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ओमिक्रॉन के खतरे के बीच बड़ी राहत, देश की 50 फीसदी आबादी का टीकाकरण पूरा

ओमिक्रॉन के खतरे के बीच बड़ी राहत, देश की 50 फीसदी आबादी का टीकाकरण पूरा

भारत में ओमिक्रॉन के पैर पसारने के बीच देश ने कोरोना वायरस के खिलाफ एक नई उपलब्धि हासिल की है। भारत में अब 50 फीसदी योग्य आबादी का टीकाकरण पूरा हो गया है। देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार को इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि भारत में अब तक कुल 1 अरब 27 करोड़ 61 हजार वैक्सीन डोज दी जा चुकी है।


स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को ट्वीट किया, 'यह गर्व का मौका है। 50 प्रतिशत योग्य आबादी का टीकाकरण पूरा हो गया। हम साथ में कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे।'
बीते 24 घंटे में कोरोना वैक्सीन की 1 करोड़ 4 लाख 18 हजार 707 डोज दी गई है।

 

स्वास्थ्य के लिए मुसीबत बन सकता है सेब का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं

स्वास्थ्य के लिए मुसीबत बन सकता है सेब का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं

सेब का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें पॉलीफेनोल्स, डाइटरी फाइबर, कैरोटीनॉयड, आयरन, पौटेशियम, प्रोटीन, फास्फोरस और कार्बोहाइड्रेट जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसी वजह से लोग इसका सेवन करना पसंद करते हैं, लेकिन अगर सेब का अधिक सेवन किया जाए तो यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए आज आपको बताते हैं कि सेब का अधिक सेवन करने से किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पेट संबंधी समस्याओं का रहता है खतरा
जरूरत से ज्यादा सेब का सेवन करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम प्रभावित होता है, जिसके कारण पेट में गैस, जलन और कब्ज जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। दरअसल, सेब में फाइबर की अधिकता होती है और अधिक फाइबर के सेवन से पाचन क्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए बेहतर होगा कि आप सीमित मात्रा में ही सेब का सेवन करें ताकि आपको किसी भी तरह की पेट संबंधी समस्या से जूझना न पड़े।
बढ़ सकता है वजन
सेब का अधिक सेवन बढ़ते वजन का कारण बन सकता है और इसकी मुख्य वजह इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी है। इस समस्या को सामान्य न समझें क्योंकि यह शरीर को कई अन्य बीमारियों का घर बना सकती है। इसलिए रोजाना सीमित मात्रा में ही सेब का सेवन करें। वैसे कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण भी लोगों का वजन बढऩे लगता है, इसलिए बढ़ते वजन की समस्या की असल वजह जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
लो ब्लड प्रेशर का बन सकता है कारण
अगर आपको लो ब्लड प्रेशर यानि निम्न रक्तचाप की समस्या रहती है तो ऐसे में आपको भूल से भी सेब का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल, जरूरत से ज्यादा सेब का सेवन करने से आपका ब्लड प्रेशर और भी ज्यादा कम हो सकता है। इसलिए अगर आपको पहले से ही लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो सेब का अधिक सेवन करना आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है और आपको कई गंभीर पेरशानियां हो सकती हैं।
दांतों का स्वास्थ्य हो सकता है प्रभावित
सेब का अधिक सेवन दांतों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। कई अध्ययनों में इस बात का जिक्र मिलता है कि सेब में एक ऐसा एसिड मौजूद होता है, जो अगर दांतों के संपर्क में ज्यादा आता है तो इससे दांत संवेदनशील हो जाते हैं। वहीं, दांतों में संवेदनशीलता से दांतों में दर्द और इनके टूटने की संभावना अधिक हो सकती है। अगर आपको अपने दांतों में संवेदनशीलता महसूस होती है तो तुरंत दंत चिकित्सक से संपर्क करें।

 

ओमिक्रॉन के खिलाफ ज्यादा कारगर हो सकती है कोवाक्सिन...

ओमिक्रॉन के खिलाफ ज्यादा कारगर हो सकती है कोवाक्सिन...

नई दिल्ली: दुनियाभर में ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है, इस बीच कई वैक्सीन कंपनियों ने इस वैरिएंट के खिलाफ अपने टीके की प्रभावशीलता को लेकर शक जताया है। हालांकि, भारत में बनी कोरोना वैक्सीन- कोवाक्सिन को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के एक्सपर्ट्स ने भरोसा जताया है। अधिकारियों का कहना है कि भारत बायोटेक की कोवाक्सिन कोविड के इस परिष्कृत रूप से निपटने में ज्यादा प्रभावी हो सकती है।


एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि कोवाक्सिन के डोज बाकी मौजूदा वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा प्रभावी हो सकते हैं। क्योंकि यह इनएक्टिवेटेड वायरस की तकनीक पर बनाया गया टीका है, जो कि पूरे वायरस को ही निष्क्रिय कर देता है और यह नए वैरिएंट पर भी प्रभावी पाया जा सकता है।


कोवाक्सिन को इससे पहले कोरोना के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ भी कारगर करार दिया जा चुका है। अधिकारी ने कहा, `हम मान सकते हैं कि कोवाक्सिन बाकी वैरिएंट्स के खिलाफ भी उतनी ही कारगर होगी।` हालांकि, अधिकारी ने साफ किया कि वैक्सीन लगवा चुके लोगों को बिल्कुल एहतियात बरत कर रहना चाहिए। हम लोग इस वैरिएंट के खिलाफ टीके की प्रभावशीलता परखने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में टेस्ट्स करेंगे।

