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कांग्रेस 138 साल पुरानी पार्टी भाजपा की उम्र मात्र 38 साल धरमलाल कौशिक बताएं कौन किसका नकल कर रहे- धनंजय सिंह ठाकुर

कांग्रेस 138 साल पुरानी पार्टी भाजपा की उम्र मात्र 38 साल धरमलाल कौशिक बताएं कौन किसका नकल कर रहे- धनंजय सिंह ठाकुर

रायपुर, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक पर तंज कसते हुए कहा कि तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 6 लाख सदस्य बनाकर 70 विधानसभा सीटों में जीत दर्ज कराई वहीं पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मिस कॉल से 46 लाख सदस्य बनाये 14 सीट पर सिमट गए। भाजपा जितने सदस्य बनाने का दावा करती थी उतने वोट भी नहीं पाई थी। भाजपा सच्चाई को स्वीकार करें जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह कर भाजपा से जोडऩे की कोशिश की गई थी। भाजपा के नेता अपने आका को खुश करने जनता से उनकी मोबाईल लेकर भाजपा के मिस काल सदस्यता नम्बर पर कॉल करते थे। जिन्हें भाजपा अपना सदस्य बताती रही उन्हें खुद पता नही होता कि वो भाजपाई कब बन गए? छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा के उन्मादी विचारधारा धर्म से धर्म को लड़ाने की नीति और छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति परंपरा के विरोधी एवं किसान नौजवान महिला के विरोधी नीतियों के खिलाफ एक जुटता से कांग्रेस को मत देकर रमन सिंह की सरकार एवं भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का काम किया है।

 

राज्य उत्सव के मौके पर राज्य निर्माता स्वर्गीय अटल बिहारी को विस्मृत करना कांग्रेस की ओछी मानसिकता  - सुंदरानी

राज्य उत्सव के मौके पर राज्य निर्माता स्वर्गीय अटल बिहारी को विस्मृत करना कांग्रेस की ओछी मानसिकता - सुंदरानी

रायपुर। छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी-परिवार ने सोमवार को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर नवा रायपुर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर छत्तीसगढ़ राज्य गठन के लिए उनके योगदान को याद कर छत्तीसगढ़ के प्रति उनकी सद्भावना और प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए उनके उदार राजनीतिक नेतृत्व को नमन कर कृतज्ञता व्यक्त की।

भाजपा के पूर्व प्रवक्ता व जिलाध्यक्ष श्रीचन्द सुन्दरनी ने छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के मौक़े पर भी राज्य निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी को विस्मृत कर संकीर्ण मनोवृत्ति और राजनीतिक ओछेपन का प्रदर्शन करने के लिए प्रदेश सरकार की तीखी आलोचना की और कहा कि एक ‘ख़ानदान’ के प्रति अपनी स्वामीभक्ति दिखाती प्रदेश सरकार और उसके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह जता दिया है कि कांग्रेस के डीएनए में ही राजनीतिक दुराग्रह कूट-कूटकर समाया हुआ है और देश-प्रदेश के विकास में अन्य दलों व नेताओं के योगदान की चर्चा करना और उन्हें सहज भाव से स्वीकार करना कांग्रेस के राजनीतिक संस्कारों में है ही नहीं और कांग्रेस और उसके नेता ‘परिवार-वंदना’ करके एक ख़ानदान की चाटुकारिता में ही रमे रहकर राजनीतिक सद्भाव, सौजन्यता और परस्पर सम्मान को भुला बैठे हैं।

भाजपा पूर्व प्रवक्ता व जिलाध्यक्ष श्रीचन्द सुन्दरनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलजी ने जिस परिकल्पना के साथ छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया था, प्रदेश में भाजपा ने अपने 2003 से 2018 तक के 15 वर्षों के शासनकाल में उस परिकल्पना को आत्मसात करके धरातल पर पूरी राजनीतिक इच्छा शक्ति के साथ साकार किया और अत्यल्प अवधि में ही छत्तीसगढ़ को देश के तेज़ी से विकास पथ पर बढ़ते प्रदेश के रूप में पहचान दिलाई। भाजपा की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार और लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं के पुरुषार्थ व पराक्रम का योगदान भी अविस्मरणीय रहा है। श्री सुन्दरनी ने कहा कि भाजपा ने जिस सशक्त छत्तीसगढ़ के सर्वतोमुखी विकास के राजपथ पर अग्रसर किया, कांग्रेस की सरकार ने तीन साल में उन तमाम उपलब्धियों पर पानी फेरकर छत्तीसगढ़ को न केवल विकास के लिए मोहताज कर दिया, अपितु सत्ता-संघर्ष और सत्तालोलुपता के चलते अराजकता की ओर धकेल दिया है। हर मोर्चे पर अपने निकम्मेपन की छाप छोड़ती प्रदेश की नाकारा कांग्रेस सरकार झूठे प्रलाप करने में ही मशगूल है।
 

गाय को घोषित किया जाए राष्ट्रीय पशु : बाबा रामदेव

गाय को घोषित किया जाए राष्ट्रीय पशु : बाबा रामदेव

हैदराबाद: गाय को एक बार फिर से राष्ट्रीय पशु घोषित किए जाने की मांग उठी है। इस बार योग गुरु बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार से मांग की है कि गाय को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए। बाबा रामदेव का यह बयान तब सामने आया है, जब वह रविवार को आंध्र प्रदेश में गो महा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।


टीटीडी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि गाय को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीटीडी ट्रस्ट की ओर से भी यह प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मांग करता हूं कि जल्द ही वह गाय को लिखित तौर पर देश का राष्ट्रीय पशु घोषित करें।

 

बाबा रामदेव ने कहा कि गायों के लिए पतंजलि पीठम की ओर से गो संरक्षण अभियान चलाया गया है। हम गायों की सुरक्षा और संरक्षण में सबसे आगे हैं। इस दौरान योग गुरु ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने उन्हें टीटीडी गो महासम्मेलन की जानकारी दी थी। उन्होंने हिंदू धर्म के प्रचार के लिए टीटीडी अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी की भी सराहना की।

