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स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है हर रोज व्यायाम करना, आप भी जानिए...

स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है हर रोज व्यायाम करना, आप भी जानिए...

हम सभी जानते हैं कि व्यायाम के बहुत सारे लाभ हैं, जिन्हें किसी के समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक माना जाता है। यह याददाश्त में सुधार करता है, बीमारियों से बचाता है और तनाव को कम करता है। वास्तव में, विशेषज्ञों के अनुसार, यह कई प्रकार की बीमारियों का मूल समाधान है। हालांकि लोग अच्छी शारीरिक फिटनेस बनाए रखने के लिए व्यायाम के लाभों से परिचित हैं, लेकिन कई लोग यौन स्वास्थ्य के लिए इसके महत्व से अवगत हैं।


शरीर के वजन को प्रबंधित करने के अलावा, व्यायाम स्वस्थ रक्त प्रवाह को बनाए रखता है, भावनात्मक स्वास्थ्य को मजबूत करता है, और नियमित व्यायाम यौन-बढ़ाने वाले मानसिक और शारीरिक लाभों की एक श्रृंखला प्रदान करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक नए अध्ययन से पता चला है कि 43त्न महिलाओं और 31त्न पुरुषों को मोटापे और व्यायाम की कमी के कारण यौन रोग का सामना करना पड़ा।
इसलिए, नियमित व्यायाम में योगदान देकर कई सकारात्मक सेक्स संबंधी लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। तो, यहां कुछ पहलू दिए गए हैं जिनमें दैनिक व्यायाम आपके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।


रक्त परिसंचरण को बढ़ावा दें :
व्यायाम के दौरान दिल की धड़कन तेज हो जाती है और पूरे शरीर में रक्त संचार बेहतर हो जाता है। यह आपको रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल आदि को कम करने में मदद करता है। नतीजतन, यौन अंगों में स्वस्थ रक्त प्रवाह द्वारा एक व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य में सुधार होता है, जो संभोग यौन अनुभव को बढ़ाता है।


शरीर की छवि में सुधार :
यौन रूप से सक्रिय होना अक्सर एक सकारात्मक शरीर की छवि को निर्देशित कर सकता है जो एक महान कारक हो सकता है क्योंकि कथित आकर्षण की भावनाएं यौन संतुष्टि से संबंधित होती हैं। व्यायाम करने से आप अपने वांछित शरीर के आकार में होंगे, जिसके परिणामस्वरूप आप और आपके साथी में एक मजबूत सेक्स ड्राइव होगी।


तनाव को कम करें
:
हम जानते हैं कि शारीरिक गतिविधि एंडोर्फिन का उत्पादन करती है जिसे हैप्पी हार्मोन भी कहा जाता है। ये दर्द को रोकने और आनंद को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए, यदि आप अधिक खुश हैं, तो यह आपकी सेक्स ड्राइव को प्रभावित करेगा। संक्षेप में कहें तो तनाव से निपटने के दौरान व्यायाम से आपकी सेक्स लाइफ भी बेहतर होगी।


यौन रोग को कम करें :
नियमित रूप से व्यायाम करने से पुरुषों और महिलाओं दोनों में यौन रोग को कम किया जा सकता है। बेहतर हृदय स्वास्थ्य, सहनशक्ति और लंबी उम्र आपको और आपके साथी को अत्यधिक संतुष्टि दे सकती है।
 

इन लोगों को भूल से भी नहीं पीना चाहिए दूध...

इन लोगों को भूल से भी नहीं पीना चाहिए दूध...

दूध पीना सभी को पसंद होता है और यह सेहत के लिए बहुत जरूरी है। जी दरअसल यह कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, डी, ई आदि पोषक तत्वों से भरपूर होता है, और यह हड्डियों, दांतों को मजबूत बनाने का काम करता है। कहते हैं बच्चों से लेकर बजुर्गों तक को प्रतिदिन एक गिलास दूध का सेवन जरूर करना चाहिए। हालाँकि आयुर्वेद के अनुसार, कुछ शारीरिक समस्याएं होने पर दूध पीना सही नहीं माना गया है। अब आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं।


किन लोगों को दूध नहीं पीना चाहिए-जी दरअसल सार्थक आयुर्वेदालय एवं पंचकर्मा केंद्र (मथुरा) के पंचकर्मा विशेषज्ञ और आयुर्वेदाचार्य डॉ। अंकुर अग्रवाल कहते हैं कि जिन लोगों को कफ वाली खांसी, सर्दी-जुकाम, त्वचा संबंधित समस्या, खुजली, वजन बढ़ रहा हो, नाक, कान और गले में खुजली की समस्या से परेशान हों, ऐसे लोगों को दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। जी दरअसल इन समस्याओं से ग्रस्त लोग सिर्फ गर्मी में रात में सोते समय दूध पी सकते हैं बाकी मौसम में रात के समय दूध से परहेज करना चाहिए। वहीं अगर आपको सूखी खांसी हो, तो आप दूध पी सकते हैं, लेकिन खांसने पर बलगम आए तो दूध नहीं पीना चाहिए। वहीं देर रात भोजन करना और सोने से पहले दूध पी लेना सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि इससे शिरो गत रोग हो सकता है।


दूध पीने का सही समय क्या है-खाना खाते ही कुछ देर बाद बिना भूख लगे ही दूध पीने से बचें, क्योंकि इससे दूध सही से नहीं पचेगा। इसके अलावा कभी भी भोजन करने के साथ-साथ दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि इससे त्वचा संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
 

COVID19 : कोरोना का कहर , इस देश में एक ही दिन में मिले कोरोना के रिकॉर्ड मरीज, लगाई गई पाबंदियां

COVID19 : कोरोना का कहर , इस देश में एक ही दिन में मिले कोरोना के रिकॉर्ड मरीज, लगाई गई पाबंदियां

नई दिल्ली : दुनिया के कई देशों में कोरोना के कई मामले सामने आ रहे है। देश के कई वैज्ञानिक कोरोना की चौथी लहर को लेकर अनुमान लगा रहे है। चीन में कोरोना फिर से अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। चीन के कई इलाकों में लोकडाउन लगा दिया गया है। इस बीच अब खबर आ रही है कि न्यूजीलैंड में कोरोना का कहर शुरू हो गया है। मंगलवार को कोरोना वायरस के 20,907 नए मामले दर्ज किए। जिसके बाद इसे कोरोना की चौथी लहर माना जा रहा है। 

वहीं एक दिन में वायरस से 15 लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद कोरोना से मरने वालों की संख्या 199 हो गई है। न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में 4,291 मरीज थे। कैंटरबरी में 3,488 सहित देश के अन्य शहरों में नए केस सामने आए। केस बढ़ने के बाद फिर से अस्पतालों में व्यवस्था गड़बड़ा गई है।

