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अब 5 से 12 साल के बच्चों को भी लगेगा टीका, कोर्बेवैक्स वैक्सीन को मिली मंजूरी

अब 5 से 12 साल के बच्चों को भी लगेगा टीका, कोर्बेवैक्स वैक्सीन को मिली मंजूरी

कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच गुरुवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के विशेषज्ञ पैनल ने 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स वैक्सीन (Corbevax) के इमरजेंसी इस्तेमाल की सिफारिश की है। जिसके बाद अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अंतिम मंजूरी से पहले वैक्सीन को डीसीजीआई की अनुमति का इंतजार है। फिलहाल यह वैक्सीन 12-14 साल के आयु वर्ग के बच्चों को लगाई जा रही है।
इंडिया टुडे ने पीटीआई के सूत्रों के हवाले से कहा कि है कि सीडीएससीओ की कोविड-19 विषय विशेषज्ञ समिति ने बायोलॉजिटकल ई के इमरजेंसी इस्तेमाल के आवेदन पर विचार-विमर्श कर पांच से 11 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स को मंजूरी देने की सिफारिश की है। हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई की ओर से विकसित, कॉर्बेवैक्स कोविड-19 के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है।
इस साल 16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों को कॉर्बेवैक्स दिया जा रहा है। फिलहाल देश में इस समय 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार टीकाकरण अभियान में तेजी लाने का प्रयास कर रही है।

 

शादी के बाद काम पर लौटी आलिया भट्ट, वायरल हुई तस्वीरें

शादी के बाद काम पर लौटी आलिया भट्ट, वायरल हुई तस्वीरें

पाँच दिन पूर्व विवाह बंधन में बंधी अभिनेत्री आलिया भट्ट, अब सम्भवत: आलिया भट्ट कपूर, ने अपने काम पर वापसी कर ली है। नवविवाहित आलिया भट्ट ने मंगलवार, 19 अप्रैल को, रणबीर कपूर के साथ अपनी शादी के बाद पहली बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्हें एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया जब वह रणवीर सिंह के साथ रॉकी और रानी की प्रेम कहानी की शूटिंग के लिए जा रही थीं।

रणबीर कपूर और आलिया भट्ट अब पति-पत्नी हैं। दोनों ने 14 अप्रैल को करीबी परिवार और दोस्तों की मौजूदगी में एक अंतरंग शादी की थी। अब, आलिया काम फिर से शुरू करने के लिए तैयार है। उन्हें मनीष मल्होत्रा के साथ एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया, क्योंकि वे रॉकी और रानी की प्रेम कहानी की शूटिंग के लिए निकले थे, जिसमें रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं।

अपनी शादी के बाद अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति के लिए, आलिया ने एक सुंदर ब्लश गुलाबी सलवार कमीज और दुपट्टा चुना। वह बहुत खूबसूरत लग रही थी।

जुलाई 2021 में, करण जौहर ने अपने निर्देशन में बनने वाली अगली फिल्म रॉकी और रानी की प्रेम कहानी की घोषणा की थी। आलिया भट्ट और रणवीर सिंह के अलावा, फिल्म में शबाना आजमी, जया बच्चन और धर्मेंद्र भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान फिल्म में बतौर सहायक निर्देशक काम कर रहे हैं। इस रोमांटिक ड्रामा फिल्म को धर्मा प्रोडक्शंस के साथ वायकॉम 18 मिलकर बना रहे हैं।

गर्मियों में खूब खाएं खरबूजा, दिल, किडनी और इम्यूनिटी होती है मजबूत

गर्मियों में खूब खाएं खरबूजा, दिल, किडनी और इम्यूनिटी होती है मजबूत

गर्मियां आते ही लाइफस्टाइल से लेकर खान-पान में कई तरह के बदलाव आते हैं. तापमान को देखते हुए सभी चीजों का सेवन उस हिसाब से करना बहुत जरुरी होता है. गर्मियों में अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन की परेशानी न हो. इतना ही नहीं गर्मियों में खाने वाले सब्जियां भी अलग होती हैं, जिनका सेवन केवल गर्मियों में किया जा सकता है बिलकुल उसी तरह गर्मियों में खाने वाले फलों पर भी आपको उतना ही ध्यान देना चाहिए. आपको उन फलों को डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए, जिनमें पानी की मात्रा अधिक हो. गर्मियों में तरबूज, खरबूज, ककड़ी और खीरा पानी से भरपूर फल सब्जियां हैं. इसमें से आपको खरबूज जरूर खाना चाहिए. ये एक ऐसा फल है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. खरबूज में 90 प्रतिशत पानी होता है जो भूख को मिटा देता है और शरीर में पानी की कमी भी नहीं होती है. जानिए खरबूज खाने के फायदे क्या हैं?
1- डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद-
खरबूज में एडिनोसिन नाम का तत्त्व पाया जाता है, जो खून को पतला करने में मदद करता है. इसी तरह से डायबिटीज रोगियों के लिए खरबूज बहुत फायदेमंद है. खरबूज का सेवन करने से दिल से बीमारियां भी दूर होती हैं. ऐसे में ध्यान रहें कि डायबिटीज रोगियों को सीमित मात्रा में खरबूज का सेवन करना चाहिए.
2- इम्यूनिटी बढ़ती है-
खरबूज में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है. ऐसे में खरबूज का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है और साथ ही वायरस का खतरा कम हो जाता है. इसलिए खरबूज का सेवन आपको निश्चिंत रूप करना चाहिए.
3- दिल की परेशानियां दूर होंगी-
खरबूज में फोलिक एसिड पाया जाता है, जो रक्त की नालियों में खून को जमने से रोकता है और दिल से जुड़ी सभी परेशानियों को दूर करता है. ऐसे में यदि आप हार्ट पेशेंट हैं तो आपको नियमित रूप से खरबूज का सेवन करना चाहिए.
4- किडनी स्टोन को दूर करे-
खरबूज में पानी और ऑक्सीकाइन पाया जाता है, जो किडनी स्टोन की परेशानी को दूर करता है. ऐसे में खरबूज का सेवन करने से किडनी स्टोन और किड़नी से जुड़ी सारी परेशानियों को दूर रखता है.
5- कब्ज को दूर करता है-
गर्मियों के मौसम में लोग अक्सर मसालेदार खाना खाते हैं जिससे कई तरह की परेशानिया जैसे पेट दर्द, कब्ज आदि होने लगती है. ऐसे में कब्ज से छुटकारा पाने के लिए खरबूज का सेवन जरुरी है क्योंकि खरबूज में फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज को दूर करता है. अगर आप पेट से जुडी परेशानियों से परेशान हैं तो ध्यान रहें कि खरबूज का सेवन करें ही करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की just36news.com पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

क्या आप भी सांसों की दुर्गंध से है परेशान, छुटकारा पाने के लिए जरूर अपनाएं ये असरदार घरेलू नुस्खे

क्या आप भी सांसों की दुर्गंध से है परेशान, छुटकारा पाने के लिए जरूर अपनाएं ये असरदार घरेलू नुस्खे