सेवा दिवस के रूप में मनाया गया मंत्री सिंहदेव का जन्मदिवस

सेवा दिवस के रूप में मनाया गया मंत्री सिंहदेव का जन्मदिवस

अंबिकापुर। स्वास्थ्य व पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव का जन्म दिवस सेवा दिवस के रूप में मनाया गया। रक्तदान स्वास्थ्य एवं नेत्र परीक्षण, जरूरतमंदों को गर्म कपड़े, मरीजो को फल, वाकिंग स्टिक और चश्मा का वितरण किया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के चलते टीएस सिंह देव अपना जन्मदिन नहीं मनाते हैं। उत्साही कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह शिविर लगाकर रक्तदान किया, रक्तदाताओं में बड़ी संख्या महिलाओं और युवतियों की भी रही। एक दिन में रिकॉर्ड 171 युवक युवतियों ने रक्तदान किया। कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया महापौर डॉ अजय तिर्की और डॉ हर्षप्रीत टुटेजा ने मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया डॉ लाल पैथ लैब के संचालक प्रभात सिन्हा ने 250 लोगों का रक्त परीक्षण किया।
रक्तदान के लिए प्रेरित करना मकसद
जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में रक्तदान शिविर का उद्देश्य ग्रामवासियों के मन से रक्तदान से कमजोरी की भ्रांति को दूर करना था।शिविर की खास बात यह रही कि आज नए नेगेटिव ग्रुप के लोगों के पहचान हुई। शिविर के आयोजन में रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन आदित्येश्वर शरण सिंह देव, प्रदेश महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा ,ब्लाक अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष विनय शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु सिंह, विजय सिंह टपरकेला, सयैद अख्तर हुसैन, आशीष वर्मा,अनीमा केरकेट्टा, युंका अध्यक्ष उत्तम राजवाड़े , सुनील मिश्रा, रामसाय, रजनीश सिंह, अमित जैसवाल, रामप्रकाश, संजू कश्यप ,नारद गुप्ता, प्रमेंद्र सरजाल, उमाशंकर, धनेश्वर, प्रमोद कुजूर,भीमसेन की सक्रिय भूमिका रही।
स्वास्थ्य मंत्री सिंह देव के जन्मदिन पर नवापारा रामपुर भगवानपुर नवागढ़ स्वास्थ्य केंद्र का भूमि पूजन और 11 ग्राम पंचायतों में ओपन जिम का लोकार्पण किया गया। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी बहुत से काम किया जाना बाकी है। सभी के सहयोग से ही यह सम्भव है। उन्होंने रक्तदाताओं और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से बात कर उनकी समस्याओं को सुना और मौके पर ही निराकरण किया। रविवार को केशवपुर,डिगमा,खैरबार,रामपुर,सुखरी,बकिरमा, फतेहपुर,सरईटिकरा, रामपुर समेत 11पंचायतों को ओपन जिम, 25 पंचायतों में ग्रामसभा भवन और 25 पंचायतों में महिला सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया गया।
 

बृजमोहन की धमकी अलोकतांत्रिक अदालत का भी अपमान : सुशील आनंद शुक्ला

बृजमोहन की धमकी अलोकतांत्रिक अदालत का भी अपमान : सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर, भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल द्वारा कवर्धा में दंगाई नेताओं को छोड़ने के लिये दी गयी धमकी कि यदि दंगा के आरोपी नेता नहीं छूटे तो ईंट से ईंट बजा देंगे को कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने अलोकतांत्रिक और न्यायायलय की अवमानना बताया है। भाजपा के नेताओं को कवर्धा में अशांति फैलाने और सांप्रदायिक दंगा भड़काने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है तथा उन्हें अदालत के सामने प्रस्तुत किया गया जहां अदालत ने इन भाजपा नेताओं के अपराधा की गंभीरता को देखते हुये अदालत ने उन्हें न्यायालयीन रिमांड पर भेजा है।
बृजमोहन अग्रवाल 15 साल तक प्रदेश में मंत्री रहे है इतना कानूनी ज्ञान उन्हें भी है कि दंगाई भाजपा नेताओं को अदालत ही जमानत पर रिहा कर सकती है, फिर भी वे ईंट से ईंट बजाने की धमकी किसे दे रहे है? भाजपा नेता इस भाषा से अदालत को धमकाने का प्रयास कर रहे है जो सवर्धा निंदनीय है। भाजपा न संविधान पर आस्था रखती है न सामाजिक मर्यादाओं का उसे ध्यान है एक तरफ भाजपा के नेता प्रदेश की गंगा जमुनी फिजां को खराब करने सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का काम करते है। दूसरी तरफ उनके वरिष्ठ नेता धमकी चमकी जैसे अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर रहे है। भाजपा की चूलें तो जनता ने 2018 के विधानसभा चुनाव में हिला दिया था। अब यही हाल रहा तो जनता 2023 के चुनाव में भाजपा की ईंट से ईंट बजा देगी।
 

भाजपा ने ली प्रेस वार्ता: सनातनधर्मावलम्बियों, भाजपा नेताओं पर कवर्धा मामले में किये जा रहे शासकीय दमन के विरुद्ध कहा ये, और रखी ये मांग

भाजपा ने ली प्रेस वार्ता: सनातनधर्मावलम्बियों, भाजपा नेताओं पर कवर्धा मामले में किये जा रहे शासकीय दमन के विरुद्ध कहा ये, और रखी ये मांग

रायपुर, छत्तीसगढ़ हमेशा से शान्ति का टापू रहा है. कबीरधाम जिला तो खासकर सनातन आस्थाओं के कारण हमेशा से सद्भाव का केंद्र रहा है. महान संत कबीर दास जी के नाम वाला यह जिला अपने नाम के अनुरूप ही श्री राम भक्ति से सराबोर रहा है. संत करपात्री जी महराज द्वारा स्थापित रामराज्य परिषद् का आज़ादी के बाद वाले समय में यह गढ़ रहा. यहां से तब परिषद् के विधायक हुआ करते थे.
कल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, संगठन महामंत्री संगठन पवन साय, राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू, और हमारे अन्य नेताओं ने कबीरधाम जेल जाकर धर्मयोद्धा भाजपा प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, सुखचैन यादव जी से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना.
कवर्धा मामले में कांग्रेस जिस तरह तुष्टिकरण कर रही है, चुन चुन कर सनातन कार्यकर्ताओं, भाजपा के नेताओं के साथ बर्बरता से पेश आ रही है, और मुस्लिम दंगाइयों को संरक्षण दे रही है, वह अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है. एक तरफ वहां बहुसंख्य समाज के खिलाफ सरकार तमाम झूठे और असंगत धाराओं का इस्तेमाल कर दमन और आतंक पैदा कर रही है, वहीं मुस्लिम दंगाई खुलेआम घूम रहे हैं. केसरिया ध्वज की रक्षा करने वाले दुर्गेश देवांगन के खिलाफ दंगाइयों ने चाकू से हमला किया, बमुश्किल उनकी जान बच पायी. फिर भी उन पर हमला करने वालों पर ‘ह्त्या के प्रयास’ के 307 जैसी धाराएं नहीं लगायी गयी जबकि दुर्गेश के शरीर पर चाकू के नौ इंच लम्बे निशान पाए गए. जबकि हिन्दू कार्यकर्ताओं पर एट्रोसिटी और 307 जैसे गंभीर धाराएं लगाई गयी है.
प्रदेश युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा के खिलाफ जिस तरह बेशर्म पक्षपात कर रही है सरकार, वह असहनीय है. शासन को बेहतर पता था कि विजय जी के खिलाफ कोई साक्ष्य उसके पास नहीं है, उन्हें तुरंत ज़मानत मिल जाती. इसके कारण विजय शर्मा के खिलाफ राशन कार्ड के लिए आन्दोलन करने वाले पुराने मामले में एट्रोसिटी एक्ट लगा दिए गए, जिसके कारण ज़मानत नहीं मिली उन्हें. इसी तरह सुखराम यादव और कैलाश चंद्रवंशी जैसे सनातनियों के खिलाफ व्यवहार किया गया.
श्री विजय शर्मा और अन्य सनातनियों को गिरफ्तार कर रातोरात रायपुर लाना, फिर कवर्धा ले जाना, लगातार उनके साथ अपराधियों की तरह व्यवहार करना गंभीर चिंता पैदा कर रहा. स्थानीय विधायक और मंत्री मुहम्मद अकबr ने साबित किया है कि वह अपने सम्प्रदाय के तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. हम शासन को यह चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर कार्यकर्ताओं पर खरोंच भी आई तो भाजपा, कांग्रेस और उसके सरकार की ईंट से ईंट बजा कर रख देंगे.
किस तरह शासन कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रहा है वह आपने देखा ही है कि महासमुंद के कांग्रेसी विधायक और संसदीय सचिव ने शासकीय कर्मचारी को इतना मारा कि उसकी आँख से खून निकल आया, पर इस आपराधिक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि पर्याप्त साक्ष्य मौजूद है. लेकिन सांसद संतोष पाण्डेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, युवा मोर्चा पूर्व अध्यक्ष विजय शर्मा समेत 14 अन्य आरोपी बनाये गए लोगों ने किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं किया, कोई भी हिंसक गतिविधियों में ये शामिल नहीं रहे, फिर भी कांग्रेस सरकार ने मुकदमे दर्ज किए हैं. यह विद्वेष की राजनीति का चरम है.
भाजपा की मांग है :-
- इस समूचे घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच हो.
- जेल में बंद निर्दोष हिन्दुओं, भाजपा नेताओं की शीघ्र बिना शर्त रिहाई हो.
- दंगा के असली जिम्मेदारों के खिलाफ कारवाई, उन्हें शासकीय संरक्षण पर रोक हो.
- राजनीतिक बयानबाजी करने वाले पुलिस-प्रशासन के लोग दण्डित किये जाएँ.
 

