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आम आदमी को एक और बड़ा झटका: महंगा हुआ एलपीजी सिलेंडर

आम आदमी को एक और बड़ा झटका: महंगा हुआ एलपीजी सिलेंडर

नईदिल्ली। पैट्रोल डीजल में बढ़ोतरी के बाद सरकार ने आम आदमी को एक और बड़ा झटका दिया है। जुलाई महीने की शुरुआत रसोई गैस के बढ़े हुए दाम के साथ हुई है। बता दें कि देश में गैस सिलेंडर के रेट की हर महीने समीक्षा होती है, इसके बाद इनके नए सिरे से रेट तय किए जाते हैं। कई बार इसमें घट-बढ़ होती है, तो कई बार यह स्थिर भी रहते हैं। लेकिन 1 जुलाई से गैस के रेट में बढ़ोत्तरी की गई है। गैस सिलेंडर के रेट इंडियन ऑयल कार्पोरेशन (आइओसी) तय करती है। इस महीने 14.2 किलो वाले गैस के रेट में बढ़ोत्तरी का फैसला लिया गया है।

वहीं मई में गैस सिलेंडर के रेट में भारी कमी की गई थी। आइये जातने हैं कि देश के चारों महानगरों में इस बढ़ोत्तरी के बार नए रेट क्या हैं। इससे पहले दिल्ली में जून महीने के दौरान 14.2 किलोग्राम वाले गैर-सब्सिडाइज्ड एलपीजी सिलेंडर के दाम में 11.50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोत्तरी की गई, वहीं, मई में यह 162.50 रुपये तक सस्ता हुआ था।

दिल्ली में अब गैस सिलेंडर के नए रेट दिल्ली में 1 जुलाई 2020 से गैस का सिलेंडर 1 रुपये महंगा मिलेगा। अभी तक यह सिलेंडर दिल्ली में 593 रुपये का मिल रहा था, जो अब 594 रुपये में मिलेगा। कोलकाता में गैस सिलेंडर का रेट सबसे ज्यादा बढ़ा है। यहां पर गैस सिलेंडर के रेट में 4.5 रुपये प्रति गैस सिलेंडर की बढ़त की गई है। यहां पर अभी तक 616 रुपये का गैस सिलेंडर मिल रहा था, जो अब 620.50 रुपये का मिलेगा। मुम्बई में गैस सिलेंडर का नया रेट मुम्बई में गैस सिलेंडर का नया रेट 3.5 रुपये बढ़ा कर तय किया गया है। यहां पर अभी तक गैस सिलेंडर 590.50 रुपये का मिल रहा था, जो अब 594 रुपये का मिलेगा। चेन्नई में गैस सिलेंडर का नया रेट चेन्नई में गैस सिलेंडर का नया रेट 4 रुपये बढ़ाकर तय किया गया है। यहां पर अभी तक यह गैस सिलेंडर 606.50 रुपये का मिल रहा था, जो अब 610.50 रुपये का मिलेगा।
5जी की दौड से अब चीनी कंपनी हुवावे को बाहर करने की तैयारी, गृह मंत्री की अगुवाई में हुई वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक

5जी की दौड से अब चीनी कंपनी हुवावे को बाहर करने की तैयारी, गृह मंत्री की अगुवाई में हुई वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक

नई दिल्ली, एलएसी पर तनाव का जवाब आर्थिक झटके से दे रही मोदी सरकार अब चीन की बड़ी कंपनी हुवावे को झटका देने की तैयारी में है। सोमवार को चीन के 59 एप पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब हुवावे को देश में 5जी सेवा से पूरी तरह से दूर रखने पर मंथन किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में हुई वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक में हुवावे को बाहर करने पर सैद्घांतिक सहमति बन गई है। इस बैठक में विदेश मंत्री जयशंकर, संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे।


सोमवार देर शाम हुई इस बैठक में हुवावे को 5जी योजना से जोडऩे या ना जोडऩे पर लंबी मंत्रणा हुई। सूत्रों का कहना है कि बैठक में सुरक्षा कारणों से हुवावे को इस योजना से दूर रखने का फैसला लिया गया है। वैसे भी सरकार ने जिस प्रकार सोमवार को चीन के कई एप पर प्रतिबंध लगाया है, उससे देखते हुए हुवावे को 5जी योजना की प्रक्रिया से जोड़े रखने की संभावना नहीं है। वह भी तब जब हुवावे को ट्रायल की इजाजत देने से पहले और बाद में भारी विवाद हुआ था।


बीते साल 31 दिसंबर को हुवावे को ट्रायल में हिस्सा लेने की अनुमति पर सरकार में भी मतभेद थे। इस संबंध में बनाई गई उच्च स्तरीय समिति ने हुवावे की 5जी में भागीदारी का विरोध किया था। समिति ने कहा था कि इस कंपनी के चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और सरकार से बेहद नजदीकी संबंध हैं। इस कारण यह कंपनी संवदेनशील सूचनाओं को लीक कर सकती है। समिति ने इसी आशंका से अमेरिका सहित कई देशों की ओर से हुवावे पर लगाए गए प्रतिबंध का हवाला भी दिया था। हालांकि सरकार ने इसके बावजूद चीनी कंपनी को ट्रायल की अनुमति दी थी।

 