सांसों की दुर्गंध सिर्फ अपना मूड ही खराब नहीं करती है बल्कि पास बैठकर बात करने वाले लोगों को भी असहज करती है. यह समस्या अगर लंबे समय तक बनी रहे तो पार्टनर से लेकर फ्रैंड्स तक सभी पास बैठने और बात करने से बचने लगते हैं. सांसों से आने वाली दुर्गंध के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं. कई बार ये कारण सिर्फ गलत खान-पान से जुड़े होते हैं तो कई बार पेट संबंधी बीमारी के कारण भी सांसों से दुर्गंध आती है. इसके अतिरिक्त जो लोग लंबे समय से किसी रोग की दवाएं खा रहे होते हैं, उनके मुंह से भी दुर्गंध आने की समस्या हो सकती है. खैर, आपकी समस्या की वजह जो भी हो, हम आपको यहां जो समाधान बता रहे हैं, इन्हें आप हर स्थिति से होने वाली सांसों की दुर्गंध को दूर करने के लिए अपना सकते हैं...
1. मुंह की सही सफाई का तरीका
ओरल हेल्थ को लेकर अवेयर लोग दिन में दो बार ब्रश जरूर करते हैं. लेकिन ज्यादातर लोग सिर्फ दांतों की सफाई करते हैं और जीभ को साफ करना भूल जाते हैं. बस आपकी यही भूल मुंह से आने वाली दुर्गंध की वजह बन जाती है.
2. शुगर कम खाएं
चाय-कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक्स और स्वीट्स के रूप में बहुत सारी शुगर को हर दिन अपने शरीर के अंदर डालने वाले लोगों के मुंह से भी दुर्गंध आने की समस्या होने लगती है. क्योंकि शुगर के कारण आपके मुंह में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो मूड खराब करने वाली सांसों की दुर्गंध पैदा करते हैं.
3. मुंह में लौंग डाल लें
खाना खाने के बाद और रात को सोने से पहले या जब भी आपका मन करे आप अपने मुंह में एक लौंग डाल लें और इसे कैंडी की तरह धीरे-धीरे चूसते रहें. यह एक ऐसा शानदार मसाला है, जो सांसों की दुर्गंध भी दूर करता है और दांतों को भी स्वस्थ बनाता है.
4. कितना पानी पीते हैं आप?
सांसों की दुर्गंध से बचने के लिए इस बात पर जरूर करें कि आप एक दिन में कितना पानी पीते हैं. क्योंकि यदि आप 8 से 10 गिलास पानी रोज नहीं पीते हैं तो आपके मुंह से दुर्गंध आना सामान्य बात है. इसलिए पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं.
5. पेट साफ रखें
जिन लोगों को कब्ज की समस्या रहती है, उन्हें भी सांसों से दुर्गंध आने की पेरशानी होती है. इसलिए जरूरी है कि आप अपना पेट हमेशा साफ रखें. यदि आपको कब्ज की समस्या रहती है तो आंवला चूर्ण, त्रिफला, पेट सफा इत्यादि चूर्ण का सेवन करें और पेट को पूरी तरह साफ करें.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, just36news.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

गर्मियों में पेट संबंधी रोगों से बचाव के लिए सावधानी जरूरी

गर्मियों में पेट संबंधी रोगों से बचाव के लिए सावधानी जरूरी

रायपुर, गर्मियों में आमतौर पर पेट से संबंधित अनेक रोग जैसे उल्टी, दस्त, पेचिश, डायरिया, अपचन, खट्टी डकार, एसिडिटी यानि गैस, कब्जियत, मिचली, पीलिया और टायफाइड, होने की संभावना रहती है।इन रोगों का प्रमुख कारण बाजार और खुले में बिकने वाले दूषित पेय एवं खाद्य पदार्थ हैं इसलिए इन पदार्थों के सेवन में परहेज व सावधानी बरतनी चाहिए।शासकीय आयुर्वेद कॉलेज, रायपुर के सह-प्राध्यापक डॉ. संजय शुक्ला ने बताया कि सामान्यतः लोग इस मौसम में बाजार में बिकने वाले गन्ना या अन्य फलों के रस, लस्सी, कुल्फी, नीबू की शिकंजी आदि का सेवन करते हैं। इन पेय पदार्थों में बर्फ मिला होता है लेकिन कभी-कभी दूषित जल और सावधानियां नहीं बरतने तथा फलों के सड़े-गले होने के कारण पेट से संबंधित अनेक रोग पैदा हो सकते हैं। इन रोगों का मुख्य कारण खानपान ही है इसलिए लोगों को गर्मियों के दौरान खानपान में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। जनसामान्य को बाजार के खाद्य पदार्थों के सेवन से पहले साफ-सफाई और वस्तुओं की गुणवत्ता जरूर सुनिश्चित करनी चाहिए। चूंकि गर्मियों में पाचन शक्ति कमजोर होती है इसलिए गरिष्ठ और मसालेदार भोजन खाने से बचना चाहिए इसके अलावा घर में भी बासी भोजन या अन्य खाद्य पदार्थों का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इस मौसम में तेज गर्मी के कारण भोजन जल्दी खराब हो जाते हैं।

डॉ. शुक्ला ने बताया कि गर्मियों में गरम, खटाई, तीखा, नमकीन, तला-भुना, तेज मिर्च-मसालेदार, उड़द दाल, मैदा और बेसन से बने खाद्य पदार्थों, फास्ट-फूड, मांसाहार और शराब का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक होता है इसलिए इनका परहेज करना चाहिए।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि चूंकि गर्मियों में सूर्य की तपिश बहुत ज्यादा होती है, फलस्वरूप लोगों में डिहाइड्रेशन, थकान, घबराहट और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। शरीर में पानी एवं अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स मिनरल्स की मात्रा संतुलित रखने के लिए हल्का, सुपाच्य, स्वच्छ ठंडा या उबाले हुए तरल पेय पदार्थों के सेवन करना चाहिए। गर्मियों में पीसा जीरा और नमक मिलाकर मठा यानि छाछ, दही की लस्सी, दूध, कच्चे आम का जलजीरा, नींबू की शिकंजी या शरबत, घर में बनी ठंडाई, गन्ने का रस, बेल का शरबत, नारियल पानी, मौसमी एवं ताजे फलों का रस इत्यादि पीना चाहिए बेहतर हो कि ये पेय पदार्थ घर में ही बनाई जाए अथवा बाजार में स्वच्छता का ध्यान रखा जाए। गर्मियों के दौरान भोजन में पुराने जौ, पुराने चांवल, खिचड़ी, मूंग की दाल, फायबर युक्त अनाज जैइ गेहूं की रोटी, सत्तू, रायता, सब्जियों में चौलाई, करेला, बथुआ, मुनगा, परवल, भिंडी, तरोई, पुदीना, टमाटर, खीरा, ककड़ी, अदरक, प्याज, आंवला का मुरब्बा इत्यादि को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा तरबूज, खरबूज, मौसंबी, संतरा, अनार, शहतूत, आंवला इत्यादि का प्रयोग हितकारी है। उपरोक्त खानपान से गर्मियों के दौरान पेट संबंधी रोगों से बचा जा सकता है। 

बच्चों में तेजी से फैल रहा है कोरोना, चौथी लहर की आशंका राज्य सरकारों ने जारी कि गाइडलाइंस

बच्चों में तेजी से फैल रहा है कोरोना, चौथी लहर की आशंका राज्य सरकारों ने जारी कि गाइडलाइंस

रांची : देश में एक बार फिर कोरोना वायरस की आहट सुनाई देने लगी है. बीते एक ही दिन में देश में कोविड 19 के मामलों में 90 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. कोरोना की चपेट में बच्चें ज्यादा आ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की है. एक बार फिर कोरोना वायरस की आहट सुनाई देने लगी है. बीते कुछ हफ्तों से संक्रमण के गिरते आंकड़ों के बाद एक बार फिर संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा दिख रहा है.

बीते एक ही दिन में देश में कोविड 19 के मामलों में 90 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. कोरोना संक्रमण की चपेट में इस बार बच्चें ज्यादा आ रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के अस्पताल में भर्ती मरीजों में 27 फीसदी बच्चे हैं. इसके अलावा एनसीआर में भी बच्चों में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आये हैं. वहीं, बढ़ते मामलों को देखते हुए कई लोग कोरोना के चौथे लहर की आशंका भी जता रहे हैं.

इधर, दिल्ली में एक बार फिर कोरोना की दस्तक के बाद सरकार सतर्क हो गई है. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ष्ठष्ठरू्र) बुधवार को अहम बैठक करने जा रहा है. बैठक को कोरोना को लेकर नई गाइडलाईन से संबंधित कई फैसले किए जा सकते हैं. इससे पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी.

स्कूल खुलने के बाद बच्चों कोरोना की तपेट में आने लगे है. सबसे बड़ी बात की संक्रमण का आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को लेकर विशेष सावधानी बरती जाएं. उन्हें मास्क अनिवार्य रूप से पहनाएं जाएं, खान पान पर भी विशेष ध्यान दिया जाए. इसके अलावा सोशल डिस्टेसिंग की भी पालन हो. अगर कोरोना का हल्का सा भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टरी सलाह ली जाए.

दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. सबसे बड़ी बात की बच्चों में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. दिल्ली-एनसीआर में एक सप्ताह के भीतर 50 से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. वहीं, बीते एक दिन में दिल्ली-एनसीआर में 22 नए बच्चों में कोरोना संक्रमण पाया गया. बच्चों में बढ़ता संक्रमण अब डराने लगा है.

वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ खास सतर्कता बरतते रहने की सलाह दे रहे हैं.वहीं, गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने स्कूली बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए स्कूल के साथ-साथ अभिभावकों से भी बच्चों जागरूक करने की अपील की है. जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने की बात कही है. उन्हें इससे बचने के उपाय के बारे में जानकारी देने को कहा है. बच्चों के कक्षा में जाने से पहले यहां तक की कक्षाओं में मास्क हमेशा लगाकर रखें. नियमित रुप से हाथ धोते रहें, स्कूल सैनिटाइजर देकर ही भेजें, पढ़ाई के दौरान बिना वजह एक जगह इकठ्ठा न हो इसकी जानकारी बच्चों को देनी होगी.

दिल्ली में भी बढ़ते कोरोना केस को लेकर नई गाइडलाइन बीते दिनों ही जारी कर दी गई है. दरअसल, बीते दिनों वसंत कुंज के एक निजी स्कूल में पांच छात्रों और स्टाफ सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए थे. वहीं, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की है. इसके अनुसार जिस स्कूलों में छात्र या स्टाफ कोरोना पॉजिटिव होते हैं तो पूरे स्कूल को बंद कर दिया जाएगा. मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का फिर से कड़ाई से पालन हो. हाथ धोने और सैनिटाइज करते रहें. शिक्षक, छात्रों और अभिभावकों को कोरोना को लेकर जागरुक करने का काम करते रहें.

 

टमाटर को इन तरीकों से करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे ठीक

टमाटर को इन तरीकों से करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे ठीक

ऐसी कई स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां हैं, जो किसी भी मौसम में बाजार में आसानी से मिल जाती हैं, जिनमें टमाटर भी शामिल है। अममून लोग सलाद से लेकर सब्जियां बनाने तक में टमाटर का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, इसलिए इसे घर में स्टोर करना सही समझते हैं। हालांकि, अगर इन्हें ठीक से स्टोर न किया जाए तो इनके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए आज हम आपको टमाटर को स्टोर करने के तरीके बताने जा रहे हैं।


कमरे के तापमान पर करें स्टोर

जब भी आप बाजार से टमाटर खरीदकर लाएं तो उन्हें हमेशा कमरे के तापमान पर स्टोर करें। इसी के साथ ध्यान रखें कि इस पर सीधी धूप न पड़े। इस तरीके से टमाटर कम से कम छह दिन तक ठीक रहेगें। हालांकि, अगर आप कटे हुए टमाटर को स्टोर करना चाहते हैं तो आप सबसे पहले इसका छिलका निकालें, फिर इसे किसी एयरटाइट डिब्बे में डालकर फ्रिज में रखें।


अन्य सब्जियों के साथ न रखें

आमतौर पर लोग टमाटर को अन्य सब्जियों के साथ ही स्टोर कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है। दरअसल, कई सब्जियों में एथिलीन नामक केमिकल मौजूद होता है, जिससे टमाटर जल्दी खराब हो सकते हैं। वहीं, कई सब्जियों में साइट्रिक एसिड होता है, जो टमाटर के साथ-साथ अन्य सब्जियों को भी खराब कर सकता है, इसलिए बेहतर होगा कि आप टमाटर को सभी सब्जियों से अलग ही स्टोर करें।


भूल से भी फ्रिज में न करें स्टोर
अगर आप टमाटर को फ्रिज में स्टोर करके रखना सही समझते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा करने से टमाटर जल्द ही खराब हो सकते हैं। दरअसल, जब फ्रिज में रखे सामान की महक टमाटर पर पड़ती है तो इससे वे खराब होने लगते हैं। वहीं, टमाटर की तासीर भी ठंडी होती है और ऐसे में इसे ठंडी जगह पर रखने से इस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिस वजह से इसके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।


पेपर टॉवल में लपेटकर रखें
टमाटर को लंबे समय तक फ्रेश रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप इसे खरीदते समय थोड़ी स्मार्टनेस दिखाएं और ऐसे टमाटर खरीदें, जो एकदम सूखे और हल्के छिल्के वाले हों। इस तरह के टमाटर खरीदने के बाद जब आप घर आए तो उन्हें तुरंत पेपर टॉवल से लपेट दें और स्टोर करें। अगर आपके पास पेपर टॉवल न हो तो आप टमाटर को पेपर बैग में भी स्टोर कर सकते हैं।
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इन तरीको की मदद से मिनटों में साफ़ होंगी झूठे बर्तनों से जिद्दी चिकनाई...

इन तरीको की मदद से मिनटों में साफ़ होंगी झूठे बर्तनों से जिद्दी चिकनाई...

 साफ चमकती किचन में सबसे पहले ध्यान जाता है, बर्तनों पर। जिसमे आपको अपने बर्तनों की सफाई पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। बर्तन धोना किचन का सबसे काम है। ऐसे में बहुत से लोग ऐसे होते है जिन्हें बर्तन धोना बड़ा ही झंझट वाला काम लगता है। लेकिन कुछ बातो को ध्यान में रखकर इसी काम को बहुत आसानी से किया जा सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बतायेंगे जिनकी मदद से आप मिनटों में बरतनों को साफ़ कर सकती है तो

आइये जानते है इस बारे में...
* बर्तन धोने से पहले पूरे घर को चेक कर लें और सारे जूठे बर्तनों को एक ही जगह इकट्ठा कर लें। प्लानिंग से काम करने पर आपको बार-बार भागना नहीं पड़ेगा। बर्तन धुलने की सामग्री जैसे- साबुन, स्क्रबर और तौलिया भी पास में रख लें।

* बर्तनों को धुलने से पहले गर्म पानी में भिगो दें ताकि इनसे चिकनाई छूट जाए और इनको साफ करने में ज्यादा मशक्कत न करनी पड़े।
*जूठे बर्तनों को पानी से साफ करके किसी अलग टब या स्लैब पर ही रख लें। ऐसा करने से आपका काम भी कम हो जाएगा और आपको बर्तनों से बार-बार जूठन भी नहीं निकालनी पड़ेगी। बर्तनों को स्क्रब करने के बाद उन्हें छोटे से लेकर बड़े के क्रम में धोना शुरू करें।
* कांच के बर्तन और चीनी मिट्टी के बर्तनों को धोकर अलग रख लें ताकि इनके टूटने का खतरा कम रहे। चम्मच, कांटे और चाकू भी पहले ही साफ कर लें।
* बर्तनों को धोने के बाद एक साथ घुसाकर कर न रख दें। पहले इन्हें सूखने दें और फिर किचन टॉवल से पोंछने के बाद रैक में रखें।

 बड़े काम आ सकते हैं बर्तन धोने वाले साबुन से जुड़े ये हैक्स, जरूर आजमाकर देखें

बड़े काम आ सकते हैं बर्तन धोने वाले साबुन से जुड़े ये हैक्स, जरूर आजमाकर देखें

अब तक आप बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल बर्तनों को धोने के लिए करते आए होंगे, लेकिन इसका इस्तेमाल सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। दरअसल, आप घर के छोटे-बड़े कामों के लिए और अन्य चीजों के विकल्प के रूप में बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल करके अपने कई कामों को बेहद आसान बना सकते हैं। शायद आप इस बात से वाकिफ नहीं हैं तो चलिए फिर आज बर्तन धोने वाले साबुन से जुड़े कुछ हैक्स जानते हैं।


कपड़ों से ग्रीस के दाग छुड़ाना होगा आसान
अगर आप अपने किसी कपड़े से ग्रीस के दाग छुड़ाना चाहते हैं तो आप इसके लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले बर्तन धोने वाले साबुन को कपड़े की दाग वाली जगह पर अच्छे से रगड़कर कम से कम 10-15 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद कपड़े को हल्के गुनगुने पानी से साफ करके धूप में सुखा दें। अगर दाग रह जाए तो इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं।


