।
रायपुर। मुख्यमंत्री की ओर से प्रधानमंत्री को लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि समूचे देश के लिए टीके पर एक नीति बनी है। प्रधानमंत्री सवा अरब से ऊपर देश की जनता के लिए चिंता कर रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एक करोड़ टीके की व्यवस्था करने में राजनीति सूझ रही है। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ की जनता भूपेश बघेल की गलत नीतियों का खामियाजा भुगतने को मजबूर है। केवल डींगें हांकने से काम नही चलता, काम भी करना पड़ता है। अब मुख्यमंत्री को हल्की राजनीति छोड़ जल्द से जल्द टीके की बुकिंग करनी चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा कि अन्य प्रदेश टीके की बुकिंग में आगे निकल जाए और प्रदेश पत्राचार में माहिर मुख्यमंत्री की कलाबाजी ही दिखाते रह गये। उन्होंने कहा कि ‘सबसे कम काम और सबसे अधिक हंगामा’ यही भूपेश बघेल का मंत्र बन गया है। भूपेश बघेल को ऐसी राजनीति छोड़ छत्तीसगढ़ की जनता के लिए सकारात्मक कार्य करना चाहिए अन्यथा जनता उन्हें माफ नही करेगी।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि डी एम फ फण्ड, कैम्पा फण्ड और मुख्यमंत्री कोष में हजार करोड़ से ऊपर रकम मौजूद हैं, जिसका उपयोग टीके के लिए करना चाहिए। प्रदेश भाजपाध्यक्ष ने पूछा कि जब कैम्पा मद से नियम विरुद्ध लक्जरी गाड़ी खरीदी जा सकती है तो टीके क्यो नही?
नई दिल्ली। भारत सरकार ने आने वाले दिनों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाने की घोषणा की है। इसको लेकर अब कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। सोनिया ने पत्र में केंद्र सरकार की वैक्सीन पॉलिसी पर सवाल खड़े किए हैं। पत्र में सरकार की नीति को मनमाना और भेदभावपूर्ण करार देते हुए बदलाव की मांग की गई है। सोनिया गांधी का आरोप है कि कोरोना टीका की नई नीति के जरिए केंद्र सरकार ने 18 से 45 साल के लोगों को मुफ्त टीका उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी से पीछा छुड़ा लिया है। सीरम इंस्टीट्यूट ने बीते दिन अपनी कोविशील्ड वैक्सीन के दाम जारी किए, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार के लिए अलग-अलग दाम तय किए गए हैं। सीरम ने जो रेट लिस्ट जारी की है, उसके मुताबिक राज्य सरकार को 400 रुपये प्रति डोज, प्राइवेट अस्पताल को 600 रुपये प्रति डोज और और केंद्र सरकार को 150 रुपये प्रति डोज के हिसाब से वैक्सीन दी जाएगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के साहसिक निर्णय प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक, युवाओं को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण की घोषणा ऐतिहासिक और संवेदनशील है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, केंद्र की मोदी सरकार ने देश के युवाओं से छलावा करते हुये 18 वर्ष से 45 वर्ष को कोरोना वैक्सीन टीका 400 से 600 शुल्क देकर लगाने का अनैतिक फैसला लिया। भारत युवा देश है, युवा देश की शक्ति को आधार मानकर भाजपा मोदी केंद्र की सत्ता पर आयी है ऐसा चीख - चीख कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा केंद्र की सत्ता पर काबिज हुए मगर जब देश के युवाओं को कोरोना संक्रमण से बचाओ का प्राणरक्षक टीका लगाने की बारी आई तो प्रधानमंत्री जी यह भी भूल गये। कोरोना संक्रमण के संकटकाल और भाजपा मोदी सरकार की वादाखिलाफी से सबसे ज्यादा दुखी, बेरोजगार, आर्थिक रूप से कमजोर देश का युवा ही है बावजूद इसके प्राणरक्षक टीका मुफ्त में लगना छोड़ उस पर भी मुनाफा कमाने की नियत स्पष्ट दिखाई पड़ती है यह देश के युवाओं के साथ छलावा है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और