कोरोना अपडेट: नए वैरिएंट के दस्तक के साथ ही देश में कोरोना के मामलो में इजाफा, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: नए वैरिएंट के दस्तक के साथ ही देश में कोरोना के मामलो में इजाफा, देखे आकड़े

नई दिल्ली: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक के साथ ही देश में संक्रमण के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में 9 हजार से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 477 लोगों की मौत हो गई। वहीं, आठ हजार लोग स्वस्थ्य भी हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के 99 हजार 763 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं।


बुधवार को जारी आंकड़े की अपेक्षा एक्टिव केस में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं, 3 करोड़ 40 लाख 37 हजार 054 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 3 करोड़ 46 लाख 22 हजार 776 कुल मामले सामने आए हैं। भारत में अब तक कोरोना से 4 लाख 69 हजार 724 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, कोरोना टीकाकरण की बात करें तो देश में 2 दिसंबर तक जारी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 1 अरब 24 करोड़ 96, 19, 515 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इसमें बुधवार को 80 लाख 35 हजार 261 लोगों को वैक्सीन दी गई।

World AIDS Day 2021 : HIV और AIDS में होता है अंतर, जानें AIDS से बचने के उपाय

World AIDS Day 2021 : HIV और AIDS में होता है अंतर, जानें AIDS से बचने के उपाय

हर साल 1 दिसंबर को एड्स विश्‍व दिवस मनाया जाता है। इस बीमारी के बारे में जागरूक करने के लिए आज भी लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
एड्स /AIDS (Aquired Immnue Deficiency Syndrome) होता और एचआईवी /HIV (Human
Immnuno Deficiency Virus) को एक ही माना जाता है लेकिन यह दोनों अलग-अलग है। अमेरिका के राष्‍ट्रपति ने वर्ष 1995 में एड्स के बारे में आधिकारिक घोषणा की थी। इसके बाद से हर साल 1 दिसंबर को विश्‍व एड्स दिवस मनाया जाता है।

एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसका अभी तक किसी प्रकार का सही उपचार नहीं मिला है। इस बीमारी में इंसान के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ता है। सालों से जारी
रिसर्च में एड्स की कोई वैक्‍सीन और प्रभावी इलाज सामने नहीं आया है। हालांकि एचआईवी और एड्स का नाम सुनते ही हवाइया उड़ जाती है। लेकिन बहुत से ऐसे लोग है जिन्‍हें एचआईवी और एड्स के बारे में नहीं पता है। तो आइए जानते हैं

 

एचआईवी और HIV/एड्स AIDS में क्‍या अंतर है। साथ ही इससे बचने के उपाय -

 

- दरअसल, एचआईवी एक वायरस है। जिस वजह से AIDS की बीमारी होती है। एचआईवी वायरस से प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर पड़ता है। जबकि एड्स एक मेडिकल सिंड्रोम है। जो एचआईवी वायरस होने के बाद की स्थिति में होता है।

- एचआईवी एक इंसान से दूसरे इंसान को हो सकता है। लेकिन एड्स नहीं हो सकता है।

- यदि कोई एचआईवी से संक्रमित है तो ऐसा जरूरी नहीं है कि उसे एड्स हुआ हो। लेकिन एचआईवी संक्रमित व्‍यक्ति को एड्स हो सकता है।

- एचआईवी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर असर करता है। इस वायरस की चपेट में आने पर इंसान संक्रमण और बीमारियों से लड़ नहीं पाते हैं। और धीरे - धीरे इंफेक्‍शन फैलने लगता है। जिसके बाद एड्स से पीड़ति हो जाते हैं।

- सहीं समय पर सही उपचार मिलने से स्‍वस्‍थ जीवन जी सकते हैं।

 

आइए जानते हैं AIDS से बचने के उपाय -

 

दुनिया में इस लाइलाज बीमारी का फिलहाल कोई उपाचार नहीं है लेकिन अंग्रेजी दवाओं के माध्‍यम से इसका कुछ समय के लिए उपचार किया जा सकता है। अलग-अलग डॉक्‍टर अलग-अलग प्रकार से इसका उपचार करते हैं।

एड्स का कोई इलाज मौजूद नहीं है, लेकिन एंटी-रेट्रोवायरल रेजीम का पालन कर इस रोग का बढ़ना कम किया जा सकता है।

एचआईवी एंटीवायरल - संक्रमण के खतरे का कम कर HIV का प्रभाव कम करता है। साथ ही दूसरों को संक्रमित करने से बचते हैं।

मनोविज्ञानी - बातचीत कर मानसिक रूप से संक्रमित मरीजों को ठीक किया जाता है।

प्राथमिक उपचार - रोग की पहचान कर रोकथाम के लिए इलाज करते हैं।

 

क्‍या खाना चाहिए -

 

- कम फैट वाला आहार करें।

- फल और सब्जियां।

- साबुत अनाज।

- दालें।

घरेलू उपाय क्‍या कर सकते हैं?