फर्श को चमकाने में है कारगर

अगर आप अपने घर के फर्श को नैचुरल तरीके से साफ करना चाहते हैं तो इसके लिए आप बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले बर्तन धोने वाले साबुन को हल्के गर्म पानी में मिलाकर एक घोल तैयार कर लें। इसके बाद एक छोटी बाल्टी में थोड़ा साबुन का घोल, गर्म पानी, नींबू का रस और तीन चम्मच सिरका डालकर अच्छे से मिलाएं। अब इस मिश्रण का पूरे घर में पोंछा लगाएं।


बतौर ज्वेलरी क्लीनर करें इस्तेमाल

अगर आपकी ज्वेलरी की चमक फीकी पड़ गई है या आपकी ज्वेलरी बहुत गंदी लगने लगी है तो आप इसके लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस इसके लिए आपको अपनी ज्वेलरी पर थोड़ा सा बर्तन धोने वाला साबुन लगाकर पुराने टूथब्रश से हल्के हाथों से रगडऩा है। इसके बाद साफ कपड़े से उसे पोंछ लें। ऐसा करने के बाद आपकी ज्वेलरी साफ होने के साथ-साथ चमक भी उठेगी।


स्टीकर को आसानी से निकालें
अगर किसी नए बर्तन या किसी अन्य चीज पर लगे स्टीकर को निकालना काफी मुश्किल हो रहा है तो आप इस काम को आसान बनाने के लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले स्टीकर वाली जगह पर थोड़ा बर्तन धोने वाला साबुन लगाकर कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से स्टीकर्स की पकड़ कमजोर हो जाएगी, फिर आप चुटकियों में इस स्टीकर को निकाल सकेंगे।
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क्या आपके शरीर में हो रही है ये समस्या, तो मखाना खाने से करे परहेज, वरना बढ़ सकती है आपकी मुसीबत

क्या आपके शरीर में हो रही है ये समस्या, तो मखाना खाने से करे परहेज, वरना बढ़ सकती है आपकी मुसीबत

जब भी ड्राई फ्रूट्स की बात आती है तो काजू, बादाम, किशमिश के साथ-साथ मखाने का नाम भी जरूर आता है. मखाने के सेवन से सेहत की कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सेहत से जुड़ी कुछ ऐसी भी समस्याएं हैं जिनके होने पर यदि मखाने का सेवन किया जाए तो सेहत को और नुकसान पहुंच सकता है. आज का हमारा लेख उन्हीं समस्याओं पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि किन लोगों को मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए.

ये लोग ना करें मखाने का सेवन
1.   यदि आपकी किडनी में पथरी है तो उस दौरान मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए. बता दें कि मखानों के अंदर कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ऐसे में यदि आप किडनी स्टोन के दौरान मखाने का सेवन करते हैं तो स्टोन का साइज बढ़ सकता है और समस्या गंभीर हो सकती है.

2.   यदि आपको गैस की समस्या रहती है तब भी मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए. बता दें कि मखाने के अंदर प्रोटीन और फाइबर दोनों भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं. ऐसे में यदि मखाने का सेवन किया जाए तो इसे गैस की समस्या और बढ़ सकती है. साथ ही व्यक्ति को पेट की अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.

3.   यदि आपको दस्त और डायरिया की समस्या है तब भी मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए. जैसा कि हमने पहले भी बताया मखाने के अंदर फाइबर मौजूद होता है. ऐसे में इसके सेवन से दस्त और डायरिया होने पर समस्या गंभीर हो सकती है.

4.   जैसा कि हमें पहले भी बताया किडनी स्टोन के दौरान मखाने का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे अलग यदि आपको किडनी से संबंधित अन्य समस्याएं भी हैं तब भी मखाने का सेवन करने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

अपने हेयर केयर रूटीन में शामिल करें केला, मिलेंगे यहाँ अनगिनत फायदे...

अपने हेयर केयर रूटीन में शामिल करें केला, मिलेंगे यहाँ अनगिनत फायदे...

 अमूमन लोग बालों की समस्याओं का कारण केमिकल्स युक्त हेयर प्रोडक्ट्स को मानते हैं, लेकिन इनकी वजह बालों को पर्याप्त पोषण न मिलना भी हो सकता है। खैर, वजह चाहें जो भी हो आप चाहें तो बालों की समस्याओं से राहत पाने और हेयर केयर प्रोडक्ट्स के विकल्प के तौर पर केले का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि आप किन-किन तरीकों से केले को अपने हेयर केयर रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं।


बतौर कंडीशनर करें इस्तेमाल
आप केले का इस्तेमाल कंडीशनर के तौर पर कर सकते हैं। इसके लिए पहले एक कटोरे में एक केले को मैश करें, फिर इसमें एक बड़ी चम्मच शहद और दो बड़ी चम्मच जैतून का तेल मिलाएं। अब इस मिश्रण को सिर पर लगाएं और शॉवर कैप पहन लें, फिर इसके आधे घंटे बाद सिर को गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद जब यह मिश्रण बालों से पूरी तरह निकल जाए तो उसको माइल्ड शैंपू से धो लें।


चमकदार और मुलायम बाल पाने के लिए केले से करें हेयर स्पा

इसके लिए सबसे पहले एक पके केले को ब्लेंड कर लें, फिर केले के पेस्ट को एक कटोरी में दो बड़ी चम्मच जैतून के तेल के साथ मिलाएं। इसके बाद बालों को भाप देने के लिए एक बड़े से बर्तन में पानी गर्म कर लें और तौलिया ढककर 10 मिनट तक भाप लें, फिर केले और जैतून का मिश्रण अपने सिर पर लगाएं। 30 मिनट के बाद अपने सिर को माइल्ड शैंपू और ठंडे पानी से धो लें।


दोमुंहे बालों से राहत पाने के लिए केले का हेयर मास्क बनाएं

अमूमन लोग दोमुंहे बालों से राहत पाने के लिए हेयरकट करवा लेते हैं, लेकिन आप चाहें तो केले के हेयर मास्क से भी इस समस्या से राहत पा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एक मैश केला, तीन-चार चम्मच दही, दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी का पाउडर और इतना पानी मिलाएं कि इसका पेस्ट बन जाएं। अब इस पेस्ट को अपने बालों में लगाएं और 30 मिनट के बाद सिर को माइल्ड शैंपू से साफ कर लें।


बालों को पोषित कर सकता है यह हेयर मास्क

पर्याप्त पोषण न मिलने के कारण बाल खराब होने लगते हैं, इसलिए इन्हें पोषित करना महत्वपूर्ण है और केला आपकी इसमें भी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में पके पपीते का एक चौथाई भाग (पिसा हुआ), एक पका केला और दो चम्मच शहद मिलाएं, फिर इस मिश्रण को सिर पर लगाएं और 15-20 मिनट के लिए सिर को शावर कैप से ढकें। इसके बाद सिर को पहले गुनगुने पानी से धोएं, फिर शैंपू से धोएं।

बच्चों को रोजाना कुछ मिनट जरूर करवाएं स्विमिंग, मिलेंगे अनगिनत लाभ..

बच्चों को रोजाना कुछ मिनट जरूर करवाएं स्विमिंग, मिलेंगे अनगिनत लाभ..