संवेदनशील मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने यह वादा किया था की केंद्र की सरकार टीकाकरण मुफ्त में नहीं करेगी तो राज्य सरकार अपने सामर्थ्य से टीकाकरण मुफ्त में करेगी, उन्होंने अपने वायदे को पूरा करते हुए, केंद्र की भाजपा मोदी सरकार के वादाखिलाफी से प्रदेश के युवाओं की बदहाली को समझते हुए 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को मुक्त टीकाकरण का फैसला लेकर भारत देश में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन कर एक नयी मिसाल कायम की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी में छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का आभार मानते हुए कहा कि युवा प्रदेश का देश का भविष्य है और आपने भविष्य की चिंता करते हुए युवाओं को मुफ्त प्राणरक्षक टीकाकरण की घोषणा कर पुनः प्रदेश के युवाओं में छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति भरोसा कायम किया है, यह कहना सार्थक होता है कि, " भूपेश है तो भरोसा है "।
रायपुर, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ काॅमर्स एण्ड़ इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन एवं कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा ने बताया कि आज चैम्बर ने स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव को पत्र जारी कर छत्तीसगढ़ के सभी हाॅस्पिटलों में कैसलेश सुविधा दिये जाने की मांग की। चेम्बर के प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने माननीय मंत्री जी को अवगत कराया कि कोविड के केसेस में हाॅस्पिटलों द्वारा मेडिक्लेम पाॅलिसियों मे कैशलेस की सुविधा नहीं दी जा रही हैं, जिससे पेशेंट एवं उनके परिवार को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, चूंकि हॉस्पिटलों में भर्ती होने वाले कोरोना के पेशेंट अधिकतर मध्यमवर्गीय और नौकरीपेशा है। जिनके पास हॉस्पिटल के बिल के लिए पर्याप्त धनराशि नही होती है, ऐसे पेशेंट और उनके परिवार कैशलेस सुविधा को देखते हुए इंशोरेंस करते है। बीमा कंपनियों द्वारा पालिसी बेचते समय ग्राहक को टाइअप हाॅस्पिटलो की लिस्ट दी जाती है और उन्हें कैशलेश क्लेम सेटलमेंट बोलकर पालिसी दी जाती है, फिर क्यों इस संकट के समय में हाॅस्पिटलो द्वारा बीमा कंपनियों से एग्रीमेंट होने के बाद भी कैशलेस देने को मना कर रही है।
श्री पारवानी ने आगे कहा कि चूकि बीमा कंपनियों द्वारा जब ग्राहकों को पालिसी दी जाती है तब उनके बीच अनुबंध होता है। कि उन्हे कैशलेश क्लेम सेटलमेंट पालिसी दी गई है। उसी प्रकार बीमा कंपनियों का भी हाॅस्पिटल के साथ अनुबंध होता है। हाॅस्पिटल द्वारा कैशलेस सुविधा प्रदान नहीं करने के कारण पेशेंट के परिजनों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो कि अनुचित है। श्री पारवानी ने मंत्री सिंहदेव से अनुरोध किया कि मानवता की दृष्टि में प्रदेश के सभी अस्पतालों को निर्देशित करें की वह इसका कड़ाई से पालन करें। ताकि इस महामारी में पेशेंट और उनके परिजनों को किसी प्रकार की आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर आज रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं सभी प्रदेश भाजपा अध्यक्षों के साथ वर्चुअल बैठक की और उनसे ‘सेवा ही संगठन' को आत्मसात करते हुए जनजागरण और जनसेवा में जी-जान से जुट जाने का आह्वान किया।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से ‘अपना बूथ - कोरोना मुक्त' अभियान शुरू करने की अपील की।उन्होंने कहा कि पार्टी पदाधिकारी एवं पार्टी कार्यकर्ता बूथ स्तर पर सेनिटाइजेशन, साफ-सफाई और जन-जागरण के लिए एक प्रिवेंटिव अभियान भी चलायें। उन्होंने कहा कि अपने आस-पास के लोगो कोविड गाइडलाइंस का पालन करें, इसके लिए हर-एक बूथ कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करें और इसके लिए एक अभियान चलायें।