- अपने हाथों को बार-बार धोएं। खाने बनाने से पहले धोएं, खाना खाने से पहले धोएं, शोचालय जाने के बाद अच्‍छे हाथों को धोएं।

- नाखूनों को साफ रखें।

- रुखी त्‍वचा होने पर क्रीम लगाते रहे।

- स्‍वच्‍छता का पूरा ख्‍याल रखें।

- तनाव मुक्‍त रहे, मेडिटेशन करें, योग करें।

- मादक पदार्थ का सेवन नहीं करें।

- आराम करें।

NOTE:- यह एक सामन्‍य जानकारी है। ठीक नहीं लगने पर डॉक्‍टर से जरूर चर्चा करें।

 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटे में 7 हजार से कम नए मामले, 190 मौत

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटे में 7 हजार से कम नए मामले, 190 मौत

नई दिल्ली: भारत में कोरोनावायरस महामारी का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। पिछले 24 घंटे की ही बात कर लें तो देश में कोरोना के 6,990 नए मामले सामने आए। यह पिछले साल मई यानी डेढ़ साल बाद एक दिन में कोरोना केसों का सबसे कम आंकड़ा है। उधर संक्रमण से 190 और लोगों की मौत दर्ज की गई

इसी के साथ भारत में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 3,45,87,822 हो चुकी है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 4,68,980 हो गया। देश में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 1,00,543 हो गई है।

वजन घटाने के लिए पीएं Apple Cider Vinegar, जानिए पीने का सही तरीका

वजन घटाने के लिए पीएं Apple Cider Vinegar, जानिए पीने का सही तरीका

वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज के साथ-साथ डाइट भी जरूरी है. आपको खाने में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जिससे मोटापा जल्दी कम हो. अगर आप लंबे समय से वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वजन कम नहीं हो रहा है तो आप Apple Cider Vinegar का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे सेब का सिरका कहते हैं. वजन घटाने (Weight Loss) और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में ये बहुत मदद करता है. मोटापा कम करने के लिए आपको रोज सुबह खाली पेट एप्पल साइडर विनेगर पीना चाहिए. इसके सेवन से शरीर को कई फायदे मिलते हैं. जानते हैं इसका इस्तेमाल करने का तरीका.
एप्पल साइडर वेनेगर पीने का तरीका
वजन कम करने के लिए आप Apple Cider Vinegar को रोज सुबह खाली पेट पिएं. आपको 2 चम्मच एप्पल साइडर वेनेगर लेना है इसमें आधा नींबू का रस, 1 चम्मच शहद और आधा चम्मच पिंक सॉल्ट जिसे सेंधा नमक कहते हैं. इन चीजों को एक गिलास पानी में डालकर पी लें. आप इसी तरह एक बार रात को खाना खाने से पहले भी पी सकते हैं. इससे आपको वजन कम करने में काफी मदद मिलेगी.

एप्पल साइडर वेनेगर के फायदे

1- मोटापा घटाए-
एप्पल साइडर वेनेगर से वजन कम करने में मदद मिलती. इसमें विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. एप्पल साइडर विनेगर पीने से शरीर को भरपूर पोषण मिलता है. आप सलाद या किसी ड्रिंक में डालकर आप इसे पी सकते हैं. नियमित रुप से इसका सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है.


2- डायबिटीज में फायदा-
एप्पल साइडर वेनेगर पीने से डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है. शरीर में हाई ब्लड शुगर लेवल होने से वजन बढ़ता है. अगर आप एप्पल साइडर वेनेगर पीते हैं तो इससे शुगर कम हो जाता है. शरीर में फैट स्टोर करने का काम इंसुलिन हार्मोन करता है और Apple Cider Vinegar इंसुलिन को टैप करने में मदद करता है. इससे वजन भी कम होता है.


3- चर्बी कम करता है-
शरीर में मोटापा बढ़ने से कई तरह की बीमारियां शुरु हो जाती हैं. सेब का सिरका शरीर से एक्स्ट्रा फैट को गलाकर कम करने का काम करता है. कई रिसर्च में भी इस बारे में पता चला है कि एप्पल साइजर वेनेगर पीने से शरीर में वसा की मात्रा कम हो जाती है.


4- भूख मिटाता है-
एप्पल साइडर वेनेगर से पीने से काफी समय तक भूख नहीं लगती है. सेब के सिरका में एसिटिक एसिड होता है जिससे भूख शांत होती है. इसे पीने से दिमाग में फुल होने के संकते जाते हैं और आप ज्यादा खाने से बचते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की Just36News पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

 

भूख नहीं लगने से हैं परेशान तो आज़माएं ये नुस्खे, कमजोरी रहेगी दूर

भूख नहीं लगने से हैं परेशान तो आज़माएं ये नुस्खे, कमजोरी रहेगी दूर

कई बार तनाव या परेशानी की वजह से हमे भूख नहीं लगती है. यह एक सामान्य सी समस्या है. लेकिन अगर आपको कई दिनों से भूख नहीं लग रही और आप कमजोरी महसूस करने लगे हैं तो भूख ना लगने की ये समस्या आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है. ऐसे में अगर खाना देखते ही आपको नहीं खाने का मन करता है तो आप कुछ घरेलू उपायों की मदद लेकर अपनी इस समस्या को ठीक कर सकते हैं. आयुर्वेद में कई ऐसे उपाय हैं जिनकी मदद से पेट की समस्या और भूख को बढाने का इलाज बरसों से किया जा रहा है. खास बात ये है कि ये पूरी तरह नेचुरल हैं और कैमिकल फ्री हैं. ऐसे में यहां हम आपको कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं जिन्हेंफ आजमाकर आप अपनी भूख को बढा सकते हैं.


भूख बढाने के लिए घरेलू नुस्खे


1.नींबू पानी पिएं
नींबू पानी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. अगर आप को भूख नहीं लग रही है तो आप सुबह खाली पेट नींबू पानी का सेवन करें. नींबू पानी पीने से भूख बढती है और डीहाइड्रेशन भी नहीं होता है.


2.अजवायन खाएं
अगर अपच या भूख न लगने की समस्या है तो आप अजवायन का सेवन कर सकते हैं. भूख ना लगने पर दिन में एक या दो बार इसका सेवन जरूर करें.


