रायपुर, कोरोना संकट को देखते हुए शासन-प्रशासन ने जहां संक्रमण रोकने पूरी ताकत झोंक दी है तो वहीं रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय भी संकट की इस घड़ी में अपने क्षेत्र की जनता का पूरा ध्यान रख रहे हैं। क्षेत्र की जनता को कोई परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखे हुए हैं।
इसी क्रम में विधायक श्री उपाध्याय के प्रयास से साइंस कालेज मैदान में सब्जी बाजार शुरू किया गया है। इस बाजार को पूरी तरह से सेनेटाइज रखकर शुरू किया गया है। विधायक श्री उपाध्याय स्वयं सुबह 5 बजे से उठकर अलाउंस कर आमजन को जागरूक कर रहे हैं। सब्जी बाजार में सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। इस बाजार में एक सुरक्षित दूरी पर आमजनों के खड़े रहने चौकस कॉलम बनाया गया है ताकि लोगों के बीच पर्याप्त सुरक्षित दूरी बना रह सके। श्री उपाध्याय ने बताया कि अब क्षेत्र के सभी बाजार इसी जगह पर लगेंगे ताकि लोगों को सब्जी के लिए भटकना न पड़े साथ ही साथ उनके बीच पर्याप्त दूरी बना रहे और कोरोना संक्रमण न फैल सके।
श्री उपाध्याय ने कहा कि वे संकट की इस घड़ी में अपने क्षेत्र की जनता का पूरा ध्यान रखने का भरसक प्रयास कर रहे हैं ताकि उन्हें कोई भी दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के विभिन्न समितियों से उनका दूरभाष पर लगातार संपर्क बना हुआ है। विभिन्न समितियों के माध्यम से बेसहारा, निराश्रित परिवारों तक अनाज व जरूरत की सभी वस्तुएं नियमित रूप से भिजवाई जा रही हैं।
रायपुर,कोविड 19 के रोकथाम और नियंत्रण की मुहीम के तहत चल रहे लॉकडाउन के दौरान रायपुर शहरी क्षेत्र के तीस हजार जरूरतमंद परिवारों तक निःशुल्क खाद्यान्न सामग्री प्रदाय किए जाने की मानवीय पहल रायपुर नगर निगम द्वारा प्रारंभ कर दी गई है। जरूरतमंद परिवारों को नगर निगम द्वारा निर्धारित मात्रा में प्रति परिवार के मान से चावल, दाल, तेल, मसाला सहित अन्य खाद्यान्न सामग्री निःशुल्क उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विपदा की इस घड़ी में जरूरतमंदों की निःशुल्क मदद की इस सेवा का विधिवत शुभारंभ आज अपने निवास कार्यालय से राशन सामग्री के पैकेट के वितरण करते हुए किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नगर निगम रायपुर की इस पहल की सराहना की और इसे पूरे प्रदेश के लिए अनुकरणीय बताया। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि संकट की इस घड़ी में कोई भी जरूरतमंद परिवार भूखा नहीं रहेगा। उनकी जरूरत का सामान शासन-प्रशासन, स्वयंसेवी, समाजसेवी संस्थाओं एवं छत्तीसगढ़ के दानदाताओं की मदद से उन तक जरूर पहुंचेगा।
नगर निगम रायपुर द्वारा शुरू की गई इस पहल के अंतर्गत प्रत्येक जरूरतमंद परिवारों को चावल, दाल, तेल, मसाले, आलू, आटा, दूध का पैकेट, मास्क, साबुन आदि रायपुर में निवासरत सभी दिहाड़ी मजदूर परिवारों को तथा बिना राशन कार्डधारी परिवारों को वितरित किया जा रहा है। निःशुल्क राशन वितरण की जिम्मेदारी संबंधित वार्डों के पार्षदों, जोन कमिश्नरों एवं वार्ड कर्मियों को सौंपी गई है, जो अपनी निगरानी में जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न सामग्री का पैकेट उपलब्ध कराने में सहयोग करेंगे। नगर निगम के महापौर श्री एजाज ढेबर ने बताया कि रायपुर नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत दिहाड़ी मजदूरी करने वाले एवं बिना राशन कार्डधारी लगभग 3000 परिवारों का चिन्हांकन कर उन्हें निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण शुरू कर दिया हैं। उन्होंने बताया कि खाद्यान्न वितरण के दौरान भी कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों के आवश्यक जानकारी देने के साथ ही उन्हें सतर्कता बरतने की हिदायत दी जा रही है। लोगों से अपने रोजमर्रा के कामकाज के दौरान भी सोशल डिस्टेन्स का पालन करने की अपील की जा रही है।