स्विमिंग एक बेहतरीन एरोबिक एक्सरसाइज है, जिससे बच्चों के पूरे शरीर का एक साथ व्यायाम हो सकता है। अच्छी बात तो यह है कि गर्मियां बच्चों को स्विमिंग सिखाने का सबसे अच्छा समय है क्योंकि पानी आपके बच्चे को गर्मी से कुछ राहत देगा। वहीं, पानी में खेलते-खेलते उन्हें कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि स्विमिंग करने से बच्चों को क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।


अगर आप अपने बच्चों को स्विमिंग सिखाते हैं तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। स्विमिंग से न सिर्फ बच्चे पानी में खुद को नियंत्रित करना सीख जाते हैं बल्कि अज्ञात चीजों का डर भी उनके मन से धीरे-धीरे दूर होने लगता है। इसलिए अपने बच्चों को रोजाना कुछ मिनट स्विमिंग जरूर करवाएं और बेहतर होगा कि आप इसके लिए एक अनुभवी ट्रेनर रखें ताकि आपके बच्चे सुरक्षित और सुरक्षित तरीके से स्विमिंग सीख जाएं।


स्क्रीन से दूर करने में है कारगर
अगर आज के बच्चों की बात करें तो उनका बचपन सिर्फ आधुनिक गैजेट्स तक ही सिमट कर रह गया है, जिसका नकारात्मक प्रभाव सीधा उनकी सेहत पर पड़ता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करवाना चाहते हैं तो भी इसके लिए स्विमिंग को चुन सकते हैं। दरअसल, बच्चों को स्विमिंग क्लास में ले जाने से उन्हें स्क्रीन टाइम से एक अच्छा ब्रेक मिलेगा और उनकी आंखों को थोड़ा आराम देगा।
बच्चों को रचनात्मक और सामाजिक बनाने में मिलती है मदद


स्विमिंग की मदद से बच्चों को रचनात्मक और सामाजिक बनाने में भी काफी मदद मिल सकती है। दरअसल, स्विमिंग में कई तरह की टेक्निक होती हैं। उदाहरण के लिए फ्रीस्टाइल स्विमिंग करने से बच्चों को कल्पनाशील बनाने में मदद मिलती है। वहीं, स्विमिंग से बच्चे अधिक सामाजिक भी हो सकते हैं क्योंकि इसके हर एक सत्र में कई अन्य बच्चे शामिल होते हैं और वे आपस बातचीत कर सकते हैं और नए दोस्त बना सकते हैं।


शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी है बेहतर
स्विमिंग करने से बच्चों के शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है, जिससे उनके शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्विमिंग करने से बच्चों का मूड भी अच्छा रहता है क्योंकि इससे मूड को ठीक करने वाला होर्मोन एडर्निल शरीर के द्वारा अच्छे से रिलीज होते हैं, जिससे बच्चे हमेशा खुश, तनाव और चिंता से मुक्त रह पाते हैं। इसलिए नियमित तौर पर बच्चों को रोजाना कुछ मिनट स्विमिंग जरूर करवाएं।

 

बड़ी खबर : भारत में कल से लगेगी 18+ आबादी को वैक्सीन का बूस्टर डोज, वैक्सीन के रेट में हुई कमी, ये होंगे नए रेट

बड़ी खबर : भारत में कल से लगेगी 18+ आबादी को वैक्सीन का बूस्टर डोज, वैक्सीन के रेट में हुई कमी, ये होंगे नए रेट

नई दिल्ली | कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से बचाव के लिए 10 अप्रैल से देशभर में सभी वयस्कों को वैक्सीन का बूस्टर डोज लगने लगेगा. इससे पहले देश के दो बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कीमतों में 50 फीसदी से ज्यादा की कटौती कर दी है. अब ये दोनों वैक्सीन प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर सिर्फ 225 रुपए में उपलब्ध होगी. इनकी कीमतों में कटौती की जानकारी दोनों कंपनीज के प्रमुखों ने ट्विटर पर दी.
कोविशील्ड वैक्सीन 600 रुपए और कोवैक्सीन 1200 प्रति डोज के बजाय अब 225 रुपए में मिलेगी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदर पूनावाला ने ट्वीट करते हुए कहा कि, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि केंद्र सरकार के साथ चर्चा के बाद SII ने निजी अस्पतालों के लिए COVISHIELD वैक्सीन की कीमत 600 रुपये से घटाकर 225 रुपये प्रति खुराक करने का फैसला किया है. हम एक बार फिर केंद्र की सराहना करते हैं कि उन्होंने सभी वयस्कों को प्रिकॉशन डोज दिए जाने का फैसला लिया.

वहीं भारत बायोटेक की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर, सुचित्रा इल्ला ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि, हम सभी वयस्कों के लिए प्रिकॉशन डोज उपलब्ध कराने के निर्णय का स्वागत करते हैं. केंद्र सरकार से परामर्श के बाद हमने निजी अस्पतालों के लिए COVAXIN की कीमत ₹ 1200 से ₹ ​​225 प्रति डोज करने का निर्णय लिया है.

बता दें कि 18+ आयु वर्ग वाले सभी नागरिक 10 अप्रैल से कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवा सकेंगे. इसके लिए सभी प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर प्रिकॉशन डोज उपलब्ध होंगे. वहीं पहले और दूसरे डोज के लिए सरकारी टीकाकरण सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त वैक्सीनेशन अभियान जारी रहेगा.

इसके अलावा सरकारी केंद्रों पर हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क बूस्टर डोज देना जारी रहेगा. सरकार ने कहा कि इसमें तेजी लाई जाएगी.

सब्जी में हुए ज्यादा नमक की परेशानी को इन 5 तरीकों से करें दूर

सब्जी में हुए ज्यादा नमक की परेशानी को इन 5 तरीकों से करें दूर

नमक भोजन का स्वाद बढ़ाने क काम करता हैं। सब्जी ने नमक कम हो तो इसका स्वाद फीका लगने लगता हैं। हांलाकि नमक ऊपर से भी डाला जा सकता हैं और स्वाद को संतुलित किया जा सकता हैं। लेकिन परेशानी तब उत्पन्न होती हैं जब सब्जी में नामाक ज्यादा हो जाता हैं जिसे खाने में भी परेशानी होती हैं। आपके साथ भी ऐसा कई बार हुआ होगा कि अनजाने में सब्जी में नमक ज्यादा हो गया हो। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे तरीके लेकर आए हैं जिनकी मदद से सब्जी में पड़े ज्यादा नमक को कम किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।


आटा करें इस्तेमाल
सब्ज़ी में नमक ज्यादा होने पर इसको कम करने के लिए आप गूंथे हुए आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप आटे की गोलियां बना कर सब्ज़ी में डाल दें और इनको कुछ देर सब्ज़ी में पड़ा रहने दें। फिर इनको सब्ज़ी से निकाल कर बाहर कर दें। इससे सब्ज़ी में नमक कम हो जायेगा। ये तरीका ग्रेवी वाली सब्ज़ी और दाल का नमक कम करने के काम आएगा।


ब्रेड इस्तेमाल करें
सब्ज़ी और दाल में नमक ज्यादा हो जाने पर इसको कम करने के लिए आप ब्रेड का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसके लिए आप ब्रेड के एक-दो पीस सब्ज़ी और दाल में डालकर इनको एक मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर इनको हटा दें। इससे नमक भी कम हो जायेगा और स्वाद भी बढ़ जायेगा।


भुना बेसन इस्तेमाल करें
सब्ज़ी में नमक ज्यादा होने पर आप भुना हुआ बेसन भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप बेसन को भून कर सब्जी या दाल में मिक्स कर दें। इससे सब्ज़ी में नमक कम हो जायेगा। ये तरीका आप ग्रेवी और सूखी दोनों तरह की सब्जियों में इस्तेमाल कर सकते हैं।


नींबू इस्तेमाल करें

नमक कम करने के लिए आप नींबू की मदद भी ले सकते हैं। इसके लिए आप नींबू का रस निकाल कर सब्ज़ी या दाल में मिला दें। इससे नमक भी कम हो जायेगा साथ ही स्वाद भी खराब नहीं होगा।


उबला आलू इस्तेमाल करें
उबले हुए आलू को भी आप सब्ज़ी या दाल में नमक कम करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप चाहें तो उबले आलू को छीलकर दो-तीन बड़े टुकड़ों में तोड़कर सब्ज़ी और दाल में डाल दें। पांच मिनट तक इनको ऐसे ही पड़ा रहने दें फिर निकाल कर अलग कर दें। अगर आप चाहें तो आलू को मैश करके भी सब्ज़ी में मिक्स कर सकते हैं। इससे नमक भी कम हो जायेगा और गाढ़ापन भी आ जायेगा।