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा पत्र, जाने क्या कहा

नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा पत्र, जाने क्या कहा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के किसानों के पंजीयन की तारीख 15 नवंबर तक बढ़ाने की मांग की है। श्री कौशिक ने कहा कि फिलहाल पंजीयन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर तक पंजीयन नहीं हो पाने के कारण लाखों किसान अपना धान बेचने से वंचित रह जाएंगे।

नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने मुख्यमंत्री बघेल को लिखे पत्र में कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के साथ धोखाधड़ी करते हुए एक तो धान खरीदी एक माह विलंब से करा रहे हैं, वहीं लाखों किसानों का पंजीयन अब तक नहीं हो पाया है जबकि 30 अक्टूबर पंजीयन की आखिरी तारीख थी। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के पंजीयन आदि की फिक्र करने के बजाय नृत्य महोत्सव में मशगूल हैं और प्रदेश के लाखों किसानों का पंजीयन नहीं हो सका है। इससे वे किसान जिनका पंजीयन नहीं हुआ है अपने उपज का धान सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचने से वंचित रह जाएंगे। अतः प्रदेश सरकार किसानों की पंजीयन की तारीख बढ़ाकर 15 नवंबर तक किसानों को पंजीयन कराने का अवसर प्रदान करे।
 

आज फिर हुआ कांग्रेस भवन में बवाल, प्रदेश अध्यक्ष ने लिया एक्शन सन्नी को किया तत्काल निलंबित

आज फिर हुआ कांग्रेस भवन में बवाल, प्रदेश अध्यक्ष ने लिया एक्शन सन्नी को किया तत्काल निलंबित

रायपुर, छत्तीसगढ़ कांग्रेस में अंतरकलह एक के बाद एक उजागर होता ही जा रहा है। शनिवार को ऐसा ही एक कारनामा फिर राजीव भवन में दोहराया गया। जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम राजीव भवन पहुंचे। इस कृत्य के लिए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री रवि घोष ने आदेश जारी कर प्रदेश कांग्रेस सचिव सुशील सन्नी अग्रावल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है।

देखे आदेश:
 

मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए 2022 में योगी जरूरी : शाह