फेयर एंड लवली के बाद अब लॉरियेल भी सभी प्रोडक्ट से हटाएगी गोरे जैसे शब्द

फेयर एंड लवली के बाद अब लॉरियेल भी सभी प्रोडक्ट से हटाएगी गोरे जैसे शब्द

नईदिल्ली। कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली फ्रांस की कंपनी लोरियल ग्रुप ने शुक्रवार को कहा कि वह त्वचा के रखरखाव से संबंधित अपने उत्पादों से श्वेत, गोरे और हल्के जैसे शब्दों को हटायेगी। यूनिलीवर ने भी एक दिन पहले इसी तरह की घोषणा की थी और कहा था कि वह अपने लोकप्रिय ब्रांड फेयर एंड लवली से फेयर शब्द को हटायेगी। 

नस्लीय रुढिय़ों के खिलाफ उठती आवाजों के बीच त्वचा के गोरेपन से संबंधित सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनियां दबाव में हैं। यह ऐसे समय में महत्वपूर्ण हो जाता है, जब अमेरिका से शुरू हुआ 'ब्लैक लाइव्स मैटरÓ आंदोलन कई देशों में फैल चुका है।

कंपनी ने एक बयान में कहा, लॉरियल ग्रुप त्वचा का रंग बदलने वाले उत्पादों को लेकर उठ रही आपत्तियों को स्वीकार करती है। इसे लेकर कंपनी त्वचा संबंधी अपने सभी उत्पादों से गोरे, गोरेपन, श्वेत, सफेद, हल्का आदि शब्दों को हटाने का निर्णय लेती है। 

कई और कंपनियों भी इस तरह के कदम उठा रही हैं। अमेरिकी की स्वास्थ्य देखभाल और एफएमसीजी कंपनी जॉनसन एण्ड जॉनसन ने भी त्वचा को गोरा बनाने वाली क्रीम की भारत सहित दुनियाभर में बिक्री को रोक दिया। वहीं कोलकाता स्थित एफएमसीजी कंपनी इमामी ने भी कहा है कि वह स्थिति का मूल्यांकन कर रही है। कंपनी गोरापन लाने वाले ब्रांड फेयर एण्ड हैंडसम का उत्पादन करती है।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 से अधिक अंक चढ़ा

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 से अधिक अंक चढ़ा

मुंबई। इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में बढ़त से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 से अधिक अंक मजबूत खुला। सकारात्मक वैश्विक रुख से भी बाजार को मजबूती मिली। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 355.04 अंक या 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 35,197.14 अंक पर कारोबार कर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 100.55 अंक या 0.98 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,389.45 अंक पर था। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर चार प्रतिशत से अधिक के लाभ में था। इन्फोसिस, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी लाभ में थे। वहीं दूसरी ओर कोटक बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और सनफार्मा के शेयर नुकसान में थे।
कंपनी अपने फेयर एंड लवली  प्रोडक्ट के नाम में करने जा रही है ये बदलाव

कंपनी अपने फेयर एंड लवली प्रोडक्ट के नाम में करने जा रही है ये बदलाव

नयी दिल्ली, तेल, साबुन, सर्फ जैसे रोजमर्रा की जरूरत का सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह त्वचा की देखभाल से जुड़े अपने लोकप्रिय बांड 'फेयर एंड लवली से 'फेयर शब्द हटाएगी।कंपनी ने कहा कि त्वचा देखभाल से जुड़े उसके दूसरे उत्पादों के मामले में भी नया समग्र दृष्टिकोण अपनाया जाएगा जिसमें हर रंग-रूप का ख्याल रखा जाएगा।हिंदुस्तान यूनिलीवर लि. (एचयूएल) ने एक बयान में कहा, ''कंपनी ब्रांड को आगे सुदंरता के दृष्टिकोण से और समावेशी बनाने के लिये कदम उठा रही है। इसके तहत कंपनी अपने ब्रांड 'फेयर एंड लवली से 'फेयर शब्द हटाएगी। नये नाम के लिये नियामकीय मंजूरी की प्रतीक्षा है। हम अगले कुछ महीनों में नाम में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं। कंपनी इस बदलाव के तहत 'फेयर एंड लवली फाउंडेशन के लिये भी नये नाम की घोषणा करेगी। इस फाउंडेशन का गठन 2003 में महिलाओं को उनकी शिक्षा-दीक्षा पूरी करने में मदद के लिये वजीफा देने के इरादे से किया गया था।एचयूएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने कहा, ''फेयर एंड लवली में बदलाव के अलावा एचयूएल के त्वचा देखभाल से जुड़े अन्य उत्पादों में भी सकारात्मक खूबसूरती का नया दृष्टिकोण प्रतिबिंबित होगा। उन्होंने कहा कि 2019 में हमने फेयर एंड लवली से दो चेहरों वाली तस्वीर हटाते हुए अन्य बदलाव किये थे। साथ ही हमने ब्रांड 'कम्युनिकेशनÓ के लिये 'फेयरनेसÓ की जगह 'ग्लो का उपयोग किया जो स्वस्थ्य त्वचा के आकलन के लिहाज ज्यादा समावेशी है। मेहता ने दावा किया कि बदलाव को ग्राहकों ने काफी पसंद किया है। उन्होंने कहा कि नये नाम को लेकर नियम की मंजूरी की प्रतीक्षा है। अगले कुछ महीनों में संशोधित नाम के साथ उत्पाद बाजार में उपलब्ध होगा।

 

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 344 अंक टूटा, निफ्टी में भी 99 अंक का नुकसान

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 344 अंक टूटा, निफ्टी में भी 99 अंक का नुकसान