3.त्रिफला चूर्ण
आप रात को सोने से पहले दूध गर्म करें और इसमें एक चम्मेच त्रिफला चूर्ण मिलाकर गर्मागर्म पिएं. धीरे धीरे आपकी भूख वापस आ जाएगी.


4.काली मिर्च का उपयोग
एक चम्मच गुड़ पाउडर और आधा चम्मच पिसी हुई काली मिर्च को एक साथ मिलाएं और इसका सेवन करें. कुछ दिनों तक नियमित रूप से इसका सेवन करने से आपकी भूख वापस आ जाएगी.


5.ग्रीन टी का उपयोग
ग्रीन टी पीने से भूख तो लगती ही है इम्यू निटी भी स्ट्रॉ न्गक होता है. ऐसे में आप चाय की बजाय ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं.


6.अदरक का उपयोग
अगर आप दस दिनों तक रोज अदरक का रस निकालकर इसमें चुटकीभर सेंधा नमक मिलाकर खाने से एक घंटा पहले खाएं तो आपकी भूख में सुधार होगा.

कोरोना अपडेट: नए वैरिएंट के डर के बीच पिछले 24 घंटे में देश में मिले कोरोना के इतने मरीज, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: नए वैरिएंट के डर के बीच पिछले 24 घंटे में देश में मिले कोरोना के इतने मरीज, देखे आकड़े

नई दिल्ली: कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने दुनिया को भले ही दहशत में डाल दिया हो, लेकिन भारत में कोरोना के दैनिक मामले लगातर कम हो रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के दैनिक आंकड़े 10 हजार से कम आ रहे हैं। बीते 24 घंटे में संक्रमण के आठ हजार नए मामले सामने आए हैं। वहीं, 9 हजार से ज्यादा लोग स्वस्थ्य होकर घर लौट गए हैं। हालांकि, इस दौरान 236 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही एक्टिव मामलों में लगातार गिरावट जारी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के 1 लाख 03 हजार 859 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। यह आंकड़ा 544 दिन बाद सबसे कम है। वहीं, 3 करोड़ 40 लाख 81 हजार 183 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 3 करोड़ 42 लाख 71 हजार 175 कुल मामले सामने आए हैं। भारत में अब तक कोरोना से 4 लाख 68 हजार 790 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरी तरफ कोरोना के नए वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है। आशंका जताई जा रही है कि भारत में भी कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है।

महाराष्ट्र में वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना संक्रमित
कई राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही। केरल, महराष्ट्र, मणिपुर, गुजरात समेत अन्य राज्यों में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लेने वाले लोग भी संक्रमित होते दिख रहे हैं। ठाणे के वृद्धाश्रम में करीब 50 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। वहीं, केरल में भी कोरोना संक्रमित मरीज लगातार सामने आ रहे हैं।

ओमिक्रॉन से दहशत में दुनिया
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से पूरी दुनिया दहशत में है। नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार भी सतर्क हो गई है। दक्षिण अफ्रीकी देशों पर दुनियाभर के कई देशों ने यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। यूरोप से लेकर तमाम देश उपाय में जुटे हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अपना रंग बदलने और वैक्सीन को भी चकमा देने में माहिर है।

डायबिटीज रोगियों के लिए खास है ये ड्रिंक्स

डायबिटीज रोगियों के लिए खास है ये ड्रिंक्स

डायबिटीज के रोगियों को खानपान में विशेष ध्यान रखना होता है, क्योंकि इस रोग में मीठे का सेवन करना बहुत ही खतरनाक माना गया है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों को हार्ट अटैक और हार्ट स्ट्रोक का खतरा बहुत अधिक होता है। इसके साथ ही डायबिटीज से किडनी और यूरिन की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में जानिए खास ड्रिंक्स।
1. ग्रीन टी : ग्रीन टी डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की मात्रा बहुत ही कम होती है। यह दिल के साथ टाइप 2 डायबिटीज के लिए भी बहुत लाभदायक है।

2. करेला का ज्यूस : डायबिटीज के रोगियों के लिए करेले का ज्यूस सबसे ज्यादा फायदेमंद है। यह शुगर के लेवर को मेंटेन करने में काफी मददगार होती है। यह यूरिन और ब्लड में शुगर को कंट्रोल करता है। इसी के साथ यह पेट की कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाता है।
3. चुकंदर : चुकंदर का जूस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसी के साथ यह शरीर में ब्लड की कमी को भी पूरा करता है।

4. नारियल पानी : नारियल पानी में विटामिन, मिनरल्स और एमिनो एसिड जैसे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन सी, सोडियम और मैग्नीज जैसे खनिज तत्व भी पाए जाते हैं। इसी के साथ यह डायबिटीज रोगियों के लिए एक अच्छा हेल्दी ड्रिंक है।
5. खीरा : खीरे में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, विटामिन ए, बी1, विटामिन सी और एमिनो एसिड पाया जाता है। खीरे का जूस गर्मी, संक्रमण, सूजन कम करने और अर्थराइटिस में भी फायदेमंद है। इसी के साथ यह डायबिटीज रोगियों के लिए एक अच्छा हेल्थ ड्रिंक है।
6. जामून : डायबिटीज के रोगियों के लिए जामून खाना या जामून का ज्यूस पीना और उसकी गुटली के पावडर का ज्यूस पीना भी फायदेमंद है। परंतु इसका किस तरह उपयोग करना चाहिए यह किसी जानकार से पूजकर ही करें।

7. नाशपाती : ग्लेसेमिक इंडेक्स के मुताबिक नाशपाती का ज्यूस डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए अच्छा ऑप्शन है। बेहतर होगा इसे छिलके सहित खाया जाए।

