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आपका पार्टनर कितना रोमांटिक, केयरिंग और क्यू ट है? नाम के पहले अक्षर से जानें

आपका पार्टनर कितना रोमांटिक, केयरिंग और क्यू ट है? नाम के पहले अक्षर से जानें

हमारे माता-पिता हमारा नाम बहुत ही सोच समझकर रखते हैं. नाम रखने में वह धार्मिक ग्रंथों, महान व्‍यक्तित्‍व और ज्योतिष आदि का भी सहारा लेते हैं क्योंकि हमारे समाज में ऐसी मान्‍यता है कि जिस इंसान का जैसा नाम होता है वैसा ही उसका काम और स्वभाव भी होता है. ज्‍योतिष के अनुसार इंसान के नाम का पहला अक्षर उसके बारे में बहुत कुछ बताता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि A से Z तक के नाम वाले व्‍यक्तियों का नेचर कैसा होता है.

 

A से Z अक्षर के नाम वाले लोगों का स्‍वाभाव कैसा हौता है-

 

A- अक्षर वाले लोग दिखने में आकर्षक होते हैं. इनके आस पास लोगों की भीड़ रहती है यानी कि ऐसे लोग सामने वाले को मोहित कर लेते हैं. ये लोग प्रेम और रिश्तों को काफी महत्‍व देते हैं और स्‍वाभाव से काफी रोमांटिक होते हैं. इसके अलावा निर्णय लेने में भी काफी अच्छे होते हैं.

 

B- अक्षर वाले लोग ज्‍यादातर लव मैरिज ही करते हैं. ये लोग स्वभाव से मूडी और हिम्मत वाले होते हैं. ये लोग काफी रोमांटिक होते हैं और टीनएज में ही फ्लर्ट शुरु कर देते हैं.

 

C- अक्षर वाले लोग दोस्ती करना पसंद करते हैं. ऐसे लोग अपने पहले प्यार को हमेशा याद रखते हैं. ये लोग घुमा फिरा कर बात करना पसंद नहीं करते हैं, इनकी आदत सीधी-सीधी बात करने की होती है. ऐसे लोगों को भावुक होने की वजह से अक्सर प्रेम संबंधों में धोखा खाना पड़ता है.

 

D- अक्षर वाले लोग खुद पर भरोसा करते हैं. इन लोगों से हमेशा कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है. ये जिस चीज को पाना चाहते हैं, किसी भी तरह से उसे पा ही लेते हैं. ये लोग काफी जिद्दी स्‍वाभाव के होते हैं.

 

E- अक्षर वाले लोगों का स्वभाव फ्लर्ट करने का होता है. हालांकि इनकी नियत बुरी नहीं होती ऐसा ये मजाकिया स्वभाव के चलते करते हैं. लेकिन कई बार ये बहुत ज्यादा बोलने के कारण खतरा मोल लेते हैं. ये जिंदगी को जिंदादिली के साथ जीने की चाहत रखते हैं.

 

F- अक्षर वाले लोग काफी रचनात्‍मक होते हैं. ये अपनी प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ दोनों को अलग-अलग रखते हैं. ऐसे लोगों को अच्‍छा लाइफ पार्टनर मिलता है. इनका जीवन काफी खुशमय होता है.

 

G- अक्षर वाले लोगों का दिल बहुत साफ होता है. ये अपने मन में कुछ भी नहीं रखते और न ही किसी के खिलाफ कोई साजिश रचने में विश्वास रखते हैं. ऐसे लोग स्वभाव से अंर्तमुखी होते हैं. ये बेवजह किसी को परेशान नहीं करते हैं.

 

H- अक्षर वाले लोग अपनी बातें दूसरों से शेयर करने में डरते हैं. इनको समझना थोड़ा मुश्किल होता है. हालांकि ये दिल के बेहद अच्छे और सच्चे होते हैं. आप इन पर आंख बंद करके भरोसा कर सकते हैं.

 

I- अक्षर वाले लोग दिमाग से कम और दिल से ज्‍यादा सोचते हैं. ऐसे लोग बेहद भावुक होते हैं. ऐसे लोगों को उनके दोस्‍त आसानी से बेवकूफ बना देते हैं. इनका प्यार सच्चा ही होता है. लेकिन भावुक स्‍वाभाव के चलते इन्हें अक्सर नुकसान उठाना पड़ता है.

 

J- अक्षर वाले लोग स्वभाव से ईमानदार और वफादार होते हैं. खुशनुमा जीवन जीने की वजह से अक्सर दूसरे लोग इनके दुश्मन बन जाते हैं और इनसे ईर्ष्या करने लगते हैं. ये जिसके भी लाइफपार्टनर बनते हैं वो बहुत ही भाग्‍यशाली होता है.

 

K- अक्षर वाले लोग थोड़े मुहंफट होते हैं. बिना कुछ सोचे समझे किसी को भी कुछ भी कह देते हैं. ये अपने फायदे के लिए कुछ भी कर सकते हैं. इन्हें अपनी इज्जत से ज्यादा पैसों से प्यार होता है.

 

L- अक्षर वाले लोगों के अंदर करूणा का भाव होता है. ऐसे लोग दूसरों को दुखी नहीं देख सकते हैं. इनमें जीवन को लेकर बड़ी इच्छाएं नहीं होती. लेकिन अपने से मिलने वाले हर आदमी को खुश रखना इनकी आदत होती है.

 

M- अक्षर वाले लोग स्वभाव से थोड़े भावुक, जिद्दी और संकोची होते हैं. ऐसे लोग छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा लेते हैं. इनके साथ दिल लगाना बेहद खतरनाक हो सकता है. ये कब किस चीज पर गुस्सा हो जाए और कब प्‍यार जताने लग जाएं पता ही नहीं चलता.

 

N- अक्षर वाले लोग बहुत ही जल्दी बोर हो जाते हैं. ये दिखने में शांत होते हैं लेकिन होते बहुत ही आक्रमक हैं. इन्हें अपनी आलोचना जरा भी नहीं सुहाती.

 

O- अक्षर वाले लोग बहुत आकर्षक, ऊर्जावान तथा प्रतिभाशाली होते हैं. ऐसे लोग अक्‍सर प्रेम विवाह करते हैं और परिवार को साथ लेकर चलते हैं. ऊपर से ये शर्मीले दिखाई देते हैं मगर होते नहीं हैं.

 

P- अक्षर वाले लोग घर, देश, दुनिया सबको साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं. ये अपने सिद्धांतों के पक्‍के होते हैं, अपने मान-सम्मान की रक्षा के लिए कुछ भी कर सकते हैं. इनकी तानाशाही सोच होती है.

 

Q- अक्षर वाले लोग स्वभाव से कलात्मक होते हैं. हर काम को बेहद सलीके से करते हैं. यह अपने आप में ही खोए रहते हैं और दूसरों से इन्हें कुछ लेना-देना नहीं होता. इन्हें गुस्सा भी कम आता है.

 

R- अक्षर वाले लोग थोड़े मन मौजी होते हैं इन्‍हें दुनियादारी से कोई मतलब नहीं होता. ये कम बोलना पसंद करते हैं. ये अपनी दुनिया में ही खोए रहते हैं. स्वभाव से दार्शनिक होते हैं. इनकी दोस्‍ती लेखकों और अपनी ही तरह के लोगों से होती है.

 

S- अक्षर वाले लोग बहुमुखी प्रतिभा वाले होते हैं. इनका स्वभाव आसानी से समझ में नहीं आता है ये अपने आप में ही सिमटे हुए होते हैं और अपने चारों ओर एक रहस्यमय वातावरण बनाए रखते हैं.

 

T- अक्षर वाले लोग मेहनती और बुद्धिमान होते हैं. इस नाम के लोग ज्यादातर मीडिया और प्रशासिनक क्षेत्रों में ज्‍याना पसंद करते हैं. ऐसे लोग रिश्तों और भावनाओं को लेकर बेहद भावुक होते हैं.

 

U- अक्षर वाले लोग बेहद ऊर्जावान, होशियार और दिल के साफ होते हैं. ये लोग छोटी-छोटी चीजों में ही खुशियां ढूंढने की कोशिश करते हैं और दूसरों को भी खुश रखने में विश्वास रखते हैं. ये किस्मत के भी धनी होते हैं.

 

V- अक्षर वाले लोग आजाद ख्याल के होते हैं, ये न तो किसी की सुनते हैं और न ही किसी का कहा मानते हैं, लेकिन अगर इनके मन को कोई बात घर कर जाए तो ये उसे करने से भी नहीं चूकते.

 

W- अक्षर वाले लोग में दूसरों पर रौब जमाने की आदत होती है. इनकी इसी आदत के कारण इनके अपने इनसे दूर होते चले जाते हैं. ये बहुत ही अभिमानी होते हैं.

 

X- अक्षर वाले लोग स्वभाव से बेहद अस्थिर होते हैं और हर चीज से इनका मन बड़ी जल्दी उब जाता है. इन्हें खुद भी पता नहीं होता कि ये अगले पल क्या करेंगे.

 

Y- अक्षर वाले लोग स्वभाव से ईमानदार, स्पष्टवादी और मेहनती होते हैं लेकिन लोगों के साथ मिलना-जुलना इन्हें पसंद नहीं होता. ये लोग समझौता करना भी पसंद नहीं करते हैं.

 

Z- अक्षर वाले लोग थोड़े सीरियस मिजाज के होते हैं और इसके साथ ही स्वभाव से बेहद सीधे और भावुक भी होते हैं. ये बड़ी से बड़ी कठिनाई को भी हंसते हंसते झेल जाते हैं.