अभी अस्पतालों में 1,016 कोविड -19 मरीज हैं जिनमें आईसीयू या हाई डिपेंडेंसी यूनिट में 25 लोग शामिल हैं। वहीं बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। न्यूजीलैंड की सरकार ने कहा है कि वह 4 अप्रैल से शिक्षण और पुलिस सहित कई क्षेत्रों के लिए वैक्सीन जनादेश को हटा देगी क्योंकि वर्तमान कोविड -19 का प्रकोप अपने चरम पर है।

न्यूजीलैंड की प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कहा कि केवल वृद्धों की देखभाल और स्वास्थ्य क्षेत्रों और सीमावर्ती श्रमिकों जैसे कमजोर लोगों के साथ काम करने वालों को ही 4 अप्रैल से टीकाकरण की आवश्यकता होगी। 

गर्मी में शरीर के लिए सबसे फायदेमंद फल है खरबूजा, जानिए कैसे

गर्मी में शरीर के लिए सबसे फायदेमंद फल है खरबूजा, जानिए कैसे

गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है। जी हाँ और इस मौसम में कई तरह के फल बाजार में मिलते हैं और वह सभी शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। हालाँकि गर्मियों के मौसम में खरबूजा अधिक मात्रा में मिलता है। ऐसे में हर व्यक्ति खरबूजा खाना पसंद करता है। आपको बता दें कि खरबूजे में 95त्न पानी के साथ कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए और विटामिन सी भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। जी हाँ और इसके सेवन से शरीर को ठंडक मिलती है, और साथ ही हृदय में जलन की परेशानी भी दूर होती है। इसके अलावा भी इसको खाने के कई फायदे हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

 

आइए जानते हैं।
वजन कम करने में- खरबूजा एंटीऑक्सीडेंट का स्त्रोत है और जिन फलों में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, वे मोटापा (ओबेसिटी) को कम करने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा खरबूजे में डाइटरी फाइबर भी पाया जाता है जो मोटापा कम करने में मदद करता है।
कैंसर रोकने के लिए- खरबूजे में बड़ी मात्रा में आर्गेनिक पिगमेंट केरोटेन्वाइड पाया जाता है, जो कैंसर से बचाने के साथ ही लंग कैंसर की संभावना को भी कम करता है।
आंखों के लिए- खरबूजे में विटामिन-ए और बीटा कैरोटीन मिलता है, जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इससे आंखों की रोशनी तेज हो सकती है।
मधुमेह- खरबूजे में ऑक्सीकाइन पाया जाता है, जो रक्त में शुगर के स्तर को संतुलित करने में सहायक हो सकता है। जी हाँ और यह ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को भी दूर रखने का काम कर सकता है।
फेफड़े स्वस्थ- खरबूजा बीटा-कैरोटीन से समृद्ध होता है। यह लंग्स कैंसर पर प्रभावी असर दिखा सकता है। इसी के साथ इसके छिलके व गूदा में मौजूद बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को ऑक्सीजन-मुक्त कणों से बचाते हैं और इसी वजह से फेफड़े से संबंधित कैंसर से सुरक्षा मिलती है।
गर्भवती महिलाओं के लिए - गर्भवती महिलाओं के लिए खरबूजे का सेवन फायदेमंद साबित होता है।
दांत दर्द- खरबूजे में विटामिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और विटामिन दांत दर्द से छुटकारा दिलवाता है।
 

बार-बार लगती है प्यास तो अपनाए ये घरेलू उपाय

बार-बार लगती है प्यास तो अपनाए ये घरेलू उपाय

गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और इस मौसम में बाहरी तापमान के साथ-साथ शरीर के अंदर का तापमान भी अधिक होता है। ऐसे में इस मौसम में शरीर को पानी एवं द्रव्य पदार्थों की आवश्यकता भी ज्यादा होती है, ताकि तापमान में संतुलन बना रहे। हालाँकि इस दौरान बार-बार पानी पीने के बाद भी प्यास नहीं बुझती। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आप घरेलू नुस्खे आजमा सकते हैं जो आज हम आपको बताने जा रहे हैं।


* अगर बार-बार पानी पीने के बाद भी प्यास नहीं बुझती तो पानी में शहद मिलाकर कुल्ला करने या लौंग को मुंह में रखकर चूसने से बार-बार लगने वाली प्यास शांत होती है।
* बार-बार प्यास लगने की समस्या है तो जायफल का इस्तेमाल करें। इसके लिए बस जायफल का एक टुकड़ा मुंह में रखकर चूसते रहें। आपको प्यास नहीं लगेगी।
* गाय के दूध से बना दही 125 ग्राम, शक्कर 60 ग्राम, घी 5 ग्राम, शहद 3 ग्राम व काली मिर्च-इलायची चूर्ण 5-5 ग्राम लें। ध्यान रहे दही को अच्छी तरह मलकर उसमें अन्य पदार्थों को मिलाएं और किसी स्टील या कलई वाले बर्तन में रख दें। उसके बाद उसमें से थोड़ा-थोड़ा दही सेवन करते रहे।
* जौ के भुने सत्तू को पानी में घोलकर, उसमें थोड़ा सा घी मिलाकर पतला-पतला पीये लाभ होगा।
* चावल के मांड में शहद मिलाकर पीने से भी बार-बार प्यास लगना या प्यास न बुझने की समस्या खत्म हो जाती है।
* पीपल की छाल को जलाकर पानी में डाल दें और जब यह राख नीचे बैठ जाए, तो उस पानी को छानकर पिएं।
 