मुंबई। जून के डेरिवेटिव्स अनुबंधों के निपटान से पहले एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, इन्फोसिस तथा आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में गिरावट से बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 300 से अधिक अंक के नुकसान के साथ खुला। कारोबारियों ने कहा कि कमजोर वैश्विक रुख से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 34,499.78 अंक के निचले स्तर को छूने के बाद 343.59 अंक या 0.99 प्रतिशत के नुकसान के साथ 34,525.39 अंक पर कारोबार कर रहा था।इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 99.10 अंक या 0.96 प्रतिशत के नुकसान के साथ 10,206.20 अंक पर था। सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस का शेयर सबसे अधिक तीन प्रतिशत नीचे आया। एचडीएफसी बैंक, एक्सिस, बैंक, इंडसइंड बैंक, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक तथा एचडीएफसी के शेयर भी नुकसान में थे। वहीं दूसरी ओर बजाज ऑटो, आईटीसी, एनटीपीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर लाभ में थे।
TRADE: चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए CAIT ने मुकेश अम्बानी सहित उद्योगपतियों से सहयोग का किया आग्रह

TRADE: चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए CAIT ने मुकेश अम्बानी सहित उद्योगपतियों से सहयोग का किया आग्रह

रायपुर | कन्फेडरेशन ऑफ आल इंड़िया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मगेलाल मालू, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, प्रदेश महामंत्री जितेंद्र दोशी, प्रदेश कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक दलों और बॉलीवुड और क्रिकेट की मशहूर हस्तियों से अपील करने के बाद कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारत के 50 अन्य उद्योगपति को पत्र भेजकर राष्ट्र एवं अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के इस अभियान में उनसे जुड़ने का आग्रह किया । कैट ने भारतीय सामान - हमारा अभिमान के नाम से चीनी सामानों का बहिष्कार का एक अभियान गत 10 जून, 2020 को यह राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किया है।

मुकेश अम्बानी के अलावा कैट ने उद्योगपति रतन टाटा, नारायणमूर्ति, अजीम प्रेमजी, आदी गोदरेज, नुस्ली वाडिया, अजय पीरामल, विक्रम किर्लोस्कर, कुमार मंगलम बिरला, शिव नाडार, राहुल बजाज, सुनील भारती मित्तल, ज्योत्स्ना सूरी, आनंद महिंद्रा, उदय कोटक, पालनजी मिस्त्री, शशि रुइया, मधुकर पारेख, डॉ. सतीश रेड्डी, पंकज पटेल, नीलेश गुप्ता हर्ष मरीवाला, पंकज पटेल आदी से सहयोग का आग्रह किया है ।

कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने मुकेश अंबानी सहित उद्योगपतियों को भेजे पत्र में कहा कि एक सफल उद्यमी और भारतीय उद्योग के कर्णधारों में से एक होने के कारण कैट ने सभी उद्योगपतियों से चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के राष्ट्रीय अभियान में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है । कैट ने श्री अंबानी सहित अन्य सभी उद्योगपतियों से कहा की यह अभियान देश की अर्थव्यवस्था में एक नया परिवर्तन लाएगा और भारत को दुनिया में एक नदी आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करेगा, इस दृष्टि से देश के सभी प्रमुख वर्गों के जुड़ने से चीन पर भारत की निर्भरता काफी हद तक कम होगी ।

अमर पारवानी ने कहा कि भारत चीन से चार श्रेणियों के उत्पादों का आयात करता है अर्थात तैयार माल, कच्चा माल, भारत में माल की असेंबली के लिए स्पेयर पार्ट्स और टेक्नोलॉजी वाले उत्पाद और कैट ने चरणबद्ध तरीके से चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का फैसला किया है। कैट ने पहले चरण के लिए लगभग 450 व्यापक श्रेणी के तैयार उत्पादों की एक सूची बनाई है जिसके अंतर्गत लगभग 3000 से अधिक उत्पाद ऐसे हैं जो चीन से आयात होते हैं जबकि इस प्रकार के सभी उत्पाद भारत में पहले से ही बन रहे हैं । उन्होंने आगे कहा कि कैट के राष्ट्रीय अभियान का पहला चरण 10 जून, 2020 को शुरू किया गया था और यह दिसंबर, 2021 तक जारी रहेगा। इस दौरान भारतीय उद्योग, लघु उद्योग, उद्यमियों, स्टार्टअप और अन्य लोगों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए कैट केंद्र सरकार से एक व्यापक रणनीति बनाने का आग्रह करेगा और एक समग्र नीति के अंदर भारत में कच्चे माल, स्पेयर पार्ट्स और प्रौद्योगिकी संचालित वस्तुओं से संबंधित वस्तुओं के निर्माण को भारत में ही शुरू करने के लिए सरकार से आग्रह करेगा ।

अमर पारवानी ने कहा कि देश के कुछ वर्गों में एक मिथक है कि भारत चीनी वस्तुओं का बहिष्कार बहुत मुश्किल है जिसे भारत के व्यापारियों ने एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि देश में व्यापारी देशवासियों के सहयोग से इसे करके दिखाएंगे । उन्होंने कोविड से लड़ने के लिए देश में ही अनेक वस्तुओं के उत्पादन का उदहारण देते हुए कहा की के उत्पादन के लिए एक बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के निर्माण का उदाहरण दिया और कहा कि जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम दो महीने के बहुत कम समय में कोरोना से संबंधित पीपीई किट, वेंटिलेटर, मास्क और अन्य वस्तुओं का उत्पादन कर सकते हैं तो फिर हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक दृढ़ संकल्प जरूरी है जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाया जा सके । वर्तमान में उपभोक्ताओं के खरीद व्यवहार में एक बड़ा बदलाव आया है और अब उपभोक्ता भी चीनी सामान की अपेक्षा भारतीय सामन खरीदना ज्यादा पसंद करने लगे हैं जो कैट के भारतीय सामान -हमारा अभिमान के अभियान की मुख्य धुरी बनेगा।