टैटू के हैं शौक़ीन, तो बनवाने से पहले और बाद में ये सावधानियां बरतना न भूलें

टैटू के हैं शौक़ीन, तो बनवाने से पहले और बाद में ये सावधानियां बरतना न भूलें

हाथ हो या पैर, पेट हो या गर्दन, आजकल लोग हर जगह पर तरह-तरह के टैटू बनवा रहे हैं. इसका चलन महानगरों में ज़्यादा देखने को मिलता. जहां एक तरफ लोगों में इस चलन को लेकर काफी उत्साह है वहीं मन में बहुत सी दुविधाएं भी. जैसे कि टैटू बनवाते वक्त किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए, बाद में किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए आदि. आपके इसी कंफ्यूज़न को दूर करने के लिए आज हम आपको उन गलतियों के बारे में बताएंगे जिनसे बचकर आप अपने इस शौक को पूरा कर सकते हैं.


टैटू के बारे में जाने सब कुछ

टैटू को कला के रूप में जाना जाता है. इस कला को लोग अपने शरीर पर अनेक हिस्सों में बनवाते हैं. ब्लैक एंड वाइट टैटू के साथ-साथ रंग-बिरंगे टैटू का भी ट्रेंड है. फूल पत्ती हो या जानवर, अलग शेप्स हो या रोल मॉडल आजकल लोग तरह-तरह के टैटू बनवा रहे हैं. इसके अलावा लोग भगवानों के नाम व उनके चित्र भी टैटू रूप में बनवाते हैं. मार्केट में आज परमानेंट टैटू के अलावा टेंपरेरी टैटूज भी मौजूद हैं. जो लोग परमानेंट टैटूज नहीं बनवाना चाहते वे टेंपरेरी टैटूज की मदद से अपने शौक को पूरा कर सकते हैं. यह टेंपरेरी टैटू स्कीन की ऊपरी लेयर पर बनते हैं. इन्हीं को एपिडर्मिस कहा जाता है. जबकि परमानेंट टैटू स्किन की भीतरी दूसरे लेयर पर बनते हैं जिन्हें डर्मिस कहा जाता है.


इन बातों का रखें ध्यान

- टैटू हमेशा टैटू एक्सपर्ट से ही बनवाएं.
- टैटू आर्टिस्ट का पोर्टफोलियो वेबसाइट पर अच्छे से वेरीफाई करें
- टैटू बनवाते समय ध्यान दें कि आर्टिस्ट ने ग्लब्स पहने हों.
- कुछ लोग सस्ते के चक्कर में क्वालिटी पर ध्यान नहीं देते. यह गलती बिल्कुल ना करें. इससे आपकी स्किन भी खराब हो सकती है.
- जिस सीरिंज से आपका टैटू बने, उसकी एक्सपायरी डेट जरूर जांच लें.
- खाली पेट टैटू बनवाने ना जाएं. इसके अलावा अल्कोहल का सेवन बिल्कुल ना करें.
- अपनी सुविधा के अनुसार ही कपड़े पहन कर जाएं
- टेंपरेरी टैटू हेयर ड्राई और फेविकोल जैसे पदार्थ से तैयार की गई इंक से बनाए जाते हैं. इसीलिए स्किन के पोर्स को हवा नहीं मिल पाती है. ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. टेंपरेरी टैटूज़ बनवाए भी तो वही जो हफ्ते भर से ज्यादा न चले वरना परमानेंट ही बनवाएं.


टैटू के बाद इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप किसी प्रोफेशनल टैटू आर्टिस्ट से अपने टैटू बनवाते हैं तो इससे यह फायदा होता है कि वह टैटू बनाने से पहले आपकी स्किन के नेचर को समझ लेता है और उसी को ध्यान में रखकर टैटू बनाता है. ये आपकी स्किन टाइप को समझ कर ही आपको प्रोडक्ट जैसे कि साबुन, क्रीम, लोशन, एंटी एलर्जी की दवाइयां आदि प्रोवाइड करेगा. ऐसे में आपको स्किन एलर्जी का खतरा एकदम कम हो जाता है. टैटू आपकी त्वचा पर एक स्क्रैच जैसा छपा होता है. जैसे किसी स्क्रैच पर खाल बनने में लगभग हफ्ते 10 दिन का समय लगता है वैसे ही टैटू में भी हफ्ते 10 दिन का वक्त उभरने में लग जाता है. इस दौरान आप धूल मिट्टी, पानी, साबुन से टैटू को बचाएं. अगर आप इसके लिए टैटू कवर का इस्तेमाल करेंगे तो इंफेक्शन नहीं होगा. अगर आपको किसी भी तरह की एलर्जी महसूस हो तो तुरंत स्पेशलिस्ट को दिखाएं. अगर आप समय रहते सावधानी बरतेंगे तो इससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा. 

Covid-19 : इन 10 चीजों से बढ़ाएं प्रतिरोधक क्षमता, जानिए जरूरी बातें

Covid-19 : इन 10 चीजों से बढ़ाएं प्रतिरोधक क्षमता, जानिए जरूरी बातें

कोरोनावायरस से बचने के लिए तमाम तरह के उपाय आजमाए जा रहे हैं। लेकिन यदि आप अंदर से ही मजबूत होंगे तो आप पर इस संक्रमण का कोई असर नहीं होगा। 'अंदर से मजबूत' से तात्पर्य है कि यदि आपका इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो आप किसी भी तरह के संक्रमण को मात देने के लिए सक्षम हैं। इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए विशेषज्ञ भी सलाह दे रहे हैं।
अब आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर किन चीजों से इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है? तो हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी औषधीय चीजों के बारे में, जो आपके घर में ही मौजूद हैं और इनके प्रयोग से आप खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं-

दालचीनी

मसालों में मौजूद दालचीनी का इस्तेमाल आपने खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए तो कई बार किया होगा। दालचीनी खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ ही कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने का काम भी करती है। दालचीनी का इस्तेमाल इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए भी किया जा सकता है। दालचीनी में कई एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो आपकी सेहत के लिए बहुत लाभकारी हो सकते हैं। दालचीनी का इस्तेमाल काढ़ा, चाय या पानी बनाने में किया जा सकता है।
अदरक

अदरक का इस्तेमाल आप अपने रसोई में खूब करते होंगे। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों से छुटकारा दिलाने में कारगर माने जाते हैं, क्योंकि यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है। यदि आपको सर्दी है या खांसी हो रही है तो अदरक का एक छोटा-सा टुकड़ा आपको इन समस्याओं से आराम दिलाने के लिए काफी है। इसका सेवन आप नियमित रूप से कर सकते हैं। आप चाहे तो अदरक वाली चाय व अदरक को पानी में उबालकर काढ़े के रूप में या सादा अदरक का टुकड़ा भी खा सकते हैं।
लौंग

लौंग इम्युनिटी बढ़ाने का एक अच्छा स्रोत है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यह सेहत से जुड़ीं कई समस्याओं को दूर करने में कारगर साबित होती है। आपने अधिकतर सुना होगा कि यदि खांसी हो रही है तो लौंग का सेवन करें, इससे खांसी-सर्दी ठीक हो जाएगी। जी हां, लौग सर्दी-खांसी से छुटकारा दिलाने के लिए कारगर है।

आंवला

आंवला विटामिन-सी का एक बेहतरीन स्रोत है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने का काम करता है। जहां ये सौंदर्य लाभ के लिए जाना जाता है, वहीं इसके स्वास्थ्य लाभ भी बेमिसाल हैं।
अश्वगंधा

आयुर्वेदिक औषधि अश्वगंधा कई रोगों से छुटकारा दिलाने के लिए जानी जाती है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती ही है।

लहसुन

घर की रसोई में मौजूद लहसुन खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाई जाती है लेकिन इसके स्वास्थ्य लाभ भी कई हैं। यदि नियमित सुबह इसका सेवन खाली पेट किया जाए तो यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को तो बढ़ाती ही है, साथ ही अन्य बीमारियों से भी दूर रखती है।
तुलसी

तुलसी के फायदे अनगिनत हैं। यह आपको कई स्वास्थ्य लाभ देती है। सुबह खाली पेट तुलसी के सेवन से कई लाभ होते हैं। तुलसी सर्दी-जुकाम, बुखार, सूखा रोग, निमोनिया व कब्ज जैसी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद हो सकती है।

हल्दी वाला दूध

हल्दी वाले दूध के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए हल्दी वाला दूध बहुत कारगर सिद्ध होता है। यदि नियमित सोने से पहले इसका सेवन करके सोया जाए तो यह आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए बहुत फायदेमंद है।
ग्रीन टी

ग्रीन टी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। यदि इसका नियमित सेवन किया जाए तो रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है।

गिलोय

गिलोय इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह स्वास्थ्यवर्धक गुणों से भरपूर माना जाता है। इसके सेवन से शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता मजबूत होती है।

 

चुकंदर और नींबू से बनी डिटॉक्स ड्रिंक का करें सेवन, शरीर से चर्बी और गंदगी निकाल देगी

चुकंदर और नींबू से बनी डिटॉक्स ड्रिंक का करें सेवन, शरीर से चर्बी और गंदगी निकाल देगी

जब आपके शरीर का वजन या चर्बी बढ़ने लगती है, तो आपकी टेंशन भी बढ़ने लगती है क्योंकि लटकी हुई चर्बी या मोटा शरीर कोई इंसान पंसद नहीं करता है. इसके साथ ही कि मोटापा बढ़ने से आपको कई तरह की बीमारियां जैसे- हार्ट अटैक, डायबिटीज और कैंसर होने की संभावनाएं भी अधिक हो जाती हैं. अपने शरीर को फिट रखने की चाह तो सभी रखते हैं मगर आज की इस दौड़भाग भरी लाइफ में इसके लिए मेहनत और डाइटिंग करने का किसी के पास समय नहीं है.


ऐसे में वेट लॉस ड्रिंक्स आपके बेहद कारगर साबित हो सकती है. इसको बनाना बहुत ही आसान होता है. यह कुछ ही दिनों या सप्ताह में ही आपके शरीर से चर्बी कम कर देती है. ऐसी एक वेट लॉस ड्रिंक आप चुकंदर और नींबू के उपयोग से भी बना सकते हैं. ये ड्रिंक आपकी बॉडी को डिटॉक्स भी करती है, जिससे आपका वजन कम होने लगता है, तो आइए आज हम आपको इसके फायदे और इसे बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं.