अपने बेडरूम को नया लुक देने के लिए अपनाएं ये तरीके, लगेगा बहुत ही खूबसूरत

अपने बेडरूम को नया लुक देने के लिए अपनाएं ये तरीके, लगेगा बहुत ही खूबसूरत

जब भी बात बेडरूम को नया लुक देने की आती है तो अममून लोगों का सबसे पहला ध्यान खर्चे पर जाता है और इस कारण कई लोग बेडरूम को नया लुक देने का ही टाल देते हैं। हालांकि, अगर आप क्रिएटिव हैं तो आप कम बजट में ही अपने बेडरूम को शानदार लुक दे सकते हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने बेडरूम को बहुत आसानी से नया लुक दे सकते हैं।


पेंट करें
पेंट आपके बेडरूम को नया लुक देने का सबसे आसान तरीका है। इसके लिए आपको न तो पेंटर्स की जरूरत है और न ही महंगे पेंट की। बस आप कुछ डीआईवाई ट्रिक्स आजमाएं और अपने बेडरूम की सिर्फ एक दीवार को नया लुक दें। बेहतर होगा कि आप इसके लिए पेस्टल रंग के पेंट चुनें क्योंकि वे आजकल ट्रेंड में हैं। इसके अतिरिक्त, आप अपने पुराने फर्नीचर के रंग को भी बदल सकते हैं।


लाइट्स करेंगी कमाल

आप चाहें तो लाइटिंग व्यवस्था से भी अपने बेडरूम को नया लुक दे सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि बेडरूम में ऐसी लाइट्स का इस्तेमाल अच्छा रहता है, जो बहुत ज्यादा चटख न हो और इतनी हल्की भी न हो कि देखने में समस्या हो। इसके लिए आप स्टेटमेंट येलो एलईडी लाइट्स को चुन सकते हैं क्योंकि ये आपके बेडरूम को रॉयल टच देगीं। इसके अतिरिक्त, आप लेयर्ड लाइटिंग का विकल्प भी चुन सकते हैं।


रग खरीदें

रग यानी एक छोटा कालीन, जिसके जरिए भी आप अपने बेडरूम को नया लुक दे सकते हैं। यह आपके बेडरूम को शांत और आरामदायक बना सकता है। खासकर, अगर आपके बेडरूम का फर्श लकड़ी का है तो रग इसे खरोंच से बचाएगा। हालांकि, ध्यान रखें कि आजकल मार्केट में कई डिजाइन, रंग और साइज में रग मिलते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप अपने बेडरूम के साइज के अनुसार और गहरे रंग के रग को चुनें।


अन्य टिप्स

ये टिप्स भी आ सकती हैं आपके काम
आप अगर अपने बेडरूम को नया लुक देना चाहते हैं तो इसमें से बहुत पुरानी चीजों को घर से बाहर कर दें और पुराने फ्रेम्स को भी दीवारों से हटा दें। इसके अतिरिक्त, अगर आप अपने बेडरूम को खुला और खूबसूरत लुक देना चाहते हैं तो आप संतुलित मात्रा में ही फर्नीचर का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही आप अपने बेडरूम में कुछ इंडोर प्लांट्स भी रख सकते हैं।

 रसोई की दीवारों पर जमी चिकनाई को इन आसान तरीकों से करें साफ़

रसोई की दीवारों पर जमी चिकनाई को इन आसान तरीकों से करें साफ़

घर की रसोई में खाना पकाया जाता हैं और इस दौरान धुआं और तेल के छींटे तो उठते ही हैं। धुएं को निकालने के लिए किचन में एग्जॉस्ट फैन और चिमनी का इंतजाम किया जाता हैं। लेकिन देखा जाता हैं कि इसके बावजूद भी तेल के छींटे उठते हैं और ये दीवारों पर जमने लगते हैं जिसकी वजह से दीवारों पर चिकनाई जमा हो जाती हैं। यह चिकनाई जब बढ़ती जाती हैं तो इसकी सफाई करना बहुत मुश्किल हो जाता हैं। ऐसे में आज हम आपके लिए कुछ ऐसे उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से आपके रसोई की दीवारों पर जमी चिकनाई को आसानी से दूर किया जा सकता हैं।

तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...


बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा कोई भी जिद्दी दाग निकालने के लिए सबसे आसान उपाय है। किचन में से तेल के दाग हटाने के लिए एक कप गर्म पानी लें और उसमें एक चम्मच बेकिंग सोडा डालें। फिर किसी कपड़े या स्पॉन्ज लेकर दाग वाली जगह पर लगाएं इससे दाग आसानी से निकल जाएगा।


कार्न-स्टार्च
पानी में कार्नस्टार्च मिलाकर पेस्ट तैयार करे। इस पेस्ट को तेल लगी दीवार पर लगाए और थोड़ी देर तक ऐसे ही रहने दे। इसके बाद गीले कपड़े से दीवार को पोंछते रहे, जबतक साफ न हो जाए।


नमक
दाग को साफ करने के लिए नमक भी सबसे आसान तरीका है जिससे किसी भी पुराने दाग को साफ करने के लिए अपनाया जाा सकता है। दाग वाली जगह पर नमक लगा दें । थोड़ी देर के बाद उस जगह पर विनेगर स्प्रे लगा दें । कुछ देर के बाद कपड़े से साफ कर दें । दाग आसनी से साफ हो जाएगा।\


विनेगर
हर घर के किचन में विनेगर बहुत ही आसानी से मिलने वाला लिक्विड है। इसका इस्तेमाल बेहद आसान है। एक बर्तन में विनेगर लें। एक साफ कपड़ा या फिर एक स्पॉन्ज उसमें अच्छे से डूबा कर निचोड़ लें। अब इस कपड़े या स्पॉन्ज से दाग लगी दीवार, स्विच बोर्ड आदि साफ करें। किचन की दीवार पर लगे दाग आसानी से छूट जाएंगे। अब एक साफ कपड़े से दीवार पोंछ दें। विनेगर आपके घर की दीवार में लगे बैक्टीरिया को नष्ट कर सकता है।


नींबू का रस और सोडे का पानी
किचन में लगे जिद्दी दागों को साफ करने के लिए नींबू काटकर चिकनाई वाली जगह पर रगड़ के साफ करें। इसके बाद सोडे वाले पानी में कपड़ा डूबा कर उस जगह को फिर से साफ करें और फिर पानी से धो दें। दाग पूरी तरह से हट जाएंगे।


मैचिंग वॉल पेंट

दीवार पर दाग लगे है उस दीवार को आप मैचिंग वॉल पेंट लगाकर दाग धब्बे छिपा सकते है इसके लिए आपको बहुत ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी और आसानी से आप दीवारों पर लगे दागों से छुटकारा पा सकते है।
 

 बर्तनों में रह जाते है तेल या जलने के दाग, इस तरह से करें इनकी सफाई

बर्तनों में रह जाते है तेल या जलने के दाग, इस तरह से करें इनकी सफाई

रसोई में खाना बनाने और परोसने के लिए कई प्रकार के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता हैं। देखा जाता हैं कि खाना खाने के बाद हर प्रकार के बर्तनों में सफाई को लेकर समस्या आती हैं। कुछ बर्तन हाथोंहाथ चमक जाते हैं तो कुछ पर तेल या जलने के दाग रह जाते हैं और वे पीले या जकाले दिखने लगते हैं। ये दाग बर्तनों में से जल्दी साफ नहीं होते हैं। ये दाग दिखने में बिल्कुल भी अच्छे नहीं लगते हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से बर्तनों की सफाई को आसान बनाया जा सकता हैं और इन दागों को दूर किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह से करें बर्तनों की सफाई...