शहद को इन चीजों के साथ मिलाकर खाएं, तेजी से कम होगा वजन मिलेंगे कई फायदे

शहद को इन चीजों के साथ मिलाकर खाएं, तेजी से कम होगा वजन मिलेंगे कई फायदे

आजकल लगभग सभी लोग अपना वजन घटाना चाहते हैं ऐसे में लोग तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं, जिससे जल्दी और कम मेहनत के वजन घट जाए. आज हम आपको एक ऐसा खाद्य पदार्थ बता रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आपका वजन तो कम होगा ही साथ ही आपके शरीर को कई तरह के फायदे भी मिलेंगे. आप अपनी डाइट में शहद को जरूर शामिल करें. वजन घटाने के लिए इसे काफी कारगर माना गया है. जो लोग वजन घटाने की शुरुआत करते हैं वो सबसे पहले ग्रीन टी और शहद का सेवन शुरु करते हैं. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि शहद में कई तरह के तत्त्व पाए जाते है, जो शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते है. कई लोगों को मीठा खाने का आदत होती है जिस कारण उनका वजन बढ़ने लगता है. ऐसे में लोग चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल करने लगते है. शहद से मिठास भी मिल जाती है और नुकसान भी नहीं करता है. शहद में ऐसे कई से तत्त्व शामिल होते है, जो पेट को भरा-भरा महसूस कराते हैं. ऐसे में वजन घटाने और भूख को कंट्रोल करने के लिए आप शहद का इस्तेमाल कर सकते है. आप शहद को इन चीजों के साथ खाएंगे तो तेजी से आपका वजन कम होने लगेगा.
वजन घटाने के अलावा शहद के अन्य स्वास्थ लाभ
वजन घटाने के अलावा शहद का सेवन करने से इम्युनिटी बढ़ती है. इससे खाने का स्वाद बढ़ जाता है और शहद को सबसे ज्यादा पौष्टिक माना जाता है. शहद में एंटी- बैक्टीरियल और एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. शहद न केवल वजन के लिए बल्कि पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है.
कौन सी चीजों के साथ करें शहद का सेवन
1- शहद और दालचीनी- यदि आप एक कप ग्रीन टी में शहद और दालचीनी डालकर, उसको पीते है तो वह आपके शरीर की मेटाबॉलिज़्म प्रक्रिया को तेज करता है जिससे आपके रास्ते ऊर्जावान बन जाती है और आपको बार-बार भूख नहीं लगती है. इससे आपका पेट भरा-भरा महसूस होता है. शहद और दालचीनी का सेवन करने से वजन तेजी से घटता है.
2- शहद और लहसुन- सुबह सुबह शहद के साथ लहसुन का सेवन करने से शरीर डिटॉक्सीफाई हो जाता है. इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है. तो यदि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई है तो आप निश्चित रूप से शहद और लहसुन का सेवन सुबह सुबह उठते से ही करें.
3- शहद और नींबू- सुबह सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में, 1 चम्मच शहद और आधा नींबू का रस मिला दें और उसका सेवन करें. इसका सेवन करने से, शरीर डिटॉक्सीफाई हो जाता है, मेटाबोलिज्म प्रक्रिया भी तेज हो जाती है, पेट भी भरा महसूस होता है और साथ ही सभी अंगों को ये फिर से जीवंत कर देता है. वजन घटाने वालों के लिए नींबू और शहद का सेवन बहुत फायदेमंद होता है.
 

CORONA VACCINATION : सरकार बना रही प्लान , देश में हर वयस्क को लगेगी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज

CORONA VACCINATION : सरकार बना रही प्लान , देश में हर वयस्क को लगेगी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज

नई दिल्ली : कोरोना के नये केसों में एक बार फिर से तेजी देखने को मिल रही है। दुनिया भर के कई देशों में कोरोना के मामलों सामने आ रहे है। चीन, दक्षिण कोरिया और यूरोप समेत कई देशों में कोविड 19 के मरीज मिले है। चीन के कई शहरों में एक बार फिर से केस बढ़ने के चलते लॉकडाउन जैसी स्थिति है।

कोरोना के बढते मामलों को देखते हुये भारत सरकार अलर्ट पर है और इससे निपटने की तैयारियां तेज की जा रही हैं। इसी कड़ी में देश के सभी वयस्कों को कोरोना की बूस्टर डोज लगाने का भी प्लान बनाया जा रहा है। हालांकि अब तक इस पर फैसला नहीं हो सका है कि यह बूस्टर डोज पहली दो खुराकों की तरह ही फ्री होगी या फिर इसका चार्ज वसूल किया जाएगा। 

आपको बता दे कि  दक्षिण कोरिया में नए केसों का आंकड़ा हर दिन 6 लाख तक पहुंच रहा है। फिलहाल देश में 60 साल से अधिक आयु के सभी लोगों, फ्रंटलाइन वर्कर्स को ही बूस्टर डोज दी जा रही है। इसके अलावा 12 साल से अधिक आयु के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाने लगी है। कई राज्यों में स्कूलों को खोला जा रहा है।

ऐसे में बच्चों का वैक्सीनेशन भी जरूरी हो चुका था। हालांकि देश में फिलहाल कोरोना के केसों में तेजी से कमी देखने को मिल रही है। सोमवार को बीते एक दिन में कुल 1,549 ही नए केस मिलने का आंकड़ा सामने आया है। इसके अलावा कुल ऐक्टिव केसों की संख्या भी 25 हजार के करीब ही रह गई है।

हालांकि टेंशन इस बात की है कि कानपुर आईआईटी ने अपनी स्टडी में भारत में 22 जून तक चौथी लहर शुरू होने का दावा किया है। अब तक देश में 180 करोड़ से ज्यादा कोरोना टीके लगाए जा चुके हैं। गौरतलब है कि बीचे कुछ महीनों में भारत समेत दुनिया की कई अर्थव्यवस्थाओं ने अच्छी रिकवरी की थी।

ऐसे में यदि कोरोना की नई लहर आती है तो फिर हेल्थ के साथ ही मार्केट पर भी इसका असर देखने को मिलेगा और यह घातक स्थिति होगी। हालांकि माना जा रहा है कि अब आने वाली लहर पहले के मुकाबले कमजोर ही होगी। इसकी एक वजह बड़े पैमाने पर लोगों का टीकाकरण होना है। 

क्या आपको है किडनी स्टोन से तकलीफ, तो आइये जानते हैं इसे दूर करने का कारगर तरीका

क्या आपको है किडनी स्टोन से तकलीफ, तो आइये जानते हैं इसे दूर करने का कारगर तरीका

एलोवेरा सेहत की कई समस्याओं को दूर करने में उपयोगी है. वहीं किडनी स्टोन की समस्याओं को दूर करने में एलोवेरा आपके बेहद काम आ सकता है. बता दें कि एलोवेरा जूस के अंदर एंटीमाइक्रोब‍ियल गुण, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटीसेप्‍ट‍िक आदि गुण पाए जाते हैं. ऐसे में इसके इस्तेमाल से सेहत की कई समस्याएं दूर हो सकती हैं. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि किडनी की समस्याओं को दूर करने में एलोवेरा का कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं. आयुर्वेद संजीवनी हर्बल क्लिनिक शकरपुर, लक्ष्मी नगर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एम मुफिक से जानते हैं आगे

किडनी स्टोन में एलोवेरा कैसे हैं मददगार?
जो लोग रोज दो गिलास एलोवेरा जूस का सेवन करते हैं उनमें म‍िनरल्‍स का क्र‍िस्‍टलाइजेशन कम होने के कारण क‍िडनी स्‍टोन की समस्या से राहत मिल सकती है.