चुकंदर वजन घटाने के लिए क्यों है खास?
चुकंदर आयरन से भरपूर होता है इसलिए यह आपके शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाता है जो खून को बढ़ाने में मददगार होता है. साथ ही चुकंदर फॉलेट (विटामिन B9), मैंग्नीज, पोटैशियम और विटामिन C का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है. इसके अलावा यह ऑर्गेनिक नाइट्रेट, बीटानिन जैसे खास कंपाउंड्स से भी भरपूर होता है, जो आपकी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माने जाते हैं. इसी वजह से यह आपको हेल्दी बनाकर वजन घटाता में सहायक होता है. इसके लिए आप चुकंदर और पानी को मिलाकर उसकी एक खास ड्रिंक बनाकर सेवन कर सकते हैं.


चुकंदर की वेट लॉस ड्रिंक बनाने की सामग्री
-एक छोटा या आधा चुकंदर ( खरीदते वक्त गहरे रंग के चुकंदर लें और पत्तियां हों, तो और भी अच्छा है).
-एक नींबू
-आधा लीटर पानी


चुकंदर की वेट लॉस ड्रिंक बनाने की विधि
इस ड्रिंक को बनाने के लिए आप चुकंदर को धोकर छीलें और छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. साथ ही नींबू के भी कई टुकड़ें काटें. अब एक कांच की बॉटल या जार में आधा लीटर पानी लेकर उसमें चुकंदर और नींबू के इन टुकड़ों को डाल दें. फिर इन्हें रात भर पानी में ही छोड़कर जार या बोतल का ढक्कन बंद करके रख दें. जिससे रातभर इंफ्यूजन की प्रक्रिया से पानी सारा अर्क खींच लें. फिर सुबह इस पानी को छानकर इसका सेवन करें.

इस वेट लॉस ड्रिंक को पीने का तरीका
आप हर रोज सुबह उठकर खाली पेट इस ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे इसके सेवन के कम से कम 30 मिनट तक कुछ न खाएं. साथ ही आप इस बची हुई ड्रिंक को दोपहर के खाने से 40 मिनट पहले भी पी सकते हैं. वैसे बॉडी डिटॉक्स के लिए एक दिन में 1-2 ड्रिंक ही काफी होती है. इसके अलावा इसका सेवन करने के साथ-साथ आपको अपने खानपान पर भी थोड़ा कंट्रोल रखना होगा. इसके साथ ही आप दिन में थोड़ा पैदल चलें, एक्सरसाइज करें या सीढ़ियां चढ़ें. इन आदतों को अपनाने से आप तेजी से वजन कर सकते हैं.
 

 घर में रहकर ही कर सकते हैं कोरोनावायरस से मुकाबला, जानिए क्या करें?

घर में रहकर ही कर सकते हैं कोरोनावायरस से मुकाबला, जानिए क्या करें?

कोरोनावायरस से लोगों के मन में भय का माहौल देखा जा रहा है। साधारण सर्दी-खांसी होने पर भी लोग इसे कोरोना से जोड़कर देख रहे हैं। ऐसे में लोग अपना अधिकतर समय घर पर बिता रहे हैं। वक्त भले ही मुश्किलोंभरा हो लेकिन कुछ बदलाव और सकारात्मक सोच इस बुरे वक्त से पार पाने के लिए बहुत जरूरी है। यदि आप इस वक्त घर पर ही अपना समय बिता रहे हैं ताकि कोरोना के संपर्क में आने से बचा जा सके तो आपको घर में रहकर भी कुछ बातों का ख्याल रखने की जरूरत है। आइए जानते हैं।
घर में भले ही आप रह रहे हैं लेकिन हाइजीन नियमों का पालन करें।

यदि कोई नया व्यक्ति घर में आ रहा है तो उस समय मास्क का इस्तेमाल करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

अपना एक शेड्यूल तैयार करें ताकि आपका मन शांत रहे और कोई बेकार की बातें आप पर हावी न हो पाएं।

घर पर हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आप बहुत ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें, क्योंकि ऐसे में ज्यादा तनाव हो सकता है। आप यदि हर वक्त नेगेटिव बातें सुनते या पढ़ते रहेंगे तो यह तनाव का एक कारण बन सकता है इसलिए इनसे दूरी बनाएं।

अपना समय घर के सदस्यों के साथ बिताएं। कुछ क्रिएटिव काम करें। आप खेल भी खेल सकते हैं या कुछ अच्छी किताबें पढ़ें या अच्छा म्यूजिक सुनें, साथ ही बच्चों के साथ समय बिताएं।

पूजा-पाठ में खुद को लगाएं और धार्मिक पुस्तकें व साहित्य जरूर पढ़ें।

इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि वक्त की एक अच्छी आदत होती है कि ये गुजर जाता है। ये वक्त बुरा है और ये बहुत जल्द चले जाएगा।

घर में रहकर आप अपनी सेहत का ख्याल बहुत अच्छी तरह से रख सकते हैं। अपना शेड्यूल तैयार करें जिसमें यह तय करें कि आपका एक्सरसाइज का समय क्या होना चाहिए? आपको रात का खाना कब तक खाना है? इन सब बातों का ख्याल रखते हुए सही शेड्यूल बनाएं।

अपने आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करें। ऐसी चीजें डाइट में शामिल करें जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।

 

Hartalika Teej 2020: अखंड सौभाग्य के लिए हरतालिका तीज पर करें सोलह श्रृंगार, जानिए लेटेस्ट फैशन टिप्स

Hartalika Teej 2020: अखंड सौभाग्य के लिए हरतालिका तीज पर करें सोलह श्रृंगार, जानिए लेटेस्ट फैशन टिप्स

हरतालिका तीज के व्रत में सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व है. इस दिन महिलाएं खूब अच्छे से संजती-संवरती हैं. हाथों में मेंहदी लगाती हैं. जिन सोलह श्रृंगार का वर्णन वेदों में किया गया है वो सभी चीजें पहनती हैं. व्रत रहकर भगवान शिव और माता पार्वती से अपने अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं. पूजा करते वक्त श्रृंगार की सभी चीजें माता पार्वती को भी चढ़ाई जाती हैं. जिसमें चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, मेंहदी का विशेष महत्व है. वैसे सोलह श्रृंगार में सिंदूर, बिंदी, मांग टीका, नथ, गजरा, झुमका, मंगलसूत्र, काजल, चूड़ी, मेंहदी, अंगूठी, आल्ता, बिछुआ, पायल, कमरबंद और लाल जोड़ा शामिल होता है.


वैसे तो हर बार महिलाएं पार्लर जाकर खूब अच्छे से तैयार होती थीं, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से बहुत सी महिलाएं घर से बाहर नहीं जा पाएगी. लेकिन आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप घर में ही हरतालिका तीज के मौके पर परफेक्ट लुक पा सकती हैं. साड़ी को किस स्टाइल से पहने और उसके साथ कैसा मेकअप करें. जानिये ढ़ेर सारी ब्यूटी टिप्स.


मॉर्डन तरीके से पहनें साड़ी

साड़ी एक ऐसी इंडियन आउटफिट है जो किसी भी खास मौके या फंक्शन पर आपके लुक में चार चांद लगा देती है और हरतालिका तीज या किसी व्रत त्योहार पर खासतौर से महिलाएं साड़ी पहनती हैं. इस बार अगर आप हरतालिका तीज पर घर पर ही कुछ खास लुक ट्राइ करें, जिससे आपको साड़ी में परफेक्ट मॉर्डन लुक मिलेगा. साथ ही हम आपको कुछ मेकअप और एक्सेसरीज के टिप्स भी देंगे, जिससे आपका ये त्योहार हो जाएगा और भी खास.

 

1- इस बार अपने ड्रेपिंग स्टाइल को थोड़ा ट्विस्ट दें, आपको यूट्यूब पर पल्लू को स्टाइल करने के कई ट्रेंडी लुक मिल जाएंगे. जिनको ट्राई करके आप एक खूबसूरत लुक पा सकती हैं


2- ट्रेडिशनल साड़ी की बजाय इस बार धोती स्टाइल साड़ी ट्राई करें. बेल्ट के साथ भी साड़ी पहनने का ट्रेंड आजकल पॉपुलर है. इस बार अपनी रेगुलर साड़ी को थोड़ा अलग ढंग से कैरी करें और एक नया और स्टाइलिश लुक पाएं.


3- साड़ी के पल्लू या किसी और हिस्से को पिनअप करने के लिए हमेशा छोटी पिन का इस्तेमाल करें, बड़ी पिन साफ तौर पर नजर आएगी और इससे आपका साड़ी लुक खराब नजर आएगा. हां, अगर आप चाहे तो कुछ ट्रेंडी पिन का भी इस्तेमाल कर सकती हैं.


4- पल्लू की लंबाई भी आपके इस लुक को खास बनाने में मदद करती है. इसे ना ज्यादा लंबा रखें और ना ही ज्यादा छोटा, हमेशा पल्लू को घुटनों के आस-पास ही रखें इससे आपको परफेक्ट लुक मिलेगा.


5- साड़ी के साथ अलग-अलग नेकलाइन और कट वाले ब्लाउज पहनकर इसे ट्रेंडी लुक दे सकती हैं. इसके साथ हमेशा परफेक्ट फिटिंग वाले ब्लाउज पहनें.


मेकअप से करें मेकओवर
वैसे तो साड़ी अपने आप में एक कंपलीट और ब्यूटीफुल लुक देती है लेकिन अगर साथ में थोड़ा मेकअप कर लिया जाये तो आपकी ब्यूटी में और निखार आ जायेगा. लेकिन बारिश के मौसम में इस बात का भी ख्याल करें कि मेकअप हल्का हो और ट्रेंडी हो .