मोदी को फिर प्रधानमंत्री बनाने के लिए 2022 में योगी जरूरी : शाह

लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी को 2024 में फिर देश का प्रधानमंत्री बनाना है तो 2022 में योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना होगा। शाह ने कहा कि यूपी का विधानसभा चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2024 में लोकसभा चुनाव में जीत की नींव डालेगा। उन्होंने प्रदेश की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं को हाथ जोड़ते हुए विश्वास दिलाया कि एक बार फिर भाजपा को 300 से अधिक सीटें जिताकर योगी को मुख्यमंत्री बना दीजिए यूपी को देश का नंबर एक राज्य बना देंगे।
गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को लखनऊ की वृंदावन विहार योजना स्थित डिफेंस एक्सपो मैदान में आयोजित भाजपा के अवध क्षेत्र के शक्ति केंद्र प्रभारी और संयोजक सम्मेलन में पार्टी के सदस्यता अभियान और मेरा परिवार-भाजपा परिवार अभियान का आगाज किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, सह प्रभारी अनुराग ठाकुर, संगठन प्रभारी राधा मोहन सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में शाह ने `मोदी11` एप लांच करने के साथ भाजपा के प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया।
अमित शाह ने शक्ति केंद्र प्रभारी और संयोजकों के साथ प्रदेश व केंद्र सरकार के मंत्रियों और पार्टी पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव में तीन सौ पार सीटें जीतने का संकल्प दिलाते हुए संबोधन की शुरुआत की। शाह ने कहा कि प्रदेश की जनता ने 2017 से पहले सपा और बसपा की सरकारों को भी देखा है और 2017 के बाद योगी सरकार को भी देखा है। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस परिवारवादी राजनीतिक दल है जो प्रदेश की 22 करोड़ जनता का विकास नहीं कर सकते है।
शाह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने संकल्प पत्र के वादों के साथ जनता की आशा और विश्वास के अनुरूप सरकार चलाई है लेकिन विपक्षी दल जो गड्ढ़े खोदकर गए हैं उन्हें भरना पांच साल में संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता ने साढ़े चार में परिवर्तन देखा है कि कैसे यूपी में माफिया ने पलायन किया है, कैसे यूपी का विकास हुआ है, उद्योग लगे है, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और शिक्षा सेवा के क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि इतना सब करने के बाद भी यूपी में बहुत कुछ करना बाकी है।
नरेंद्र मोदी खुद उत्तर प्रदेश से सांसद होने के नाते यूपी को जो भी चाहिए वह तुरंत मिलता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा को एक बार फिर प्रदेश की जनता के आशीर्वाद की आवश्यकता है। पार्टी जनता की आवश्यकता के अनुरूप 2022 विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र लेकर आएगी उसके शत प्रतिशत वादों पूरा कर 2027 के विधानसभा चुनाव में जाएगी। योगी के नेतृत्व में प्रदेश में हर घर नल योजना भी पूरी होगी।
उन्होंने कहा कि 2022 का विधानसभा चुनाव भारत को विश्व गुरू बनाने का चुनाव है, 2022 में एक बार जीता दीजिए तो 2024 में देश में फिर भाजपा की सरकार बनेगी। चुनाव से पहले भाजपा के सदस्यता अभियान का श्रीगणेश करते हुए शाह ने कहा कि दीपावली के बाद चुनाव तेजी पकड़ेगा। उन्होंने आह्वान किया कि सभी लोग भाजपा के प्रति समर्र्पण दिखाकर पूरी ताकत के साथ चुनाव अभियान में जुट जाएं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए उनसे पांच साल का हिसाब मांगा। शाह ने कहा कि अखिलेश यादव को प्रदेश की जनता को इसका हिसाब देना चाहिए कि वह पिछले पांच साल में कितने दिन विदेश में रहे, प्रदेश में जब कोरोना महामारी और बाढ़ आई तब वह कहां थे। बताएं कि पांच साल में कितने दिन विदेश में रहे। शाह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपाते हुए प्रदेश सरकार की पांच वर्ष की प्रमुख उपलब्धियां प्रस्तुत करते हुए कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश को अपनी पहचान वापस दिलाने और उत्तर प्रदेश को देश का सबसे प्रमुख राज्य बनने की दिशा में बहुत आगे ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यह सिद्ध किया है कि सरकार परिवार के लिए नहीं बल्कि सूबे के सबसे गरीब व्यक्ति के लिए होती है।
भाजपा के शक्ति केंद्र प्रभारी और संयोजक सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही पांच साल तक घर में बैठे लोग नए कपड़े पहनकर बाहर आ गए है। उन्होंने कहा कि चुनावी मेंढक यह सोचकर बाहर आएं कि उनकी सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि सपा बसपा ने स्वयं के लिए, स्वयं के परिवार और अधिक से अधिक अपनी जाति के लिए शासन किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और दोनों उप मुख्यमंत्री से पांच साल का हिसाब मांग सकती है। लेकिन वह खुद अखिलेश यादव से हिसाब मांगते है।
शाह ने कहा कि अखिलेश एंड कंपनी, बहन मायावती, गांधी-वाड्रा परिवार के लोग भी सुने इसलिए वे योगी सरकार के पांच साल का हिसाब प्रस्तुत कर रहे है। उन्होंने कहा कि 2017 में जब भाजपा को शासन मिला तब यूपी देश में सातवें नंबर की अर्थव्यवस्था थी। भाजपा सरकार के साढ़े चार साल में दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन गई है। यूपी की अर्थव्यवस्था 10 लाख करोड़ से बढ़कर 21 लाख 31 हजार करोड़ की गई है। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग में प्रदेश में 14वें से दूसरे स्थान पर यूपी है। प्रदेश में बेरोजगारी की दर 18 से घटकर 4.1 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि पहले यूपी में 12 मेडिकल कॉलेज थे, अब 30 बन गए है, 2022 के पहले 40 मेडिकल कॉलेज का वादा पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश से हर साल 1500 डाक्टर बनते थे अब चार हजार बनेंगे। दिगामी बुखार पर कमी आई है, धान की खरीद 17 हजार करोड़ से बढ़कर 38 हजार करोड़ की धान खरीद हुई है। गेहूं की खरीद 12 हजार करोड़ से बढ़कर 36 हजार करोड़ हो गई, है। प्रदेश में पांच नए हवाई अड्डे और चार नए एक्सप्रेस-वे बन रहे है। उन्होंने कहा कि महामारी कोरोना कम समय सभी को चिंता थी कि यूपी का क्या होगा। लेकिन योगी आदित्यनाथ ने बेहतर कोरोना प्रबंधन कर लोगों का जीवन बचाया। प्रदेश में सबसे अधिक टेस्ट, वैक्शीनेशन हुए है और आक्सीजन प्लांट भी लगे है।
प्रदेश में सबसे बड़ा काम माफिया से मुक्ति दिलाने का काम किया है। प्रदेश में अपराधों में कमी आई है। बिना किसी भेदभाव, भ्रष्टाचार और परिवारवाद के पुलिस में 1.43 लाख भर्तियां की गई है। युवा की बेहतर शिक्षा की व्यवस्था कर नई पीढ़ी तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि यह तब ही संभव है भाजपा ने परिवार या जाति को छोड़कर प्रदेश की जनता को अपना परिवार मानकर काम किया है। उन्होंने कहा कि योगी ने हर गरीब, युवा, किसान, महिला, दलित और पिछड़े के लिए सरकार चलाई है। उन्होंने कहा कि यही फर्क है परिवारवादी पार्टी और भाजपा के बीच है।
पश्चिम को भी साधा
गृहमंत्री अमित शाह ने मेरठ की बेटियों की शिक्षा और पश्चिमी यूपी के जिलों से हुए पालयन के जरिये ना केवल सपा-बसपा पर हमला बोला बल्कि योगी सरकार में पश्चिमी यूपी के हालात में हुए सुधार के जरिये जाटलैड को साधने का भी प्रयास किया। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले कई साल तक सत्ता में सपा-बसपा के खेल ने यूपी को बर्बाद कर दिया था। उन्होंने कहा कि सपा शासन में यूपी की कानून व्यवस्था की स्थिति देखकर खून खौलता था। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना से पलायन शुरू हुआ था तब भी लखनऊ में हुक्मरानों की नींद नहीं टूटी थी। उन्होंने कहा कि मेरठ में विश्वविद्यालय होते हुए भी वहां की बेटियां दिल्ली में कमरा लेकर पढ़ती थी। उन्होंने कहा कि लेकिन योगी सरकार में अब किसी की हिम्मत नहीं है। अब पलायन कराने वाले खुद पलायन कर रहे हैं और पहले जहां हर जिले में तीन-चार बाहुबली होते थे अब दूरबीन लेकर तलाशने से भी नहीं मिल रहे है। उन्होंने कहा कि अब बहन बेटी रात को 12 बजे भी यूपी की सड़क पर बेखौफ निकल सकती है।
आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एजेंडे को भी धार दी
अमित शाह ने धार्मिक और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को धार देते हुए वोट बैंक को साधने की कोशिश की। शाह ने कहा कि पहले किसी को कल्पना नहीं थी कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनेगा। कहा कि अखिलेश एंड कंपनी पहले ताना मारते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। उन्होंने कहा कि 2019 में दो तिहाई बहुमत से सरकार बनी तो अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन भी हुआ और अब भव्य रामंदिर भी बनते जनता देख रही है। लेकिन अखिलेश यादव तो मंदिर निर्माण में पांच हजार रुपये का सहयोग देने से भी चूक गए। शाह ने कहा कि सपा की सरकार ने निर्दोष रामभक्तों को गोलियों से भूना था, आज उसी यूपी में राममंदिर बन रहा है।
2017 के बाद अहसास हुआ यूपी राम और कृष्ण की जन्मभूमि है
अमित शाह ने कहा कि मुगलों के शासन से लेकर 2017 तक यूपी में अहसास नहीं हुआ था कि यूपी बाबा विश्वनाथ की भूमि है, भगवान राम और कृष्ण की जन्म और कर्मस्थली है, बौध की निर्वाण स्थली है, संतकबीर की भूमि है। लेकिन 2017 में प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद जनता को यह अहसास हुआ कि यूपी राम, कृष्ण और बाबा विश्वनाथ की भूमि है।
भाजपा के लिए सत्ता हथियाने का जरिया नहीं है चुनाव
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्षी दलों के लिए चुनाव सत्ता हथियाने का जरिया है जबकि भाजपा के लिए चुनाव लोकतंत्र के महोत्सव, लोक संपर्क का जरिया है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि भाजपा चुनाव से पहले सदस्यता अभियान की शुरुआत कर रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि 86 लाख कार्यकर्ता दीपावली पर घर-घर जाकर मेरा परिवार-भाजपा परिवार की पट्टिका और तोरण द्वार लगाकर आएंगे। साथ ही मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों को घर-घर बताएंगे।
अमित शाह ने कहा कि सदस्यता अभियान पार्टी का विस्तार करने का जरिया है। उन्होंने कहा कि वैसे तो हम परिवार नियोजन में तो विश्वास रखते है कि लेकिन जब भाजपा की बात आती है तो हम यह नियम तोड़ देते है। भाजपा के ज्यादा से ज्यादा सदस्य होने चाहिए और सदस्यता अभियान के जरिये ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ना है।
शाह ने कहा कि 2014, 2017 और 2019 चुनाव से पहले भाजपा ने सदस्यता अभियान चलाया था। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव अभियान का श्रीगणेश सदस्यता अभियान से किया जा जा रहा है। उन्होंने कहा कि 29 अक्तूबर से दिसंबर तक चलने वाले सदस्यता अभियान में अधिक से अधिक युवाओं महिलाओं, गरीबों, दलितों और पिछड़ों को पार्टी के साथ जोड़ा जाएगा और पुराने कार्यकर्ता को सक्रिय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार भाजपा परिवार अभियान एक क्रांति और चेतना के रूप में चलेगा।
अमित शाह ने कहा कि सदस्यता अभियान और मेरा परिवार-भाजपा परिवार अभियान के तहत कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से मिलकर बात करेंगे। कार्यकर्ता जो फीडबैक लेकर आएंगे उसके आधार पर चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान और स्वतंत्र देव घोषणा पत्र तैयार तैयार करेंगे। शाह ने कहा कि भाजपा में घोषणा पत्र कोई एनजीओ या एजेंसी नहीं बनाती बल्कि जनसंपर्क कर जनता की इच्छा को जानकर तैयार किया जाता है।
शाह ने कहा कि योगी सरकार ने 2017 में लोक कल्याण संकल्प पत्र में 90 प्रतिशत से ज्यादा वादे पूरे किए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से कहा कि दो महीने में शेष वादे भी पूरे करा दीजिए ताकि जनता भी मान जाए कि भाजपा जो कहती है वह करती है।
अमित शाह ने कहा कि 2014 में यूपी के प्रभारी, 2017 और 2019 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने प्रदेश की जनता के आगे झोली फैलाकर आशीर्वाद मांगा था। यूपी की जनता ने भी भगवान शंकर की तरह कृपा कर दो बार देश और एक बार प्रदेश में प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनाई। उन्होंने कहा कि मोदी को दो बार प्रधानमंत्री बनाने का श्रेय यूपी की जनता को है। वहीं मोदी को जितना प्रदेश की जनता देती है वे भी प्रदेश को तीन गुना देते है।
 