कांकेर। लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने दो ट्रकों में भरकर जा रहे 96 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि ये लोग उड़ीसा से राजस्थान जाने निकले थे। यह घटना नरहरपुर थाना क्षेत्र का है, जहां पुलिस ने जांच के दौरान इन्हें पकड़ा है और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
रायपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिये शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर डॉ एस. भारतीदासन ने आम नागरिक एवं संस्थाएं को जिला प्रशासन को मदद और सहयोग की अपील की है।
इसी तारतम्य में शासकीय अमले के साथ-साथ जिले के निजी और स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में राशि दान, जरूरतमंदों को आवश्यक खाद्यान्न सामग्री, भिक्षुकों को अलग-अलग जगह पर भोजन की व्यवस्था कर मदद की जा रही है।
ज्ञात हो रायपुर जिले में मदद एवं सहयोग के इच्छुक नागरिक एवं स्वैच्छिक संगठन एवं संस्थाएं
आशीष मिश्रा, रायपुर स्मार्ट सिटी 9685792100,
केदार पटेल, रोजगार अधिकारी 9425502970
श्री चुन्नी लाल शर्मा शिक्षा विभाग 9827958846
को अपना नाम और मदद किए जाने वाले विषय जैसे- आर्थिक सहायता, खाद्य सामाग्री व अन्य प्रकार के सहयोग व सेवा आदि की जानकारी दे सकते हैं।
इस संबंध में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर या समन्वय के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ गौरव कुमार सिंह को 9669577888 या श्री पुलक भटटाचार्य अपर आयुक्त नगर निगम रायपुर से 07772099888 को जानकारी दी जा सकती है।
रायपुर,प्रदेश में लॉकडाउन का असर देखने को तो मिल ही रहा है। इसी बीच पुलिस और प्रशासन के लिए सुखद अनुभव भी है। अपराधों के आंकड़े गिरते नजर आ रहे है। इन दिनों ऐसा लग रहा है। जैसे अपराध का ग्राफ घट गया है। अवैध दारू बिक्री, मारपीट, हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी, लूट जैसे मामलों के आंकड़े न के बराबर है। अब इसे कोरोना का भय बोले या फिर लॉकडाउन का असर जो भी हो प्रदेश के हित के लिए है। शराब पीने के लिए पैसे नहीं देने पर चाकू से वार,धारदार हथियार से वार के सर्वाधिक मामले पहले खबरों में हुआ करते थे। लेकिन इन दिनों ऐसा एक भी मामला सामने नहीं आ रहा है। इतना ही नही तेज रफ्तार गाडिय़ों के पहिए थम गए है तो दुर्घटना के भी अपराध न के बराबर नजर आ रहे है। स्वच्छ होने से लेकर अपराध थमने जैसी तस्वीर दिखने लगी है। राज्य के तमाम जिले ऐसे हैं जहां सप्ताह भीतर गंभीर प्रवृत्ति का एक भी अपराध पंजीकृत नहीं किया गया है।
रायपुर कोरोना वायरस संक्रमणी की रोकथाम के लिए लगातार लोग सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने भी सांसद निधि से 46 लाख की राशि दी है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ये राशि प्रदान की है। इसके अंतर्गत
अस्पतालों में वेंटिलेटर के लिए 16 लाख
मल्टीपर मॉनिटरिंग के लिए 9 लाख
सरगुजा और सुरजपुर में स्वास्थ विभाग के लिए 10-10 लाख
की राशि अपनी सांसद निधि से आबंटित किए हैं।
नेताम ने प्रदेश के सभी लोगों से घरों में रहकर अपने और परिवार को सुरक्षित रखने की अपील की है।
रायपुर,छत्तीसगढ़ में कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने एस्मा लगा दिया है। इस आदेश के जारी होने के बाद अतिआवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग अपने कामों से इनकार नहीं कर सकते हैं। राज्य सरकार ने तत्काल प्रभाव से इस आदेश को लागू करने का निर्देश दिया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना पाजिटिव 6 लोगों की पहचान हो गई है, वहीं इनके संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए प्रशासन लगातार अभियान चला रही है। करीब 290 लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण हो चुका है, जिसमें लगभग 22 लोगों के परीक्षण का रिपोर्ट आना शेष है।