1- मेकअप में सबसे पहले अपनी स्किन टोन से मिलता जुलता फाउंडेशन लगायें. ध्यान रखें कि फाउंडेशन वाटरप्रूफ हो और बहुत ज्यादा ना लगायें वरना ह्यूमिडिटी और पसीने से चेहरे पर क्रैक दिखने लगते हैं


2- आंखों के मेकअप में आप सिर्फ आईलाइनर लगा सकती हैं या बहुत हल्का काजल. डिफरेंट लुक के लिए ब्लैक आईलाइनर की जगह ब्राउन , ग्रे या ब्लू शेड का लाइनर लगा सकती हैं.


3- जो भी प्रोडक्ट आई मेकअप के लिए इस्तेमाल करें वो अच्छी क्वालिटी के हों ताकि अच्छा लुक आये और पसीने से नहीं फैलने वाला हो. आर्टिफिशयल आईलैशेस भी आजकल फैशन में हैं जिनसे आंखें और भी खूबसूरत लगती हैं.


4- इसके बाद लिपिस्टिक का ध्यान रखें. वैसे भी आजकल न्यूड या हल्के शेड्स फैशन में हैं इसलिए ऐसा ही कोई शेड आप होठों पर अप्लाई करें. आप चाहें तो थोड़ा अपनी साड़ी से मिलता-जुलता शेड भी यूज कर सकती हैं.


5- सबसे आखिर में एक छोटी सी बिंदी जरूर लगायें. ये आपके लुक में चारचांद लगा देगा.


हल्की फुल्की हो एक्सेसरीज
साड़ी और मेकअप के बाद एक्सेसरीज पर भी ध्यान देने की जरूरत है. लेकिन इस बात का भी भी ख्याल करें कि वो ओवर ना हो जाये. अगर आपकी साड़ी हैवी लुक में है तो बस एक झुमका या झुमकी स्टाइल ईयररिंग्स पहन सकते हैं. हल्की साड़ी होने पर कोई छोटे छोटे ईयररिंग और गले में एक नेकलेस या पेडेंट डाल सकती हैं. इसके अलावा हाथों में थोड़ी चूड़ियां या एक एक कंगन पहन सकती हैं. मॉडर्न लुक के लिए एक हाथ में ब्रेसलेट भी आजकल खूब फैशन में है.

 

आइये इस फ्रेंडशिप डे पर दोस्ती के रिश्तों को पहले से और करें मजबूत

आइये इस फ्रेंडशिप डे पर दोस्ती के रिश्तों को पहले से और करें मजबूत

हर शख्स के जीवन में एक ही रिश्ता ऐसा होता है, जो वह अपनी मर्जी व अपने विवेक से चुनता है। और वो रिश्ता है दोस्ती का। एक सच्ची दोस्ती व एक सच्ची मित्रता बहुत मुश्किल से मिलती है। दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जो हमें जन्म से नहीं मिलता तथा इसे हम खुद बनाते हैं। जीवन की हर परिस्थिति में जो आपको समझे, आपके साथ खड़ा रहे, जिससे बिना हिचके मन की सारी बातें की जाए, वो भी पूरे विश्वास के साथ तो वो है आपका सच्चा मित्र। दोस्ती पर कई गीत भी बने हैं, उन्हीं में एक 'यारा तेरी यारी को मैंने तो खुदा माना...' तो समझ लीजिए दोस्ती कितना महत्व रखती है।
दोस्तियां बहुत नसीब से बनती हैं और इन्हें सहेजकर रखना हमारा काम होता है। किसी को सच्ची मित्रता बचपन में ही मिल जाती है, जो बुढ़ापे तक सुंदर-सी माला में गुंथी रहती है। तो किसी को कॉलेज या दफ्तर में यह रिश्ता नसीब होता है। हर एक शख्स के जीवन में दोस्ती बहुत खास होती है। तो क्यों न इस फ्रेंडशिप डे पर इस खास रिश्ते को और मजबूत और गहरा बनाया जाए? जानते हैं कि वक्त बहुत मुश्किल है लेकिन हालात चाहे जैसे भी हों, आपकी दोस्ती की जड़ों को संवाद और परवाह के साथ तो आप सहेजकर रख ही सकते हैं।

तो आइए निगाह डालते हैं आपकी दोस्ती पर और इस फ्रेंडशिप डे पर करते हैं इसे थोड़ा और मजबूत-

संवाद न रुकें

माना वक्त मुश्किल है लेकिन संवाद और परवाह पर किसकी रोक है? आप अपने मित्र से बातें करना न छोड़ें, पूरी यादें उनके साथ साझा करें, परिवार के सदस्यों के बारे में पूछें। आप चाहें तो वीडियो कॉल करके भी परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जुड़ सकते हैं और उनसे हालचाल पूछ सकते हैं।

अपने मित्र को बताएं कि वे कितने खास हैं आपके लिए

वैसे दोस्ती में कुछ जताने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन दोस्ती के खास दिन पर आप यह जरूर कर सकते हैं। और यकीन मानिए आपके मित्र को भी यह बात बहुत पसंद आएगी। उन्हें यह जरूर बताएं कि वे आपके लिए कितनी अहमियत रखते हैं?

तंज न कसें

दोस्तों के बीच हंसी-मजाक तो आम बात है। इसके बिना दोस्ती अधूरी-सी लगती है लेकिन यह वक्त तंज या टांग खिंचाई का नहीं है। यह समय है एक-दूसरे की परवाह करने का। इसलिए यदि आपका मित्र किसी बात को लेकर जैसे सेहत को लेकर चिंतित है तो इस बात का मजाक बनाने की जगह आप उन्हें हिम्मत दें।

पुराने गिले-शिकवे भूलें

इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि इस दुनिया में कोई परफेक्ट नहीं है। यदि आपके मित्र से कोई गलती हुई है और आप उसे मन से लगाए बैठ गए हैं, तो यह आपकी गलती है। हर एक व्यक्ति में कुछ अच्छाई, तो कुछ कमियां जरूर होती हैं इसलिए आप पुरानी बातों को भूल अपनी मित्रता पर ध्यान दें।

अटूट विश्वास है जरूरी

दोस्ती का पहला नियम तो विश्वास ही है। दोस्तों में हर तरह की बातें शेयर होती हैं और वो भी इस विश्वास के साथ कि ये बातें कहीं और नहीं जाएंगी। इसलिए इस बात का ख्याल रखें कि गलती से भी आप इस विश्वास को न तोड़ पाएं।

 

अगर आप पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं? भूल कर भी न करें ये पांच गलतियां

अगर आप पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं? भूल कर भी न करें ये पांच गलतियां

भारत में पर्सनल लोन लेने वालों की तादाद बढ़ती जा रही है. पर्सनल लोन निजी जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया जाने वाला लोन होता है. लोग अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने या कई बार घर या कार खरीदने के दौरान पैसे घट जाने की वजह से इसका सहारा लेते हैं. कई बार हायर एजुकेशन, मेडिकल इमरजेंसी या दूसरी जरूरतों के लिए यह लोन लिया जाता है. हालांकि होम या ऑटो लोन की तुलना में इसकी ब्याज दर ज्यादा होती है.


पर्सनल लोन लेने में काफी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इसकी ब्याज दरें कम से कम 12 फीसदी से शुरू होती हैं, जो कि बहुत ज्यादा है. ज्यादा ब्याज दर आपकी वित्तीय स्थिति को कमजोर कर सकती है. आइए जानते हैं कि पर्सनल लोन कैसे लें? इसकी प्रक्रिया क्या है और पर्सनल लोन वक्त क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.


1. सबसे पहले तय करें कि आपकी वास्तविक जरूरत क्या है. इसके हिसाब से लोन लेना तय करें.

2.यह पता करें कि आपको कितना लोन मिल सकता है. इसके लिए आप किसी बैंक ब्रांच में जा सकते हैं या फिर बैंक के ऑनलाइन लोन इलिजिबिलटी कैलकुलेटर से इसका पता कर सकते हैं. एचडीएफसी बैंक जैसे बैंक 40 लाख रुपये तक पर्सनल लोन देते हैं.

3. आपको जितना लोन चाहिए उसकी ईएमआई का पता करें. यह भी बैंक साइट पर मौजूदा ईएमआई कैलकुलेटर से पता किया जा सकता है. या फिर बैंक ब्रांच से इसका हिसाब लगवा सकते हैं.

4. पर्सनल लोन के लिए सीधे बैंक शाखा में जाकर अप्लाई कर सकते हैं. आप नेट बैंकिंग, ऑनलाइन ऐप या एटीएम से पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.

5. इसके बाद डॉक्यूमेंट जमा करने होते हैं. इनमें इनकम प्रूफ के तौर पर सैलरी स्लिप या फिर सेल्फ एंप्लायड लोगों के लिए इनकम टैक्स प्रूफ चाहिए होता है. एड्रेस प्रूफ, आइडेंटिटी फ्रूफ डॉक्यूमेंट या फिर सेल्फ एंप्लायड लोगों को डिग्री या लाइसेंस का प्रूफ भी देना पड़ता है.


पर्सनल लोन एक से पांच साल की अवधि के लिए हो सकता है. अमूमन बैंक या एनबीएफसी लोन देते वक्त यह देखते हैं कि आपकी ईएमआई आपकी मंथली सैलरी के 40 से 50 फीसदी से ज्यादा न हो.

आइए अब देखते हैं पर्सनल लोन लेते वक्त क्या सावधानी बरतनी चाहिए.


1. लोन देने वालों का चुनाव करने में सावधानी बरतें - बैंक और एनबीएफसी पर्सनल लोन की काफी आक्रामक मार्केटिंग करते हैं. हर कोई कम से कम इंटरेस्ट रेट का दावा करता है. लेकिन आप रिसर्च कर लीजिए. कुछ बैंक शाखाओं में जाकर इसका पता कर सकते हैं या फिर लोन एग्रीगेटर वेबसाइटों पर यह पता कर सकते हैं सबसे कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन कौन दे रहा है.