धर्म को धर्म से लड़ाकर व आग लगाकर भाजपा अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहती है- सुशील आनंद शुक्ला

धर्म को धर्म से लड़ाकर व आग लगाकर भाजपा अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहती है- सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के कवर्धा यात्रा पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय का कवर्धा जाना और जेल में बंद दंगा के आरोपी से मिलना। कांग्रेस के आरोप को प्रमाणित करता है कि कवर्धा में अशांति फैलाने के पीछे भाजपा का ही है। भाजपा जिस राज्य में सत्ता में नहीं होती है वहां धर्म से धर्म को लड़ा कर संप्रदायिकता का आग फैला कर अपनी राजनीतिक रोटी को सेकना चाहती। विष्णु देव साय कवर्धा में जाकर जेल में बंद दंगा के आरोपी से मिलने का स्पष्ट सन्देश है कि दंगा फसाद और सांप्रदायिकता फैलाने वालों के साथ भाजपा खड़ी है। प्रदेश भाजपाध्यक्ष को कवर्धा में अशांति फैलाने के पीछे भाजपा और संघ कार्यकर्ताओ का हाथ होने के लिए कवर्धा और प्रदेश की जनता से माफी मांगनी थी लेकिन उन्होंने माफी नही मांग कर साबित किया कि वहाँ के नेताओ ने जो किया वह भाजपा का एजेंडा था।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय कवर्धा जाकर मात्र दंगा के आरोपी से मुलाकात किए। कवर्धा की जनता के साथ किसी प्रकार का संवाद स्थापित नहीं किए, कवर्धा के बुद्धिजीवी वर्ग, व्यापारी वर्ग और आम जनता जो कवर्धा में शांति चाहती है जो भाईचारा सामाजिक समरसता के साथ जीवन यापन करना चाहती है उनसे बात करना भी मुनासिब नहीं समझा। ना ही कवर्धा में शांति की अपील किए। दंगा के मामले में फंसे भाजपा नेताओं पर अभी भी भाजपा ने किसी प्रकार से कार्यवाही नही की है। कवर्धा दंगा के आरोपी आज भी भाजपा के सदस्य है। भाजपा का असल चरित्र भी यही है कि दंगा फैलाने वाले संप्रदायिकता फैलाने वाले बड़े से बड़े अपराध को अंजाम देने वाले बलात्कारी, घोटालेबाज भाजपा के लिए पूज्यनीय होते हैं भाजपा के शीर्ष पदों में बैठते हैं।
 

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द, ये है वजह..........

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द, ये है वजह..........

पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द हो गया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे आदिवासी महोत्सव में उन्हें 29 अक्टूबर की शाम बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था। उन्होंने दौरे को लेकर स्वीकृति भी दी थी, मगर ऐन मौके पर उनका प्रोग्राम कैंसल हो गया।
छत्तीसगढ़ सरकार के अफसरों को पंजाब मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि निजी कारणों की वजह से कार्यक्रम रद्द किया गया है। अफसरों के मुताबिक आदिवासी महोत्सव के अन्य कार्यक्रम अपने तय समय पर जारी रहेंगे। माना जा रहा है कि चरणजीत चन्नी का अगला दौरा एक नवंबर को राज्य उत्सव के कार्यक्रम के दौरान तय किया जा सकता है।


रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। एक दिन पहले ही इस राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। कार्यक्रम में राज्यसभा के पूर्व सांसद बी.के. हरिप्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, युगाण्डा एवं फिलीस्तीन के काउंसलर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।


रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 28 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक आयोजित होने वाले इस ‘राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव’ में देश के 27 राज्यों और 6 केन्द्र शासित प्रदेशों के कलाकारों के साथ ही 7 देशों- एस्वातीनी, नाइजीरिया, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, यूगांडा, माली और फिलिस्तीन से आए लगभग 1500 कलाकार भाग ले रहे हैं।

राहुल से मिलने पहुंचे सीएम चन्नी, जारी है मीटिंग...

राहुल से मिलने पहुंचे सीएम चन्नी, जारी है मीटिंग...

नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी दिल्ली पहुंचे हैं। दरअसल पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद राजनीतिक माहौल पूरी तरह गरमाया हुआ है। इसके मद्देनजर चन्नी राहुल गांधी के साथ मीटिंग कर रहें है।

बताया जा रहा है कि यह मुलाकात राहुल गांधी की आवास पर हो रही है। इस मुलाकात के दौरान पंजाब के राजनीतिक हालातों पर चर्चा किए जाने की संभावना है। आपको बता दे कि इससे पहले बीते दिन उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी राहुल गांधी के साथ मुलाकात की थी।

कैप्टन ने किया नई पार्टी बनाने का ऐलान तो सिद्धू ने साधा निशाना, कहा...