अमर पारवानी ने कहा कि ऐसे समय में जब चीन की सेना ने सबसे गुप्त तरीके से लद्दाख सीमा पर भारतीय सेना पर बर्बर हमला किया है, जिसके परिणाम स्वरूप देश के 20 बहादुर बेटों की नृशंस हत्या हुई है। प्रत्येक भारतीय चीन के अत्याचारों के प्रति गहरी नाराजगी, आक्रोश और घृणा कर रहा है और चीन के प्रति उनका विरोध लगातार तीव्र होता जा रहा है । आज प्रत्येक भारतीय का खून प्रतिशोध की भावना के साथ उबल रहा है और इसलिए जहाँ भारत की सेना चीन से सैन्य रूप लड़ेगी वहां भारतीय व्यापारी और भारत के लोग अब चीन से आर्थिक युद्ध लड़ेंगे |

इतिहास में पहली बार पेट्रोल से महंगा हुआ डीजल, लगातार 18वें दिन बढ़े दाम

इतिहास में पहली बार पेट्रोल से महंगा हुआ डीजल, लगातार 18वें दिन बढ़े दाम

नईदिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में मामूली तेजी के बीच घरेलू बाजार में डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। हालांकि, 17 दिन की लगातार बढ़ोतरी के बाद आज पेट्रोल के दाम नहीं बढ़े हैं। बुधवार को डीजल के दामों में 48 पैसे की बढ़ोतरी हुई।

भारतीय इतिहास में पहली बार दिल्ली में ऐसा हुआ है कि डीजल की कीमत पेट्रोल से अधिक हो गई है। आज लगातार 18वें दिन डीजल की कीमत में बढ़ोतरी हुई जबकि पेट्रोल की कीमत कल के ही बराबर है। पिछले 18 दिनों में डीजल की कीमत में 10.48 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है जबकि पेट्रोल भी 8.50 रुपए महंगा हुआ है।

24 जून यानि कि आज भी सरकारी तेल कंपनियों ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी की। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत तो कल के बराबर 79.76 रुपए पर टिकी रही, लेकिन डीजल की कीमत 79.40 रुपए से बढ़कर 79.88 रुपए प्रति लीटर हो गई जो कल के मुकाबले 48 पैसे महंगा है। दिल्ली क्या, पूरे देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि डीजल की कीमत पेट्रोल से ज्यादा हो गई।

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में यूं तो पिछले 18 दिनों में से अधिकतर दिन क्रूड आयल की कीमतों में नरमी का ही रुख रहा, लेकिन घरेलू बाजार में इसकी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। अभी इंडियन बास्केट कच्चे तेल की कीमत 40 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रही है। लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में उस हिसाब से कमी नहीं हुई है। इसी का असर है कि पिछले 18 दिनों में डीजल की कीमत में 10.48 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इतने दिनों में पेट्रोल का दाम भी 8.50 रुपए प्रति लीटर चढ़ गया।
शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 35000 के ऊपर और निफ्टी भी 10378 तक चढ़ा

शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 35000 के ऊपर और निफ्टी भी 10378 तक चढ़ा

मुंबई। घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत मंगलवार को मजबूत कारोबारी रुझान के साथ हुआ और सेंसेक्स में 35000 के ऊपर खुलने के बाद आरंभिक कारोबार के दौरान 200 अंकों से ज्यादा उछला। निफ्टी की शुरुआत भी तेजी के साथ 10300 के ऊपर हुई और बढ़त बनी हुई थी।

विदेशी शेयर बाजारों से भी मिले सकारात्मक संकेतों से घरेलू शेयर बाजार को मजबूती मिली। सुबह 9.24 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से 183.13 अंकों यानी 0.52 फीसदी की तेजी के साथ 35,094.45 पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी भी पिछले सत्र की क्लोजिंग से 51.25 अंक यानी 0.50 फीसदी की चढ़कर 10362.45 पर बना हुआ था।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज; बीएसई के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 104.41 अंकों की बढ़त के साथ 35,015.73 पर खुला और 35,116.22 तक उछला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज; एनएसई, के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी भी पिछले सत्र से 36.75 अंकों की तेजी के साथ 10347.95 पर खुला और 10377.55 तक चढ़ा।
पेट्रोल, डीजल के दाम में लगातार 16वें दिन वृद्धि, नई ऊंचाई पर पहुंच दाम

पेट्रोल, डीजल के दाम में लगातार 16वें दिन वृद्धि, नई ऊंचाई पर पहुंच दाम

नयी दिल्ली। तेल कंपनियों ने सोमवार को लगातार 16वें दिन पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ा दिये। पेट्रोल के दाम में सोमवार को 33पैसे और डीजल के दाम में 58 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई। इस वृद्धि के बाद खुदरा दाम रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गये। ताजा वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम 79.23 रुपये से बढ़कर 79.56 रुपये और डीजल का दाम 78.27 रुपये से बढ़कर 78.55 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। तेल विपणन कंपनियों की जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है। तेल कंपनियां देशभर में एक साथ दाम बढ़ाती है लेकिन राज्यों में इन पर अलग दर से लगने वाले बिक्री कर अथवा मूल्य वर्धित कर (वैट) की वजह से खुदरा दाम अलग अलग होते हैं। पिछले 16 दिनों से दोनों ईंधनों के खुदरा दाम में लगातार वृद्धि की जा रही है। इस दौरान पेट्रोल के दाम कुल मिलाकर 8.30 रुपये और डीजल के दाम में 9.46 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है। अप्रैल 2002 में पेट्रोल, डीजल के दाम नियंत्रणमुक्त किये जाने के बाद किसी एक पखवाड़े में यह सबसे बड़ी वृद्धि है।

शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत, निफ्टी 10300 के पार, सेंसेक्स 250 अंक मजबूत

शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत, निफ्टी 10300 के पार, सेंसेक्स 250 अंक मजबूत

मुंबई। आज के कारोबार में बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 250 अंकों की तेजी के साथ 34,892.03 के स्तर पर खुला तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक निफ्टी भी दिन के कारोबार की शुरुआत हरे निशान से की। निफ्टी 10,318.75 के स्तर पर खुला।  बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 950.85 अंक या 2.81 प्रतिशत चढ़ा। 

बीएसई पर इन्फोसिस,एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, पावरग्रिड, एचसीएल टेक, टाटा स्टील, रिलायंस, एनटीपीसी, एयरटेल, नेस्ले, एचडीएफसी और एसबीआई में तेजी देखी जा रही है। अगर सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें आज आईटी को छोड़कर सभी सेक्टर हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी बैंक, ऑटो , फाइनेंशियल सर्विसेज, मीडिया, मेटल, प्राइवेट बैंक, एफएमसीजी, पीएसयू बैंक और रियलटी इंडेक्स में तेजी दिख रही है। ग्लोबल संकेतों की बात करें तो शुक्रवार को डाउ जोंस में 208.64 अंकों यानी करीब 0.80 फीसदी गिरावट रही और यह 25,871 के स्तर पर बंद हुआ था। आज एशियाई बाजारों में दबाव दिख रहा है।

विश्लेषकों का कहना है कि शेयर आधारित गतिविधियों के अलावा वैश्विक बाजारों और विदेशी कोषों के रुख से बाजार की चाल तय होगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा रुपये के उतार-चढ़ाव तथा कच्चे तेल की कीमतें बाजार को प्रभावित करेंगी। सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉकनोट के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जिमीत मोदी ने कहा, इस सप्ताह कोई बड़ा घटनाक्रम नहीं है। पूरी दुनिया में बाजार यह आकलन करने का प्रयास कर रहे हैं कि लॉकडाउन में ढील से आर्थिक मांग की स्थिति में क्या सुधार होता है।  उन्होंने कहा कि अभी तक इसको लेकर प्रतिक्रिया मिली जुली है और अभी यह अनुमान लगाना आसान नहीं है कि अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति कितनी तेजी से सुधरेगी। 
आज फिर पेट्रोल 51 पैसे और डीजल 61 पैसे लीटर महंगा

आज फिर पेट्रोल 51 पैसे और डीजल 61 पैसे लीटर महंगा

नई दिल्ली। सरकारी पेट्रोलियम वितरक कंपनियों ने शनिवार को डीजल और पेट्रोल के दाम में क्रमश: 61 पैसे और 51 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की। इस बढोतरी के साथ डीजल का मूल्य दिल्ली में 77.67 रुपये के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है।कंपनियों की मूल्य संबंधी अधिसूचना के अनुसार लगातार 14वें दिन इस बढोतरी से राजधनी में पेट्रोल की दर प्रति लीटर 78.88 रुपये पर पहुंच गयी है।इस दौरान डीजल और पेट्रोल में कुल मिला कर प्रति लीटर क्रमश: 8.28 रुपये और 7.62 रुपये की वृद्धि हुई है। इन ईंधनों के दाम पूरे देश में बढ़ाए गए हैं। पेट्रोलियम पर राज्य स्तरीय करों (वैट) की दरों में विभिन्नताओं के चलते इनके भावों में बढ़ोतरी कुछ अलग अलग हो सकती है।गत सात जून से पहले 82 दिन तक कंपनियों ने इनके मूल्यों में कोई संशोधन नहीं किया था। दिल्ली में इन चौदह दिनों की मूल्य वृद्धि से पहले डीजल की सबसे ऊंची दर 16 अक्टूबर 2018 को थी। उस समय इसका भाव प्रति लीटर 75.69 रुपये था। इसी तरह चार अक्टूबर 2018 को यहां पेट्रोल 84 रुपये पर था जो इसकी अब तक की उच्चतम दर है।गौरतलब है कि 14 मार्च को सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क प्रति लीटर तीन-तीन रुपये बढ़ाए थे। इसके बाद फिर पांच मई को पेट्रोल पर शुल्क 10 रुपये तथा डीजल पर 13 रुपये और बढ़ा दिया गया था।
Samsung Galaxy note10 Lite की कीमत में हुई भारी कटौती, Oneplus 8 से होगा मुकाबला

Samsung Galaxy note10 Lite की कीमत में हुई भारी कटौती, Oneplus 8 से होगा मुकाबला

नई दिल्ली,स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Samsung ने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन Galaxy Note 10 Lite की कीमत में भारी कटौती कर दी है. साथ ही इस फोन पर हैवी कैशबैक भी दिया जा रहा है. इस फोन का सीधा मुकाबला Oneplus 8 से होगा. आइये जानते हैं Galaxy Note 10 Lite की नई कीमत और इसके फीचर्स.


नई कीमतें: Samsung ने Galaxy Note 10 Lite को दो वेरिएंट में लॉन्च किया था. लेकिन अब कंपनी ने ग्राहकों के लिए इसकी कीमत में कटौती कर दी है. इसके 6 GB रैम और 128 GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत में 4000 रूपये की कटौती की गई है जिसके बाद यह वेरिएंट 37,999 रुपये में ख़रीदा जा सकता है, जबकि इसके 8 GB रैम और 128 GB स्टोरेज वेरियंट की अब 39,999 रुपये हो गई है.


