हवा से अधिक फैल रहा है नया कोरोना : डॉ. अनिल जैन#डॉक्टर_कहते_हैं#CGFightsCorona pic.twitter.com/dFLHMWgjVt
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) May 8, 2021
रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कैनारा बैंक से ₹3.60 करोड़ की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में बैंक के सहायक प्रबंधक के भानुमूर्ति ने शिकायत दर्ज कराई है। मामला आमानाका थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक सुहास हरिश्चंद्र नाम के व्यक्ति ने टाटीबंध स्थित केनरा बैंक में जाकर 8 मार्च 2021 को चालू खाता खुलवाया था। इस दौरान हरिश्चंद्र ने अपना पता देवेंद्र नगर बताया था। हरिश्चंद्र ने खुद को विष्णु लक्ष्मी लैंड डेवलपर्स और रायपुर बिल्डर्स का डायरेक्टर भी बताया था। 15 दिनों के बाद इसी कंपनी के नाम पर फर्जी चेक ₹48000 का तैयार कर बैंक में जमा किया। जमा करने के कुछ दिनों के बाद आरोपी ने पूरे पैसे नगद बैंक से निकाल लिए । इसके बाद 5 मई तक हरिश्चंद्र इसी तरह से सात अलग-अलग चेक जमा कर 36000000 रुपए निकाल लिए। जमा किए गए सभी चेक बिहार के सरकारी विभागों के फर्जी तरीके से तैयार किए हुए थे । इस बात की जानकारी बिहार की दोनों कंपनियों को हुई तो उन्होंने रायपुर के केनरा बैंक प्रबंधन से संपर्क किया। इसकी शिकायत मिलने पर केनरा बैंक के सहायक महाप्रबंधक में सुहास हरिश्चंद्र के विरुद्ध आमानाका थाने में एफ आई आर दर्ज कराई है। सुहास हरिश्चंद्र महाराष्ट्र के नागपुर का निवासी है। बैंक से धोखाधड़ी करने के बाद वह फरार बताया जा रहा है। आशंका है कि सुहास हरिश्चंद्र के इस धोखाधड़ी के कार्य में बैंक कर्मियों की भी मिलीभगत है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट से 25 किलों कापर वायर चोरी कर मोटसाइकिल से लेकर जा रहे युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
रायपुर। राजधानी में करोड़ों रूपए की ठगी का मामला सामने आया है। बता दें कि शातिर ठग ने बिल्डर बनकर केनरा बैंक से 3 करोड़ 60 लाख 41 हजार रूपए की ठगी की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने फर्जी चेक लगाकर बैंक के रायपुर शाखा से 3 करोड़ 60 लाख 41 हजार रूपए निकाले है। जिसके बाद वह फरार हो गया। बैंक ने जब चेक की राशि लेने बिहार के संबंधित सरकारी विभाग के संपर्क किया तब असलियत का खुलासा हुआ। बैंक वालों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक नागपुर के वर्धा रोड राजीव नगर निवासी सुभाष हरिश्चंद्र काली ने 8 मार्च 2021 को टाटीबंध स्थित केनरा बैंक में चालू खाता खुलवाया खाता खुलवाते समय उसने स्वयं को विष्णु लक्ष्मी डेवलपर्स एंड बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड का प्रोपराइटर बताया था। साथ ही उसी फर्म के नाम पर खाता खोला था। आरोपी ने सात चेक लगाकर कुल रकम का आहरण किया है। दरअसल ठग ने बिहार रोड कार्पोरेशन लिमिटेड का चेक लगाया था। जबकि वह चेक उनके चेकबुक में ही नहीं था। जिसके बाद खुलासा हुआ कि ठग महाराष्ट्र का रहने वाला है।
रायपुर। लाईट गोल होने पर परिवार सहित कमरे के बाहर सो रहे व्यक्ति के घर से सोने चांदी के जेवरात तथा नगदी रुपये एवं 3 नग मोबाईल किसी ने चोरी कर लिया। घटना की रिपोर्ट अभनपुर थाने में दर्ज करायी गई है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18+ की वैक्सीनेशन पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद आज से पुनः टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है। प्रदेश में 18 से 44 वर्ष तक आयु वर्ग वालों को टीका लगेगा। वहीं आज पहले दिन राजधानी में भारी अव्यवस्था देखने को मिल रही है। अभी तक सेंटरों में टीकाकरण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। शहर के चंगोराभाठा में सुबह 7 बजे से लोग टीकाकरण के लिए पहुंचने शुरू हो गए। वहीं अभी तक किसी का टीकाकरण नहीं हो पाया है, जिसके चलते सेंटर में लोगों की लंबी लाइन लग गई है।
रायपुर। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शादी-ब्याह और दशगात्र के कार्यक्रम में 10-10 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी जा रही है। सभी कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि इनमें निर्धारित संख्या से अधिक लोग शामिल न हो। उन्होंने इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिले में होने वाले इन कार्यक्रमों पर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए है। साथ ही वहां कार्यक्रमों में कोविड अनुकूल व्यवहार का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने भी कहा। उन्होंने कहा कि इसके पालन के लिए वे अपने क्षेत्र अंतर्गत समाज प्रमुखों की बैठक लेकर आवश्यक समझाईश दें कि इन कार्यक्रमों में निर्धारित संख्या से अधिक लोग शामिल न हों। उन्होंने इसके तहत सरपंच, पटवारी, शिक्षक, रोजगार सहायक तथा कोटवार आदि स्थानीय कर्मचारियों के माध्यम से गांव में कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज शाम राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल बैठक में विधानसभा अध्यक्ष तथा मंत्रीगणों सहित ज्यादा संक्रमित वाले 11 जिलों के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए कोरोना संक्रमण की स्थिति के बारे में विस्तार से समीक्षा की। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सहित स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला तथा मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान चर्चा करते हुए राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों और अंतर्राज्यीय सीमाओं तथा खदान एवं फैक्ट्रियों में बाहर से आने वाले लोगों की जांच के लिए सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए। साथ ही वहां कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के संबंध में निर्देशित किया। इसी तरह उन्होंने होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को भी कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के लिए कहा। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्ति घर में अलग से रहे और उसका परिवार के बाकी सदस्यों से मेल-जोल न हो, इसका विशेष ध्यान रखें। साथ ही कोरोना संक्रमित वाले व्यक्ति के पूरे परिवार को कोरोना की दवा तत्काल उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने सभी कलेक्टरों को अपने-अपने जिले में टीकाकरण के कार्य को विशेष गति के साथ चलाए जाने के निर्देश दिए। इसके लिए लोगों को अधिक से अधिक प्रेरित करने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य में वर्तमान में लॉकडाउन के दौरान लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए पीडीएस के तहत माह मई एवं जून के राशन को शीघ्रता से निःशुल्क वितरण करने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर राज्य के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सेनेटाइजर और मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे। इसका वितरण महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से किया जाएगा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन कार्य के लिए विशेष जोर दिया। इसी तरह स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने टेस्टिंग तथा ट्रेसिंग को बढ़ाने, गृह मंत्री श्री साहू ने शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था, कृषि मंत्री श्री चौबे और वन मंत्री श्री अकबर ने कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करने पर जोर दिया। बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री भेंड़िया और खाद्य मंत्री श्री भगत ने गाइडलाइन के पालन सहित ब्लाक स्तर पर अस्पतालों में आवश्यक संसाधनों में बढ़ोत्तरी के लिए कहा। इस दौरान उद्योग मंत्री श्री लखमा, उच्च शिक्षा मंत्री श्री पटेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने भी आवश्यक सुझाव दिए।
रायपुर। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रायपुर डॉ एस भारतीदासन ने दण्ड प्रक्रिया संहिता, आपदा प्रबंधन अधिनियम और एपिडमिक एक्ट द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सम्पूर्ण रायपुर जिला को 17 मई की 6 बजे तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी ने इस आदेश की कंडिका 17 में आंशिक संशोधन किया है। अब उपरोक्त तिथियों में चश्मा दुकान / वर्कशॉप, रविवार को छोड़कर अन्य दिवस में शाम 5.00 बजे तक खोले जा सकेगें।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18 से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन मंगाई गई है। कल शनिवार को कोविशील्ड वैक्सीन की 3 लाख 50 हजार डोज रायपुर पहुंचेगी।
कंपनी ने सीजीएमएससी को इस संबंध में जानकारी भेजी है। वहीं कल से 18+ युवाओं को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीनेशन के लिए रायपुर में 4 सेंटर बनाए गए हैं, जहां टोकन सिस्टम के आधार पर वैक्सीनेशन किया जाएगा। अंत्योदय और APL को आधार कार्ड दिखाना होगा।
बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने राज्य शासन को 4 मई 2021 को निर्देश दिए थे कि राज्य शासन, 18-44 वर्ष आयु वर्ग के अंत्योदय, बीपीएल और एपीएल हितग्राहियों के वैक्सीनेशन के लिए अनुपात निर्धारित करें। इस आदेश के परिपालन में राज्य सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनाई है।
रायपुर। प्रदेश में 18 साल से लेकर 44 साल के लोगों के कोरोना टीकाकरण को लेकर उच्च न्यायालय के अन्तरिम आदेश के परिपालन में राज्य सरकार ने अहम कदम उठाया है. अंत्योदय, बीपीएल और एपीएल श्रेणी के लिए जिलों में अलग-अलग वैक्सीनेशन सेन्टर बनाए जाने का निर्णय लिया है.