कैप्टन ने किया नई पार्टी बनाने का ऐलान तो सिद्धू ने साधा निशाना, कहा...

चंडीगढ़: कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को ऐलान किया कि वह एक नयी पार्टी बना रहे हैं और इसके नाम और चुनाव चिह्न को निर्वाचन आयोग की मंजूरी मिल जाने पर वह इसकी घोषणा करेंगे। कैप्टन की इस घोषणा पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने निशाना साधते हुए उन्हें `जयचंद` कहा।

दरअसल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अमरिंदर सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं अमित शाह से मुलाकातों के दौर ने इस कयास को और पुख्ता कर दिया था। लेकिन उन्होंने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी। साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के कई लोग उनसे संपर्क में हैं। वहीं सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री को ‘जयचंद’ करार देते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा और अकाली दल के साथ मिले हुए थे।

सिद्धू ने अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘फूंके हुए कारतूस’ और राज्य की राजनीति के ‘जयचंद’ हैं। दोनों नेताओं के बीच ट्विटर पर भिडंत देखने को मिली। अमरिंदर सिंह ने कहा कि अगर सिद्धू प्रदेश कांग्रेस को बर्बाद करने पर आमादा हैं तो वह उनके काम को आसान बना रहे हैं।

सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘क्या आपको सुशासन के कारण बड़े बेआबरू होकर हटना पड़ा? आपको पंजाब के राजनीतिक इतिहास के जयचंद के रूप में याद किया जाएगा। आप निश्चित तौर पर एक फूंके हुए कारतूस हैं।’ सिद्धू ने सवाल किया, ‘क्या यह तुच्छ बात थी कि आपको जवाबदेह ठहराने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया? विधायक आपके खिलाफ क्यों थे? क्योंकि हर कोई जानता था कि आप बादल परिवार से मिले हुए हैं। आप मुझे हराना चाहते हैं। क्या आप पंजाब को जिताना चाहते थे?’ उन्होंने आगे कहा, ‘आप पंजाब के न्याय और विकास को रोकने वाली नकारात्मक शक्ति थे।’

सिद्धू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने पहले भी अपनी पार्टी बनाई थी और चुनाव लड़ने पर उन्हें सिर्फ 856 वोट मिले। इस पर जवाब देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘सिद्धू, बेवकूफी भरी बातें करना आपकी आदत हो गई है। आप जिन 856 वोटों का मजाक बना रहे हैं वो मुझे खरड़ (क्षेत्र) से नामांकन वापस लेने के बाद मिले थे, क्योंकि मैं समाना से निर्विरोध जीत गया था। इसमें क्या बात है या फिर आपको बात समझ नहीं आती।’ उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धू को उन पर हमला करने में समय जाया करने की बजाय अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।

चुनावी रणनीतिकार की भविष्वाणी : दशकों तक मजबूत रहेगी भाजपा

चुनावी रणनीतिकार की भविष्वाणी : दशकों तक मजबूत रहेगी भाजपा

नई दिल्ली: साल 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव से पहले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। लेकिन इस बीच उनका कहना है कि अगले कई दशक तक भारतीय जनता पार्टी का दबदबा रहने वाला है और विपक्षी पार्टियों को कई दशकों तक बीजेपी से लड़ना होगा।

दशकों तक बीजेपी के दबदबे की भविष्यवाणी करने के साथ ही प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी मोदी युग के अंत का इंतजार करना उनकी गलती है। उन्होंने कहा कि संभवतः वह किसी वहम में हैं कि भाजपा सिर्फ मोदी लहर तक ही सत्ता मे रहने वाली है।

प्रशांत किशोर ने इस साल पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में टीएमसी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने ऐलान किया था कि वह ममता बनर्जी के साथ काम नहीं कर रहे हैं। हालांकि अब वह पर्दे के पीछे रहकर काम रहे हैं और गोवा में अगले साल होने वाले विधान सभा चुनावों में टीएमसी की जमीन तलाशने पहुंचे हैं।

हाल ही में खबर आई थी कि प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं और उन्होंने सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की थी। प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वरिष्ठ नेताओं से राय भी मांगी थी। हालांकि कई दौर की वार्ता के बाद भी बात न बनने पर अब प्रशांत किशोर एक बार फिर से टीएमसी के साथ काम कर रहे हैं।

राजनीति के केंद्र में रहेगी भाजपा : प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने गोवा के म्यूजियम में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, `भाजपा आने वाले कई दशक तक भारतीय राजनीति के केंद्र में बनी रहेगी और इससे फर्क नहीं पड़ता है कि वह हारे या जीते। ठीक वैसे ही जैसे कांग्रेस के 40 साल थे। उसी तरह भाजपा कहीं नहीं जा रही है।` उन्होंने कहा, `भारत में जब एक बार आप 30 फीसदी वोट पा लेते हैं तो इतनी जल्दी कहीं नहीं जा रहे। आप इस भ्रम में न रहें कि लोग गुस्सा हो रहे हैं और वे मोदी को उखाड़ फेकेंगे। हो सकता है लोग मोदी को हटा दें, लेकिन भाजपा फिर भी राजनीति के केंद्र में बनी रहेगी और कई दशक तक आपको बीजेपी का सामने करना पड़ेगा।`

इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि वह मोदी की ताकत नहीं समझ रहे हैं। वह सोचते हैं कि कुछ समय की बात है, लोग मोदी को सत्ता से बेदखल न कर देंगे, लेकिन यह नहीं होने वाला है।` उन्होंने कहा, `जब तक आप मोदी की ताकत समझ नहीं लेते और उनकी मजबूती को मान नहीं लेते, तब तक आप उनका सामना नहीं कर पाएंगे। लोग मोदी की ताकतों को समझने में ज्यादा समय नहीं दे रहे और वे ये नहीं समझ रहे हैं कि मोदी इतने पॉपुलर कैसे हो रहे हैं। उनका सामना करने के लिए इसका पता होना बहुत जरूरी है।`

बड़ी खबर: शाह से मुलाकात करेंगे कैप्टन, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

बड़ी खबर: शाह से मुलाकात करेंगे कैप्टन, इन मुद्दों पर होगी चर्चा

नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीन कृषि कानूनों का समाधान निकालने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। गुरुवार को वह कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को समाप्त कराने के लिए दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनके साथ पंजाब के कृषि विशेषज्ञ और कुछ किसान भी मौजूद रहेंगे।

कैप्टन ने कहा है कि वह इसका समाधान निकाल सकते हैं। अभी तक किसान नेताओं की केंद्र के साथ चार अधूरी बैठकें हुई हैं लेकिन परदे के पीछे दोनों के बीच वार्ता चल रही है। चंडीगढ़ में मंगलवार को एक होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि किसान आंदोलन के समाधान के लिए कोई पूर्व-निर्धारित फॉर्मूला नहीं हो सकता है, बातचीत के दौरान कुछ सामने आएगा।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और किसान दोनों ही कृषि कानूनों से उत्पन्न संकट का अब समाधान चाहते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह अभी तक इस मामले में किसी भी किसान नेता से नहीं मिले हैं। इसके पीछे की वजह यह है कि किसान नहीं चाहते हैं कि उनके आंदोलन में कोई राजनेता शामिल हो। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इससे पहले भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से किसानों के आंदोलन को लेकर वार्ता कर चुके हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा- कांग्रेस के लोग एक तरफ़ मारपीट करके आतंक फैला रहे हैं, तो दूसरी तरफ़ मीडिया और पत्रकार जगत के दमन में लगे हुए हैं