श्री नड्डा ने सभी राज्य भाजपा इकाइयों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी राज्य भाजपा इकाइयां प्रदेश में अविलंब एक कोरोना हेल्प डेस्क स्थापित करें और इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी करें। साथ ही सभी प्रदेश इकाइयाँ अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों की मदद के लिए एक कार्य योजना भी बनाएं। उन्होंने कहा कि सभी प्रदेश भाजपा इकाइयों को स्थानीय प्रशासन के साथ मिल कर प्लाज्मा डोनेशन के लिए एक सघन अभियान भी चलाना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर मास्क एवं सेनिटाइजर वितरण का भी आह्वान किया।
श्री नड्डा ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से कोरोना संकट की इस विषम परिस्थिति से जूझ रहे लोगों की हरसंभव मदद एवं सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने सभी प्रदेश इकाइयों को निर्देशित किया कि वे अविलंब सेवा कार्यों में जुट जाएँ।उन्होंने सभी प्रदेश भाजपा अध्यक्षों से कहा कि वे अपने-अपने राज्य के सभी जिलों के जिला भाजपा अध्यक्षों, जिला महामंत्रियों एवं जिला पदाधिकारियों के साथ अविलंब वर्चुअल बैठक करें और उनसे सेवा कार्यों में लगने को कहें।
माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को निर्देशित करते हुए कहा कि वे पंचायत और वार्ड स्तर तक चुने हुए जनप्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करके पार्टी द्वारा चलाये जा रहे सेवा कार्यों की जानकारी लें। बीमारी की गंभीरता, बीमारीके बारे में जन-जागरण और बीमारी से उबरने में पार्टी कार्यकर्ता किस तरह से सेवा कर रहे हैं, इसकी समीक्षा भी करें। उन्होंने पार्टी के सभी चुने हुए जन-प्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वे भी सेवा कार्यों में कार्यकर्ताओं की मदद करें और हर संभव पीड़ितों तक सहायता पहुंचाने में जुट जाएँ।
श्री नड्डा ने वैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए पार्टी पदाधिकारियों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं से सहयोग मांगते हुए कहा कि वैक्सीनेशन में ज्यादा से ज्यादा लोग भाग लें और इस अभियान को तेज किया जाय, यह इस समय की सबसे बड़ी मांग है। उन्होंने पार्टी के मेडिकल सेल और पार्टी से जुड़े चिकित्सकों से भी संकट की इस गंभीर घड़ी में पूरे सहयोग के लिए और इस बीमारी से पीड़ित लोगों को मदद के लिए हाथ बढ़ाने का भी आह्वान किया।
रायपुर। करोना की सेकंड वेव और महामारी के शिकार लोगों को हो रही दवाइयों की कमी के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है नोटबंदी जीएसटी और किसान कानून जैसे तुगलकी फैसलों की तरह ही करोना के नियंत्रण, दवाइयों और वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार ने लगातार गलत फैसले लिए जिसका परिणाम आज पूरा देश और देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ भी भुगत रहा है।