पथरी से राहत पाने के लिए एलोवेरा का कैसे करें इस्तेमाल?
गुनगुने पानी में एलोवेरा मिलाकर सेवन करें. एलोवेरा के पानी का यदि दिन में 2 बार सेवन करते हैं तो इससे किडनी की पथरी की समस्या से राहत मिल सकती है.

आप एलोवेरा के जूस में नींबू के रस को मिलाएं और बने मिश्रण का सेवन करें. ऐसा करने से किडनी स्टोन की समस्या से राहत मिल सकती है.

आप एलोवेरा के जूस में शहद को मिलाएं और बने मिश्रण का सेवन करें. ऐसा करने से किडनी स्टोन की समस्या से राहत मिल सकती है. ये एक बेहतरीन ड्रिंक है.

नोट – किडनी स्टोन होने पर डॉक्टर व्यक्ति को सबसे ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं. वहीं समय-समय पर डॉक्टर को चेकअप करवाते रहें. किडनी स्टोन को दूर करने में कुछ घरेलू उपाय आपके बेहद काम आ सकते हैं. लेकिन इनका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर करें.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की  just36news पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

क्या आपको है ब्लड प्रेशर की समस्या, तो इन फूड्स का करे सेवन, मिलेगा बहुँत फायदा

क्या आपको है ब्लड प्रेशर की समस्या, तो इन फूड्स का करे सेवन, मिलेगा बहुँत फायदा

हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन की समस्या आजकल लोगों के बीच एक आम समस्या बन गई है। हाई ब्लड प्रेशर की वजह से शरीर को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर हार्ट अटैक, डायबिटीज और किडनी से जुड़ी परेशानियां भी तेजी से बढ़ती है। बावजूद इसके एक हेल्दी लाइफस्टाइल और फूड हैबिट्स को अपनाकर व्यक्ति अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रख सकता है। आइए जानते हैं ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए डाइट में शामिल करनी चाहिए कौन सी चीजें।

टमाटर-
दिल की सेहत बनाए रखने के लिए टमाटर को फायदेमंद माना जाता है। यूएसडीए के आंकड़ों के अनुसार, 100 ग्राम टमाटर में 237 मिलीग्राम पोटेशियम होता है, जो सोडियम के नकारात्मक प्रभावों से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, उच्च रक्तचाप वाले लोगों को सोडियम का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है, जिसमें टमाटर मदद कर सकता है।

केला-
केला पोटैशियम से भरपूर होता है, जो रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। यूएसडीए के अनुसार, केला आपकी दैनिक जरूरतों के लिए 1 प्रतिशत कैल्शियम, 8 प्रतिशत मैग्नीशियम और 12 प्रतिशत पोटैशियम प्रदान करता है।

बीन्स और दाल-
बीन्स और दाल मैग्नीशियम, पोटैशियम और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। अध्ययनों के अनुसार बीन्स और दाल में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाले गुण मौजूद होते हैं।

खट्टे फल-
संतरा, नींबू, अंगूर जैसे खट्टे फल ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इन फलों में विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। जो हृदय रोग के जोखिम को कम करके दिल को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं।

कद्दू के बीज-
कद्दू के बीज पोटैशियम, अमीनो एसिड और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत हैं। ये रक्त वाहिकाओं को आराम देने और ब्लड प्रेशर को नॉर्मल करने का काम करते हैं। कद्दू के बीज का तेल ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए एक बहुत ही अच्छा उपाय माना जाता है।

तरबूज-
तरबूज फाइबर, लाइकोपीन, विटामिन ए और पोटैशियम से भरपूर ऐसा फल है जो दिल की सेहत बनाए रखने का काम करता है। तरबूज में मौजूद ये सभी पोषक तत्व रक्तचाप को कम करने का काम करते हैं। यह बीटा-कैरोटीन विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध फल है।

फिश-
फिश ओमेगा 3 फैटी एसिड और प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। ये हृदय को स्वस्थ रखती हैं। फिश में हेल्दी फैट होता है जो ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल में रखती है।

 

होली के रंगों से आंखों को बचाएं, 10 सावधानियां

होली के रंगों से आंखों को बचाएं, 10 सावधानियां

  होली के त्योहार में सब मस्त रहते हैं लेकिन इस मस्ती में जहां त्वचा और बालों की देखभाल करने की जरूरत है, तो वहीं आंखों का (holi eye care tips) सबसे ज्यादा ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि आंखें हमारे शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा हैं, अत: इस पर खास ध्यान देने की जरूरत है। इसमें की कई थोड़ी सी लापरवाही बड़ी मुसीबत में डाल सकती है।

आप तो यह बिलकुल भी नहीं चाहते होंगे कि इस रंग-बिरंगे त्योहार में 'रंग में भंग' पड़े। तो आइए जानते हैं कुछ जरूरी बातें जिसका ध्यान रखना जरूरी है। यहां जानते हैं कि कैसे आप होली में रंग खेलते समय अपनी कोमल आंखों का ख्याल रख सकते हैं ताकि आपकी आंखों को होली के रंगों से किसी तरह का कोई नुकसान न हो सके-holi ke liye eyes care tips

पढ़ें 10 खास सावधानियां- 

1. होली खेलते समय सन ग्लासेस का जरूर इस्तेमाल करें, क्योंकि ये आपकी आंखों को रंग से बचाए रखने में काफी हद तक मदद करेंगे।

2. सबसे पहले आप इस बात का जरूर ध्यान रखें कि आप केमिकल रंगों से दूर रहें। ये रंग आपकी त्वचा, आपके बाल और आपकी आंखों के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हो सकते हैं, इसलिए इनसे दूरी बनाए रखने में ही आपकी समझदारी है।

 

3. अगर आपकी आंखों में रंग चला गया है तो उसे हाथों से बिलकुल भी न मसलें, क्योंकि ऐसा करने से आपकी आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।


4. रंगों में सीसे के कण मौजूद होते है, जो कि आंखों के कोर्निया को नुकसान पहुंचा सकते हैं, अत: ऐसे समय जब आंखों में रंग चला गया हो और आंखों में दर्द होता है या पानी आ रहा हो तो तुरंत जांच करवाएं, अन्यथा संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।

5. यदि आप किसी को रंग लगा भी रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि किसी से जबरदस्ती न करें, क्योंकि ऐसे में गलती से आंखों में भी कलर जा सकता है।

6. यदि आपकी आंखों में बहुत जलन हो रही है या आपकी आंखें लाल पड़ गई हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, थोड़ी-सी लापरवाही आंखों के लिए भारी पड़ सकती है।

7. होली खेलते समय गुब्बारों का इस्तेमाल नहीं करें। खास कर किसी के आंखों पर रंग से भरा गुब्बारा ना फेंकें।