5000 रुपये का कैशबैक ऑफर्स


अगर आप Citibank debit या credit कार्ड से इस फोन को खरीदते हैं तो आपको 5000 रुपये का कैशबैक मिलेगा. जिसकी बाद इसकी इस फोन की कीमत 32999 रुपये (6GB वेरिएंट) और 34999 रुपये (8GB वेरिएंट) हो जाएगी. यह फोन ऑरा ग्लो, ऑरा ब्लैक और ऑरा रेड कलर वेरियंट में उपलब्ध है.


फीचर्स


Galaxy Note 10 Lite में 6.7 इंच की फुल एचडी प्लस, इनफिनिटी ओ सुपर एमोलेड डिस्प्ले लगा है. इस फोन के साथ S-पेन की भी सुविधा मिलती है. परफॉरमेंस के लिए इसमें Exynos 9810 प्रोसेसर है. जो 10nm ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है.और इसकी क्लॉक स्पीड 2.7 गीगाहर्ट्ज़ है. यह फोन 8 GB रैम और 128 GB इंटरनल स्टोरेज के साथ है. फोन में 4500mAh की बैटरी दी गई है जोकि फ़ास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है.


फोटोग्राफी के लिए इसके रियर में ट्रिपल कैमरा सेटअप है मौजूद है, जिसमें पहला लेंस 12 मेगापिक्सल का है जिसके साथ ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन मिलता है, जबकि दूसरा लेंस 12 मेगापिक्सल का वाइड एंगल के साथ है, वहीँ तीसरा लेंस भी 12 मेगापिक्सल का टेलीफोटो लेंस है. इसके अलावा सेल्फी के लिए इसमें 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा लगा है.


OnePlus 8 सीरिज से होगा मुकाबला


Galaxy Note 10 Lite का सीधा मुकाबला OnePlus 8 से होगा. कीमत की बात करें तो OnePlus 8 के 6GB रैम और 128GB स्टोरेज के बेस मॉडल की कीमत 41,999 रुपये से शुरू है, जबकि 8GB रैम और 128GB स्टोरेज मॉडल की कीमत 44,999 रुपये है, इसके अलावा 12GB रैम और 256GB स्टोरेज मॉडल की कीमत 49,999 रुपये तक जाती है.
परफॉरमेंस के लिए इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 865 SoC प्रोसेसर और X55 5G चिपसेट दिया है. OnePlus 8 Pro में पावर के लिए इसमें 4,510mAh की बैटरी दी गई है, जबकि OnePlus 8 में 4,300mAh की बैटरी दी गई है. OnePlus 8 में 6.55 इंच के FluidAMOLED 90Hz रिफ्रेश रेट वाले डिस्प्ले लगा है. जबकि OnePlus 8 Pro इसमें 6.78 इंच के FluidAMOLED 120Hz रिफ्रेश रेट वाला डिस्प्ले लगा है. 

सेंसेक्स की 200 अंक से अधिक उछलकर शुरुआत, निफ्टी भी मजबूत

सेंसेक्स की 200 अंक से अधिक उछलकर शुरुआत, निफ्टी भी मजबूत

मुंबई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स शुक्रवार को 200 अंक से अधिक बढ़त के साथ खुला। वहीं निफ्टी भी 10,100 अंक के स्तर को पार गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फाइनेंस और आईसीआईसीआई बैंक मुख्य तौर पर लाभ में रहे। बीएसई का 30 कंपनियों का शेयर सूचकांक सेंसेक्स 207.64 अंक यानी 0.61 प्रतिशत बढ़कर 34,415.69 अंक पर रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंच का निफ्टी 59.45 अंक यानी 0.59 प्रतिशत बढ़कर 10,151.10 अंक पर रहा। बजाज फाइनेंस का शेयर सबसे अधिक तीन प्रतिशत तक चढ़ गया। वहीं उद्योगपति मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज के 1.69 लाख करोड़ रुपये जुटाने के बाद शुद्ध ऋण मुक्त होने की घोषणा करने के चलते कंपनी का शेयर करीब दो प्रतिशत चढ़ गया। यह 52 हफ्ते के उच्च स्तर पर जाकर 1,684 रुपये प्रति शेयर रहा। पिछले सत्र के कारोबार में सेंसेक्स 34,208.05 अंक पर और निफ्टी 10,091.65 अंक पर बंद हुआ था। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार वैश्विक बाजारों के सकारात्मक संकेतों और विदेशी पूंजी के निवेश से बाजार को बल मिला है। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार बृहस्पतिवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 366.57 करोड़ रुपये की लिवाली की। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चा तेल भाव 0.84 प्रतिशत बढ़कर 41.86 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बॉयकॉट से चीन को लग सकता है 17 अरब डॉलर का झटका

बॉयकॉट से चीन को लग सकता है 17 अरब डॉलर का झटका

कोलकाता। पूर्वी लद्दाख में चीन की हरकत के बाद देश में चीनी सामान के बहिष्कार की मांग जोर पकड़ रही है। कारोबारियों ने भी केंद्र सरकार से मांग की है कि वह ई-कॉमर्स कंपनियों को चीन में बने सामान की बिक्री बंद करने का आदेश दे।