स्टील के बर्तन

सामान्य तौर पर किचन में स्टील के बर्तन ही हर घर में यूज़ किए जाते हैं। स्टील के बर्तनों में तेल के दाग तो नहीं लगते हैं। लेकिन इन पर पानी के दाग तुरंत लग जाते हैं और ये छूटते नहीं है। इन पानी के दागों को छुड़ाने के लिए प्याज का रस और सिरका का इस्तेमाल करें। प्याज के रस और सिरके को एक बोतल में बराबर मात्रा में मिलाकर रखें। अब इसमें थोड़ा लिक्विड शोप मिला लें। अब इस मिश्रण से बर्तनों को धोएं। बर्तन चमकने लगेंगे।


प्लास्टिक के बर्तन

इन दिनों लोगों को प्लास्टिक के बर्तन काफी आकर्षित कर रहे हैं। बच्चों से लेकर बड़े तक प्लास्टिक के टिफिन, बॉटल जैसे कई बर्तन इस्तेमाल कर रहे हैं। प्लास्टिक के बर्तनों में खाने की महक आने लगती है जो धोने पर भी नहीं जाती तो कई बार ये पीले पड़ जाते है और इनमे दाग भी लग जाते हैं। इसके लिए आप एक बाल्टी गर्म पानी में तीन चम्मच बेकिंग सोडा डालकर अच्छी तरह से मिला लें। अब अपने प्लास्टिक के बर्तनों को इसमें पूरी तरह डुबो कर कुछ देर रख दे। आधे घंटे बाद इन बर्तनों को स्क्रब से रगड़कर साफ पानी से धो लें। या फिर आप पानी में सिरके को मिलाएं, अब इसे दाग-धब्बों वाले बर्तन पर डाल कर कुछ देर के लिए छोड़ दें। थोड़ी देर बाद स्क्रब से रगड़कर साफ करें। ऐसा करने से आपके बर्तन से बदबू भी चली जाएगी और साथ ही वे चमकने भी लगेगे।


पीतल के बर्तन
पीतल के बर्तनों में भी पानी के दाग तुरंत लग जाते हैं। इन दागों को छुड़ाने के लिए नींबू को आधा काट लें व इस पर नमक लगाकर बर्तनों पर रगड़ें। इससे पीतल के बर्तन चमकने लगेंगे। पीतल के बर्तनों में घी के दाग लग जाते हैं। इन दाग को पाउडर या फिर पानी से धोने के बजाए राख से साफ करें। दाग तुरंत साफ हो जाएंगे।


एल्युमीनियम के बर्तन
चाय या पानी गर्म करने के लिए अधिकतर लोगों के किचन में एल्युमीनियम के बर्तनों (सॉसपेन) का इस्तेमाल होता है। कुछ सालों के बाद लगातार चाय बनने के कारण ये बर्तन काले पडऩे लगते हैं। इन काले दागों को छुड़ाने के लिए धोने वाले पाउडर में थोड़ा-सा नमक मिलाकर इस्तेमाल करें। आप देखेंगे कि आपके बर्तन नए हो गए हैं।


बड़े बर्तन
बड़े बर्तन जैसे प्रेशर कुकर में पानी उबलने के काले दाग लग जाते हैं। इन दागों पर कोई ध्यान भी नहीं देता क्योंकि इसमें मेहमानों को खाना सर्व नहीं किया जाता। लेकिन किचन की खूबसूरती तभी बढ़ती है जब सभी बर्तन साफ हों और साफ बर्तनों में प्रेशर कुकर भी शामिल होता है। इसलिए प्रेशर कुकर को भी जरूर साफ करें और प्रेशर कुकर में लगे काले दाग को छुड़ाने के लिए कूकर में पानी, 1 चम्मच वॉशिंग पाउडर व आधा नींबू डालकर उबाल लें। बाद में बर्तन साफ करने की जाली से हल्का रगड़कर साफ करें। कूकर एकदम नए जैसा चमकने लगेगा। या फिर किचन के बड़े बर्तनों को साफ करने के लिए एक बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा, 1 लीटर पानी और 4-5 बड़े टुकड़े फॉइल पेपर को उबालें फिर इसमें पुराने बर्तन डालें। कुछ देर के बाद बर्तन अपने आप साफ हो जाएंगे।

गर्मियों के मौसम में शॉवर से नहाने का है अलग ही मजा, इन ट्रिक्स की मदद से करें इसकी सफाई...

गर्मियों के मौसम में शॉवर से नहाने का है अलग ही मजा, इन ट्रिक्स की मदद से करें इसकी सफाई...

गर्मियों का मौसम आ चुका हैं जिसमें सभी सबसे ज्यादा आनंद लेनेते हैं नहाने का जो शरीर को ठंडक प्रदान करता हैं। इसमें भी कई लोग शॉवर से नहाने का आनंद लेना पसंद करते हैं। ठंड के दिनों में तो कोई शॉवर का इस्तेमाल नहीं करता हैं जिसकी वजह से बहुत दिन काम ना आने की वजह से इसमें पानी जमने की समस्या पैदा हो जाती हैं और शॉवर से पानी धीरे आने लगता हैं जिसकी वजह से नहाने में वह आनंद नहीं आ पाता हैं। शॉवर हेड कई कारणों से ब्लॉक हो सकता है लेकिन मिनरल और जंग का लगना मुख्य कारण हैं जो ब्लॉकेज का कारण बनते हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खें लेकर आए हैं जिनकी मदद से शॉवर की सफाई की जा सकती हैं और पानी के प्रेशर को बढ़ाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन नुस्खों के बारे में...


बेकिंग सोडा और सफेद सिरका
शावर की सफाई करने की तरकीब आपके किचन में ही मौजूद है। जी हां, बेकिंग सोडा और सफेद सिरका किचन के ही नहीं बल्कि बाथरूम के भी बेस्ट क्लीनिंग एजेंट्स होते हैं। इनकी मदद से आप शावर को आसानी से साफ कर सकते हैं। इसके अलावा सफाई के लिए एक मोटा रबर बैंड और पॉलीथिन भी ले लें। सबसे पहले बेकिंग सोडा में सिरका डालकर घोल तैयार कर लें। अब इस सॉल्यूशन को पॉलीथिन में डालकर शावर के छेद पर कसकर बांध दें। इसे आधे घंटे के लिए छोड़ दें। आधे घंटे में ये सॉल्यूशन शावर के छेद में जमा गंदगी को साफ कर देगा।


हार्पिक स्प्रे का इस्तेमाल
अगर शावर में खारा पानी जम गया है तो सबसे पहले नीचे से पानी की सप्लाई बंद करें और इसमें हार्पिक स्प्रे अंदर डालने की कोशिश करें। अगर आप शावर का कैप निकाल पाएं तो उससे स्प्रे डालें अगर नहीं तो ब्रश और कपड़े की मदद इसे शावर के अंदर डालने की कोशिश करें। ध्यान रहे कि नॉजल स्प्रे वाली जाली को निकाल दें। क्योंकि अगर ये लगी रहेगी तो ये मिक्सचर किसी भी तरह से शावर के अंदर नहीं जा पाएगा। आपको इसे 20 मिनट के लिए छोडऩा है और उसके बाद गुनगुने पानी से साफ करना है। ध्यान रहे जंग के समय आप नॉर्मल पानी इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन खारे पानी को साफ करने के लिए गुनगुना पानी लें ताकि इसमें केमिकल रिएक्शन हो और नल साफ हो।


ईनो होगा मददगार

कई बार घर में बेकिंग सोडा या सिरका मौजूद नहीं रहता है। ऐसे में आप इनकी जगह ईनो का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक पैकेट ईनो में नींबू का रस और थोड़ा सा पानी मिलाकर घोल बना लें। इसे भी पॉलीथिन में डालकर शावर हेड पर बांध दें और आधे घंटे बाद खोल दें।


ब्रश से करें स्क्रब
पॉलीथिन खोलने के बाद शावर हेड को ब्रश से स्क्रब कर दें। अगर गंदगी काफी ज्यादा है, तो पॉलीथिन को थोड़े और समय के लिए बांध दें। बाद में ब्रश से रगडऩे के बाद शावर के छेद खुल जाएंगे और पानी भी अब फुल प्रेशर में आने लगेगा।
 

अचानक होने वाले दांत दर्द में आराम दिलाएंगे ये 10 घरेलू नुस्खें

अचानक होने वाले दांत दर्द में आराम दिलाएंगे ये 10 घरेलू नुस्खें

वर्तमान समय का खानपान ऐसा हो गया हैं कि आप बिना किसी शारीरिक परेशानी के रह ही नहीं सकते हैं। आए दिन कई विभिन्न तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं जिसमें से एक हैं दांत दर्द। आज के समय में दांत दर्द एक आम समस्या बन गई है। ये कभी-कभी असहनीय हो जाती है। दांतों में अचानक से दर्द होने के कई वजह हो सकती हैं जैसे दांत में कीड़े या दांतों में सडऩ, दांतों की सफाई ना रख पाने, कैल्शियम की कमी, बैक्टीरियल इंफेक्शन या फिर दांतों की जड़ों के कमजोर होने से भी होता है। देखा जाता हैं कि दांतों का यह दर्द उठते ही लोग पेन किलर लेने लग जाते हैं जों कि आपकी सेहत के लिए सही नहीं हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से अचानक होने वाले दांत दर्द में आराम पाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...