प्रदेश कांग्रेश संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि फरवरी मध्य में जब विश्व के अनेक देशों में करोना महामारी की दूसरी वेव शुरू हो गई थी, उस समय प्रधानमंत्री मोदी यह कह रहे थे कि भारत की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में पूरे विश्व को प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री मोदी के इसी अति आत्मविश्वास ने देश को करोना महामारी के मामले में दूसरी बार नुकसान पहुंचाया है। 6 करोड़ वैक्सीन वैक्सीन डिप्लोमेसी के नाम पर निर्यात कर दी गई जबकि ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए पूरी की पूरी सप्लाई चैन अपने देश में के लिए सुनिश्चित करने में लगे हैं। ऐसे समय हम लोग अपना टीका अन्य देशों को वैक्सीन डिप्लोमेसी के नाम पर दे रहे थे और भारतीय नागरिक को और खासकर देश की युवा पीढ़ी को टीकाकरण के सुरक्षा चक्र से वंचित कर रहे थे। मोदी सरकार ने यह 6 करोड़ टीके महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में दे दिए गए होते तो आज इन करोना प्रभावित प्रदेशों में कोरोना संक्रमण समापन की ओर अग्रसर हो रहा होता। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान टीकाकरण की गति से अपनी पूरी आबादी के टीकाकरण में संयुक्त अरब अमीरात को 4 हफ्ते ब्रिटेन को 3 हफ्ते अमेरिका को 6 हफ्ते लगेंगे जबकि भारत को पूरी आबादी का टीकाकरण करने में 116 महीने लगेंगे।
टीकाकरण नीति और खासकर टीकाकरण की आयु के निर्धारण में मोदी सरकार से बहुत बड़ी चूक हुई है जिसका खामियाजा देश भुगत रहा है। देश की आबादी के 65% युवाओं को मोदी सरकार द्वारा अभी तक टीकाकरण के सुरक्षा चक्र से वंचित रखना पूरी तरह से गलत है। वैक्सीन की निजी क्षेत्र में उपलब्धता सुनिश्चित ना करके और निजी अस्पतालों को भी सिर्फ सरकार द्वारा वैक्सीन उपलब्ध कराने की गलत नीति के द्वारा मोदी सरकार ने सरकार के संसाधनों पर टीकाकरण का पूरा बोझ डाल दिया है।
मोदी सरकार सत्ता के घमंड और झूठ के प्रचार की रणनीति पर आधारित रहने के कारण लगातार भूल पर भूल करते जा रही है और इसे छुपाने के लिए गलत आंकड़ों का सहारा लेती है। मोदी सरकार ने दावा किया कि भारत ने 95 दिन में 10 करोड़ आबादी का टीकाकरण किया जबकि अमेरिका को इसी कार्य में 98 दिन लगे। इस तथ्य को छुपा लिया गया अमेरिका की कुल आबादी 33 करोड़ है और उस दिन तक अमेरिका ने अपनी एक तिहाई आबादी का टीकाकरण कर लिया था जबकि भारत की 135 करोड़ की आबादी में 10 करोड़ का टीकाकरण दसवां हिस्सा भी नहीं है।
कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि रेम्सडीवीर की कालाबाजारी और इसमें पहले गुजरात के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और बाद में महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की भूमिका उजागर होने से स्पष्ट हो गया है कि आपदा में अवसर की रणनीति का लाभ उठाने के लिए भाजपा के नेता किसी भी सीमा तक गिर सकते हैं। गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल के पास बड़ी मात्रा में रेम्सडीवीर दवाई पाई गई और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस देश के बाहर एयर कार्गो द्वारा बड़ी मात्रा में रेम्सडीवीर भेज रहे दवा आपूर्ति करता के जप्त स्टाफ को छुड़ाने के लिए थाने तक चले गए ।देश के दवा कानून के खिलाफ जाकर यदि भाजपा के गुजरात और महाराष्ट्र के 2 बड़े नेता रेम्सडीवीर के कारोबार में लिप्त पाए जाते हैं तो यह देश के अन्य राज्यों में भी हो रहा है इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
यह स्थिति तब है जब विश्व के रेम्सडीवीर उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा भारत की कंपनियां सिपला डॉ रेड्डी लेबोरेटरी, इवा फार्मा, फिरोसंस लैबोरेट्रीज, हेटेरो लैब्स जूबिलेंट लाइफ साइंसेज, सिनजेन, बायोकॉन और जाइडस कैडिलाबउत्पादन करती हैं और 127 देशों में वितरित भी करती हैं। भारत की कंपनियों की कुल उत्पादन क्षमता 38.80 लाख यूनिट प्रतिमाह है। वैक्सीन के मामले में की गई गलती दवाइयों के मामले में भी दोहराई गई और इसका परिणाम भुगतने के लिए भारत के लोग मजबूर हैं जिन्होंने मोदी जैसे नाकाबिल नाकारा और अदूरदर्शी नेता को प्रधानमंत्री चुना।