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने कहा- कांग्रेस के लोग एक तरफ़ मारपीट करके आतंक फैला रहे हैं, तो दूसरी तरफ़ मीडिया और पत्रकार जगत के दमन में लगे हुए हैं

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मंगलवार को महासमुन्द के आबकारी दफ़्तर में कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव की मौज़ूदगी में हुई मारपीट की घटना को प्रदेश के राजनीतिक इतिहास का सबसे काला अध्याय बताते हुए कांग्रेस, प्रदेश सरकार और विधानसभा अध्यक्ष से उन्हें कांग्रेस, संसदीय सचिव व विधानसभा की सदस्यता से बर्ख़ास्त करने की मांग की है। श्री साय ने जशपुर ज़िला कांग्रेस द्वारा कुनकुरी थाना प्रभारी को सभी न्यूज़ एजेंसी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर करने के लिए पत्र लिखे जाने और कांग्रेस विधायक यूडी मिंज द्वारा थाना प्रभारी को सौंपे जाने को कांग्रेस के अलोकतांत्रिक, असहिष्णु और अधिनायकवादी राजनीतिक चरित्र का परिचायक बताया है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि विधायक और संसदीय सचिव चंद्राकर की मौज़ूदगी में मंगलवार को जो कुछ हुआ, वह कांग्रेस के चरित्र की एक बानग़ी है। संसदीय सचिव के नाते प्रदेश सरकार का एक अंग होकर मारपीट करने वालों को अपने साथ लेकर आबकारी दफ़्तर पहुँचने की बात पीड़ित कर्मचारी ने अपनी शिकायत में कही है और यह भी कहा है कि विधायक और उनके समर्थकों ने कमरा बंद करके बेदम पीटा, जिससे पीड़ित बुरी तरह घायल हो गया। उसकी जान भी जा सकती थी।प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मारपीट और उन पर जानलेवा हमला करती कांग्रेस नेताओं और जनप्रतिनिधियों और उनकी गुण्डावाहिनियों की आपराधिक क़रतूतों के चलते जंगलराज जैसा आलम पूरे प्रदेश में देखा जा रहा है। कांग्रेस के लोग सत्ता की धौंस दिखाकर प्रदेश को अराजकता के गर्त में धकेल रहे हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि जशपुर के कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस के पूर्व जिलाध्याक्ष से कांग्रेस के ही भूपेश गुट द्वारा की गयी मारपीट से जुड़ी ख़बरें व वीडियो प्रसारित होने पर कांग्रेस के लोगों का मीडिया के ख़िलाफ़ प्रलाप करना समझ से परे है। यह मीडिया, सोशल मीडिया के प्रति कांग्रेस और उसकी सरकार के दुराग्रहों का परिचायक है। कांग्रेस के लोग ऐसी हरक़तें करके अब मीडिया को खुले तौर पर धमकाने में लगे हैं। श्री साय ने कहा कि टुकड़ा-टुकड़ा गैंग की अभिव्यक्ति की आज़ादी का झंडा उठाए देशभर में प्रलाप करती कांग्रेस आज अपने असहिष्णु चरित्र का परिचय दे रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अनेक मौक़ों पर मीडिया के प्रति अपने दुराग्रह का प्रदर्शन करते देखे-सुने और पढ़े गए हैं, अब कांग्रेस के बाकी लोग भी उसी रास्ते उसी चरित्र का परिचय देने में लगे हैं।
 

भाजपा आदिवासी नृत्य महोत्सव पर सवाल खड़ा करके आदिवासी संस्कृति के संरक्षण का विरोध कर रही : सुशील आनंद शुक्ला

भाजपा आदिवासी नृत्य महोत्सव पर सवाल खड़ा करके आदिवासी संस्कृति के संरक्षण का विरोध कर रही : सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर, भाजपा आदिवासी नृत्य महोत्सव पर सवाल खड़ा कर के आदिवासी संस्कृति के संरक्षण का विरोध कर रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पूछा कि भारतीय जनता पार्टी को आदिवासियों से इतनी चिढ़ क्यों है? छत्तीसगढ़ में आदिवासी वर्ग की 32 प्रतिशत आबादी है राज्य के बड़े भू-भाग में आदिवासी रहते है। राज्य में विविध आदिवासी संस्कृतियां पुरातन समय से है। 15 साल तक छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। भारतीय जनता पार्टी ने कभी आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास नहीं किया। आज जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार आदिवासियों की संस्कृति के साथ-साथ उनके आर्थिक शैक्षणिक उन्नति के लिये प्रयास कर रही है तो भारतीय जनता पार्टी को पीड़ा हो रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद आदिवासियों की आर्थिक उन्नति के लिये वनोपजों के संग्रहण की परिधि को बढ़ाया गया। 7 वनोपजों की जगह 52 वनोपज की खरीदी शुरू की गयी। तेंदूपत्ता संग्राहकों को मानदेय 2500 से 4000 रु. किया गया। आदिवासियों की अधिग्रहित की गयी जमीनें वापस किया गया, 4.5 लाख वन अधिकार पट्टों के पुर्नसर्वेक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई। बस्तर, सरगुजा के युवाओं को सरकारी नौकरी में अधिक भागीदारी देने के उद्देश्य से बस्तर सरगुजा में कनिष्ठ चयन बोर्ड का गठन किया गया। आदिवासी वर्ग के सम्मान के लिये विश्व आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश घोषित किया गया। भारतीय जनता पार्टी चाहती तो वह भी 15 साल के शासनकाल में आदिवासी समाज के कल्याण के लिये योजना बनाती। भाजपा ने योजना तो नहीं बनाया आदिवासियों से 2003 के चुनाव में किया गया वायदा हर आदिवासी परिवार से एक को सरकारी नौकरी देने का और हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध वाली जर्सी गाय देने का वायदा भी पूरा नहीं किया था। आज भी भाजपा आदिवासी नृत्य महोत्सव का विरोध इसलिये कर रही है क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव में इस वर्ग की अधिकांश विधानसभा सीट भाजपा हार गई थी। 

पेट्रोल-डीजल के बढ़ती दामों से जनता परेशान, इन मुद्दे पर चर्चा करने से डरते है नरेंद्र मोदी : वंदना राजपूत

पेट्रोल-डीजल के बढ़ती दामों से जनता परेशान, इन मुद्दे पर चर्चा करने से डरते है नरेंद्र मोदी : वंदना राजपूत

रायपुरत्यौहार सिर पर है और महंगाई की मार बढ़ती ही जा रही है प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि पेट्रोल ,डीजल तथा रसोई गैस सिलेंडर के दामों में बढोत्तरी पर पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि महंगाई का विकराल रूप से माताएँ एवं महिलाएं चिंतित एवं परेशान है त्योहारों के इस सीजन में रिकॉर्डतोड़ महंगाई ने हर घर का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है। पिछले साल त्योहारों पर कोरोना की मार थी तो इस बार बेलगाम महंगाई की मार त्योहारों पर दिखाई पड़ रही है।