2.फ्लैट रेट से बचें - बैंक फ्लैट रेट पर लोन देने का दावा करते हैं. लेकिन फ्लैट रेट के चक्कर में मत पड़िये. यह ग्राहक को गुमराह करने वाली स्ट्रेटजी है. फ्लैट रेट से यह पता नहीं चलता कि आपका लोन कितना महंगा पड़ रहा है.

3. जीरो पर्सेंट ईएमआई से बचें - बैंक जीरो पर्सेंट ईएमआई का लालच देकर लोन ऑफर करते हैं. लेकिन प्रोसेसिंग फीस और फाइल चार्ज के नाम पर अच्छी खासी रकम ले लेते हैं. अगर आप 50 हजार का लोन छह महीने की अवधि के लिए लेते हैं और इस पर 2 हजार रुपये प्रोसेसिंग फीस देते हैं तो आपकी ब्याज दर 12 नहीं 14 फीसदी पड़ती है.

4. दूसरे चार्जेज का पता करें - पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग के लिए एक फीस होती है. यह एक से दो फीसदी होती है. आपको लगेगा कि यह ज्यादा नहीं है. लेकिन कई बैंक फोरक्लोजर चार्ज भी लेते हैं. यानी आपके पास पैसे आ गए और आपने वक्त से पहले लोन चुका दिया तो फोरक्लोजर फीस लगती है. इसका पता कर लें.

5. क्रेडिट हिस्ट्री का रखें ध्यान - पर्सनल लोन देते वक्त बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री भी देखते हैं. कई बार ज्यादा बैंकों या एनबीएफसी के पास जाते हैं तो आपको ज्यादा जरूरतमंद समझा जाता है. इसका आपकी क्रेडिट हिस्ट्री पर नकारात्मक असर पड़ता है. बेहतर होगा कि आप बहुत सारे बैंक या एनबीएफसी में जाकर पर्सनल लोन इंटरेस्ट का पता करने से पहले लोन एग्रीगेटर वेबसाइट या पोर्टल के जरिये इंटरेस्ट रेट का पता करें.

 

अपनी पुरानी जींस को फेकें नहीं, बल्कि बनाएं ये काम की चीजें

अपनी पुरानी जींस को फेकें नहीं, बल्कि बनाएं ये काम की चीजें

अगर आपके पास भी ऐसी जींस है जिसे पहन-पहनकर आप बोर हो गई हैं और अब बस उसे फेंक देना चाहती हैं, तो ऐसा न करें। आपकी पुरानी जींस आपके काफी काम आ सकती है। इससे ऐसी-ऐसी चीजें बन सकती हैं, जिसके बारे में आपने शायद सोचा भी न हो। हम बता रहे हैं आपको ऐसी ही 5 चीजों के बारे में, जिन्हें आप आसानी से अपनी जींस से बना सकती हैं।
वैक्स स्ट्रिप
क्या आप भी घर पर वैक्स करती हैं? अगर हां तो अपनी पुरानी जींस से वैक्स स्ट्रिप तैयार करें। डेनिम फैब्रिक बाकी कपड़ों या मटीरियल के मुकाबले ज्यादा मजबूत होता है, ऐसे में वैक्सिंग की प्रक्रिया भी बेहतर तरीके से पूरी हो जाती है। स्ट्रिप बनाने के लिए एक मेजरिंग टेप, पेन और कैंची ले आएं। आपको जितनी लंबी स्ट्रिप चाहिए उस हिसाब से नाप लेते हुए पैन से मार्क लगा लें। अब इन्हें कैंची से काट लें। वैक्सिंग के बाद इन्हें बस गरम पानी में साबुन के साथ भिगा दें और फिर धो लें। ये फिर से इस्तेमाल करने के लिए रेडी हो जाएंगीं।
हेयर बैंड
जींस के घुटने के नीचे के पोर्शन को लें और उसे तीन हिस्सों में काट लें। अब जैसे आप चोटी गूंथती हैं, वैसे ही इन तीनों हिस्सों को गूंथ लें। दोनों एंड्स पर गांठ बांध लें और नीचे ही ओर कुछ खुला हिस्सा रहने दें। इसे बालों पर आगे की ओर लगाएं और पीछे से बचे हुए खुले हिस्से को बांध लें। लीजिए आपका क्यूट सा हेयर बैंड तैयार है।
कप होल्डर
जींस के नीचे के एंड्स को लें और उसे करीब पांच इंच लंबाई में काट लें। अब बचे हुए कपड़े में से दो पतली-पतली, 8-8 इंच लंबी पट्टी काट लें। इन पट्टियों को सुई-धागे की मदद से स्ट्रैप की तरह दूसरे कटे हुए हिस्से से जोड़ लें। इसमें आप आराम से कॉफी कप को फंसा सकेंगी और बिना हाथ जलाए उसे कैरी कर सकेंगी। आप चाहे तो स्ट्रैप अवॉइड भी कर सकती हैं।
पेन होल्डर
कार्डबोर्ड का एक हिस्सा लें और 3 इंच चौड़ाई व 6 इंच लंबाई के चार हिस्से काट लें। इनके कॉर्नर्स को ग्लू से एक-दूसरे से चिपका दें। अब निचले हिस्से का नाप लें और उसके अनुसार बोर्ड का एक और हिस्सा काट लें। इसे चारों पीस के लोअर पोर्शन से चिपका दें। अब जींस लें और कार्डबोर्ड से बने होल्डर के नाप से उसके फैब्रिक को काट लें। इसे फैब्रिक ग्लू या फेविकोल से कार्डबोर्ड पर चिपका दें। नीचे व ऊपर के छोरों पर लेस लगाएं और बस प्रिटी पेन होल्डर रेडी है।
किचन क्लोद
ये मेथड तो सबसे सिंपल है। इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं बस जींस के ब्रॉड हिस्सों को बराबरी में काट लेना है और उसके एंड्स को ट्रिम कर लेना है। इसे किचन की अलमीरा में रखें और जब प्लैटफॉर्म पर कुछ गिर जाए, तो इसका इस्तेमाल करें। यकीन मानिए कॉटन से ज्यादा बेहतर सफाई डेनिम करता है और यह ज्यादा वॉश से जल्दी खराब भी नहीं होता।

 

ड्रेसिंग टेबल पर नहीं, फ्रिज में रखने पर ये ब्यूटी प्रोडक्ट कभी नहीं होंगे खराब

ड्रेसिंग टेबल पर नहीं, फ्रिज में रखने पर ये ब्यूटी प्रोडक्ट कभी नहीं होंगे खराब

महिलाएं अच्छी तरह से जानती हैं कि ब्रांडेड ब्यूटी प्रोडक्ट्स कितने ज्यादा कीमती होते हैं। आप भले ही मेकअप लगाएं या नहीं, मगर आपकी अल्मारी में एक-दो प्रोडक्ट्स जरूर होंगे जो यूं ही रखे-रखें बेकार हो चुके होंगे। कई सारी महिलाएं नहीं जानती कि ब्यूटी प्रोडक्ट्स को अगर लंबा चलाना है, तो उन्हें फ्रिज में रखा जाना चाहिए। 

ज्यादातर महिलाएं अपने कॉस्मैटिक को या तो बाथरूम कैबिनेट में या मेकअप पाउच में रखती हैं। लेकिन इन दोनों ही जगहों पर आपके ब्यूटी प्रोडक्ट्स खराब हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन से वो ब्यूटी प्रोडक्ट्स हैं, जिन्हें फ्रिज में रखकर लंबे समय तक यूज किया जा सकता है...

सनस्क्रीन

सर्दियों की शुरुआत होते ही हम अपनी सनस्क्रीन से दूरी बना लेते हैं। हम इन्हें अल्मारी के किसी कोने में यूं ही फेंक देते हैं। लेकिन अगर आपको इसे अलगी गर्मी तक यूज करना है, तो बेहतर होगा कि इसे फ्रिज में रख दें। 

फेशियल मिस्ट और स्प्रे

कोल्ड फेशियल मिस्ट या स्प्रे लगाने से त्वचा फ्रेश फील करती है। इसे फ्रिज में रखे से यह लंबे समय तक आराम से चलता है। 

लिपस्टिक

आपकी लिपस्टिक लंबे समय तक चले इसके लिए इसे ठंडे स्थान पर रखें। बहुत ज्यादा गर्मी लिपस्टिक के लिए खतरनाक है, क्योंकि इससे उसमें मौजूद प्राकृतिक तेल खराब हो सकता है। यही नहीं ज्यादा गर्मी लिपस्टिक में मौजूद कैमिकल को भी खराब होने से बचाता है। 

मस्कारा

क्या आप जानती हैं कि लिक्विड मस्कारा की एक छोटी शेल्फ लाइफ होती है। यदि मस्कारा को बहुत अधिक समय तक गर्म तापमान में रखा जाता है, तो उसमें बैक्टीरिया पैदा होने के चांस बढ़ जाते हैं। भले ही आप इसे फ्रिज में रखें या न रखें, हमेशा याद रखें कि इसे हर तीन महीने में बदल दिया जाना चाहिए। 

आई क्रीम

फ्रिज में रखने से जब आपकी आई क्रीम ठंडी हो जाती है, तो यह पफनेस को कम करने में ज्यादा असरदार साबित होती है। इसके अलावा ऐसा करने से यह अधिक समय तक चलती भी है और अधिक प्रभावी भी होती है।

 
ये 10 बड़ी गलतियां आपके स्मार्टफोन की लाइफ को तेजी से कर रही हैं कम, जानें

ये 10 बड़ी गलतियां आपके स्मार्टफोन की लाइफ को तेजी से कर रही हैं कम, जानें

नई दिल्ली: आजकल आये दिन नए-नए स्मार्टफोन लॉन्च हो रहे हैं. इंटरनेट इतना सस्ता हो चुका है कि लोग फ़ोन में घुसे रहते हैं. हर जगह विडियो और फोटो कंटेंट की भरमार है. लेकिन फ़ोन को यूज़ करने समय लोग इसकी देखभाल तक करना भूल जाते हैं, जिसकी वजह से स्मार्टफोन की लाइफ कम होती जा रही है. अगर आप अपने स्मार्टफोन की लाइफ बढ़ाना चाहते हैं तो आज ही ये 10 गलतियां करना बंद कर दें


1. लोकल चार्जर का इस्तेमाल बंद करें


अक्सर देखने में आता है कि लोग किसी भी चार्जर से अपना फ़ोन चार्ज करने लग जाते हैं, जोकि सबसे बड़ी गलती होती है, क्योंकि हर फोन का अपना अलग चार्जर होता है, और यदि आपका चार्जर खराब भी हो गया हो तो उसी पावर का चार्जर आपको खरीदना चाहिए लेकिन याद रहे लोकल चार्जर का इस्तेमाल बिलकुल न करें इससे आपकी बैटरी और फोन दोनों को नुकसान पहुंचता है.