हालात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने अति आवश्यक सेवाओं में तैनात लोगों पर एस्मा लगा दिया है। इस दौरान जब तक सरकार शिथिलीकरण का आदेश जारी नहीं करती है, तब तक इन सेवाओं में तैनात लोग सेवा से इंकार नहीं कर पाएंगे।
रायपुर | कोरोना वायरस कोविड-19 के चलते पूरे देश में हुए लॉकडाउन के बाद भी छत्तीसगढ़ के आम जनमानस को उनकी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति में कोई कमी महसूस नहीं हो रही है। घरेलू सामानों जैसे सब्जी-भाजी, अनाज, चिकित्सकीय सुुविधाएं, दवाईयां, आवागमन की दृष्टि से जरुरतमंदों को अस्पताल पहुंचाने कोई न कोई मददगार मिल ही जाता है। शासकीय वाहनों की मुस्तैदी से भी मरीजों को संभव चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध हो रही है। इसके साथ ही बाजारों में लॉकडाउन के बाद अनुशासन के साथ-साथ आवश्यक वस्तुएंं खरीदी जा रही है। इन दिनों एकाएक मार्केट से गायब हो चुकी हैंड सेनेटाइजर्स भी अब साधारण रुप से उचित दाम पर उपलब्ध है। इससे आमजन में छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार के प्रति भरोसा मजबूत होते जा रहा है। सरकारी सूत्रों का मानना है, कि 21 दिनों के लॉकडाउन का दुष्प्रभाव छत्तीसगढ़ के किसी भी शहर, कस्बे और गांवों पर नहीं पडऩे वाला है। प्रदेश के सभी जिलों में सब्जी भाजी की की सप्लाई निरंतर रुप से उपलब्ध हो रही है। वहीं सब्जियों के दाम भी पूर्व की तरह ही रखे गए है। जिससे आम उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही है। राशन आदि की व्यवस्था भी पूरे प्रदेश में र्निबाध रुप से जारी है ।
अंबिकापुर | 2 साल के मासूम बेटे को भूख लगी तो मां से खाना मांगा, खाना बनाने के बाद मां उसे उठाने कमरे में गई तो वह बेहोश पड़ा हुआ था। यह देख उसने तत्काल इसकी जानकारी पति को दी। इसके बाद पति पहुंचा और लॉकडाउन के बीच उसे अस्पताल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बस्तर | राज्यशासन के निर्देशानुसार बस्तर कलेक्टर डाॅ. अय्याज तम्बोली के मार्गनिर्देशन में जिले के ग्राम पंचायतों में सरपंच, उपसरंपच, ग्राम पंचायत सचिवों, रोजगार सहायक और मितानिन के द्वारा गाँव के जरूरतमंदो एवं निःशक्तजनों के लिए दाल, चावल, सब्जी आदि का वितरण किया जा रहा है।
खाद्यान्न सामग्री के वितरण के समय ग्रामीणों के मध्य सामान्य दूरी बनाकर ही सामग्री का वितरण किया जा रहा है। जिले के ग्राम पंचायत मांदर, बडाजी, मटनार, सुआचोंडा, ढोंढरेपाल, नेंगानार सहित अन्य ग्रामों में भी इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराकर लोगो को राहत पहुचाई जा रही है।
रायपुर | मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश के तत्काल बाद ही सभी सब्जियों के दाम लगभग आधे हो गए है। कल जहां भिंडी, भटा, गोभी और टमाटर के दाम 40 रूपए के करीब थे आज वो सीधे आधे 20 रूपए किलो हो गए है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल जनता के नाम प्रेषित अपने संदेश में कोरोना वायरस से बचाव और इसके फैलाव को रोकने के लिए 21 दिन के लाॅक डाउन के दौरान राज्य में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। साथ ही कलेक्टरों को कालाबाजारी पर कड़ाई से रोक लगाने के निर्देश दिए थे। श्री बघेल ने लॉक डाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी न रहे इसके के सभी जिला प्रशासन