अंत्योदय और बीपीएल श्रेणी के लिए निर्धारित केन्द्रों में हितग्राहियों को निर्धारित आईडी/दस्तावेज के साथ राशन कार्ड भी दिखाना होगा. एपीएल श्रेणी के निर्धारित केन्द्र में निर्धारित आईडी, आाधार कार्ड, पेन कार्ड या अन्य मान्य दस्तावेज में से कोई एक दिखाना होगा, इसके लिए राशन कार्ड दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी. चूंकि राज्य शासन को 18 से 44 वर्ष के लोगों के टीकाकरण के लिए केवल 1.50 लाख वैेक्सीन के डोज प्राप्त हुए हैं. इस लिहाज से टीका समाप्त हो जाने पर सभी केन्द्रों मे सूचना दे दी जाएगी कि वैक्सीन समाप्त हो गई है, और दोबारा वैक्सीन आने की सूचना विभिन्न प्रचार माध्यमों से सभी को दी जाएगी.
बता दें कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने राज्य शासन को 4 मई को निर्देश दिए थे कि राज्य शासन, 18-44 वर्ष आयु वर्ग के अंत्योदय, बी पी एल और ए पी एल हितग्राहियों के वैक्सीनेशन के लिए अनुपात निर्धारित करे. इस आदेश के परिपालन मे राज्य सरकार ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनाई है.
उच्च न्यायालय ने प्रकरण की सुनवाई करते हुए राज्य शासन द्वारा गरीबों के लिए जाहिर की गई चिंता को जायज मानते हुए कहा कि वरिष्ठ सचिव समिति शीघ्र ही इस संबंध में अनुशंसा प्रस्तुत करे उसके बाद प्रकरण की अगली सुनवाई की जाएगी. उच्च न्यायालय ने कोविड 19 की भयावहता को देखते हुए कहा कि वरिष्ठ सचिव समिति की अनुशंसा आने में वक्त लगने की संभावना को देखते हुए, राज्य के अंत्योदय, बी पी एल और ए पी एल श्रेणी के 18 से 44 वर्ष के हितग्राहियों का एक तिहाई के अनुपात में टीकाकरण का अन्तरिम आदेश दिया है.
अम्बिकापुर । शादी-व्याह सहित अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में प्रतिबंधित आदेश का पालन ग्रामीणों की ओर से नहीं करने के परिणामस्वरूप कोरोना संक्रमण गॉंव में तेजी से बढ़ रहा है। सामाजिक कार्यक्रम में भीड़ पर बंदिश लगाने अब पटवारी गांव-गांव जाकर नियम का पालन नहीं करने वालों पर कार्यवाही करेंगे और गॉंव में होने वाले सभी सामाजिक कार्यक्रमों की जानकारी भी जुटाएंगे। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना निगरानी के प्रभावी प्रबंधन के लिए अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना निगरानी दल सहित लॉकडाउन नियमो का कड़ाई से पालन सनिश्चित करने के लिए विस्तार से समीक्षा की।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में प्रतिबंधित आदेश का प्रभावी क्रियान्वयन हेतु तहसीलदार और थाना प्रभारी टीम गठित कर गांव के साप्ताहिक और अन्य छोटे बाजारों को किसी भी स्थिति में लगाने न दें। गॉंव में जिन स्थानों पर लोग इक_ा होते है खास कर युवा उन स्थानों का चिह्नकन कर नियमित निरीक्षण करें और जुर्माना की कार्यवाही करें। इसी प्रकार शादी-व्याह पर भी कड़ी नजर रखें। बड़े टेंट-पंडाल लगाकर शादी करने वालो पर ज्यादा जुर्माना लगाए एजब्ती की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि कार्यवाही धैर्यपूर्वक समझाईश देने के तौर पर हो। कार्यवाही में पुलिस बीट के इंचार्ज को भी शामिल करें। पुलिस अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें, ताकि गांव मे होने वाले कोई भी कार्यक्रम की सूचना समय पर मिल सके।
कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम, एसडीओपी और टीआई गांव में निगरानी को प्रभावी बनाने रणनीति बनाये। शहर के नजदीकी गांव के लोग ज्याद आना-जाना करते है, जो मुख्य मार्ग के साथ छोटे और कच्चे मार्गो का भी उपयोग करते है। इस लिए इन मार्गो पर भी निगरानी हो। इस समय शहर के आस-पास के क्षेत्रों में महुआ शराब की बिक्री बढ़ गई है। इसे भी सख्ती से रोकें। उन्होंने कहा कि गांव में सख्ती बरतने पर जमाखोरी, कालाबाजारी कर सामग्री के मूल्य बढ़ाने की कोशिश होगी जिस पर कड़ी कार्यवाही करनी होगी। उन्होंने कहा कि तहसीलदार और टीआई प्रत्येक गांव में पुलिस पेट्रोलिंग के लिए रूट चार्ट तैयार करें। प्रतिदिन रूट के अनुसार गांव में पहुंचकर स्पीकर में रिकार्डिंग चलाये कि कोरोना संक्रमण से बचने लॉकडाउन नियमों के पालन करें, नियम तोडऩे वालों पर कार्यवाही होगी।
कलेक्टर ने ग्रामीण निगरानी दल के गठन की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्राम प्रभारी, क्लस्टर प्रभारी बनाने के बाद वाट्सअप ग्रुप भी बनाये। सभी जनपद पंचायत कार्यालय में बनाये गए ब्लॉक स्तरीय कंट्रोल रूम में अनिवार्य रूप से दो-दो सीसीटीवी कैमरे लगवाएं, ताकि जिला स्तर से भी मॉनिटरिंग हो सके। बीएमओ सीएचसी में कम से कम 20 बेड को कोविड वार्ड अवश्य तैयार रखें। कोरोना के लक्षणए होंम आईसोलेशन, ओक्सिजन लेवल, तथा दवाई संबंधी जानकारी में लिए गांव में दीवाल लेखन, बैनर, जनपद के चौक-चौराहों पर होर्डिंग लगवएं। बैठक में पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा ने कहा कि महुआ शराब की बिक्री और परिवहन पर सख्त कार्यवाही करें। प्रतिदिन कार्यवाही जारी रहे। इसी प्रकार चेक पोस्ट पर भी निगरानी पुख्ता रखे।
रायपुर। थाना खरोरा में लॉक डाउन दौरान अवैध शराब तस्करी कर रहे आरोपियों पर कार्यवाही कर 3 अलग अलग मामलों में कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से कुल 52 लीटर महुआ शराब व एक चारपहिया समेत 3 वाहन जप्त किये गए हैं।
थाना खरोरा के केशला चेकिंग पॉइंट में लगातार सघन चेकिंग की जा रही है, आज प्रातः मुखबिर सूचना के आधार पर पलारी की तरफ से सिलतरा जा रहे स्कार्पियो वाहन क्रमांक cg 09 ja 1544 से 6 प्लास्टिक जरकिन में भरे 30 लीटर महुआ शराब बरामद कर आरोपी, लच्छू राम नेताम आयु 39 वर्ष निवासी सिलतरा, लोकेश कश्यप आयु 22 वर्ष निवासी बिल्दा व सोनचरण कश्यप आयु 34 वर्ष निवासी बिल्दा थाना शिवरीनारायण को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के विरुध्द अपराध क्रमांक 175/21 धारा 34 (2) आबकारी अधिनियम तहत पंजीबध्द किया गया। वही अग्रवाल पेट्रोल पंप के पास केशला में चेकिंग दौरान अवैध महुआ शराब परिवहन कर रहे बाइक सवार 2 व्यक्तियों से 2 जरकिन में रखे 12 लीटर महुआ शराब बरामद होने पर आरोपी, कमलेश यादव आयु 30 साल व टिकेश्वर घाघरे आयु 18 दोनों निवासी आमासिवनी थाना विधानसभा को पकड़ा गया। आरोपियों से शराब व मोटरसाइकिल क्रमांक cg 04 mw 0641 को जप्त किया गया व अपराध क्रमांक 176/21 धारा 34 (2) आबकारी अधिनियम तहत पंजीबद्ध किया गया। इसी बिच केशला चेकिंग पॉइंट में चेकिंग दौरान आरोपी झलक गेंडरे आयु 19 वर्ष व सुरेश दिवाकर आयु 34 वर्ष दोनों निवासी सकरी (बाराडेरा) थाना विधानसभा को पकड़ा गया। आरोपियों के पास से 10 लीटर महुआ शराब व मोटरसाइकिल क्रमांक cg 04 ng 0315 जप्त किया गया व अपराध क्रमांक 177/21 धारा 34(2) आबकारी अधिनियम तहत पंजीबध्द किया गया। अवैध शराब तस्करी में संलिप्त सभी 7 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