2. प्रोटेक्टिव केस निकाल कर करें फोन को चार्ज


फोन को चार्ज करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि आपके फोन का प्रोटेक्टिव केस निकला हुआ हो. अगर आप केस के साथ फोन को चार्ज पर लगाएंगे तो बैटरी गरम होने की समस्या भी आ सकती है और अगर समय रहते उसे चार्जिंग से नहीं हटाया गया तो बैटरी फट भी सकती है. इसलिए हमेशा फोन को उसके कवर से निकाल कर चार्ज करें.


3. गीले हाथों से फ़ोन का इस्तेमाल न करें


अक्सर लोग अपने गीले हाथों से फ़ोन को यूज़ करने लग जाते हैं जोकि सही नहीं है, अगर आपनी की बूंदें आपके फ़ोन में चली गई तो अच्छा ख़ासा नुकसान आपको उठाना पड़ सकता है.


4. रात में चार्जिंग पर लगाकर ना छोड़ें फोन


अपने फोन को कभी भी पूरी रात चार्जिंग पर लगाकर ना छोड़े. इसे बैटरी ओवरचार्ज होकर फट सकती है. साथ ही फोन की परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है.


5. इस्तेमाल में लाएं बैटरी सेवर मोड


आज कल सभी स्मार्टफोन्स में बैटरी सेवर मोड का ऑप्शन होता है. ये आपके फोन की बैटरी को बचाता है. ऐसे में चार्जिंग के समय फोन में बैटरी सेवर मोड को ऑन रखें. इससे कम समय में आपकी बैटरी चार्ज हो जाएगी.


6. फ्लाइट मोड पर करें चार्जिंग


फोन चार्ज करते समय आप अपने स्मार्टफोन में फ्लाइट मोड ऑन कर दें. इससे फोन कॉल, इन्टरनेट, GPS जैसे फंग्शंस बंद हो जाएंगे और फोन तेजी से चार्ज होगा.


7. फोन को ना करें फुल चार्ज


अक्सर देखा जाता है कि लोग फोन को उसकी मैक्सिमम लिमिट 100 पर्सेंट तक चार्ज करते हैं. आपको बता दें कि ऐसा करने से आपकी बैटरी जल्दी जल्दी कंज्यूम होती है ऐसा रिपोर्ट्स में सामने आया है. फोन को 80 या ज्यादा से ज्यादा 85 पर्सेंट तक ही चार्ज करें.


8. थर्ड पार्टी एप्स को कहें ना


फोन की बैटरी को अगर ठीक रखना है तो थर्ड पार्टी एप्स के इस्तेमाल से बचें. ये एप्स बैकग्राउंड में भी चलते रहते हैं. जिससे बैटरी की खपत ज्यादा होती है.


9. लाइट वर्जन एप का करें इस्तेमाल


इस समय भारी भरकम एप्स की भरमार है पर कई एप्स ने अपने लाइट वर्जन को लॉन्च किया है. जैसे फेसबुक ने अपने फेसबुक लाइट और फेसबुक मेसेंजर लाइट वर्जन को लॉन्च किया है. लाइट वर्जन वाले एप्स आपका डाटा और बैटरी दोनों बचाते हैं.


10. पावर बैंक से चार्ज करते समय ना करें फोन का इस्तेमाल


अक्सर सफर में लोग फोन की चार्जिंग के लिए पावर बैंक का इस्तेमाल करते हैं और उस दौरान उसे इस्तेमाल भी करते रहते हैं. आपको बता दें कि इस स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस बैटरी डिस्पले को एक साथ नुकसान पहुंचता है. अगर आप भी ऐसा करते हैं तो अपनी ये आदत तुरंत बदल दें. 

अगर आपको भी Kitchen Garden का है शौक तो लगाये यह बेहतरीन और उपयोगी पौधे

अगर आपको भी Kitchen Garden का है शौक तो लगाये यह बेहतरीन और उपयोगी पौधे

घर में बगीचा रखने के शौकीन लोगों के लिए बारिश का मौसम एकदम सही मौसम है। इस मौसम में आप बागवानी का भरपूर मजा ले सकते हैं, साथ ही प्रकृति की खूबसूरती महसूस करने का यह सबसे अच्छा समय है।

इस बारिश में यदि आप किचन गार्डन में नए पौधे लगाने के बारे में सोच रहे है तो आइए, जानते हैं कुछ ऐसे ही पौधों के बारें में, जिन्हें लगाकर आप अपना किचन गार्डन बेहतरीन बना सकते हैं।

1. पुदीना : इसे लगाना बहुत आसान है। पुदीना की पत्तियों को निकालकर बची हुई जड़वाली डंडियों को अपने गमलों में खोंस दीजिए। बस कुछ ही दिनों में हरा-हरा पुदीना लहलहाने लगेगा।


2. धनिया पत्ती : एक मुट्ठी पुराना धनिया लेकर उसे लकड़ी के गुटके से मसल लें। जब वह दो भागों में टूट जाए तब उसे अपनी क्यारी में फैला दीजिए।

3. हरी मिर्च : इसे उगाने के लिए आपको छायादार जगह की जरूरत होगी। सूखी मिर्च से बीजों को निकालकर क्यारी या गमलों में छिड़क दें।

4.अदरक- अगस्त-सितंबर में इसकी बुवाई होती है। यह अपनी जड़ों में लगता है। पुरानी अदरक की गाँठों की थोड़े-थोड़े अंतराल पर बुआई कर दें। इस पर पानी देते रहें। कुछ दिनों बाद आपकी क्यारी में हरे रंग की पत्तियां निकल आएंगी।

5. अजवाइन : इस पौधे को बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है। अजवाइन को क्यारियों में डाल दें, इसे उगाने के लिए बस इतना ही काफी है।

6. सौंफ : मसालों की रौनक सौंफ है। बस चौड़े गमलों में सौंफ छिड़क दीजिए। इसकी बिलकुल बारीक लहराती हरी-भरी खुशबूदार पत्तियां ऊपर से कच्ची सौंफ के सुंदर गुच्छे आ जाएंगे।

7.ऐलोवेरा का पौधा : ऐलोवेरा के सेहत लाभ से हम सभी परिचित है। यह आपके सौंदर्य को निखारने के साथ-साथ आपको तंदरूस्त रखने में भी मददगार है।

8. इसके अलावा जीरा, तुलसी, मीठा नीम (कड़ी पत्ता) जैसे पौधे आप अपने घर में उगा सकती हैं। पेड़ छोटे हों या बड़े, इनकी देखभाल की बहुत जरूरत होती है। इन पर आपके प्यार और स्नेह का भी असर होता है। अतः प्रकृति के साथ संवेदात्मक और प्यारभरा रिश्ता बनाए रखिए, क्योंकि ये नन्हे पौधे आपके सभी भावों के प्रति सजग होते हैं। बस इस तरह सजाइए अपना किचन गार्डन।

 

Remove China Apps: एक ऐसा App जो आपके स्मार्टफोन को दिलाएगा TikTok और दूसरे चाइनीज ऐप से मुक्ति

Remove China Apps: एक ऐसा App जो आपके स्मार्टफोन को दिलाएगा TikTok और दूसरे चाइनीज ऐप से मुक्ति

नई दिल्ली, लोगों ने अब कई कारणों से या तो चीनी उत्पादों पर भरोसा करना बंद कर दिया है या TikTok जैसे चीनी ऐप्स को अनइनस्टॉल करना शुरू कर दिया है. सोशल मीडिया पर टिक टॉक वर्सेज यू-ट्यूब का वॉर सामने आने के बाद टिकटॉक एप को नुकसान हुआ है. अब OneTouch Apps Labs ने रिमूव चाइना ऐप 'Remove China Apps’ नामक एक ऐप भी डेवलप कर दिया है. यह एप्लिकेशन अब गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध है.


ऐप को अब तक 100K से अधिक डाउनलोड मिल चुके हैं और 24,000 से अधिक यूजर ने इसके रिव्यू लिखे हैं. ऐप को प्ले स्टोर पर सॉलिड '4.8-स्टार रेटिंग' मिल चुकी है. जैसा कि नाम से ही पता चलता है यह ऐप मूल रूप से आपके स्मार्टफोन के उन ऐप्स को स्कैन करता है जो चीनी डेवलपर्स द्वारा विकसित किए गए हैं.


यह ऐप सिर्फ 3.5 एमबी का है और इसमें किसी विज्ञापन का भी झंझट नहीं है. यह अपने आप में दिखाता है कि डेवलपर इस ऐप से पैसे नहीं कमाना चाहते हैं बल्कि वह सिर्फ चीनी ऐप का बायकॉट करना चाहते हैं.


यदि आप इसे ऐप को आज़माना चाहते हैं, तो अपने एंड्रॉइड स्मार्टफोन पर प्ले स्टोर पर जाएं और ‘Remove China Apps’को खोजें. अपने फोन पर ऐप डाउनलोड कर इंस्टॉल करें और ओपन करें. ऐप को यह स्कैन करने की परमिशन दें कि आपके फोन में कोई चाइनीज ऐप तो नहीं है. अब, जिस ऐप को आप अनइंस्टॉल करना चाहते हैं, उसके बगल में 'लाल बिन' आइकन पर टैप करें और ऐप से छुटकारा पाने के प्रोसेस को कनफर्म करें.