को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे। जिसका सीधा लाभ आज जनता को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि उनके ध्यान में यह आया है कि कुछ स्थानों पर लॉक डाउन के संकट का लाभ उठाकर कुछ व्यापारियों ने आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ा दिए हैं और कुछ लोग कालाबाजारी में लग गये है। यह अत्यंत ही आपत्तिजनक है। व्यापारी भाईयों से निवेदन है कि वे अनुचित लाभ न उठाएं और सेवा भाव से लोगों को दैनंदिनी आवश्यकता वाली वस्तुओं की आपूर्ति करें। हम किसी कीमत पर कालाबाजारी नहीं होने देंगे। उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए थे कि कालाबाजारियों से कड़ाई से निपटें और आम जनता को सही दामों पर वस्तुओं को उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें। कलेक्टरों को यह भी निर्देश दिए गए कि आवश्यक वस्तुओं, सब्जी, फल आदि के परिवहन की व्यवस्था में कोई बाधा नहीं आये। जो लोग साग-भाजी, फल आदि के काम से जा रहे हैं, उन्हें नहीं रोका जाए। साग-भाजी और फल की सभी को आवश्यकता है। इसकी निरंतर आपूर्ति बनी रहे।
रायपुर | कोरोना वायरस के चलते राजधानी सहित पूरे छत्तीसगढ़ में जारी लॉकडाउन के दौरान वाट्सप पर झूठी खबर प्रसारित करने के मामले में शहर के अलग-अलग थाना पुलिस ने दो व्यक्तियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।
रायपुर | शादी का प्रलोभन देकर आरोपी युवक द्वारा नाबालिग युवती के साथ लगातार संंबंध बनाकर उसे गर्भवती करना और फिर युवती द्वारा बच्चे को जन्म देने के बाद उसके साथ शादी करने से इंकार करने का मामला सामने आया है। पीडि़ता की रिपोर्ट पर नेवरा थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है।
रायपुर | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज शाम अपने निवास कार्यालय में विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम के लिए की गई व्यवस्थाओं के साथ-साथ आम जनता को खाद्यान्न सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति के संबंध में समीक्षा करेंगे।
रायपुर, कोरोना महामारी से आमजनों की रक्षा के लिए तैनात डॉ भीमराम अंबेडकर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रायपुर के चिकित्सकों को विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आज पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट प्रदान किया।
छत्तीसगढ़ में शिक्षको की कमी के चलते अधिकाश विश्वविद्यालयो और शासकीय महाविद्यालयों जिसमे इंजीनियरिंग महाविद्यालय भी शामिल है में अंशकालिक या जनभागीदारी से शिक्षको की नियुक्ति की जाती है जिसमे उन्हें मानदेय प्रति पियरेड की दर से दिया जाता है चुकि अभी लॉक डाउन के कारण कक्षाए नही लग रही है ऐसे में उन शिक्षको को पारिश्रमिक भी नही मिलेगा ऐसे में लगभग 330 परिवारों के प्रभावित होने की आशंका है,आदरणीय मुख्यमंत्री जी ने श्रमिक वर्ग , दैनिक वेतनभोगी वर्ग के लोगो को लिए राहत की घोषणा तो की है मगर इन जैसे लोग इस में छुट गए है इसी बात को मुख्यमंत्री जी के ध्यान में लाने अंशकालीन व्याख्याता उन्हें ईमेल तथा facebook के माध्यम से सूचित कर रहे है जिससे इस विपत्ति के समय उनकी मदद हो सके
क्या कह रहे है अंशकालिक प्राध्यापक