8. आंखों में रंग जाने पर सबसे पहले अपनी आंखों को साफ पानी से धोएं और बार-बार अपनी आंखों में पानी डालते रहें।

9. अगर गलती से भी आंखों में रंग चला गया है और यदि दिखाई देने में समस्या आ रही हो तो तुरंत ही डॉक्टरी सलाह लें। अपने मन से किसी भी आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने से बचें।

10. होली खेलने के बाद अगर आंखों में असहजता लग रही हो तो थोड़ा-सा गुलाब जल एक रुई के फाहे में लेकर आंखों पर पट्‍टी रखें, आराम न होने की स्थिति में तुरंत आंखों का इलाज करवाएं।

कोरोना का एक और नया वेरिएंट: इस देश में सामने आए दो केस, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बात

कोरोना का एक और नया वेरिएंट: इस देश में सामने आए दो केस, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही ये बात

येरुसलम, दुनिया भर में कोरोना की रफ्तार कम हो गई है लेकि इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह बताया कि, उसने कोविड के नए वेरिएंट के 2 मामले दर्ज किए हैं। लेकिन अधिकारियों ने कहा कि वे इसे लेकर चिंतित नहीं हैं।
इसराइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले दो यात्रियों के पीसीआर टेस्ट के दौरान कोविड-19 वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो सब-वेरिएंट BA।1 और BA।2 के संयोजन से बने नए वेरिएंट का पता चला है। इस बारे में इजराइल की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि, यह वेरिएंट दुनियाभर में अभी कहीं नहीं मिला है।
इन दो मामलों में मिला नया वेरिएंट, जो कि दो अलग-अलग स्ट्रेन से मिलकर बना है, इसके हल्के लक्षणों में बुखार, सिर और बदन दर्द प्रमुख है और इसके लिए किसी विशेष मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है।
बता दें कि इससे पहले इजराइल में फ्लोरोना बीमारी का पहला केस मिला था, यह कोविड-19 और इंफ्लूएंजा का मिश्रित संक्रमण था। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बीमारी का पहला मामला एक गर्भवती महिला में मिला था। बताया गया था कि इस गर्भवती महिला ने कोरोना वैक्सीन नहीं ली थी।
इजराइल में महामारी विभाग के मुखिया, सलमान जरका ने कहा कि, इस तरह के वेरिएंट के बारे में हम पहले वाकिफ हैं। आर्मी रेडियो से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, इस स्थिति में हमें ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इससे कोई गंभीर समस्या नहीं होगी।
 

अच्छी बॉडी बनाने का लालच देकर प्रतिबंधित इंजेक्शन लगाया, प्राइवेट पार्ट में हो गई ये दिक्कत

अच्छी बॉडी बनाने का लालच देकर प्रतिबंधित इंजेक्शन लगाया, प्राइवेट पार्ट में हो गई ये दिक्कत

इंदौर :  तंदरुस्त और अच्छा शरीर आज के ज़माने में भला कौन नहीं चाहेगा। अच्छा शरीर पाने के लिये लोग जिम व्यायाम शाला में खूब मेहनत करते है। खासकर आज के युवा अच्छी बॉडी बनाने के लिये कई तरीकों का इस्तेमाल करते है . इसके लिये कई लोग महंगे प्रोटीन और इंजेक्शन लगवाते है. कभी-कभी बॉडी बनाने के लिये इंजेक्शन का प्रयोग करना भारी पड़ जाता है.ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से सामने आया है, यहाँ एक युवक को जिम ट्रेनर ने अच्छी बॉडी बनाने का लालच देकर प्रतिबंधित इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद युवक को प्राइवेट पार्ट में दिक्कत होने लगी।प्रतिबंधित इंजेक्शन लगने के बाद युवक के प्राइवेट पार्ट में संक्रमण हो गया है।

अब युवक ने जिम ट्रेनर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। एजाज के अनुसार, वह अनूप नगर स्थित ‘वन लाइफ फिटनेस जिम’ में एक्सरसाइज करने जाता था। वहां जिम के ट्रेनर सफीक उर्फ सोनू खान तथा रईस खान ने एजाज को वजन बढ़ाने और अच्छी बॉडी बनाने का लालच दियाएजाज ने बताया कि अच्छी बॉडी का लालच देकर जिम ट्रेनर ने उससे ढाई से तीन लाख रुपये लिए और इंजेक्शन लगा दिया। एजाज ने बताया कि ये स्टेरॉइड के इंजेक्शन थे।

इनको लगाने के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में इंफेक्शन हो गया और उसे काफी तकलीफ होने लगी। एजाज ने बताया कि रविवार को भी सोनू खान ने उनको एक इंजेक्शन लगाया। जब वह दवाई की शीशी बैग में रखने लगा तो उसके बैग से प्रतिबंधित दवाई का पर्चा गिरा। इसे पढ़ने के बाद एजाज को पता चला कि उसे प्रतिबंधित स्टेरॉइड दवाइयों का इंजेक्शन लगाया जा रहा था।


पुलिस ने सोनू खान और रईस खान के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि आरोपी एजाज को साल 2019 से प्रतिबंधित इंजेक्शन दे रहे थे। उसे सप्ताह में दो से तीन बार इंजेक्शन लगाए जाते थे। फिलहाल, पुलिस ने सोनू खान को गिरफ्तार कर लिया है और उसके कब्जे से प्रतिबंधित इंजेक्शन जब्त किए हैं। अभी उसका भाई रईस खान फरार है। 

Corona Vaccination : 12+ वर्ग का वैक्सीनेशन आज से शुरू , ऐसे करे रजिस्ट्रेशन , यहां जानें पूरी प्रक्रिया...

Corona Vaccination : 12+ वर्ग का वैक्सीनेशन आज से शुरू , ऐसे करे रजिस्ट्रेशन , यहां जानें पूरी प्रक्रिया...

नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के खिलाफ देश के वैक्सीनेशन अभियान का दायरा आज और बढ़ गया है। केंद्र सरकार ने 16 मार्च से 12 से 14 साल तक की उम्र के बच्चों को कोरोना रोधी टीका लगाने की अनुमति दे दी है। इस आयुवर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है। बच्चों के परिजनों में भी टीकाकरण को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। आइए आपको बताते हैं कि 12 से 14 साल तब के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगवाने की पूरी प्रक्रिया।

12 से 14 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया आम लोगों की तरह 12 से 14 साल तक की उम्र के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन लगवाने की पूरी प्रक्रिया का पालन करना पड़ेगा। वैक्सीन लगवाने के लिए वही प्रक्रिया है, जो पहले से इस्तेमाल होती रही है। रजिस्ट्रेशन के लिए आपको कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर जाना होगा, यहीं से प्रक्रिया पूरी होगी।

कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक https://selfregistration.cowin.gov.in पोर्टल पर जाएं और यहां रजिस्ट्रेशन का विकल्प चुनें।
रजिस्ट्रेशन का विकल्प चुनने के बाद मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा, जिसे लिखना होगा।
ओटीपी दर्ज करने के बाद एक नया पेज आपके सामने खुलकर आएगा। इस पेज पर आपको कुछ जानकारी दर्ज करनी होगी।

रजिस्ट्रेशन के लिए आपको एक विकल्प चुनकर अपनी किसी आइडी का नंबर डालना होगा। इसके बाद नाम, उम्र, जेंडर और जन्मतिथि आदि जानकारी यहां दर्ज करनी होगी। केंद्र सरकार ने पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड या मान्य फोटो युक्त परिचय पत्र को वैध किया गया है।
इस पेज पर ही आपको अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सेंटर चुनने का भी विकल्प मिलेगा। इसी वैक्सीनेशन सेंटर पर आपको टीका लगेगा।

वैक्सीनेशन सेंटर के बाद आपको वो टाइम स्लॉट भी चुनना होगा, जब आप वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। कोरोना वैक्सीन सेंटर में टीका लेने के बाद आपको कुछ देर वहीं बैठना होगा। कोरोना वैक्सीननेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। ये सर्टिफिकेट आप कोविन एप से भी डाउनलोड कर सकते हैं। इतनी दी जाएगी खुराक और 28 दिन बाद लगेगी दूसरी डोज इस फेज में 12 से 14 वर्ष के बच्चों को भी निडिल वाली इंजेक्शन 0.5 एमएल वैक्सीन लगाई जाएगी।

कोर्बीवैक्स नई वैक्सीन है, जिसे इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति दी गई है। गाइडलाइन के मुताबिक बड़ों की तरह Corbevax की डोज भी 28 दिनों के अंतराल पर लगाई जाएगी।

ये वैक्सीन दी जा रही 12 से 14 साल के बच्चों को स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 12 से 14 साल के बच्चों को हैदराबाद की बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन कोर्बीवैक्स (Corbevax) लगाई जाएगी। बता दें कि इससे पहले शुरू हुए 15 से 18 आयुवर्ग को केवल भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लगाई जा रही है। अभी 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों का रजिस्ट्रेशन ऑन-स्पॉट भी हो रहा है।
 

गर्मी में इस तेल से करें शिशु की मालिश, स्किन और बालों को होंगे बेहतरीन फायदे

गर्मी में इस तेल से करें शिशु की मालिश, स्किन और बालों को होंगे बेहतरीन फायदे

शिशु की त्वचा कोमल रहे, और उन्हें कोई नुकसान ना हो इसके लिए लोग तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं। ऐसे में बच्चों के लिए सबसे लाभदायक होती है तेल मालिश। जी दरअसल इसकी जरूरत बच्चो को अधिक होती है। वहीं तेल मालिश करने से नवजात को त्वचा संबंधी समस्याएं नहीं होती। आज के समय में बाजार में कई तेल उपलब्ध हैं, लेकिन बच्चों की मालिश के लिए ऑलिव ऑयल यानी जैतून के तेल का अपना महत्व है।जी दरअसल जैतून तेल से मालिश करने के फायदे बहुत हैं। अब आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं।

जैतून तेल से बच्चों की मालिश करने के फायदे
त्वचा को मॉइस्चराइज करे- शिशु की त्वचा बहुत कोमल होती है और ऑलिव ऑयल मॉइस्चराइजिंग गुणों से भरपूर होते हैं। इसी के चलते इस तेल से मालिश करने के बाद बच्चे की त्वचा कोमल और सौम्य रहती है।

स्किन को पोषण देता है- जैतून यानी ऑलिव ऑयल में स्क्वैलिन होता है, और यह एक हाइड्रेटिंग एजेंट है, जो आपके बच्चे की त्वचा को नरम रखने में मदद करता है और पोषण देने का काम करता है।


डायपर रैशेज से छुटकारा - अगर आपका बच्चा डायपर पहनता है तो आप ऑलिव ऑयल को डायपर रैशेज के घरेलू उपचार के रूप में ले सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले ऑलिव ऑयल को हल्का गुनगुना करके बच्चे के रैशेज वाले हिस्से पर लगा सकते हैं। इससे बच्चे के शरीर पर दाने नहीं आएंगे।


अच्छी नींद - हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बच्चों के लिए अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। जी हाँ क्योंकि इससे उनका शारीरिक और मानिसक विकास अच्छे से होता है। वहीं बच्चों को अच्छी नींद आए, इसके लिए आप जैतून तेल से मालिश करें। 
बालों के लिए फायदेमंद- ऑलिव ऑयल में विटामिन ई पाया जाता है, जिसकी मदद से बच्चों के बालों की ग्रोथ अच्छी रहती है।

सावधानियां-
बच्चे को किसी तरह की एलर्जी है तो जैतून के तेल का इस्तेमाल न करें।
इस तेल के उपयोग से शरीर पर रैशेज आने लगें तो इस्तेमाल बंद कर दें।
आप किसी तरह के मिलावटी जैतून तेल का इस्तेमाल न करें।

 

CORONA VACCINE : इस तारीख से शुरू होगा 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण , 60 वर्ष से ऊपर के हर बुजुर्ग को मिलेगी प्रिकॉशन डोज

CORONA VACCINE : इस तारीख से शुरू होगा 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण , 60 वर्ष से ऊपर के हर बुजुर्ग को मिलेगी प्रिकॉशन डोज

नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के मामलों में अब कमी आ रही है। कोरोना से लड़ने के लिये नागरिको टीकाकरण किया गया रहा है। देश की जनता भी इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। इस बीच एक खबर सामने आई है रही है। कोरोना के खिलाफ जंग में अब 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा। 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण बुधवार यानी 16 मार्च से शुरू होगा। भारत सरकार ने सोमवार को ये जानकारी दी।

बता दें कि देश में 15-18 वर्ष की श्रेणी के लोगों का टीकाकरण लगभग पूरा हो चुका है। जिसके बाद अब 12-14 आयु वर्ग के सभी बच्चों का टीकाकरण शुरू होगा। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को कहा कि केंद्र इस सप्ताह 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण शुरू करेगा। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों को एहतियाती खुराक (बूस्टर डोज) देने के लिए कोमोरबिडिटी क्लॉज को हटा दिया जाएगा। यानी अब सभी सीनियर सिटीजन प्रिकॉशन डोज के लिए पात्र होंगे।

इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, "बच्चे सुरक्षित तो देश सुरक्षित! मुझे बताते हुए खुशी है की 16 मार्च से 12 से 13 व 13 से 14 आयुवर्ग के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो रहा है। साथ ही 60+ आयु के सभी लोग अब प्रिकॉशन डोज लगवा पाएँगे। मेरा बच्चों के परिजनों व 60+ आयुवर्ग के लोगों से आग्रह है की वैक्सीन जरूर लगवाएँ।"

रिपोर्ट में कहा कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई को 12-14 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को इसके कॉर्बेवैक्स वैक्सीन लगाने के लिए अपनी सिफारिश दी है। यानी भारत में 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को बायोलॉजिकल ई का कॉर्बेवैक्स टीका दिया जाएगा।

ज्ञात हो कि भारत ने 3 जनवरी से 15-18 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण शुरू किया था। अब तक, बच्चों को भारत बायोटेक के कोवैक्सिन शॉट्स दिए जाते थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 15 से 18 साल के बीच के 3,37,70,605 बच्चों को दूसरी खुराक मिली है।


बच्चे सुरक्षित तो देश सुरक्षित!

मुझे बताते हुए खुशी है की 16 मार्च से 12 से 13 व 13 से 14 आयुवर्ग के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो रहा है।

साथ ही 60+ आयु के सभी लोग अब प्रिकॉशन डोज लगवा पाएँगे।

मेरा बच्चों के परिजनों व 60+ आयुवर्ग के लोगों से आग्रह है की वैक्सीन जरूर लगवाएँ।

होली पर अपनी त्वचा और बालों को रंगों से सुरक्षित रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स....

होली पर अपनी त्वचा और बालों को रंगों से सुरक्षित रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स....

बाजार में अधिकतर हार्श केमिकल्स युक्त होली के रंग मौजूद हैं, जो त्वचा और बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अब होली आने ही वाली है और ऐसे में अगर आप इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अपनी त्वचा और बालों को रंगों से सुरक्षित कैसे रखा जाए? तो अब आप परेशान न होइए। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी त्वचा और बालों को होली के रंगों से सुरक्षित रख सकते हैं।


सिर और त्वचा पर तेल लगाएं

तेल आपकी त्वचा और बालों से रंगों को आसानी से छुड़ाने में मदद करेगा। बेहतर होगा कि आप होली खेलने से 15 मिनट पहले अरंडी के तेल, नारियल के तेल और नींबू के रस की कुछ बूंदों का मिश्रण बनाकर उसे अपनी त्वचा पर लगाएं। इसके बाद अपनी त्वचा पर सनस्क्रीन लगाना न भूलें। वहीं, नारियल के तेल को हल्का गर्म करके अपने स्कैल्प और बालों में अच्छे से लगाकर कुछ मिनट मालिश करें।
नाखूनों को रंगों से ऐसे बचाएं


नाखूनों को भी होली के रंगों से बचाना जरूरी है क्योंकि बाद में इनसे रंगों को हटाना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके लिए होली खेलने से पहले अपने हाथों और पैरों के नाखूनों पर जैतून का तेल लगाएं। इसके बाद अपने नाखूनों पर किसी गहरे रंग की नेल पेंट का मोटा कोट लगा लें। अंत में नाखूनों पर पैट्रोलियम जेली मलें। इन चीजों से आपके नाखूनों पर एक ऐसी परत बन जाएगी, जो इन्हें रंगों से सुरक्षित रखेगी।


त्वचा पर बर्फ मलें

अगर आप अपनी त्वचा को रंगों से बचाए रखना चाहते हैं तो होली खेलने से पहले इस हैक को जरूर अपनाएं। इसके लिए सबसे पहले अपने चेहरे को माइल्ड फेसवॉश से साफ कर लें, फिर खुले रोमछिद्रों को बंद करने के लिए कुछ बर्फ के टुकड़ों को हल्के हाथों से चेहरे पर रगड़ें। इसके बाद अतिरिक्त सुरक्षा के लिए चेहरे पर सनस्क्रीन और मॉइश्चराइजर लगाएं। यह हैक रंगों को आपकी त्वचा में अवशोषित होने से रोकेगा।


गीले कपड़े अधिक देर तक पहनने से बचें
अगर होली खेलते समय आपके कपड़े भीग जाते हैं तो आप उन्हें ज्यादा देर तक पहनकर न रखें क्योंकि उनके कारण आपको जलन या फिर रैशेज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अगर आपने रंग लगा रखा है तो वह त्वचा के रोमछिद्रों में घुसकर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं क्योंकि रंग केमिकल्स युक्त होते हैं। बेहतर होगा कि आप होली खेलते समय गहरे रंग के सूती कपड़े पहनें।

 

एनीमिया का खतरा होता है कम प्रतिदिन केले के सेवन से

एनीमिया का खतरा होता है कम प्रतिदिन केले के सेवन से

सामान्यत: ऐसा माना जाता है कि जिस खाने की चीज का स्वाद अच्छा न हो, वह अधिकतर हेल्दी ही होती है। लेकिन बात अगर केले की करें तो ऐसा नहीं है। ज्यादातर लोग केला खाना पसंद करते हैं और अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें केला खाना अत्यधिक पसंद है, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। जी हां, केला स्वाद में जितना अच्छा लगता है उससे कहीं ज्यादा अच्छे उसके फायदे होते हैं। आइये हम आपको बताते है केले खाने के कुछ महत्वपूर्ण फायदे:

वजन कम करने में मददगार
केले में फाइबर बेहतरीन मात्रा में पाया जाता है और एक बार अगर आपने केला खा लिया तो आपको जल्दी भूख नहीं लगेगी। केले में एक खास तरीके का स्टार्च होता है जो आपकी भूख को काबू में रखता है।

अनीमिया का खतरा होगा कम
अनीमिया होने पर हमें कमजोरी, सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अनीमिया में हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स और हीमॉग्लोबिन का स्तर काफी कम हो जाता है। केले में आयरन की मात्रा काफी अच्छी होती है जो आपके शरीर में रेड ब्लड सेल बनाने की प्रक्रिया को तेज करने में मदद करता है।

तनाव कम करने में सहायक
आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बनता जा रहा है। अगर आप भी तनाव से जूझ रहे हैं तो केला आपकी सहायता के लिए हाजिर है। रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि केला आपके मूड को बेहतर बनाने में काफी हद तक कारगर होता है।

धमनियों का दबाव होगा कम
हमारे देश में बहुत बड़ी संख्या में लोग हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। इससे उनमें हृदयाघात का खतरा काफी बढ़ जाता है। अगर आप इस समस्या को कुछ हद तक काबू में रखना चाहते हैं तो आप केले का सेवन कर सकते हैं। आपको बता दे की केले में करीब 420 एमजी के बराबर पोटैशियम होता है जो धमनियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