 

ये काम करने से AC चलाने के बाद भी बिजली का बिल आएगा कम

ये काम करने से AC चलाने के बाद भी बिजली का बिल आएगा कम

इस समय देश में गर्मी काफी तेजी से बढ़ रही है. लॉकडाउन की वजह से लोग अपने-अपने घरों में है. गर्मी के मौसम में AC (एयर कंडिशनर) ही राहत दिला सकता है. गर्मी से बचने के लिए लोग AC का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं. लेकिन लम्बे समय तक AC के चलने से बिजली की खपत काफी बढ़ जाती है. आइए में यहां हम आपको कुछ खास ऐसे टिप्स बता रहे हैं जो AC चलाते समय बिजली की बचत कर सकते हैं.


22- 24 डिग्री सेल्सियस पर सेट करें AC का तापमान


AC चलाते समय तापमान 22-24 डिग्री सेल्सियस पर सेट करने पर बिजली की बचत होती है. आपको बता दें की AC के लिए 24 डिग्री सेल्सियस को एक आदर्श तापमान माना गया है. आप AC को ऑटो मोड पर सेट करें जिससे AC में लगे थर्मोस्टेट की मदद से वह पहले कमरे के तापमान को चेक करता है और जब तापमान एक सही लेवल पर पहुंच जाता है जिसके बाद कंप्रेसर को बंद हो जाता है.


AC की सफाई है बेहद जरूरी


AC जितना साफ़ होगा उतनी ही बेहतर कूलिंग मिलेगी, लेकिन अगर AC का फिल्टर गन्दा हुआ तो हवा को फ़िल्टर के अंदर जाने वाले बाहर निकलने में काफी ताकत लगानी पड़ती है, ऐसे में कम्प्रेसर का काम बढ़ जाता है और बिजली की खपत भी बढ़ जाती है.


AC के साथ पंखा जरूर चलायें


AC चलाते समय पंखा जरूर चालू रखें, ऐसा करने से हवा पूरे कमरे में आसानी से पहंच जायेगी और AC पर भी कम बोझ पड़ता है. इतना ही नहीं कमरा ठंडा होने पर आप AC को बंद कर सकते हैं जिससे बिजली की भी बचत होगी.


एनर्जी सेवर बटन का इस्तेमाल


आजकल ज्यादातर AC में एनर्जी सेवर फीचर दिया होता है, AC चलाने के बाद जब कमरा ठंडा हो जाए तो सेवर बटन को दबा दें इससे AC बिजली की खपत को कम करेगा.

 

क्या आपका बच्चा भी पढ़ाई से जी चुराता है , तो अपनाएं ये पेरेंटिंग टिप्स

क्या आपका बच्चा भी पढ़ाई से जी चुराता है , तो अपनाएं ये पेरेंटिंग टिप्स

कई बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है और वो कोई न कोई बहाना बनाकर पढ़ाई से बचने की सोचते रहते हैं। इसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ता है। ऐसे में माता-पिता की चिंता बढ़ जाती है। 

अगर आपको भी लगता है कि आपका बच्चा पढ़ाई से बचने के लिए बहाने बनाता है और उसका पढ़ाई में बिलकुल भी मन नहीं लगता है तो आज हम आपको पेरेंटिंग के कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं तो इस काम में आपकी मदद कर सकते हैं। 

साथ बैठें 

अपने बच्चे को पढऩे के लिए मोटिवेट करने का सबसे अच्छा तरीका है कि पढ़ाई करते समय आप भी उसके साथ बैठें। इस समय फोन या लैपटॉप में लगने की बजाय आप उसकी मदद करें या अपने ऑफिस का काम निपटा लें। 

नंबर नहीं, कुछ सीखने की उम्मीद दें 

अक्सर माता-पिता बच्चे को अच्छे नंबर लाने पर जोर देते हैं जबकि ऐसा करने बिलकुल गलत है। आपको अच्छे नंबर लाने की बजाय अपने बच्चे को सीखने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उससे पूछें कि उसने स्कूल में क्या किया और आज क्या सीखा।

स्टडी शेड्यूल बनाएं 

अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा सही समय पर पढ़ाई करे और उसे खेलने-कूदने का भी समय मिले तो उसके लिए एक स्टडी शेड्यूल तैयार करें। इसमे सिर्फ होमवर्क ही न करवाएं बल्कि क्लास में सिखाई और पढ़ाई गई चीजों के बारे में भी बात करें। 

बच्चे के लर्निंग स्टाइल को समझें 

आपके लिए ये समझना बहुत जरूरी है कि आपके बच्चे की सीखने और याद करने की क्षमता कैसी है। वो बोल-बोल कर याद करता है या लिखने से उसे जल्दी याद होता है। इससे आपको पढ़ाने में आसानी होगा।

बच्चों की बात भी सुनें 

अपने बच्चे की बात और विचारों को सुनना एवं उसे महत्व देना बहुत जरूरी है। इससे उसमें आतमविश्वास आएगा। अपनी बात को सही ठहराने के गुर भी आप उसे सिखाएं। 

फेलियर पर न करें गुस्सा 

जिंदगी में हार-जीत को चलती रहती है और पढ़ाई में फेल होने का बोझ बच्चे पर डालना बहुुत गलत है। अगर आपके बच्चे के कम नंबर आते हैं उसे डांटे नहीं और न ही उसके दोस्तों या किसी और के आगे शर्मिंदा करें । बच्चे को दोबारा कोशिश करने और बेहतर परफॉर्म करने के लिए मोटिवेट करें। 

कोई लालच न दें 

बच्चों को पढऩे के लिए प्रेरित करने का सबसे सकारात्मक तरीका है कि आप उनकी तारीफ करें। हालांकि, आपको उन्हें कोई रिश्वत या लालच नहीं देना चाहिए। अगर आप उसे कोई लालच देकर पढऩे के लिए बैठा दें तो वो उस समय तो पढ़ लेगा लेकिन उसके मन में पढ़ाई को लेकर कोई रुचि पैदा नहीं हो पाएगी। 

इन आसान-सी बातों का ध्यान रखकर आप भी अपने बच्चे की पढ़ाई में मदद कर सकते हैं।

 
लॉकडाउन में करिए बच्चों के साथ पढ़ाई और ऐसे सुधारिए हैंडराइटिंग

लॉकडाउन में करिए बच्चों के साथ पढ़ाई और ऐसे सुधारिए हैंडराइटिंग

स्मार्टफोन और मोबाइल के बढ़ते चलन ने लोगों की लिखने की आदत को लगभग खत्म सा कर दिया है. जिसके कारण हैंडराइटिंग की अहमियत कम हो गई है. स्मार्ट दुनिया में पैरेंट्स ने भी बच्चों की हैंडराइटिंग पर ध्यान देना कम कर दिया है. अक्सर पैरेंट्स इस बात की शिकायत करते हैं कि उनके पास बच्चों की हैंडराइटिंग सुधारने का वक्त नहीं है. ऐसे लोगों के लिए लॉकडाउन अच्छा समय है. बच्चों के साथ पढ़ाई करने का और उनकी हैंडराइटिंग को ठीक करने का. आइए जानते हैं कैसे सुधारी जा सकती है बच्चों की हैंडराइटिंग.


क्यों ज़रूरी है अच्छी हैंडराइटिंग?
एग्जाम में अक्सर बच्चों को लगता है कि उन्हें नंबर लाने के लिए सिर्फ पढ़ाई की जरूरत है. परन्तु ऐसा नहीं है एग्जाम पेपर में गंदी लिखावट के कारण भी नंबर कम मिलते हैं. एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए लिखावट का सुंदर और स्पष्ट होना बेहद ज़रूरी है. अगर आप भी अपने बच्चे की खऱाब हैंडराइटिंग को उसकी सफलता की राह का पत्थर नहीं बनने देना चाहते हैं तो बच्चों की हैंडराइटिंग को सुधारने में आज ही लग जाइए.

पेंसिल ग्रिप करने का सही तरीका
बच्चे की हैंडराइटिंग सुधारने का सबसे पहला स्टेप है बच्चों को पेंसिल की ग्रिप सही से पकडऩे का तरीका बताना. गलत तरीके से पेंसिल पकडऩे के कारण भी हैंडराइटिंग खराब हो जाती है. छोटे बच्चे को पेंसिल अंगूठे और दूसरी उंगली के बीच में रखकर पेंसिल के ऊपरी भाग को पकड़़कर लिखना सिखाएं.

राइटिंग प्रोजेक्ट्स
बच्चों को पेंसिल और पेपर पर लिखने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु उन्हें कुछ खास राइटिंग प्रोजेक्ट्स करने के लिए दें. राइटिंग प्रोजेक्ट्स से बच्चों का मन प्रोत्साहित होता है. आप बच्चों को राइटिंग प्रोजेक्ट्स में निम्न चीजें दे सकती हैं.

- मां-पापा या मामा या फिर किसी दोस्त को लैटर लिखने के लिए कहें.

- किसी रंगीन पेपर पर बच्चे को कविता लिखने के लिए कहें, इसके बाद इसे घर की किसी दीवार पर लगाएं.

- बच्चों को कई तरह के कार्ड बनाने के लिए कहें.