वंदना राजपूत ने कहा कि कोरोनाकाल और उसके बाद पेट्रोल और डीजल का हर नए दिन के साथ रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचना महंगाई की आग में घी का काम कर रहा है। पेट्रोल के दाम 106 रुपये लगभग हो गया है वही पेट्रोल 104 रुपये पहुंच गया पेट्रोल हो, डीजल हो या सीएनज-पीएजी हो, हर चीज़ का दाम बढ़ता जा रहा है। इन सबके महंगा हो जाने से ट्रांसपोर्टेशन भी महंगा हो रहा है, जिसका सीधा असर गरीबों के जेब पर पड़ रहा है। बढ़ती महंगाई ने महिलाओं के किचन का बजट बिगड़ गया है। दिपावली त्यौहार को लेकर पहले महिलाएं बहुत ही उत्साहित रहती थी। लेकिन बढ़ती महंगाई से महिलाएं हताश हो गई है आमदनी चौवन्नी और खर्च रूपये हो गया। मोदी की मेहरबानी से दिवाली, दिवाला बन गया है।
वंदना राजपूत ने कहा कि महंगाई ने जनता की जीना दूभर कर दी है और आम इंसान की कमर तोड़ दी है। बढ़ती महंगाई के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम हैं, पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों से हर चीज के दाम बढ़ते ही जा रहे हैं। पहले मोदी सरकार महंगाई पर घंटों भाषण देते थे अब महंगाई पर चुप हो गये। नरेंद्र मोदी ही नही भाजपा के कोई भी नेता चाहे वो वित्त मंत्री सीता रमण हो या रमन सिंह हो, या राज्यसभा सभा सांसद सरोज पांडे, राज्य मंत्री रेणुका सिंह सभी महंगाई के मुद्दे पर चर्चा करने से डरते है।
वंदना राजपूत ने कहा कि एक ओर जनता महंगाई की मार से परेशान है। तो दूसरी ओर सरकार लगातार लोगों अच्छे दिन का सब्जबाग दिखाने की कोशिश में जुटी है। सरकारों के वादे और दावों के बीच पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने के तेल के ऐतिहासिक दाम आम आदमी का तेल निकाल रहे है। केन्द्र सरकार बेलगाम महंगाई को नियंत्रण करने के लिए अभी तक कोई भी आवश्यक कदम नहीं उठाये है जो बहुत ही चिंता की विषय है। बहुत हुई महंगाई की मार जनता हो गई लाचार है।

कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी, इतने कार्यकर्ता बीजेपी में हुए शामिल, वित्त मंत्री ने दिलाई सदस्यता

कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ी, इतने कार्यकर्ता बीजेपी में हुए शामिल, वित्त मंत्री ने दिलाई सदस्यता

खरगोन: MP कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, चुनाव से पहले 200 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। मध्यप्रदेश में जोर-शोर से उपचुनाव का प्रचार जारी है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी के नेता ताबड़तोड़ जनसंपर्क कर वोट की अपील कर रहे हैं। इस बीच कांग्रेस को आज बड़ा झटका लगा है।


बीजेपी नेता सचिन बिरला की अगुवाई में 200 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की सदस्यता ली। विधायक निवास में आयोजित कार्यक्रम में बीजेपी में शामिल हुए। इस दौरान वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

बड़ी खबर: कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में बड़े सियासी धमाके की तैयारी, इस तारीख को कैप्टन की प्रेस कांफ्रेंस

बड़ी खबर: कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में बड़े सियासी धमाके की तैयारी, इस तारीख को कैप्टन की प्रेस कांफ्रेंस

चंडीगढ़: पंजाब में बड़े सियासी धामके की तैयारियां चल रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह बुधवार सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे, कयास लगाए जा रहे हैं कि वे कांग्रेस को विधिवत तौर पर अलविदा कहकर अपनी नई पार्टी का एलान कर दें। वहीं कैप्टन के एलान के बाद से पंजाब कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है। इसके अलावा कैप्टन भाजपा से गठजोड़, बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में बढ़ोतरी और अरूसा आलम के आईएसआई से रिश्ते को पर भी अपनी राय रखेंगे।

कैप्टन को भाजपा के साथ गठबंधन से गुरेज नहीं है लेकिन कांग्रेस उन्होंने कुबूल नहीं है। भाजपा के साथ भी कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई राजनीतिक पार्टी का गठबंधन सशर्त होगा। अमरिंदर के लिए किसानों का मुद्दा बेहद अहम हैं। इनके समाधान के बगैर वह भाजपा से नाता नहीं जोड़ेंगे। अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर कैप्टन ने लिखा था कि केंद्र सरकार को पहले किसानों के समस्याओं का समाधान करना चाहिए, इसके बाद भारतीय जनता पार्टी से किसी भी राजनीतिक समझौते पर चर्चा की जाएगी। पंजाब में भाजपा को एक कद्दावर नेता की तलाश है। ऐसे में यह स्पष्ट है कि कैप्टन को अपने साथ लाने से पहले भाजपा को किसानों का मुद्दा हल करना होगा।

नाराज नेताओं पर नजर
वहीं कैप्टन की नई पार्टी में दूसरे दलों के नाराज नेता हिस्सेदार होंगे। पंजाब कांग्रेस के कई नेता भी कैप्टन की पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं। विधानसभा टिकट बंटवारे के दौरान पंजाब कांग्रेस में असंतोष पनपने की आशंका है। अगर ऐसा होता है तो अमरिंदर सिंह इस अवसर को भुनाने की कोशिश जरूर करेंगे। वहीं शिअद से नाराज टकसाली नेताओं पर भी कैप्टन का फोकस है। हाल ही में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह दावा किया था कि कई विधायक उनके संपर्क में हैं।

अरूसा पर छिड़ी रार पर भी रखेंगे पक्ष
वहीं अपनी पाकिस्तानी मित्र अरूसा आलम पर डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा के बयान के बाद भड़के कैप्टन ने सोमवार को ही कई बड़ी राजनीतिक हस्तियों के साथ अरूसा की फोटो शेयर की थी। 17 साल से अरूसा और कैप्टन के बीच दोस्ती है। कैप्टन ने अरूसा से अपनी दोस्ती को कभी नहीं छिपाया। दोनों की दोस्ती की चर्चा अमरिंदर सिंह की बायोग्राफी ‘कैप्टन अमरिंदर सिंह द पीपल्स महाराजा’ में एक अध्याय में है, जिसे मशहूर पत्रकार खुशवंत सिंह ने लिखा है। बुधवार की प्रेस कांफ्रेंस में कैप्टन अरूसा से जुड़े सवालों पर भी अपना पक्ष रख सकते हैं।

बीएसएफ मुद्दे पर केंद्र का समर्थन कर चुके हैं कैप्टन
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के केंद्र के फैसले का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि हमारे सैनिक कश्मीर में मारे जा रहे हैं। हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा पंजाब में अधिक से अधिक हथियार और ड्रग्स पहुंचाए जा रहे हैं। बीएसएफ की बढ़ी मौजूदगी और ताकत ही हमें मजबूत बनाएगी। हमें केंद्रीय सुरक्षा बलों को राजनीति में नहीं घसीटना चाहिए। इससे इतर पंजाब सरकार इस मुद्दे के विरोध में विधानसभा सत्र बुलाने की तैयारी में है।