 

गो कोरोना गो... देश में बचे कोरोना के महज 40 हजार केस, नए मामले 3600 ही मिले

गो कोरोना गो... देश में बचे कोरोना के महज 40 हजार केस, नए मामले 3600 ही मिले

नई दिल्ली : भारत में लगातार कोरोना के केसेज कम होते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,614 नए मामले सामने आए हैं। 12 मई 2020 के बाद यह एक दिन में सामने आए सबसे कम मामले हैं। वहीं देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,29,87,875 हो गई है, जबकि इलाज करा रहे मरीजों की संख्या घटकर 40,559 रह गई है।

तेजी से ठीक हो रहे लोग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार सुबह आठ बजे यह जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान 89 और मरीजों की मौत होने से देश में कोविड-19 महामारी से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 5,15,803 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक कुल संक्रमितों के मुकाबले इलाज करा रहे मरीजों की संख्या केवल 0.09 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 से ठीक होने की दर में भी और सुधार हुआ है और यह 98.71 प्रतिशत तक पहुंच गयी है।

मृत्यु दर हुई 1.2 फीसदी
मंत्रालय ने बताया कि गत 24 घंटे के दौरान उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,660 की कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक 12 मई 2020 को 3,604 नए मामले सामने आए थे,उसके बाद ये एक दिन में सबसे कम मामले हैं। मंत्रालय ने बताया कि अबतक 4,24,31,513 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि मृत्युदर 1.2 प्रतिशत है। इस बीच, देश में अबतक कोविड-19 टीके की 179.91 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।

 

COVID-19 : चीन में फिर से लौटा कोरोना वायरस ,  इस शहर में लॉकडाउन लगाया गया

COVID-19 : चीन में फिर से लौटा कोरोना वायरस , इस शहर में लॉकडाउन लगाया गया

बीजिंग : कोरोना महामारी का खतरा अभी भी टला नहीं है। दुनिया के कई देशों में अभी भी कोरोना वायरस का खतरा बना हुआ है। कई देशों में अभी भी स्तिथि सुधरी नहीं है। इस बीच यह खबर सामने आ रही है कि चीन ने 90 लाख की आबादी वाले पूर्वोत्तर शहर चांगचुन में लॉकडाउन लगाने का शुक्रवार को आदेश दिया  

चीन ने लॉकडाउन लगाने का यह आदेश इस क्षेत्र में कोविड​​-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच दिया है। इसके तहत निवासियों को घर पर ही रहना होगा और तीन दौर की सामूहिक जांच से गुजरना होगा. वहीं गैर-आवश्यक व्यवसायों को बंद कर दिया गया है और परिवहन सम्पर्क निलंबित कर दिए गए हैं।

स्थानीय ट्रांसमिशन के 397 मामले
चीन में शुक्रवार को देशभर में स्थानीय ट्रांसमिशन के 397 और मामले सामने आए, जिनमें से 98 मामले जिलिन प्रांत में आए हैं। शहर के भीतर केवल दो मामले सामने आए. हालांकि, अधिकारियों ने महामारी के प्रति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की चीन की नीति के तहत एक या अधिक मामले वाले क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाने का संकल्प लिया है। 
इस बीच स्वास्थ्य आयोग ने कहा है कि चीन पहली बार तेजी से एंटीजन परीक्षण शुरू करेगा क्योंकि कोविड 19 का प्रकोप फैल रहा है।

लॉकडाउन के खिलाफ चेतावनी
हालांकि चीन की केंद्रीय आर्थिक नियोजन एजेंसी ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि बड़े लॉकडाउन अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं, और एक शीर्ष चीनी वैज्ञानिक ने पिछले हफ्ते कहा था कि देश को अन्य देशों की तरह वायरस के साथ सह-अस्तित्व का लक्ष्य रखना चाहिए
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शरीर को मजबूती प्रदान करने में सहायक हैं ये हस्त मुद्राएं, ऐसे करें अभ्यास

शरीर को मजबूती प्रदान करने में सहायक हैं ये हस्त मुद्राएं, ऐसे करें अभ्यास

अममून लोग शरीर को मजबूत बनाने के लिए जिम का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह काम घर में ही कुछ आसान योग हस्त मुद्राओं का अभ्यास करके भी पूरा किया जा सकता है? कई ऐसी हस्त मुद्राएं हैं, जो न सिर्फ प्राकृतिक रूप से मजबूती प्रदान कर सकती हैं बल्कि शरीर में लचीलापन भी ला सकती हैं। आइए आज आपको कुछ ऐसी हस्त मुद्राओं के अभ्यास का तरीका बताते हैं।

गणेश मुद्रा
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या फिर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को छाती के सामने लाकर हथेलियों को एक-दूसरे के ऊपर रखें। इसके बाद दोनों हथेलियों की उंगलियों को मोड़कर एक टाइट ग्रिप बनाएं, फिर हाथों की अवस्था को बदलें यानि जो हाथ ऊपर था उसे नीचे और नीचे वाले हाथ को ऊपर की ओर लाएं। हाथों के स्थान को 15 मिनट तक ऐसे ही बदलते रहें।

वरूण मुद्रा
वरूण मुद्रा के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं और फिर अपने दोनों हाथों को इस तरह से घुटनों पर रखें कि हथेलियां आकाश की तरफ हों। इसके बाद अपनी कनिष्ठ उंगली को अपने अंगूठे की नोंक से मिलाएं और बाकि उंगलियों को सीधा रखें। अब अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। रोजाना 20 से 25 मिनट तक इस मुद्रा का अभ्यास करें।

प्राण मुद्रा
प्राण मुद्रा करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठें। अब अपने दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें। इस दौरान हथेलियां आकाश की तरफ होनी चाहिए। इसके बाद अपने हाथों की सबसे छोटी उंगली और अनामिका उंगली को अंगूठे के नोक से छूएं। बाकी उंगलियों को सीधा रखें। फिर अपनी दोनों आंखों को बंद करें और इस मुद्रा में 20-25 मिनट तक रहने की कोशिश करें।

पृथ्वी मुद्रा
सबसे पहले योगा मैट पर पद्मासन या किसी भी आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों को अपने दोनों घुटनों पर रखें। इसके बाद अपने दोनों हाथों की अनामिका यानी रिंग फिंगर के ऊपरी हिस्से को अंगूठे के ऊपरी हिस्से से मिलाएं और बाकि उंगलियों को सीधा रखें। फिर अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। 30 से 45 मिनट तक इस मुद्रा में रहें।