धमतरी । काफी प्रयास के बाद भी कोरोना संक्रमण की चेन तोडने में कामयाबी हासिल नहीं हो पा रही है और ना ही मृत्यु दर का आंकड़ा भी नीचे लाए जाने में हम सफल हो रहे हैं । इसका कारण कहीं ना कहीं लक्षणात्मक एवं धनात्मक मरीजों की हो रही टेस्ट की रिपोर्ट में विलंब आने को माना जा रहा है। क्योंकि जो व्यक्ति संक्रमित पॉजिटिव रिपोर्ट आता है उसके बहुत सारे संपर्क टेस्ट व रिपोर्ट आने के अंतराल में हो जाए रहते हैं और संक्रमण का फैलाव हो जाता है। विशेषकर यहां बात ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण बढने का महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है। प्रशासन मितानिनों के समक्ष कोरोना वायरस दवाई किट उपलब्ध कराएं जाने के बाद भी उसे लेने में लापरवाही भी मौत का एक कारण बन रही है। ऐसे ही घटना समीपस्थ ग्राम लोहारसी के 35 वर्षीय एक युवक जिसके परिवार में उसके अलावा पत्नी व दो बच्चे हैं उनके साथ घटी और वह सुबह 4 बजे जब शासकीय अस्पताल पहुंचा तो उसकी मृत्यु हो गई थी। उस व्यक्ति की अंतिम क्रियाक्रम हो जाने के बाद मोबाइल पर कोरोना वायरस से संक्रमित होने की रिपोर्ट का मैसेज प्राप्त हुआ, लेकिन समय निकल चुका। उनके परिजनों को सूचित किए जाने पर नगर निगम के पूर्व सभापति व अधिवक्ता राजेंद्र शर्मा वहां पहुंचे।
00 रिपोर्ट के विलंब से संक्रमण व मृत्युदर का आंकड़ा बढ़ रहा: राजेंद्र शर्मा
नगर निगम के पूर्व सभापति राजेन्द्र शर्मा ने कहा ै कि विपरीत परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवा से जुड़े हुए लोग अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। किंतु किसी न किसी रूप में यदि टेस्टिंग रिपोर्ट अविलंब आती है तो वे संक्रमण की चेन को तोडने और मृत्यु दर को नीचे लाने में कामयाबी हासिल की जा सकती है। प्रदेश सरकार को इस व्यवस्थागत खामी को दूर करने के लिए सार्थक कदम उठाने की आवश्यकता है इस संबंध में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा है। साथ ही श्री शर्मा ने लक्ष्मण वाले लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए मितानिनों के पास उपलब्ध दवाओं की किट को उपयोगिता मे लाने का आग्रह भी किया है।
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल बैठक में विभिन्न जिलों में जिले के प्रभारी मंत्रियों और अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण की स्थिति एवं रोकथाम व बचाव के उपायों की समीक्षा कर रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सहित गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंडिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्र कुमार भी बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये भाग ले रहे है।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला सहित प्रदेश के ज़्यादा संक्रमण वाले नौ जिलों बिलासपुर,कोरबा, रायगढ़, जशपुर, बलौदाबाजार भाटापारा, गौरेला पेंड्रा मरवाही, मुंगेली, जांजगीर चाम्पा, कांकेर के वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद हैं।
बलौदाबाजार। मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय बलौदाबाजार में आज 500 बिस्तर नये कोविड अस्पताल का वर्चुअल शुभारम्भ किया। इसके साथ ही जिले की सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों के इलाज के लिए बिस्तर की सुविधा बढ़कर 1320 हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम बहुत जल्द कामयाब होंगे। आम जनता के सहयोग से जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी आपसी तालमेल के साथ संगठित होकर यह लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कोरोना के समूल नाश होते तक कोविड की गाईडलाईन का आवश्यक रूप से पालन करने की अपील भी की है। रिकार्ड 20 दिन के अल्प समय मे सर्वसुविधायुक्त विशाल अस्पताल तैयार करने के लिए जिला प्रशासन को टीम को बधाई दी। कर्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं जिले के प्रभारी मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने की। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण की गति हमेंऔर तेज़ करनी होगी। पहला टीका लगा चुके लोगों को निर्धारित समय आने पर दूसरा टीका अवश्य लेना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से रिमोट बटन दबाकर जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के नई मण्डी परिसर में निर्मित कोविड अस्पताल का औपचारिक शुभारम्भ किया और कोरोना से परेशान हो रहे जिले की जनता को इलाज के लिए 500 बिस्तर की अतिरिक्त सुविधा प्रदान की। कोरोना पीड़ित लोगों का यहां पर मुफ्त में इलाज किया जायेगा। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने अस्पताल निर्माण की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुये कार्यक्रम में जुड़े सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के तैयार हो जाने से हम मरीज़ों को अपने जिले में ही रखकर इलाज करने में सक्षम हो गए है। जरूरत पड़ने पर आस-पास के जिलों के मरीजों का भी इलाज यहां किया जा सकता है। गौरतलब है कि 500 बिस्तर के इस अस्पताल में 120 बिस्तर में ऑक्सीजन की सुविधा है। 320 बिस्तर कोरोना के सामान्य किस्म के मरीजों के लिए है। 13 डॉक्टरों की टीम यहां दिन-रात तैनात रहेगी। उनके रहने की भी व्यवस्था की गई है। लगभग 150 की संख्या में पैरामेडिकल स्टाफ यहां काम करेगी। मानसिक चिंता और अवसाद की स्थिति से बचाने और उनकी कौन्सिल्लिंग के लिए मनोरोग विशेषज्ञ डॉ राकेश प्रेमी को प्रभारी बनाया गया है। भारी गर्मी को देखते हुए अस्पताल को पूर्णतः वातानुकूलित बनाया गया है। चौबीसों घण्टे यहां एम्बुलेंस तैनात होगी। बहुत अच्छी यहाँ पार्किंग की व्यवस्था है। सम्पूर्ण गतिविधियों की सीसीटीवी के जरिये मॉनिटरिंग की जायेगी। अस्पताल का निर्माण जिले की जनप्रतिनिधियों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों, समाजसेवी और दानदाताओं के सहयोग के साथ डीएमएफ की राशि मिलाकर की गई हैं। मुख्यमंत्री ने उदार सहयोग के लिए सभी दानदाताओं को धन्यवाद भी दिया।
ऑनलाइन मोड में वीसी के जरिये आयोजित इस कार्यक्रम में लोकसभा सांसद सुनील सोनी एवं गुहाराम अजगले, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, संसदीय सचिव चन्द्रदेव राय, संसदीय सचिव शकुन्तला साहू, विधायक शिवरतन शर्मा, विधायक प्रमोद शर्मा, कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुरेन्द्र शर्मा, पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, जिला अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सरिता ठाकुर, नगरपालिका अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, विद्याभूषण शुक्ल, दिनेश यदु, पार्षद रूपेश ठाकुर, चैम्बर ऑफ कामर्स अध्यक्ष जुगल भट्टर, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विक्रम पटेल, सतीश अग्रवाल, सुनील माहेश्वरी ने शामिल होकर अस्पताल निर्माण को जिले के लिए एक उपलब्धि बताया और इसके बेहतर संचालन के लिए शुभकामनाएं दी। कलेक्टर सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में अस्पताल को आकार प्रदान करने में एडीएम राजेन्द्र गुप्ता ने दिन-रात एक कर दिया, जिसके कारण इतना बड़ा अस्पताल इतनी कम अवधि में तैयार हो सका। इस अवसर पर जिला पंचायत की सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्धिकी, सीएमएचओ डॉ खेमराज सोनवानी, सिविल सर्जन डॉ अवस्थी, नवनियुक्त कोविड अस्पताल प्रभारी डॉ राकेश प्रेमी,एसडीएम महेश राजपूत, संयुक्त कलेक्टर लवीना पाण्डेय, टेकचन्द अग्रवाल, ईई लोक निर्माण टीसी वर्मा, मण्डी सचिव योगेश अग्रवाल सहित तमाम डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित थे।