प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भारत की औद्योगिक प्रगति के कारण यह करोना महामारी देश के लिए गौरव का बहुत बड़ा अवसर बन सकती थी जिसे अपनी गलत नीतियों के कारण मोदी सरकार ने गवा दिया इस करो ना महामारी के समय भारत विश्व की फार्मेसी बंद कर वैक्सीन और दवाओं की आपूर्ति में विश्व बाजार में अग्रणी देश की भूमिका में आ सकता था लेकिन उत्पादन, विनियमन और वितरण को लेकर मोदी सरकार ने लगातार गलत फैसले लिए और आज हमारा देश की दवाओं और वैक्सीन की कमी का सामना कर रहा है।
प्रदेश कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि आज पूरा देश समझ गया है कि शासक की छाती बड़ी हो ना हो लेकिन दिल बड़ा होना चाहिए दिल ऐसा होना चाहिए जिसमें प्रेम हो मानवता हो और करुणा हो। गाल बजाने और ढोल बजाने से देश नहीं चलता।
रायपुर | भाजपा रायपुर जिला अध्यक्ष श्रीचन्द सुन्दरनी ने कांग्रेसियों से पूछा है कि कोरोना के इस दूसरे आपदा काल में कांग्रेस के चारों सांसद कहां लापता है। कांग्रेसी भाजपा सांसदों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं परंतु क्या उन्होंने पूछा है सोनिया गांधी के निर्देश के बाद और प्रदेश कांग्रेस द्वारा तय किए जाने के बाद भी कांग्रेस के सांसद के टी तुलसी, दीपक बैज, छाया वर्मा , ज्योत्सना महंत ने प्रदेश की जनता के लिए क्या किया । श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि बस्तर सांसद दीपक बैज जिन्होंने इतने बड़े नक्सली हमले के बाद भी शहीद सैनिकों के सम्मान में एक शब्द नहीं कहा वह इस आपदा काल मे शर्म त्यागकर आसाम के प्रत्याशियों की मेहमान नवाजी में लगे हुए हैं।
केटी तुलसी से तो ऐसे भी कोई उम्मीद नहीं है ,क्योंकि वह तो छत्तीसगढ़ के ही नहीं है । तो वे छत्तीसगढ़ की जनता के हित के लिए क्यों कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो केवल 10 जनपद में अपना नंबर बढ़वाने के लिए उन्हें छत्तीसगढ़ के कोटे से सांसद बनवाया है । राज्यसभा सांसद छाया वर्मा व कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने छत्तीसगढ़ के कोरोना पीड़ितों के लिए कोई प्रयास नहीं किया है व संवेदना के एक बयान तक जारी नहीं हुए । वहीं कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार की राशि से चलने वाले स्मार्ट सिटी के पैसे से इनडोर स्टेडियम में कोविड-19 का निर्माण कराया व उपकरणों से ज्यादा पैसे मुख्यमंत्री व महापौर ने अपने फोटो व प्रचार प्रसार में खर्च कर दिए।
रायपुर। सांसद सुनील सोनी ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि, छत्तीसगढ़ में आज कोरोना की भयावह स्थिति में प्रतिदिन 100 से अधिक मरीजों की मृत्यु हो रही है, और मुख्यमंत्री आप अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ की तुलना कर रहे है। आपको शर्म आनी चाहिए जब आपका दायित्व छत्तीसगढ़ की जनता को स्वास्थ्य, सुरक्षा जैसे आक्सीजन, वेटिलेटर, रेमेडसिवीर की व्यवस्था करनी है, तो आप अपनी पीठ थपथपाकर अपने को बेहतर स्थिति में समझ रहे है और दुसरी तरफ केन्द्र सरकार पर आरोप लगाकर अपने राजधर्म से भाग रहे है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी आप विपक्ष में नही है, सरकार में है, आरोपों से बचे, आपसे छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है कि, राज्य सरकार ने जिलेवार कितने वेंटिलेटर, आक्सीजन एवं करोना अस्पतालों का निर्माण किया है।