चीन से भारत को होने वाले कुल आयात में से रिटेल ट्रेडर्स करीब 17 अरब डॉलर का सामान बेचते हैं। इनमें ज्यादातर खिलौने, घरेलू सामान, मोबाइल, इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक सामान और कॉस्मैटिक उत्पाद शामिल हैं। अगर चीन से ये सामान आना बंद होता है तो इससे ये सामान बनाने वाली घरेलू कंपनियों को फायदा होगा।

फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के महासचिव वी के बंसल ने कहा, हमने अपने सद्स्यों को चीनी माल का स्टॉक निपटाने को कहा है। साथ ही उनसे कहा गया है कि वे वहां से आगे सामान मंगाने में परहेज करें। साथ ही हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह ई-कॉमर्स कंपनियों को चीनी माल बेचने से रोके। 

कनफेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील पोद्दार का भी कहना है कि एसोसिशन ने अपने सदस्यों को चीनी माल का कारोबार बंद करने की सलाह दी है।

कारोबारियों की एक ओर राष्ट्रीय संस्था द कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने भी चीनी सामान के बहिष्कार का फैसला किया है। इसके लिए संगठन 'भारतीय सामान-हमारा अभिमानÓ नाम से एक अभियान भी चला रहा है। 

सीएआईटी ने 450 तरह के सामान की एक व्यापक सूची जारी की है जिनमें करीब 3000 चीनी उत्पाद हैं। साथ ही उसने देश की कई सेलिब्रिटी को एक पत्र लिखकर उन्हें चीन में बने सामान का प्रचार बंद करने का अनुरोध किया है। 

उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में चीन और भारत के सैनिकों के बीच लंबे समय से तनातनी चल रही है। 15 जून की रात दोनों पक्षों में हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। इस घटना से बाद पूरे देश में गुस्सा है और चीनी सामान के बहिष्कार की मांग जोर पकड़ रही है।
 पेट्रोल 56 पैसे, डीजल 63 पैसे प्रति लीटर महंगा

पेट्रोल 56 पैसे, डीजल 63 पैसे प्रति लीटर महंगा

नयी दिल्ली। पेट्रोल की कीमत शुक्रवार को 56 पैसे और डीजल की 63 पैसे प्रति लीटर बढ़ गयी। ईंधन की कीमतों में लगातार 13वें दिन की वृद्धि के बाद अब तक पेट्रोल 7.11 रुपये और डीजल 7.67 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों की अधिसूचना के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 77.81 रुपये से बढ़कर 78.37 रुपये प्रति लीटर हो गयी। वहीं डीजल 76.43 रुपये से बढ़कर 77.06 रुपये प्रति लीटर हो गया। ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी पूरे देश में की गयी है। राज्यों के अलग-अलग स्थानीय कर और वैट की वजह से इनमें अंतर हो सकता है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में यह लगातार 13वें दिन वृद्धि की गयी। सात जून से अब तक पेट्रोल 7.11 रुपये और डीजल 7.67 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। सात जून से पहले कोविड-19 लॉकडाउन के चलते ईंधन की कीमतों में लगातार 83 दिन तक वृद्धि नहीं हुई थी।
अगले 5 साल में आधे भारत के पास होगा जियो का सिम, मुकेश अंबानी उठा सकते हैं बड़ा कदम

अगले 5 साल में आधे भारत के पास होगा जियो का सिम, मुकेश अंबानी उठा सकते हैं बड़ा कदम

नईदिल्ली। रिलायंस जियो के सहारे डिजिटल किंग बनने की राह पर चल पड़े मुकेश अंबानी जल्द ही इसके लिए इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानि आईपीओ ला सकते हैं। वहीं जियो इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो 5 साल बाद यानि 2025 तक तकरीबन 50 फीसदी मोबाइल यूजर्स जियो की सेवाओं का इस्तेमाल करेंगे। उस दौरान तक रिलायंस जियो के पास करीब 50 करोड़ ग्राहक होंगे। ये बातें बर्न्सटेन रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कही है।

बर्न्सटेन रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अगले कुछ साल के अंदर मुकेश अंबानी जियो के लिए आईपीओ ला सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार तकतब जियो का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर में और सुधार होगा। वहीं अगले 3 साल में जियो का सर्विस रेवेन्यू बढ़कर दोगुना हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार आगे भी कुछ दिग्गज कंपनियों की निगाहें जियो पर हैं। आगे और भी निवेश आ सकते हैं। इस पैसों से आरआईएल को डेट फ्री कंपनी बनने में मदद मिलेगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि दिसंबर में हमने अपने लास्ट अपडेट में रिलायंस जियो को भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री का नया बादशाह बताया था। इसके बाद हमने कई विदेशी निवेशकों को इसमें निवेश करते हुए देखा है। विदेशी कंपनियों को भी जियो में बड़ी उम्मीद दिख रही है। 

विदेशी कंपनियों द्वारा जियो में निवेश की शुरूआत फेसबुक से हुई। सबसे पहले फेसबुक ने इसमें 43,573.62 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का एलान किया। इसके बाद 8 प्राइवेट इच्टिी निवेशकों ने इसमें 60,753.33 करोड़ रुपये का और निवेश किया। जियो में 8 हफ्ते के अंदर 1.04 लाख करोड़ का निवेश आया। इसके बदले जियो ने 22 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बेची।