8. संतरे : इसका भी ग्लेसेमिक इंडेक्स डायबिटीज़ के हिसाब से है। इससे विटामिन सी और फायबर मिलता है।
9. चेरी : इसका ग्लेसेमिक इंडेक्स बहुत कम है और न्यूट्रिएंट्स जबरदस्त। इसे खाया जा सकता है।

डिस्कलेमर : उपरोक्त ज्यूस का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। just36News इस प्रचलित जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।

 

 

कोरोना अपडेट: ओमीक्रॉन के दशहत के बीच इन राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: ओमीक्रॉन के दशहत के बीच इन राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, देखे आकड़े

नई दिल्ली: भारत में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामले भले ही कम आ रहे हो, लेकिन संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही कोरोना के नए वैरिएंट ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दी है। बीते 24 घंटे में कोरोना के आठ हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं, वहीं, 621 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 9 हजार से ज्यादा लोग स्वस्थ भी हुए हैं। इसके साथ ही एक्टिव मामलों में लगातार गिरावट जारी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के 1 लाख 05 हजार 691 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं। यह आंकड़ा 543 दिन बाद सबसे कम आया है। वहीं, 3 करोड़ 39 लाख 98 हजार 278 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 3 करोड़ 41 लाख 75 हजार 175 कुल मामले सामने आए हैं। भारत में अब तक कोरोना से 4 लाख 68 हजार 554 लोगों की मौत हो चुकी है। टीकाकरण की बात करें तो अब तक 1 अरब 21 करोड़ 94 लाख 71 हजार 134 खुराकें दी गई हैं, जिसमें से 82 लाख 86 हजार 058 खुराकें शुक्रवार को दी गईं।

कई राज्यों में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के केस
कुछ राज्यों में फिर से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु समेत अन्य राज्यों में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। संक्रमण के कारण मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के आने से दुनिया समेत भारत की भी चिंता बढ़ गई है। दक्षिण अफ्रीका में पाए गए ये वैरिएंट कई देशों में तबाही मचाए हुए हैं। इस खतरनाक वैरिएंट को लेकर कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के खिलाफ कितनी कारगर है कोवैक्सीन और कोविशील्ड, एक्सपर्ट ने बताया ये ...

कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के खिलाफ कितनी कारगर है कोवैक्सीन और कोविशील्ड, एक्सपर्ट ने बताया ये ...

दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के सामने आने के बाद दुनियाभर में ये चर्चा शुरू हो गई है कि इस वक्त उपलब्ध वैक्सीन ओमीक्रॉन के खिलाफ कितनी कारगर है। ओमीक्रॉन को लेकर डब्ल्यूएचओ पहले ही कह चुका है कि यह वायरस के अन्य वेरिएंट डेल्टा और डेल्टा प्लस के मुकाबले ज्यादा संक्रामक और खतरनाक है। आईसीएमआर के महामारी विज्ञान और संचार रोग विभाग के प्रमुख डॉ. समीरन पांडा ने बताया कि ओमीक्रॉन के खिलाफ लड़ने में भारत में लगने वाली कोवैक्सीन और कोविशील्ड कितनी कारगर है।
साउथ अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के सामने आने के बाद से दुनियाभर के कई देश सकते है। कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के नियमों में बदलाव किया है। दक्षिण अफ्रीका जाने और आनी वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर दिया है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस वेरिएंट के खतरे को भांपते हुए हाई प्रोफाइल मीटिंग ली और अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लिए फैसले की फिर से समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।
अभी कुछ भी कहना मुश्किलः आईएमआर
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के महामारी विज्ञान और संचार रोग विभाग के प्रमुख डॉ. समीरन पांडा ने कहा है कि अभी ये कहना मुश्किल है कि कोरोना वायरस के खिलाफ टीके ओमीक्रॉन के खिलाफ प्रभावी हो सकती है या नहीं। पांडा ने कहा, "एमआरएनए टीके स्पाइक प्रोटीन और रिसेप्टर इंटरैक्शन से प्रेरित बनाए गए हैं। क्योंकि इन टीकों को कोरोना वायरस के तत्कालीन वेरिएंट को देखते हुए बनाया गया है। ओमीक्रॉन कोरोना वायरस का नया वेरिएंट है, इसलिए अभी इस पर कुछ कहना मुश्किल है।"
ओमीक्रॉन पर WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमीक्रॉन वेरिएंट को अधिक संक्रामक श्रेणी में रखा है। हालांकि इस वेरिएंट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन फिर भी रिपोर्टों में कहा गया है कि यह कोरोना वायरस के डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट के मुकाबले ज्यादा संक्रामक है।
डॉ पांडा ने कहा कि वैज्ञानिकों ने अब तक ओमीक्रॉन में संरचनात्मक परिवर्तन देखे हैं। लेकिन इसकी पुष्टि करने के लिए इस वेरिएंट पर और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। पांडा ने कहा, "इस नए वेरिएंट में संरचनात्मक परिवर्तन देखे गए हैं जो लोगों में अधिक तेजी से फैल रहा है या नहीं, इस पर अधिक जांच की जरुरकत है। डब्ल्यूएचओ ने इस सब की जांच की है कि क्या संक्रमण हो रहा है या इस नए वेरिएंट के प्रभाव में आकर ज्यादा मौतें हो रही हैं। इन रिपोर्टों के आधार पर ही डब्ल्यूएचओ ने इसे चिंताग्रस्त श्रेणी में रखा है।"
हालांकि अभी राहत वाली बात ये है कि भारत में अब तक इस नए वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। फिर भी केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्क रहने का आग्रह किया है।

 