सांसद श्री सोनी ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की जनता चाहती है कि, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवांए ठप्प क्यों हो गयी? चूंकि कोरोना की दूसरी लहर गांवो को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रही है, ना तो गांवो में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध है, जिससे मरीज शहर के अस्पतालों की ओर आना चाहते है लेकिन आवागमन/परिवहन की उचित व्यवस्था नही है, ऐसी स्थिति में आपके द्वारा केन्द्र पर आरोप लगाकर बेशर्मी की परकाष्ठा को लांघ दिया है, दूसरी तरफ आपके पास में शराब के हर बोतल पर जो 20 रू कोरोना टैक्स लगाकर लोगो से वसूला जा रहा है, सेस और डी.एम.एफ. फंड में जमा 800 करोड़ रूपये जो आपके पास जमा है, उसका अभी तक कितना पैसा खर्च किया है, छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है।
सांसद श्री सोनी ने आगे कहा कि, आज पूरे छत्तीसगढ़ में करोना की दूसरी लहर उच्च स्तर पर फैल गयी है, और स्थिति बद से बद्त्तर हो गयी है। उसे राजनीतिक चश्में से देखना मेरे अनुसार पाप और बेइमानी है, मुझे दुख होता है कि, जिस मुख्यमंत्री को जनता की रक्षा करना है, वह मुख्यमंत्री राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप कर फंस गये है। हम एक तरफ सकारात्मक और सहयोगात्मक पहल करते है, तो सत्ता पक्ष राजनीतिक भाषा बोलकर छत्तीसगढ़ की जनता में भ्रम पैदा कर रही है। इसे छत्तीसगढ़ की जनता कभी माफ नही करेगी।
सांसद श्री सोनी ने कहा कि, हमने हमेशा इस बात की पहल एवं सकारात्मक सुझाव दिया है, उसे भी आपने राजनीतिक चश्मे से देखकर नकारा है। माननीय मुख्यमंत्री जी आज जो प्रदेष के गंभीर मरीज है, उनके परिजन राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था से दुखी एवं निराश है, और आपके कांग्रेस के मंत्री, विधायक एवं नेता फोन बंद कर अपने-अपने घरों में दुबके हुए है। इन गरीब जनता की सहायता करने अपने आप को अक्षम बता रहे है।
प्रथम कोरोना लहर में आपके 13 योध्दाओं की फोटो छपवाई गयी थी, आज छत्तीसगढ़ की जनता यह जानना चाहती है कि, ये 13 योध्दा रणभूमि छोड़कर कहां छुप गये है। वे मंत्री जिन जिलों के प्रभारी है, उन जिलों की जमीनी स्थिति से अनभिज्ञ है, आप और आपके 13 योध्दाओं द्वारा हालात सुधारने हेतु शीघ्रताशीघ्र छत्तीसगढ़ के जनता के बीच जाकर इस महामारी को रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए।
रायपुर । कुरूद के पूर्व विधायक सोमप्रकाश गिरी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि यह कांग्रेस पार्टी की अपूरणीय क्षति है। ईश्वर इस दुख की घड़ी में परिवारजनों को सहनशक्ति एवं मृत आत्मा को शांति प्रदान करे।
कुरूद के पूर्व विधायक सोमप्रकाश गिरी के निधन पर प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, महामंत्री प्रशासन रवि घोष, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला, राजेंद्र तिवारी सदस्य, रमेश वर्ल्यानी सदस्य, आर.पी. सिंह सदस्य, सुरेंद्र शर्मा सदस्य, सुशील आनंद शुक्ला सदस्य, विकास दुबे सदस्य, संदीप साहू सदस्य, नितिन भंसाली सदस्य, अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव सदस्य ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कुरूद के पूर्व विधायक सोमप्रकाश गिरी के निधन पर प्रदेश प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, धनंजय ठाकुर, विकास तिवारी, मोहम्मद असलम, एडवोकेट सुरेंद्र वर्मा, एम.