बर्न्सटेन का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2022-23 तक जियो के 50 करोड़ से ज्यादा मोबाइल सब्सक्राइबर हो जाएंगे। वित्त वर्ष 2019-20 में इनकी संख्या 38.8 करोड़ थी। वित्त वर्ष 2024-25 तक इसका सब्सक्राइबर बेस 56.9 करोड़ तक पहुंच जाने के आसार हैं। चालू वित्त वर्ष में जियो की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 40 फीसदी हो जाने की उम्मीद है। बीते वित्त वर्ष के दौरान यह 36 थी। वित्त वर्ष 2024-25 तक यह हिस्सेदारी 48 फीसदी हो जाने के आसार हैं।
सोने और चांदी के भाव में फिर आई तेजी, जाने सोने और चांदी का कितना भाव बढ़ा

सोने और चांदी के भाव में फिर आई तेजी, जाने सोने और चांदी का कितना भाव बढ़ा

नईदिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 18 रुपये की तेजी के साथ 48,220 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज ने यह जानकारी दी है। इससे पहले के कारोबार में सोना 48,202 रुपये प्रति10 ग्राम पर बंद हुआ था।

एचडीएफसी सिक्यॉरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, 'भारत और चीन के बीच तनाव बढऩे तथा अंतरराष्ट्रीय सोने की कीमतों में स्थिरता के कारण दिल्ली में24 केरेट सोने की हाजिर कीमत में 18 रुपये की मामूली तेजी आई।

चांदी की कीमत भी 380 रुपये की तेजी के साथ 49,250 रुपये प्रति किग्रा हो गई, जो मंगलवार को 48,870 रुपये प्रति किग्रा थी। 

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,725 डॉलर प्रति औंस पर अपरिवर्तित रहा, जबकि चांदी 17.45 डॉलर प्रति औंस पर अपरिवर्तित बंद हुआ।
सोने-चांदी की कीमतों में आई गिरावट, पढ़े पूरी खबर

सोने-चांदी की कीमतों में आई गिरावट, पढ़े पूरी खबर

 नई दिल्ली। सोने-चांदी की कीमतों में एक बार फिर गिरावट आई है। वायदा बाजार में सोने की कीमत करीब 0.36 फीसदी यानी 170 रुपए गिरकर 47,164 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गई है। वहीं दूसरी ओर चांदी की वायदा बाजार में कीमत में 0.88 फीसदी की गिरावट देखी गई है। 366 रुपए की गिरावट के बाद चांदी 47,324 रुपए प्रति किलो के स्तर पर आ गई है। इस गिरावट की मुख्य वजह मुनाफावसूली रही है।

 
सोना वायदा भाव शुक्रवार को 0.62 प्रतिशत तक गिर गया। कमजोर वैश्विक कमजोर संकेतों के बीच सटोरियों के अपने सौदे घटाना इसकी मुख्य वजह रही। एमसीएक्स पर अगस्त डिलिवरी सोना वायदा भाव 278 रुपये यानी 0.59 प्रतिशत टूटकर 47,136 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। इसके लिए 14,194 लॉट का कारोबार हुआ। इसी तरह अक्टूबर डिलिवरी सौदे के लिए यह भाव 296 रुपये यानी 0.62 प्रतिशत गिरकर 47,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इसके लिए 5,496 लॉट का कारोबार हुआ। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना भाव 0.30 प्रतिशत घटकर 1,734.60 डॉलर प्रति औंस रहा।

मजबूत वैश्विक संकेतों और रुपये की विनिमय दर के घटने के असर से दिल्ली हाजिर सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 153 रुपये बढ़कर 48,144 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 47,991 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में मजबूती और रुपये का मूल्य घटने के कारण दिल्ली में 24 कैरेट सोने के भाव में 153 रुपये की तेजी देखी गई।
वाहनों के लिए लॉन्ग टर्म इंश्योरेंस लेना जरूरी नहीं

वाहनों के लिए लॉन्ग टर्म इंश्योरेंस लेना जरूरी नहीं

नईदिल्ली, बीमा नियामक आईआरडीए ने नया वाहन खरीदने की योजना रहे लोगों के लिए राहत की खबर दी है। आईआरडीए ने कारों और मोटरसाइकिलों के लिए 3 साल और 5 साल के लॉन्ग टर्म कवरेज को वापस ले लिया है। यह नियम ऐसे वक्त में लागू किया गया है, जब कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं या वेतन में कटौती जैसी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
वाहनों के लिए लॉन्ग टर्म कवरेज को 2018 के बाद से खरीदे गए सभी वाहन के लिए अनिवार्य बना दिया गया था। आईआरडीए ने कहा कि पॉलिसी को बेचना काफी मुश्किल होता था, क्योंकि इसकी कीमत काफी अधिक होती थी।


भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) ने बीमाकर्ताओं के लिए अगस्त 2018 से कारों के लिए तीन साल की मोटर पॉलिसी और सितंबर 2018 से दोपहिया वाहनों के लिए पांच साल की मोटर पॉलिसी अनिवार्य कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के बिना कोई वाहन सड़क पर नहीं चलेंगी, इस फैसले के बाद यह और अधिक अनिवार्य हो गया था।


कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बीमा कंपनियों को पूरी तरह से खत्म होने की आशंका के चलते यह दिशा-निर्देश लाया गया। साल की पहली तिमाही में देश में बंद के दौरान नए वाहनों की बिक्री न के बराबर हुई। लोगों की खत्म होती नौकरी और वेतन कटौती के बाद ये नियम थोड़े राहत देने वाले हो सकते हैं। नया वाहन खरीदने की योजना बनाने वालों के लिए यह काफी राहत की खबर है, क्योंकि कई सालों के लिए बीमा प्रीमियम का अग्रिम भुगतान कई ग्राहकों के लिए अतिरिक्त बोझ जैसा था। कई ऑटो डीलरों ने शहरों में अपने आउटलेट खोलना शुरू कर दिया है।