खारे पानी का कुल्ला
ये दांत दर्द से छुटकारा पाने का सबसे कारगर और आसान तरीका है। आपको बस इतना करना है कि उबलते पानी में नमक डालें, इसे घुलने दें और फिर इस पानी से अपना मुंह कुल्ला करें। ये एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है और आपके मुंह से पार्टिकल्स को बाहर निकालता है।

अमरूद के पत्ते
यदि आपके घर में या आस-पास कहीं अमरूद का पेड़ है तो दांत में दर्द होने पर आप उस पेड़ से नए और साफ पत्ते तोड़ लें। इन पत्तों को धुलकर साफ करें और फिर धीरे-धीरे चबाएं। अमरूद के पत्ते चबाने से भी दांत का दर्द ठीक हो जाता है। क्योंकि अमरूद के ताजे पत्तों में ऐंटिबैक्टीरियल और ऐंटिइंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं। इनसे दांद दर्द में राहत मिलती है और दांत की सूजन कम होती है।

ठंडा सेक
अपने दांत दर्द को ठीक करने के लिए एक और आसान उपाय सूजन वाले एरिया को बर्फ से कंप्रेस करना है। जहां आपको दर्द हो रहा हो वहां आइस पैक को दबाएं। आइस पैक उस एरिया को सुन्न कर देगा और दर्द को कम करेगा।

कच्ची प्याज
प्याज ऐंटिसेप्टिक और ऐंटिबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। दांत दर्द होने की स्थिति में आप प्याज को छीलकर उसे काट लें और उसका एक छोटा-सा टुकड़ा दांत के बीच रख लें। यदि आपको इस तरह मुंह में प्याज का पीस रखने में समस्या आ रही हो तो आप प्याज को कद्दूकस करके उसके रस में रुई को भिगोकर फोहा तैयार कर लें। अब इस फोहे को दांत पर रख लें। आपको आराम मिलेगा।

लौंग
दांत दर्द का इलाज करने का एक प्राचीन तरीका है लौंग। ये बेहद फायदेमंद होती है जिसे प्रभावित एरिया पर रगड़ा जा सकता है। आप लौंग के तेल को निकालकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं, इससे आपको दर्द से निश्चित रूप से राहत मिलेगी।

हींग
हींग का इस्तेमाल खाने में स्वाद और खुशबू के लिए किया जाता है लेकिन ये कई तरह के घरेलू उपचार में भी फायदेमंद है। अगर आपके दांतों में दर्द है तो चुटकी भर हींग को नींबू के रस में मिलाकर इसे रूई से दांत पर लगाएं। इससे दर्द कम हो जाएगा।

बेकिंग सोडा लगाएं
बेकिंग सोडा में भी एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। गुनगुने पानी में बेकिंग सोडा डालकर उससे कुल्ला करें। इससे दांत का दर्द कम होता है। इसके अलावा आप गीली रूई में भी थोड़ा सा बेकिंग सोडा छिड़क कर इसे दर्द वाले दांत पर लगा सकते हैं।

हल्दी
हल्दी को एक नेचुरल एंटीबायोटिक माना जाता है। हल्दी, नमक और सरसों के तेल का पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को उस दांत पर लगाएं जिसमें दर्द हो रहा है। हल्दी का ये पेस्ट दांत दर्द में दवा का काम करता है।

लहसुन
लहसुन में नेचुरल एंटीबैक्टीरियल प्रोपर्टीज होते हैं जिनका इस्तेमाल दांतों के दर्द को दूर करने के लिए किया जा सकता है। आप लहसुन को कुचलकर प्रभावित जगह पर लगा सकते हैं या लहसुन के एक टुकड़े को चबा सकते हैं। ये दर्द से राहत देगा और सूजन को कम करेगा।

काली मिर्च
ज्यादा गरम या ठण्डे खाने की वजह से होने वाले दांत दर्द में काली मिर्च तुरंत आराम देता है। इसके लिए काली मिर्च पाउडर और नमक को बराबर मात्रा में मिलाएं। अब इसमें कुछ बूंद पानी की डालकर इसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को दर्द वाली जगह पर लगाकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। इससे दांत दर्द जल्दी ठीक हो जाता है।


 

क्या मास्क की अनिवार्यता अब देश में कर देनी चाहिए खत्म? जानिए विशेषज्ञों ने क्या कहा

क्या मास्क की अनिवार्यता अब देश में कर देनी चाहिए खत्म? जानिए विशेषज्ञों ने क्या कहा

कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट के चलते देश के कुछ राज्यों में मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना न लगाने का निर्णय लिया गया है लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रतिबंध को पूरी तरह हटाना जल्दबाजी वाला कदम होगा. उनका कहना है कि मास्क का प्रयोग करने से कोरोना वायरस के अलावा इन्फ्लुएंजा और स्वाइन फ्लू से भी बचा जा सकता है. महाराष्ट्र, दिल्ली और तेलंगाना की सरकारों ने हाल में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने की अनिवार्यता में ढील देने का निर्णय लिया था. पिछले दो साल से लागू इस नियम के तहत मास्क नहीं लगाने पर दो हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान था. जाने माने विषाणु विज्ञानी टी जैकब जॉन ने कहा कि चूंकि भारत में महामारी खत्म हो गई है इसलिए सार्स सीओवी2 के प्रसार को रोकने के लिए मास्क की अब और आवश्यकता नहीं है.
मास्क पर प्रतिबंध अभी न हटाया जाए- विशेषज्ञ
टी जैकब ने आगे कहा कि मास्क लगाने की अनिवार्यता खत्म कर दी जानी चाहिए और लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर स्वेछा से मास्क लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि टीबी, फ्लू और सांस की बीमारी फैलाने वाले अन्य सूक्ष्म जीवों के प्रसार को रोका जा सके. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के विषाणु विज्ञान उन्नत अनुसंधान केंद्र के पूर्व निदेशक जॉन ने मीडिया से कहा कि मास्क लगाने की इस आदत से बीमारियां कम फैलेंगी. वर्तमान में हम किडनी प्रतिरोपण के मरीजों को मास्क लगाते देखते हैं. बस, ट्रेन, विमान आदि में सभी को इससे लाभ होगा. फरीदाबाद के फोर्टिस अस्पताल में डॉक्टर रवि शेखर झा ने कहा कि मास्क लगाने की अनिवार्यता जारी रहनी चाहिए और इस आदत को त्यागना उचित समय से पहले लिया गया फैसला होगा.
संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा उपाय है मास्क
डॉक्टर रवि शेखर झा ने कहा कि घातक दूसरी लहर ने दुनियाभर में कई जिंदगियां ले ली थीं. यह ऐसा था जो विश्व ने पहले कभी नहीं देखा. लोग पहली लहर के बाद थोड़े लापरवाह हो गए थे और संभवतः इसके कारण मौतें ज्यादा हुईं. डॉ. झा ने कहा कि यह सही है कि अधिकतर भारतीयों को टीका लग चुका है लेकिन हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि टीका हमें संक्रमण से नहीं बचाता. संक्रमण मौत का कारण न भी हो तब भी वह आपको कई महीनों तक बीमार कर सकता है. उन्होंने कहा कि हम सभी कोविड के लंबे समय तक रहने वाले प्रभाव के बारे में जानते हैं. इसलिए यह सर्वोत्तम है कि संक्रमण से बचा जाए. अब तक विज्ञान ने यह साबित किया है कि संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा उपाय मास्क है.
Source: ABP News