ए. इकबाल, वंदना राजपूत, आलोक दुबे जगदलपुर, अभय नारायण राय बिलासपुर, जनार्दन त्रिपाठी सरगुजा, कमलजीत पिंटू राजनांदगांव, कृष्णकुमार मरकाम धमतरी, प्रकाशमणि वैष्णव, अशुंल मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि विपत्ति में सच्चे मित्र की पहचान होती है । कांग्रेस और भाजपा के विजन का अंतर और उस अंतर का परिणाम अब करोना महामारी के बाद पूरी तरह देश के सामने स्पष्ट हो चुका है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने फैसलों से जनता में विश्वास पैदा किया है। इस भरोसे को तोड़ने के लिए भाजपा अफ़वाह और दहशत फैलाने की राजनीति कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि करोना संक्रमण की सेकंड वेव में पूरे देश की हालत चिंताजनक है। देश में जब करोना पहली बार आया था तब भी और अब सेकंड वेव के समय भी केंद्र सरकार ने बेहद गैर जिम्मेदाराना ढंग से काम किया है। करोना संक्रमण की शुरुआत में पीएम केयर्स फंड बनाकर राशि एकत्रित की गई लेकिन इस राशि का करोना से लड़ने की तैयारी करने में कोई समुचित उपयोग नहीं किया गया। मोदी सरकार देश को यह भी बताने को तैयार नहीं है कि एक लाख करोड़ की इस राशि का क्या उपयोग किया गया। राम मंदिर चंदे के बाद पीएम केयर्स फंड के मामले को देखते हुए भाजपा को अपना नाम बदलकर भाचंपा रख लेना चाहिए। अब भाजपा को जनता से नहीं बल्कि चंदा से ही सरोकार रह गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि करोना से लड़ने के नाम पर इकट्ठा किए गए पीएम केयर्स फंड का कहीं कोई अता पता नहीं है। आरोग्य सेतु एप देश के साथ किया गया एक और क्रूर मजाक साबित हुआ। देश की जरूरतों का सही आकलन किए बगैर करोना वैक्सीन और रैम्सडीवीर जैसी आवश्यक दवाओं का अंधाधुंध निर्यात किया गया जिसका परिणाम देश में इनकी कमी के रूप में सामने आया है। टीका उत्सव के 4 दिन में उसने टीके नहीं लगे जितने इस उत्सव के शुरू होने के 4 दिन पहले लगे थे देश में। कोरोना महामारी के चलते हो रही मौतों के समय उत्सव नामकरण ने पीड़ित परिजनों की भावनाओं को आघात पहुंचाने का काम किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण के द्वारा लगातार कई दिनों तक पत्रकार वार्ता लेकर घोषित किए गए 20 लाख करोड़ के करोना पैकेज देश में किसको मिला अभी तक कोई नहीं बता पाया । करोना से लड़ने के नाम पर मोदी सरकार ने सिर्फ जुमलेबाजी की और उसका परिणाम आज पूरा देश भुगत रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि लगातार खबरें हैं कि गुजरात उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में करोना संक्रमित और करोना के परिणाम स्वरूप होने वाली मृत्यु की संख्या जितनी बताई जा रही है उससे बहुत अधिक है। भाजपा शासित राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश गुजरात और मध्य प्रदेश में स्थिति बेहद बिगड़ चुकी है। भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में लाल पैथोलॉजी लैब और एस आर एल नामक निजी जांच कर्ताओं को करोना की जांच बंद करने के लिए कहा गया है । मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ की तुलना में मात्र आधी जांच हो रही है जबकि छत्तीसगढ़ में विगत डेढ़ माह में करोना टेस्टिंग की संख्या में हुआ डेढ़ गुना का इजाफा। भाजपा शासित राज्य करोना की जांच ही नहीं कर रहे हैं और फिर भी छत्तीसगढ़ से अच्छा नहीं कर पा रहे हैं । भाजपा की यही पीड़ा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भाजपा की छत्तीसगढ़ ईकाई को केंद्र सरकार और भाजपा शासित राज्यों की सरकारों की कमियों को छुपाने के लिए राज्य सरकार के खिलाफ झूठे आरोप लगाने और अफवाह फैलाने के लिए निर्देशित किया गया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता करोना के मोर्चे पर अच्छा काम कर रही राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए अफवाह फैलाने और दहशत फैलाने का अभियान चला रहे हैं। थाली शंख बजाने का मोदी यंत्र फेल हो गया तो कांग्रेस की राज्य सरकारों को जिम्मेदार ठहराने की कुचाल चली जा रही है। भाजपा के छत्तीसगढ़ के तमाम नेता अफवाह फैलाने और दहशत फैलाने के कुचक्र में लग गए हैं।