माननीय श्री भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ ,विश्व अभी एक महामारी Corona वायरस से लड़ाई कर रहा है जिसके चलते भारत में माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा साथ ही छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लॉक डाउन का आदेश जारी किया गया है जिसका हम सब भी पूरी ईमानदारी से पालन कर रहें हैं।जिसमें आपके द्वारा बहुत अच्छी कदम छत्तीसगढ़ वासियों के हित के लिए उठाया गया है जिसमें श्रमिक वर्ग , दैनिक वेतनभोगी और कुछ अन्य संघ है महोदय जी मै अवगत करना चाहूंगा की छत्तीसगढ़ के शासकीय इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक कॉलेजो में अंशकालीन शिक्षक कार्यरत है जिनका माह की सैलरी क्लास के अनुसार देय होता है इस लॉक डाउन की वजह से सभी स्कूल और कॉलेज बंद किए गए है जिस कारण अंशकालीन शिक्षक की सैलरी नहीं बनाई जा सकती इन सभी अंशकालीन शिक्षकों में प्रायः सभी लोगो के परिवार का जीवन यापन निर्भर करता है।
संघ ने महोदय जी से विनम्र निवेदन किया है कि ऐसी व्यवस्था आपके द्वारा अपनाई जाए कि सभी अंशकालीन शिक्षकों के लिए लाभकारी हो।क्योकि इस लॉक डाउन के कारण सभी एक साथ न मिलकर अलग अलग मेल कर अपनी मांगे उन तक रक् रहे है
जय हिन्द जय भारत जय छत्तीसगढ़
कोण्डागांव,कोरोना वायरस के कारण इन दिनों सभी जगह लॉकडाउन है. लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए कोण्डागांव जिले में एक भतीजे ने अपने चाचा की हत्या कर दी. लाश को गांव के बाहर जंगल में छिपा दिया था. लेकिन आरोपी की चालाकी काम नहीं आई. जंगल गई महिलाओं ने लाश देख लिया. बाकी हत्यारे के घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक से निकली हत्यारी लाठी ने रही सही कसर पूरी कर दी.
दरअसल, कोंडागांव ब्लॉक के पल्ली गांव में मृतक बोड़कु उर्फ बोचा राम और उसके भतीजे हीरा सिंह के बीच जमीन विवाद चल रहा था. हालांकि मृतक बोन्डकू ने अपने भतीजे आरोपी हरि सिंह को जमीन दे दिया था, लेकिन इससे वह संतुष्ट नहीं था. उसे पूरी जमीन, खेत और घर चाहिए था. आरोपी की पत्नी और बच्चे घर पर नहीं थे. इस दौरान उसे अपने चाचा के मर्डर का प्लान तैयार किया.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
मृतक बोन्डकू एक दिन नहाने के लिए घर से निकला. तब हरि सिंह ने उसे अपने घर बुलाया और डंडे से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी. पूरे गांव में 21 दिन के लॉकडाउन के कारण कोई भी निकल नहीं रहा था, इसलिए किसी को पता नहीं चल पाया. हत्या के बाद आरोपी ने लाश को दिन भर अपने घर पर रखा और पुलिस से बचने के लिए घर से खून के धब्बे मिटाए. साथ ही हत्या के पूरे साक्ष्य सबूत को हटा दिया. लॉकडाउन के कारण पूरे गांव में सन्नाटा पसरा था जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने अपने कंधे में लाश उठाकर गांव से तीन किलोमीटर दूर सितली के जंगल में फेंक दिया.
सेप्टिक टैंक से मिला सबूत
चाचा की हत्या करने और पूरे सबूत मिटाने के बाद आरोपी बड़े आराम से अपने घर में था. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने पूरी घटना की छानबीन की. साथ ही ग्रामीणों से पूछताछ की जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. ग्रामीणों के बयान के बाद जब आरोपी हरि सिंह मरकाम से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने घर में फैले खून के धब्बे मिटा दिए थे. अपने कपड़े भी धो लिए थे. वहीं हत्या में प्रयुक्त लाठी को घर के पीछे बने सेप्टिक टैंक में छिपा दिया था. सबूत के साथ पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जंगल में मिली लाश
सितली गांव में उस समय हलचल मच गई जब जंगल में महुआ बीनने गए महिलाओं ने लाश देखी. सूचना पर जंगल पहुंचे ग्रामीणों ने मृतक की पहचान छिंदभाटा गांव निवासी बोन्डकु मरकाम के रूप में की. लाश देखकर गांव वालों के बीच सुगबुगाहट चालू हो गई. फिर लोगों ने सिटी कोतवाली कोंडागांव में सूचना दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक बालाजी राव ने तुरंत एसडीओपी कपिल चंद्रा, टीआई राजेन्द्र मंडावी, एसआई मनोज नायक, एसआई विवेक सेंगर एवं अन्य स्टाप को तत्काल जांच करने भेजा गया .