कोरोना अपडेट: नए वैरिएंट के दशहत के बीच पिछले 24 घंटे में देश में मिले कोरोना के इतने मरीज, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: नए वैरिएंट के दशहत के बीच पिछले 24 घंटे में देश में मिले कोरोना के इतने मरीज, देखे आकड़े

नई दिल्ली: कोरोना के नए वैरिएंट से दुनिया एक बार फिर दहशत में है। ये वैरिएंट तेजी से अपना रूप बदल रहा है। वहीं, भारत भी इसको लेकर चिंतित है। हालांकि, भारत में कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना के आठ हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जबकि 465 लोगों की जान चली गई है। वहीं, 10 हजार से ज्यादा लोगों को छुट्टी दे दी गई है। शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार देश में कोरोना के 10,549 नए मामले सामने आए और 488 लोगों की मौत हुई थी।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 8,318 नए मामले दर्ज किए हैं। वहीं, 10 हजार 967 मरीज ठीक हुए हैं। इसी के साथ अब तक देश में कोरोना से ठीक हुए मरीजों का कुल आंकड़ा 3 करोड़ 39 लाख 88 हजार 797 पर पहुंच गया है। देश में कोरोना के 1 लाख 07 हजार 019 एक्टिव केस बचे हुए हैं। कोरोना के कुल तीन करोड़ 45 लाख 63 हजार 749 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। भारत में अब तक कोरोना से 4 लाख 67 हजार 933 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में अभी तक 1 अरब 21 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

शुक्रवार को 9 लाख से ज्यादा सैंपल की जांच
आईसीएमआर के अनुसार, अब तक 63 करोड़ 82 लाख 47 हजार 889 सैंपल्स की जांच की जा चुकी हैं, जिसमें 9 लाख 68 हजार 354 सैंपल्स की जांच शुक्रवार को की गई। नए मामले पाए जाने के बाद कुल एक्टिव मामलों में 3 हजार 114केस की कमी आई है।

बालों का झड़ना रोकने और बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए 5 सबसे बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार

बालों का झड़ना रोकने और बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए 5 सबसे बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार

आज के समय में बालो का झड़ना एक गंभीर समस्या है, बालों के झड़ने की समस्या से कई लोग परेशान रहते हैं. लगातार बाल झड़ना वास्तव में हमारे लिए बेहद परेशान करने वाला हो सकता है. बालो का झड़ना आत्मविश्वास कम होने का एक प्रमुख कारण हो सकता है. हमारी वर्तमान बिजी लाइफस्टाइल, प्रदूषण और मिलावटी बालों की देखभाल करने वाले प्रोडक्ट्स मुख्य रूप से बालों के झड़ने के लिए जिम्मेदार हैं. इससे बचने के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स से सावधान रहना चाहिए जिनमें हानिकारक रसायन होते हैं और जो हमारे बालों को और नुकसान पहुंचा सकते हैं. कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उपाय हैं जो बालों का झड़ना रोकने और बालो को रिग्रोथ में मदद कर सकते हैं.


बालों का झड़ना रोकने और ग्रोथ बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय


1. अमला
आंवला एक प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर है और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सबसे पसंदीदा घटक भी है. इसमें बहुत सारे आवश्यक फैटी एसिड होते हैं, जो बालों के रोम को मजबूत करते हैं, जिससे आपके बालों को मजबूती और चमक मिलती है. विटामिन सी बालों को सफेद होने से रोकने में मदद करता है. इसकी उच्च आयरन, शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट, गैलिक एसिड और कैरोटीन सामग्री स्कैल्प के चारों ओर ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती है जो बालों के विकास को उत्तेजित करती है.


• नीबू का रस और आंवला पाउडर मिलाकर पेस्ट बना लें.
• इसे अपने स्कैल्प और बालों में मसाज करें.
• अपने सिर को ढकने के लिए शॉवर कैप का उपयोग करें ताकि पेस्ट सूख न जाए.
• इसे एक घंटे तक रखें और फिर नॉर्मल पानी से धो लें.


2. भृंगराज
भृंगराज एक टेस्टेड नेचुरल घटक है जो इन दिनों बालों की देखभाल के नियमों में जरूरी हो गया है. आप नियमित रूप से भृंगराज तेल से अपने स्कैल्प की मालिश करें क्योंकि यह बालों के तेजी से विकास को प्रोत्साहित कर सकता है. भृंगराज एक जड़ी बूटी है जो नम क्षेत्रों में सबसे अच्छी होती है.


• भृंगराज के कुछ पत्ते लें, उन्हें कुछ दिनों के लिए धूप में सुखा लें.
• नारियल के तेल के एक जार में पत्तियों को रख दें.
• कंटेनर को दो और दिनों के लिए धूप में छोड़ दें.
• तेल का रंग हल्का हरा होने तक प्रतीक्षा करें.
• इससे स्कैल्प पर मसाज करें और आदर्श रूप से इसे रात भर के लिए छोड़ दें.


3. शिकाकाई
इसे शानदार बालों को साफ करने वाले गुणों के लिए जाना जाता है. इसे अक्सर शैम्पू का एक प्राकृतिक विकल्प माना जाता है. शिकाकाई एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ए, सी, के और डी से भरपूर होती है, जो बालों को पोषण दे सकती है.


• फली को कुछ दिनों तक धूप में सुखाकर फिर मिक्सर में पीसकर शिकाकाई का चूर्ण घर पर बना लें.
• इस पाउडर के लगभग 2 बड़े चम्मच लें और इसे नारियल के तेल के जार में डालें.
• कंटेनर को लगभग 15 दिनों के लिए ठंडी, अंधेरी जगह पर स्टोर करें.
• उपयोग करने से पहले हिलाएं. हफ्ते में कम से कम दो बार इससे अपने सिर की मालिश करें.