रायपुर, भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कोरोना की अनियंत्रित स्थिति को देखते हुए उसके रोकथाम के लिए ,व व्यवस्थाओं के लिए विधायक विकास निधि से जिला चिकित्सालय रायपुर को ऑक्सीजन सिलेंडर वेंटीलेटर व कोरोनावायरस से संबंधित अन्य डिवाइस की खरीदी के लिए 35 लाख रुपया की स्वीकृति दी है ।
श्रीअग्रवाल ने कलेक्टर रायपुर व जिला योजना अधिकारी को प्रेषित पत्र में वर्ष 2021 22 के विधायक क्षेत्र विकास निधि से 25 लाख रुपया वेंटिलेटर ऑक्सीजन सिलेंडर व अन्य कोरोना नियंत्रण डिवाइस की खरीदी हेतु व एक अन्य पत्र में इसी वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपया शाशन द्वारा स्थापित आइसोलेशन सेंटर के भोजन व अन्य व्यवस्था के लिए संबंधित विभाग को जारी करने के लिए लिखा है ।
श्री अग्रवाल ने पिछले वित्तीय वर्ष में भी अस्पताल में कक्ष निर्माण , कोरोना से संबंधित सामग्री क्रय करने डॉ भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल मेकाहारा व जिला हॉस्पिटल को व मास्क के लिए व कोरोना से मृत लोगो के अंतिम संस्कार के लिए सेड निर्माण हेतु लगभग 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है ।
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने बिलासपुर के पं. सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय स्थित आइसोलेशन सेंटर में भर्ती मरीज की मौत के बाद भी पाँच दिनों तक परिजनों को इसकी इत्तिला नहीं दिए जाने और मरच्युरी में शव को सड़ी-गली दशा में रखे जाने पर इसे प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग की निकृष्टतम कार्यप्रणाली का परिचायक और अमानवीयता की पराकाष्ठा बताया है। श्री अग्रवाल ने कहा कि कोविड सेंटर्स में मरीजों की तो दुर्दशा तो हो ही रही है, प्रदेश सरकार के कारिंदे कोरोना संक्रमितों के शवों की दुर्गति करने में ज़रा भी हिचकिचाहट महसूस नहीं कर रहे हैं।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोरोना संक्रमित पाए जाने पर बिलासपुर के सिम्स अस्पताल से उक्त आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट मरीज नीलमणि शर्मा की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी और वहां के ज़िम्मेदार लोग परिजनों को उनके स्वस्थ होने की जानकारी देकर ग़ुमराह करते रहे। इधर हालत और बिगड़ने पर शर्मा को संभागीय कोविड अस्पताल रिफर किया गया और इस दौरान उनकी मौत हो गई। श्री अग्रवाल ने कहा कि शर्मा की खैरियत जानने आइसोलेशन सेंटर पहुँचे परिजनों को उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली और इसकी शिकायत के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली तो कोनी थाना में इसकी शिकायत की गई और तब परिजनों को शर्मा के कोविड अस्पताल में भर्ती किए जाने की जानकारी हुई। वहाँ पहुँचने के बाद भी परिजन काफी परेशान होते रहे और तब उन्हें शर्मा की 10 अप्रैल को ही मौत हो जाने की जानकारी हुई। श्री अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद शवों की ऐसी दुर्गति करने और परिजनों को पाँच दिनों तक मौत की सूचना तक नहीं देने का ऐसा संवेदनहीन और अमानवीय कृत्य करने वाली प्रदेश सरकार आख़िर किस मुँह से कोरोना के ख़िलाफ़ ज़ंग लड़ने की बात कर रही है? प्रदेशभर में कोविड सेंटर्स में मरीजों की दुर्दशा के रोज वीडियो वायरल हो रहे हैं, कोरोना मृतकों के सम्मानपूर्वक दाह संस्कार तक की व्यवस्था नहीं कर पाने वाली प्रदेश सरकार को इस बात पर कब शर्म महसूस होगी कि उसके कारिंदे कोरोना मृतकों के शवों को एंबुलेंस के बजाय कचरा वाहन से श्मशानघाट पहुँचाकर शवों का अपमान और शोकाकुल परिजनों की भावनाओं का इतना घिनौना मखौल उड़ा रहे हैं।