 

कोरोना वाइरस से बचाव के लिए अपनी कार को भी करें इस तरह सेनेटाइस

कोरोना वाइरस से बचाव के लिए अपनी कार को भी करें इस तरह सेनेटाइस

दुनिया इस समय Corona virus की महामारी से लड़ रहा है। शरीर को वायरस से दूर रखने के साथ ही आपको अपनी कार को भी सेनेटाइज करना होगा।


अगर आप सिर्फ साबुन और पानी से अपनी कार धो रहे हैं तो वह संक्रमण मुक्त नहीं होगी, इसके लिए आवश्यक है कि आप अपनी कार को भी SANITIZE करें। आपको अपनी कार भी रोगाणु मुक्त रखना होगा।

संक्रामक वायरस सीटों या दरवाजों की सरफेस पर 2-3 दिनों तक रह सकते हैं और उन्हें छूने से लोग इस वायरस की चपेट में आप सकते हैं।

जरूरी है कि जिस तरह आप कार की बाहरी सफाई करते हैं, उसी तरह इंटीरियर जर्म क्लीनिंग भी आवश्यक है।

अक्सर हम कार को चमकाने में लग जाते हैं, लेकिन भीतरी सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं। एक्सपर्टस भी कार को वायरस से मुक्त रखने की सलाह लगातार दे रहे हैं।

इंटीरियर में घर पर अपनी कार को ऐसे करें Sanitize

1. कार की आगे और पीछे की सीटों और रूफ को साफ करें और सैनेटाइज करें।

2. वैक्यूम क्लीनिंग की सहायता से सीटों और रूफ की अच्छीै तरह से सफाई की जा सकती है।

3. कार डोर्स और डोरनॉब्स की अच्छी तरह से सफाई करें।

4. एसी की बाहरी सतह की भी अच्छी तरह से सफाई करें। लॉकडाउन के बाद आप सर्विस सेंटर लेकर एसी के आतंरिक भाग को भी सैनेटाइज करवा सकते हैं।

5. डेश बोर्ड और स्टेयरिंग को भी साफ और सैनेटाइज करना जरूरी है।

6. कार के कांच को आप बाहर से तो साबुन और पानी से धोते हैं लेकिन अंदर की तरफ भी सफाई जरूरी और इन्हें सैनेटाइज भी करें।


 

कोरोना से बचने का बड़ा हथियार Aarogya Setu Mobile App, जानिए कैसे करता है काम

कोरोना से बचने का बड़ा हथियार Aarogya Setu Mobile App, जानिए कैसे करता है काम

कोरोना वायरस की लड़ाई में भारत सरकार ने आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) ऐप लांच किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी लोगों से इस ऐप को लांच करने की अपील कर चुके हैं। भारत सरकार ने इस ऐप को 2 अप्रैल को लॉन्च किया था।


3 दिन के अंदर ही इसे 50 लाख लोगों ने अपने स्मार्ट फोन में इंस्टाल कर लिया। लॉकडाउन 2 की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सप्तपदी में लोगों से आरोग्य सेतु ऐप इंस्टाल करने की अपील की थी। पिछले 24 घंटे में ही इसे 1 करोड़ नए लोगों ने इसे लाउनलोड किया है। लॉन्चिंग के 13 दिन के भीतर ही इस ऐप के यूजर्स की संख्या 5 करोड़ पार कर गई है।


आइए जानते हैं कैसे काम करता है Aarogya Setu

कोरोना जोखिम के दायरे से बचाएगा ऐप : आरोग्य सेतु ऐप आम लोगों को COVID-19 संक्रमण के बारे में सही और सटीक जानकारी देता है। यह ऐप यूजर को बताता है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया है। यह ऐप अंग्रेजी और हिंदी समेत कई भाषाओं को सपॉर्ट करता है। इसे ऐंड्रॉयड और iOS दोनों डिवाइस में डाउनलोड किया जा सकता है।


- सबसे पहले गूगल प्ले या ऐप से स्टोर से Aarogya Setu ऐप को इंस्टाल करें।


- आरोग्य सेतु एप को ब्लूरटूथ और जीपीएस डेटा की आवश्यकता पड़ेगी। अपने मोबाइल ऐप को काम करने के लिए इसकी अनुमति दें।

- आरोग्य सेतु कॉन्टैिक्टम ट्रेसिंग के लिए आपके मोबाइल नंबर, ब्लूटूथ और लोकेशन डेटा का उपयोग करता है।

- डाउनलोड करने के बाद ऐप ओपन करें और अपनी भाषा का चुनाव करें।

- अब Register Now ऑप्शन पर क्लिक करें।

अब आपसे कुछ परमिशन मांगी जाएंगी। सभी नियम व शर्तें पढ़ने के बाद I Agree पर क्लिक करें।

- अब आपसे डिवाइस का लोकेशन और ब्लूटूथ ऐक्सेस मांगा जाएगा। इसे Allow करें।

अब अपना मोबाइल नंबर डालें।

- मोबाइल नंबर पर आने वाले OTP को भरकर वेरिफाई करें।

- आप चाहें तो अपनी निजी जानकारी जैसे- नाम, उम्र, प्रोफेशन, ट्रैवल डीटेल आदि बता सकते हैं।

- अगर आप चाहें तो जरूरत और संकट के इस वक्त में खुद को वॉलिंटियर के तौर पर रजिस्टर कर सकते हैं। इसे आप Skip भी कर सकते हैं।

- यह ऐप आपको बताएगा कि आप किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आए। इस ऐप पर कोरोना वायरस से बचाव के तरीके भी बताए गए हैं।


कर सकते हैं सेल्फ एसेसमेंट टेस्ट :

आरोग्य सेतु एप पर आप 'सेल्फर एसेसमेंट टेस्टट' फीचर का प्रयोग कर सकते हैं। इस फीचर का इस्ते माल करने के लिए ऑप्शपन पर क्लिक करें और फिर एप चैट विंडो खोल देगा। इसमें यूजर की सेहत और लक्षण से जुड़े कुछ सवाल किए जाएंगे, जिनके उत्तर आपको देना होंगे।

जोखिम भरे स्थानों से सचेत : इसमें लोकेशन देने के बाद ये आपको कोरोना के जोखिम भरे स्थानों के प्रति भी सचेत करेगा।

 

रंगों से पता चलेगा जोखिम का स्तर :

एप हरे और पीले रंग के कोडों में आपके जोखिम के स्तोर को दिखाता है। यह भी सुझाव देता है कि आपको क्या करना चाहिए।

अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है और बताया जाता है कि 'आप सुरक्षित हैं' तो कोई खतरा नहीं है। कोरोना से बचने के लिए आपको सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना चाहिए और घर पर रहना चाहिए


अगर आपको पीले रंग में दिखाया जाता है और text बताता है कि 'आपको बहुत जोखिम है', लेकिन आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप हेल्प लाइन में संपर्क कर सकते हैं।

 

WhatsApp से जुड़ी बड़ी खबर, Status पर डलेगा सिर्फ 15 सेकंड का वीडियो

WhatsApp से जुड़ी बड़ी खबर, Status पर डलेगा सिर्फ 15 सेकंड का वीडियो

देश में लॉकडाउन के चलते सभी लोग अपने घरों में हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।
बड़ी संख्या में लोग वर्क फ्रॉम होम भी कर रहे हैं। इस वजह से डाटा नेटवर्क पर बहुत दबाव पड़ रहा
है। ऐसे में फेसबुक के मालिकाना हक वाली मैसेजिंग एप व्हाट्सएप ने एक बड़ा फैसला किया है।
इस एप पर अब सिर्फ 15 सेकंड का स्टे्टस वीडियो लगाने की अनुमति होगी। जबकि पहले 30 सेकंड तक का स्टेट्स वीडियो डाला जा सकता था।

बताया जा रहा है कि भारत में लॉकडाउन में सर्वर इंफ्रास्ट्रक्चर पर ट्रैफिक को घटाने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि, इस बदलाव को लेकर व्हाट्सएप की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।

इस संबंध में डब्ल्यूबीटाइंफो की ओर से रविवार को एक ट्वीट किया गया। इसमें कहा गया कि आप अब 16 सेकंड के वीडियो को व्हाट्सएप स्टेट्स नहीं बना सकते। सिर्फ 15 सेकंड तक के वीडियो को इसकी इजाजत है। सर्वर इंस्फ्रास्ट्रक्चर के ऊपर से दबाव को घटाने की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है।
 

व्हाट्सएप्प लेकर आया अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर, आपके लिए है बड़ा फायदेमंद

व्हाट्सएप्प लेकर आया अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर, आपके लिए है बड़ा फायदेमंद

लोगो द्वारा अधिक उपयोग किये जाने वाला व्हाट्सप्प एक नया फीचर अपने ग्राहकों के लिए लेकर आया है|  व्हाट्सएप ने अपने सभी यूजर्स के लिए डार्क मोड फीचर जारी कर दिया है। इस फीचर का यूजर्स को कई दिनों से इंतजार था। व्हाट्सप्प डार्क मोड फीचर आईफोन और एंड्रॉयड दोनों ही यूजर्स के लिए उपलब्ध है। इस लोगो का कलर ब्लैक है।

पढ़े पूरी खबर-
कंपनी ने इसे 3 मार्च को जारी किया है। इस फीचर का लोगों को काफी वक्त से इंतजार था। से ही लोग इसका इंतजार कर रहे थे। कंपनी इस फीचर के जरिए उपभोक्ताओं को ज्यादा बेहतर और रिफ्रेश एहसास प्रदान करना चाहती है।

व्हाट्सएप्प का ये फीचर कम रोशनी में बेहतर विजिबिलिटी प्रदान करता है, जिससे यूजर्स की आंखों पर ज्यादा जोर नहीं पड़ता है। इसे बेहतर तरीके से व्हाट्सएप्प  की यूआई के साथ डिजाइन किया है। इसमें उस रंग का चुनाव किया है, जिसकी मदद से यूजर्स की आंख पर कम से कम प्रभाव पड़े और कम थकावट का एहसास हो।

व्हाट्सएप्प डार्क मोड में न सिर्फ चैट हेड बल्कि चैट बैक ग्राउंड भी डार्क हो जाएगा। हालांकि इसमें कई रंगों का इस्तेमाल किया है, जो आपके कॉन्टैक्ट के अनुसार नजर आएंगे यानी अलग-अलग नाम से लोगों का कॉन्टैक्ट एक ग्रुप में अलग-अलग रंग में नजर आएगा। कंपनी ने इसमें ब्लैक और डार्क ग्रीन कलर का इस्तेमाल किया है।