4. रीठा
रीठा या साबुन एक अन्य घटक है जिसका उपयोग सदियों से बालों की देखभाल के लिए किया जाता रहा है. रीठा एक सैपोनिन है जो आपके बालों को स्वस्थ रखने के लिए जिम्मेदार है.


• साबुन और शिकाकाई के कई टुकड़े लें.
• इन्हें 500 लीटर पानी में उबाल लें.
• मिश्रण को रात भर ठंडा होने के लिए छोड़ दें.
• मिश्रण को छान लें और शैम्पू की तरह इस्तेमाल करें.


5. नारियल
नारियल में मध्यम मात्रा में फैटी एसिड जैसे लॉरिक और कैप्रिक एसिड समृद्ध एंटीमाइक्रोबायल और एंटीफंगल गुण प्रदान करते हैं, जो मुख्य रूप से बालों के विकास के खिलाफ बाधा के रूप में कार्य करने वाले मुक्त कणों को रोकने के लिए जरूरी होते हैं. नारियल के अलावा नारियल का दूध भी बालों की ग्रोथ के लिए अच्छा होता है.


• नारियल को कद्दूकस कर लें और कद्दूकस किए हुए टुकड़ों को एक पैन में लगभग पांच मिनट तक उबालें.
• तनाव दें और ठंडा करें.
• इसमें एक बड़ा चम्मच पिसी हुई काली मिर्च और मेथी मिलाएं.
• स्कैल्प और बालों पर लगाएं.
• 30 मिनट बाद शैंपू से धो लें.

 

मिला कोरोना का नया वेरिएंट, तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट से भी हो सकता है ज्यादा खतरनाक

मिला कोरोना का नया वेरिएंट, तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट से भी हो सकता है ज्यादा खतरनाक

दक्षिण अफ्रीका में वैज्ञानिकों ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने कोविड-19 के कई म्यूटेशन वाले नए वेरिएंट का पता लगाया है। यहां कोरोना केसों में तेजी के बीच यह घोषणा की गई है। वायरोलॉजिस्ट ट्यूलियो डी ओलिवेरा ने जल्दबाजी में बुलाए गए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "दुर्भाग्य से हमने एक नए वेरिएंट का पता लगाया है जो दक्षिण अफ्रीका में चिंता का कारण है।"
इससे पहले आज ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों ने दक्षिण अफ्रीका और पड़ोसी बोत्सवाना में फैल रहे नए वेरिएंट B.1.1529 पर बैठक में चर्चा की। यूसीएल जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर फ्रेंकोइस बलौक्स के साइंस मीडिया सेंटर में प्रकाशित बयान के मुताबिक, यह वेरिएंट संभवत: क्रोनिक इन्फेक्शन वाले किसी एचआईवी/एड्स के मरीज में पैदा हुआ।
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका में अब तक नए वेरिएंट के 22 केस मिल चुके हैं। अभी डेटा सीमित है और वैज्ञानिक संक्रमण फैलाने की इसकी क्षमता परखने में जुटे हैं। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट डेल्टा से भी बुरा हो सकता है, जो भारत में दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था।

 

कोरोना अपडेट: पिछले 24 घंटे में कोरोना के इतने नए मामले सामने आये, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: पिछले 24 घंटे में कोरोना के इतने नए मामले सामने आये, देखे आकड़े

नई दिल्ली: देश में कोरोना ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है और इस दौरान मृतकों की संख्या में भी वृद्धि देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गुरुवार के आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 9,119 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान 396 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 10,264 लोग स्वस्थ भी हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब कुल 1,09,940 सक्रिय मरीज बचे हैं जो कि 539 दिनों बाद सबसे कम है।


बता दें कि बुधवार को देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,283 नए केस सामने आए थे और 437 लोगों की मौत हुई थी जबकि 10,949 लोगों ने महामारी को मात दी थी।

कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 132 करोड़ के पार
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को बुधवार शाम तक कोरोना वैक्सीन की 132 करोड़ (1,32,33,15,050) से अधिक डोज लगाई जा चुकी है। अभी भी केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों के पास 22.72 करोड़ से अधिक (22,72,19,901) कोविड वैक्सीन की डोज बची है।

राज्य के नए स्वास्थ्य मंत्री बने परसादी लाल मीणा ने स्पष्ट कर दिया है कि राजस्थान में सभी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है। वहीं अगर ऐसा न नहीं किया गया तो अब राज्य सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। बता दें कि यह सख्ती इसलिए भी देखने को मिल रही है कि क्योंकि राजस्थान में अचानक से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं।

कई देशों में कोरोना के मामलों में वृद्धि का हवाला देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब सहित 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को चिट्ठी लिखकर साप्ताहिक जांच दर में कमी आने तथा कुछ जिलों में संक्रमण दर में आ रही वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से सावधानी बरतने के लिए कहा है।

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी ने फिर पैदा की चिंता, मिले इतने मरीज, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी ने फिर पैदा की चिंता, मिले इतने मरीज, देखे आकड़े

नई दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9283 नए केस सामने आए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या में रिकॉर्ड गिरावट आई है। देश में फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या 1,11,481 है, जो पिछले 537 दिन में सबसे कम है। वहीं, बीते 24 घंटे में महामारी से 437 लोगों की मौत हो गई है जबकि 10,949 लोगों ने महामारी को मात दी है।

मिजोरम में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 465 लोग ठीक हुए। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। यहां कुल सक्रिय मामलों की संख्या 4,247 हैं। मिजोरम में अब तक 482 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल मामले 132320 हैं, इनमें से 127591 लोग ठीक हो चुके हैं।

महाराष्ट्र के ठाणे में कोरोना के 68 नए मामले सामने आए। इसके बाद यहां संक्रमितों की कुल संख्या 5,68,615 हो गई। जिले में दो और मरीजों की मौत होने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11,576 हो गई है। ये मंगलवार के आंकड़ें हैं। ठाणे में कोरान से मृत्यु दर 2.03 फीसदी है। वहीं, पालघर जिले में संक्रमण के कुल 1,38,488 मामले सामन आए हैं और मृतक संख्या 3,294 है।

कोरोना अपडेट: इन राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के नए मामले, पिछले 24 घंटे में मिले इतने मरीज, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: इन राज्यों में बढ़ रहे कोरोना के नए मामले, पिछले 24 घंटे में मिले इतने मरीज, देखे आकड़े

नई दिल्ली: भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 8488 नए केस सामने आए हैं। वहीं सक्रिय मामलों की संख्या में भी रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। देश में फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या 1,18,443 है, जो कुल मामलों का 0.34 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, बीते 24 घंटे में महामारी से 249 लोगों की मौत हो गई जबकि 12,510 लोग ठीक हुए। 11,919 नए मामलों में से केरल से ही 5080 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, केरल में पिछले 24 घंटे में 40 लोगों की मौत हो गई जबकि 7908 लोग ठीक हुए। वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, 21 नवंबर 2021 तक देश में 63,25,24,259 सैंपल की जांच की गई। इनमें से 7,83,567 सैंपल की जांच कल की गई थी।

ठाणे में 98 नए मामले
महाराष्ट्र के ठाणे में रविवार को 98 नए मामले सामने आए। इसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,68,454 हो गई। वहीं, संक्रमण से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया और मृतक संख्या 11,572 ही है। जिले में कोरोना से मृत्यु दर 2.03 प्रतिशत है। उधर, पालघर जिले में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 1,38,453 हो गई और मरने वालों की संख्या 3,292 है।

मिजोरम में 212 नए मामले
मिजोरम में पिछले 24 घंटे में के 212 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में कुल सक्रिय मामले 4,746 है और अब तक कुल 479 लोगों की मृत्यु हुई है। बता दें कि यहां यहां कुल मामलों की संख्या 131897 है। इनमें से अब तक 126672 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि 479 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।

स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है केले का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं

स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है केले का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं

केले का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें आयरन, पौटेशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, फास्फोरस और कार्बोहाइड्रेट जैसे कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। इसी वजह से लोग इसका सेवन करना पसंद करते हैं, लेकिन अगर केले का अधिक सेवन किया जाए तो यह आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए आज आपको बताते हैं कि केले का अधिक सेवन करने से किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।


बढ़ सकता है वजन
केले का अधिक सेवन बढ़ते वजन का कारण बन सकता है और इसकी मुख्य वजह इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी है। इस समस्या को सामान्य न समझें क्योंकि यह शरीर को कई अन्य बीमारियों का घर बना सकती है। इसलिए रोजाना सीमित मात्रा में ही केले का सेवन करें। वैसे कभी-कभी कुछ शारीरिक समस्याओं के कारण भी लोगों का वजन बढऩे लगता है, इसलिए बढ़ते वजन की समस्या की असल वजह जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।


कब्ज होना
केले का अधिक सेवन पाचन तंत्र के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है क्योंकि पाचन तंत्र केले की अधिक मात्रा को सही ढंग से पचाने में असमर्थ रहता है। इसके कारण व्यक्ति को कब्ज की समस्या होने की अधिक संभावना रहती है। इसके अलावा इसकी वजह से गैस, पेट दर्द और पेट में जलन जैसी कई तरह की समस्याओं से भी जूझना पड़ सकता है। इसलिए भूल से भी केले का अधिक सेवन न करें।


मधुमेह होने का रहता है खतरा
केले का अधिक सेवन शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ा सकता है और इससे व्यक्ति के इंसुलिन में भी बदलाव होने लगता है। यह बदलाव मधुमेह का खतरा उत्पन्न कर सकता है। बता दें कि मधुमेह एक गंभीर समस्या है, जो व्यक्ति को मौत के मुंह में भी धकेल सकती है। इसलिए जिन लोगों को पहले से ही मधुमेह है तो वे कम ही केलों का सेवन करें। वहीं स्वस्थ व्यक्ति भी सीमित मात्रा में केले खाएं।


बढ़ सकती है माइग्रेन की समस्या
कई अध्ययनों में इस बात का जिक्र मिलता है कि केले के अधिक सेवन से माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि इसमें टायरामाइन नामक एक खास तत्व मौजूद होता है। यह तत्व माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकता है, इसलिए अगर किसी को पहले से ही माइग्रेन की समस्या है तो वह इसका सेवन करने से बचें। वहीं जिन लोगों को यह समस्या नहीं है, उन्हें केले के अधिक सेवन से तेज सिरदर्द का सामना करना पड़ सकता है।

कोरोना अपडेट: पिछले 24 घंटे में मिले इतने कोरोना के मामले, देखे आकड़े

कोरोना अपडेट: पिछले 24 घंटे में मिले इतने कोरोना के मामले, देखे आकड़े

नई दिल्ली: देश में अब लोगों को कोरोना से राहत मिलने लगी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार के आंकड़े के अनुसार सक्रिय मरीजों की संख्या 531 दिनों बाद सबसे कम आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 10,302 नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान 267 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 11,787 लोग स्वस्थ भी हुए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब कुल 1,24,868 सक्रिय मरीज बचे हैं।